स्वच्छता अभियान चलाकर मंत्री ने लोगों से की अपील

नववर्ष 2023 की पूर्व संध्या में क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने स्वच्छता अभियान चलाया। इस दौरान मंत्री अग्रवाल ने लोगों से सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा न फेंकने की अपील की। साथ ही लोगों से अपने आसपास के परिवेश में स्वच्छता बनाये रखने का आवाहन किया।
मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर आज पूरा देश स्वच्छता के प्रति जागरूक हुआ है। लोगों के भीतर पिछले आठ वर्षों में स्वच्छता के प्रति एक अलख जगी है। उन्होंने कहा हमारे राज्य में भी स्वच्छता को लेकर अनेक अभियान निकाय स्तर पर चलाये जा रहे हैं। यही कारण है कि उत्तराखंड को इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण में छह पुरस्कार प्राप्त हुए है। उन्होंने कहा कि इस नववर्ष की पूर्व संध्या में हमें संकल्प लेना होगा कि अपने आसपास का वातावरण स्वच्छ रखेंगे। कूड़ा को सार्वजनिक स्थलों पर नहीं फेंकेंगे। साथ ही कूड़ा दिखने पर उसे कूड़ादान पर डालेंगे।
मंत्री ने कहा कि यदि कूड़ा को सार्वजनिक स्थलों पर कोई डालता हुआ दिखाई दें तो जागरूक नागरिक की भूमिका निभाते हुए रोके। इस मौके पर मंत्री डा. अग्रवाल ने हनुमान मंदिर के सामने आईडीपीएल गेट से अंदर तक स्वच्छता अभियान चलाया। साथ ही नगर निगम की टीम को मुख्य मार्गों में सफाई का विशेष ध्यान रखने को कहा।
इस मौके पर निवर्तमान मंडल अध्यक्ष वीरभद्र भाजपा अरविंद चौधरी, नगर आयुक्त राहुल गोयल, सहायक नगर आयुक्त रमेश रावत, पुनीता भंडारी, निर्मला उनियाल, आरती दूबे, सुनील यादव, तिलक चौहान, निर्भय गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने 09 नगर निकायों को प्रदान किये अटल निर्मल पुरस्कार

केन्द्रीयत सेवा के कर्मचारियों के पेंशन देयकों के भुगतान हेतु राज्य वित्त आयोग से 01 प्रतिशत की धनराशि उपलब्ध कराई जायेगी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में बेहतर प्रदर्शन करने वाले निर्मल नगरों को अटल निर्मल नगर पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया। इस अवसर पर प्रदेश के 09 निकायों को अटल निर्मल पुरस्कार एवं राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत 05 निकायों को स्वच्छ गौरव सम्मान प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान दून कैंट स्वच्छता चौपाल का लोगो लाँच भी किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर चार घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि अटल निर्मल नगर पुरस्कार की धनराशि 01 करोड़ रूपये से बढ़ाकर 02 करोड़ रूपये की जायेगी, कैंट बोर्ड को भी इसमें सम्मिलित करने के लिए जो प्राविधान होंगे, उसके अनुसार किया जायेगा। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के लाभार्थियों को भी आवास बन जाने के बाद सामान के लिए 05-05 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। केदारनाथ, बद्रीनाथ एवं गंगोत्री में यात्राकाल के दौरान कार्य करने वाले पर्यावरण मित्रों को भोजन एवं गरम वर्दी के लिए अतिरिक्त मानदेय दिया जायेगा। केन्द्रीयत सेवा के कर्मचारियों के पेंशन देयकों के भुगतान हेतु राज्य वित्त आयोग से 01 प्रतिशत की धनराशि उपलब्ध कराई जायेगी।

मुख्यमंत्री ने अटल निर्मल नगर पुरस्कार के लिए चयनित नगर निगम, नगर पालिका व नगर पंचायत के प्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में बेहतर प्रदर्शन कर इन निकायों ने राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान पाकर हमारे प्रदेश का नाम रोशन किया है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में बेहतर प्रदर्शन के आधार पर वर्ष 2022-23 के लिए 9 निकायों का चयन होना उत्तराखंड के लिए गौरव की बात है। मुख्यमंत्री ने कहा कि निकाय प्रदेश के दर्पण हैं। हम अपने निकायों में कैसे और बेहतर कार्य कर सकते हैं, इस दिशा में निरन्तर प्रयासों की जरूरत है। 2025 तक उत्तराखण्ड को अग्रणी राज्य बनाने में निकायों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उत्तराखण्ड का समग्र विकास सभी प्रदेशवासियों की सामूहिक जिम्मेदारी है, इसमें सबको अपना योगदान देना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में स्वच्छता का बीड़ा उठाते हुए जिस बड़े बदलाव की शुरुआत की थी, उसका परिणाम आज पूरे देश में दिख रहा है। उनके महान विजन का ही नतीजा है कि आज देश के करीब 25 राज्यों ने अपने आप को पूरी तरह से खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिया है। प्रधानमंत्री जी ने विश्व को स्वच्छ बनाने के लिए 4च् पॉलिटिकल लीडरशिप, पब्लिक फंडिंग, पार्टनरशिप एवं पीपल पार्टिसिपेशन को जरूरी बताया था। यह 4पी का सिद्धांत देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को स्वच्छ बनाने के लिए आवश्यक है। प्रधानमंत्री जी ने लाल किले की प्राचीर से जिस स्वच्छता अभियान की बात की थी, वह स्वच्छता अभियान आज दुनिया का सबसे बड़ा आंदोलन बन चुका है।

शहरी विकास मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए निकायों द्वारा अच्छा कार्य किया जा रहा है। बड़े मंच पर पुरस्कार मिलने से गौरव की अनुभूति होती है। इससे अन्य निकायों को भी अच्छा कार्य करने के लिए प्रेरणा मिलती है। राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर कुल 06 पुरस्कार मिले यह एक बड़ी उपलब्धि है।

अटल निर्मल नगर पुरस्कार 2022-23 हेतु निकायों का श्रेणीवार चयन स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में किए गये प्रदर्शन के आधार पर किया गया। जिसमें नगर निगम देहरादून को प्रथम, नगर निगम रूड़की को द्वितीय एवं नगर निगम ऋषिकेश को तृतीय पुरस्कार मिला। इन नगर निगमों को क्रमशः 20 लाख, 15 लाख एवं 10 लाख रूपये की धनराशि प्रदान की गई। नगर पालिकाओं में नगर पालिका मुनिकीरेती को प्रथम, नगर पालिका नरेन्द्रनगर को द्वितीय एवं डोईवाला को तृतीय पुरस्कार मिला। इन नगर पालिकाओं को क्रमशः 15 लाख, 10 लाख एवं 08 लाख रुपये की धनराशि प्रदान की गई। नगर पंचायतों में नगर पंचायत नन्दप्रयाग को प्रथम, नगर पंचायत सुल्तानपुर को द्वितीय एवं नगर पंचायत गूलरभोज को तृतीय पुरस्कार मिला। इन नगर पंचायतों को क्रमशः 10 लाख, 07 लाख एवं 05 लाख रुपये की धनराशि प्रदान की गई।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्वच्छ सर्वेक्षण -2022 में राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत 05 निकायों को स्वच्छता गौरव सम्मान प्रदान किया। जिसमें नगर निगम हरिद्वार को राष्ट्रीय स्तर पर एक लाख से अधिक जनसंख्या वाले गंगा शहरों में प्रथम स्थान, छावनी परिषद लण्ढोर को छावनी परिषद श्रेणी में अधिकतम सिटीजन फीडबैक हेतु प्रथम स्थान, नगर पालिका परिषद रामनगर को नॉर्थ जोन के 50 हजार से 01 लाख जनसंख्या वाले शहरों में फास्टेस्ट मूवर सिटी पुरस्कार, नगर पालिका परिषद डोईवाला को नॉर्थ जोन के 15 हजार से कम जनसंख्या वाले शहरों में फास्टेस्ट मूवर सिटी पुरस्कार एवं नगर पालिका परिषद नरेन्द्र नगर को नॉर्थ जोन के 15 हजार से कम जनसंख्या वाले शहरों में बेस्ट सस्टेनेबल सिटी पुरस्कार प्रदान किया गया।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, विधायक खजान दास, मेयर देहरादून सुनिल उनियाल गामा, मेयर ऋषिकेश, मेयर हरिद्वार अनिता शर्मा, मेयर रूड़की गौरव गोयल, अपर मुख्य सचिव आनन्द वर्द्धन, सचिव शहरी विकास दिपेन्द्र चौधरी, निदेशक शहरी विकास नवनीत पाण्डे, नगर आयुक्त मनुज गोयल एवं विभिन्न निकायों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

मेयर की अगुवाई में स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आने के लिए निगम ने झौंकी सम्पूर्ण ताकत

स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल लाने के लिए नगर निगम अपनी पूरी ताकत लगा रहा है, आज भी मेयर अनिता ममगाईं के नेतृत्व में निगम की टीम ने स्वच्छता अभियान चलाए रखा। चरणबद्ध तरीके से निगम प्रशासन की ओर से शहर के तमाम वादों में जोरदार तरीके से स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है जिसमें जन सहभागिता सुनिश्चित कराने के लिए भी निगम द्वारा घर-घर जाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

आज वार्ड संख्या 14 बनखंडी क्षेत्र में अपनी देखरेख में मेयर अनिता ममगाईं ने स्वच्छता अभियान चलाया। निगम की स्वच्छता सीएमओं ने जगह-जगह बिखरे पड़े कूड़े को एकत्र कर उसका निस्तारण कराया साथ ही विभिन्न स्थानों पर लोगों से स्वच्छता अभियान में सहयोग की अपील भी की। अभियान की जानकारी देते हुए मेयर अनिता ममगाईं ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आने के लिए हर मुमकिन कोशिश की जा रही है। शहर को चमकाने का काम जोरों से किया जा रहा है।

इन दिनों शहर में मॉनिटरिंग के जरिए इस पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने नगर निगम प्रशासन द्वारा नियुक्त किए गये स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडरों द्वारा निगम द्वारा चलाये जा रहे महा स्वच्छता अभियान में सहयोग पर हर्ष जताते हुए शहरवासियों से भी अपील की, कि यह शहर आपका है इसे स्वच्छ और सुंदर बनाने में जिम्मेदार नागरिक का फर्ज अदा करते हुए अपना सहयोग दें। इस दौरान पार्षद लता तिवाड़ी, राजेश दिवाकर, नगर निगम ब्रांड एंबेसडर अशोक बेलवाल, बीएन तिवारी, लक्ष्मी तिवारी, शशि तिवारी, नीलम तिवारी, गुलाब वर्मा, रामकेवल, देवेंद्र कुमार सैनी, अनवर आदि शामिल रहे।

स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आना निगम का प्रमुख लक्ष्यः मेयर अनिता

स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में अव्वल आने व बच्चों को स्वच्छता के प्रति प्रेरित करने को नगर निगम की ओर से आगामी 24 नवंबर को आस्था पथ गली नंबर 04 में स्कूली बच्चों की चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।

प्रतियोगिता के आयोजन को लेकर मेयर अनिता ममगाईं ने निगम अधिकारियों व सेनेटरी इंस्पेक्टरों की एक महत्वपूर्ण बैठक ली। बैठक में मेयर द्वारा जहां उनसे स्वच्छता अभियान को लेकर चलाये जा रहे अभियान का फीडबैक लिया गया, वहीं प्रतियोगिता को भव्य रूप से आयोजित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश भी दिए गए। बताया कि सुंदर ऋषिकेश स्वच्छ ऋषिकेश विषय को लेकर बच्चों की चित्रकला प्रतियोगिता कोविड-19 के नियमों के अनुरूप आगामी 24 नवंबर को आस्था पद गली नंबर 04 में आयोजित की जाएगी। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल करने वाले विजेता को 11000, द्वितीय स्थान पर रहने वाले उपविजेता को 5100 जबकि तृतीय स्थान पर रहने वाले प्रतिभागी को 3100 की इनामी राशि प्रदान की जाएगी।

बैठक मेें सहायक नगर आयुक्त विनोद लाल, सफाई निरीक्षक अभिषेक मल्होत्रा, सफाई निरीक्षक प्रशांत कुकरेती, पार्षद अनीता प्रधान, पंकज शर्मा, गौरव केन्थुला, अक्षय खेरवाल, राजीव गुप्ता आदि मौजूद रहे।

कामयाबी, करोड़ो रुपये के खर्च को बचाते हुए निगम ने किया करार

धार्मिक और पर्यटन के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान रखने वाले ऋषिकेश को एक बड़ी कामयाबी मिली है। नगर निगम क्षेत्र के अन्र्तगत निगम ने प्लास्टिक के कूड़े का निस्तारण करने की जो योजना बनाई है। अगर वह साकार होती है तो स्वच्छता के क्षेत्र में यह कियी क्रांति से कम नही होगा। नगर निगम प्रशासन ने इसका खाका तैयार कर लिया है।
महापौर अनिता ममगाई ने बताया कि शहर में प्लास्टिक कूड़े के निस्तारण के लिए निगम और जीआईजेड कंपनी के बीच करार हुआ है। महापौर ने बताया प्रोजेक्ट को धरातल पर लाने के लिए सहायक नगर आयुक्त विनोद लाल को नोडल अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि विदेशी तकनीक पर आधारित इस करोड़ों रुपए की योजना में प्लास्टिक कूड़े के निस्तारण के लिए निगम को एक रुपये का खर्चा भी नहीं करना पड़ेगा। करार करने वाली कंपनी ही लागत वहन करेगी।

महापौर ने बताया कि यह कंपनी जीआईजैड कम्पनी प्लास्टिक से उत्पन्न कूड़े को कम करने के संबंध में सहयोग करेगी। इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का नाम है ’’अविरल’’ है जो गंगा नदी में या उसके आसपास प्लास्टिक वेस्ट को कम करता है। महापौर की माने तो यह एक मेटेरियल रिकवरी फैसिलिटी एमआरएफ ऋषिकेश में बनाएगी। जिससे प्लास्टिक कूड़ा शहर से कम होगा। इसके लिए निगम द्वारा गठित टीमों के माध्यम से शहरवासियों को प्लास्टिक से होने वाले नुकसान और इसके इस्तेमाल को कम करने के लिए अलग-अलग कार्यक्रमों के द्वारा बताया जाएगा।
सहायक नगर आयुक्त व नोडल अधिकारी विनोद लाल ने बताया कि यह प्रोजेक्ट 2 वर्ष चलेगा। जिसमें गोविंद नगर स्थित टंचिग ग्राउंड पर मेटेरियल रिकवरी फैसिलिटी प्लांट 1500 स्क्वायर मीटर में बनेगा। जिसमें 5 मेट्रिक टन का प्लास्टिक वेस्ट का हर दिन निस्तारण किया जायेगा।