जानिए क्यों, हरीश रावत बाल दिवस पर करेंगे उपवास

कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अब सार्वजनिक उपक्रमों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने 14 नवंबर को देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की जयंती पर टिहरी डैम को बेचे जाने की साजिश का आरोप लगाते हुए इसके खिलाफ टीएचडीसी मुख्यालय ऋषिकेश में सांकेतिक उपवास पर बैठने की घोषणा की है।

सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू ने सरकारी उपक्रमों और संस्थाओं की नींव डालकर आज के भारत के निर्माण की बुनियाद ही नहीं रखी, बल्कि उसमें इमारत भी खड़ी कर दी। आज की सत्ता, भारतीय अर्थव्यवस्था के उसी कोर सेक्टर सरकारी उपक्रमों को एक-एक कर पूंजीपतियों के हाथ में बेच रही है। अब उत्तराखंड के सपनों का सागर टिहरी सागर को भी बेचा जा रहा है। हमारा नारा है, नेहरू के सपनों को मिटने नहीं देंगे। उत्तराखंड की संपत्तियों को बिकने नहीं देंगे।

उन्होंने कहा कि नेहरू जी के जन्मदिन पर टिहरी डैम को को बेचे जाने की साजिश के खिलाफ सांकेतिक उपवास उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि उपवास में शामिल हों।

गलियों में अंधेरा होने पर युवतियों से करता था बदतमीजी, पुलिस ने दबोचा

थाना मुनिकीरेती के ढालवाला में पुलिस ने सुनसान जगहों पर लड़कियों से छेड़छाड़ करने वाले युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया है।

ढालवाला चौकी इंचार्ज विनोद कुमार ने बताया कि ढालवाला क्षेत्र में फैक्ट्रियों की दीवारों से लगी कुछ संकरी गलियों में काफी समय से युवतियों और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की शिकायतें आ रही थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह गली तकरीबन 100 मीटर लंबी है। इसमें पोल पर लगी लाइटों को कुछ शरारती तत्वों नेे क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। इस कारण यह जगह रात्रिकाल में युवतियों और महिलाओं के लिए असुरक्षित हो गया है।

बीते सोमवार को भी एक युवती ने चौकी आकर लिखित शिकायत कर बताया कि उसके साथ छेड़छाड़ की गई है। पुलिस ने हुलिए के आधार पर तलाशी के लिए अभियान चलाया। चौकी इंचार्ज ने बताया कि तलाशी के दौरान पता चला कि उक्त युवक गंगोत्री विहार ढालवाला के आसपास का है। उक्त स्थान पर जाकर पुलिस को उक्त हुलिए का युवक हाथ में बैग लेकर संदिग्ध अवस्था में खड़ा मिला। पुलिस ने युवक को दबोच लिया। चौकी इंचार्ज ने युवक की पहचान टिकेश कुमार पुत्र कृपाल सिंह निवासी ग्राम भटियाणा खुशालपुर थाना धामपुर जिला बिजनौर उत्तर प्रदेश के रूप में कराई। पूछताछ में युवक ने पुलिस को बताया कि वह एक साल से ढालवाला में किराए पर रहता है तथा फैक्ट्री पर काम करता है। सोमवार को युवक भागने की फिराक में था।

ट्रांसफार्मर घेरकर किया अतिक्रमण, होटल स्वामी पर हुआ मुकदमा दर्ज

मुनिकीरेती पुलिस ने तपोवन स्थित एक होटल स्वामी को ट्रांसफार्मर घेरकर सड़क पर अतिक्रमण करने के मामले में लोक संपत्ति का विरूपण निवारण अधिनियम में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। थानाध्यक्ष मुनिकीरेती राम किशोर सकलानी ने बताया कि तपोवन स्थित लक्ष्मणझूला चैक में निरीक्षण किया गया तो यहां गंदगी पाई गई। इस संबंध में अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत टिहरी गढ़वाल से फोन पर वार्ता कर मौके पर सफाई ठेकेदार को बुलवाया गया तथा सफाई करवाई गई। उन्होंने बताया कि यहां होटल योगा की ओर से ट्रांसफार्मर घेरकर उस पर टिन शेड बनाकर सड़क पर अतिक्रमण किया गया है।

इस पर बिजली विभाग के एसडीओ से वार्ता कर जांच रिपोर्ट देने को कहा गया। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में ट्रांसफार्मर के नीचे जेनरेटर सेट लगाना न सिर्फ अतिक्रमण बताया बल्कि इसे जनहानि की संभावना भी बताया। उक्त रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने होटल स्वामी के खिलाफ लोक संपत्ति का विरूपण निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि मौके पर तपोवन चैकी इंचार्ज नीरज रावत और ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर मुकेश कुमार को भी तलब कर लक्ष्मण चैक पर खड़े अवैध वाहनों के चालान कराए गए है तथा लावारिस वाहनों को लादकर चैकी भिजवाया गया। थानाध्यक्ष ने लक्ष्मण झूला चैक पर अतिक्रमण करने वालों को भविष्य के लिए भी कड़ी चेतावनी दी है।

उत्तराखंड स्वाभाविक रूप से आर्गेनिक राज्यः सीएम

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत, एनटीआरओ के पूर्व प्रमुख आलोेक जोशी, कोस्ट गार्ड के पूर्व महानिदेशक राजेन्द्र जोशी, उत्तराखण्ड के कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत सहित विभिन्न हस्तियों ने उत्तराखण्ड सरकार द्वारा आयोजित ‘रैबार-2‘ कार्यक्रम में शिरकत की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रैबार के सफल परिणाम आए हैं। कोस्ट गार्ड का रिक्यूरिंग सेन्टर हमें मिला है। तमाम विकास की योजनाओं में हमें जो समर्थन मिला है उसमें कहीं न कहीं रैबार कार्यक्रम का भी योगदान रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम कहते हैं कि शहीद राज्य आंदोलनकारियों की भावनाओं के अनुरूप उत्तराखण्ड बने तो इसका आशय प्रदेश के संतुलित विकास से होता है। हमें उन क्षेत्रों में आगे बढ़ना होगा जिसमें हमारा एकाधिकार हो सकता है। उत्तराखण्ड स्वाभाविक रूप से आर्गेनिक राज्य है। हमने पूरे प्रदेश में आर्गेनिक क्लस्टर तैयार किये है।

पिरूल को हम अभिशाप मानते हैं, वो हमारे लिए वरदान साबित होने वाला है। हम पिरूल से बिजली बनाने के लिए नीति बनाई है। पिरूल की पत्तियों से बिजली बनाने के 23 प्रोजेक्ट शीघ्र ही राज्य में शुरू होने वाले हैं, इससे कुछ ही दिनों मंे बिजली बनना आरम्भ हो जायेगा। गैस की अपेक्षा पिरूल की पत्तियों से होने वाली ऊर्जा की लागत काफी कम है, जल्द ही हम पाईन की पत्तियों से फ्यूल बनाने का पहला प्रोजेक्ट लगाने जा रहे है। चीड़ वनों में विनाश का कारण बन रहा था, पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा था, वही चीड़ की पत्तियों से हमे अब ऊर्जा मिलेगी, हजारांे लोगों को रोजगार मिलेगा, यह हमारे विकास का आधार बनेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रैबार कार्यक्रम के बाद इन्वेस्टर्स समिट के समय हम 10 नई पॉलिसी लेकर आए और 05 पॉलिसी में परिवर्तन किया। परिणामस्वरूप एक वर्ष एक माह में ही प्रदेश में 17,000 करोड़ रूपए से अधिक का निवेश ऑन ग्राउण्ड हुआ है। सोलर ऊर्जा के क्षेत्र में भी हम आगे बढ़े हैं। सोलर में राज्य में 600 करोड़ रूपये का निवेश हुवा है।

उत्तराखंडवासी जहां भी गया अपना योगदान दियाः योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने रैबार-2 को अपनी भूमि से जोड़ने का एक अभिनव प्रयोग बताते हुए कहा कि उत्तराखण्ड के चारधामों के प्रति देश व दुनिया के श्रद्धालु अपनी सच्ची श्रद्धा रखते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड का वासी जहां कहीं भी गया है वहां की समृद्धि में अपना योगदान दिया है। देश की सेना सहित अन्य क्षेत्रों में इस प्रदेश ने कई विभूतियां दी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड उनकी भी जन्म भूमि है। आज उत्तराखण्ड के हर क्षेत्र में सड़क, बिजली, पानी व स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध है, फिर भी पर्वतीय क्षेत्रों में पलायन होना चिन्ता का विषय है। जरा सोचिए आज से 60-70 साल पहले तक जब यहां सड़क, बिजली, स्वास्थ्य सुविधा व पेयजल की पर्याप्त उपलब्धता नही थी बावजूद इन तमाम दुष्वारियों के हमारे पूर्वज यहां आकर बसे। वे बिना सुविधाओं के यहां बसे आज की पीढ़ी सुविधाओं के बावजूद अपने गांवो को छोड़ रही है। उन्होंने कहा कि भगवान राम ने भी कहा था कि जननी और जन्मभूमि का कोई विकल्प नहीं हो सकता है।

उत्तराखंड के सैनिकों ने हर आतंकवादी घटना का मुहतोड़ जवाब दियाः सेना प्रमुख
सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत ने कहा कि सन् 1962 से लेकर आज तक विभिन्न युद्धों में और आतंकवादी घटनाओं को नाकाम करने में उत्तराखण्ड के सैनिकों ने जो महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। रैबार-2 के लिए उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत का धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि यह देखकर बहुत खुशी होती है कि यह प्रदेश काफी तेज गति से विकास की ओर अग्रसर हो रहा है। पहले विनाश के रूप में पहचाने जाने वाले चीड़ की पत्तियों से अब विकास का आधार तैयार किया जा रहा है। कई प्रकार की औषधि हैं जो पहले नष्ट कर दी जाती थी, अब उपयोग में लायी जा रही हैं। पर्यटन के क्षेत्र में भी काफी कार्य किया गया है।

हाल ही मे हमने चीन के साथ लगे पहाड़ी इलाकों में अखरोट और चिंगोले की खेती में सहयोग के साथ टेलिकॉम की सुविधा, सड़क निर्माण एवं एडवांस लैंडिंग एयर फील्ड में भी पहल की है। मुझे यह भी खुशी है कि प्रदेश में जो भी कार्यक्रम होता है उसमें सदा ही भारतीय सैनिकों व माताओं को सम्मानित किया जाता है। उत्तराखण्ड, भारतीय सेना में लगातार बहादुर जवान तैनात करते आया है। उत्तराखण्ड का निवासी, नौजवान, नारियां कभी भी दुशमन व आतंकवाद का सामना करने से पीछे नही हटते, इसके लिए हमें आप सब पर गर्व है। उत्तराखण्ड ने हमारी सेना को कई वीर सपूत दिये हैं।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को उत्तराखण्ड के विकास में योगदान की शपथ भी दिलाई। इसके अतिरिक्त वीर नारियों को सम्मानित भी किया गया।

चुनावी रंजिश के चलते निर्वाचित ग्राम प्रधान के भाई ने की युवक की हत्या, एक घायल

नरेन्द्र नगर ब्लॉक के ग्राम बांसकाटल पट्टी दोगी क्षेत्र में नव निर्वाचित ग्राम प्रधान के बड़े भाई ने चुनावी रंजिश के चलते गांव के पोस्टमास्टर की हत्या कर दी। हत्या में आरोपी ने धारदार चाकू का प्रयोग किया। वहीं, घटना में एक अन्य युवक बुरी तरह घायल हो गया है। इसका इलाज एम्स ऋषिकेश में चल रहा है। वहंी, मुनिकीरेती पुलिस ने मृतक के पिता की तहरीर के आधार पर ग्राम प्रधान लेखवार सिंह और उसके बड़े भाई जयपाल सिंह के खिलाफ हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस की एक टीम आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए रवाना हो चुकी है।

बता दे कि बीते सोमवार रात्रि साढ़े आठ बजे जयपाल सिंह शराब के नशे में धुत होकर पड़ोसी गांव से अपने गांव आ पहुंचा। यहां उसने हरपाल सिंह नामक युवक को गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी दी और घर से धारदार हथियार लेकर उस पर हमला करने के लिए दौड़ पड़ा। इसी बीच पोस्ट मास्टर राकेश कैंतूरा बीच-बचाव करने आए तो आरोपी जयपाल ने राकेश की गर्दन पर वार कर दिया। इसके बाद वह मौके से फरार हो गया।

आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने राकेश और हरपाल को राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश पहुंचाया जहां देर रात चिकित्सकों ने राकेश को मृत घोषित कर दिया तथा हरपाल की हालत नाजुक पाते हुए उसे एम्स रेफर कर दिया। मंगलवार सुबह ग्राम बांस काटल पट्टी दोगी के लोग राजकीय चिकित्सालय पहुंचे और गिरफ्तारी की मांग करने लगे। वहीं पुलिस ने पिता की तहरीर के आधार पर ग्राम प्रधान सहित उसके भाई पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस आरोपी जयपाल की गिरफ्तारी के लिए रवाना हो चुकी है।

मुनिकीरेती पुलिस ने बिना वीजा और पासपोर्ट 18 साल से रह रहे विदेशी को पकड़ा

बिना पासपोर्ट और वीजा के पिछले 18 वर्षों से एक विदेशी नागरिक साधुवेश में तीर्थनगरी में डेरा डाले हुए है। कई साल से अवैध निवास कर रहे विदेशी नागरिक के बारे में पुलिस और एलआईयू को शुक्रवार को पता चल पाया। पुलिस सूचना मिलने के बाद मुनिकीरेती क्षेत्र स्थित नावघाट पहुंची। जब नागरिक से उसके वैध दस्तावेज मांगे गए तो उसने काफी देर तक एलआईयू टीम को प्रवचन के झांसे में उलझाए रखा। आखिरकार स्वीकार किया कि उसके पास कोई पासपोर्ट, वीजा या निवास का कोई वैध दस्तावेज नहीं है।
अवैध रूप से निवास कर रहा जर्मन नागरिक जर्गेन रुडोल्फ 1981 में भारत आया था। इस दौरान पिछले 38 साल से वह महाराष्ट्र सहित दक्षिण भारत के विभिन्न शहरों में रहा। पिछले 18 साल से वह ऋषिकेश क्षेत्र में स्थान बदल-बदल कर रह रहा है। फिलहाल उसका मौजूदा ठिकाना मुनिकीरेती स्थित नावघाट बना हुआ है। वह गंगा किनारे बने सीढ़ी पर टेंट डालकर रह रहा है। अवैध तरीके से रहने की सूचना मिलने के बाद करीब 12 बजे मुनिकीरेती पुलिस और एलआईयू की सब इंस्पेक्टर उमा चैहान अपनी टीम के साथ पूछताछ को पहुंचे। पूछताछ के दौरान जर्गेन रुडोल्फ ने पहले तो आनाकानी की। बाद में अपना मूल निवास भी बताने से इनकार कर दिया।
बाद में उसने कुछ दस्तावेज दिखाए जिसके मुताबिक वह जर्मन नागरिक है, और 1981 में भारत आ गया था। तब से वह गेरुआ वस्त्र पहने पिछले 18 सालों से तीर्थनगरी में अलग-अलग स्थानों पर रह रहा है। एलआईयू एसआई उमा चैहान के मुताबिक अवैध निवास कर रहे जर्मन नागरिक की सूचना संबंधित एंबेसी को दी जाएगी। फिलहाल अभी मामले की पड़ताल की जा रही है। वहीं थाना अध्यक्ष मुनिकीरेती आरके सकलानी का कहना है कि विदेशी नागरिक के अवैध प्रवास संबंधी मामले की गहन छानबीन हो रही है। दस्तावेजों की पड़ताल के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, विदेशी जर्गन रुडोल्फ का कहना है कि उसके पास वीजा, पासपोर्ट सहित सभी वैध दस्तावेज थे। कई साल पहले कुछ बदमाशों ने रुपयों के लालच में सारे दस्तावेज फाड़कर फेंक दिए। उनके पास पैसे भी नहीं हैं। जर्मन एंबेसी में एक बार मदद की गुहार लगाई थी। इसके बावजूद एंबेसी के लोग सहयोग नहीं कर रहे हैं। रुडोल्फ का कहना है कि अब उसने भारतीय संस्कृति को आत्मसात कर लिया है। उसका नया नाम आशाराम गिरि है। पूरा विश्व मेरा कुटुंब है। परिवार में कोई नहीं है। मां गंगा ही मेरी सबसे बड़ी शुभचिंतक है।

आकर्षण केन्द्र बन रहा डोबरा-चांटी पुल का डिजाईन

टिहरी झील में बन रहे देश के सबसे लंबे सस्पेंशन डोबरा-चांटी पुल के दोनों सिरे जुड़ चुके हैं और अब आसानी से डोबरा और चांटी के बीच जाया जा सकता है। इसी आकर्षण की वजह से डोबरा पुल पर इन दिनों स्थानीय और बाहर से आने वाले लोगों का जमावडा लगा है। ऐसे में लोनिवि को भी काम के दौरान परेशानी हो रही है। शनिवार को डीएम डॉ. वी षणमुगम ने पुल का दौरा किया और सुरक्षा प्रबंध के निर्देश दिए। डीएम ने चीफ प्रोजेक्टर मैनेजर एसके राय को निर्देश दिये कि जनपद के विभिन्न विभागों में तैनात इंजीनियरों की क्षमता विकसित करने के लिए उन्हें डोबरा-चांटी पुल का स्थलीय निरीक्षण करवाते हुए पुल निर्माण में आयी तकनीकि दिक्कतों एवं तकनीकि कमियों को दूर करने के लिए हुए प्रयासों से अवगत कराया जाए। साथ ही आइआइटी रूड़की व अन्य इंजीनियरिग कॉलेज के छात्र-छात्राओं व प्रोफेसरों को भी क्षमता विकसित करने के मकसद से डोबरा-चांठी पुल निर्माण की तकनीकि का अवलोकन कराया जाय। निर्माणाधीन डोबरा-चांटी पुल की कुल लंबाई 725 मीटर है। जिसमें 440 मीटर सस्पेंशन ब्रिज हैं तथा 260 मीटर आरसीसी डोबरा साइड एवं 25 मीटर स्टील गार्डर चांटी साइड है। पुल की कुल चैड़ाई सात मीटर है, जिसमें मोटर मार्ग की चैड़ाई 5.50 (साढ़े पांच) मीटर है, जबकि फुटपाथ की चैड़ाई 0.75 मीटर है। फुटपाथ पुल के दोनों ओर बनाया जा रहा है।

कंगसाली हादसे में मारे गए बच्चों के परिजनों को दो लाख रूपए देंगे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनपद टिहरी गढ़वाल के कंगसाली गांव में स्कूली बच्चों के वाहन दुर्घटना में मृतक बच्चों के परिजनों को दो-दो लाख रूपए एवं घायलों को 50 हजार रूपए मुआवजा देने का ऐलान किया है।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेश में घटित इस घटना का संज्ञान लेने तथा मृतक बच्चों के परिजनों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त किया है। विधायक प्रतापनगर विजय सिंह पंवार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया है।

ज्ञातव्य है कि टिहरी गढ़वाल के कंगसाली गांव में एक स्कूल के मृतक बच्चों के परिजनों को जिला प्रशासन द्वारा प्रति मृतक एक लाख रूपये की धनराशि तथा वाहन दुर्घटना के घायलों को प्रति घायल रूपये दस हजार की धनराशि दी गयी। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भी घटना स्थल पर जाकर मृतक बच्चों के परिजनों से भेंट कर उन्हें सांत्वना दी एवं आर्थिक सहायता के रूप में मृतक बच्चों के परिजनों को एक-एक लाख रूपये एवं घायलों को पचास हजार रूपये के चेक प्रदान किये।

मृतक बच्चों की आत्मशांति को किया मौन, घायलों का जाना हाल

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा कंगसाली गांव पहुंचकर मैक्स दुर्घटना में एंजल इन्टरनेशनल स्कूल के मृतक बच्चों को श्रद्धांजलि दी गयी तथा मृतक बच्चों एवं घायल बच्चों के परिजनों को सांत्वना दी गयी। साथ ही मृतक आत्माओं की शांति के लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया। वाहन दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को जिला प्रशासन द्वारा प्रति मृतक एक लाख रूपये की धनराशि तथा वाहन दुर्घटना के घायलों को प्रति घायल रूपये दस हजार की धनराशि पूर्व में ही वितरित की जा चुकी है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र द्वारा आज और एक लाख रूपये प्रति मृतक के परिजनों एवं पचास हजार रूपये प्रति घायल वितरित किये जाने हेतु चौक के रूप में जिलाधिकारी को उपलब्ध कराये गये हैं।

उन्होंने कहा कि वाहन दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण है इसका सभी को बहुत दुख है। वाहन दुर्घटना की सूचना मिलते ही सरकार द्वारा अधिकारियों को दूरभाष पर घायलों के त्वरित उपचार की व्यवस्था के निर्देश दिये गये। घायल बच्चें शीघ्र अस्पताल पहुंच सके इस हेतु हैलीकॉप्टर की व्यवस्था की गयी। मृतक एवं घायलों के परिजनों की क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर किये जाने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है। प्रदेश को शीघ्र ही 600 डॉक्टर मिलने की सम्भावना है। उन्होंने कहा कि प्रतापनगर क्षेत्र के लिए राज्य सरकार द्वारा एक ओर एम्बुलेंस बोट की व्यवस्था की जायेगी।

उन्होंने कहा कि टिहरी बांध से सर्वाधिक प्रभावित प्रतापनगर की जनता हुई है इसे ध्यान में रखते हुए डोबरा चांठी पुल निर्माण हेतु सरकार द्वारा एकमुश्त ही रूपये 88 करोड़ दिये गये। विश्वास है कि आगामी माह फरवरी तक डोबरा चांठी पुल जनता को समर्पित कर दिया जायेगा। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने दुर्घटना के मृतक एवं घायल बच्चों के परिजनों को आश्वस्त किया कि दुर्घटना की जांच चल रही है। इसमें जो भी दोषी पाया जायेगा उनके विरूद्ध नियमानुसार कड़ी कार्यवाही की जायेगी। मृतकों एवं घायलों के परिजनों की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा भारत सरकार से प्रदेश के प्रत्येक विकास खण्ड में एक केन्द्रीय विद्यालय खोलने की मांग की गयी है।

ट्रक खड़ा कर सो रहा था ड्राइवर, रूपयों से भरी कमीज लेकर भागा बंदर

मुनिकीरेती के ढालवाला क्षेत्र में ट्रक के अंदर सो रहे व्यक्ति की कमीज बंदर उठा ले गया। कमीज की जेब में करीब सात हजार रुपए, जरूरी दस्तावेज तथा गाड़ी की चाबी थी। एक स्थानीय ने बंदर को कुछ खाने को फेंका तो बंदर लालच में आकर कमीज छोड़ गया। कमीज में सात हजार रुपए, आईडी और गाड़ी की चाभी है। शनिवार की दोपहर चीनी गोदाम रोड ढालवाला में चाय की दुकान चलाने वाले कमलेश्वर कोठारी ने पुलिस को फोन से सूचना दी कि एक बंदर किसी की कमीज उठा ले आया है।

कमलेश्वर के मुताबिक बंदर अपने साथ कमीज लेकर घूम रहा है, जब उन्होंने उसे खाने की वस्तु दी तो उसने कमीज नीचे छोड़ दी। सूचना पाकर चौकी प्रभारी ढालवाला विनोद कुमार शर्मा ने दो कांस्टेबल को मौके पर रवाना किया।

पुलिस कर्मियों ने छोड़ी गई कमीज से आईडी देखने के बाद व्यक्ति की तलाश की तो उसकी पहचान सुरेश कुमार यादव पुत्र आदित्य राम यादव निवासी स्टार पोस्ट ऑफिस पीडी थाना कौंधियारा जिला इलाहाबाद के रूप में हुई। पुलिस कमीज लेकर चौकी आ गई और सुरेश कुमार यादव को चौकी बुलाया।

चौकी पहुंच सुरेश ने बताया कि वह हिलवेज कंपनी में ट्राला चलाता है। चीनी गोदाम रोड पर ट्राला खड़ा कर वह सो गया था। उसी दौरान बंदर ने केबिन के अंदर घुसकर उसकी कमीज उठाकर चलता बना। वे काफी देर से कमीज में रखे दस्तावेज, रुपयों और गाड़ी की चाभी को लेकर परेशान थे। मौके पर पुलिस ने सुरेश कुमार यादव को उसके 7000 रुपए, आधार कार्ड, पैन कार्ड और गाड़ी की चाभी सौंप दी