केरल के लापता युवक को पुलिस ने परिजनों से मिलाया

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून ने जिलेभर में समस्त थाना प्रभारियों को अपने-अपने थाना क्षेत्र अंतर्गत सत्यापन अभियान चलाकर किरायेदारों/मजदूरों/थैली-फड़-रेडी लगाने वाले व्यक्तियों/संदिग्ध बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन की कार्यवाही करने हेतु आदेशित किया गया है। जिसके तहत सत्यापन कार्यवाही करने हेतु थाना एवं चौकी क्षेत्र में अलग-अलग टीमें गठित की गई, जिनके द्वारा लगातार प्रत्येक दिवस सत्यापन कार्यवाही की जा रही है।
29 जुलाई को यातायात उपनिरीक्षक प्रकाश चंद्र के नेतृत्व में पुलिस टीम सत्यापन कार्यवाही के लिए नटराज चौक के आस पास के क्षेत्र में सत्यापन कार्रवाई कर रही थी। तो संदिग्ध/लावारिस अवस्था में मिले एक व्यक्ति से पूछताछ की गई तो ज्ञात हुआ कि उक्त व्यक्ति केरल का रहने वाला है, जिसका नाम पता बाईजू पुत्र वारकी निवासी कोलिथड़ संथीगिरी, जिला कन्नूर, केरल है। जिससे गहनता से पूछताछ के दौरान उक्त व्यक्ति से उसके परिजनों का फोन नंबर लेकर बात की गई तो ज्ञात हुआ की उक्त व्यक्ति 6 माह पहले अपने परिजनों के साथ कुछ कहासुनी हो जाने पर घर से चला गया था जो कि भटकते हुए ऋषिकेश पहुंच गया।
यातायात उपनिरीक्षक प्रकाश चंद्र के द्वारा तत्काल पूरी घटना से प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश को अवगत कराया गया, जिनके आदेशानुसार उक्त व्यक्ति को कोतवाली ऋषिकेश में लाया गया। उक्त व्यक्ति से प्राप्त फोन नंबर पर संपर्क कर उसके परिजनों को स्थिति से अवगत कराया गया तथा परिजनों के आग्रह पर गुमशुदा व्यक्ति बाईजू को कोतवाली ऋषिकेश में ही सकुशल संरक्षण में रखा गया। जिसके पश्चात आज े गुमशुदा उपरोक्त के बड़े भाई थॉमस पुत्र वारकी कोतवाली ऋषिकेश पर आए तथा गुमशुदा व्यक्ति बाईजू को उनके बड़े भाई थॉमस को सकुशल सुपुर्द किया गया। 6 माह पश्चात अपने भाई को सकुशल पाकर थॉमस के द्वारा प्रसन्नता व्यक्त की गई तथा उत्तराखंड पुलिस की प्रशंसा करते हुए सहृदय आभार प्रकट किया गया।

रायवाला पुलिस ने 1 लाख 30 हजार रुपये का जुर्माना वसूला

आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए रायवाला पुलिस ने सत्यापन अभियान चलाया। हरिपुरकलां क्षेत्र में बिना सत्यापन के किरायेदार रखने पर 13 मकान मालिकों का चालान किया गया। इन पर 1 लाख 30 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया।
रायवाला थानाध्यक्ष भुवनचंद्र पुजारी के नेतृत्व में पुलिस की टीम रविवार तड़के हरिपुरकलां क्षेत्र में पहुंची। यहां पर लोगों से किरायेदारों की जानकारी जुटानी शुरू की। किरायेदार का काम, मूल पता और कब से ठहरा है, जैसे सवाल मकान मालिकों से पूछे गए। इस दौरान पुलिस टीम ने 150 लोगों के सत्यापन चेक किए। जबकि 13 ऐसे मकान मालिक मिले, जिन्होंने किरायेदारों का सत्यापन नहीं करवाया था। इस पर पुलिस ने उनका चालान किया और एक लाख तीस हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। थानाध्यक्ष भुवनचंद्र पुजारी ने बताया कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। टीम में उपनिरीक्षक नीरज त्यागी, कुशाल सिंह रावत, महिला उपनिरीक्षक रचना देवरानी, लक्ष्मी जोशी, कांस्टेबल, महेंद्र सिंह, राजीव कुमार, ईश्वर सिंह, स्वास्तिक, संदीप, प्रकाश, गजपाल, सुबोध नेगी, मुकेश, गब्बर सिंह आदि शामिल रहे।