एम्स ने सेटेलाइट सेंटर के लिए चयनित भूमि पर कब्जा लिया

एम्स ऋषिकेश को राज्य सरकार की ओर से कुमाऊं मंडल में सेटेलाईट सेंटर निर्माण के लिए भूमि हस्तांतरण कर ली गई है। एम्स जल्द यहां सुपरस्पेशलिटी अस्पताल का निर्माण शुरू करेगा।
कुमाऊं सेंटर ऑफ एम्स ऋषिकेश के लिए मंगलवार को राज्य सरकार की ओर से भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया संपन्न कराई गई। इस दौरान एम्स के अधिकारियों ने सेटेलाइट सेंटर के लिए चयनित भूमि पर कब्जा ले लिया है। इसके लिए एम्स के डीन एकेडमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता की अगुवाई में संस्थान के अधिकारी उप निदेशक प्रशासन ले. कर्नल अच्युत रंजन मुखर्जी, अधिशासी अभियंता अजय गुप्ता व जनसंपर्क अधिकारी हरीश थपलियाल मौके पर मौजूद रहे। गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा कुमाऊं मंडल के किच्छा, उधमसिंहनगर में एम्स के सेटेलाईट सेंटर के लिए 100 एकड़ भूमि हस्तांतरित की गई है। संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह ने बताया कि उक्त हस्तांतरित भूमि पर एम्स एक से डेढ़ वर्ष में टर्सरी केयर सेंटर स्थापित करेगा।
कुमाऊं सेंटर ऑफ एम्स ऋषिकेश में सभी प्रकार की सुपरस्पेशलिटी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने बताया कि संस्थान की प्राथमिकता रहेगी कि कुमाऊं मंडल के लोगों को सभी प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं जल्द से जल्द उपलब्ध कराई जाएं, जिससे उन्हें इलाज के लिए ऋषिकेश तक की दूरी तय नहीं करनी पड़े।

एम्स ऋषिकेश के भ्रष्टाचार पर कांग्रेस नेताओं ने बोला हल्ला

उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री विजय सारस्वत ने आरोप लगाया है कि ऋषिकेश एम्स में दवा खरीद और कर्मचारियों की नियुक्ति में बड़ा घोटाला हुआ है। कहा कि पीएमओ कार्यालय, स्वास्थ्य मंत्रालय और मुख्यमंत्री को फर्जीवाड़े से अवगत कराया जाएगा। निर्धारित समय सीमा में घोटाले में लिप्त लोगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो कांग्रेस भूख हड़ताल करेगी और दोषियों के खिलाफ ऋषिकेश कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराएगी।
मंगलवार को हरिद्वार रोड स्थित एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में कांग्रेस प्रदेश महामंत्री विजय सारस्वत ने केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ईमानदारी का ढोल पीटने वाली डबल इंजन की सरकार के राज में ऋषिकेश एम्स में दवा खरीद से लेकर कई घोटाले हुए हैं। आउटसोर्स में नौकरी देने के नाम पर संबंधित एजेंसी ने घूस के रूप में रुपये वसूले। 11 महीने का एग्रीमेंट बनाकर कम वेतन दिया। उत्तराखंड के एमबीए एवं उच्च शिक्षित युवाओं की योग्यता की अनदेखी कर बाहरी लोगों को एम्स में ऊंचे ओहदों पर नियुक्त किया। जबकि स्थानीय युवाओं की योग्यता को दरकिनार कर चतुर्थ श्रेणी में नियुक्ति की। प्रदेश महामंत्री विजय सारस्वत ने आरोप लगाते हुए कहा कि एम्स भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है। कांग्रेस सभी घोटालों का पर्दाफाश करने के लिए सीबीआई जांच की मांग उठा रही है। निष्पक्ष जांच कराए जाने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री, प्रधानमंत्री से भी शिकायत की जाएगी। सकारात्मक कार्रवाई नहीं होने पर भूख हड़ताल करेंगे। फिर भी सरकार नहीं चेती तो घोटाले में लिप्त लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराएंगे।
वहीं, उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री विजय सारस्वत ने एम्स की चिकित्सा सेवा को भी कटघरे में खड़ा किया। आरोप लगाया कि एम्स ऋषिकेश में कोरोनाकाल में संक्रमण से ग्रसित कई लोगों को जीवन से साथ धोना पड़ा है। हमने कई साथियों को खोया है।
कांग्रेस प्रदेश महामंत्री विजय सारस्वत ने यह भी बताया कि ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र से पूर्व ब्लॉक प्रमुख डा. केएस राणा और प्रदेश सचिव शैलेंद्र बिष्ट ने कांग्रेस से दावेदारी पेश की है। उनकी दावेदारी को दून में बुधवार को स्क्रनिंग कमेटी की बैठक में रखा जाएगा।
पत्रकारवार्ता में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सुधीर राय, पूर्व ब्लॉक प्रमुख डा. केएस राणा, प्रदेश सचिव शैलेंद्र बिष्ट, पार्षद मनीष शर्मा, राकेश मियां, मदन नागपाल, राघव भटनागर, संजय भारद्वाज आदि मौजूद रहे।