सीएम ने एसबीआई का आपदा राहत कोष में सहयोग करने पर जताया आभार

जोशीमठ में भू-धंसाव वाले क्षेत्र से विस्थापित लोगों के राहत और पुनर्वास के लिए भारतीय स्टेट बैंक द्वारा गुरूवार को उत्तराखण्ड राज्य आपदा राहत कोष में 2 करोड़ रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में भारतीय स्टेट बैंक, नई दिल्ली मण्डल के मुख्य महाप्रबंधक कल्पेश कृ. अवासिया ने भेंट कर 2 करोड़ रूपये का चेक सौंपा। मुख्यमंत्री ने प्रभावितों की सहायता के लिए इस सहयोग राशि के लिए भारतीय स्टेट बैंक का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के चिन्हित चार वाइब्रेंट विलेज माणा, नीति, मलारी एवं गूंजी में अवस्थापना विकास से संबंधित अनेक कार्य किये जाने हैं, इसके लिए भी उन्होंने एस.बी.आई से सहयोग की अपेक्षा की।
भारतीय स्टेट बैंक, नई दिल्ली मण्डल के मुख्य महाप्रबंधक कल्पेश कृ. अवासिया ने कहा कि एस.बी.आई सामाजिक जिम्मेदारियों के अन्तर्गत समाज में जागरूकता फैलाने तथा जरूरतमंद लोगों की सहायता करने के लिए समय-समय पर समाज के विभिन्न स्तरों पर आर्थिक सहयोग प्रदान करता रहता है। भविष्य में भी राज्य की विभिन्न सामाजिक गतिविधियों में योगदान देता रहेगा।
इस अवसर पर एस.बी.आई के उत्तराखण्ड अंचल के उप महाप्रबंधक राजकुमार सिंह एवं अमरेन्द्र कुमार सिंह भी उपस्थित रहे।

प्रभावितों से लिया जा रहा सुझाव, जोशीमठ में पुनर्वास को बेहतर पैकेज दिया जा रहाः अजेंद्र अजय

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष और जोशीमठ आपदा के पर्यवेक्षण के लिए मुख्यमंत्री के विशेष प्रतिनिधि अजेंद्र अजय ने कहा कि पहली बार आपदा प्रभावितों की सलाह और सुझाव के आधार पर विस्थापन व पुनर्वास का पैकेज तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जोशीमठ को लेकर शासन स्तर पर गठित उच्चाधिकार प्राप्त समिति (एचपीसी) द्वारा सोमवार को आयोजित बैठक में प्रभावितों के लिए संस्तुत किया गया पैकेज अब तक का सबसे सर्वश्रेष्ठ आपदा पैकेज है। कुछ लोग दुष्प्रचार का सहारा लेकर चारधाम यात्रा में बाधा पैदा करना चाहते हैं।

एचपीसी की बैठक में शामिल रहे अजेंद्र ने कहा कि प्रभावितों के पैकेज तैयार करने से पूर्व चमोली के जिलाधिकारी की अध्यक्षता में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की एक समिति गठित की गई थी। समिति के सुझावों को जिला प्रशासन द्वारा शासन को भेजा गया था। शासन में एचपीसी ने स्थानीय जनप्रतिनधियों व प्रभावितों की ओर से प्राप्त सुझावों पर अपनी सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान कर दी है। उन्होंने कहा की यह पहली बार है जब आपदा प्रभावितों की ओर से प्राप्त सुझावों के आधार पर विस्थापन व पुनर्वास का पैकेज तैयार किया जा रहा है। जोशीमठ के लिए घोषित पैकेज इससे पहले प्रदेश में आई किसी भी आपदा में नहीं मिला।

उन्होंने कहा की यह धामी सरकार की तत्परता और संवेदनशीलता ही है कि प्रभावितों के लिए तेजी के साथ तात्कालिक राहत पहुंचाई गई। प्रभावितों के अस्थायी आवास, भोजन, चिकित्सा सुविधा हो या ठंड से बचाव के लिए हीटर, ब्लोवर, इलेक्ट्रिक केटल, अलाव आदि की व्यवस्थाएं युद्धस्तर पर सुनिश्चित की गईं। एक भी प्रभावित को किसी प्रकार की कठिनाई नहीं होने दी गई। इसके विपरीत केदारनाथ आपदा के समय प्रभावितों को सर छुपाने के लिए दर- दर की ठोकरें कहानी पड़ी थीं।

अजेंद्र ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रभावितों के दीर्घकालिक हितों को ध्यान में रख कर कार्य कर रही है। जोशीमठ को लेकर विषेशज्ञों की रिपोर्ट मिलते ही विस्थापन व पुनर्वास के कार्यों के साथ नगर के संरक्षण व उपचार के कार्य शुरू कर दिए जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग प्रभावितों को भ्रमित कर अपनी राजनीतिक रोटियां सेकना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग प्रभावितो के हितैषी नहीं हो सकते हैं। ये लोग दुष्प्रचार का सहारा लेकर भय व दहशत का वातावरण तैयार कर चारधाम यात्रा में बाधा पैदा करना चाहते हैं। ऐसे लोग प्रदेश के बाहर यह सन्देश देना चाहते हैं कि उत्तराखंड में सब कुछ ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा प्रदेश की आर्थिकी की रीढ़ है। उसमें किसी प्रकार की बाधा पैदा नहीं होने दी जाएगी।

जोशीमठ के लोगों की सुरक्षा को हर संभव कदम उठा रही सरकार-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भू-धंसाव से प्रभावित जोशीमठ क्षेत्र की समस्याओं के समाधान की दिशा में हम चरणबद्ध ढ़ंग से आगे बढ़ रहे हैं। प्रभावित लोगों को त्वरित राहत एवं बचाव पहुंचाना हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। जोशीमठ के लोगों की जानमाल की सुरक्षा ही इस समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। प्रभावित परिवारों को तात्कालिकता के साथ सुरक्षित स्थानों में भेजा जा रहा है। प्रभावित भवनों के चिन्हीकरण का कार्य निरन्तर जारी है। भूवैज्ञानिकों तथा विशेषज्ञों की टीमें भूधसांव के कारणों की जांच के कार्य में लगी है। प्रशासन प्रभावितों के निरन्तर सम्पर्क में है। राहत शिविरों में उनकी मूलभूत सुविधाओं का ध्यान रखा जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भू धंसाव से प्रभावित जोशीमठ क्षेत्र के लोगों के हित में राज्य कैबिनेट द्वारा लिये गये महत्वपूर्ण निर्णयों को प्रभावितों के व्यापक हित में बताया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपदा की इस घड़ी में हम प्रभावितों के साथ खड़े हैं इसमें कहीं किसी को भी किसी प्रकार का संदेह नहीं होना चाहिए। प्रभावितों के हित में उनकी जो भी अपेक्षाएं हैं उन अपेक्षाओं के अनुरूप उनके पुनर्वास और सेटलमेंट के लिए काम कर रहे हैं, प्रधानमंत्री जी भी स्वयं और उनका कार्यालय भी लगातार इस बात की चिंता कर रहा है। प्रभावितों के विस्थापन के लिए उनके सुझावों के आधार पर इतनी बेहतर व्यवस्था की जायेगी यह पूरे देश के लिए नजीर बने।

जोशीमठ प्रकरण पर नवीन जानकारी के साथ ही बचाव कार्यो में तेजी लाने पर जोर

मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने मंगलवार को सचिवालय में जोशीमठ भू-धंसाव के सम्बन्ध में बैठक ली। मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी चमोली से क्षेत्र की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने जिलाधिकारी चमोली को स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखने के निर्देश दिए। कहा कि प्रभावित क्षेत्र को पूर्ण रूप से खाली करवाया जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि भूस्खलन से किसी प्रकार का जानमाल का नुकसान न हो इसके लिए सबसे पहले परिवारों को शिफ्ट किया जाए और उस बिल्डिंग को प्राथमिकता के आधार पर ध्वस्त किए जाए जो अधिक खतरनाक साबित हो सकती है। जिन स्थानों पर प्रभावित परिवारों को रखा गया है, उन स्थानों पर उनके रहने खाने की उचित व्यवस्था हो। साथ ही यह भी ध्यान रखा जाए कि प्रभावित नागरिकों एवं शासन प्रशासन के मध्य किसी प्रकार का कम्युनिकेशन गैप न हो। उच्चाधिकारी भी लगातार प्रभावित परिवारों के संपर्क रहें और परिस्थितियों पर नजर बनाए रखें।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि भू-धंसाव के कारण मोबाइल नेटवर्क भी प्रभावित हो सकता है। मोबाइल टावर अन्यत्र सुरक्षित स्थान में शिफ्ट कर अथवा नए टावर लगा कर संचार व्यवस्था को मजबूत बनाया जाए। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों को साथ लेकर एक असेसमेंट कमेटी बनाई जाए। प्रतिदिन पूरे क्षेत्र में टीम भेज कर निरीक्षण करवाया जाए कि पिछले 24 घंटे में क्षेत्र में किस प्रकार का और कितना परिवर्तन हुआ हुआ है, जो भवन अधिक प्रभावित हैं उन्हें प्राथमिकता पर ध्वस्त किया जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि जोशीमठ के स्थिर क्षेत्र के लिए ड्रेनेज और सीवेज प्लान पर भी काम शुरू किया जाए। भवनों को ध्वस्त करने में विशेषज्ञों का सहयोग लिया जाए ताकि ध्वस्तीकरण में कोई अन्य हानि न हो। साथ ही, कंट्रोल रूम को 24 घंटे एक्टिव मोड पर रखा जाए, और आमजन को किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में संपर्क करने हेतु प्रचार प्रसार किया जाए।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जोशीमठ से सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव नितेश कुमार झा, अरविंद सिंह ह्यांकी, डॉ. रंजीत सिन्हा एवं बृजेश कुमार संत सहित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयुक्त गढ़वाल सुशील कुमार एवं जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।

हमारी संस्कृति और व्यापार का संगम है गौचर मेला-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को गौचर में 70वें राजकीय औद्योगिक विकास एवं सांस्कृतिक मेले का विधिवत उद्घाटन किया। मेले के उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री के पहुंचने पर उनका बैंड की मधुर धुन के साथ फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने ऐतिहासिक गौचर मेला मैदान को मिनी स्टेडियम के रूप में विकसित करने और गौचर मेले के सफल संचालन के लिए 10 लाख देने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने गौचर मेले में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि गौचर मेला संस्कृति, बाजार तथा उद्योग तीनों के समन्वय के कारण एक प्रसिद्व राजकीय मेला है और साल दर साल यह मेला अपनी ऊंचाइयों को छू रहा है। उन्होंने मेले को भव्य एवं आकर्षक स्वरूप देने के लिए जिला प्रशासन की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विशिष्ट और ऐतिहासिक मेला हमारे राज्य के प्रमुख मेलों में से एक है और इसमें सरकार के अधिकांश विभाग भाग लेते हैं। मेले हमारे जीवन में इन्द्रधनुषी रंगों की तरह हैं, जो जीवन में ताजगी और उत्साह भर देते हैं। प्राचीन समय में, जब संचार और परिवहन की कोई ऐसी सुविधाएं नहीं थीं, तो इन मेलों ने सामाजिक ताने बाने को बुनने में बहुत मदद की और लोगों का सामाजिक और व्यावहारिक दायरा बढ़ाया। हमारे देश में और विशेष रूप से उत्तराखंड में अधिकतर मेले सांस्कृतिक मेल मिलाप का माध्यम रहे हैं, परंतु गोचर मेला विशेष है, क्योंकि संस्कृति की छठा बिखेरने के अलावा यह मेला यहां की जनता के व्यापारिक अवसरों को भी बढ़ाता है। इस मेले में प्रदर्शित झांकियों ने उत्तराखंड की विशिष्ट एवं बहुआयामी संस्कृति को प्रदर्शित किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा मुख्य लक्ष्य उत्तराखंड के सकल घरेलू उत्पाद को बढ़ाना है और इसके लिए औद्योगिक विकास का महत्व सर्वाधिक है। औद्योगिक विकास के लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत करना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए हम रोड कनेक्टिविटी, रेल कनेक्टिविटी, ऊर्जा आदि क्षेत्रों में विशेष ध्यान दे रहे हैं। पर्यटन की किसी भी देश के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका होती है और पर्यटन तो हमारे राज्य की लाईफ लाईन है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार के सहयोग द्वारा रोड कनेक्टिविटी एवं हवाई कनेक्टिविटी के विस्तार से निश्चित रूप से राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और हमारी आर्थिकी को भी लाभ मिलेगा। प्रदेश में चारधाम सड़क परियोजना, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाईन का निर्माण तथा निर्माणाधीन रोप वे परियोजनाएं इस बात का स्पष्ट उदाहरण हैं कि किस प्रकार सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में प्रदेश के विकास के लिए तत्पर है, उन्होंने सभी को मेले के सफल आयोजन के लिए हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई दी।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने पत्रकार रमेश गैरोला को गोविंद प्रसाद नौटियाल पत्रकार सम्मान और यूथ फाउंडेशन संचालित करने के लिए अनिल नेगी को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने देवेश जोशी द्वारा लिखी पुस्तक ‘धूम सिंह चौहान’ का विमोचन भी किया।
गौचर मेले में पहले दिन रावल देवता की पूजा के बाद प्रातः स्कूली बच्चों ने प्रभात फेरी निकाली। मेलाध्यक्ष द्वारा झंडारोहण कर मार्चपास की सलामी ली गई। गौचर मेला मुख्य द्वार से चटवापीपल पुल तक एवं वापसी उसी रूट से होते हुये मुख्य मेला द्वार तक क्रास कण्ट्री दौड़ का आयोजन किया गया। खेल मैदान में बालक एवं बालिकाओं की दौड़, नेहरू चित्रकला प्रतियोगिता, शिशु प्रदर्शनी और शिक्षण संस्थाओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। गौचर मेले में पारम्परिक पहाडी संस्कृति से सजा पांडाल मेलार्थियों के बीच खासे आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है।
क्षेत्रीय विधायक अनिल नौटियाल एवं मेला उपाध्यक्ष अंजू बिष्ट ने गौचर मेले का शुभारंभ करने पर मुख्यमंत्री का हार्दिक अभिनंदन एवं स्वागत किया और मुख्यमंत्री को क्षेत्र की समस्या से अवगत कराते हुए समस्याओं के निदान के लिए मांग पत्र भी दिया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री/जनपद के प्रभारी मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल, थराली विधायक भूपाल राम टम्टा, रुद्रप्रयाग विधायक भरत चौधरी, केदारनाथ विधायक शैला रानी रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, पूर्व विधायक मुन्नी देवी शाह, कर्णप्रयाग ब्लाक प्रमुख चन्द्रेश्वरी देवी, गौचर नगर पालिका अध्यक्ष अंजू बिष्ट, कमिश्नर गढ़वाल/मेला संरक्षक सुशील कुमार, जिलाधिकारी/मेलाध्यक्ष हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोभाल, मुख्य विकास अधिकारी ललित नारायण मिश्रा, सहित बडी संख्या में लोग मौजूद रहे।

मुख्य सचिव ने पुनर्निर्माण कार्याे का निरीक्षण किया

मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने मंगलवार को हेमकुंड साहिब और बद्रीनाथ धाम में यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लेने के साथ ही मास्टर प्लान के तहत संचालित पुनर्निर्माण कार्याे का निरीक्षण किया।
हेमकुंड साहिब में इमरजेंसी रेस्क्यू कार्याे के लिए नव निर्मित हैलीपेड, ट्रैक रेलिंग, सुलभ शौचालय व अन्य निर्माण कार्याे का निरीक्षण करने के साथ मुख्य सचिव ने हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा पहुंचकर गुरु दरवार में मत्था टेका।
इसके बाद मुख्य सचिव हेलीकॉप्टर से बद्रीनाथ पहुंचे और यहां पर मास्टर प्लान के अन्तर्गत संचालित पहले चरण के पुनर्निर्माण कार्याे का जायजा लेते हुए निर्माण कार्याे में तेजी लाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने मुख्य सचिव को बद्रीनाथ में निर्माण कार्याे की प्रगति से अवगत कराया। इस दौरान मुख्य सचिव ने भगवान बद्रीनाथ के दर्शन करने के साथ ही बद्रीनाथ से मूसा पानी ताक बॉर्डर डेवलपमेंट प्लान के अन्तर्गत सड़क मार्ग का निरीक्षण भी किया।
निरीक्षण के दौरान अधीक्षण अभियंता राजेश शर्मा, एसडीएम कुमकुम जोशी, गावर कन्स्ट्रक्शन लि. के प्रोजेक्ट डायरेक्टर पीएल सोनी, ईओ सुनील पुरोहित सहित निर्माणदायी एवं कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी मौजूद रहे।

गोपेश्वर नगर पालिका में मास्टर प्लान के तहत होंगे कार्य-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को गोपेश्वर में चमोली-गोपेश्वर नगर पालिका की नवनिर्वाचित अध्यक्ष पुष्पा पासवान के शपथ ग्रहण समारोह में प्रतिभाग किया। उन्होंने नवनिर्वाचित अध्यक्ष को जीत की बधाई देते हुए नगर पालिका के विकास कार्याे को आगे बढाने के लिए शुभकामनाएं दी। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने नवनिर्वाचित पालिका अध्यक्ष को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि जिले की सबसे बडी नगर पालिका चमोली-गोपेश्वर को एक आदर्श नगर पालिका बनाने के लिए मास्टर प्लान के तहत विकास कार्य किए जाएंगे ताकि नगर क्षेत्र में पार्किंग, भूस्ख्लन, बरसाती नालों एवं अन्य समस्याओं का सुनियोजित तरीके से समाधान हो सके। उन्होंने आश्वस्त किया कि नगर क्षेत्र के विकास कार्याे को तेजी से आगे बढाने का पूरा प्रयास किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सरलीकरण, समाधान और निस्तारण के साथ विकल्प रहित संकल्प के साथ निरतंर विकास कार्याे को आगे बढाने का काम कर रही है। राज्य सरकार ने वृद्वावस्था, दिब्यांग सहित तमाम सामाजिक पेंशन को 1200 से बढ़ाकर 1500 करने का फैसला किया हैं। यही नहीं पहले एक परिवार में एक ही बुजुर्ग को पेंशन का लाभ दिया जाता था, लेकिन अब परिवार के दोनों बुजुर्ग दंपत्तियों को इसका लाभ दिया जा रहा है। पर्यावरण मित्रों के लिए 500 रु प्रतिदिन मानदेय का प्राविधान किया गया है। राज्य में 185 हजार अंत्योदय परिवारों को साल में तीन गैस सिलेंडर मुक्त देने का फैसला लिया गया है। सभी विभागों को अगले 10 वर्षाे के विकास कार्याे का रोडमैप तैयार करने हेतु निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य के नागरिकों के हित में जल्द ही एक समान नागरिक संहिता कानून लागू किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अग्निपथ योजना के तहत देश की सेवा करने वाले उत्तराखंड प्रदेश के अग्निवीरों को राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में रोजगार देने का प्राविधान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश का बहुमुखी विकास हो रहा है। प्रदेश के चारधाम यात्रा मार्ग का निर्माण किया गया है। केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धाम को मास्टर प्लान के तहत दिव्य और भव्य स्वरूप देने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस साल मात्र 44 दिनों में ही 23 लाख से अधिक यात्री चारधाम की यात्रा कर चुके है। दिल्ली-देहरादून एलिवेटेड सड़क का निर्माण कार्य पूरा होने पर यह दूरी मात्र दो घंटे की हो जाएगी। उसके बाद और अधिक संख्या में तीर्थयात्री चारधाम पहुॅचेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यात्रा को सुगम बनाने के लिए प्रतिबद्व है और यात्रा को सुव्यवस्थित बनाने लिए सभी प्रयास किए जा रहे है।
इस दौरान नीती माणा की महिलाओं ने मुख्यमंत्री को पारम्परिक भोजपत्र की माला भेंट कर उनका अभिवादन किया।

सीएम ने श्री बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत संचालित कार्यो का निरीक्षण किया

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को श्री बदरीनाथ पहुंचकर मास्टर प्लान के तहत संचालित कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को मास्टर प्लान के तहत संचालित कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। कहा कि निर्माण कार्याे को गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ पूरा किया जाए। इस दौरान सीएम ने रिवर फ्रंट डेवलपमेंट, एराइवल प्लाजा, झीलों का सौंदर्यीकरण, अस्पताल का विस्तारीकरण, लूप रोड व बीआरओ बाईपास निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया और निर्माण कार्याे की प्रगति पर संतुष्टि व्यक्त की। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने मुख्यमंत्री को मास्टर प्लान के तहत प्रथम चरण में संचालित कार्याे की प्रगति से अवगत कराया।
पत्रकारों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के चारों धामों में हर साल श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है। तीर्थयात्रियों की यात्रा सुगम हो, इसके लिए सरकार संकल्पबद्ध है। कहा कि प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत बद्रीनाथ धाम में भी तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए ढांचागत विकास कार्य किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों के सहयोग से बद्रीनाथ धाम में विकास कार्य किए जाएंगे। मास्टर प्लान के तहत स्ट्रीट स्कैपिंग, क्यू मैनेजमेंट, मंदिर एवं घाट सौंदर्यीकरण, तालाबों का सौंदर्यीकरण, बद्रीश वन, पार्किंग फैसिलिटी, सड़क एवं रिवर फ्रंट डेवलपमेंट आदि निर्माण कार्य चरणबद्ध ढंग से किए जाएंगे और बदरीनाथ मंदिर के चारों ओर श्रद्धालुओं के आवागमन की सुविधाओं को बेहतर बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट केदारनाथ धाम की तर्ज पर बद्रीनाथ धाम को भी विकसित करने हेतु मास्टर प्लान के तहत चरणबद्ध ढंग से बुनियादी ढांचे का विकास किया जा रहा है। जिसमें पहले चरण का कार्य चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने बद्रीनाथ मंदिर पहुंचकर भगवान श्री बद्रीनाथ की विशेष पूजा अर्चना करते हुए देश और प्रदेश की खुशहाली की कामना भी की। बद्रीनाथ धाम में तीर्थयात्रियों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे, एडीएम आशीष त्रिपाठी, एसडीएम कुमकुम जोशी, सीओ धन सिंह तोमर, सीओ नताशा सिंह, सहकारी बैंक अध्यक्ष गजेंद्र रावत, मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार सहित मास्टर प्लान से संबंधित जिला स्तरीय विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

राज्य सरकार की हर घोषणा धरातल पर हो रही साकार-धामी

पोखरी में हिमवंत कवि चन्द्रकुंवर बर्त्वाल खादी ग्रामोद्योग एवं पर्यटन शरदोत्सव मेले का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ आगाज हुआ। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पोखरी नगर पंचायत द्वारा आयोजित इस पांच दिवसीय मेले का उद्घाटन किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक महेन्द्र प्रसाद भट्ट, जिप अध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट, नगर पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद पंत, कॉपरेटिव बैंक अध्यक्ष गजेंद्र सिंह बिष्ट एवं वरिष्ठ क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। मुख्यमंत्री के पोखरी पहुंचने पर क्षेत्रवासियों ने उनका भव्य स्वागत किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पोखरी में 97.30 लाख लागत से निर्मित पर्यटक आवास गृह का लोकार्पण करने के साथ ही पोखरी मेले को राजकीय मेला घोषित करते हुए इस वर्ष 2 लाख की राशि देने और क्षेत्र के विकास के लिए विभिन्न विकास योजनाओं की घोषणाएं भी की। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने बेनीताल में 7 दिसंबर की सांय से आयोजित होने वाले तीन दिवसीय स्टार गेजिंग व एस्ट्रो फोटोग्राफी इवेंट का उद्घाटन भी किया। मेले में खादी, उद्योग एवं अन्य विभागों के स्टॉल, चर्खी, बच्चों के झूले, सर्कस, खेलकूद व सांस्कृतिक कार्यक्रमों सहित अनेक मनोरंजक गतिविधियां सहसा ही लोगों को आकर्षित कर रही है।
मुख्यमंत्री ने मेलार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रकृति के चितेरे कवि चन्द्र कुंवर बर्त्वाल ने मात्र 28 साल की उम्र में हिंदी साहित्य को अनमोल कविताओं का समृद्ध खजाना दे दिया था। उनकी कविताओं में अटूट प्रकृति प्रेम झलकता है। जीवन के इस छोटे सफर में उन्होंने सात सौ से भी ऊपर कविताएं, गीत, मुक्तक, निबंध आदि लिखकर एक इतिहास रचा है। काफल पाक्यों के अमर गायक चन्द्र कुंवर बर्त्वाल ने अपनी कालजयी कविताओं में हिमालय का जीवन साकार किया है। हिमाच्छादित शैल शिखर, सदानीरा कल कल करती नदियां, लंबे चौड़े लहलहाते चारागाह, दूर दूर तक फैले चीड, बांज, बुरांश, देवदार के घने जंगल, रंग बिरंगे फूलों से लदालद भरी घाटियां, पशु पक्षी, ऋतुओं का पट-परिवर्तन, घन गर्जन सभी का चमत्कारिक चित्रण उनकी कविताओं में मिलता है।

ग्रामीण विकास के लिए काम कर रही सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ग्रामोदय से भारत उदय मिशन के साथ लगातार काम कर रही है। केन्द्र और राज्य सरकार के माध्यम से गरीब कल्याण के लिए अनेक योजनाएं शुरू की गई है। लघु एवं कुटीर उद्योग लगाने के लिए नियमों में स्थिलता प्रदान की गई है। ताकि हमारे दूरस्थ पहाड़ों में भी कुटीर एवं लघु उद्योग लगे और अधिक से अधिक लोगों को स्वरोजगार मिल सके। सरकार पहाड़ों में होम स्टे बढाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारे राज्य के साथ ही पूरे देश में अनेकों कार्य किए जा रहे हैं। माताओं, बहनों को मुफ्त में गैस कनेक्शन देने का काम यदि किसी ने किया है तो वह भारत माता के लाल प्रधानमंत्री मोदी ने किया है। उन्होंने कहा कोई मरीज इलाज से वंचित न रहे, इसके लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की गई है। ऐसे परिवार जो इलाज करवाने में सक्षम नही है, उन परिवारों को 5 लाख तक का इलाज मुफ्त किया जा रहा है। हमारी सरकार ने लंबे समय से चली आ रही मांगों को देखते हुए पी.आर.डी जवानों उपनल कर्मियों, ग्राम प्रधानों, त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, भोजन माताओं का मानदेय बढ़ाने का कार्य किया है।

हर फैसला जनता को समर्पित
उन्होंने कहा मेरे मुख्य सेवक बनने के बाद सरकार ने 500 से ज्यादा जनहित के फैसले लिए हैं और हमारा हर फैसला जनता को समर्पित है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा समाज के हर वर्गों को ध्यान में रखते हुए योजनाएं चलाई जा रही है। उन्होंने कहा हम प्रत्येक घोषणा के लिए पूर्व सुनियोजित तरीके से वित्तीय खर्च का प्रबंधन कर रहे हैं, जिससे हमारी सारी घोषणाएं धरातल पर उतर रही है।

21 वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने पूरी दुनिया को संदेश दिया कि तीसरा दशक उत्तराखण्ड का होगा। राज्य जब 25वां स्थापना दिवस मना रहा होगा, तब राज्य सभी क्षेत्रों में देश का अग्रणीय एवं आदर्श राज्य होगा। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 21वी सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा, जो पर्यटन, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, कृषि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में नंबर वन बनेगा। उन्होंने कहा बोधिसत्व विचार श्रृंखला के माध्यम से सरकार विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर चुके अनुभवी लोगों से सुझाव ले रही है। कहा हमारी सरकार हर समय जनता की सेवा में समर्पित है। हमारा प्रण है कि जितना भी समय हमारे पास है उसका प्रत्येक पल और क्षण हम उत्तराखण्ड की जनता की सेवा में समर्पित करें। उन्होंने कहा हमारी सरकार युवाओं को रोजगार देने पर कार्य कर रही है। विभिन्न विभागों में रिक्त चल रहे 24000 पदों पर भर्ती एवं युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए युवाओं हेतु प्रत्येक जिले में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अंतर्गत ऋण वितरित किए जा रहे है। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने शहीद योगेम्बर सिंह भण्डारी के पिताजी को शॉल भेंट कर सम्मानित भी किया।

घोषणाएं-
इस दौरान मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के विकास के लिए निम्न विकास योजनाओं की घोषणाएं भी की।
1- पोखरी में हिमवंत कवि चन्द्रकुंवर बर्त्वाल खादी ग्रामोद्योग एवं पर्यटन शरदोत्सव मेले को राजकीय मेला घोषित करते हुए इस वर्ष 2 लाख रुपये मेला समिति को देने की घोषणा की।
2- राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान तपोवन ढाक (जोशीमठ) का नाम बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष स्व० मोहन प्रसाद थपलियाल जी के नाम पर रखा जायेगा।
3-अमर शहीद सैनिक योगेम्बर सिंह भंडारी की स्मृति में नैलसांकरी में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोला जाएगा।
4- विकासखण्ड जोशीमठ में गैस गोदाम से रेगढ़ तक मोटर मार्ग का प्रथम चरण का निर्माण किया जायेगा।
5- विकासखण्ड दशोली के पलेठी-सरतोली मोटर मार्ग के कि०मी० 7 एवं 8 में सतह सुधारीकरण एवं सुरक्षात्मक कार्य किया जायेगा।
6- विकासखण्ड दशोली के बणद्वारा से काण्डई मोटर मार्ग का (द्वितीय चरण स्टेज) का नव निर्माण किया जायेगा।
7-विकासखंड दशोली के जुंआ-दिगोली मो.मार्ग से मेहर गांव में मोटर मार्ग का निर्माण किया जाएगा।
8- विकासखण्ड पोखरी के उडामांडा-सिमखोली-चोपडा मोटर मार्ग के सिमखोली बैण्ड से होते हुए प्रा०वि० विरसण सेरा मोटर मार्ग का (प्रथम चरण) का नव निर्माण किया जायेगा।
9- विकासखंड पोखरी के उडामांडा-रौता-चोपडा मोटर मार्ग के नलडुंगा से विरसण मोटर मार्ग का निर्माण किया जाएगा।
10- विकासखण्ड पोखरी-गोपेश्वर मोटर मार्ग से डुंबरा गाव के लिए से मोटर मार्ग का (प्रथम चरण) नव निर्माण किया जायेगा।
11-राजकीय प्रा.वि. सरतोली का उच्चीकरण किया जाएगा।
12-निजमुला के दुर्मी घाटी में सचल पशु चिकित्सा केन्द्र खोला जाएगा।

बद्रीनाथ विधायक महेंद्र प्रसाद भट्ट एवं नगर पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद पंत ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए शॉल, मोमेंटों एवं चन्द्र कुंवर बर्त्वाल का चित्र भेंट किया। वही चारधाम के पंडा पुरोहितो ने सीएम का आभार व्यक्त करते हुए धर्म ध्वजा और अंगवस्त्र भेंट किए। क्षेत्रवासियों ने पारंपरिक पांडव ढोल दमाऊ एवं पांडव नृत्य के साथ मुख्यमंत्री के पहली बार क्षेत्र आगमन पर भव्य स्वागत किया गया। कार्यक्रम का संचालन आनंद राणा द्वारा किया गया।
इस दौरान ग्रामीण मंडल अध्यक्ष वीरेन्द्र पाल भंडारी, नगर अध्यक्ष जीतेन्द्र सती, अन्य वरिष्ठ क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों सहित जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान, सीडीओ वरूण चौधरी, संयुक्त मजिस्ट्रेट अभिनव शाह आदि मौजूद रहे।

सीएम ने चमोली जिले का दौरा कर प्रभावितों का दर्द जाना

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को चमोली जिले के आपदा प्रभावित डुंग्री गांव का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने अतिवृष्टि के कारण भूस्खलन में लापता दो लोगों के परिजनों से भेंट करते हुए परिवार को सांत्वना दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रभावित परिवारों की हर संभव मदद करेगी। उन्होंने डुंग्री गांव में आपदा से हुए नुकसान का जायजा भी लिया और अधिकारियों को राहत व बचाव कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिए। भरोसा दिया कि किसी भी संसाधन की कमी नही होने दी जाएगी। सर्वेक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ पर्यटन एवं जिला प्रभारी मंत्री सतपाल महाराज एवं आपदा प्रबंधन मंत्री डा. धनसिंह रावत भी मौजूद रहे।