एम्स में आयोजित स्त्री वरदान कार्यक्रम में पहुंची राज्यपाल, पहल की सराहना की

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश के रिकंस्ट्रक्टिव एवं कॉस्मेटिक गायनेकोलॉजी विभाग के तत्वावधान में स्त्री वरदान कार्यक्रम आयोजित हुआ। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने एम्स ऋषिकेश की इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि अपने निजी स्वास्थ्य के प्रति गांव देहात की महिलाएं अभी भी जागरुक नहीं हैं। लिहाजा ऐसी महिलाओं को स्वस्थ समाज की परिकल्पना को साकार करने के लिए अपने निजी स्वास्थ्य के प्रति चुप्पी तोड़कर जागरुक होना होगा। इस दौरान एम्स ऋषिकेश की पहल पर आयोजित स्त्री वरदान चुप्पी तोड़ो, स्त्रीत्व से नाता जोड़ो अभियान में सहभागिता के लिए उपस्थित जनसमुदाय ने इस मुहिम को आगे बढ़ाने का सामुहिक संकल्प लिया।

राज्यपाल ने कहा कि महिलाओं के स्वस्थ होने से ही स्वस्थ समाज की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है, लिहाजा अब समय आ गया है कि महिलाओं को अपने निजी स्वास्थ्य के प्रति चुप्पी तोड़ने के लिए आगे आना होगा। राज्यपाल ने एम्स की ओर से स्त्रियों के स्वास्थ्य को लेकर शुरू किए गए स्त्री वरदान चुप्पी तोड़ो स्त्रीत्व से नाता जोड़ो अभियान को राज्य व देश की महिलाओं के स्वास्थ्य की दृष्टि से नई पहल बताई और एम्स की इस पहल की सराहना की।

निदेशक प्रोफेसर रवि कांत ने बताया कि महिलाओं में होने वाली बीमारियां 15 फीसदी समस्याएं पुरुष जनित हैं। बताया कि महिलाओं की निजी स्वास्थ्य से जुड़ी बीमारियों को लेकर एम्स में रिकंस्ट्रेक्टिव एवं कॉस्मेटिक गाइनेकोलॉजी विभाग की स्थापना की गई है। जहां महिलाओं की निजी समस्याओं का विश्वस्तरीय उपचार सुलभ कराया गया है। जो कि भारत ही नहीं बल्कि विश्व में अपनी तरह का ऐसा पहला विभाग है। जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज ने देश में कुपोषण की वजह से महिलाओं के स्वास्थ्य पर चिंता जताई। ऐसी स्थिति में उन्होंने महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर की गई इस पहल की सराहना की और उम्मीद जताई कि एम्स ऋषिकेश की यह शुरुआत महिलाओं के लिए कल्याणकारी सिद्ध होगी।

यमकेश्वर विधायक ऋतु खंडूड़ी ने कहा कि महिलाओं को निजी समस्याओं से निजात पाने के लिए संकोच मिटाकर आगे आना होगा, तभी महिलाएं स्वस्थ रह सकती हैं। हंस फाउंडेशन की प्रमुख माता मंगला ने एम्स ऋषिकेश की इस पहल को काविलेगौर बताया, कहा कि घर की नारी के स्वस्थ रहने पर ही परिवार स्वस्थ रह सकता है। लिहाजा महिलाओं को एम्स की इस शुरुआत व शुरू की गई मुहिम से जुड़ना होगा। आई.बी.सी.सी. की प्रमुख वरिष्ठ शल्य चिकित्सक सीनियर प्रोफेसर बीना रवि ने कहा कि शिक्षित महिलाओं व युवतियों को ब्रेस्ट कैंसर तथा अन्य तरह की निजी स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों को लेकर खुलकर चर्चा करनी चाहिए और अन्य महिलाओं को भी जागरुक करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आम महिलाएं एम्स द्वारा शुरू किए गए इस अभियान से जुड़कर संपूर्ण समाज का भला कर सकती हैं।

संस्थान के रिकंस्ट्रेक्टिव एवं कॉस्मेटिक्स गाइनोकोलाजी विभाग के अध्यक्ष एवं स्त्री वरदान कार्यक्रम के निदेशक डा. नवनीत मग्गो ने एम्स के इस अभियान की विस्तृत जानकारी दी। डा. विनोद व डा. मानवी के संयुक्त संचालन में आयोजित कार्यक्रम को जूना अखाड़े के महासचिव स्वामी देवानंद सरस्वती महाराज, मानस कथावक्ता स्वामी विजय कौशल महाराज, दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संस्थापक आशीष गौतम ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर उपस्थित जनसमुदाय ने स्त्री वरदान कार्यक्रम को हर घर की महिला तक पहुंचाने का डॉक्टर नवनीत मग्गो के आवाहन में सामुहिक संकल्प लिया गया। समारोह में प्रो. रवि कांत ने महामहिम राज्यपाल बेबी रानी मौर्य सहित सभी अतिथियों को संस्थान की ओर से स्मृति चिह्न व अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित किया। जबकि एम्स की इस विश्वव्यापी पहल के लिए राज्यपाल बेबीरानी मौर्य व जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज की ओर से निदेशक एम्स प्रो. रवि कांत व स्त्री वरदान कार्यक्रम के संयोजक डा. नवनीत मग्गो को स्मृति चिह्न व अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित किया गया।

राज्यपाल ने, जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर पूज्यपाद अवधेशानंद गिरी महाराज ने, हंस फाउंडेशन की मंगला माता ने, विजय कौशल महाराज ने, स्वामी देवानंद सरस्वती महाराज ने, रितु खंडूरी और आशीष गैतम ने स्त्री वरदान कार्यक्रम के संस्थापक डॉक्टर नवनीत मग्गो की इस सोच की बहुत सराहना की।

स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा कि आज वह दिन आ गया है जब डॉक्टर नवनीत मग्गो द्वारा देखा गया यह स्वप्न सच होने जा रहा है और मंच पर उपस्थित लोगो को और खचाखच भरे स्त्री वरदान कार्यकर्ताओं के विशाल जनसमुदाओ को देखकर ऐसा लगता है कि हर कोई इससे जुड़ना चाहता है।

कार्यक्रम में समाजसेवी प्रदीप मौर्य, डीन एकेडमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता, स्त्री रोग विभागाध्यक्ष डा. जया चतुर्वेदी, प्रो. शालिनी राव, प्रो. प्रशांत पाटिल, प्रो. वीके बस्तिया, प्रो. सत्यावती राना, डा. गौरव चिकारा, डा. पूर्वी कुलश्रेष्ठा, जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल आदि मौजूद थे।

ऋ़षिकेश पुलिस ने 13 पेटी अवैध शराब के साथ एक व्यक्ति को किया गिरफ्तार

कोतवाली ऋषिकेश क्षेत्र में देहरादून का एक व्यक्ति 13 पेटी अंग्रेजी शराब के साथ अरेस्ट हुआ। पुलिस ने तस्करी में प्रयुक्त कार को भी सीज किया है।

कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि क्षेत्र नशा मुक्त करने व नशा (अवैध शराब, चरस, गांजा आदि) तस्करों के विरुद्ध लगातार जारी अभियान व शराब तस्करों की गिरफ्तारी की जा रही है।
इसी क्रम में शराब तस्करों के ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। इसके अलावा संदिग्ध वाहनों की चेकिंग भी की जा रही है। सायंकालीन चैकिंग के दौरान रेलवे ब्रिज देहरादून रोड ऋषिकेश के पास एक कार नंबर को रोककर चेक किया तो उसके अंदर अवैध 13 पेटी (624 पव्वे) अंग्रेजी शराब बरामद हुई।

कोतवाल रितेश शाह ने आरोपी की पहचान 37 वर्षीय आशीष गुप्ता पुत्र हनुमान प्रसाद निवासी किराएदार प्रदीप वालिया, 24 ईसी रोड, डालनवाला, देहरादून के रूप में कराई।

योग पूरे विश्व को भारत द्वारा दिया गया अमूल्य उपहारः राज्पाल उत्तराखंड

गढ़वाल मण्डल विकास निगम लिमिटेड व पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का समापन राज्यपाल बेबी रानी मौर्य द्वारा किया गया। समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि योग का मतलब जोड़ना है। योग पूरे विश्व को भारत द्वारा दिया गया अमूल्य उपहार है, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योग को समूचे विश्व में एक नई पहचान दी है, युवा पीढ़ी का आहवान करते हुए उन्होंने कहा कि युवाओं को योग को आत्मसात करना चाहिए। तभी हम विकसित भारत का निर्माण कर सकते हैं, योग एक साधना ही नहीं वरन एक सस्कृति है, जो कि ऋषिमुनियों ने कठिन तप से प्राप्त की है।

इससे पूर्व पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि योग की शक्ति से ही हम भारत को विश्व गुरू बना सकते हैं। आज विश्व में फैल रही तमाम वैश्विक बीमारियों से हमें योग ही बच सकता है कोरोना से लडने में योग ने अहम भूमिका का निर्वहन किया है।

वन मंत्री हरक सिंह रावत ने अपने सम्बोधन में कहा कि योग अब देवभूमि उत्तराखण्ड से पूरी दुनिया में आम लोगों की दिनचर्या का हिस्सा बन गया है। पश्चिमी देशों ने भी योग के महत्व को स्वीकार करते हुए योग को अपनाया है यही वजह है कि 21 जून को पूरी दुनिया योग दिवस मना रही है।

योग महोत्सव में उपस्थित विधान सभा अध्यक्ष प्रेम चन्द्र अग्रवाल ने कहा कि ऋषिकेश योग की धरती है और यहाँ से बहती हुई गंगा की तरह योग पूरी दुनिया में प्रवाहित हो रहा है। इस मौके पर विभिन्न देशों के उच्चायुक्तों ने भी कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। जिसमें बोसनियां के उच्चायुक्त मोहम्मद शिनजिक, नोर्थ मेसोडोनिया के राजदूत नेहथ ईमिनी, फिजी के उच्चायुक्तों कमलेश शशि प्रकाश एवं त्रिंडाड एण्ड टैबगो के राजदूत डाॅ0 रोजर गोपाल ने भी अपने विचार व्यक्त किये।

मौके पर सचिव पर्यटन दिलीप जावलकार, डीएम टिहरी ईवा आशीष श्रीवास्तव गढ़वाल मण्डल विकास निगम के प्रबन्ध निदेशक, डाॅ आशीष चैहान, महाप्रबन्धक (पर्यटन), जितेन्द्र कुमार, महाप्रबन्धक (प्रशासन), अवधेष कुमार सिंह, महाप्रबन्धक (वित्त) एवं अभिषेक कुमार आनन्द आदि मौजूद रहे।

षड्यंकारियों के खिलाफ उत्तराखंड के हितैषियों को आना होगा आगे

आज उत्तराखण्ड गर्म है शायद राज्य से सर्दी ने मुंह मोड़ लिया है। आज हर ओर मुख्यमंत्री बदलवाने की दुकानें सजी थी। शायद जब उत्तराखंड बना तब हमारे शहीदों और माताओ ने ये नहीं सोचा था कि जिस राज्ये को बनाने के लिए उन्होंने संघर्ष किया है। वहाँ बाहरी लुटेरे आकर लूट करेंगे और हमारे लोग तमाशा देखेंगे। काश हर बार राज्ये में इस तरह से दुकाने न सजती तो हम भी बहुत आगे निकल गए होते।

…आखिर क्यों इस तरह की हवा चली क्या, किसी का भी दिल्ली से आना ये संकेत है कि मुख्यमंत्री बदलेगा। आखिर क्यों बदले जाए त्रिवेंद्र रावत, क्या इसलिए कि उन्होंने भ्रष्टाचार कम कर दिया या बाहरी लुटेरो की दुकान बंद करदी या यूं कहें कि चंद लोगो की जो भीड़ सचिवालय में दलाली करने की दलालो की फौज खत्म कर दी। इसलिए मुख्यमंत्री बदल दे या गैरसैण को राजधानी बना दी। इसलिए मुख्यमंत्री बदला जाए या सादगी गलत है हर ओर झुठे वादे और बातें होनी चाहिए। इसलिए मुख्यमंत्री बदला जाए।

आखिर दलालो का प्रवेश खोल दिया जाए उत्तराखंड को लूटने दिया जाए, शायद तब सबको सही लगेगा। ये जो मुख्यमंत्री बदलने की दुकान है ये चंद दलालो की है आखिर क्या जनता ने कोई मांग की है या कोई बड़ा घोटाला सामने आया हो। ये अलग है कि कुछ नासमझ अधिकारी गलती कर रहे है तो उनको हटाने की जगह सीधा निसाना मुख्यमंत्री क्यों ? क्या उन अधिकारियों की जांच की मांग नहीं होनी चाहिए कि कहीं वो ही तो ये खेल नहीं खेल रहे। आखिर ऐसा ईमानदार मुख्यमंत्री जिस पर कोई आरोप नहीं है जिसको जनता भी सज्जन ओर ईमानदार कहती हो। जिसको माताओं ओर बेटियों की चिंता हो। जिसको यहाँ के युवाओं का दर्द हो। उसको इन चंद गलत अधिकारियों और दलालो की भेट नहीं चढ़ने दिया जाना चाहिए।

उत्तराखंड के वो चिंतक और लोग जो वास्तव में उत्तराखंड का हित चाहते है उनको आगे आना चाहिए। नही तो चंद बाहरी लोग जो आजकल परेशान हैं वो वापस आकर राज करेंगे और आप सब तमाशा देखेंगे। ’जागो उत्तराखंड जागो’

त्रिवेंद्र के खिलाफ षड्यंत्रकारी फिर हुए बेनकाब

देहरादून। उत्तराखंड राज्य बने हुए 20 वर्ष गुजर गए। मगर, राजनीति के मामले में यहां कभी स्थिरता नहीं ठहरती है। पुराना रिकाॅर्ड खंगाला जाए तो यह साफ तौर पर सामने आ जाता है कि जब भी किसी भी पार्टी का मुख्यमंत्री बना है, उसे हटाने के नित नए षड्यंत्र गढ़े जाते है। किसी न किसी बहाने राजनीतिक चर्चाएं गर्म रहती है, ताकि सरकार को अस्थिर किया जा सके। इस बार भी ऐसा ही देखने को मिला। जब तेजी से सोशल मीडिया और कुछ चैनलों में प्रायोजित खबरे चलाई गई कि सीएम त्रिवेंद्र बदले जा सकते है। मगर, त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हर बार की ही तरह इस बार भी विरोधियों को पराजित कर दिया।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भले ही गली-गली में जाकर भुट्टे न खाते हो, किसी दुकान पर जाकर जलेबी न खाते हो। मगर, वह कभी अपने लोगों को झूठे वादे करके बेवकूफ नहीं बनाते है। सीएम की छवि बेहद ही सरल और स्पष्टवादी रही है। शायद यही कारण है कि कुछ लोग उन्हें पसन्द न भी करते हों। इसके बावजूद सीएम त्रिवेंद्र अपनी माटी और राज्य के विकास के लिए वचनबद्ध है। जब से त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सीएम का पद ग्रहण किया है। तभी से उनके विरोधी उन्हें सत्ता से बाहर करने में लगे हुए है। जिसके लिए समय-समय पर ऐसी अफवाहें चलाई जाती रही है, की सीएम अब हटे तब हटे। अब जबकि त्रिवेंद्र सरकर अपने चार साल पूरे करने जा रही है और एनडी तिवारी के बाद त्रिवेंद्र ही ऐसे सीएम होंगे। जो पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे, तब फिर से ऐसी अफवाहें फैलाई जा रही है कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन होने जा रहा है। जो कि शर्मनाक है।

अब उत्तराखंड की जनता भी समझ चुकी है कि राज्य में प्रचंड बहुमत की त्रिवेंद्र सरकार ही मजबूत नेतृत्व दे सकती है। बीते रोज देहरादून में केवल कोर ग्रुप की बैठक आयोजित हुई, जिस पर त्रिवेंद्र के विरोधी सक्रिय हुए और खूब अफवाहें फैलाई गई। लेकिन फिर वही हुआ, जो इन 4 सालों में हुआ, त्रिवेंद्र अजेय है और उनके विरोधी पस्त है। अजेय त्रिवेंद्र फिर से राज्य में भाजपा की सरकार बनाने जा रहे है।

विस चुनाव में त्रिवेंद्र सिंह रावत ही होंगे भाजपा के सीएम पद का चेहराः भगत


उत्तराखंड में भाजपा कोर ग्रुप की बैठक के बाद शुरू हुई अटकलों को अब विराम लग गया है। राज्य में किसी भी प्रकार का नेतृत्व परिवर्तन नहीं होने जा रहा है, यह सिर्फ अफवाहें थी। कोर ग्रुप की बैठक राज्य सरकार के चार वर्ष पूर्ण होने पर की गई। नेतृत्व परिवर्तन वाली अटकलों को खारिज करते हुए यह बात भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने मीडिया से वार्ता के दौरान कहीं है।

सुबह से ही राज्य की राजनीति में अचानक हलचल शुरू हो गई थी। जिस तरह से बीजापुर गेस्ट हाउस में भाजपा कोर ग्रुप की बैठक हुई। इसमें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पर्यवेक्षक रमन सिंह, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम, राज्यसभा सदस्य नरेश बंसल, महामंत्री संगठन अजय कुमार और कबीना मंत्री धन सिंह रावत उपस्थित रहे। इससे नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों को ओर भी हवा लग गई। मगर, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा वंशीधर भगत ने इस बात को खारिज करते हुए स्पष्ट किया है कि अगला विधानसभा का चुनाव भाजपा त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में ही लड़ने जा रही है।

मेयर अनिता से आश्वासन मिलने पर शिवाजी नगर में समाप्त हुआ धरना

नगर निगम मेयर अनिता ममगाईं ने आंदोलनकारियों को आश्वस्त किया कि उनकी एक मांग पर तुरंत कार्यवाही कर दी जाएगी, जबकि अन्य 2 मांगों को 6 माह के भीतर पूरा करा दिया जाएगा। मेयर के आश्वासन के बाद आंदोलनकारियों ने अपने आंदोलन को समाप्त करने की घोषणा कर दी।

मेयर अनिता ममगाई शिवाजी नगर क्षेत्र में शंख उद्घोष फाउंडेशन के बैनर तले तीन सूत्रीय मांग को लेकर चल रहे धरने को समाप्त कराने पहुंची। इस दौरान उन्होंने आंदोलनकारियों की समस्याओं को बेहद गंभीरता से सुना और उस पर कार्यवाही का आश्वासन दिया। मेयर अनिता के आश्वासन से संतुष्ट आंदोलनकारियों ने धरना समाप्त करने की घोषणा कर दी। इससे पूर्व मेयर अनिता द्वारा जूस पिलाकर प्रदर्शन कारियों का अनशन समाप्त कराया गया। आंदोलनकारियों को अवगत कराया कि क्षेत्र में 260 स्ट्रीट लाईटों के अलावा 90 लाख की सड़क एवं 65 लाख की लागत से नाली निर्माण कार्य सम्पन्न कराया जा चुका है। आगे और तेजी से शहर के सभी वार्डों के साथ-साथ शिवाजीनगर का भी भरपूर विकास किया जाना है। क्षेत्र में मुख्य मार्ग में 350 मीटर का निर्माण कार्य जल्द करा दिया जाएगा। क्षेत्र के 1000 मीटर के सुधारीकरण एवं मुख्य मार्ग से सटी नहर से गंदे पानी की निकासी व हयूम पाइप डालकर बरसाती पानी की निकासी बहाल करने के लिए भी जल्द ही कार्रवाई शुरू करा दी जाएगी।

मेयर के आश्वासन के बाद आंदोलनरत शंख उद्घोष फाउंडेशन ने धरना समाप्त करने की घोषणा कर दी। इस दौरान सहायक नगर आयुक्त एलम दास, सहायक अभियंता आनंद मिश्रावान, पार्षद गुरविंदर सिंह, पार्षद अनीता प्रधान, पंकज शर्मा, राजपाल ठाकुर, हैप्पी सेमवाल, ममता नेगी, दुर्गा देवी, जसवंत सिंह, बीएन तिवारी, पुरुषोत्तम भट्ट, राजीव राणा, बद्री बहादुर थापा (अनशन कारी), हौसला प्रसाद (अनशन कारी), सुरेंद्र सिंह नेगी, सुंदर सिंह भंडारी, विक्रम सिंह, संतोष पांडे, मुकेश जोशी, उपेंद्र नेगी, विनोद प्रजापति, महेश कंडवाल, पदम, संजय शर्मा, कुणाल सिंह, धनवीर सिंह, राजीव राणा, सुमेर सिंह, हरपाल, संतोष आदि मौजूद रहे।

महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग की फ्रेशर पार्टी में नूतन छात्रों का मचाया धमाल

राजकीय महाविद्यालय ऋषिकेश में अंग्रेजी साहित्य के छात्र छात्राओं के लिए फ्रेशर पार्टी का आयोजन किया गया। ऐसे छात्र व छा़त्राएं जो प्रथम वर्ष में कॉलेज में प्रवेश लिया है, उनका महाविद्यालय में स्वागत हुआ। पार्टी में सभी छात्रों ने अपना परिचय दिया। इस दौरान छात्रों ने सिंगिंग, डांसिंग, डीजे पर रैंप वॉक कर अपनी अपनी प्रतिभा को भी सम्मुख रखा। फ्रेशर पार्टी में मिस्टर फ्रेशर मयंक और मिस फ्रेशर का खिताब निशा गोस्वामी ने हासिल किया।

अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ सतेन्द्र कुमार ने सभी नये छात्रों का स्वागत किया व साथ ही उनके बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनाए दी। इस अवसर पर डॉ अंजू भट्ट, रूबी तब्बसुम, बीना खाती, मयंक रैवानी, ज्योति, साक्षी, निधि, पूजा, कृति आदि मौजूद थे।

नगर निगम ऋषिकेशः बीजेपी पार्षदों ने एसएनए का किया घेराव, घर के बाहर अन्य पार्षद का बोर्ड लगाने पर जताई आपत्ति

बीते रोज कांग्रेस पार्षदों द्वारा नगर निगम ऋषिकेश में सत्ता पक्ष पर आरोप लगाया गया था। मामले में कांग्रेस के पार्षदों ने नगर आयुक्त को सख्त लहजे में पार्षद जगत सिंह नेगी के बोर्ड लगाने को लेकर ज्ञापन दिया गया था। वहीं, आज सत्ता पक्ष के भाजपा पार्षदों ने सहायक नगरायुक्त का घेराव किया।

पार्षद राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट ने भाजपा पार्षदों के साथ सहायक नगर आयुक्त को ज्ञापन दिया। बताया कि उनके घर के बाहर अन्य पार्षद के निवास होने का बोर्ड लगाया जा रहा था। इस मामले में उन्होंने निगम के ठेकेदार से वार्ता की और इस पर आपत्ति दर्ज कराई। उस वक्त ठेकेदार ने हटाने का भरोसा भी दिया। मगर, दो मार्च को उनके घर के बाहर बोर्ड लगाया जा रहा था जिस पर पुनः आपत्ति दर्ज की गई और बोर्ड हटवाया गया।

पार्षद राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट ने कहा कि जब बोर्ड लगवाने का कार्य बैठक में स्वीकृत नहीं हुआ है, तो किस आधार पर बोर्ड लगाए जा रहे हैं। यदि कोई कार्य स्वीकृत भी होता है तो जिस स्थान पर कोई विवाद होता है तो जब तक विवाद निपटा न लिया जाए। तब तक विवादित कार्य को आगे नहीं बढ़ाया जाता है। उन्होंने कहा कि उनके घर के बाहर दूसरे पार्षद का बोर्ड लगाने पर फेसबुक पर अभद्र टिप्पणी भी की गई तथा मेरी छवि खराब करने की कोशिश भी की जा रही है। जिसका सभी भाजपा पार्षदों ने पुरजोर विरोध किया। इस अवसर पर पार्षद विजय बड़ौनी, पार्षद लव कांबोज, पार्षद प्रभाकर शर्मा, पार्षद लक्ष्मी रावत, पार्षद लता तिवारी, पार्षद विजेंद्र मोघा, पार्षद मनीष मनवाल, पार्षद ज्योति अशोक पासवान, पार्षद विपिन पंत, पार्षद अनीता रैना, पार्षद शारदा देवी, पार्षद अनिता प्रधान, किशन मण्डल, पार्षद चेतन चैहान, सुजीत यादव आदि उपस्थित थे।