महिला दिवस पर महिला मोर्चा भाजपा ने किया कार्यक्रम आयोजित

महिला मोर्चा भाजपा की ओर से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर विशाल कार्यक्रम आयोजित किया गया। सूबे के विधायक व कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि महिलाएं देश के सभी पदों पर आसीन होकर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही है। महिला शक्ति के बिना संसार की कल्पना नहीं की जा सकती है।

कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं व छात्राओं को सम्मानित किया गया। पालिकाध्यक्ष रोशन रतूड़ी, मंडी समिति अध्यक्ष विनोद कुकरेती, मनीष डिमरी, बीना जोशी, पुष्पा ध्यानी, शशि कंडारी, राजकुमारी जखमोला, कमलेश थलवाल, सरोज कुकरेती, रोशनी राणा, सोनू भट्ट, बीना बिष्ट, शैला खंडूरी, दीपा भट्ट, कोमल जोशी, सुनीता खंडूरी, बीना जोाशी, सभासद बिन्नू चैहान, सुंदरी बिजल्वाण, निर्मला पयाल, दर्शनी भंडारी, सभासद मीनू गोदियाल आदि उपस्थित थे।

योग पूरे विश्व को भारत द्वारा दिया गया अमूल्य उपहारः राज्पाल उत्तराखंड

गढ़वाल मण्डल विकास निगम लिमिटेड व पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का समापन राज्यपाल बेबी रानी मौर्य द्वारा किया गया। समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि योग का मतलब जोड़ना है। योग पूरे विश्व को भारत द्वारा दिया गया अमूल्य उपहार है, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योग को समूचे विश्व में एक नई पहचान दी है, युवा पीढ़ी का आहवान करते हुए उन्होंने कहा कि युवाओं को योग को आत्मसात करना चाहिए। तभी हम विकसित भारत का निर्माण कर सकते हैं, योग एक साधना ही नहीं वरन एक सस्कृति है, जो कि ऋषिमुनियों ने कठिन तप से प्राप्त की है।

इससे पूर्व पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि योग की शक्ति से ही हम भारत को विश्व गुरू बना सकते हैं। आज विश्व में फैल रही तमाम वैश्विक बीमारियों से हमें योग ही बच सकता है कोरोना से लडने में योग ने अहम भूमिका का निर्वहन किया है।

वन मंत्री हरक सिंह रावत ने अपने सम्बोधन में कहा कि योग अब देवभूमि उत्तराखण्ड से पूरी दुनिया में आम लोगों की दिनचर्या का हिस्सा बन गया है। पश्चिमी देशों ने भी योग के महत्व को स्वीकार करते हुए योग को अपनाया है यही वजह है कि 21 जून को पूरी दुनिया योग दिवस मना रही है।

योग महोत्सव में उपस्थित विधान सभा अध्यक्ष प्रेम चन्द्र अग्रवाल ने कहा कि ऋषिकेश योग की धरती है और यहाँ से बहती हुई गंगा की तरह योग पूरी दुनिया में प्रवाहित हो रहा है। इस मौके पर विभिन्न देशों के उच्चायुक्तों ने भी कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। जिसमें बोसनियां के उच्चायुक्त मोहम्मद शिनजिक, नोर्थ मेसोडोनिया के राजदूत नेहथ ईमिनी, फिजी के उच्चायुक्तों कमलेश शशि प्रकाश एवं त्रिंडाड एण्ड टैबगो के राजदूत डाॅ0 रोजर गोपाल ने भी अपने विचार व्यक्त किये।

मौके पर सचिव पर्यटन दिलीप जावलकार, डीएम टिहरी ईवा आशीष श्रीवास्तव गढ़वाल मण्डल विकास निगम के प्रबन्ध निदेशक, डाॅ आशीष चैहान, महाप्रबन्धक (पर्यटन), जितेन्द्र कुमार, महाप्रबन्धक (प्रशासन), अवधेष कुमार सिंह, महाप्रबन्धक (वित्त) एवं अभिषेक कुमार आनन्द आदि मौजूद रहे।

76100 रूपए की धनराशि साइबर सैल ने कराई वापस

साइबर सैल की बदौलत साइबर अपराध से पीड़ित एक व्यक्ति की लूटी हुई 76100 रूपए की धनराशि वापस हुई है। दरअसल, 28 फरवरी को थाना कीर्ति नगर क्षेत्र के निवासी मानसिंह पुत्र बलवीर सिंह को साईबर ठगों ने दोस्त बनकर 76100 रूपए की ठगी कर ली।

इस पर प्रभारी साइबर सैल टिहरी गढ़वाल उप निरीक्षक आशीष कुमार ने फ्लिपकार्ट के माध्यम से की गई शाॅपिंग को रद्द कराया और 76100 रूपए की धनराशि वापस कराई। साइबर सैल की इस कामयाबी से जहां ठगों को धक्का लगा है, वहीं पीड़ित ने साइबर सैल पुलिस का धन्यवाद दिया। पुलिस टीम में अजय वीर सैनी, राहुल सरग्वाण मौजूद रहे।

अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव 2021ः मन स्थिर रखते हुए शारीरिक व मानसिक विकारों से मुक्ति पाने का साधन है योग

गढ़वाल मण्डल विकास निगम लिमिटेड व पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के चैथे दिन योगसाधकों ने योग की विभिन्न क्रियाओं का अभ्यास कर योगाचार्यों से योग की बारिकियों के गुरमंत्र लिए।

प्रातःकालीन सत्र में आर्ट ऑफ लिविंग के मोहित सती ने मुख्य पाण्डाल में अष्टांग योग एवं सूक्ष्म व्यायाम के बारे में बताते हुए कहा कि हमारे जीवन के हर पहलू में योग छिपा हुआ है, जाने अनजाने हमारी दिनचर्या के पूरे क्रियाकलाप योग से जुड़ते हुए जीवन के अविभाज्य अंग बने हुए हैं। योग केवल शरीर पर ही काम नहीं करता वरन यह मन को शक्तिशाली व तनाव रहित बनाता है। उन्होंने कहा कि कमजोर शरीर को शक्तिशाली मन चला सकता है, परन्तु एक शक्तिशाली शरीर को कमजोर मन नहीं चला सकता है। योग क्रियाओं के द्वारा मन को स्थिर रखते हुए षाररिक एवं मानसिक विकारों से मुक्ति पाने का उपक्रम ही योग है।

अष्टांग योग के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि इसके आठ अंग हैं, यम, नियम, आसन, प्राणायाम, धारणा, ध्यान, प्रतिहार और समाधि इनको भले ही अलग-अलग देखा जाता है मगर ये एक दूसरे से जुडे हुए हैं। पहले छः को जोड़कर ध्यान लगता है और तब वह समाधि की और जाता है, उन्होंने कहा कि घरों में काम करने वाली महिलायें अपने दिनभर की दिनचर्या के दौरान जो काम करती हैं, उस प्रक्रिया में भी जाने अनजाने योग छिपा हुआ रहता है। योग सिर्फ आसन नहीं है वरन यह मन, ष्वास व षरीर को जोड़ने वाली कला है।

दूसरी तरफ नगर पालिका हाल में हठ योगी सन्त स्वामी जीतानन्द ने अभयान्तर क्रिया योग, दण्ड क्रिया, संकुचन प्रसारण, पाद ग्रिहवा योग का अभ्यास कराते हुए इसकी उपयोगिता के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दी उन्होंने कहा कि यह क्रिया षरीर को स्वस्थ रखने में इतनी सहायक है कि अन्य योगों की आवष्यकता नहीं पड़ती है। यदि व्यक्ति इन योग क्रियाओं को करता रहे तो उसके जीवन में आरोग्यता का साम्राज्य स्थापित हो जायेगा।

लाईट एण्ड सॉउण्ड हाल में संस्कृत विष्वविद्यालय के प्रोफेसर, डॉ लक्ष्मी नारायण जोषी ने नाड़ी विज्ञान व योग चिकित्सा के बारे में बताते हुए कहा कि शरीर की धमनियों में रक्त संचार से कोई भी अंग सहजता से काम करता रहता है, लेकिन जिस दिन रक्त संचार की यह सहजता धीमी पड़ जाये तो अंगों में विकार उत्पन्न हो जाता है इसलिए योग से शरीर के पूरे तन्त्र को ठीक रखा जा सकता है ताकि सारे अंग प्रत्यंग सही व सुचारू रूप से काम करते रहें। उन्होंने कहा कि नाड़ी चिकित्सा विज्ञान तीन सिद्धान्तों पर काम करता है। पहला-हृदय से षरीर के अंगों को निर्बाध गति से रक्त की आपूर्ति करना दूसरा-मस्तिष्क से निकलने वाली नाड़ियों द्वारा रक्त की आपूर्ति सभी अंगों को मिलते रहना तीसरा-प्राण ऊर्जा की आपूर्ति का शरीर के सभी अंगों तक पहुँचते रहना।

योग महोत्सव में ‘‘पिरामिड स्पिरिचुअल सोसाइटीज मूवमेंट’’ दिल्ली द्वारा पिरामिड ध्यान षक्ति योग द्वारा योग साधकों को ध्यान योग के बारे में बताया गया। इस अवसर पर उक्त संस्था की विभा गुप्ता व शक्ति गुप्ता द्वारा बताया गया कि ध्यान योग हमें स्वयं की सांसों से जोड़ना सिखाता है। सांसें सदा से हमारे साथ हैं और मृत्यु पर्यन्त हमारे साथ रहेंगी परन्तु हम उनके साथ कभी नहीं रहे। हम सांसां के साथ रहना सीख रहें हैं, हमें सहज सांसों को सहज रूप में सहज भाव से साक्षी होकर देखना है। क्योंकि सांस ही हमारी गुरू और मित्र दोनों हैं, जब गुरू मित्र बन जाय तो हमें अपनी समस्या के समाधान के लिए किसी और के पास जाने की आवष्यकता नहीं होती।

सांय कालीन सांस्कृतिक कार्यक्रमों में त्रिभुवन महाराज व सुमित कुटानी द्वारा षानदार प्रस्तुति दी गई जो दर्षकों के आकर्शण का केन्द्र रहा। योगनगरी मुनि की रेती ऋषिकेश में योग महोत्सव के चैथे दिन विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टालों पर भी प्रतिभागियों व आगन्तुकों की भी काफी भीड देखने को मिली। जिसमें उद्योग विभाग, आयुश विभाग, आध्यात्म विज्ञान व सत्संग केन्द्र जोधपुर राजस्थान का स्टॉल आकर्शण के केन्द्र रहे वही गढ़वाल मण्डल विकास निगम लि0 द्वारा गढ़वाली व्यंजनों का स्टॉल लगाया गया जिसमें बुराँष चाट, कुलथ अनार सोरबा, गहत चाट, कडाली सोरबा, राजमा गलावटी कबाब, मडुवा समोसा चॉट, बुराँस पकोड़े, बुराँस जैली, ब्रॉउन राईस पुडिंग, देहरादूनी पुडिंग आदि परोसे जा रहें हैं।

मौके पर जीएमवीएन के प्रबन्ध निदेषक, डॉ. आशीष चैहान, महाप्रबन्धक (पर्यटन), जितेन्द्र कुमार, महाप्रबन्धक (प्रशासन), अवधेष कुमार सिंह, महाप्रबन्धक (वित्त) एवं अभिषेक कुमार आनंद आदि मौजूद रहे।

अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सवः सात दिवसीय महोत्सव का आज हुआ शुभारंभ

उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद व गढ़वाल मंडल विकास निगम द्वारा संयुक्त रुप से आयोजित 29वें सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का शुभारंभ हो गया। गंगा रिसोर्ट मुनिकीरेती में आयोजित महोत्सव का शुभारंभ कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी, पतंजलि योगपीठ के आचार्य बालकृष्ण ने विधिवत रूप से वेद मंत्रों के बीच दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया।

कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि मुनिकीरेती व ऋषिकेश ऋषि मुनियों की भूमि होने के कारण योगनगरी के रूप में विश्व विख्यात जननी भी है। योग का महत्व मनुष्य के अन्दर की बुराइयों को समाप्त कर, अच्छी गतिविधियों को संचालित करना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को दुनिया में प्रचारित किया है, उसका संदेश भी दुनियाभर में जाएगा।

पतंजलि योगपीठ के आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि कोरोना काल में योग का काफी महत्वपूर्ण स्थान रहा है। निरंतर योग करने से कोई भी बीमारी नहीं आती है। योग प्रवचन या कथा नहीं, बल्कि प्रयोगात्मक कला है। जिसको करने से कोई भी बीमारी नजदीक तक नहीं आती है। उन्होंने कहा कि दुनिया की किसी भी दवाई में बीमारी का निदान नहीं है, उसका निदान तो योग में ही है। योग और आयुर्वेद से दुनिया में जीवन के प्रति जागृति लाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जो लोग योग कर रहे थे, उसे किसी भी प्रकार की बीमारी नहीं हुई और जो योग नहीं कर रहे थे वह आज भी अवसाद की जिन्दगी में जी रहे हैं।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने बताया कि योग की असली परिभाषा आत्मा का परमात्मा से मिलन करवाना है। योग समाधि की ओर भी ले जाता है। जिसको करने के लिए अपनी दिनचर्या में परिवर्तन करने की आवश्यकता है। गढ़वाल मंडल विकास निगम के अध्यक्ष महावीर सिंह रांगड ने कहा कि योग हमारी प्राचीन सभ्यता है। जिसके प्रचार प्रसार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफी योगदान रहा है। जिसके कारण आज देश ही नहीं दुनिया में योग के प्रति लोगों की जिज्ञासा बढ़ी है। ऋषिकेश व मुनिकीरेती योगनगरी के रूप में विश्व में विख्यात हुई है। उनहोंने कहा कि आज योग सप्ताह में जो योगी प्रतिभाग कर रहे हैं, वह यहां से योग सीख कर पूरी दुनिया में इसका प्रचार-प्रसार करें।

गढ़वाल मंडल के प्रबंध निदेशक डॉ आशीष चैहान ने बताया कि भारत सरकार व राज्य सरकार की कोरोना संक्रमण की गाइडलाइन का पालन करते हुए सभी कक्षा व्यवस्थाएं की गई है। जिसके चलते अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में इस वर्ष 350 से अधिक साधकों ने अपना पंजीकरण कराया। जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर के टीवी कार्यक्रम मास्टर शेफ विजेता पंकज भदोरिया भी शामिल हो रहे हैं। जिनकी देखरेख में साधकों को हेल्दी खाना भी परोसा जाएगा। इसी के साथ फूड प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी। इस दौरान उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा योग के साथ धोती नीति का प्रदर्शन भी किया गया।

इस मौके पर गढ़वाल मंडल विकास निगम के उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार सिंघल, नगर पालिका मुनिकीरेती के अध्यक्ष रोशन रतूड़ी, दर्जाधारी राज्यमंत्री करण वोहरा, विवेक चैहान अपर निदेशक, उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद, गुरु गोपाल दास, स्वामी परमात्मानंद, ऊषा माता, योगी सिद्धार्थ, ग्रैंडमास्टर अक्षर, समाजसेवी बच्चन पोखरियाल, ऋषिकेश मंडी परिषद के अध्यक्ष विनोद कुकरेती, पुष्पा बर्थवाल, स्वामी आत्मा स्वरूप, भाजपा नेता चंद्रवीर पोखरियाल आदि मौजूद रहे।

उमा भारती पहुंची राम तपस्थली आश्रम, स्वागत को पहुंचा संत समाज

ब्रह्मपुरी राम तपस्थली आश्रम में अपने निजी उत्तराखंड दोरे से लौटती हुई एक दिवसीय प्रवास के लिए पहुंची साध्वी उमा भारती का संत समाज स्वागत किया। ऋषि कुमारों के स्वास्तिक मंत्रों के साथ उमा भारती ने संत समाज के साथ मंदिर में पूजा अर्चना की।

मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व राम जन्मभूमि आन्दोलन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले साध्वी उमा भारती ने उत्तराखंड प्रवास के दोरान भारतवासियों की सुख, शांति व समृद्धि की कामना की। ब्रह्मपुरी में मंदिर में पूजा अर्चना के बाद उन्होंने हरिद्वार के लिए प्रस्थान किया।

इस अवसर पर महंत महावीर दास महाराज, महंत सुरेश दास महाराज, तुलसी मानस मंदिर के अध्यक्ष पंडित रवि शास्त्री, आशीष कुकरेती, युवा मोर्चा के प्रदेश संयोजक अजय उनियाल, महंत चक्रपाणि दास, योगी दीपक दास, प्रमोद दास, सुदर्शनाचार्या, राम चैबे, अभिषेक शर्मा, पंकज शर्मा आदि उपस्थित थे।

गीले कूड़े का निस्तारण खाद बनाकर उपयोग में लाएंः नगर पालिका मुनिकीरेती

नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला द्वारा नगर क्षेत्र में शासन द्वारा दिए गए निर्देश के अनुपालन में संडे मेगा एवेंट कार्यक्रम होम कंपोस्टिंग के रूप में मनाया गया। जिसमें नगर क्षेत्र में लोगों को घरो से निकलने वाले गीले कूड़े से घर पर ही खाद बनाए जाने की प्रक्रिया के बारे में बताया गया।

पालिका की टीम ने बताया कि वह अपने घर पर ही गीले कूड़े से खाद बना सकते हैं। इससे गीले कूड़े का निस्तारण अपने घर पर ही किया जा सकता है। नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला को पुनः स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में नंबर 01 दिलाने की अपील भी की गई। इस दौरान पालिका के सभासद मनोज बिष्ट, सफाई निरीक्षक भूपेंद्र कुमार, स्वास्थ्य लिपिक दीपक कुमार, जेबीबी टेक्नोक्रेट से प्रमोद, दिनकर, जतिन आदि उपस्थित रहे।

यूपी के लखीमपुर खीरी से चार युवतियां पहुंची ऋषिकेश, पुलिस ने किया यूपी पुलिस के सुपुर्द

लखीमपुर खीरी उत्तर प्रदेश से मुनिकीरेती थाना क्षेत्र पहुंची चार लड़कियों को पुलिस ने एक होटल से बरामद किया है। चारों लड़कियों को पुलिस ने यूपी से पहुंची पुलिस के सुपुर्द किया है।

थाना प्रभारी राम किशोर सकलानी ने बताया कि उत्‍तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के मोहल्ला हिदायतनगर की रहने वाली चार सहेलियां जो आर्य कन्या इंटर काॅलेज में पढ़ती हैं, इनके नाम बेबी जैनब (17 वर्ष) और रुखसार (20 वर्ष), बहादुरनगर निवासी अभिका गुप्ता (16 वर्ष) व निर्मलनगर निवासी कीर्ति (17 वर्ष) हैं। बीती सोमवार को चारों अपने घर से कॉलेज जाने के लिए निकली थी, जिसके बाद वह घर ही नहीं लौटी।

यूपी पुलिस ने चारों लड़कियों को काफी खोजा। मगर, तलाश नहीं हो पाई। पुलिस जांच में सामने आया है कि चारों ने थरवरनगंज मोहल्ले में रेमंड शोरूम के पास चारों ने अपने कपड़े बदले थे। फिर वह एक रोडवेज बस से सीतापुर पहुंची। सीसीटीवी कैमरों में मिले फुटेज से यह प्रतीत हो रहा है कि चारों अकेले ही अपनी मर्जी से घर छोड़ कर गई हैं। एक छात्रा अपने घर से कुछ रुपये भी ले गई है। उनकी साइकिल रेमंड शोरूम के पास पाई मिली है।

चारों किशोरियों की लोकेशन ऋषिकेश बदरीनाथ मार्ग पर मुनीकीरेती थाना क्षेत्र के तपोवन में एक होटल में मिली। जिस पर पुलिस व एसओजी की टीम ने चारों छात्राओं को होटल से बरामद कर लिया। थाना प्रभारी निरीक्षक मुनिकीरेती आरके सकलानी ने बताया कि बुधवार को चारों किशोरियों को लखीमपुर खीरी से यहां पहुंची एसओजी टीम प्रभारी उप निरीक्षक शिव कुमार के सुपुर्द कर दिया गया है।

मुनिकीरेती पुलिस की त्वरित कार्यवाही से 30 मिनट में अपहर्ता बरामद, बड़ी वारदात को किया विफल

मुनिकीरेती थाना क्षेत्र के शीशमझाड़ी में एक महिला की सूझबूझ के चलते 13 वर्षीय किशोरी की इज्जत लूटने से पुलिस ने बचा लिया। पुलिस ने अपहरत किशोरी को जंगल से बरामद किया। वहीं, अपहरणकर्ता व पीड़ित का किरायेदार को समय रहते अरेस्ट कर लिया है। पुलिस ने बड़ी वारदात को होने से पहले काबू पाया है। पुलिस ने सूचना देने वाली महिला रजनी का आभार जताया है।

दरअसल, शीशमझाड़ी निवासी व्यक्ति ने बताया कि उनकी 13 वर्षीय बेटी घर से लापता है, काफी तलाश के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चल पा रहा है। पुलिस ने मामले को गंभीर पाते हुए अज्ञात पर अपहरण का मुकदमा दर्ज किया। इसी दोरान स्थानीय महिला रजनी पत्नी अमित शर्मा निवासी शीशमझाड़ी ने सरकारी नंबर पर फोन पर सूचना दी कि एक छोटी लड़की को एक व्यक्ति जबरन उठाकर वन विभाग कार्यालय के पास जंगल की ओर लेकर गया है। सूचना पाकर मौके पर तुरंत एसआई विपिन कुमार, चैकी प्रभारी कैलाश गेट अमित कुमार, महिला उप निरीक्षक रीना नेगी फोर्स के साथ टोर्च लेकर अंधेरे में पहुंचे।

थानाध्यक्ष राम किशोर सकलानी ने बताया कि जंगल मे 100 मीटर अंदर जब पुलिस सर्च कर रही थी, तभी एक बच्चे की चिल्लाने की आवाज आई। आवाज की ओर जैसे ही पुलिस पहुंची तो झाड़ियों के बीच एक लड़की बदहवास हालत में पड़ी मिली। लड़की ने बताया कि उसने मेरा मुह बन्द कर रखा था आप लोगो को इस ओर आता देख वह मुझे छोड़ कर अभी भागा। इस पर पुलिस द्वारा जंगल को चारों तरफ से घेर लिया और सघन कॉम्बिंग करते हुए उक्त व्यक्ति को पानी की टंकी के पास जंगलात रोड पर भागते हुए पकड़ लिया गया।

थानाध्यक्ष ने आरोपी की पहचान शुभम कुमार पुत्र किशन निवासी प्रतीत नगर रायवाला जिला देहरादून के रूप में कराई है। अपहरत युवती ने बताया कि आरोपी उनके यहां किरायेदार है, जबरन घूमने के बहाने जंगल की ओर ले आया। पुलिस ने आरोपी पर धारा 363,366,376,511 आईपीसी और 7/8 पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार आरोपी पेशे से ड्राइवर है और शादी शुदा है उसकी पत्नी और 2 बच्चे भी उसी मकान में किराए पर रहते है।
पुलिस द्वारा रजनी को सही समय पर सूचना देने के लिए आभार जताया गया।

मुख्यमंत्री ने टिहरी लेक फेस्टिवल का किया शुभारम्भ, कई घोषणाएं की

टिहरी लेक फेस्टिवल की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि टिहरी में भागीरथी के तट पर अंतरराष्ट्रीय वैदिक विद्यालय की स्थापना की जाएगी। जहां विद्यार्थियों को संस्कृत भाषा के साथ ही हिंदी और अंग्रेजी का भी ज्ञान दिया जाएगा। इससे पूरे विश्व के लोग भारतीय संस्कृति का ज्ञान हासिल कर सकेंगे। यहां 500 प्रशिक्षणार्थियों को स्कूबा डाइविंग के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। लाइट और साउंड शो की शुरुआत की जाएगी। इस अवसर पर देवडोलियों का प्रदर्शन आकर्षण का मुख्य केन्द्र रहा।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जनमानस को बसंत पंचमी पर्व की बधाई देते हुए कहा कि टिहरी में उत्तराखंड का भविष्य है। पहले टिहरी लेक फेस्टिवल किस दिन मनाया जाए इसे लेकर कोई तारीख तय नहीं थी परंतु अब हमने गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया है कि टिहरी लेक फेस्टिवल अब से हर वर्ष बसंत पंचमी को ही होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के चमोली में आई प्राकृतिक आपदा के कारण इस बार महोत्सव को लेकर असमंजस की स्थिति थी परंतु हमने निर्णय लिया कि हम आपदा से भी लड़ेंगे और आगे भी बढ़ेंगे। जिन लोगों ने इस आपदा में अपना जीवन खोया है भगवान उनको श्री चरणों में स्थान दे। मैं बाबा केदार और भगवान बद्री विशाल से उनकी आत्मा को शांति प्रदान करने की कामना करता हूं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रताप नगर के निवासियों ने काफी दिक्कतें झेली हैं। आज सरकार ने उन्हें मोटरेबल डोबरा चांठी पुल दिया है जिससे उनकी परेशानी दूर हुई। साथ ही पर्यटकों और उत्तर काशी के निवासियों को भी सुविधा मिली है। मसूरी में कारोबार और पर्यटन में सैचुरेशन आ गया है। टिहरी में पर्यटक कुछ दिन रुके और यहां का लुत्फ उठाएं, इस कल्पना के साथ हम टिहरी क्षेत्र का विकास कर रहे हैं। इसके लिए 1210 करोड रुपए से नई टिहरी को विकसित करने का कार्य चल रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए एडवेंचर विंग की स्थापना की गई है, जिसका असर राज्य में देखने को मिल रहा है। आज भीमताल, अल्मोड़ा, सतपुली और टिहरी में साहसिक गतिविधियों का सफलतापूर्वक आयोजन हो रहा है। हम टिहरी का इस तरह विकास कर रहे हैं कि लोग पलायन न करें और उन्हें यहीं पर रोजगार मिले। हमें विश्वास है कि पर्यटन का हब यदि कोई राज्य होगा तो वह उत्तराखंड ही होगा।

कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि टिहरी लेक फेस्टिवल के कारण आज बहुत से स्थानीय लोगों को रोजगार मिल रहा है। वाटर स्पोर्ट्स की जैसी संभावनाएं संभावनाएं टिहरी में हैं, वैसी संभावनाएं पूरे भारत में कहीं भी नहीं है। टिहरी झील आने वाले समय में इंटरनेशनल डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित होगी।

इस अवसर पर सहकारिता मंत्री डा. धनसिंह रावत, विधायक धनसिंह नेगी, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण, सचिव दिलीप जावलकर, जिलाधिकारी ईवा आशीष श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे।

टिहरी लेक फेस्टीवल में विभिन्न साहसिक खेलों का आयोजन किया जा रहा है। इनमें पैरा ग्लाइडिंग, पैरा मोटर, पैरासेलिंग बोट, स्कूबा ड्राइविंग, हाट एयर बैलून, क्याकिंग, केनोइंग, हाईरोप कोर्स, रॉक क्लाइंबिंग, जुमारिंग रैपलिंग और ऑल टेरेन बाइक सहित कई साहसिक खेल शमिल है।

आत्मनिर्भर उत्तराखंड के संकल्प को ध्यान में रखते हुए महोत्सव में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए गए उत्पादों, क्राफ्ट, हस्तशिल्प की वस्तुओं, एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना के हिलांस आउटलेट, वन विभाग के उत्पादों, लकड़ी की वस्तुओं, जैविक उत्पादों के स्टाल भी लगाए गए। साथ ही लोगों के खाने पीने के भी स्टाल लगाए गए।

इस अवसर पर उत्तराखंड की समृद्ध लोक संस्कृति की झलक भी देखने को मिली। देवडोलियों के माध्यम से धार्मिक परम्पराओं के भी दर्शन हुए। टिहरी झील महोत्सव के अंतर्गत पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन द्वारा दो दिवसीय फोटोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। साथ ही महोत्सव में फोटो प्रदर्शनी और अवार्ड सेरेमनी का भी आयोजन किया गया।