एसएसपी पौड़ी ने किया कोटद्वार के टाइल्स व्यापारी के घर हुई लूट का खुलासा

कोटद्वार। पौड़ी गढ़वाल के कोटद्वार में बीते 25 दिसंबर को चर्चित टाइल्स व्यापारी के घर लाखों रूपए व ज्वैलरी की डकैती व लूट का खुलासा कर दिया। पुलिस की कार्यशैली से खुश होकर डीजीपी अशोक कुमार ने टीम को 20 हजार रूपए का इनाम देने की घोषणा की है।

बतादें कि बीती 25 दिसंबर को शातिरों द्वारा सुबह सात बजे देवी रोड स्थित खुशी होटल के पीछे टाइल्स व्यवसाय प्रमोद प्रजापति के घर को निशाना बनाया गया था। पुलिस ने आरोपियों से दो लाख साठ हजार रूपए की नकदी के साथ सोने के सभी जेबरात लगभग चार लाख रुपये कीमत के और यूनियन बैंक की चैक बुक बरामद की हैं। पुलिस का कहना है इसमें लगभग साठ प्रतिशत लूट का सारा सामान बरामद कर लिया गया है।

एसएसपी पौड़ी पी रेणुका देवी ने बताया कि घटना के बाद से ही पुलिस की सात तेज तर्रार टीमें लगाई गई थी। जिसमें पुलिस ने 9 दिनों के लगातार अथक प्रयास से सोमवार को अभियोग में संलिप्त अभियुक्त राजकुमार छोटा पुत्र जयवीर व उसके चार साथियों को चरथावल क्षेत्र मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश से डकैती के माल सहित गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान अभियुक्त राजकुमार द्वारा बताया गया कि प्रवीण प्रजापति प्रमोद कुमार का करीबी रिश्तेदार है उसने ही हमें बताया कि वह काफी धनवान व्यक्ति है और अन्य जानकारियां भी दीं। प्रवीण प्रजापति द्वारा दी गई जानकारी के बाद 25 दिसंबर की सुबह कपिल कुमार उर्फ रावण, संदीप कुमार उर्फ पिंटू, संजीव कुमार उर्फ सोनू, धीरज, अंकित पुंडीर, प्रवीण प्रजापति ने मिलकर प्रमोद कुमार के घर में डकैती डालने रणनीति बनाई फिर हमने प्रमोद कुमार के घर में डकैती की घटना को अंजाम दिया। अभियुक्तगणों द्वारा पश्चिमी उत्तर प्रदेश व अन्यत्र भी लूट व डकैती की घटना को अंजाम दिये जाने की जानकारी प्रकाश में आई है। मुख्य अभियुक्तगण प्रवीण प्रजापति पुत्र चंद्रपाल व अंकित पुंडीर पुत्र प्रदीप की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। अभियुक्तो के अन्य अपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है। घटना का खुलासा करने वाली पुलिस टीम का उत्साहवर्धन करने के लिए पुलिस महानिदेशक ने 20 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की है।

सीएम ने बिलखेत में किया राष्ट्रीय पैराग्लाइडिंग एक्यूरेसी प्रतियोगिता का शुभारम्भ

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बिलखेत, पौड़ी में प्रथम नयार घाटी एडवेंचर फेस्टिवल का उद्घाटन किया एवं राष्ट्रीय पैराग्लाइडिंग एक्यूरेसी प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने 26 करोड़ 83 लाख 64 हजार रूपये की कल्जीखाल विकासखण्ड की पेयजल योजना का लोकार्पण किया। इस योजना से 02 हजार 370 पेयजल संयोजन दिये गये हैं। योजना का लाभ 59 राजस्व ग्रामों, 19 ग्राम पंचायतों एवं 68 बस्तियों को मिलेगा। इसका श्रोत नयार नदी है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि नयार घाटी में पैराग्लाइडिंग का प्रशिक्षण केन्द्र खोला जायेगा। इसके लिए उन्होंने जिलाधिकारी पौड़ी को जमीन ढ़ूढने के निर्देश दिये। नयार घाटी एडवेंचर फेस्टिवल का आयोजन हर साल किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिलखेत में स्कूल का सौन्दर्यीकरण किया जायेगा। द्वारीखाल में खेल के मैदान का समतलीकरण किया जायेगा।

उत्तराखण्ड में साहसिक खेलों के लिए पर्याप्त संभावनाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि 19 से 22 नवम्बर 2020 तक इस फेस्टिवल में अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। जिसमें पैराग्लाइंडिंग, 170 किमी की माउंटेन बाइकिंग ट्रेल रनिंग स्पर्धा एवं एंग्लिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने अनेक राज्यों से आये प्रतियोगियों का देवभूमि उत्तराखण्ड में स्वागत किया।

सरकार की योजनाओं की जानकारी जिलाधिकारी ब्लॉक लेबल पर जाकर देंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार स्वरोजगार की दिशा में अनेक प्रयास कर रही है। इसके लिए राज्य में सीएम स्वरोजगार योजना शुरू की गई। इसके तहत 150 प्रकार के कार्यों को शामिल किये गये हैं। किसानों को 03 लाख तक का ब्याज मुक्त एवं महिला स्वयं सहायता समूहों को 05 लाख तक का ब्याज मुक्त ऋण दे रही है। सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का सभी को फायदा मिले, इसके लिए सभी जिलाधिकारी ब्लॉक लेबल तक जाकर इन योजनाओं की जानकारी लोगों को देंगे। जिला स्तरीय उच्च अधिकारी ब्लॉक लेबल पर जाकर सरकार की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करेंगे।

आगामी तीन साल में माँ बहिनों के सिर से घास की गठरी का उतारेंगे बोझ
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि आज घास लेने के लिये जहां हमारी माँ बहिने जगंल या अन्य स्थानों पर जाती है तो उन्हें पहाड़ी से गिरने, जंगली जानवरों का एवं नदी में बहने का खतरा बना रहता है। हम उन्हें इन खतरों से भी बचायेंगे तथा घास की व्यवस्था उनके आंगन तक उपलब्ध करायेंगे।

कृषि के क्षेत्र में राज्य सरकार ने साढ़े तीन वर्षों 100 से अधिक निर्णय लिये
कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के नेतृत्व में पिछले साढ़े तीन साल में कृषि के क्षेत्र में 100 से अधिक निर्णय लिये। 2017 में राज्य सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री का सपना था कि प्रत्येक न्याय पंचायत में एक-एक फार्म मशनरी बैंक हो। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आशीर्वाद से सभी 670 स्थापित किये गये। किसानों को 80 प्रतिशत सब्सिडी पर कृषि यंत्र दिये गये। इन तीन सालों में इन मशीनों की सहायता से राज्य में कृषि उत्पादकता में वृद्धि हुई।

इस अवसर पर उच्च शिक्षा एवं सहकारिता राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, सांसद तीरथ सिंह रावत, विधायक मुकेश कोली, जिलाध्यक्ष भाजपा पौड़ी संपत सिंह रावत, ब्लॉक प्रमुख बीना राणा, जिलाधिकारी पौड़ी धीराज गर्ब्याल, एसएसपी पौड़ी रेणुका देवी आदि उपस्थित थे।

वर्ष 2018 में रोपे गए पौधे सही सलामत मिलने पर सीएम हुए खुश

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार को रिस्पना के उद्गम क्षेत्र कैरवान गांव का भ्रमण किया। उन्होंने गत वर्ष इस क्षेत्र में किये गये बृहद पौधरोपण के तहत लगाये गये पौधों की स्थलीय जानकारी प्राप्त की। उन्होंने रिस्पना को ऋषिपर्णा नदी के स्वरूप में लाने के लिये कैरवान गांव व इसके आस-पास के क्षेत्र को ऐतिहासिक स्थल बताते हुए कहा कि इस क्षेत्र में रोपे गये अधिकांश पौधे सही सलामत होने की उन्हें हार्दिक खुशी है। उन्होंने कहा कि 2018 में इस क्षेत्र में सघन पौधरोपण कर 75 हजार से अधिक विभिन्न प्रजाति के पौधों का रोपण किया गया था। उनमें से 90 प्रतिशत पौधों का जीवित होना सुखद अहसास दिलाता है। इन पौधों से उनका लगाव है, इसीलिये इस साल के अंतिम दिन आज उन्हें देखने इस क्षेत्र में आये हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रयास वन से जुड़े लोगों को सीखने का भी अवसर है। यह क्षेत्र एक बेहतर डेस्टिनेशन बनने के साथ ही पानी के स्त्रोत को विकसित करने में मददगार होगा। उन्होंने इन पौधों की देखभाल में लगे लोगों व स्वयंसेवी संस्थाओं की भी सराहना की। मुख्यमंत्री ने वन विभाग के अधिकारियों को इस क्षेत्र में एक पट्टी में खस की रोपाई करने को कहा, उन्होंने कहा कि खस की जड़ें गहराई तक जमीन के अन्दर रहती हैं जिससे जल संचय में भी मदद मिलती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रारंभिक चरण में रिस्पना एवं कोसी नदी को पुनर्जीवित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके बाद अन्य नदियों को भी पुनर्जीवित किया जायेगा। आने वाली पीढ़ी को सुरक्षित रखने के लिए जल संरक्षण की दिशा में विशेष प्रयासों की उन्होंने जरूरत बतायी। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि ‘‘मेरा वृक्ष मेरी याद’’ के भाव से अपने घरों या उसके आसपास एक वृक्ष अवश्य लगाएं। जल संरक्षण के लिए पौधरोपण करना जरूरी है। सूखे जल स्रोतों को पुनर्जीवित करना हम सबका दायित्व है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर क्षेत्र के बच्चों से भी मुलाकात की तथा उन्हें पौधरोपण के महत्व के बारे में बताया।