स्पीकर प्रेमचंद ने विधायक निधि से 10 लाख रूपए खदरी ग्राम पंचायत को देने की घोषणा


ऋषिकेश विधानसभा का जो ग्रामीण क्षेत्र नगर निगम में सम्मिलित नहीं होना चाहता है उन्हें सम्मिलित नहीं किया जाएगा। यह बात स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल ने खदरी ग्राम पंचायत के चोपड़ा फार्म में आयोजित जनता मिलन कार्यक्रम में कही। इस मौके पर उन्होंने ग्राम पंचायत के अंतर्गत निर्माणाधीन आंतरिक मोटर मार्गो के लिए एवं स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए 10 लाख रूपए की विधायक निधि देने की घोषणा की। कहा कि विकास के लिए धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी।

मौके पर स्पीकर ने अनेक लोगों की समस्याएं भी सुनी और मौके पर ही उन समस्याओं का समाधान भी किया। कहा कि उन्होंने हमेशा जन भावनाओं के अनुरूप कार्य किया और जनता का हित ही सर्वोपरि है। कहा कि ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत मोटर मार्गों का जाल बिछा हुआ है, शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए करोड़ों के कार्य धरातल पर हो रहे हैं, विद्युत आपूर्ति, बंचिंग केबल, पुराने विद्युत पोलों को बदलना यह सब कार्य निरंतर चल रहे हैं।

अपने संबोधन में बताया कि खदरी ग्राम पंचायत के अंतर्गत आज हर चैराहे पर स्ट्रीट लाइट चमकती है, हर सड़क का डामरीकरण हुआ है, हर घर में शुद्ध पेयजल आपूर्ति का कार्य प्रगति पर है। ग्रामीण क्षेत्रों में शीघ्र ही सीवरेज का कार्य भी प्रारंभ होगा ताकि स्थानीय नागरिकों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।

इस दौरान स्पीकर ने लोगों को कोरोना संक्रमण के बचाव की अपील भी की और कहा है कि सामाजिक दूरी का पालन करना एवं नियमित मास्क लगाना और सैनिटाइजर का उपयोग अत्यंत आवश्यक है।

इस अवसर पर क्षेत्र पंचायत सदस्य बीना चैहान, वीर सिंह बड़ोला, सुंदरलाल जख्मोला, रघुवीर सिंह रावत, मोहन सिंह रावत, गोविंद सिंह रावत, सूरजपाल, शमशेर सिंह भंडारी, दीपा नेगी, कमला नेगी, विमला नैथानी आदि सहित अनेक लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का आयोजन गौतम राणा एवं संचालन रवि शर्मा ने किया।

अब कोरोना जांच रिपोर्ट के इंतजार बिना शुरू होगा इलाजा, तीरथ सरकार ने उठाया बड़ा कदम


देहरादून। प्रदेश भर में कोविड मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने नई रणनीति बनाई है। जिन मरीजों में वायरस के लक्षण होंगे उनके लिए रिपोर्ट का इंतजार नहीं किया जाएगा बल्कि दवाई शुरू कर दी जाएंगी।

कोरोना के लक्षण वाले मरीज विभिन्न अस्पतालों में जांच कराने पहुंच रहे हैं। जांच का दबाव बढने से उन्हें जांच रिपोर्ट भी कई दिन में मिल रही है। जांच रिपोर्ट मिलने में हो रही देरी की वजह से इलाज में भी विलम्ब हो रहा है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अब नई पहल की है। इसके तहत जिन मरीजों में लक्षण है उनकी जांच रिपोर्ट का इंतजार नहीं किया जाएगा। ऐसे मरीजों की दवाएं शुरू कर दी जाएंगी।

स्वास्थ्य महानिदेशक डा तृप्ति बहुगुणा ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। सभी जिलों के अधिकारियों को इस बावत आदेश दिये हैं।जिसके तहत लक्षण वाले मरीजों के लिए संबंधित जांच केंद्र पर एक पैकेट मौजूद रहेगा। इस पैकेट में दवाओं के साथ उसे प्रयोग करने की विधि से संबंधित पर्चा होगा। मास्क का अनिवार्य रूप से प्रयोग करने, सैनिटाइजेशन व शारीरिक दूरी का पालन करने की भी जानकारी दी जाएगी।

पैकेट में होंगी ये सात दवाएं
– आइवरमेक्टिन
– एजिथ्रोमायसिन
-डोक्सी
-क्रोसिन
-लिम्सी
-जिंकोनिया
– कैलसिरोल सचेट

दवाओं के साथ ये भी सलाह
– दिन में 3-4 लीटर पानी पीएं।
– दिन में कम से कम 3 बार भाप लें।
– 8 घंटे की नींद लें।
– 45 मिनट तक व्यायाम करें।
– समय-समय पर ऑक्सीजन का स्तर चेक करते रहें।

कोविड को देखते हुए एम्स ऋषिकेश ने आरक्षित किए 300 से अधिक बेड


कोविड-19 के तेजी से बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश ने सोमवार को ओपीडी सेवाओं को बंद करने का निर्णय लिया है। मरीजों की सुविधा के लिए संस्थान की ओर से टेलिमेडिसिन सेवाएं शुरू की गई हैं, लिहाजा अब सभी सामान्य रोगों से ग्रसित मरीज टेलिमेडिसिन ओपीडी के माध्यम से संबंधित चिकित्सकों से जरुरी परामर्श ले सकेंगे। इसके साथ ही कोविड संक्रमण से ग्रसित मरीजों के उपचार के लिए एम्स अस्पताल प्रशासन ने 300 से अधिक बेड आरक्षित किए हैं। बताया गया है कि आवश्कता पड़ने पर इनकी संख्या 500 तक की जाएगी।

कोरोना वायरस से ग्रसित मरीजों की लगातार में लगातार बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है, जिसके चलते निदेशक प्रो. रवि कांत की देखरेख में एम्स अस्पताल प्रशासन ने कुछ व्यवस्थाओं में बदलाव किया है। जिनके तहत अस्पताल में जनरल ओपीडी को बंद कर, अब टेलिमेडिसिन ओपीडी के माध्यम से मरीजों को परामर्श दिया जाना शामिल है। इस बाबत एम्स के डीन हॉस्पिटल अफेयर्स प्रो. यूबी मिश्रा ने बताया कि तेजी से फैल रहे कोविड संक्रमण को देखते हुए संस्थान में जनरल ओपीडी सेवाएं स्थगित करने का निर्णय लिया गया है।
ऐसे में सामान्य रोगों से ग्रस्त सभी मरीज अब टेलिमेडिसिन ओपीडी के माध्यम से देखे जाएंगे। जबकि अस्पताल की इमरजेंसी सेवा पूर्व की भांति 24 घंटे जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि लोगों को अनावश्यक परेशानी से बचने के लिए एम्स द्वारा संचालित की जा रही टेलिमेडिसिन ओपीडी सेवाओं का लाभ लेना चाहिए। इससे मरीजों को संबंधित बीमारी के लिए घर बैठे चिकित्सकीय परामर्श भी मिल सकेगा और वह अनावश्यकरूप से घर से बाहर निकलकर कोविड संक्रमण से भी सुरक्षित रह सकेंगे।

कोविड के तीब्र गति से बढ़ते संक्रमण के प्रति आगाह करते हुए कम्युनिटी और फेमिली मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डा. योगेश बहुरूपी ने बताया कि कोविड की दूसरी लहर पहली लहर से कईगुना अधिक घातक है लिहाजा प्रत्येक व्यक्ति को इसकी गंभीरता को समझना होगा और भारत सरकार व राज्य सरकार द्वारा जारी कोविड गाइडलाइन का शब्दशरू पालन करना होगा।

इसके अलावा हम सभी को अधिकांश समय खासकर सार्वजनिक स्थानों पर हरहाल में मास्क के साथ रहने की आदत भी डालनी होगी। उनके अनुसार कोविड से बचाव का पहला उपाय मास्क का इस्तेमाल ही है। उन्होंने बताया कि आपस में दो गज की दूरी बनाए रखने और वैक्सीन लगवाने से कोविड संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है। साथ ही सुझाव दिया कि शरीर में किसी भी प्रकार के असामान्य लक्षण नजर आने पर तत्काल चिकित्सक से परामर्श लें।

टेलीमेडिसिन ओपीडी में चित्र में उल्लेखित विभिन्न विभागों द्वारा सेवाएं दी जाएंगी। टेलीमेडिसिन हेल्पलाइन नंबर 1800 180 4278, 7454989545, 9621539863 जारी किए गए हैं।

उत्तराखंडः कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा हेतु सीएम ने बुलाई आपात बैठक, लिए अहम निर्णय

उत्तराखंड में अब शादी समारोह में 200 के बजाए गिनती के 100 लोगों को ही एंट्री मिल सकेगी। 100 से ज्यादा होने की सूचना पर पुलिस आयोजक पर कार्रवाई भी कर सकती है। जी हां, इसी तरह अब मास्क न पहने दिखाई देने पर 200 के बजाए 500 रूपए का चालान कटाना पड़ेगा।

दरअसल, आज कोविड के कारण प्रदेश की आर्थिकी को होने वाले नुकसान को किस प्रकार कम से कम किया जा सकता है, इसकी कार्ययोजना तत्काल बनाने को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने निर्देश दिये हैं कि मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने वालों पर सख्त कार्यवाही की जाए। बिना मास्क के घूमने वालों पर जुर्माने की राशि को 200 रूपए से बढ़ाकर 500 रूपए किया जाए। रात्रि कर्फ्यू को सख्ती से लागू किया जाए। शादियों में लोगों की अनुमन्य संख्या को 200 से घटाकर 100 किया जाए। मुख्यमंत्री बीजापुर हाउस में कोविड को लेकर शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आगे जाकर स्थिति ज्यादा न बिगड़े, इसके लिए वर्तमान में लागू गाईडलाईन का अक्षरशः पालन करवाया जाना है। जो भी इसका उल्लंघन करे, उसके खिलाफ कार्यवाही में किसी प्रकार की ढ़िलाई न बरती जाए। राज्य के बोर्डरों पर आवश्यकतानुसार चेकपोस्ट स्थापित किए जाएं और बिना आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट के किसी को अनुमति न दी जाए। आगे की स्थिति का आंकलन करते हुए उसके अनुसार कोविड अस्पताल बनाए जाएं। अधिक से अधिक टेस्टिंग पर फोकस किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि कोविड के ईलाज के जरूरी दवाईयों की ब्लैकमार्केटिंग न हो। यदि कोई दवा विक्रेता इसमें लिप्त पाया जाए तो तत्काल लाईसेंस निरस्त करते हुए सख्त से सख्त कार्यवही की जाए। कोविड से संबंधित सभी जरूरी उपकरण सरकारी अस्पतालों में उपलब्घ होने चाहिए। दवाईयों की कीमतों पर भी नियंत्रण रखा जाए। जिन जिलों में ज्यादा मामले आ रहे हैं, वहां नोडल अधिकारी तैनात किये जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि फिलहाल चारधाम यात्रा और हेमकुण्ड साहिब की यात्रा पर आने वालों के लिए आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट जरूरी कर दी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड के बढ़ते मामलों से प्रदेश की आर्थिकी को होने वाले नुकसान को किस प्रकार कम से कम किया जा सकता है, इसकी कार्ययोजना तत्काल बनाई जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीनैशन अभियान में भी तेजी लाई जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि होम आइसोलेशन के लिए जरूरी प्रोटोकॉल का पूरा पालन करवाया जाए। होम आईसोलेशन वालों को जरूरी किट दी जाए और उनसे लगातार सम्पर्क रखा जाए। कोविड केयर सेंटरों को मजबूत किया जाए।

मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने कहा कि जनजागरूकता बहुत जरूरी है। किन-किन बातों का ध्यान रखा जाना है, इसके बारे में विभिन्न माध्यमों से लोगों को जानकारी दी जाए।

प्रभारी सचिव डॉ. पंकज पाण्डेय ने बताया कि हर जिले में कोविड केयर सेंटर और आईसीयू के बेड बढ़ाने पर काम किया जा रहा है। विशेष तौर पर देहरादून, हरिद्वार, हल्द्वानी में बेड की संख्या काफी बढ़ाई जा रही है। बड़े अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों को भी 100-100 बेड की अतिरिक्त क्षमता सृजित करने को कहा गया है। देहरादून, रूड़की व काशीपुर में तीन आक्सीजन जनरेशन प्लांट कार्यरत हैं। इनके अतिरिक्त आठ नए आक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाए गए हैं। आक्सीजन पर्याप्त उपलब्ध है। सारे आईसीयू सही तरीके से संचालित हैं। नए डाक्टरों की तैनाती हुई है। हर जिले को 20-20 डाक्टर मिल जाएंगे। इसके अतिरिक्त आवश्यकता होने पर मेडिकल छात्रों की सेवाएं प्रशिक्षण देकर ली जा सकती हैं।

बैठक में डीजीपी अशोक कुमार, सचिव अमित नेगी, नितेश झा, शैलेश बगोली, एसए मुरूगेशन, सूचना महानिदेशक रणवीर सिंह चैहान आदि उपस्थित रहे।

वीकेंड बंद की तस्वीरों में लौटी 2020 की यादें

शासनादेश के तहत आज से लागू प्रत्येक रविवार को आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी प्रतिष्ठान के बंद की तस्वीरों ने बीते वर्ष 2020 की याद दिला दी। अगर हम 2020 को कोरोना आफ द ईयर कहें तो गलत भी नहीं होगा। वर्ष 2020 में जिस तरह से बाजारों में सन्नाटा, लोगों के बेवजह घूमने, बाहर निकलने पर रोक लगी हुई थी। इसी तरह वीकेंड बंद यानी आज की तस्वीरों ने उन्हीं दिनों की याद ताजा कर दी।

बीते रोज मुख्य सचिव की ओर से राज्य के प्रत्येक जिले में रविवार को बंद की घोषणा के बाद से स्थानीय प्रशासन ने रात्रि में ही अपनी तैयारियां शुरू कर दी। पुलिस की ओर से रात्रि नगर के मुख्य चैराहों पर बेरिकेडिंग लगा दिए गए। वहीं, लोगों में भी जागरूकता देखने को मिली। कुछ एक को छोड़कर लोग बिना आवश्यकता के घर से बाहर नहीं निकले। आज मुनिकीरेती, कैलाश गेट, ढालवाला, तपोवन बैरियर, भद्रकाली बैरियर, त्रिवेणी घाट बाजार, मुखर्जी मार्ग, हरिद्वार मार्ग, देहरादून रोड, रेलवे रोड, तिलक रोड, हीरालाल मार्ग, लक्ष्मणझूला रोड सहित ग्रामीण क्षेत्र, श्यामपुर, रायवाला आदि में बंद का व्यापक असर दिखाई दिया। आवश्यक सेवा जैसे मेडिकल, डेली नीड्स की शाॅप, डेयरी आदि खुली रही।

चप्पे-चप्पे पर पुलिस भी तैनात रही और प्रत्येक आने जाने वाहनों और पैदल राहगीरों से पूछताछ भी करती दिखी। कागजात दिखाने व वाजिब जबाव के बाद पुलिस ने आगे जाने दिया। इसी तरह त्रिवेणी घाट पर भी सन्नाटा रहा। सब्जी मंडियों में भी कोरोना का भय साफ देखने को मिला। पुलिस की अलग-अलग टुकड़ी क्षेत्र में गश्त करती रही।

रविवार को कोरोना कर्फ्यू का आदेश मुख्य सचिव ने किया जारी

राज्य सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए गाइडलाइन में संसोधन किया है। इसके तहत अब रात्रि कोरोना कर्फ्यू नौ बजे से सुबह पांच बजे तक लागू रहेगा। देहरादून नगर निगम क्षेत्र में प्रत्येक शनिवार और रविवार को साप्ताहिक कोविड-19 कर्फ्यू रहेगा। प्रदेश के अन्य जिलों में हर रविवार को साप्ताहिक कोविड-19 कर्फ्यू लागू रहेगा। इसको लेकर मुख्य सचिव ने शनिवार को आदेश जारी कर दिए हैं।

उत्तराखंड के सभी जिलों में रात्रि कर्फ्यू नौ बजे से सुबह पांच बजे तक लागू रहेगा।
जनपद देहरादून के नगर निगम क्षेत्र में 18 अप्रैल से हर शनिवार और रविवार को साप्ताहिक कोविड कर्फ्यू लागू रहेगा।
प्रदेश के अन्य जनपदों में अप्रैल के हर रविवार को साप्ताहिक कोविड कर्फ्यू लागू रहेगा।
देहरादून के अन्तर्गत आवश्यक सेवाओं से संबंधित सरकारी और गैर सरकारी कार्यालय संस्थान शनिवार को भी खुले रहेंगे। इन प्रतिबंधों के दौरान निम्नलिखित गतिविधियों में छूट प्रदान की जायेगी।
जिन औद्योगिक संस्थाओं में कई पालियों में कार्य होता है, उनके कर्मचारियों को आवागमन में छूट।
राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर आपातकालीन परिचालन के लिए व्यक्तियों और सामानों की आवाजाही।
मालवाहक वाहनों की यात्रा और उतार-चढ़ाव में कार्यरत व्यक्तियों के लिए छूट।
बसों, ट्रेनों और हवाई जहाज से उतरने के बाद अपने गंतव्य के लिए जाने वाले यात्रियों को छूट।
शादी, सामाजिक और धार्मिक आयोजनों के लिए बैंक्वेट हॉल-सामुदायिक हॉलध्धार्मिक स्थलों से आवाजाही के लिए निर्धारित समय में प्रतिबंधों से छुट प्रदान की जाएगी।
जिन संस्थानों में रात्रि पाली में कार्य होता है उसके कार्मिकों को कार्यस्थल तक आवागमन के लिए छूट।

स्पीकर ने सुनी कृष्णानगर काॅलोनी में जनसमस्याएं, सड़कों के लिए दिए 10 लाख

कृष्णानगर काॅलोनी ऋषिकेश की आंतरिक सड़कें अब 10 लाख रूपए की विधायक निधि से बनेंगी। स्पीकर उत्तराखंड प्रेमचंद अग्रवाल ने इसकी घोषणा की है। स्पीकर ने आज कृष्णानगर काॅलोनी में जन समस्याएं सुनी। साथ ही उन्हें कर कीमत पर बसाने का आश्वासन भी दिया।

स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि कृष्णानगर कॉलोनी को नगर निगम में शामिल करने अथवा नयी ग्राम सभा के निर्माण के लिए मुख्यमंत्री को दिए गए 21 सूत्रीय मांग पत्र में प्रमुख रूप से आग्रह किया है। कहा कि कृष्णानगर कॉलोनी को किसी भी हालत में उजड़ने नहीं दिया जाएगा। जिसके लिए वह हर पल कृष्णानगर वासियों के संग खड़े है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में सीवर लाइन बिछाए जाने के निर्देश भी दिए गए है।

कार्यक्रम के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने उपस्थित कन्याओ को नवरात्रा के पावन अवसर पर फूल माला पहनायी एवं देवी स्वरूप कन्याओं के पैर छूकर आशीर्वाद भी प्राप्त किया। साथ ही 3.66 करोड से पेयजल समस्या के निदान जैसे सड़क, बिजली, पानी सहित क्षेत्र में किए जा रहे विकास कार्यों को लेकर फूल मालाओं से आभार व्यक्त किया। विधानसभा अध्यक्ष ने क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को भी सुना एवं कई समस्याओं का संबंधित विभाग के अधिकारियों के संग वार्ता कर समाधान भी निकाला।

विधानसभा अध्यक्ष ने कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए संक्रमण से बचने के लिए लोगों को जागरूक भी किया। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचना है तो “दवाई के साथ कढ़ाई “ का मंत्र अपनाना होगा। उन्होंने सभी से सामाजिक दूरी एवं अनिवार्य रूप से मास्क एवं सैनिटाइजर का प्रयोग करने की अपील की एवं अनावश्यक घर से बाहर ना निकलने की सलाह दी।

कार्यक्रम की अध्यक्षता वीरभद्र मंडल के मंडल अध्यक्ष अरविंद चैधरी एवं संचालन नगर निगम पार्षद सुंदरी कंडवाल ने किया। इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता रमेश चंद शर्मा, सदानंद यादव, आरती दुबे, मनोरमा देवी, पुरुषोत्तम, निर्मला उनियाल, करण सिंह, तिलक चैहान, जोगेंद्र सैनी, सुनील यादव, राजकुमार भारती, चंद्रदेव पांडे आदि उपस्थित रहे।

सांस लेने में तकलीफ व फेफड़ों में संक्रमण की शिकायत पर एम्स भर्ती हुए बच्ची सिंह रावत

भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री बच्ची सिंह रावत की तबियत बिगड़ने पर उन्हें उपचार हेतु एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया है।

शनिवार अपराह्न में पूर्व मंत्री बच्ची सिंह रावत जी को हेली एम्बुलेंस के माध्यम से हल्द्वानी से एम्स ऋषिकेश लाया गया। उन्हें इमरजेंसी में भर्ती किया गया है जहां विशेषज्ञ चिकित्सक उनकी देखभाल कर रहे हैं। एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल जी ने बताया कि चिकित्सकों द्वारा की गई शुरुआती जांच में पाया गया कि पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री बच्ची सिंह रावत जी को सांस लेने में तकलीफ और उनके फेफड़ों में संक्रमण की शिकायत है। उन्होंने बताया कि विभिन्न परीक्षण पूर्ण होने के बाद उन्हें उचित उपचार हेतु शीघ्र ही आईपीडी में शिफ्ट कर दिया जाएगा।

उत्तराखंड सरकार भी भारत सरकार के साथ डिजिटल क्रांति के क्षेत्र में बढ़ रही आगे


मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने पूर्णागिरी धाम में जियो द्वारा संचालित की जा रही 4जी सेवाओं का वर्चुअल शुभारम्भ किया। उन्होंने पूर्णागिरी धाम में 4जी सेवाओं का शुभारम्भ के लिए मुकेश अम्बानी और जियो परिवार का धन्यवाद किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कोरोना महामारी के वक्त मोबाइल और डेटा कनेक्टिविटी अति महत्वपूर्ण है। छात्रों की पढ़ाई, मध्यम व लघु उद्योग, उत्तराखण्ड में आने वाले पर्यटकों व स्थानीय नागरिकों के लिए डेटा कनेक्टिविटी बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में डिजिटल इंडिया की परिकल्पना साकार हो रही है। पंचायतों को ऑप्टिकल फाईबर के माध्यम से नेटवर्किंग से जोड़ा गया है। उत्तराखण्ड सरकार भी भारत सरकार के साथ डिजिटल क्रांति के क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। हमारी सरकार और जियो कम्पनी ने मिलकर उत्तराखण्ड के दूरस्थ क्षेत्रों तक 4जी मोबाइल कन्क्टिविटी पहुचाने का कार्य किया है।

मुख्यमंत्री तीरथ ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि है, यहाँ अनेक धार्मिक स्थल हैं। जियो अधिकतर स्थानों में अपनी 4जी सेवाएं दे रहा है। महत्वपूर्ण मंदिरों और तीर्थक्षेत्रों को अपने 4जी नेटवर्क से जोड़ चुका है। जियो ने उत्तराखण्ड बॉर्डर एरिया में भी 14 साईटस् प्रारंभ कर दी है जिससे उत्तराखण्ड के बार्डर एरिया में रहने वाले लोग भी अब 4जी डिजिटल कनेक्टिविटी से जुड़ चुके हैं। इसी कड़ी के अंतर्गत अब जियो, मॉ पूर्णागिरी धाम को भी अपने 4जी नेटवर्क से जोड़ने जा रहा है। माँ पूर्णागिरी धाम 108 सिद्धपीठों में से एक है और बङी संख्या में श्रद्धालु यहाँ हर वर्ष दर्शनार्थ आते है।

इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से जियो के उत्तराखण्ड स्टेट हेड विशाल अग्रवाल, पूर्णागिरी मंदिर के चैयरमेन भुवन चन्द्र पाण्डे, गिरीश चन्द्र पाण्डे आदि उपस्थित थे।

कुंभ में बेहतरीन कार्य करने पर कांस्टेबल हरीश गुंसाई हुए सम्मानित

महाकुंभ में शाही स्नान के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने पर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने ऋषिकेश में तैनात जल पुलिस के सिपाही हरीश गुंसाई को सम्मानित किया है। यह सम्मान उन्हें हरिद्वार में नगद पुरस्कार देकर दिया गया।

बता दें कि जल पुलिस का यह सिपाही हरीश गुंसाई गंगा नदी में शाही स्नान के दौरान आठ लोगों को मौत के मुंह से बाहर निकालकर लाया। कांस्टेबल हरीश गुसाईं के इस साहस भरे कार्य के लिए उन्हें डीजीपी अशोक कुमार ने नगद पुरुस्कार से सम्मानित किया है। साथ ही आगे भविष्य में भी अपने कर्तव्यों का ऐसी प्रकार निर्वाहन करने की शुभकामनाएं दी है।

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