रविवार को कोरोना कर्फ्यू का आदेश मुख्य सचिव ने किया जारी

राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए गाइडलाइन में संसोधन किया है। इसके तहत अब रात्रि कोरोना कर्फ्यू नौ बजे से सुबह पांच बजे तक लागू रहेगा। देहरादून नगर निगम क्षेत्र में प्रत्येक शनिवार और रविवार को साप्ताहिक कोविड-19 कर्फ्यू रहेगा। प्रदेश के अन्य जिलों में हर रविवार को साप्ताहिक कोविड-19 कर्फ्यू लागू रहेगा। इसको लेकर मुख्य सचिव ने शनिवार को आदेश जारी कर दिए हैं।

उत्तराखंड के सभी जिलों में रात्रि कर्फ्यू नौ बजे से सुबह पांच बजे तक लागू रहेगा।
जनपद देहरादून के नगर निगम क्षेत्र में 18 अप्रैल से हर शनिवार और रविवार को साप्ताहिक कोविड कर्फ्यू लागू रहेगा।
प्रदेश के अन्य जनपदों में अप्रैल के हर रविवार को साप्ताहिक कोविड कर्फ्यू लागू रहेगा।
देहरादून के अन्तर्गत आवश्यक सेवाओं से संबंधित सरकारी और गैर सरकारी कार्यालय संस्थान शनिवार को भी खुले रहेंगे। इन प्रतिबंधों के दौरान निम्नलिखित गतिविधियों में छूट प्रदान की जायेगी।
जिन औद्योगिक संस्थाओं में कई पालियों में कार्य होता है, उनके कर्मचारियों को आवागमन में छूट।
राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर आपातकालीन परिचालन के लिए व्यक्तियों और सामानों की आवाजाही।
मालवाहक वाहनों की यात्रा और उतार-चढ़ाव में कार्यरत व्यक्तियों के लिए छूट।
बसों, ट्रेनों और हवाई जहाज से उतरने के बाद अपने गंतव्य के लिए जाने वाले यात्रियों को छूट।
शादी, सामाजिक और धार्मिक आयोजनों के लिए बैंक्वेट हॉल-सामुदायिक हॉलध्धार्मिक स्थलों से आवाजाही के लिए निर्धारित समय में प्रतिबंधों से छुट प्रदान की जाएगी।
जिन संस्थानों में रात्रि पाली में कार्य होता है उसके कार्मिकों को कार्यस्थल तक आवागमन के लिए छूट।

200 लोगों को ही विवाह समारोह में मिल सकेगी एंट्री, सरकार ने जारी की एसओपी

उत्तराखंड सरकार ने विवाह समारोह में अधिकतम 200 लोगों के शामिल होने को लेकर अनुमति प्रदान की है। मुख्य सचिव ने एक आदेश के तहत यह बात कही है।

मुख्य सचिव ओम प्रकाश के एक आदेश में साफ लिखा गया है कि वर्तमान में राज्य भर में बढ़ते हुए कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत कोविड-19 कंटेनमेंट जोन के बाहर आयोजित होने वाले विवाह समारोह में अधिकतम 200 लोगों को कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए जैसे कि मास्क पहनना तथा सामाजिक दूरी का पालन करते हुए सम्मिलित होने की अनुमति प्रदान की जा सकती है। इस दिशा निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराए जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करें।

सीएम ने कुंभ एवं पूर्णगिरी मेले को लेकर मातृशक्ति को दी शानदार सौगात


मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सूबे की मातृशक्ति को एक शानदार सौगात दी है। कुंभ के मुख्य पर्व दिवसों पर यहां महिलाओं को उत्तराखंड परिवहन की बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा मिलेगी। मातृशक्ति के सम्मान की दिशा में मुख्यमंत्री का यहा कदम बेहद अहम है।

इन दिनों देवभूमि की धर्मनगरी में महाकुंभ की धूम है। बड़ी तादाद में देश विदेश के श्रद्धालू यहां पुण्य लाभ के लिए पहुंच रहे हैं। संतों के अखाड़ों का वैभव यहां की रौनक बढ़ा रहे हैं। सरकार के बेहतर प्रबंधन में संचालित हो रहे इस भव्य आयोजन में गंगा मैया के जयकारों व मंत्रोच्चार से धर्मनगरी गुंजायमान हो रही है। कुंभ का विशेष महत्व होता है। इस दौरान यहां बड़ी तादाद में श्रद्धालू स्नान के लिए पहुंचेंगे।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के निर्देश पर हरिद्वार आने वाली महिलाओं के लिए उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों में आवाजाही की निशुल्क सुविधा दी जा रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पूर्णागिरी में आने वाली महिलाओं को भी बसों में आवाजाही की निशुल्क सेवा उपलब्ध रहेगी।

चमोली की घटना से पुलिस ने सबक लेने का दिया निर्देश

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अधिकारियों को प्रदेश में ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामलों को पूरी तरह से रोकने के लिए पुख्ता कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं। हाल ही में चमोली की एक घटना को गम्भीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने बीजापुर हाउस में शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि महिलाओं और बच्चों के प्रति अपराध पर सख्त से सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि साईबर अपराध और बच्चों व महिलाओं के प्रति किए जाने वाले अपराध के मामलों को कार्रवाई के लिए सीधे रेगुलर पुलिस को सौंपा जाएं। नाबालिगों व महिलाओं के साथ हुए अपराधों पर की जाने वाली कार्यवाही पर मानिटरिंग के लिये फुल टाईम अपर सचिव स्तर के अधिकारी की नियुक्ति की जाए। फास्ट ट्रैक मोड में कार्रवाई सुनिश्चित हो। केवल मामला ही दर्ज नहीं करना है बल्कि यह भी सुनिश्चित किया जाना है कि अपराधी को सख्त से सख्त सजा मिले।

बैठक में मुख्य सचिव ओमप्रकाश, अपर मुख्य सचिव राधा रतूङी, डीजीपी अशोक कुमार, सचिव नितेश झा, अमित नेगी, आर मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

सीएम के अनुरोध पर केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए हेलीकाप्टरों ने बुझाई वनों में आग

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में वनाग्नि के प्रकोप को कम करने के लिए राज्य सरकार पूरी गम्भीरता से प्रयास कर रही है। इसके लिए हर जरूरी और उपलब्ध संसाधन का उपयोग किया जा रहा है। भारत सरकार ने वायु सेना के हेलीकाप्टर उपलब्ध कराए हैं। आज एक एमआई-17 हेलीकाप्टर का उपयोग किया गया।

गढ़वाल में आज टिहरी जनपद अन्तर्गत नरेन्द्रनगर वन प्रभाग की नरेन्द्रनगर रेंज में वनाग्नि को बुझाने का कार्य किया गया। दूसरा हेलीकाप्टर हल्द्वानी पहुंच चुका है। उसका भी उपयोग किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने मांग किए जाने पर प्राथमिकता से तत्काल एमआई-17 हेलीकाप्टर उपलब्ध कराए जाने पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारत सरकार का आभार व्यक्त किया। गौरतलब है कि रविवार को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात कर उत्तराखण्ड के जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए हेलीकाप्टर दिए जाने का अनुरोध किया था।

वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि वनाग्नि को रोकने के लिए वन विभाग तत्पर है। विभाग के अधिकारियों और कर्मचरियों की छुट्टियों पर रोक लगा दी गई है। स्थानीय लोगों का भी सहयोग लिया जा रहा है।

प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय, नरेन्द्रनगर वन प्रभाग, मुनिकीरेती द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार वायु सेना के एमआई-17 हेलीकाप्टर के माध्यम से जंगलों में आग को बुझाने की कवायद प्रारम्भ की गई। जिसके प्रारम्भिक चरण में गढ़वाल में आज टिहरी जनपद अन्तर्गत नरेन्द्रनगर वन प्रभाग की नरेन्द्रनगर रेंज में अदवाणी क0सं0-04 एवं तमियार (फकोट ब्लॉक, टिहरी) में वनाग्नि को बुझाने का कार्य किया गया। सुबह 08ः30 बजे हेलीकॉप्टर देहरादून एयरपोर्ट पर उतरा। प्रारम्भिक तैयारियों के पूर्ण होने के उपरान्त प्रातः 10ः00 बजे एयर ऑपरेशन प्रारम्भ किया गया, जिसमें प्रारम्भिंक रैकी कार्य प्रभावित क्षेत्रों के ऊपर दो बार किया गया। तद्पश्चात कोटी कॉलोनी, टिहरी झील से 5,000 लीटर की बकेट में पानी भरकर वनाग्नि से प्रभावित जंगलों में पानी का 04 सोर्टियों के माध्यम से दो बार 10,000 लीटर पानी का छिड़काव कर वनाग्नि को नियंत्रित किया गया। एयर ऑपरेशन दोपहर 12ः40 बजे तक जारी रहा तथा बाद में प्रतिकूल मौसम के कारण ऑपरेशन को रोकना पड़ा। कल दोबारा प्रातः काल में ही पुनः ऑपरेशन किया जायेगा। इस सम्पूर्ण ऑपरेशन में वायु सेना के साथ ही उत्तराखण्ड सरकार के विभिन्न महकमों यथा-वन विभाग, सिविल एविएशेन विभाग, जिला प्रशासन, एवं स्थानीय स्टाफों द्वारा सहयोग प्रदान किया गया।

लक्ष्मणझूला में विदेशी नागरिक की संदिग्ध मौत

लक्ष्मणझूला में एक आश्रम में 81 वर्षीय अमेरिकी नागरिक की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। पुलिस ने अमेरिकी एंबेसी को सूचना भेज दी है। पुलिस अभी तक मौत को नेचुरल मान रही है, फिलहाल शव को पीएम के लिए भेज दिया गया है।

थानाध्यक्ष लक्ष्मणझूला प्रमोद कुमार उनियाल ने बताया कि संत सेवा आश्रम में विदेशी नागरिक का कक्ष अंदर से बंद होने व बाहर न आने की सूचना मिली। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजे को तोड़कर कक्ष के अंदर प्रवेश किया। तो विदेशी नागरिक का शव पड़ा मिला। थानाध्यक्ष के मुताबिक, विदेशी नागरिक नाम एरन है, जो 81 वर्षीय है तथा अमेरिका का निवासी है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, अमेरिकी एंबेसी को भी सूचना भेज दी है।

उत्तराखंड में वन विभाग के सभी अधिकारियों के अवकाश पर लगी रोक

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने वनाग्नि की घटनाओं को अत्यंत गम्भीरता से लेते हुए वीडियो कान्फ्रेंसिंग द्वारा शासन, पुलिस व वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और सभी जिलाधिकारियों के साथ वनाग्नि प्रबंधन की समीक्षा एक आपात बैठक आहूत कर जरूरी निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बताया कि प्रदेश में वनाग्नि की बढ़ती घटनाओं पर काबू पाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा दो हेलीकाप्टर उपलब्घ कराए गए हैं। इस संबंध में उनकी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर वार्ता हुई है। केंद्रीय गृह मंत्री ने हर सम्भव सहायता के प्रति आश्वस्त किया है। आवश्यकता होने पर एनडीआरएफ की टीमें भी भेजी जाएंगी।

एक हेलीकाप्टर गौचर में स्टेशन करेगा जो कि श्रीनगर से पानी लेगा। दूसरा हेलीकाप्टर हल्द्वानी में स्टेशन करेगा और भीमताल झील से पानी लेगा। राज्य के अधिकारी केंद्र सरकार के अधिकारियों के लगातार सम्पर्क में हैं।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर वन विभाग के सभी अधिकारियों के अवकाश पर रोक लगा दी गई है। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने कार्यक्षेत्र में बने रहने को कहा गया है। प्रदेश भर में तैनात किए गए फायर वॉचर को 24 घंटे निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग द्वारा शासन, पुलिस व वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और सभी जिलाधिकारियों के साथ वनाग्नि की वर्तमान स्थिति और इससे निपटने के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि वनाग्नि की घटनाओं की सूचना कंट्रोल रूम को अविलम्ब मिलनी चाहिए और रेस्पोंस टाईम में कमी लाई जाए। वन पंचायतों सहित स्थानीय लोगों का सहयोग लिया जाए परंतु इस बात का ध्यान रखा जाए कि बच्चे और बुजुर्ग आग बुझाने के लिए न जाएं। लोगों को जागरूक किया जाए। इसके लिए व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। गांवों और रिहायशी इलाकों के आसपास झाडियां साफ की जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वनाग्नि से क्षति होने पर प्रभावितो को मानकों के अनुरूप मुआवजा जल्द से जल्द मिल जाना चाहिए। फील्ड स्तर पर गाड़ियों व उपकरणों की कमी नहीं होनी चाहिए। जहां जरूरी हो, वहां तत्काल बिना समय गंवाए इनकी व्यवस्था कर ली जाएं। कंट्रोल रूम की संख्या बढ़ाई जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वनों का संरक्षण, उत्तराखण्डवासियों की परम्परा में है। परंतु कुछ शरारती तत्व जानबूझकर वनों में आग लगाते हैं। ऐसे तत्वों की पहचान कर कठोर कार्यवाही की जाए। कुम्भ मेला क्षेत्र पर भी विशेष ध्यान दिया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य में वनाग्नि की घटनाओं को न्यूनतम करने के लिए एक दीर्घकालीक प्लान भी बनाया जाए और उसी के अनुरूप तैयारियां की जाएं। तहसील व ब्लॉक स्तर तक कंट्रोल रूम और फायर स्टेशन स्थापित हों।

बैठक में बताया गया कि प्रदेश में इस वर्ष 983 घटनाएं हुई हैं। जिससे 1292 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। वर्तमान में 40 एक्टिव फायर चल रही है। नैनीताल, अल्मोड़ा, टिहरी गढ़वाल और पौड़ी गढ़वाल वनाग्नि से अधिक प्रभावित है। वनाग्नि को रोकने के लिए 12 हजार वन कर्मी लगे हैं। 1300 फायर क्रू स्टेशन बनाए गए हैं।

इस वर्चुअल बैठक में मुख्य सचिव ओमप्रकाश, डीजीपी अशोक कुमार, प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी, सचिव अमित नेगी, शैलेश बगोली, एस.ए.मुरूगेशन सहित शासन के वरिष्ठ अधिकारी और सभी जिलाधिकारी व डीएफओ उपस्थित थे।

व्यापार महासंघ से खुद को अलग कर संजय व्यास और प्रतीक कालिया के समर्थन में आए हितेंद्र पंवार


ऋषिकेश व्यापार महासंघ में राजनीतिक रोटियां सेकी जा रही थी। नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल बड़ा और पुरातन संगठन है, जो व्यापारियों के हितों के लिए ही काम करता है। यही कारण है कि मैं ऋषिकेश व्यापार महासंघ को छोड़कर नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल में संजय व्यास और प्रतीक कालिया को अपना समर्थन दे रहा हूं। यह बात आज प्रेसवार्ता के दौरान ज्वैलर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष हितेंद्र पंवार ने कही।

दरअसल आज हितेंद्र पंवार अपने 30 व्यापारिक साथियों के साथ अध्यक्ष प्रत्याशी संजय व्यास और महामंत्री प्रत्याशी प्रतीक कालिया को समर्थन देने पहुंचे। सभी समर्थन प्राप्त साथियों का दोनों प्रत्याशियों की ओर से स्वागत एवं अभिनंदन किया गया। उधर, व्यापारी संदीप गुप्ता ने कहा कि संजय व्यास और प्रतीक कालिया का प्रदेश की राजनीतिक लोगों से भी अच्छी पकड़ है, जिसका फायदा व्यापारियों के हितों के लिए किया जाएगा। उन्होंने कहा दोनों प्रत्याशियों को हर वर्ग के व्यापारी का समर्थन प्राप्त हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि हितेंद्र पंवार के समर्थन से दोनों प्रत्याशियों की जीत का अंतर अब और भी बढ़ जाएगा।

उधर, रियल एस्टेट एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश कोठारी ने कहा कि हमारी यूनियन के सभी 125 सदस्य संजय व्यास और प्रतीक कालिया के साथ है, उन्होंने दम भरते हुए कहा कि दोनों प्रत्याशियों की जीत भारी अंतर से होगी।

इस मौके पर चुनाव संयोजक जगमोहन सकलानी, प्रत्याशी संजय व्यास, प्रतीक कालिया, कमल जैन, इंद्र कुमार गोदवानी, संजय पंवार, जितेंद्र पंवार, राजीव खुराना, हरीश गावड़ी, राजीव गावड़ी, देवव्रत अग्रवाल, एडवोकेट महेश शर्मा, मीडिया प्रभारी धीरज मखीजा आदि उपस्थित रहे।

मेयर अनिता ममगाई ने किया वाद्य यंत्रों की कार्यशाला का शुभारंभ

उत्तराखण्डी संस्कृति के पारम्परिक वाध्य यंत्रों की कार्यशाला का मेयर अनिता ममगाई ने शुभारंभ किया। कार्यशाला में युवाओं को पारंपरिक लोक वाद्य यंत्रों का प्रशिक्षण दिया जायेगा। साथ ही लोक वाद्य यंत्र, उसके महत्व, उपयोगिता, वैज्ञानिक व आध्यात्मिक तथ्यों की जानकारी दी जाएगी।

आज पर्वतीय अंचल की लोक संस्कृति के प्रतीक ढोल, दमाऊं व हुड़के की कर्णप्रिय धुनों को संजोने के लिए केंद्रीय गढ़वाल विश्वविद्यालय, उमंग संस्था के प्रयास और नमामि गंगे के सहयोग से जीएमवीएन सभागार में सात दिवसीय कार्यशाला विधिवत रूप से शुरू हो गई। इस मौके पर मेयर अनिता ममगाईं ने कहा कि उत्तराखंड के संगीत में प्रकृति का वास है। यहां के गीत, संगीत की जड़ें प्रकृति से जुड़ीं हैं। समय के साथ यहां के गीत संगीत धूमिल होने लगे हैं, पुराने लोक वाद्य यंत्रों की जगह नए वाद्य यंत्रों ने ले ली है। इसके चलते युवा पीढ़ी अपने पारंपरिक वाद्य यंत्रों से दूर होती जा रही है। मेयर अनिता ने कहा कि उत्तराखंड के लोक वाद्य यंत्रों का महत्व जितना आध्यात्मिक है, उससे ज्यादा इनमें वैज्ञानिकता भरी हुई है, लेकिन वर्तमान में अनेक लोक वाद्य यंत्र विलुप्ति के कगार पर हैं। जिन्हें सामूहिक प्रयास से संजोया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि लोक वाद्यों में आंचलिक संस्कृति की छाप होती है। इन वाद्य यंत्रों का संस्कृति विशेष के जन जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने प्रशिक्षकों से विभिन्न वाध्य यंत्रों की विस्तृत जानकारी भी ली। इस दौरान गणेश कुकशाल, रामचरण जुयाल, डॉ सर्वेश उनियाल एवं वाह्य यन्त्र कलाकार, पार्षद विजय बडोनी, विजेंद्र मोगा, पवन शर्मा, यसवंत रावत, नेहा नेगी, प्रकांत कुमार, अक्षत खेरवाल, राजू शर्मा, रेखा सजवाण, मोजूद रहे।

24 अप्रैल को हरिद्वार में होगी 5000 श्रद्धालुओ के भोजन-आवास की व्यवस्था

महाकुंभ पर्व में देवत्व स्नान एवं शोभायात्रा को अत्यधिक भव्य बनाने के लिए श्री देवभूमि लोक संस्कृति विरासतीय शोभायात्रा समिति की बैठक समिति अध्यक्ष मोहन सिंह रावत गांववासी (पूर्व कैबिनेट मंत्री) की अध्यक्षता में प्रेम नगर आश्रम हरिद्वार में हुई। बैठक का संचालन प्रवक्ता डॉ. धीरेंद्र रांगड़ ने किया।

बैठक में 24 अप्रैल 2021 की शाम को प्रेम नगर आश्रम में पहुंचने वाली सभी देव डोलियों, नेजा निशान, पशवा, पुजारी तथा श्रद्धालुओं की भोजन एवं आवास की व्यवस्था तथा 5000 व्यक्तियों के रात्रि भोज एवं सुबह के चाय आदि की व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई।

24 अप्रैल को प्रेम नगर आश्रम में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थल का भी स्थलीय निरीक्षण किया गया। कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु हरिद्वार के सभी जनप्रतिनिधियों की बैठक कर व्यवस्था समिति, स्वागत समिति,संचालन समिति आदि कमेटियों का गठन कर प्रतिनिधियों को दायित्व प्रदान किये गये। गढ़वाल सभा के प्रतिनिधि मुकेश जोशी ने बताया कि हरिद्वार के विभिन्न क्षेत्रों में जनसहभागिता व जनसहयोग हेतु जन-जागरण का कार्यक्रम चलाया जा रहा है।

इस अवसर पर प्रेम नगर आश्रम के व्यवस्थापक रमणीक भाई, गजेंद्र सिंह कंडियाल, आदेश गिरी, पंडित गोपाल कृष्ण बडोला, आचार्य भवानी दत्त मंदोलिया, बाबू भाई आदि उपस्थित थे।