जनरल रावत की सादगी, सहजता हमेशा हमारे दिलों में रहेगी-सीएम

सीडीएस जनरल बिपिन रावत का तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे में बुधवार को निधन हो गया था। इस हादसे में उनकी पत्नी समेत 13 और लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका की अंतिम यात्रा में शामिल हुए। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली पहुंचकर जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करने एवं शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की कामना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनरल बिपिन रावत का निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है। उनकी सादगी, सहजता हमेशा हमारे दिलों में रहेगी। देश की सेना एवं सीमाओं की रक्षा के लिए जनरल बिपिन रावत के योगदान को देश हमेशा याद रखेगा।
कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने भी जनरल बिपिन रावत व उनकी पत्नी को श्रद्धांजलि दी। गुरुवार को विधानसभा सत्र के दौरान सदन में जनरल रावत व हेलीकॉप्टर हादसे में मारे गए जांबाजों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मुख्यमंत्री नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए थे।

तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे में 13 लोगों की हुई मौत
सीडीएस जनरल बिपिन रावत का तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर हादसे में बुधवार को निधन हो गया था। इस हादसे में उनकी पत्नी समेत 13 और लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी।
मुख्यंत्री के कार्यक्रम के अनुसार, शुक्रवार को वह सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं हुए। गुरुवार को वह नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए। गुरुवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक और उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धनसिंह रावत भी दिल्ली पहुंच गए। वहां सीडीएस जनरल बिपिन रावत के आवास पर उनकी बेटियों से मिले। उन्होंने शोक संवेदनाएं व्यक्त करते हुए परिजनों को ढांढस बंधाया। शुक्रवार भी वह नई दिल्ली में रहे जहां वह जनरल रावत और उनकी पत्नी के अंतिम संस्कार में शामिल हुए।

विकास रथ के माध्यम से सरकार का प्रचार-प्रसार शुरु

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास से सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं एवं नीतियों के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए विकास रथ/एलईडी वाहनों का फ्लैग ऑफ किया। सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रदेश के 300 प्रमुख स्थानों पर नुकड़ नाटकों एवं एलईडी द्वारा फिल्मों के माध्यम से प्रचार किया जाएगा। सभी जनपदों हेतु 07 रूट तय किए गए हैं। प्रत्येक रूट पर एक विकास रथ/एलईडी वाहन, एक नुकड़ नाटक दल एवं सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं पर आधारित प्रचार साहित्य के माध्यम से आम जन तक योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। सरकार की योजनाओं का यह प्रचार अभियान पूरे दिसंबर माह चलाया जायेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जनहित में अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम पंक्ति पर खड़े लोगों तक पहुंचे और वे इन योजनाओं का पूरा लाभ ले सकें, इसके लिए व्यापक स्तर पर प्रचार एवं प्रसार किया जा रहा है। समाज के हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए योजनाएं चलाई जा रही हैं। जन समस्याओं का समाधान सरकार की पहली प्राथमिकता है। सरकार जनता के साथ साझीदार के रूप में कार्य कर रही है।
सरकार की योजनाओं के लिए जो सात रूट तय किए गए हैं, उनमें देहरादून-हरिद्वार, नैनीताल-ऊधमसिंह नगर, टिहरी-उत्तरकाशी, पौड़ी, चमोली-रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़-चम्पावत एवं अल्मोड़ा-बागेश्वर शामिल हैं। इन सभी रूट पर सरकार की योजनाओं के प्रचार हेतु संबंधित जनपदों के जिला सूचना अधिकारी द्वारा समन्वय स्थापित करते हुए प्रचार एवं प्रसार करवाया जायेगा।
इस अवसर पर सूचना महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान, अपर निदेशक डॉ. अनिल चंदोला, संयुक्त निदेशक के.एस. चौहान उपस्थित रहे।

पत्रकारों को वैक्सीनेशन के लिए अलग से व्यवस्था बनाने के सीएम ने दिए निर्देश

सूचना महानिदेशक रणवीर सिंह चैहान ने सूचना विभाग के अधिकारियों की बैठक लेते हुए कहा कि कोविड-19 के चुनौतीपूर्ण समय में जनता तक सही एवं समय पर सूचनाएं पहुंचे, इसमें सूचना विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पत्रकार बंधु भी कोविड पर जनजागरुकता के दृष्टिगत लगातार फील्ड में हैं। इस दौरान कई बार वे भी कोविड से संक्रमित हो रहे हैं। प्रदेश में कोई भी पत्रकार बंधु संक्रमित हो रहे हैं तो, उनको विभाग की ओर से हर संभव मदद देने के प्रयास किए जाय। मुख्यालय स्तर पर एवं सभी जनपदों में मीडिया से निरंतर संवाद स्थापित किया जाय। किसी भी मीडियाकर्मी की कोविड संक्रमित होने की सूचना पर प्रशासन से समन्वय स्थापित करते हुए उन्हें हर संभव मदद दी जाय।

सूचना महानिदेशक रणवीर सिंह चैहान ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के कोविड वैक्सीनैशन की अलग से व्यवस्था करने के निर्देश दिये हैं। जिला सूचना अधिकारी इस संबंध मे भी जिलाधिकारी मार्गदर्शन में समन्वय करें।

सूचना महानिदेशक ने कहा कि नियमित निगरानी की जाय कि सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से कोई भ्रामक सूचनाएं न प्रसारित हो। कोविड के दृष्टिगत जनजागरूकता में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। मीडिया से लगातार संपर्क स्थापित किए जाय। कोविड की इन विषम परिस्थितियों में हमारी भूमिका और बढ़ जाती है। सटीक और प्रमाणिक जानकारी जनता तक पहुंचे।

सूचना महानिदेशक रणवीर सिंह चैहान ने सभी जिला सूचना अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपदों में जिलाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं पुलिस से निरंतर संपर्क स्थापित कर कोविड से बचाव के लिए किए जा रहे विभिन्न प्रयासों एवं जन जागरूकता के लिए की जा रही पहलों को मीडिया के माध्यम से जनता तक पहुंचाया जाय। सूचनाओं के आदान – प्रदान में और तेजी लाई जाए। जनपदों में पत्रकार बंधुओं से समन्वय बना कर रखें।

बैठक में वर्चुअल माध्यम से अपर निदेशक सूचना डॉ. अनिल चंदोला, सयुक्त निदेशक आशीष त्रिपाठी, उपनिदेशक के. एस. चैहान, नितिन उपाध्याय, सहायक निदेशक मनोज श्रीवास्तव, रवि बिजारनियाँ आदि उपस्थित थे।

योग विषय पर लिखी मनोज श्रीवास्तव की पुस्तक को सीएम ने किया लांच

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री आवास में सूचना विभाग में कार्यरत सहायक निदेशक मनोज श्रीवास्तव द्वारा लिखित पुस्तक ‘‘राजयोग में साइलेंस की शक्ति और डिप्रेशन से मुक्ति’’ का लोकार्पण किया। योग विषय पर लिखी गई पुस्तक को आधुनिक, समसायिक समय मे अत्यंत उपयोगी बताते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि योग आज की आवश्यकता की मांग है।

इस पुस्तक के लेखक मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि मुंबई की डॉ. शिप्रा मिश्रा के सहयोग से लिखी गई। इस पुस्तक में कोरोना काल में बढ़ती मानसिक समस्याओं का व्यावहारिक समाधान प्रस्तुत किया गया है। योग पर आधारित इस पुस्तक में बताया गया है कि भाग-दौड़ के जीवन में हमने कभी भी रुककर, अपने मन या आत्मा में झांकने का प्रयास नही किया है। मन या आत्मा पर ध्यान न देने के कारण हम अंदर से खालीपन, अकेलापन का शिकार हो गये है। इससे हम भय, चिंता, निराशा और हताशा का जीवन जी रहें है।

पुस्तक से हमें लीडरशिप क्वालिटी, मेंटल इमोशनल आर्ट की जानकारी मिलती है, यह हमारे जीवन के लिए एक गाईड है, जिसके माध्यम से हम जीवन मूल्यों और सिद्धान्तों को ग्रहण कर सकते हैं। भावनात्मक प्रबन्धन के लिए ईमोशनल कोसेंट और आध्यात्मिक जीवन के लिए स्प्रीचुअल कोसेंट की विस्तार से चर्चा की गयी है। पुस्तक के विभिन्न अध्यायों में नींद की समस्या का समाधान, विजन और गोल में अन्तर, अवचेतन मन की शक्ति को डिप्रेशन के प्रमुख समाधान के रूप में प्रस्तुत किया गया है।

कमल जोशी की आत्महत्या से सकते में पत्रकारिता जगत!


घुमक्कड़ी पत्रकारिता के जीवन्तप्राय वरिष्ठ पत्रकार कमल जोशी की सोमवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी। वे अपने कमरे में रस्सी से झूलते हुए पाये गये। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने कमल जोशी के शव के रस्सी काटकर उतारा। उनके निधन से पत्रकार जगत एवं शहर में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। गोखले मार्ग स्थित उनके निवास स्थान पर लोगों का तांता लगा हुआ है।
वरिष्ठ पत्रकार कमल जोशी ने विज्ञान संकाय से परास्नातक करने के बाद पत्रकारिता एवं फोटोग्राफी को अपना कैरियर चुना। 65 वर्षीय स्व. जोशी अपने जीवन में फोटो पत्रकारिता के अलावा कई वर्षो तक प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया समाचार एजेंसी से जुड़े रहे।
वर्तमान में वे राज्य स्तरीय प्रेस फोटो ग्राफर के रूप स्वतंत्र पत्रकार शासन द्वारा मान्यता प्राप्त थे। पुलिस के अनुसार स्थानीय लोगों ने मामले की सूचना बाजार चौकी प्रभारी प्रदीप सिंह नेगी को दी। जिस पर वह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने मामले को संदिग्ध देखते हुए उच्च अधिकारियों को सूचना दी। जिसके बाद वरिष्ठ उपनिरीक्षक मोहम्मद यूनुस खान, पुलिस क्षेत्राधिकारी जोधराम जोशी, अपर पुलिस अधीक्षक पौड़ी हरीश वर्मा, उपजिलाधिकारी राकेश तिवारी, नायाब तहसीलदार हरिमोहन खंडूडी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने स्थानीय लोगों की सूचना के आधार पर बताया कि सोमवार सुबह लगभग 10 बजे कमल जोशी को स्थानीय दुकानदारों द्वारा देखा गया। जब वह सांय को काफी देर तक बाहर नहीं निकले तो आस-पास के लोगों ने उनके मोबाईल नंबर पर फोन किया लेकिन जब उन्होंने काफी देर तक फोन नहीं उठाया तो स्थानीय दुकानदार जब अंदर गया तो उन्होंंने कमल जोशी के शव को खूंटे से लटकते हुए देखा।