धामी और योगी की जोड़ी ने परिसम्पत्ति विवाद को सुलझाया

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड राज्य के मध्य आस्तियों एवं दायित्वों के लंबित प्रकरणों के संबंध में बैठक की। इस अवसर दोनों राज्यों के परस्पर हितों को ध्यान में रखते हुए चर्चा हुई।
दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक में निर्णय लिया गया कि हरिद्वार स्थित अलकनंदा पर्यटक आवास गृह का लोकार्पण दिसम्बर 2021 में किया जाएगा और तत्समय पूर्व पर्यटक आवास गृह उत्तराखंड को हस्तांतरित किया जाएगा। किच्छा में उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की बस स्टैंड की भूमि को उत्तराखण्ड को 15 दिन के अन्दर हस्तांतरित किया जायेगा। वन विभाग के अवशेष 90 करोड़ के देयकों का भुगतान भी तत्काल उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उत्तराखण्ड को किया जायेगा। जनपद उधमसिंह नगर स्थित धौरा, बैगुल, नानक सागर जलाशय में पर्यटन एवं वाटर स्पोर्ट की अनुमति दी गई। ऊपरी गंग नहर में वाटर स्पोर्ट की अनुमति भी दी गई। गुरुवार को बैठक में सभी प्रकरणों पर सहमति बनी है। 21 सालों से जो प्रकरण लंबित चल रहे थे, उनका निस्तारण किया गया। कुछ प्रकरणों पर 15 दिनों का समय लिया गया है। ऐसे प्रकरणों पर दोनों राज्यों द्वारा ज्वाइंट सर्वे कर निस्तारण किया जायेगा।
बैठक में निर्णय लिया गया कि सिंचाई विभाग की 5700 हेक्टेयर भूमि और 1700 आवासों में उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के उपयोग हेतु आवश्यक भूमि एवं भवन के आकलन के लिये संयुक्त सर्वे कर शीघ्र चिन्हीकरण किया जायेगा। दोनों राज्यों के मध्य सहमति बनी कि न्यायालयों में लम्बित विभिन्न वादों को वापस लिया जायेगा और आपसी सहमति से मामलों को हल किया जायेगा। दो बैराज भारत नेपाल सीमा पर बनबसा बैराज तथा किच्छा का बैराज जो आपदा से नुकसान के कारण जीर्ण-शीर्ण अवस्था में हैं, इन बैराजों का निर्माण उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग द्वारा किया जायेगा। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम द्वारा उत्तराखण्ड परिवहन निगम को 205 करोड़ का भुगतान करने पर सहमति बनी। उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद् की उत्तराखण्ड में अवस्थित परिसम्पतियों के निस्तारण से होने वाली आय एवं देनदारियों का दोनों राज्यों को 50-50 प्रतिशत के अनुपात में बंटवारा होगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उत्तराखण्ड की जनता की ओर से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि 21 साल से जो मामले लंबित पड़े थे, सभी मांगों पर सहमति बन गई है। सभी मामले जल्द ही निस्तारित किये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड दोनों राज्य का आपस में बड़े एवं छोटे भाई का सबंध है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द, उत्तराखण्ड के मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.संधु, उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आर. के. तिवारी, उत्तराखण्ड से सचिव रंजीत सिन्हा, प्रमुख अभियंता सिंचाई मुकेश मोहन एवं उत्तर प्रदेश शासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

धामी ने लखनऊ में एबीवीपी के कार्यालय का भ्रमण किया

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को लखनऊ के केसर बाग स्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यालय का भ्रमण किया। इस दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यालय से उनकी बहुत सारी यादें जुड़ी हैं, मुख्यमंत्री ने कहा कि “मैं भी इसी कार्यालय से निकला हूँ और आज मुख्य सेवक के रूप में कार्य कर रहा हूं”। इस दौरान उन्होंने विद्यार्थी परिषद से जुड़े युवाओं के साथ संवाद करते हुए अपने पुराने सस्मरण साझा किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन उत्तराखंड के लिए महत्वपूर्ण है। गुरुवार को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच दो दशकों से चल रहे परिसंपत्तियों के मामलों का निस्तारण हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हर क्षेत्र में बेहतर कार्य संस्कृति के साथ कार्य हो रहा है, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी बेहतर कार्य संस्कृति से काम किया जा रहा है। इस दौरान कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिश्वरानंद और विधायक राजेश शुक्ला मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री ने प्रवसियों से किया समृद्ध, सशक्त और आध्यात्मिक उत्तराखण्ड बनाने का आह्वान

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लखनऊ दौरे के दूसरे दिन बीरबल साहनी मार्ग स्थित पंडित गोविंद बल्लभ पंत सांस्कृतिक ऑडिटॉरीयम में उत्तराखंड महापरिषद द्वारा आयोजित उत्तराखण्ड महोत्सव 2021 के समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में उत्तराखण्ड महापरिषद से जुड़े हजारों प्रवासी उत्तराखंडियों ने मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया।
कार्यक्रम में संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज का दिन उत्तराखण्ड के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुरोध किया था कि “ऐसे बंटवारा कर दीजिए जैसे एक छोटे और बड़े भाई के बीच में होता है, ना कि 2 राज्यों के मध्य में और उन्होंने भी हमारी बात को सहृदय स्वीकार किया”। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार प्रकट करते हुए कहा कि जो मुद्दे दो दशक से ज्यादा समय से नहीं सुलझ पाई वे आज आपसी सहमति से सुलझ चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के निर्माण में राज्य आंदोलनकारियों की विशेष भूमिका रही है, उन्हीं आंदोलनकारियों के सपनों का उत्तराखंड बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रदेश में महिला सशक्तिकरण, युवाओं और हर क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल में प्रदेश सरकार ने 600 करोड़ का कोविड-19 पैकेज, घस्यारी योजना, वात्सल्य योजना के साथ ही महालक्ष्मी योजना समेत अनेक कल्याणकारी योजना प्रारंभ की हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड का चौमुखी विकास हो रहा है। केदारनाथ -बदरीनाथ में पुनर्निर्माण कार्य, ऑल वेदर रोड, ऋषिकेश- कर्णप्रयाग रेल परियोजना, टनकपुर बागेश्वर रेल परियोजना, कुमाऊं में एम्स के सेटेलाइट सेंटर समेत एक लाख करोड़ के योजनाओं पर काम चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में सभी प्रवासी उत्तराखंडवासियों से आह्वान करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में सभी लोग 25 साल के युवा उत्तराखंड को समृद्ध सशक्त और अध्यात्म का केंद्र बनाने में सहभागी बनें।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने इस उत्तराखंड महोत्सव को और अधिक भव्य रूप से आयोजित करने हेतु 21 लाख देने की घोषणा की। इसके अलावा ही उत्तराखंड महोत्सव में समस्त कलाकारों को 2000 पुरस्कार, लखनऊ से रामनगर ट्रेन चलाने हेतु केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने, और भविष्य में उत्तराखंड से संबंधित समस्याओं के निस्तारण हेतु उत्तराखंड भवन गोमती नगर में प्रकोष्ठ के स्थापना करने की भी घोषणा की।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री स्वामी यतिश्वरानंद, सांसद प्रोफेसर रीता बहुगुणा जोशी, विधायक राजेश शुक्ला, भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह, उत्तराखंड महासंघ के अध्यक्ष हरीश चंद्र पंत महासचिव भरत सिंह बिष्ट समेत हजारों की संख्या में प्रवासी उत्तराखंडी मौजूद रहे।

नीरज शर्मा को रक्तदान के लिए मेरठ में सम्मानित किया

तीर्थनगरी के निवासी नीरज शर्मा को रक्तदान के लिए सदैव तत्पर रहने के लिए उत्तर प्रदेश के मेरठ में सम्मानित किया गया। नीरज शर्मा ने ऋषिकेश, देहरादून, हरिद्वार सहित कई जगहों में रक्तदान किया है। 39 बार रक्तदान कर चुके नीरज शर्मा अपनी टीम के जरिये रक्तदान प्रेरक के रूप में पहचान बना चुके हैं। नीरज शर्मा रक्तदान के अलावा जरूरतमंद लोगों के घर राशन पहुंचना, दवाई उपलब्ध कराना, विभिन्न जगहों पर धूप में तैनात पुलिस कर्मियों को नींबू पानी की सेवायें भी देते है। समाज सेवा के रुप में उन्होंने अपनी विशिष्ट पहयान बनाई है।

अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिले-धामी

रामनगरी अयोध्या में प्रवास के दूसरे दिन उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ’दिल्ली सेवा धाम ट्रस्ट’ की प्रस्तावित धर्मशाला के शिलान्यास पूजन कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर मंत्रोच्चार के साथ हवन यज्ञ में आहूति दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्मशाला के निर्माण के बाद रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या आने वाले देश और दुनिया के रामभक्तों को विश्व स्तरीय आवासीय सुविधा मिलेगी। इससे पूर्व उन्होंने जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास से मिलकर उनका हाल जाना और आशीर्वाद लिया।
धर्मशाला के शिलान्यास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो चुका है। मंदिर को दिव्य और भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। मंदिर निर्माण से अयोध्या पूरी दुनिया के लिए एक धार्मिक केन्द्र बन जाएगा। उसके बाद यहां रामभक्तों और श्रद्धालुओं की आवाजाही और अधिक बढ़ जाएगी। यहां श्रद्धालुओं को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े इसके लिए सामाजिक संगठनों को भी सामने आना चाहिए। उन्होंने कहा कि रामभक्तों को अयोध्या में ठहरने के लिए उच्चस्तरीय सुविधा मुहैया करवाने के लिए ’दिल्ली सेवा धाम ट्रस्ट’ भव्य धर्मशाला का निर्माण कर रहा है। आगे चलकर यह धर्मशाला एक धरोहर बनने के साथ ही स्थानीय लोगों और रामभक्तों के लिए बहुपयोगी साबित होगी।
इससे पहले सुबह के वक्त मुख्यमंत्री ने मणिराम दास की छावनी पहुंचकर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के पैर छूकर आशीर्वाद लिया और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। महंत नृत्य गोपाल दास ने मुख्यमंत्री को रामनामा भेंट कर आशीर्वाद दिया।
इस मौके पर सांसद लल्लू सिंह, विहिप के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज, प्रांतीय प्रवक्ता शरद शर्मा व अन्य लोग भी मौजूद रहे।

छात्र जीवन में तो कई बार लेकिन आज मुख्यसेवक बनकर आया हुं अयोध्या-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को अयोध्या पहुंचकर रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला और हनुमानगढ़ी के दर्शन कर उत्तराखण्ड राज्य की खुशहाली की प्रार्थना की। इस दौरान उन्होंने राम मंदिर निर्माण कार्य का अवलोकन किया और साधू संतों का आशीर्वाद भी लिया। राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होने के बाद पुष्कर सिंह धामी उत्तराखण्ड के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जो रामलला के दर्शन करने अयोध्या पहुंचे।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अयोध्या 2 दिन के दौरे पर हैं। अपराह्न लगभग 3 बजे मुख्यमंत्री अयोध्या के नाका एयरपोर्ट पहुंचे, जहां उन्हें उत्तरप्रदेश पुलिस ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद वह नया घाट स्थित यात्री निवास सरयू होटल पहुंचकर उन्होंने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। शाम को 4ः30 बजे नया घाट से चलकर हनुमानगढ़ी राम जन्मभूमि तक जाने वाली राम बारात में शामिल होते हुए पुष्कर सिंह धामी हनुमानगढ़ी पहुंचे। हनुमानगढ़ी में उन्होंने विधिविधान के साथ दर्शन पूजन किया। हनुमानगढ़ी पीठ के महंत राजूदास की अगुवाई में पूजन कार्यक्रम संपन्न किया गया। इसके बाद वह सीधे रामलला के दरबार में पहुंचे। उन्होंने पहले रामजन्म भूमि में रामलला की पूजा अर्चना की और फिर उस स्थान को देखने गए जहां रामलला का भव्य और दिव्य राम मंदिर निर्माण हो रहा है। इससे पहले यात्री निवास में पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने उच्च शिक्षा लखनऊ से ग्रहण की है। छात्र जीवन में कई बार उनका अयोध्या आना हुआ, लेकिन उत्तराखण्ड के मुख्यसेवक के रूप में पहली बार उन्हें अयोध्या आने का सौभाग्य मिला है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड महादेव की भूमि है और उत्तर प्रदेश भगवान श्रीराम की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत देश तेजी से विकास कर रहा है और दुनिया में हमारे देश का मान सम्मान बढ़ा है। उनके दिशा निर्देशन में उत्तर प्रदेश की तरह उत्तराखण्ड में भी विकास के नए आयाम स्थापित हो रहे हैं। कर्णप्रयाग ऋषिकेश रेलवे लाइन, चारधाम ऑल वेदर, केदारनाथ पुनर्निर्माण, बदरीनाथ सौंदर्यीकरण महायोजना समेत तमाम परियोजनाओं को सफलतापूर्वक धरातल पर उतारा जा रहा है। इस दौरान राज्यसभा सांसद नरेश बंसल भी मौजूद रहे।

रविवार को धर्मशाला के भूमि पूजन में शामिल होंगे धामी
रविवार की सुबह 17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री दिल्ली सेवा धाम ट्रस्ट की धर्मशाला के भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस दौरान यज्ञ में बैठ कर वह आहुति देंगे। मुख्यमंत्री ‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट’ के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास से मणिराम छावनी में मुलाकात करेंगे। इसके बाद सुबह 11ः30 बजे वह अयोध्या के नाका एयरपोर्ट से देहरादून रवाना होंगे।

सरकारी अस्पतालों की तर्ज पर राजकीय मेडिकल कालेजों में भी मुफ्त उपचार-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी सरकार शहीदों के सपनों और राज्य आन्दोलनकारियों की भावनाओं के अनुरूप उत्तराखण्ड को हर क्षेत्र में आगे बढ़ायेगी। जनता, सरकार के भाव को समझे। यह बात उन्होंने उत्तराखंड शहीद स्मारक रामपुर तिराहा, मुजफ्फरनगर में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी शहीदों की पुण्य स्मृति पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य आन्दोलनकारियों के हित में कई घोषणायें कीं, जिनमें राज्य आन्दोलनकारियों को सरकारी अस्पतालों की तर्ज पर राजकीय मेडिकल कालेजों में मुफ्त उपचार उपलब्ध करवाने, उद्योग धंधों में राज्य आन्दोलकारियों और उनके परिजनों को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार देने और विभिन्न विभागों में सेवारत राज्य आन्दोलनकारियों को हटाये जाने सम्बंधी मामले में ठोस पैरवी करना शामिल है।
सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं उन शहीदों को नमन करता हूं जिनके सर्वाेच्च बलिदान की वजह से हमें उत्तराखंड राज्य मिला है। राज्य निर्माण आंदोलन के दौरान खटीमा, मसूरी एवं मुजफ्फरनगर में लाखों आंदोलनकारियों ने भाग लिया जिसमें से कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। उन्होंने कहा उत्तराखंड राज्य का विकास शहीदों के सपनों के अनुरूप किया जाएगा। इसके लिए हमारी सरकार लगातार कार्य कर रही है। राज्य आंदोलनकारियों से जुड़ी समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1 सितम्बर 2021 को घोषणा की थी कि राज्य आन्दोलनकारियों के चिन्हीकरण की प्रक्रिया फिर से शुरू की जायेगी, उसका शासनादेश भी जारी कर दिया गया है। हमारी सरकार जो भी घोषणा करेगी उसको हर हाल में धरातल पर उतारा जायेगा। राज्य आंदोलनकारियों एवं शहीदों का सपना था कि युवाओं को रोजगार के लिए भटकना न पड़े इसके लिए हमारी सरकार ने पहली कैबिनेट में यह फैसला लिया कि विभिन्न विभागों पर रिक्त चल रहे 24000 पदों पर भर्ती निकालेंगे, जिनमें आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए हर जिले में कैंप लगाए जा रहे हैं। इसक अलावा कोरोना से प्रभावित व्यवसायियों और स्वयं सहायता समूहों को क्रमशः 200 और 118 करोड़ के राहत पैकेज घोषित किये गये हैं जिनका पैसा प्रभावितों के खाते में आने लगा है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई पहल करते हुए हमारी सरकार मरीजों को सरकारी अस्पतालों में 207 जांचें मुफ्त में करवाने की सुविधा दे रही है। कोरोना के कारण अनाथ और बेसहारा हुय बच्चों के भरण पोषण की जिम्मेदारी भी सरकार उठा रही है। इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, केंद्रीय मंत्री एवं सांसद मुजफ्फरनगर संजीव बालियान, उत्तराखण्ड के कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, भाजपा उत्तराखण्ड प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, मुजफ्फरनगर के विधायक प्रमोद उडवाल, राजेन्द्र अन्थवाल, प.. महावीर शर्मा एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

कानून का शिंकजा कसा तो कोर्ट में हाजिर हुआ पप्पू गिरधारी

उत्तराखंड की मंत्री रेखा आर्या का पति पप्पू गिरधारी दो महीने की कानूनी रस्साकशी के बाद जैन दंपती हत्याकांड के मामले में शुक्रवार को कोर्ट में हाजिर हो गया। कोर्ट में हाजिर होकर उसने हाईकोर्ट का स्टे ऑर्डर सेशन अदालत में दाखिल किया।
कई तारीखों पर गैरहाजिर रहने के चलते 29 जुलाई को अभियुक्त पप्पू गिरधारी के खिलाफ सेशन अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी किया था। इस पर पप्पू गिरधारी ने जिला जज के यहां अर्जी देकर मामले को किसी और अदालत में स्थानांतरित करने की अपील की। इस पर जिला जज ने मामला दूसरी अदालत में स्थानांतरित भी कर दिया। इस बीच पप्पू गिरधारी ने गैर जमानती वारंट के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर दी। इस याचिका के चलते सेशन अदालत ने वारंट को स्थगित कर दिया था। बाद में हाईकोर्ट ने वारंट को लिस्टिंग की जाने वाली तिथि तक स्टे कर दिया। शुक्रवार को पप्पू गिरधारी कोर्ट में हाजिर हुआ। हाईकोर्ट के आदेश की इंटरनेट प्रति को उसके वकील अनिल भटनागर ने स्वयं सत्यापित करके कोर्ट में दाखिल किया। कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई के लिए 23 नवंबर की तारीख तय की है।

31 साल पहले हुआ था दोहरा हत्याकांड
यह मामला करीब 31 साल पुराना है। 11 जून 1990 की रात सिविल लाइंस में रहने वाले कारोबारी नरेश जैन और उनकी पत्नी पुष्पा जैन की हत्या कर दी गई थी। घटना की रिपोर्ट उनकी बेटी प्रगति जैन ने लिखाई थी। इस मामले में जोगीनवादा निवासी पप्पू गिरधारी, हरिशंकर उर्फ पप्पू, बदायूं में थाना कोतवाली के मोहल्ला ब्रह्मपुरा के जगदीश सरन गुप्ता, रोहली टोला के भगवान दास, कटरा चांद खां के केपी वर्मा, साबिर, शीशगढ़ के योगेश चंद्र, आंवला के बजरुद्दीन, भुता के नरेश कुर्मी, फतेहगंज पश्चिमी के हरपाल, बदायूं की पूनम उर्फ सुनीता उर्फ गुड्डी समेत ग्यारह लोगों पर आरोप तय किए गए।

रेड राइडर्स क्लब साइकिल यात्रा के माध्यम से शहीद आंदोलनकारियों को श्रद्धाजंली देगा

रेड राइडर्स क्लब ने प्रेस वार्ता कर बताया कि क्लब के सदस्य 2 अक्टूबर को साइकिल यात्रा के माध्यम से ऋषिकेश गांधी स्तंभ से शहीद स्मारक रामपुर तिराहा मुज़फ़्फ़रनगर तक पहुंचकर राज्य के शहीद आंदोलनकारियों को श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे।
रेड राइडर्स साइकिल क्लब के संरक्षक जितेन्द्र बिष्ट व जयेन्द्र रमोला ने बताया कि हम रेड राइडर्स की टीम 2 अक्टूबर को ऋषिकेश के गांधी स्तंभ पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि देते हुए प्रातः 4 बजकर 30 मिनट पर शहीद स्मारक मुजफ्फरनगर की ओर प्रस्थान करेंगे। यात्रा का रुट गुरुकुल कांगड़ी चौक, आईआईटी रुड़की कॉलेज गेट, गुरुकुल नारसन व बरला टोल प्लाजा होते हुए शहीद स्मारक होगा। रमोला ने बताया कि साथ ही इस यात्रा को प्रोत्साहित करने के लिये द ओरियन्टल इन्श्योरेंस कम्पनी के जीएम राजीव अरोड़ा अपनी टीम के साथ शहीद स्मारक पर रेड राइडर्स का स्वागत करेंगे। इस यात्रा की रूपरेखा में विशेष योगदान यात्रा समिति के सदस्य मनीष मिश्रा, राजेश सूद, देवेन्द्र राजपूत, विक्रम शेडगे व नरेंद्र कुकरेजा रहा है।
रेड राइडर्स क्लब के अध्यक्ष दीपक नेगी व मुख्य राईडर्स नीरज शर्मा ने कहा कि इस यात्रा में हम सभी सुरक्षा के इंतजामों जैसे डाक्टर, मेडिकल किट व टूल किट के साथ इस यात्रा को सम्पूर्ण करेंगे। हमारी यात्रा में हमारे क्लब के 21 सदस्यों के साथ अन्य कुछ लोग भी यात्रा करेंगे। इसमें 13 साल से 62 साल के राइडर्स शामिल हैं। इस यात्रा में हमारे दस दस मिनट के चार पड़ाव होंगे व शहीद स्मारक पर पहुंचकर हमारे क्लब के द्वारा रामपुर तिराहे कांड के गवाह पंडित महावीर प्रसाद शर्मा को हमारे क्लब की ओर से शॉल व प्रतीक चिन्ह से सम्मानित किया जायेगा।
प्रेस वार्ता में क्लब के कोषाध्यक्ष विपिन शर्मा, सरदार बूटा सिंह, कुलदीप असवाल, शैलेश भण्डारी, विपिन शर्मा, राजेश सूद, पंकज अरोड़ा, देवेन्द्र राजपूत, नरेन्द्र कुकरेजा, विक्रम शेडगे, विक्की प्रजापति आदि मौजूद रहे।

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