मुर्गीफार्म में मुर्गियों को जलाने की सूचना पाकर स्थानीय लोगों ने किया हंगामा

वीरभद्र रेलवे स्टेशन के समीप बीती रात्रि मुर्गी फार्म में मुर्गियों की सूचना से स्थानीय लोगों की बेचैनी बढ़ा दी। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग पार्षद विपिन पंत के नेतृत्व में मौके पर पहुंचे।

दरअसल, रात्रि करीब साढ़े दस बजे वीरभद्र रेलवे स्टेशन के समीप मुर्गी फार्म में तीखी दुर्गंध आ रही थी। आज सुबह स्थानीय लोगों का नेतृत्व कर रहे पार्षद विपिन पंत ने मुर्गी फार्म इंचार्ज मनोज तिवारी से बात की। तो मालूम चला कि मुर्गी के अण्डे से चुजे निकल जाने के बाद जो छिलके बेचते हैं उन्हें इकट्ठा करके जलाया जा रहा था। इस कारण ये बदबू आ रही थी। इस मामले में स्थानीय लोगों के विरोध करने पर फार्म इंचार्ज ने पुनः ऐसा न होने का आश्वासन दिया।

इसके बाद जहां अंडे के छिलके जलाए जा रहे थे। वहां गड्ढा किया गया। मौके पर राजीव अग्रवाल, राज कोठारी, पंकज जोशी, गोविन्द रावत, अरविंद जोशी, सचिन शाक्या, सुन्दर मणि गौड, राहुल त्रिपाठी आदि उपस्थित थे।

उड़ता हुआ पक्षी जमीन पर गिरा, बर्ड फ्लू की खतरा जान लोगों में मची अफरातफरी

ऋषिकेश के हीरालाल मार्ग पर लगातार दो दिन पक्षियों के गिरने से लोगों में हड़कंप मचा हुआ है, कुछ लोग इसे बर्ड फ्लू से जोड़कर भी देख रहे है। ऐसे में देखना यह होगा कि क्या वाकई में हमारे शहर में बर्ड फ्लू की दस्तक हो चुकी है। बहरहाल, दोनों ही दिन पहुंची वन विभाग की टीम बिना सुरक्षा किट पहने उन्हें लेकर गई, जहां उनका परीक्षण किया जाना बाकी है।

दरअसल बीते आठ जनवरी को हीरालाल मार्ग पर एक कौआ जमीन पर आ गिरा, उसके मुंह से पानी निकल रहा था, स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष व जीव प्रेमी पंकज गुप्ता को दी। पंकज गुप्ता ने तत्काल पशु चिकित्साधिकारी डा. राजेश रतूड़ी और वन विभाग को सूचित किया।

उधर सूचना पाकर वन बीट अधिकारी दीपक सिंह कैतुरा और वन बीट सहायक राजबहादुर भी पहुंचे और कौअे को लेकर गए। इसी तरह एक वाकया आज भी हुआ, यहां आज एक कबूतर नीचे गिरे, मौके पर टीम आई और लेकर गई। मगर, दोनों ही दिन विभाग की टीम बिना किट पहने पहुंची। वहीं, बर्ड फ्लू की दस्तक भी राज्य में हो चुकी है। इसके बावजूद देवभूमि में अंडा व मांस और शराब आसानी से बिक रहा है। जबकि होना तो इस पर प्रतिबंध चाहिए था।