नव प्रवेशी छात्र-छात्राओं का विद्यालय परिवार ने किया स्वागत

श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज में प्रवेश उत्सव के तहत कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसका शुभारंभ विद्यालय प्रबंधक हर्षवर्धन शर्मा, प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत, अभिभावक संघ अध्यक्ष रामकृपाल गौतम, पार्षद शिवकुमार गौतम ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया।

हर्षवर्धन शर्मा ने कहा कि बच्चे कुम्हार की मिट्टी की तरह होते है। उनको इस अवस्था में जो आकार दिया जाएगा, उसका वे जीवन भर अनुकरण करते हैं। माता पिता व शिक्षकों की नैतिक जिम्मेदारी है कि बच्चों के सर्वागीर्ण विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत ने कहा कि बच्चे परिवार का दर्पण होते हैं।

मौके पर पार्षद राधा रमोला, पार्षद अनीता रैना, पार्षद बृजपाल राणा, डॉ. सुनील दत्त थपलियाल, यमुना प्रसाद त्रिपाठी, लेफ्टिनेंट लखविंदर सिंह, शिवप्रसाद बहुगुणा, जितेन्द्र बिष्ट, शालिनी कपूर, रंजन अंथवाल, विकास नेगी, धनंजय सिंह रांगड, अजय कुमार, रमेश बुटोला, नीलम जोशी, सुशीला बड़थ्वाल, रंजना, सुनीता, सुखदेव कंडवाल, ऋचा अमोली, ज्योतिर्मय शर्मा, हरि सिंह, पवन शकुंतला, नीलम मनोड़ी, विवेक शर्मा, प्रवीण रावत आदि उपस्थित रहे। उधर, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय घमंडपुर में प्रवेशोत्सव के तहत छात्र-छात्राओं को पाठ्य सामग्री बांटी गई। मौके पर ग्राम प्रधान अभिषेक कृषाली, मानसी खत्री, प्रधानाचार्य संजय जैन, अर्चना गुसाईं, पुष्पा बिष्ट, मधु सेमवाल, दीप्ति आदि उपस्थित रहे।

एमआईटी ढालवाला में आजादी अमृत महोत्सव का हुआ आयोजन

अगले तीन दिनों तक एमआईटी ढालवाला में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार की ओर से हस्तशिल्प कला जागरूकता कार्यक्रय आयोजित किया जा रहा है। आज इस कार्यक्रम की शुरूआत वस्त्र मंत्रालय सहायक निदेशक नलिन राय, एमआईटी निदेशक रवि जुयाल एवं डा. ज्योती जुयाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

संस्थान के एनपी कुकसाल ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य स्थानीय स्तर पर हस्तशिल्प कला की सांस्कृतिक विरासत एवं संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना एवं युवाओं को आत्मनिर्भर बनाकर स्वरोजगार से जोड़ना है।

भारतीय ग्रामोद्योग संस्थान के सचिव अनिल चंदोला ने बताया कि हम सभी को अपनी संस्कृति और विरासत के संरक्षण हेतु स्वदेशी उत्पादों को अपनाना चाहिए। जिससे राष्ट्र के साथ साथ हम सभी स्वरोजगार से जुड़कर आत्मनिर्भर बन सकें। बताया कि यह कार्यक्रम निश्चित ही युवाओं को आत्मनिर्भर और स्वरोजगार से जोड़ने के अपने उद्देश्य को पूरा करेगा।

संस्थान निदेशक रवि जुयाल आगंतुक अतिथियों एवं वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार का आभार प्रकट करते हुए कहा कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत और हस्तकला के प्रति जागरूकता जरूरी है। इससे वे अपनी संस्कृति से भी जुड़ेंगे। अपने अंदर के हुनर को निखारने का अवसर भी मिलेगा उन्होंने कहा कि इस तरह की प्रदर्शनी से बच्चों में भी कला सीखने की ललक जागती है। उनके अंदर भी जागरूकता आयेगी और वे इस क्षेत्र में भी रोजगार पा सकेंगे। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री के वोकल फॉर लोकल से प्रेरित है।

भारत सरकार वस्त्र मंत्रालय से सहायक निदेशक नलिन राय ने कहा कि कार्यशाला में उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों के राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय पुरस्कारों से सम्मानित शिल्पी ने भी भाग लिया। आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों से हस्तशिल्प को आगे बढ़ाने की अपील की।

बीना पुंडीर शिल्पी अवार्डी ने भी बच्चों को हस्तशिल्प के प्रति जागरूक किया।विमल के द्वारा क्या क्राफ्ट बनता है और मार्केटिंग के द्वारा क्राफ्ट को आगे बढ़ने की अपील की। आयुषी गुप्ता फैशन डिजाइनर ने भी क्राफ़्ट को आगे बढ़ाने के लिए बच्चों को जागरूक किया।

आयोजित कार्यक्रम में डॉ ज्योती जुयाल, डा. प्रेम प्रकाश पुरोहित, राजेश चौधरी, गीता चंदोला, डॉ. रीतेश जोशी, रवि कुमार, शिल्पी कुकरेजा, हंस हस्तशिल्प कला से आकांक्षा डोबरियाल, देव भूमि ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट आयुषी गुप्ता फैशन डिजाइनर, बीना पुंडीर उत्तराखंड शिल्प रत्न धर्म लाल उत्तराखंड शिल्प रत्न, प्रेमलाल मास्टर क्राफ्ट, उषानकोठी उत्तराखंड शिल्प रत्न, शैलेश एच.पी.ओ. एन.पी. कुकशाल, जनसंपर्क अधिकारी और केपी लखेड़ा आदि छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।

बच्चों की पढ़ाई के लिए ड्रिम्स संस्था ने बनाया ड्रिम्स ज्ञान स्टेशन ऐप

देहरादून । कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा बड़ा विकल्प बन कर सामने आया है। आज बड़ी सँख्या में छात्र-छात्राएं, व विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवा ऑनलाइन माध्यम से ही पढ़ाई कर रहे हैं। आने वाला समय अब घर बैठे ऑनलाइन शिक्षा है। जिसको देखते हुए DREAMS संस्था ने बच्चों की पढ़ाई के लिए एक ऍप बनाई है । जिसका नाम DREAMS GYAN STATION है। जिसमें बच्चे घर बैठे पढ़ाई कर सकते हैं। DREAMS संस्था के सचिव दीपक नौटियाल ने बताया कि यह एप्प काफी सारी खूबियों वाला है। 7 खूबियों वाले इस एप्प से ऑनलाइन पढ़ाई काफी आसान हो जाएगी। दीपक नौटियाल ने बताया इस एप में निम्नलिखित सुविधाएं उपलब्ध है।
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1- डायरेक्ट लाइव क्लास
2- होम वर्क की विशेष सुविधा
3- ऐसाइनमेंट प्रैक्टिस
4- ऑनलाइन टेस्ट
5- चैप्टर समन्धित विडिओ
6- नोट्स
7- पेरेंट्स – टीचर कांफ्रेंसिंग
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बच्चों को रजिस्टर कराइये… सीमित सीटों के लिए ही बैच….
App का लिंक……

https://play.google.com/store/apps/details?id=com.dreamsflutter.in
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DREAMS संस्था के सचिव दीपक नौटियाल ने बताया कि आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए ऑनलाइन शिक्षा में विशेष छूट दी गई है। वर्तमान में जो मासिक (प्रत्येक महीने) का फीस चार्ट जारी किया गया है वह कुछ इस तरह है।

1 से 5 तक……500
6 से 8 तक……800
9 से 10 तक…..1000
11 से 12 तक….1500

DREAMS संस्था के सचिव दीपक नौटियाल ने बताया कि Computer course हेतु 500 रूपए प्रति माह फीस का निर्धारण किया गया है। जिसमें ADCA (12 माह) DCA (6 माह ) का कोर्स है। इसमें भी आर्थिक रूप से कमजोर 10 बच्चों को प्रति वर्ष एक बैच फ्री बनाया जायेगा जिसमें FBP (Future Beneficiary Program) के अंतर्गत कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों को रजिस्टर किया जायेगा और उनके बेसिक कांसेप्ट पर काम किया जायेगा। इनका बैच ABCD (Arbitrary Basic Concept Development) के नाम से होगा।

आपको बता दें कि बड़ी सँख्या में छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन कर पढ़ाई भी शुरू कर दी है। एप्प से उन्हें पढ़ाई काफी आसान लग रही है। अविभावकों ने भी इस एप्प की तारीफ की है।

सीएम ने एसएमजेएनपीजी कालेज में शौर्य दीवार पर पुष्प अर्पित कर किया जवानों को नमन

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने एसएमजेएनपीजी कालेज में शौर्य दीवार पर पुष्पांजलि अर्पित कर जवानों को नमन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने कालेज में डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से और बारह हजार वर्गफीट में नवनिर्मित भवन एच ब्लॉक (स्मार्ट क्लास रूम) का लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि संत पूरे समाज को दिशा देने का काम करते हैं। महाकुंभ में अखाड़ा परिषद् की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आगामी स्नान पर्वों पर भी हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि कोविड से प्रभावित होने के दौरान भी मैं कुंभ के कार्यों की समीक्षा वर्चुअल रूप से लेता रहा। कोविड संक्रमण से स्वस्थ होते ही 06 अप्रैल को गंगा सभा और अखाड़ा परिषद की ओर सै आयोजित गंगा पूजन करके महाकुंभ का विधिवत शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अखाड़ों और साधु संतों की मांग पर आगामी कुंभ के लिए जमीन चिह्नित की जाएगी।

निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि साधु संतों के लिए कुंभ से बड़ा कोई धार्मिक आयोजन नहीं होता। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को शाही स्नान के दिन गंगा तट पर आने और हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा के लिए साधुवाद दिया। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने धन्यवाद ज्ञापित कर उनके दीर्घायु और यशस्वी जीवन का आशीर्वाद दिया।

महंत रविंद्र पुरी महाराज, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि, कालेज प्रबंध समिति के अध्यक्ष महंत लखन गिरि, निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद, आनंद पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर बालकानंद गिरि ने मुख्यमंत्री को तिलक लगाकर पुष्प गुच्छ, रूद्राक्ष की माला पहनाकर और शॉल ओढ़ाकर जन्मदिन की शुभकामनाएं दी। संतों ने उनके सुखमय जीवन एवं दीर्घायु की कामना की।

इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. जयपाल सिंह चैहान, सांसद प्रतिनिधि ओमप्रकाश जमदग्नि, मेलाधिकारी दीपक रावत, जिलाधिकारी सी रविशंकर, आईजी कुंभ संजय गुंज्याल, पूर्व महापौर मनोज गर्ग, कालेज के प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार बत्रा, मुख्य छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. संजय माहेश्वरी, छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. सरस्वती पाठक आदि मौजूद थे।

विश्व टीबी दिवस पर राजकीय महाविद्यालय में दो दिवसीय कांफ्रेंस का शुभारंभ

उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, (UCOST) देहरादून द्वारा प्रायोजित, पंडित ललित मोहन शर्मा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ऋषिकेश (श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर) के मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विभाग व DNA लैब, देहरादून के संयुक्त तत्वावधान में विश्व टीबी दिवस के उपलक्ष्य पर प्रदेश स्तरीय दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस एवं कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। इस कार्यशाला का विषय Cellular, Molecular and Biomedical skills : Needs in post pandemic era रहा।

कार्यशाला में मुख्य अतिथि प्रोफेसर एन.पी. माहेश्वरी, भूतपूर्व उच्च शिक्षा निदेशक, व विशिष्ट अतिथि ऋषिकेश भरत मंदिर के महंत वत्सल प्रपन्न शर्मा, वरुण प्रपन्न शर्मा एवं प्रो पंकज पंत, प्राचार्य राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, ऋषिकेश डॉ नरोत्तम शर्मा, साइंटिस्ट डीएनए लैब व कार्यशाला के आयोजन सचिव प्रो गुलशन कुमार ढींगरा ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

प्रो गुलशन कुमार ढींगरा ने बताया कि हैंड्स ऑन ट्रेनिंग एवं नवीनतम तकनीकी द्वारा, बायोमेडिकल, पैरामेडिकल क्षेत्र के प्रतिभागियो को प्रशिक्षण दिया जायेगा। डीएनए लैब के वैज्ञानिक डॉक्टर नरोत्तम शर्मा ने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य है कि कोविड 19 के परिपेक्ष्य में समाज व पैरामेडिकल युवा हमारी नवीन तकनीकों से अधिक से अधिक लाभान्वित हो सकें।

महंत वत्सल प्रपन्न शर्मा ने कहा कि हमारा ट्रस्ट ऋषिकेश के छात्र छात्राओं को आगे बढ़ने के लिए हमेशा से कार्यरत है व आगे भी कार्य करता रहेगा हमारे पूर्वजों द्वारा ऋषिकेश महाविद्यालय व ऋषिकेश अस्पताल हेतु जो भूमि दी गई उसका सदुपयोग हो रहा है, उन्होंने महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो पंत का आभार व्यक्त किया गया।

इसके बाद प्रोफेसर माहेश्वरी ने कहा कि कोविड-19 के कारण हमारी जीवनशैली व कार्य करने के तरीके पर विश्व भर में हैरान करने वाले चुनोतियो का प्रभाव पड़ रहा है व बॉयोमेडिकल सेक्टर पर इन चुनोतियो का भार था जो उन्होंने बखूबी वहन किया।

उद्धघाटन सत्र के अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर पंकज पंत ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया हुआ व कहा कि पंडित ललित मोहन जी ने जो भूमि महाविद्यालय को प्रदान की, उससे लाखों छात्र-छात्राएं आज यहां से शिक्षार्थ पाकर सेवाएं देश विदेशों में दे रहे हैं।

कार्यशाला के प्रथम तकनीकी सेशन में प्रतिभागियों को बायोसेफ्टी लैब एवं डीएनए आइसोलेशन एवं आरटी पीसीआर आदि उपकरणों को रूबरू व जानकारी दी गई व प्रशिक्षण दिया गया।

कार्यशाला के द्वितीय तकनीकी सेशन में टेक्नो हब लैबोरेट्री देहरादून के सिद्धार्थ माधव ने Detection of Diabeties Retinopathy with Image Processing and Artificial Intelligence विषय पर बताया जोकि छात्रों के लिए बहुत उपयोगी एवं रुचिकर था।

उसके बाद एम्स ऋषिकेश के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के डॉ आशीष कोठारी ने रोल ऑफ sequencing इन मॉलेक्युलर साइंस विषय पर व्याख्यान दिया। उसके बाद एम्स ऋषिकेश के डॉ आशीष कुमार बायोकेमिस्ट्री विभाग ने बायो methodology ऑफ लैबोरेटरी एनिमल विषय पर व्याख्यान दिया।

अंत मे मिस अंकिता सिंह, व मिस्टर तेजपाल जूनियर साइंटिस्ट ने RT PCR, Master mixture Preparation for DNA Isolation processing के बारे में बताया।

कार्यशाला का संचालन सफिया हसन ने किया। इस मौके पर प्रो सुषमा गुप्ता, डॉ अनिल कुमार, डॉ पूजा कुकरेती, डॉ इंदु तिवारी, शालिनी कोटियाल, देवेंद्र भट्ट, अर्जुन पालीवाल, विवेक राजभर, आदि मौजूद थे।

अखंड ज्ञान के लिए नई शिक्षा नीति हैं विशिष्टः प्रो. अन्न्पूर्णा

अखंड ज्ञान प्राप्ति हेतु सीमाएँ समाप्त करने के लिए नई शिक्षा नीति विशिष्ट है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 में परिकल्पनात्मक और लचीलेपन से युक्त बहुपक्षीय नवाचार प्रमुख है। भाषा समेकीकरण का एक बड़ा माध्यम है। जर्मनी, जापान, चीन, कोरिया और इजराइल आदि जैसे देश मातृभाषा में शिक्षा प्रदान करते हैं। भारतवर्ष एक बहुभाषीय देश है इस दृष्टि से भारतवर्ष में मातृभाषा में शिक्षा एक चुनौती है। इसके लिए अलग-अलग भाषाओं में पाठ्यक्रम तैयार करना और उसके अनुसार शिक्षण पद्धति में परिवर्तन करने का एक बड़ा दायित्व आधुनिक युवा शिक्षाविदों पर है। यह बात प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल, कुलपति, हे.न.ब. गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर गढवाल, उत्तराखण्ड तथा सदस्या, न्यू एजुकेशन इम्प्लीमंेटेशन कमिटी द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में कही गयी।
उन्होंने यह भी कहा कि मल्टीडिसिप्लीनेरी रिसर्च यूनिवर्सिटी (मेरू) नवाचार युक्त शोध के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य करने जा रही है। प्रो. नौटियाल भारत सरकार के पण्डित मदन मोहन मालवीय नेशनल मिशन ऑन टीचर्स एवं टीचिंग के अन्तर्गत परिचालित फेकल्टी डेवेलपमेंट सेंटर द्वारा दिनांक 12 से 25 मार्च, 2021 तक ‘पेडागॉजिकल टेक्निक्स एंड रिसर्च मैथोडोलॉजी‘ विषय पर चलने वाले रिफ्रैशर कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रही थी।

डॉ विकास दवे, निदेशक, साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश ने मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए कौशल विकास, रचनात्मकता और मनोवैज्ञानिक तैयारी नई शिक्षा नीति के सर्वाधिक प्रभावी कदम हैं। नई शिक्षा नीति की चर्चा करते हुए उन्होंने शिक्षापद्धति के सम्बन्ध में जनसामान्य को भी चिंतन की आवश्यकता पर बल दिया। शिक्षा का मनोवैज्ञानिक विवेचन प्रस्तुत करते हुए उन्होंने कहा कि प्रस्तावित नई शिक्षा नीति मंे ऐसी व्यवस्था की गयी है कि इससे बच्चों में निराशा नहीं आयेगी और वे जीवन की कठिन से कठिन परिस्थिति का सामना करते हुए स्वयं, देश और समाज की उन्नति में सहभागी बन सकें। उन्हांेने कहा कि नैतिक मूल्यों की गिरावट को रोकने और नैतिक उन्नयन हेतु अध्यापकों को ही प्रयास करना होगा।
शिक्षकों को लक्ष्य के प्रति एकाग्रता, समर्पण, टीमवर्क तथा अच्छे प्रशिक्षण की आवश्यकता है। भारतवर्ष को पुनः विश्वगुरु बनाने के लिए भारतीय शिक्षा पद्धति महत्त्वपूर्ण है और इससे ही आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना चरितार्थ हो सकेगी।

फेकल्टी डेवेलपमेंट सेन्टर की निदेशक प्रो0 इन्दु पाण्डेय खण्डूड़ी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए इस रिफ्रैशर कोर्स की विषयवस्तु पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम ‘पेडागॉजी एण्ड रिसर्च मैथोडॉलॉजी‘ में समाहित शिक्षाशास्त्रीय पद्धतियों और शोध प्रविधियों के विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर केन्द्रित होगा। पूरे देश के विभिन्न संस्थानों से लगभग 18 शिक्षाविद् इन प्रतिभागियों को ऑनलाइन प्रशिक्षण देेंगे। प्रो खण्डूड़ी ने बताया कि दो सप्ताह तक ऑनलाइन चलने वाले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में केरल, महाराष्ट्र, नई दिल्ली, उड़ीसा, बिहार, उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखण्ड जैसे 7 राज्यों के विभिन्न उच्चशिक्षण संस्थानों के 51 शिक्षक प्रतिभागी ऑनलाइन प्रतिभाग कर रहे हैं।

सत्र का संचालन डॉ0 सोमेश थपलियाल, एसिस्टेंट डायरेक्टर, फेकल्टी डेवेलपमेंट संेटर ने किया। डॉ. कविता भट्ट, रिसर्च एसोसिएट ने अतिथियों का परिचय करवाया तथा डॉ. राहुलकुँवर सिंह, एसिस्टेंट डायरेक्टर ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियो का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के दौरान पारुल, बलवीर, जगदम्बा तथा रामेश्वरी इत्यादि भी उपस्थित रहे।

महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग की फ्रेशर पार्टी में नूतन छात्रों का मचाया धमाल

राजकीय महाविद्यालय ऋषिकेश में अंग्रेजी साहित्य के छात्र छात्राओं के लिए फ्रेशर पार्टी का आयोजन किया गया। ऐसे छात्र व छा़त्राएं जो प्रथम वर्ष में कॉलेज में प्रवेश लिया है, उनका महाविद्यालय में स्वागत हुआ। पार्टी में सभी छात्रों ने अपना परिचय दिया। इस दौरान छात्रों ने सिंगिंग, डांसिंग, डीजे पर रैंप वॉक कर अपनी अपनी प्रतिभा को भी सम्मुख रखा। फ्रेशर पार्टी में मिस्टर फ्रेशर मयंक और मिस फ्रेशर का खिताब निशा गोस्वामी ने हासिल किया।

अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ सतेन्द्र कुमार ने सभी नये छात्रों का स्वागत किया व साथ ही उनके बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनाए दी। इस अवसर पर डॉ अंजू भट्ट, रूबी तब्बसुम, बीना खाती, मयंक रैवानी, ज्योति, साक्षी, निधि, पूजा, कृति आदि मौजूद थे।

राज्य में छह से 12वीं तक के स्कूल आठ फरवरी से खुलेंगेः कैबिनेट फैसला

उत्तराखंड में आठ फरवरी से कक्षा छह से 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूल खुलने जा रहे है। आज यह निर्णय कैबिनेट की बैठक में हुआ। इससे बीते वर्ष से लाॅकडाउन के बाद से बंद पड़ें स्कूलों में बच्चे फिर शिक्षा ग्रहण करते नजर आएंगे।

कैबिनेट बैठक में 17 बिंदुओं पर चर्चा हुई। सभी पर मंजूरी मिली है। कैबिनेट की बैठक की जानकारी शासकीय प्रवक्ता कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने दी।

यह हैं कैबिनेट के 17 फैसले

1-मनरेगा में जॉब कार्ड धारकों को खुशखबरी, 100 दिन का काम करने वालो को 50 दिन का अतिरिक्त रोजगार मिलेगा, सरकार को 18 करोड़ का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
2- सिंगल यूज प्लास्टिक के लिए नियम बने, प्लास्टिक कैरी बैग होगा प्रतिबंधित, थर्मोकोल से बना सामान प्रतिबंधित होगा, उपयोग करने पर जुर्माना लगेगा।
3- वन विभाग में स्केलर का विषय अलगी कैबिनेट के लिए रखा गया।
4-साइबर क्राइसिस मैनेजमेंट प्लान राज्य में लागू किया गया, केंद्र के बनाये प्लान को राज्य ने अपनाया।
5- आठ फरवरी से राज्य में कक्षा 6 से कक्षा 12 तक सभी विद्यालय खोले जाएंगे, विभाग जारी करेगा आदेश।
6- कक्षा 8 से कक्षा 9 में जाने वाली छात्रों को साइकिल के दिया जाना डीबीटी होगा, इस धन से साइकिल ही खरीदी जाएगी। इस पर 14,56,000 का खर्च आएगा।
7-जीएसटी का बिल लाओ- ईनाम पाओ योजना को सरकार ने वापस लिया।
8-2015 से 2019 तक पिटकुल की लेख रिपोर्ट सदन में प्रस्तुत होगी।
9-पुलिस के कॉस्टेबल भर्ती का बड़ा फैसला, भर्ती के नियमों में हुआ संसोधन।
10-मंगलदीप स्कूल अल्मोड़ा को दी गई निश्‍शुल्क जमीन, 0.04 हेक्टयर जमीन दी गई।
11-कारखाना अधिनियम में हुआ संशोधन, लाइसेंस के नवीनीकरण का शुल्क ऑनलाइन जमा होगा।
12-परिवहन विभाग में परिवर्तन कर्मचारी नियमावली में संशोधन, नए पद सृजित किए गए।
13-उत्तराखंड भाषा संस्थान में विभागीय ढांचों के पुनर्गठन का विषय अगली कैबिनेट में आएगा।
14-एनडीआरएफ को नैनीताल में 75 एकड़ जमीन दी गयी।
15-नगर निगम के सर्किल रेट को लेकर सरकार लाएगी अध्यादेश।
16-नई आबकारी नीति को मिली मंजूरी, दो साल के लिए दी जाएगी शॉप, ई टेंडरिंग से होगा वितरण, नए सिरे से राजस्‍व का होगा निर्धारण, देशी शराब की दुकानों पर बिकेगी बियर।
17-निगम क्षेत्रों में रात 11 बजे तक खुलेंगी शराब की दुकानें, पहाड़ी क्षेत्रों में रात 10 बजे तक खुलेगी शराब की दुकानें।

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