अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा ने वीरचंद्र सिंह गढ़वाली के आदर्शों को अपनाने पर दिया जोर

पेशावर कांड की बरसी पर अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा ने वीरचंद्र सिंह गढ़वाली के पराक्रम को याद किया, साथ ही उनके आदर्शों को अपनाने का संकल्प भी लिया। ऋषिकेश दून रोड स्थित प्रदेश कार्यालय में पेशावर कांड के महानायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हुए महासभा के अध्यक्ष डॉ राजे सिंह नेगी ने कहा कि वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली उत्तराखंड ही नही अपितु समूचे समाज के लिए आदर्श हैं। नेगी ने बताया कि 23 अप्रैल के दिन ही पेशावर में जब अंग्रेज पुलिस कप्तान ने सेनानायक चंद्र सिंह को निहत्थे नागरिकों पर गोली चलाने का आदेश दिया तो उन्होंने आदेश मानने से इंकार कर दिया और अधिनस्थ सैनिकों को सीज फायर का हुकुम दिया यह भारतीय आजादी के इतिहास में मील का पत्थर साबित हुई। बताया कि वीर चंद्र सिंह के अदम्य साहस और पराक्रम से प्रभावित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने उन्हें गढ़वाली का नाम देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर महासभा ने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली को भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग भी उठाई। इस मौके पर जयेंद्र सजवाण, शुभम बहुगुणा, भुवनेश्वर प्रसाद भारद्वाज, पंकज गुसाईं, उत्तम सिंह, मनोज नेगी उपस्थित थे।