सीएम ने अधिकारियों को दिये जलभराव वाले क्षेत्रों में नजर रखने के निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को डामकोठी में जनपद हरिद्वार में हुये जलभराव के सम्बन्ध में राहत एवं बचाव कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने उच्चाधिकारियों के साथ इस सम्बन्ध में विचार-विमर्श कर निरंतर स्थिति पर नजर रखने को कहा।
मुख्यमंत्री ने बैठक में पेयजल, स्वास्थ्य, संचार, विद्युत आदि व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी प्राप्त की तथा निर्देश दिये कि जल भराव वाले क्षेत्रों में सभी व्यवस्थायें सामान्य रूप से संचालित हो, यह सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने जलभराव की वजह से फसलों को हुये नुकसान का आकलन करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने किसानों की समस्याओं का त्वरित समाधान किये जाने पर भी ध्यान देने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जलभराव के कारण पशुओं के लिये चारा आदि की पर्याप्त व्यवस्था की जाय तथा चारे का पर्याप्त स्टॉक भी रखा जाये।
बैठक में अतिक्रमण की वजह से भी कई जगह हुये जलभराव के सम्बन्ध में विस्तृत विचार-विमर्श हुआ। इस पर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि जहां पर भी अतिक्रमण की वजह से दिक्कतें सामने आ रही हैं, आपदा के अन्तर्गत उससे सख्ती से निपटा जाये।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बैठक में जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने विगत दिनों जनपद के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में कुल कितनी बरसात हुई, जिसके कारण जल भराव की स्थिति पैदा हुई, के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लक्सर, रूड़की आदि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव के कार्यों में एसडीआरएफ, जल पुलिस, राजस्व, फायर ब्रिगेट, पुलिस, विभागीय टीम तथा स्वैच्छिक संगठनों सहित 579 सदस्स्यों की कुल 34 टीमें निरन्तर कार्य कर रही हैं तथा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग, स्थानीय निकाय, पंचायती राज विभाग द्वारा इन प्रभावित क्षेत्रों में महामारी फैलने से बचाव हेतु बड़े पैमाने पर कीट नाशक का छिड़काव किया जा रहा है, जो हमारे लिये चुनौती भी है। दवाओं का प्रोक्यूरमेंट हमने कर दिया है। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित संवेदनशील क्षेत्रों में राहत किट, भोजन आदि वितरित किये जा रहे हैं।
जिलाधिकारी ने अवगत करया कि हरिद्वार, रूड़की, लक्सर तथा भगवानपुर के बाढ़ प्रभावित शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभावित परिवारों को गृह अनुदान, अनुग्रह अनुदान व अहेतुक मद से 860 लाभार्थियों को 36.27 लाख रूपये की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि जनपद में जल भराव से 15796 व्यक्ति प्रभावित हुये हैं, जिनमें से कई लोग तो रिश्तेदारों व किराये के मकान में शिफ्ट हुये हैं तथा 81 परिवारों को राहत केन्द्र में शिफ्ट किया गया है।
जिलाधिकारी ने बैठक में बताया कि सबसे ज्यादा नुकसान लोक निर्माण विभाग की 52 सम्पत्तियों को हुआ है, जिनमें सभी जगह कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है तथा कार्यदायी सभी संस्थाओं को एडवांस में धनराशि उपलब्ध करा दी गयी है। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री राहत कोष, स्वयंसेवी संस्थाओं आदि के माध्यम से जल भराव वाले प्रभावित लोगों की पूरी मदद की जा रही है।
बैठक में मुख्यमंत्री को रूड़की विधायक प्रदीप बत्रा, भगवानपुर विधायक ममता राकेश, लक्सर विधायक शहजाद, रानीपुर विधायक आदेश चौहान, पूर्व विधायक लक्सर संजय गुप्ता, जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, भाजपा रूड़की जिला अध्यक्ष शोभाराम प्रजापति आदि ने अपने-अपने क्षेत्रों की स्थिति से अवगत कराया। इस अवसर पर हरिद्वार नगर विधायक मदन कौशिक, पूर्व कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानन्द, भाजपा जिला अध्यक्ष हरिद्वार संदीप गोयल, पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ0 जयपाल सिंह सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

राज्य के विभिन्न शहरों में नवीन टाउनशिप विकसित होगी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को सचिवालय में राज्य के विभिन्न शहरों में नवीन टाउनशिप विकसित किये जाने के सबंध में बैठक ली। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि हरिद्वार-ऋषिकेश गंगा कोरिडोर बनाने की कार्यवाही शीघ्र शुरू की जाए। इसके क्रियान्वयन के लिए बनाये जाने वाली कम्पनी के लिए भी शीघ्र कैबिनेट में प्रस्ताव लाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अक्टूबर 2026 तक हरिद्वार-ऋषिकेश गंगा कोरिडोर का सम्पूर्ण कार्य पूर्ण हो यह सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि राज्य में मैदानी क्षेत्रों में 5 एवं पर्वतीय क्षेत्रों में 3 टाउनशिप विकसित किये जाने की दिशा में भी तेजी से कार्य किये जाएं। गढ़वाल एवं कुमाऊँ क्षेत्र में एक-एक हिल स्टेशन विकसित किये जाने की दिशा में किये जा रहे प्रयासों को भी शीघ्र अन्तिम रूप दिया जाए।
बैठक में शहरी विकास मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द वर्धन, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, दिलीप जावलकर, विनय शंकर पाण्डेय, एस.एन पाण्डेय, वी. षणमुगम, उपाध्यक्ष एम.डी.डी.ए बंशीधर तिवारी एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

हरिद्वार में भजन संध्या में शामिल हुए सीएम, कांवड़ियों को किया संबोधित

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार स्थित डामकोठी में हरिद्वार पुलिस द्वारा आयोजित भजन संध्या कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रावण मास की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भगवान भोलेनाथ हम सभी पर अपना आशीर्वाद और उत्तराखंड पर अपनी दिव्य दृष्टि बनाये रखे। उन्होंने कहा आज मुख्य सेवक के रूप में मुझे कावड़ियों की सेवा करके जो शांति मिली है, वह भोलेबाबा के साक्षात आशीर्वाद स्वरूप है। सभी शिवभक्तों की सेवा ही शिव की सेवा है। सैंकड़ो किलोमीटर दूर से पैदल चलकर शिवभक्त धर्मनगरी से गंगाजल ले जाकर भोलेनाथ का अभिषेक करते हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि शिवभक्त बिना थके, बिना रुके, बम बम भोले के जयकारे लगाते हुए अपने गंतव्य की और निरंतर बढ़ रहे हैं। उन्होनें कहा आदरणीय प्रधानमंत्री का देश में चौतरफा गुणगान हो रहा है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में उत्तराखंड में चौमुखी विकास हो रहा है। हरिद्वार से दिल्ली या फिर देहरादून के बीच बड़े-बड़े हाईवे का निर्माण कार्य हुआ है। जिससे कांवड़ मेले के दौरान घण्टो जाम से राहत मिली है और कांवड़ियों को सुरक्षित गंतव्य तक भेजा जा रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आने वाले समय में कांवड़ मेले का स्वरूप और भी भव्य और दिव्य हो, इसके लिए और भी बेहतर प्रयास किये जायेंगे। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में धर्मनगरी हरिद्वार भी वाराणसी और अयोध्या की भांति आने वाले समय में और भी अधिक भव्य और दिव्य रूप में नजर आएगी। आज जिस तरह काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के साथ ही महाकाल लोक कॉरिडोर बनने के बाद वहां पर्यटन के साथ ही रोजगार बढ़ा है। उसी प्रकार धर्मनगरी भव्य और दिव्य बनेगी। जिससे यहां भी पर्यटन के साथ साथ रोजगार के अवसर सृजित होंगे। हम आदरणीय प्रधानमंत्री के नेतृत्व में धर्मनगरी को विश्व पटल पर एक नई पहचान दिलाएंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र से कांवड़ मेले के लिए विशेष पैकेज की मांग की है। राज्य सरकार ने पिछले साल कावड़ में बजट की व्यवस्था की थी। केंद्र सरकार से कांवड़ मेले के लिए विशेष पैकेज मिलने पर हम कांवड़ यात्रा को भविष्य में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर की पहचान दिलाने में अवश्य सफल होंगे।

योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि यह काल सनातन संस्कृति का स्वर्णिम काल चल रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड अपनी संस्कृति विरासत को विश्व में पहुंचाने का कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा श्रावण मास का यह महोत्सव शक्ति एवं भक्ति का दिव्य संगम है।

इस दौरान कार्यक्रम में गीता धामी, सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, विधायक मदन कौशिक, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, प्रसिद्ध गायक हंसराज रघुवंशी, विधायक आदेश चौहान, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

हरिद्वार में मुख्यमंत्री धामी ने की कावड़ियों पर पुष्प वर्षा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शंकराचार्य चौक, हरिद्वार में कावड़ पट्टी का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने विभिन्न राज्यों से आए कावड़ियों से प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं के बारे में फीडबैक लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कावड़ियों पर पुष्प वर्षा कर उनका अभिनंदन किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश के विभिन्न इलाकों से आए कावड़ियों से बातचीत कर उनका हालचाल जाना। मुख्यमंत्री ने उनसे सरकार द्वारा की गई विभिन्न व्यवस्थाओं के बारे में फीडबैक भी लिया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शंकराचार्य चौक स्थित अस्थाई चिकित्सा शिविर का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि कावड़ियों के स्वास्थ्य संबंधित पर्याप्त व्यवस्था विभिन्न स्थानों पर सुनिश्चित हो। साथ ही कावड़ पट्टी के प्रत्येक स्थान पर साफ़ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। पैदल जा रहे कावड़ियों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाए।

आस्था एवं विकास से सनातन संस्कृति के संरक्षण का कार्य किया जा रहा हैः मुख्यमंत्री धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ओम पुल, निकट डामकोठी, हरिद्वार स्थित गंगा घाट में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए विभिन्न प्रदेशों से देवभूमि उत्तराखण्ड आये शिवभक्त कावड़ियों के चरण धोकर एवं उन्हें सम्मान स्वरूप गंगाजल भेंट कर उनका स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने डामकोठी में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण एवं स्वच्छ कावड़ यात्रा का संदेश दिया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश के विभिन्न राज्यों से उत्तराखंड आए कावड़ियों का स्वागत करते हुए कहा कि हरिद्वार पूरे देश की श्रद्धा का केंद्र है। इस पवित्र जगह मां गंगा एवं भगवन भोलेनाथ का विशेष आशीर्वाद है। श्रावण मास में कावड़ यात्रा का विशेष महत्व है। राज्य सरकार को कावड़ियों का स्वागत करने का सौभाग्य मिला है। कावड़ यात्रा को सुगम सुरक्षित बनाकर सरकार इस यात्रा में कावड़ियों का सहयोगी बनकर कार्य कर रही है। कावड़ियों की सेवा करना सभी के लिए पुण्य का काम है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार ने कावड़ यात्रा के लिए विभिन्न स्थानों पर स्वास्थ्य कैंप, शौचालय, पार्किंग, टीन शेड, विश्राम स्थल की पर्याप्त व्यवस्था की है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष व्यवस्थाओं को और अधिक सुधारा गया है। उन्होंने कहा पिछले वर्ष कावड़ यात्रा में करीब चार करोड़ कावड़िए उत्तराखंड आए। भगवान भोलेनाथ की कृपा से पिछले वर्ष की यात्रा सकुशल संपन्न हुई। उन्होंने कहा इस वर्ष भी बड़ी संख्या में कांवड़ियों के उत्तराखंड आने का अनुमान है। जिसके लिए शासन प्रशासन पूरी तरह तैयार है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड से विशेष लगाव है। उनके नेतृत्व में भव्य एवं दिव्य केदारनाथ का निर्माण हुआ है। बद्रीनाथ में मास्टर प्लान पर कार्य चल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में काशी विश्वनाथ, महाकाल जैसे विभिन्न मंदिरों का पुनर्निर्माण कार्य भव्यता के साथ चल रहा है। उन्होंने कहा आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए कार्यों का उल्लेख विश्व स्तर पर हो रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज राज्य में चौतरफा सड़कों का जाल बिछ रहा है। सरकार आस्था एवं विकास से सनातन संस्कृति के संरक्षण का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा सभी कांवड़ श्रद्धालु गंगा जल लेकर भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे। कांवड़ मेले के सुचारू प्रबंधन के लिए मुख्यमंत्री ने सामाजिक संस्थाओं, स्वयं सेवी संस्थाओं, के कार्यों की भी सराहना की।
इस दौरान कार्यक्रम में सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, विधायक मदन कौशिक, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, विधायक आदेश चौहान, पूर्व विधायक संजय गुप्ता एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

लाभार्थियों से किया संवाद, सभी से प्रदेश के विकास में सहयोगी बनने की भी की अपील

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को नेहरू स्टेडियम रूड़की में आयोजित भारत सरकार व राज्य सरकार की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार गरीबों को समर्पित है। गरीब की आवश्यकताओं को भली भांति समझती है इसलिए हमारी सरकार योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने के लिए दिन-रात काम कर रही है। इसी का परिणाम है जो आज इतनी बड़ी संख्या में आप सभी यहां एकत्रित हुए हैं। उन्होंने कहा कि देश में पहले जहां शोषितों और वंचितों का तुष्टिकरण होता था, वहीं अब शोषितों और वंचितों का सशक्तिकरण हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में पिछले नौ वर्षों के दौरान हुए विकास कार्यों को सभी मापदंडों पर तोलकर हम कह सकते हैं, हमारे देश ने इन 9 वर्षों में हर क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। आज सारी दुनिया हमारे देश और हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री जी का लोहा मान रही है। वर्ष 2014 में देश की जनता ने मोदी पर अपना भरोसा जताया था, और आज जनता के इसी भरोसे ने 2014 से 2023 के नौ वर्षों की अवधि में देश की ’’समृद्धि रूपी’’ रेल गाड़ी को ’’विकास रूपी पटरियों’’ पर तेजी से दौड़ाने का कार्य किया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में 2024 से 2029 का समय भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने के मार्ग को प्रशस्त करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा स्वास्थ्य से लेकर शिक्षा तक, निःशुल्क खाद्यान्न से लेकर निशुल्क इलाज तक, किसानों के विकास से लेकर गरीबों के आवास तक, सेना के आधुनिकीकरण से लेकर सीमाओं की सुरक्षा तक, प्रत्येक नागरिक को वैक्सीन पहुंचाने से लेकर हथियार और मोबाइल उत्पादन तक हर क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किये हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सरकार ने विभिन्न रोजगार मेलों का आयोजन कर दस लाख लोगों को रोजगार देने का कार्य भी प्रारंभ किया है। तीन तलाक का खात्मा, धारा 370 जैसे काले कानून की समाप्ति, अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण,काशी विश्वनाथ के भव्य कॉरिडोर निर्माण, बद्रीनाथ और केदारनाथ धामों का पुनर्निर्माण ये कुछ ऐसे महत्वपूर्ण कार्य हैं जिनको आने वाली पीढ़ियां भी हमेशा याद रखेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 9 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मजबूत इच्छाशक्ति के बल पर देश में आतंकवादी, नक्सलवादी और उग्रवादी गतिविधियों में भी उल्लेखनीय कमी आई है। आज भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। प्रधानमंत्री से प्रेरणा पाकर और उनके ही मार्गदर्शन में, उत्तराखंड में भी विकास के एक नए युग का सूत्रपात हो चुका है। प्रधानमंत्री द्वारा हम पर दिखाए गए इस विश्वास को हम अवश्य ही साकार करेंगे। हमने ऐसे मुद्दों का निस्तारण किया, जिन्हें पूर्व की सरकारों ने दरकिनार कर दिया था।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी सरकार द्वारा अंत्योदय परिवारों को तीन गैस सिलेंडर देने हों, प्रदेश की महिलाओं के लिये क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था को लागू करनी हो, समान नागरिक आचार संहिता का मसौदा तैयार करना हो, जबरन धर्मांतरण पर रोक के लिये कानून बनाना हो, अतिक्रमण को रोकने के लिए उठाए गए कड़े कदम हों, देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून बनाना हो, आंदोलनकारियों को आरक्षण देना हो, या फिर हाल ही में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे प्रदेश के विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति देने के लिए उठाए गए कदम हों। हमने इन सभी महत्वपूर्ण कार्यों को धरातल पर उतारने का प्रयास किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने और राज्य को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अनेकों कार्य किये जा रहे हैं। प्रदेश में हर स्तर पर कनेक्टिविटी को सुधारा जा रहा है, उद्योगों के विकास पर बल दिया जा रहा है और भविष्य की आवश्यकताओं को केंद्र में रख कर नीतियां बनाई जा रही हैं। हमारे शहर अब तेजी से आर्थिक गतिविधियों का केंद्र बन रहे हैं और इसी के देखते हुए हम निरंतर अपने शहरों को भविष्य के लिए तैयार करने का प्रयास भी कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के इस अमृतकाल में हमारे इस ‘विकल्प रहित संकल्प’ को आप सभी के एकनिष्ठ प्रयासों के बिना सिद्ध नहीं किया जा सकता है। सभी से सब जुटें, सब जुड़ें और सब मिल कर आगे बढ़ें का आह्वान करते हुए मुख्यमंत्री ने सभी से प्रदेश के विकास के लक्ष्यों की प्राप्ति में सहयोगी बनने की भी अपेक्षा की।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत लाभार्थियों को आवासों की प्रतीकात्मक चाबी भेंट की तथा कृषि विभाग, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, मत्स्य विभाग, सहकारिता विभाग, मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के तहत लाभार्थियों को अलग राशियों के चेक भेंट किये।
इस अवसर पर सांसद डॉ0 रमेश पोखरियाल निशंक, राज्य सभा सांसद नरेश बंसल, कल्पना सैनी, कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, डॉ0 प्रेम चन्द्र अग्रवाल, सुबोध उनियाल, हरिद्वार नगर विधायक मदन कौशिक, विधायक रूडक़ी प्रदीप बत्रा, रानीपुर विधायक आदेश चौहान, जिला पंयायत अध्यक्ष किरण चौधरी, पूर्व कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानन्द, पूर्व विधायक देशराज कर्णवाल, कुंवर प्रणव चौंपियन, जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह सहित सम्बन्धित पदाधिकारी/अधिकारीगण उपस्थित रहे।

कावड़ मेला में श्रद्धालुओं की सुविधाओं का रखा जाए पूरा ध्यानः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में आज मेला नियंत्रण भवन (सी0सी0आर0) हरिद्वार में कांवड़ यात्रा-2023 की तैयारियों के सम्बन्ध में जन-प्रतिनिधियों, शासन के उच्चाधिकारियों एवं जिला स्तर के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय गहन समीक्षा बैठक आयोजित हुई।
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को कावड़ मेला आरंभ होने से पूर्व सभी आवश्यक व्यवस्थायें समयबद्धता के साथ सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि कावड़ यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए। श्रद्धालु अपने मन-मस्तिष्क में देवभूमि का अच्छा सा संदेश लेकर अपने गन्तव्य को जाए। उन्होंने निर्देश दिये कि साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाये तथा साफ-सफाई की ऐसी व्यवस्था बनाई जाये कि हर दो-दो घण्टे में शौचालयों आदि की सफाई की जाये, जिसके लिये सम्बन्धित की जिम्मेदारी निर्धारित की जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्किंग स्थलो पर जहां आवश्यकता हो इण्टरलांकिंग टाइल्स लगाई जायें ताकि पार्किंग में कीचड़ न हो तथा गाड़ियों के फंसने की समस्या पैदा न हो। उन्होंने ये भी निर्देश दिये कि जो भी सीसीटीवी लगाये जा रहे हैं, उनकी नियमित मॉनिटरिंग हो ताकि जहां पर भी ऐसी कोई घटना सामने आती है, जिस पर सुरक्षा आदि की दृष्टि से तुरन्त निर्णय लेना है, उस पर दु्रत गति से निर्णय लिया जाये तथा वहां पर बिल्कुल भी ढिलाई न बरती जाये।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि कावड़ यात्रा सकुशल सम्पन्न कराना अधिकारियों की जिम्मेदारी है। सभी सम्बन्धित अधिकारी अपनी इस जिम्मेदारी का निर्वहन कर्तव्यनिष्ठा एवं सजगता से करे। कावड़ यात्रा मार्ग पर तथा पार्किग स्थलों पर साइनेज प्रकाश एवं स्वच्छता आदि को भी कारगर व्यवस्था बनाये जाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत जो एडवाइजरी बनाई गई है, उसका व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए। कांवड़ यात्रा सुव्यवस्थित हो इसके लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाए, जिसमें शासन के वरिष्ठ अधिकारी, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी एवं कांवड़ मेले से संबंधित जिलों के अधिकारी शामिल किये जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ मेला अवधि में हरिद्वार में कांवड़ मेले से संबंधित सभी व्यवस्थाओं का पर्यवेक्षण प्रमुख सचिव श्री आर.के. सुधांशु करेंगे।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि पार्किंग स्थलों में पेयजल की पूर्ण व्यवस्था रखी जाए। स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कांवड़ यात्रा मार्गों पर साइनेज की पूर्ण व्यवस्था हो। कांवड़ पटरी पर विद्युत की पर्याप्त व्यवस्था हो। वन क्षेत्र में जंगली जानवरों से सुरक्षा हेतु चेतावनी बोर्ड लगाये जाएं। कांवड़ मेला के दौरान यात्रा रूटों का पूरा चार्ट दिया जाए। भण्डारे एवं लंगर के लिए हाइवे से दूरी पर स्थान चिन्हित किये जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कांवड़ मेले के दौरान पर्वतीय जनपदों में आवश्यक सेवाओं एवं सामग्रियों को भेजने के लिए कोई परेशानी न हो। होटलों एवं दुकानों में रेट लिस्ट चस्पा की जाए। स्थानीय स्तर पर लोगों को आवागमन में अधिक परेशानी का सामना न करने पड़े।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बैठक में अधिकारियों से नीलकण्ठ महादेव की व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली तथा व्यवस्थाओं को चाक-चौबन्द रखने के निर्देश दिये। बैठक में हिलबाई पास रोड को खोले जाने का प्रकरण भी सामने आया। इस पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि आज ही हिलबाईपास को खोले जाने के सम्बन्ध में एनओसी जारी की जाये ताकि हिलबाई पास की मरम्मत आदि का कार्य यथासमय पूरा कर लिया जाये।
बैठक में जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से कांवड़ यात्रा की समयावधि, विभिन्न राज्यों से आने वाले कांवड़ियों का क्या अनुपात है, कावंड़ यात्रा के क्या-क्या नियम रहेंगे, कांवड़ मार्गों का विवरण, वैकल्पिक मार्गों का विवरण, कांवड़ यात्रा की क्या-क्या चुनौतियां हैं, रोड़ीबेलवाला, बैरागी कैम्प सहित पार्कों में की गयी व्यवस्था, कावंड़ यात्रा के सफल संचालन के लिये नोडल अधिकारियों की नियुक्ति, सरकारी तथा गैर सरकारी प्रमुख स्टेक होल्डर, कांवड़ यात्रियों की सुविधा हेतु क्या-क्या व्यवस्थायें की जा रही है, कांवड़ मेले की दृष्टि से स्वास्थ्य, नगर निगम, विद्युत, सिंचाई, लोक निर्माण आदि विभागों द्वारा की जा रही तैयारियों आदि के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी।
जिलाधिकारी हरिद्वार धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि कांवड़ मेले के लिए 60 हजार वाहनों की क्षमता के लिए 13 पार्किंग स्थल बनाये गये हैं। इसके अलावा विशेष परिस्थितियों के लिए 03 अतिरिक्त पार्किंग स्थल आरक्षित हैं। उन्होंने कांवड़ यात्रा की तैयारियों के सम्बन्ध में आगे बताया कि कावंड़ मेले के लिये 2720 से अधिक शौचालय, 640 से अधिक यूरेनल तथा मोबाइल शौचालयों की व्यवस्था की जा रही है, जिसके लिये 1200 से अधिक सफाई कार्मिक तैनात किये जा रहे हैं तथा आवश्यकता पड़़ने पर यह संख्या और बढ़ाई जायेगी। उन्होंने बैठक में स्वास्थ्य सम्बन्धी तैयारियों की जानकारी देते हुये बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में 21 स्वास्थ्य कैम्प लगाये जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त सभी अस्पतालों में हर तरह के इलाज की व्यवस्था की जा रही है।
जिलाधिकारी ने कांवड़ मेले की एसओपी का उल्लेख करते हुये बताया कि कोई भी कांवड़ 12 फीट से ऊंची नहीं होगी, कांवड़िये कोई भी ऐसी सामग्री अपने साथ लेकर नहीं चलेंगे, जिससे नुकसान पहुंचने की संभावना हो तथा व्यापारी बन्धु भी इस तरह की कोई भी सामग्री की बिक्री नहीं करेंगे तथा कांवड़ियों को निर्धारित ध्वनि प्रदूषण के नियमों का पालन करना होगा। इस पर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि कानून एवं व्यवस्था के प्रश्न पर कहीं पर भी कोई समझौता नहीं किया जायेगा।
बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि कांवड़ मेले से सम्बन्धित सारी व्यवस्थायें 30 जून तक पूरी कर ली जायेंगी। बैठक में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को कांवड़ मेले के संचालन के लिये बनाई गयी व्यवस्था के सम्बन्ध में बताया कि कांवड़ मेले को 12 सुपर जोन, 32 जोन तथा 134 सेक्टरों में बांटा गया है, जिसके पूरे संचालन के लिये पांच नोडल अधिकारी नामित किये गये हैं।
बैठक में प्रकाश व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था, पेट्रोल, डीजल, गैस, खाद्य सामग्री आदि का कांवड़ मेले की दृष्टि से रिजर्व स्टॉक रखना, वन विभाग के क्षेत्र में जंगली जानवरों से रक्षा के लिये टीम गठित करना, आपदा प्रबन्धन द्वारा की जाने वाली व्यवस्थायें, एनएसएस, स्वयंसेवी संस्थाओं आदि की सहायता लेना, रेलवे तथा रोडवेज की व्यवस्थायें, विभिन्न स्थानों में कावंड़ियों को राहत देने के लिये स्पेंक्लर स्थापित करना आदि की जानकारी देते हुये उस पर विस्तृत विचार-विमर्श हुआ।
समीक्षा बैठक में सांसद डॉ0 रमेश पोखरियाल निशंक, विधायक मदन कौशिक, आदेश चौहान, प्रदीप बत्रा, ममता राकेश, पूर्व विधायक लक्सर संजय गुप्ता, भाजपा जिला अध्यक्ष संदीप गोयल, गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम, महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने भी कांवड़ मेले को सकुशल सम्पन्न कराये जाने के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण सुझाव दिये।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, मुख्य सचिव डॉ0 एस0एस0 सन्धु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द वर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के.सुधांशु, सचिव मुख्यमंत्री विनय शंकर पाण्डेय, सचिव डॉ आर0 राजेश कुमार,, एडीजी लॉ एण्ड आर्डर, एडीजी इंटलीजेंस, आयुक्त गढ़वाल मण्डल सुशील कुमार, आईजी गढ़वाल मण्डल के0एस0 नगन्याल, मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन, अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व) बीर सिंह बुदियाल सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी एवं जन प्रतिनिधि उपस्थित थे।

उत्तराखंड संस्कृत विवि के 10वें दीक्षांत समारोह में पहुंचे राज्यपाल

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने आज हरिद्वार में उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय के मेधावी छात्र-छात्राओं को पदक और शोधार्थियों को शोध उपाधियां प्रदान की। दीक्षांत समारोह में राज्यपाल द्वारा पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य बालकृष्ण को आयुर्वेद एवं भारतीय ज्ञान परम्परा के संरक्षण के लिए तथा शिक्षाविद् पद्मश्री डॉ. पूनम सूरि को समाज सेवा एवं वैदिक शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए डी. लिट की मानद उपाधि प्रदान की गई। राज्यपाल ने इस अवसर पर विश्वविद्यालय की नई शोध पत्रिका ‘देवभूमि जर्नल ऑफ मल्टीडिसीप्लिनरी रिसर्च’ का भी विमोचन किया।

दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने पदक एवं उपाधि प्राप्त करने वाले सभी छात्र-छात्राओं एवं उनके अभिभावकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं से कहा कि आप सभी संस्कृत के प्रचार एवं प्रसार में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि संस्कृत को पूरे विश्व तक ले जाना आप सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि युवा आने वाले 25 वर्ष विकसित भारत, आत्मनिर्भर भारत, समृद्ध भारत, श्रेष्ठ भारत और विश्वगुरू भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करने में पूर्ण उत्साह, समर्पण और निष्ठा के साथ कार्य करें।

राज्यपाल ने युवाओं का आह्वान किया कि वे अपनी परम्पराओं का संरक्षण करते हुए भारत को समृद्ध और दुनिया का सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र बनाने के महान अभियान का हिस्सा बनें। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा में उपलब्ध ज्ञान में सभी चुनौतियों का समाधान निहित है। देश की एकता में संस्कृत का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि संस्कृत हमारी समृद्ध संस्कृति का आधार और भारत की आत्मा की वाणी है। उन्होने कहा कि संस्कृत भाषा भारतीयता की डीएनए है एवं प्राचीन के संरक्षण के साथ नवीन ज्ञान का प्रयोग भी आवश्यक है।

राज्यपाल ने संस्कृत विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए संस्कृत के विकास एवं प्रचार-प्रसार के लिए सराहना की। उन्होंने संस्कृत के क्षेत्र में लड़कियों को ज्यादा अवसर व प्रोत्साहन देने पर जोर दिया ताकि संसकृत का ज्ञान प्रत्येक घरों तक पहुंचे। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय में 04 शोध पीठों की स्थापना होने पर खुशी जताते हुए इसे विश्वविद्यालय के हित में सराहनीय कदम बताया।

अपने संबोधन में कुलपति प्रोफेसर दिनेश चंद्र शास्त्री ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों, भविष्य की योजनाओं और चुनौतियों को विस्तार से सामने रखा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय को शासन स्तर पर उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि संस्कृत विश्वविद्यालय की प्रकृति को देखते हुए यहां पर प्राचीन ज्ञान से संबंधित न्याय, वैशेषिक, सांख्य, मीमांसा, वेदांत, धर्मशास्त्र और पुराणों आदि से संबंधित उच्च स्तरीय अनुसंधान होना जरूरी है। इसके लिए अपेक्षित संख्या में पद उपलब्ध न होने के कारण चुनौतियां बनी हुई हैं।

दीक्षांत समारोह के आधार संबोधन में केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली के कुलपति प्रोफेसर श्रीनिवास बरखेड़ी ने कहा कि संस्कृत विश्वविद्यालयों को भारतीय ज्ञान प्रणाली के उल्लेखनीय केंद्रों के रूप में विकसित होना चाहिए। साथ ही संस्कृत को आधुनिक तकनीकों का प्रयोग करके लोगों तक पहुंचाना चाहिए। उन्होंने उत्तराखंड को ज्ञान की भूमि बताया और कहा कि यहां के छात्रों और शिक्षकों को अपनी मूल परंपरा का संरक्षण करते हुए अंतरविषयी ज्ञान को बढ़ावा देना चाहिए।

दीक्षांत समारोह के समापन से पूर्व कुलसचिव गिरीश कुमार अवस्थी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। वरिष्ठ आचार्य प्रोफेसर दिनेश चमोला ने स्नातकों को उपाधि हेतु उपस्थित किया। संचालन का दायित्व डॉ शैलेश तिवारी ने निभाया।

इस अवसर पर गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमदेव शतांशु, आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुनील जोशी, उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर ओम प्रकाश नेगी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन, अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) पी0एल0 शाह, एसडीएम पूरण सिंह राणा, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, एस0एस0 जायसवाल, डॉ0 सुशील उपाध्याय सहित अनेक विशिष्ट लोग उपस्थित थे।

व्यापारियों की समस्याओं के समाधान के लिये अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी का होगा गठन

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को ऋषिकुल ऑडिटोरियम में आयोजित ’’व्यापारी सम्मेलन’’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया तथा मंत्रोच्चारण के बीच दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने घोषणा की कि व्यापारियों की समस्याओं के समाधान के लिये अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की जायेगी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने ’’9 वर्ष उत्कर्ष के’’ उपलक्ष्य में आयोजित व्यापारी सम्मेलन की सभी व्यापारी भाइयों को हार्दिक बधाई व शुभकामना दी। उन्होंने कहा कि व्यापारी देश व प्रदेश की अर्थव्यवस्था और वित्तीय शक्तियों की रीढ़ हैं तथा वे ब्रांड इंडिया के सच्चे राजदूत हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वोकल फॉर लोकल का जिक्र करते हुए अपील की कि वे प्रधानमंत्री के वोकल फार लोकल के आह्वान पर जोर दें और ब्रांड इंडिया के सच्चे राजदूत बनने के लिए हरसंभव प्रयास करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यापार केवल माल या सेवाओं का आदान-प्रदान नहीं है, बल्कि इसके जरिए समाज में परस्पर विश्वास का भी आदान-प्रदान होता है। समान की गुणवत्ता के महत्व का उल्लेख करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यापार की एक ही कुंजी है, गुणवत्ता, और गुणवत्ता रूपी कुंजी ही उत्पादकता और लाभ रूपी ताले को खोल सकती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि हर कारोबार का देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है तथा आज अमृतकाल में सबके प्रयास की यही भावना देश की ताकत बन रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में एक नई कार्य संस्कृति विकसित हुई, जिसको आगे बढ़ाने में व्यापारियों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा व्यापारी हितों में नए-नए कदम उठाए जा रहे हैं। आज पूरे देश में हर स्तर पर व्यापारियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है तथा आज देश-विदेश के उद्यमी देवभूमि उत्तराखंड में निवेश करने के लिए बहुत उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नौ वर्षों के कार्यकाल में देश ने प्रत्येक क्षेत्र में तेजी से विकास किया है तथा विदेशों में देश का गौरव बढ़ा है। आज उन्हीं के दिशा निर्देशन में उत्तराखंड में हर क्षेत्र में तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं, चाहे केदारनाथ धाम का सौंदर्यीकरण हो या बाबा बद्रीविशाल में चल रहे निर्माण कार्य हों, ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक बन रही रेल लाइन हो या फिर दिल्ली से देहरादून के बीच बन रहा एलिवेटेड हाइवे हो, हरिद्वार में बन रहा मेडिकल कॉलेज हो या फिर उधमसिंहनगर में एम्स का सेटेलाइट सेंटर हो, हर क्षेत्र में विकास हो रहा है, जो डबल इंजन की सरकार में ही सम्भव है तथा प्रधानमंत्री के नेतृत्व में उत्तराखण्ड का चहुंमुखी विकास हो रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भ्रष्टाचार तथा भयमुक्त समाज का जिक्र करते हुये कहा कि आज व्यापारी वर्ग स्वयं को सुरक्षित महसूस कर रहा है तथा व्यवसायी बिना किसी डर के व्यापार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार किसी भी कीमत पर व्यापारी समाज का अहित नहीं होने देगी।
लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल का जिक्र करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने कहा था कि भारत में संपदा की कोई कमी नहीं है, बस हमें अपने दिमाग और संसाधनों का सही उपयोग करना है तथा श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में वर्ष 2047 के विजन के अनुरूप आने वाले 25 सालों के लिए जब हम एक संकल्प के साथ निकले हैं तो हमें लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की इस बात को भूलना नहीं है तथा प्रधानमंत्री के कथन कि 21वीं सदी का तीसरा दशक, उत्तराखंड का दशक होगा, को चरितार्थ करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, हरिद्वार सांसद डॉ0 रमेश पोखरियाल निशंक, हरिद्वार विधायक मदन कौशिक, भाजपा जिला अध्यक्ष संदीप गोयल आदि ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये व्यापारियों के योगदान पर विस्तृत प्रकाश डाला।
इस अवसर पर रूड़की विधायक प्रदीप बत्रा, रानीपुर विधायक आदेश चौहान, डोईवाला विधायक ब्रजभूषण गैरोला, जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह सहित सम्बन्घित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने संतों का आशीर्वाद लेकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कनखल स्थित जगतगुरू आश्रम में जगतगुरू स्वामी राजराजेश्वराश्रम से शिष्टाचार भेंट की तथा उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इसके बाद डामकोठी पहुंचे, जहां उन्होंने पंचायती निर्मल अखाड़ा के स्वामी ज्ञानदेव शास्त्री, बड़ा अखाड़ा के महन्त दुर्गादास, महन्त रूपेन्द्र सहित अन्य सन्त महात्माओं से भी शिष्टाचार भेंट की तथा उनका आशीर्वाद लिया।
इस अवसर पर हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल ’निशंक’, रूड़की विधायक प्रदीप बत्रा, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द, पूर्व लक्सर विधायक संजय गुप्ता, जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह अधिकारीगण उपस्थित रहे।