मुख्यमंत्री ने उद्योग विभाग के 64 अभ्यर्थियों को वितरित किये नियुक्ति पत्र

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजपुर रोड स्थित होटल में उद्योग विभाग द्वारा आयोजित उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर सम्मिट-2023 में हुए निवेश प्रस्तावों की ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 11 परियोजनाओं का शिलान्यास करने के साथ ही उद्योग विभाग के 64 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र भी प्रदान किये।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उद्योग जगत से आये हुये उद्योगपतियों तथा प्रतिनिधियों का स्वागत, करते हुये कहा कि आज ग्राउंडिंग सेरेमनी के तहत 27 हजार करोड़ की परियोजनाओं की ग्राउण्डिग की जा रही है, इस प्रकार अब तक 71 हजार करोड़ की परियोजनाओं की ग्राउण्डिग की जा चुकी है। उन्होंने उद्यमियों से कहा कि आप हमारे ब्राण्ड अम्बेस्डर ही नहीं, बल्कि उससे भी बढ़कर की भूमिका आप लोगों ने निभाई है। हमने दिल्ली, लन्दन, दुबई, अहमदाबाद, मुम्बई, ऊधम सिंह नगर, हरिद्वार, देहरादून आदि स्थानों पर निवेश हेतु जितने प्रयास किये, उसे आगे बढ़ाने का कार्य आप लोगों ने किया तथा विकास के हर क्षेत्र में आपने योगदान दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के सपने साकार हो रहे हैं तथा व्यापार, विकास और विश्वास का वातावरण बन रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ग्राउण्डिंग हमारे द्वारा सम्पादित एमओयू का 20 प्रतिशत है, जो हमने महज 3 माह में प्राप्त किया है। इसे हम शत-प्रतिशत करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने इन्वेस्टर समिट के दौरान जो सपने देखे थे, वे सपने अब धीरे धीरे धरातल पर उतरने लगे हैं। उन्होंने कहा कि अवस्थापना के क्षेत्र में आज निरन्तर प्रगति हो रही है। कनेक्टिविटी के क्षेत्र में चाहे रेल हो, सड़क हो या हवाई इसमें लगातार सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि पिथौरागढ के लिये 42 सीटर हवाई जहाज संचालन की अनुमति मिल चुकी है तथा पन्तनगर को अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा के रूप में विकसित करने की प्रक्रिया प्रगति पर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस दशक को उत्तराखण्ड का दशक कहा है। प्रधानमंत्री का इस राज्य से विशेष लगाव के साथ उनका उत्तराखण्ड से कर्म व मर्म का रिश्ता है और पिछले 10 सालों में उनके मार्गदर्शन में प्रदेश के सभी क्षेत्रों में अनेक विकास कार्य हुये हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का उत्तराखण्ड के प्रति विशेष लगाव के कारण उत्तराखण्ड को जहां एक नई पहचान मिली है, वहीं लोगों का विश्वास भी बढ़ा है। उन्होंने कहा कि हम उनके मार्गदर्शन में विकसित भारत व विकसित उत्तराखंड के निर्माण के संकल्प के साथ काम कर रहे हैं तथा लाखों-करोड़ों रुपए का निवेश उत्तराखंड की धरती पर उतर रहा है, इसी का प्रतिफल है कि उत्तराखंड में “व्यापार, विकास और विश्वास“ का आज नया माहौल बना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के तहत हुए 3.56 लाख करोड़ के एमओयू को इसी तरह समय समय पर धरातल पर उतारने का काम आप सभी के सहयोग से किया जाएगा। हमारा प्रयास उत्तराखण्ड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के साथ ही एक मॉडल स्टेट के रूप में विकसित करने का संकल्प है।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर स्टार्टप उत्तराखण्ड ग्राण्ड चेंलेंज 2022-23 के विजेताओं-साक्षी एण्ड ग्रुप, अंकुश गर्ग, सौम्यदीप एण्ड अभि, लव शर्मा, मयंक बिष्ट, अरूण शर्मा, तेजस एण्ड वंश, समृद्धि एण्ड ग्रुप, समृद्धि एण्ड शिव साक्षी तथा कुलदीप बिष्ट को पुरस्कृत भी किया।
कार्यक्रम को कृषि मंत्री गणेश जोशी ने सम्बोधित करते हुये कहा कि उत्तराखण्ड नित नये-नये प्रतीयमान स्थापित कर रहा है तथा यहां उद्योगों के अनुकूल वातावरण होने के साथ ही सभी प्रकार की अवस्थापना सुविधायें मौजूद हैं और मुख्यमंत्री के मंत्र-सरलीकरण, निस्तारण, समाधान के तहत कार्य करते हुये राज्य निरन्तर प्रगति कर रहा है।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि यह दशक उत्तराखण्ड का दशक होगा। उन्होंने कहा कि राज्य में निवेश को बढ़ावा देने के लिये हमने 30 नई नीतियां बनाई है तथा हमारा उद्योग जगत से निरन्तर संवाद बना हुआ है उद्योगों से सम्बन्धित जो भी समस्या होगी, उनका त्वरित निस्तारण किया जायेगा ताकि उत्तराखण्ड इन्वेस्टमेंट में भी अग्रणी राज्य बन सके।
कार्यक्रम को अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, सचिव उद्योग विनय शंकर पाण्डेय ने भी संबोधित करते हुए अब तक हुए निवेश के सम्बन्ध में विस्तार से प्रकाश डाला।
समारोह को उद्योग जगत से जुड़े हुये पवन अग्रवाल नैनी पेपर तथा श्री आर0एस0 यादव इण्डिया ग्लाइको ने भी सरकार की उद्योग नीति की सराहना करते हुये अपने विचार रखे।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद विश्वास डाबर, सचिव आर0 मीनाक्षी सुन्दरम, विशेष सचिव डॉ0 पराग मधुकर धकाते, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, उद्योग समूहों के प्रतिनिधि, उद्योगपतिगण, विभिन्न एसोसिएशनों के पदाधिकारीगण सहित सम्बन्धित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।

मंत्री अग्रवाल ने एमडीडीए के निर्माण कार्यों का किया औचक निरीक्षण

शहरी विकास मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के अंतर्गत अपने विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान स्मार्ट सिटी के कार्यों की भी जानकारी ली। मौके पर डॉ अग्रवाल ने निर्माण कार्यों में तेजी लाने व गुणवत्ता के साथ करने के निर्देश दिए।

मंत्री डॉक्टर अग्रवाल ने आराघर चौक तिराहा पर दिसम्बर माह के 08 व 09 दिसम्बर को होने जा रहे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तहत किए जा रहे सौंदर्य करण के कार्यों का जायजा लिया।

डॉ अग्रवाल ने बताया कि ग्लोबल इन्वेस्टर समिति के तहत हवाई पट्टी से लेकर भनियावाला, डोईवाला सहित कुल 15 सड़कों का सौंदर्यकरण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके अंतर्गत फ़साड़ योजना, दीवारों पर पेंटिंग, बोर्ड तथा डिवाइडर सौंदर्य करण का कार्य गतिमान है। डॉ अग्रवाल ने बताया कि यह समस्त कार्य 78 करोड रुपए से मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा है।

डॉ अग्रवाल ने मौके पर मौजूद प्राधिकरण के अधिकारियों तथा स्मार्ट सिटी के अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य में तेजी लाई जाए तथा गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए।

इस मौके पर सचिव एमडीडीए मोहन सिंह बर्निया, मुख्य उद्यान अधिकारी एआर जोशी, अधिशासी अभियंता प्रवीण कुश, जगमोहन सिंह, जनसंपर्क अधिकारी स्मार्ट सिटी प्रेरणा ध्यानी आदि उपस्थित रहे।

फिल्म निर्माताओं ने उत्तराखण्ड में फ़िल्म शूटिंग के लिए दिखाया उत्साह

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुंबई में आयोजित रोड शो के दूसरे दिन फिल्म उद्योग से जुड़े निर्माता, निदेशक एवं कलाकारों से बैठक कर उत्तराखंड में फिल्म उद्योग की सम्भावनाओं पर चर्चा की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सिनेमा जगत से जुड़े लोगों को आगामी 8-9 दिसंबर को देहरादून में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए भी आमंत्रित भी किया। इस अवसर पर फिल्म उद्योग से जुडे निवेशकों द्वारा कई सुझाव भी दिए गए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने फिल्म जगत से जुड़े कई वरिष्ठ कलाकारों को सम्मानित भी किया गया। रोड शो के दौरान फ़िल्म निर्माताओं ने उत्तराखण्ड सरकार द्वारा फ़िल्म शूटिंग के दौरान मिलने वाले सहयोग के लिए आभार जताया और उत्तराखण्ड में फ़िल्म शूटिंग के लिए उत्साह भी दिखाया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी फिल्मी हस्तियों का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तराखंड में देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश के अलावा बदरी केदार और गंगा-यमुना जैसी सदाबहार नदियां हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में शूटिंग के लिए देश दुनिया की सबसे सुंदर और बेस्ट डेस्टिनेशन हैं। नैनीताल मसूरी, औली, चकराता, पिथौरागढ़, मुनस्यारी चोपता -हर्षिल, वैली ऑफ़ फ्लावर्स जैसे मनोहारी स्थान भी उत्तराखंड में उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि बीते कुछ वर्षों में प्रदेश में कई नए शूटिंग डेस्टिनेशन भी विकसित हुए हैं। अब प्रदेश में अच्छी कनेक्टिविटी तथा आवास की बेहतर व्यवस्थायें उपलब्ध है।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदि कैलाश यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की यात्रा के बाद उत्तराखंड में ज्यौलीकांग, आदि कैलाश जैसे उच्च हिमालयी स्थानों पर भी पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ रही है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रदेश सरकार फिल्म निर्माताओं,वेब सीरीज बनाने वाले निर्माता निर्देशकों के लिए कई योजनाएं प्रदेश में संचालित कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में फ़िल्म शूटिंग के बेहतर वातावरण बन सके, इसके लिए प्रदेश सरकार निरंतर प्रयासरत हैं। उन्होंने बताया कि फ़िल्म नीति और नयी सेवा क्षेत्र नीति (ैमतअपबम ैमबजवत च्वसपबल) के अंतर्गत फिल्म एवं मीडिया प्रोत्साहन के लिए फ़िल्म सिटी, फ़िल्म संस्थानों, नये शूटिंग स्टूडियोज़, नये प्रोडक्शन हाउस, नये पोस्ट प्रोडक्शन हाउस, नये सिनेमाघरों की स्थापना को सम्मिलित किया गया है।

महानिदेशक सूचना तथा उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद के मुख्य कार्याधिकारी बंशीधर तिवारी ने बताया कि उत्तराखंड में फिल्मों की 75 प्रतिशत शूटिंग होने पर हिंदी फिल्मों के लिए ₹1.5 करोड़ तक की सब्सिडी, क्षेत्रीय फिल्मों के लिए ₹25 लाख तक की सब्सिडी और अन्य राज्य की भाषाओं हेतु फिल्मों को ₹15 लाख तक की सब्सिडी दी जा रही है। प्रदेश सरकार क्षेत्रीय, हिन्दी व अन्य भाषाओं की फ़िल्मों के लिए अनुदान राशि को बढ़ाने पर भी विचार करन रही है। इसके साथ ही व्ज्ज्/ॅमइ ैमतपमे,ज्ट-ैमतपंसे, क्वबनउमदजंतपमे, ैीवतज थ्पसउे को भी अनुदान के लिये सम्मिलित किए जाने पर विचार किया जा रहा है।

कार्यक्रम के दौरान फ़िल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि उत्तराखण्ड में फ़िल्म शूटिंग के दौरान सरकार, पुलिस और प्रशासन का बेहतर सहयोग मिलता है। उन्होंने कहा कि “द कश्मीर फ़ाइल्स” फ़िल्म की शूटिंग के दौरान कोविड काल में उत्तराखण्ड सरकार का द्वारा अभूतपूर्व सहयोग उन्हें मिला, अग्निहोत्री ने मुख्यमंत्री का इसके लिए आभार भी प्रकट किया है। इस दौरान कई फ़िल्म / वेब सीरिज़ निर्माताओं ने उत्तराखण्ड में शूटिंग लिए उत्सुकता दिखाई।

इस दौरान फिल्म अभिनेता जितेन्द्र, निदेशक विवेक अग्निहोत्री, अर्चना पूरण सिंह, हिमानी शिवपुरी, रमेश तौरानी, राज शांडिल्य, राहुल रवैल, दीपक डोबरियाल समेत फिल्म उद्योग जगत से जुड़े अनेक कलाकार, निर्माता, निदेशक मौजूद रहे।

कमाल के धामी, मुंबई में रोड शो कर बनाया एक नया कीर्तिमान

देहरादून। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट को लेकर सीएम धामी लगातार फ्रंट फुट पर बैटिंग करते दिख रहे हैं। देश की आर्थिक राजधानी में आज धामी का जबरदस्त धमाल देखने को मिला। उत्तराखंड में होने वाली इन्वेस्टर समिट के लिहाज से आज मुंबई में रिकॉर्ड बना है। दरअसल, मुम्बई में आज कुल 30 हजार करोड़ से ज्यादा के एमओयू हुए। अब तक जितने भी रोड शो देश विदेश में हुए उनमें मुम्बई में हुए एमओयू सर्वाधिक हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में लंदन, बर्मिघम, आबूधाबी समेत दुबई में 4 इंटरनेशनल रोड शो हो चुके हैं। जबकि भारत मे दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरु, अहमदाबाद और मुंबई में राज्य सरकार रोड शो कर चुकी है। बीते 14 सितंबर और 4 अक्टूबर को धामी सरकार दिल्ली में ₹26575 करोड़, 26 और 27 सितंबर को ब्रिटेन में ₹12500 करोड़, 17 और 18 अक्टूबर को यूएई में ₹15475 करोड़ के निवेश का करार कर चुकी है। इसके अलावा 26 अक्टूबर को चेन्नई में ₹10150 करोड़, 28 अक्टूबर को बेंगलुरु में ₹4600 करोड़ और 1 नवंबर को अहमदाबाद में ₹24000 करोड़ के निवेश प्रस्ताव का करार कर चुकी है। अब मुंबई रोड शो में 30200 करोड़ रुपए के एमओयू किए गए हैं।

इनसे हुए एमओयू

मुंबई रोड शो में कुल 30200 करोड़ के MoU हुए। जिन बड़ी कंपनियों से एमओयू किए गए उनमें से कुछ प्रमुख है, इमेजिका ( थीम पार्क) आत्मन्तन:(रिजॉर्ट), एसीएमई (सौर सेल विनिर्माण), CTRLs (डेटा सेंटर) पर्फ़ेटी(नवीकरणीय ऊर्जा), लॉसंग अमेरिका (आईटी), क्रोमा एटोर, क्लीन मैक्स एनवाइरो (नवीकरणीय ऊर्जा) , साइनस (हेल्थ केयर) शामिल हैं।

राज्य की जीएसडीपी को आगामी पांच वर्षों में करेंगें दोगुनाः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुम्बई में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट हेतु आयोजित रोड शो में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने देश के प्रमुख उद्योग समूहों के साथ बैठक कर उत्तराखंड में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा की। मुख्यमंत्री धामी ने सभी निवेशकों को आगामी 8-9 दिसम्बर को आयोजित होने वाले ग्लोबल इन्वेस्ट समिट हेतु आमंत्रित भी किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंबई देश की आर्थिक राजधानी ही नहीं बल्कि यह भारत के विकास की अनूठी कहानी का एक प्रमुख भाग है। जहां मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है, वहीं उत्तराखंड देश की आध्यात्मिक राजधानी है, इसलिए इन दोनों के बीच परस्पर समन्वय एवं साझेदारी अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, विशेषकर मुंबई और उत्तराखंड एक दूसरे के पूरक हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी राष्ट्र के विकास के लिए जहां आधुनिक तकनीक तथा प्रबंधकीय कौशल आवश्यक है, वहीं आध्यात्मिक शक्ति एवं शांति भी अत्यंत आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड ने भी अपनी जीएसडीपी को आगामी 5 वर्षों में दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया है, इस क्रम में सशक्त उत्तराखंड मिशन प्रारंभ किया है। 8-9 दिसंबर को आयोजित होने वाले उत्तराखंड ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट-2023 भी इसी मिशन का एक विशिष्ट भाग है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में औद्योगिक क्षेत्र में निवेश बढ़ेगा तो रोजगार के अवसरों में वृद्धि हो सकेगी। उन्होंने कहा कि अब तक के रोड शो से लगभग एक लाख करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, उससे यह सिद्ध होता है कि देश ही नहीं बल्कि विदेशों के उद्यमी भी उत्तराखंड में निवेश करने के लिए उत्साहित हैं।उन्होंने कहा के प्रदेश सरकार ने सरलीकरण, समाधान, निस्तारण और संतुष्टि के मूल सिद्धांत को अपनाकर राज्य में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है, साथ ही आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने 2015 में प्रभावी प्रशासन के लिए प्रो-एक्टिव गवर्नेस एंड टाइमली इम्प्लीमेंटेशन का जो सूत्र दिया था, सरकार उसी को आत्मसात करने का प्रयास कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में लाइसेंस आदि के अनुमोदनों के लिए सिंगल विंडो सिस्टम की व्यवस्था में सुधार किया गया हैं तथा व्यवसाय की स्थापना और संचालन के लिये आवश्यक सभी स्वीकृतियों के लिए वन स्टॉप शॉप व्यवस्था भी शुरु की है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार उत्तराखंड में उद्योग समूहों को अपने उद्योग स्थापित करने में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा मजबूत नीतिगत ढांचे में निवेशक हितैषी नीतियां बनाने के लिए कई नई नीतियां बनाई गई हैं, कई नीतियों को सरल बनाया गया है।

इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ0 एस.एस सन्धु, सचिव डॉ0 आर मीनाक्षी सुंदरम, सचिव उद्योग विनय शंकर पांडेय, महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी समेत विभिन्न उद्योग समूहों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के तहत मुंबई में भी होगा रोड शो

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अहमदाबाद में आयोजित रोड शो में प्रतिभाग करने के पश्चात नई दिल्ली में मीडिया से वार्ता करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के तहत पहले लंदन, बर्मिंघम, दिल्ली, दुबई और अबू धाबी के साथ चेन्नई, बैंगलोर तथा अहमदाबाद में विभिन्न निवेशक समूहों के साथ बैठकें हुई है। जिसमें पर्यटन, स्वास्थ्य, शिक्षा, फार्मा, कृषि, एग्री, ऊर्जा, लॉजिस्टिक, इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं हॉस्पिटैलिटी आदि के क्षेत्र में निवेशकों से काफी करार हुए हैं। निवेशक उत्तराखंड में निवेश के प्रति काफी आकर्षित है। अभी अहमदाबाद में 50 से अधिक उद्योग समूहों के साथ आयोजित बैठक के बाद लगभग 24 हजार करोड़ के निवेश पर करार के साथ अब तक लगभग 94 हजार करोड़ के निवेश प्रस्तावों पर करार हो चुके है। अभी आगामी दिनों में मुम्बई में भी निवेशकों के साथ संवाद एवं रोड शो आयोजित होना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास 08-09 दिसम्बर 2023 को देहरादून में प्रस्तावित इन्वेस्टर्स समिट तक प्राप्त सभी करारों को धरातल पर उतारने का है। उन्होंने कहा कि इस संबंध जो भी सुझाव प्राप्त हुए हैं, उन पर अमल किया जा रहा है। राज्य हित में उपयोगी प्रस्तावों का भी गहनता से आंकलन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि निवेश के साथ-साथ स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने वाले और प्राथमिक सेक्टर को मजबूती देने वाले प्रस्तावों को प्राथमिकता के आधार पर प्रोत्साहित किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने जो भी नीतियां बनाई हैं, निवेशकों, उद्योगों एवं उत्तराखंड के लोगों के हितों को ध्यान में रखकर बनाई हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर समिट की थीम को “पीस टू प्रोस्पेरिटी” रखा गया है। टूरिज्म, वेलनेस और हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री के साथ-साथ उत्तराखण्ड में अनेक नए एवं गैर परंपरागत उद्योगों को विकसित किया जा रहा है। उत्तराखण्ड, देश के प्रमुख फार्मा हब के रूप में स्थापित हो रहा है। प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि इन्वेस्टर्स उत्तराखण्ड में भी निवेश करें ताकि प्रदेश में औद्यौगिक विकास की गति बढ़ सके। प्रदेश में निवेश बढ़ने से अर्थव्यवस्था मजबूत होने के साथ ही रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेशकों में उत्तराखण्ड में निवेश के प्रति काफी उत्साह देखा गया है। राज्य में निवेश के लिए अनुकूल वातावरण होने के कारण इसकी अपार संभावनाएं हैं। राज्य में 06 हजार एकड़ का लैंड बैंक बनाया गया है। राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में निवेश करने वालों के लिए और प्रोत्साहन दिया जायेगा। उत्तराखण्ड का प्राकृतिक सौन्दर्य और बेहतर मानव संसाधन निवेशकों को उत्तराखंड आने के लिए आकर्षित कर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में ईकोलॉजी और इकोनॉमी में संतुलन बनाते हुए कार्य किये जा रहे हैं।

उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए अहमदावाद में आयोजित रोड शो में 20 हजार करोड से अधिक के एमओयू

उत्तराखण्ड में आगामी 8-9 दिसंबर को होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट हेतु अहमदावाद में आयोजित रोड शो में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में 50 से अधिक उद्योग समूहों के साथ 20 हज़ार करोड़ के एमओयू किए गए, जिसमें शीतल ग्रुप और कंपनी, रैंकर्स हॉस्पिटल, ज़िवाया वेलनेस प्राइवेट लिमिटेड, एस्ट्रल पाइप्स, वारमोरा टाइल्स, गुजरात अंबुजा एमकेसी इंसा इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड और अमूल शामिल हैं।
इसके अलावा कमोडिटी ट्रेडिंग, एडी मेहता लॉजिस्टिक्स, फ्रेंड्स एंड फ्रेंड्स ग्रुप ऑफ कंपनीज, पारेख वेंचर्स एलएलपी, वी मिलक इंटरप्राइजेज, आर्य ओशियन लॉजिस्टिक्स पार्क, हिंदुस्तान ऑयल इंडस्ट्रीज, सुपैक इंडस्ट्रीज, श्रीजी ग्रुप, एनबी ग्रुप, शांताकारम निगम, अपोलो ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, पंचकर्म होटल और रिसॉर्ट्स (ट्राइडेंट), साबरमती विश्वविद्यालय, लीला होटल और रिसॉर्ट्स, हॉप्स हेल्थकेयर, प्राइम फ्रेश, दत्त मोटर्स, नेक्सस इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड के साथ एमओयू किए गए।
उत्तराखण्ड में आगामी 8-9 दिसंबर को होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट हेतु मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अहमदाबाद में आयोजित रोड शो में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न उद्योग समूहों के साथ बैठक करते हुए सभी निवेशकों को समिट के लिए आमंत्रित भी किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तहत अहमदाबाद में यह छठवां रोड शो आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने 08 और 09 दिसम्बर 2023 को देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में निवेशकों को आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात भगवान श्रीकृष्ण की धरा है। महात्मा गांधी और सरदार पटेल जैसे महापुरुषों की यह भूमि है। इस भूमि ने भारत को नरेंद्र मोदी जैसे प्रधानमंत्री दिये हैं। उनके नेतृत्व में भारत ने वैश्विक पटल पर एक अलग पहचान बनाई है। आज दुनिया में भारत का मान-सम्मान और स्वाभिमान बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में उद्योगों के विकास के लिए सरकार द्वारा लगातार कार्य किये जा रहे हैं। उद्योग जगत से जुड़े लोगों के सुझावों को ध्यान में रखते हुए 30 नई नीतियां बनाई गई हैं। कई नीतियों को और सरल बनाया गया है। उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान भी जो सुझाव प्राप्त हो रहे हैं, उन सभी पर अमल किया जा रहा है। राज्य में निवेश को बढ़ावा देने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम बनाया गया है। इसको और प्रभावी बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य को बने 23 साल हो गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में निवेश के लिए अपार संभावनाएं हैं। राज्य में 06 हजार एकड़ का लैंड बैंक बनाया गया है। राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में निवेश करने वालों के लिए और प्रोत्साहन दिया जायेगा। उत्तराखण्ड का प्राकृतिक सौन्दर्य और बेहतर मानव संसाधन निवेशकों को उत्तराखंड आने के लिए आकर्षित कर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में ईकोलॉजी और इकोनॉमी में संतुलन बनाते हुए कार्य किये जा रहे हैं। उत्तराखंड कर्मभूमि बनाने के लिए अच्छा डेस्टिनेशन है। राज्य में हवाई, रेल, रोड और रोपवे कनेक्टिविटी के साथ तेजी से विस्तार हो रहा है। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा में इस वर्ष अभी तक 52 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। कुमाऊं मंडल में मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत तेजी से कार्य किये जा रहे हैं।
कैबिनेट मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने कहा कि उद्योगों की स्थापना के लिये उत्तराखण्ड में शांतिपूर्ण वातावरण है। राज्य में तेजी से निवेश बढ़े इसके लिए मुख्यमंत्री के नेतृत्व में नीतियों के सरलीकरण एवं नई नीतियों के क्रियान्वयन के लिए लगातार कार्य किये जा रहे हैं। उद्योगों की स्थापना के लिए ट्रांसपोर्टेशन, विद्युत आपूर्ति और बेहतर मानव संसाधन की आवश्यकता होती है, जो सब उत्तराखण्ड के पास हैं। उत्तराखंड सबसे सस्ती बिजली देने वाला राज्य है। कनेक्टिविटी का राज्य में तेजी से विस्तार हुआ है।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, सचिव विनय शंकर पाण्डेय, महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा और औद्योगिक क्षेत्र से जुड़े निवेशक मौजूद थे।

अहमदाबाद में सीएम ने उद्योग समूहों को दिया ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में आने का निमंत्रण

उत्तराखंड में आगामी 8-9 दिसंबर को होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट हेतु मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अहमदाबाद में आयोजित रोड शो में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री विभिन्न उद्योग समूहों के साथ बैठक करते हुए सभी निवेशकों को समिट के लिए आमंत्रित भी किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तहत अहमदाबाद में यह छटवां रोड शो आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने 08 और 09 दिसम्बर 2023 को देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में निवेशकों को आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात भगवान श्रीकृष्ण की धरा है। महात्मा गांधी और सरदार पटेल जैसे महापुरुषों की यह भूमि है। इस भूमि ने भारत को नरेंद्र मोदी जैसे प्रधानमंत्री दिये हैं। उनके नेतृत्व में भारत ने वैश्विक पटल पर एक अलग पहचान बनाई है। आज दुनिया में भारत का मान-सम्मान और स्वाभिमान बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में उद्योगों के विकास के लिए सरकार द्वारा लगातार कार्य किये जा रहे हैं। उद्योग जगत से जुड़े लोगों के सुझावों को ध्यान में रखते हुए 30 नई नीतियां बनाई गई हैं। कई नीतियों को और सरल बनाया गया है। उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान भी जो सुझाव प्राप्त हो रहे हैं, उन सभी पर अमल किया जा रहा है। राज्य में निवेश को बढ़ावा देने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम बनाया गया है। इसको और प्रभावी बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य को बने 23 साल हो गये हैं, उत्तराखण्ड राज्य स्थापना के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा उत्त्राखण्ड को विशेष औद्योगिक पैकेज दिया गया। इसके बाद उत्तराखण्ड में औद्योगिक निवेश तेजी से बढ़ा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में निवेश के लिए अपार संभावनाएं हैं। राज्य में 06 हजार एकड़ का लैण्ड बैंक बनाया गया है। राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में निवेश करने वालों के लिए और प्रोत्साहन दिया जायेगा। उत्तराखण्ड का प्राकृतिक सौन्दर्य और बेहतर मानव संसाधन निवेशकों को उत्तराखंड आने के लिए आकर्षित कर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में ईकोलॉजी और इकोनॉमी में संतुलन बनाते हुए कार्य किये जा रहे हैं। उत्तराखंड कर्मभूमि बनाने के लिए अच्छा डेस्टिनेशन है। राज्य में हवाई, रेल, रोड और रोपवे कनेक्टिविटी के साथ तेजी से विस्तार हो रहा है। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा में इस वर्ष अभी तक 52 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। कुमांऊ मण्डल में मानसखण्ड मन्दिर माला मिशन के तहत तेजी से कार्य किये जा रहे हैं।
कैबिनेट मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने कहा कि उद्योगों की स्थापना के लिये उत्तराखण्ड में शांतिपूर्ण वातावरण है। राज्य में तेजी से निवेश बढ़े इसके लिए मुख्यमंत्री के नेतृत्व में नीतियों के सरलीकरण एवं नई नीतियों के क्रियान्वयन के लिए लगातार कार्य किये जा रहे हैं। उद्योगों की स्थापना के लिए ट्रांसपोर्टेशन, विद्युत आपूर्ति और बेहतर मानव संसाधन की आवश्यकता होती है, जो सब उत्तराखण्ड के पास हैं। उत्तराखण्ड सबसे सस्ती बिजली देने वाला राज्य है। कनेक्टिविटी का राज्य में तेजी से विस्तार हुआ है।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, सचिव विनय शंकर पाण्डेय, महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा और औद्योगिक क्षेत्र से जुड़े निवेशक मौजूद थे।

सीएम धामी ने मॉर्निंग वॉक के दौरान गुजराती लोगों से की मुलाकात

दो दिवसीय अहमदाबाद दौरे पर आज प्रातः काल मॉर्निंग वॉक पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साबरमती रिवर फ्रंट क्षेत्र का भ्रमण किया। सुनियोजित रूप से विकसित किया गया यह रिवर फ्रंट गुजरात के विभिन्न पर्यटन स्थलों में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है। देश-विदेश से इस रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट को लगभग 20 से अधिक पुरस्कार मिले हैं।

इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थानीय लोगों से बातचीत कर गुजरात के विकास पर उनके विचार एवं अनुभव को सुना और उन्हें देवभूमि उत्तराखंड आने के लिए आमंत्रित भी किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि साबरमती रिवर फ्रंट को बहुआयामी रूप से विकसित कर पर्यटन केंद्र बनाने का अभूतपूर्व कार्य गुजरात प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री एवं वर्तमान में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में हुआ है। यह फ्रंट इकोलॉजी और इकॉनमी के अद्भुत समन्वय का प्रतीक है।

उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर सम्मिट 2023 के बेंगलुरु में आयोजित भव्य रोड शो में 4600 करोड़ रुपए के एमओयू किए गए

उत्तराखंड सरकार तथा राज्य में निवेश हेतु उत्साहित विभिन्न क्षेत्रों की 18 कंपनियों के मध्य बेंगलुरु रोड शो में कुल 4600 करोड़ के एमओयू किए गए। जिनमे भारत सेमीकंडक्टर सोसायटी (सेमीकंडक्टर विनिर्माण इकोसिस्टम के लिए एमएसएमई इकाइयों का क्लस्टर), हेज प्रिसिजन प्रोडक्ट्स लिमिटेड (ऑटो कंपोनेंट प्लांट), रेडवुड ग्रुप (पर्यटन रिज़ॉर्ट) , केईसी एग्रीटेक (वैकल्पिक ऊर्जा), हिमालयन बास्केट (एफपी विनिर्माण), सिलेज एग्रो (पशु पोषण, चारा, भ्रूण स्थानांतरण और क्लस्टर आधारित डेयरी फार्मिंग), इंस्पायर (कौशल, महिला उद्यमिता), जीरोहार्म (मेडिकल कैनबिस), निशांत अरोमास (आवश्यक तेल), कुमाऊं हिमालयन बेवरेजेज लिमिटेड (पेय पदार्थ विनिर्माण संयंत्र), न्यूट्रियार्क प्राइवेट लिमिटेड (न्यूट्रास्यूटिकल्स) डीई पेड्रो शुगर इंडस्ट्रीज (अस्पताल), स्काईलार्क ड्रोन (ड्रोन सॉफ्टवेयर $ स्किलिंग), सीडीएसई (इन्क्यूबेटर्स), त्रिलोकेश एक्सपोर्ट्स (लैबग्रोन डायमंड्स) शहरी क्षेत्र (इलेक्ट्रिक बसें विनिर्माण) के एमओयू शामिल थे।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन एवं दिल्ली में कुल मिलाकर अब तक चौंसठ हजार सात सौ पचास करोड़ (64700 करोड) के इन्वेस्टमेंट एमओयू साइन किए जा चुके हैं। जिसमें यूएई में 15475 करोड, ब्रिटेन में 12500 करोड़ और दिल्ली में अयोजित दो अलग-अलग कार्यक्रमों में 26575 करोड़ के एमओयू (4 सितंबर को 7600 करोड़ एवं 4 अक्टूबर को दिल्ली रोड शो के दौरान 18975 हजार करोड़ रूपये ) तथा चेन्नई रोड शो में 10150 करोड़ के किये जा चुके हैं। अब बंगलुरु में 4600 करोड़ के एमओयू किए गए हैं।

इस अवसर पर निवेशकों को सम्बोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि 2000 में पृथक राज्य गठन के पश्चात उत्तराखंड राज्य ने वैश्विक स्तर पर अपनी एक पहचान स्थापित की है। उत्तराखण्ड न केवल देश में, अपितु विश्व में भारत के स्विट्जरलैंड के नाम से विख्यात है। पृथक राज्य के रूप में अस्तित्व में आने के बाद खाद्य प्रसंस्करण, बीवरेजेज, टैक्सटाइल एवं एप्रैल्स पेपर एवं पेपर प्रॉडक्ट, फार्मा, इलैक्ट्रिकल, इलैक्ट्रॉनिक्स, एफ०एम०सी०जी०, फैबरिकेटेड मैटल प्रॉडक्ट, प्लाईवुड, रबर एवं प्लास्टिक प्रॉडक्ट्स, केमिकल प्रॉडक्ट्स, पैकेजिंग आदि सैक्टरों में वैश्विक एवं देश के प्रमुख औद्योगिक घरानों द्वारा निवेश किया गया है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने निवेश के लिये फोकस सैक्टरों की पहचान की है, जो कि राज्य के पारम्परिक क्षेत्रों जैसे पर्यटन एवं आतिथ्य, आयुष एवं वैलनेस, फिल्म शूटिंग तथा खाद्य प्रसंस्करण, ऑटोमोबाईल्स, फार्मा के साथ-साथ आने वाले क्षेत्रों जैसे नवीकरणीय ऊर्जा और सूचना प्रौद्योगिकी की मजबूती के लिये एक संमिश्रण है। राज्य में टाटा, अशोक लीलैण्ड, बजाज, हीरो होण्डा, महेन्द्रा जैसे उद्योग समूह के प्लांट स्थापित हैं और हरिद्वार तथा पन्तनगर देश के एक प्रमुख ऑटो हब के रूप में विकसित हुआ है।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड भी फार्मा हब के रूप में प्रतिष्ठित हो रहा है। उत्तराखण्ड राज्य में देहरादून, हरिद्वार तथा पंतनगर में फार्मा इकाईयों की भी काफी संख्या में क्लस्टर के रूप में स्थापना हुई है, जिनमें एकम्स एण्ड ड्रग्स, मेन-काइण्ड एस्कंग फार्मा प्रा० लि० प्रमुख हैं। उत्तराखण्ड नैसर्गिक रूप से एक जैविक राज्य है, जहां लगभग 1.52 लाख हेक्टेयर भूमि जैविक रूप से प्रमाणित है। राज्य में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में वैश्विक ब्रांड के साथ-साथ देश के प्रतिष्ठित ब्राण्ड यथा नेस्ले, ब्रिटानिया, हल्दीराम, पार्ले, डाबर, आईटीसी आदि की इकाईयां स्थापित हैं। राज्य में दो मेगा फूड पार्क और चार फूड क्लस्टर स्थापित हैं।

हमारी सरकार राज्य के उत्पादित कृषि उपज को जैविक प्रमाणीकरण के साथ-साथ 9 उत्पादों के जीआई प्रमाणीकरण प्राप्त किये हैं। 18 अन्य उत्पाद के जैविक प्रमाणीकरण शीघ्र ही प्राप्त हो जायेंगे।

उन्होंने कहा कि हरिद्वार, पंतनगर, देहरादून और सितारगंज में विश्व स्तरीय अवस्थापना सुविधाओं से युक्त एकीकृत औद्योगिक आस्थान स्थापित हैं। राज्य ने निर्यात को बढ़ावा देने के लिये स्टेट आफ आर्ट के रूप में आईसीडी व एलसीएस की स्थापना की है। राज्य अपने नोडल विभाग सिडकुल के माध्यम से अत्याधुनिक औद्योगिक आस्थानों / क्षेत्रों की स्थापना में काशीपुर में एरोमा पार्क, सितारगंज में प्लास्टिक पार्क, काशीपुर में इलैक्ट्रॉनिक मैन्यूफैक्चरिंग क्लस्टर तथा अमृतसर-कोलकाता इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर की स्थापना की दिशा में प्रभावी कदम उठाये हैं। राज्य में प्रमुख अकादमिक और शोध संगठनों का शीर्ष स्थान होने के कारण राज्य में ज्ञान आधारित उद्योगों की स्थापना के लिये अपार सम्भावनायें हैं। एशिया का प्रथम इंजीनियरिंग कालेज, जो आज आईआईटी रूड़की के नाम विख्यात है, देश का प्रथमविश्व विद्यालय गोविन्द बल्लभ पंत कृषि और प्रौद्योगिकी विश्व विद्यालय, पंतनगर और भारतीय प्रबन्ध संस्थान, काशीपुर, राष्ट्रीय प्रौद्योगिक संस्थान, श्रीनगर, गढ़वाल इनमें प्रमुख हैं। उद्योग संवर्द्धन और आन्तरिक व्यापार विभाग की लीड्स रैंकिंग में वर्ष 2022 की रैंकिंग में उत्तराखण्ड राज्य एचीवर्स श्रेणी में शामिल है। इसी प्रकार स्टार्टअप रैंकिंग में लीडर श्रेणी में शामिल है। नीति आयोग द्वारा जारी वर्ष 2022 के निर्यात तैयारी सूचकांक में उत्तराखंड राज्य सम्पूर्ण देश में 9वें स्थान पर, जबकि हिमालयी राज्यों में प्रथम स्थान पर है।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि राज्य गठन के पश्चात् हमने उत्तराखण्ड को आयुष के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने का संकल्प व्यक्त किया है। इसके माध्यम से आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा को प्रमुखता प्रदान करते हुए पर्यटकों को इन उपचारों का लाभ उठाने का अवसर उपलब्ध होगा। सरकार अनुसंधान और विकास संस्थानों और प्रतिष्ठित कंपनियों के साथ मिलकर औषधीय पौधों और अनुप्रयोगों तथा योग के व्यवसायिक उत्पादन में अनुसंधान एवं शोध कर रही है। राज्य से औषधीय और सुगन्ध पौध निर्यात क्षेत्र के अन्तर्गत देहरादून, चमोली, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, नैनीताल, ऊधमसिंहनगर और हरिद्वार जिले शामिल हैं। उत्तराखण्ड में योग की विश्व राजधानी बनने की क्षमता है, क्योंकि यह योग की जन्म स्थली है। राज्य में योग ग्राम की अवधारणा योग को पर्यटन से जोड़ने का एक प्रयास है। राज्य सरकार वेलनेस टूरिज्म को भी बढ़ावा दे रही है। राज्य सरकार द्वारा आयुष एवं वेलनेस तथा पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है, ताकि इन क्षेत्रों के निवेशकों को प्रदेश की औद्योगिक नीतियों के तहत उद्योगों को मिलने वाले प्रोत्साहनों का लाभ मिल सके।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में पतंजलि, फॉरेस्ट इसेन्सियल, ब्लाजम कोचर, वीएलसीसी, एसआरआई. हिमालया आयुर्वेद आदि जैसे प्रसिद्ध वेलनेस औद्योगिक प्रतिष्ठानों की इकाइयां स्थापित हैं आनन्दा एवं वेस्ट-इन नरेन्द्रनगर वाना रिट्रीट, हयात, देहरादून और प्रमुख हॉस्पिटेलिटी चेन के रूप में ताज, ऋषिकेश एवं हरिद्वार, मैरियेट इन्टरनेशनल, मसूरी प्रमुख वेलनेस रिसॉर्ट उत्तराखंड में पहले से ही हैं।

उत्तराखण्डी या उत्तराखंड के लोग अपनी गर्मजोशी, आतिथ्य एवं संस्कृति तथा आध्यात्मिकता के व्यवहार के लिये जाने जाते हैं। विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल होने के साथ-साथ उत्तराखण्ड ऑटो कम्पोनेन्ट विनिर्माण, खाद्य प्रसंस्करण, आतिथ्य, स्वास्थ्य एवं कल्याण व शिक्षा आदि क्षेत्रों में वैश्विक कंपनियों के साथ-साथ भारतीय कंपनियों के लिये एक पसंदीदा गंतव्य भी है। उत्तराखण्ड सरकार द्वारा अपनाई गई नीतियों की संरचना प्रगतिशील है और इसका उद्देश्य सतत् और समग्र विकास है। हमारी नीतियां इस तथ्य को प्रतिबिंबित करती हैं। कि निवेशकों को उनके निवेश पर उचित प्रतिफल प्राप्त हो। विगत चार माह में 27 नीतियों का प्रख्यापन इसका प्रमाण है। राज्य की पर्यटन नीति में शत प्रतिशत निवेश के रिटर्न प्राविधानित किये गये हैं। इसी प्रकार एमएसएमई नीति में रू0 4 करोड़ तक के पूंजी निवेश प्रोत्साहन अनुमन्य किये गये हैं। हमने अवस्थापना पर भी ध्यान देते हुये राज्य की पृथक लॉजिस्टिक्स नीति प्रख्यापित की है। हमने राज्य के लिये पृथक सेवा क्षेत्र हेतु नीति, जिसमें हॉस्पिटल्स, प्राईमरी, सेकेण्डरी एजुकेशन, विश्व विद्यालय, खेल कूद गतिविधियां चिन्हित हैं, बनाई है। हमने अपनी विशिष्ट सांस्कृतिक, प्राकृतिक एवं आध्यात्मिक सुन्दरता को अक्षुण्ण रखते हुये प्रदेश के विकास का मार्ग चुना है, जिसके लिये हमने इकोनोमी विद इकोलॉजी के ध्येय से आगे बढ़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में रेल, सड़क एवं हवाई कनेक्टीविटी में लगातार सुधार हो रहा है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के निकट होने के कारण व्यापार और वाणिज्यिक हब और पड़ौसी राज्यों के साथ उत्कृष्ट कनेक्टीविटी का अतिरिक्त लाभ ले रहा है। ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक रेलवे लाईन तथा हरिद्वार, ऋषिकेश, बद्रीनाथ और केदारनाथ को जोड़ने के लिये ऑल वेदर रोड का निर्माण राज्य के भीतर कनेक्टीविटी बढ़ाने के लिये किया जा रहा है। उत्तराखण्ड राज्य उत्कृष्ट कानून और व्यवस्था के लिये जाना जाता है। उत्तराखंड में औद्योगिक सदभाव का इतिहास रहा है और उत्तराखण्ड राज्य सबसे कम औद्योगिक विवाद वाले राज्यों में से एक है। इसके अलावा उत्तराखंड में प्रचुर मात्रा में जल संसाधनों की उपलब्धता, देश में सबसे कम औद्योगिक विद्युत टैरिफ के साथ राज्य उद्योगों को स्थापित करने और उसके परिचालन के लिये एक सक्षम वातावरण प्रदान करने में अन्य सभी राज्यों से बहुत आगे है। मुख्य आयोजन से पूर्व हमने निवेशकों की भावनाओं को समझने के लिये विगत माहों में राष्ट्रीय स्तर पर देश के प्रमुख औद्योगिक संगठनों के साथ नई दिल्ली में एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर लंदन एवं दुबई में रोड शो आयोजित किये और हमें अत्यंत सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई हैं । उत्तराखण्ड राज्य में हमने उद्योगों के साथ बेहतर सम्बन्ध एवं तालमेल बढ़ाने को सर्वाेच्च प्राथमिकता दी है।

कैबिनेट मंत्री ने सम्पूर्ण उत्तराखंड राज्य के लोगों की ओर निवेशकों को राज्य के ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023, जो दिनांक 8-9 दिसम्बर 2023 को प्रस्तावित है, में भाग लेने हेतु आमंत्रित किया।

होटल ताज़ वेस्ट एन्ड में आयोजित इस भव्य रोड शो के दौरान निवेशकों को उत्तराखंड में निवेश की संभावनाओं पर आधारित एक प्रेजेंटेशन भी दिखाया गया।

इस अवसर पर सचिव शैलेश बगौली, डॉ बी वी आर सी पुरुषोत्तम, डॉ पंकज कुमार पांडे, चेयरमैन सी आई आई कर्नाटक विजय कृष्णन वेंकटेशन, एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट आईटीसी लिमिटेड नील किंग्सटन जेसपर, चेयरमैन रॉयल आर्किड होटल चन्दर बलजी तथा भारी संख्या में विभिन्न क्षेत्रों के निवेशक एवं उद्योगपति मौजूद रहे।

बेंगलुरु में आयोजित रोड शो के दौरान लॉकहीड मार्टिन, डसॉल्ट और इंफोसिस जैसे तीन वैश्विक व्यापार समूहों के वरिष्ठतम प्रबंधन की उत्तराखंड सरकार के अधिकारियों से राज्य में निवेश के उद्देश्य से विस्तृत चर्चा हुई इन समूहों ने उत्तराखंड में निवेश की लिए अति उत्साह दिखाया है।