लाभार्थी सम्मान समारोह में 43 लाभार्थियों को सीएम ने किया सम्मानित

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कोटद्वार में लाभार्थी सम्मान समारोह कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए पशुपालन विभाग, बाल विकास परियोजना पौड़ी, उद्यान विभाग, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, कृषि विभाग, समाज कल्याण और नगर निगम के 43 लाभार्थियों को लाभार्थी चेक वितरित किए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी सरकार समाज के सभी वर्गों के हित में लगातार कार्य कर रही है तथा इसके छोर के अंतिम व्यक्ति को विकास की मुख्यधारा में शामिल करने के लिए कृत संकल्पित हैं।

उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से हमारे नागरिक अनेक तरह से लाभान्वित हुए हैं और पिछले 10 वर्षों में भारत का ऐसा कोई भी नागरिक नहीं होगा जो किसी न किसी योजना से लाभान्वित ना हुआ हो। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में लगभग 4 करोड़ लोगों को आवास योजना का लाभ दिया जा चुका है। 80 करोड़ से अधिक लोगों को राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। 10 करोड़ से अधिक उज्जवला गैस कनेक्शन दिए हैं। इंद्रधनुष योजना के अंतर्गत सभी बच्चों का लगातार टीकाकरण करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 370 हटाने से लेकर सेना के आधुनिकीकरण, सीमाओं की सुरक्षा, हथियार निर्यातकों के रूप में पहचान बनाते जा रहे हैं। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से सबका साथ, सबका विकास तथा एक राष्ट्र, एक विधान, एक निशान और एक प्रधान को साकार किया है। प्रधानमंत्री जी के ही प्रयासों से आज हमारे प्रवासी नागरिक भी गर्व महसूस करते हैं।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश का जिक्र करते हुए कहा कि इस देवभूमि और वीर भूमि के सपूतों ने हमेशा देश की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व ने अर्पित किया है। कहा कि बाबा सिद्धबली की कृपा से हम प्रदेश के लिए आगे भी बेहतर काम करते रहेंगे तथा अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक योजनाओं का और विकास कार्यों का लाभ पहुंचाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि कोटद्वार में आपदा के दौरान हमने बाढ़ सुरक्षा कार्य और सड़क, विद्युत, पेयजल से संबंधित कनेक्टिविटी को बाहर करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किए। हमारी जीएसडीपी (सकल राज्य घरेलू उत्पाद) दुगनी हो, हम आदर्श राज्य के रूप में विकसित हों, इसी लक्ष्य को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की प्रेरणा से प्रदेश सरकार ने सभी नागरिकों विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा, संरक्षण और विकास के लिए अनेक कार्य किए हैं। समान नागरिक संहिता का लाभ हर व्यक्ति को मिलेगा और आने वाले समय में अन्य राज्य भी इसका लाभ लेंगे। सख्त नकल विरोधी कानून लाकर हमने युवाओं का योग्यता आधार पर चयन सुनिश्चित किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी भी तरह का धर्मांतरण ना हो पाए इसके लिए हमने सख्त कानून का प्रावधान किया है। संसाधनों को किसी भी तरह का नुकसान पहुंचाने वालों के विरुद्ध हमने सख्त कार्रवाई करते हुए दंगा निरोधक कानून बनाया है। जिसके अंतर्गत संसाधनों को नुकसान पहुंचाने वाले से ही उसकी वसूली की जाएगी।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने कोटद्वार स्थित गब्बर सिंह कैंप के पास पुल निर्माण कराने की घोषणा की।

उन्होंने कहा कि आज वर्चुअल माध्यम से समस्त जनपदों के विकास कार्यों से संबंधित 17 विभागों की कुल 8275.51 करोड़ की 122 विभिन्न योजनाओं का डिजिटल माध्यम से लोकार्पण और शिलान्यास किया गया। इसमें जनपद पौड़ी गढ़वाल से संबंधित 828 करोड़ की योजनाएं भी शामिल हैं। रोड शो में मुख्यमंत्री का काफिला कोटद्वार में महाराज वेडिंग पॉइंट से बद्रीनाथ मार्ग पर झंडा चौक तक होते हुए नगर निगम से समीप मोंटेसरी स्कूल पहुंचा। और इस दौरान मुख्यमंत्री जी के साथ उनके स्वागत और अभिनंदन में विशाल जैन समुदाय उमड़ पड़ा।

कार्यक्रम स्थल पर मत्स्य, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, कृषि, उद्यान, ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना, जलागम, डेयरी,पशुपालन, निर्वाचन, सहकारिता, समाज कल्याण, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण आदि विभागों के स्टॉल लगाए गए थे।

इस दौरान राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के अथक प्रयासों से ही कोविड काल जैसी विकट परिस्थितियों से निपटने में सक्षम हुए और न केवल भारत की जनता को टीकाकरण और राशन उपलब्ध करवाया बल्कि विदेश तक भी कोविड वैक्सीन पहुंचाई। उन्होंने कहा कि आज सभी बहनों के घर गैस चूल्हा है और अब धुएं की बीमारी से महिलाएं मुक्त रहेगी। उन्होंने कहा देश- प्रदेश के विकास के लिए जो भी आवश्यक होगा उसके लिए हमारी सरकार प्रयासरत रहेगी।

इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद तीरथ सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत का स्वाभिमान लौट आया है। उन्होंने सबको साथ लेते हुए देश के लिए जो काम किया है उसे हमारा देश चहुंमुखी विकास पथ पर अग्रसर हो रहा है।

इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष विधायक कोटद्वार ऋतु खंडूरी ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा कोटद्वार में आई आपदा के दौरान त्वरित गति से बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य संपन्न करवाए। प्रदेश की वर्तमान सरकार महिला और बच्चों के स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वतंत्रता के लिए अनेक योजनाएं संचालित कर रही हैं।

इस अवसर पर विधायक लैंसडाउन दिलीप सिंह रावत व विधायक यमकेश्वर रेनू बिष्ट, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेंद्र अन्थवाल, पूर्व विधायक शैलेंद्र रावत, जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ. आशीष चौहान, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे, मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पाण्डेय सहित बड़ी संख्या में जनमानस उपस्थित था।

केंद्र सरकार से कोटद्वार खोह नदी की सफाई के काम को मिली मंजूरी

उत्तराखण्ड राज्य को नमामि गंगे परियोजना के तहत् गंगा नदी जल प्रदूषण नियंत्रण के लिए लगभग 135 करोड रूपए की लागत परियोजना को राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार की 52 वीं कार्यकारी समिति की बैठक में सैद्धान्तिक स्वीकृति मिली है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का आभार व्यक्त किया है।

स्वीकृत परियोजना में उत्तराखंड के जनपद पौड़ी गढ़वाल क्षेत्र के कोटद्वार शहर में बहने वाली खोह नदी में गिरने वाले 09 नालों को टैप करने एवं 21 एम.एल.डी. सीवेज शोधन संयंत्र के निर्माण की स्वीकृति हेतु सहमति (लागत- लगभग 135 करोड़) प्रदान की गई है।

खोह नदी कोटद्वार नगर से बहते हुये रामगंगा नदी में मिलती है, जो कि आगे चलकर गंगा नदी की प्रमुख सहायक नदी है। परियोजना के निर्माण से खोह एवं रामगंगा नदी के पारिस्थितिकी तंत्र में तो सुधार होगा ही साथ ही साथ गंगा नदी में दूषित जल का प्रवाह रूकेगा।

जी. अशोक कुमार, महानिदेशक, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार की अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक में उत्तराखंड राज्य से अरविन्द सिंह ह्यांकी, सचिव, पेयजल एवं स्वच्छता, रणवीर सिंह चौहान कार्यक्रम निदेशक एसपीएमजी, उत्तराखंड द्वारा प्रतिभाग किया गया ।

स्वास्थ्य सचिव को डेंगू के बारे में सही जानकारी नहीं दे पाए बेस अस्पताल के डॉक्टर

प्रदेश में डेंगू की रोकथाम को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में स्वास्थ्य सचिव लगातार जनपदवार डेंगू प्रभावित इलाकों के साथ ही अस्पतालों का भी दौरा कर रहे हैं। सबसे ज्यादा डेंगू प्रभावित देहरादून और हरिद्वार जनपद के बाद स्वास्थ्य सचिव का काफिला आज पौड़ी जनपद के कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र पहुंचा। जहां स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने कोटद्वार बेस अस्पताल का निरीक्षण किया।
इस दौरान कोटद्वार बेस अस्पताल में स्वास्थ्य सचिव को कई खामियां मिली हैं। स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने सीएमओ पौड़ी डॉ. प्रवीन कुमार को जल्द खामियां सुधारने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान डेंगू आइसोलेशन वार्ड में बेस अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन स्वास्थ्य सचिव के सवालों के जवाब नहीं दे पाए। जिस पर स्वास्थ्य सचिव ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए फटकार लगाई। अस्पताल के निरीक्षण के बाद स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने कोटद्वार के कलालघाटी में मेडिकल कॉलेज के लिए चिंहित भूमि का भी निरीक्षण किया। उन्होंने सीएमओ को भूमि की पैमाइश के साथ ही उक्त भूमि के चारों तरफ से बांउड्री बाल करने के निर्देश दिये।
गुरूवार को कोटद्वार पहुंचे प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने कोटद्वार बेस अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड, एमआरआई, एक्सरे समेत डेंगू आईसोलेशन वार्ड का निरीक्षण किया। डेंगू आईसोलेशन वार्ड के निरीक्षण के दौरान वार्ड में भर्ती एक मरीज की प्लेटलेट्स अधिक कम होने पर वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. जेसी ध्यानी और सीएमएस डॉ. विजयेश भारद्वाज से जानकारी ली। स्वास्थ्य सचिव उनके जवाब से संतुष्ट नजर नहीं आये। उन्होंने मरीज के बेहत्तर इलाज के लिए निर्देशित किया। इसके साथ ही उन्होंने डेंगू वार्ड में भर्ती मरीजों से भी स्वास्थ्य सुविधाओं के बारें में विस्तार से जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने अस्पताल के जच्चा-बच्चा कक्ष में भर्ती महिलाओं और वहां मौजूद आशा कार्यकत्री से गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि के साथ ही गर्भवती महिलाओं के लिए शुरू की गई योजना से संबंधित जानकारी प्राप्त की। इसके साथ ही आशाओं और संबधित अधिकारियों को लाभार्थियों तक सभी योजनाओं का लाभ पहुंचाने हेतु निर्देशित किया।

बेस अस्पताल की पैथोलॉजी लैब में मिली खामियां
इसके बाद स्वास्थ्य सचिव ने अस्पताल की पैथोलॉजी लैब का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान लैब में भारी खामियां मिली हैं। लैब में मरीजों के प्लेटलेट्स की रिपोर्ट हाथ से लिखी जा रही थी, जिस पर स्वास्थ्य सचिव ने रिपोर्ट को कम्प्यूटराइजड करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा डेंगू को लेकर लिए जाने वाले सैंपल की वाईबिलटी 24 घंटे होती है। रिपोर्ट संदिग्ध लगने पर पुनः पुष्टि करने के लिए सैंपल का उपयोग किया जा सकता है। इससे पहले लैब में इन सैंपलों को एक बार चौक करने के बाद नष्ट कर दिया जा रहा था।

निजी लैबों की जांच के आदेश
स्वास्थ्य सचिव ने सीएमओ पौड़ी प्रवीन कुमार को कोटद्वार शहर की उन लैबों की जांच करने के भी निर्देश दिए हैं, जिनमें डेंगू के टेस्ट हो रहे हैं। स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने बताया कि जनपद पौड़ी में डेंगू के 121 केस हैं। स्वास्थ्य विभाग जल्द ही डेंगू को लेकर एक वृहद अभियान चलाने जा रहा है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ नगर निगम समेत अन्य विभागों का साथ आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर पांच से अधिक डेंगू के मरीज पाए जाएंगे, वहां कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा। घर-घर जाकर सोर्स रिडक्शन का कार्य किया जाएगा। शुक्रवार से सभी विभाग एक साथ मिलकर डेंगू को लेकर महाअभियान चलाने जा रहे हैं, जिसमें जिलाधिकारी आशीष चौहान और सीएमओ पौड़ी डॉ. प्रवीन कुमार को निर्देशित किया गया है। इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रवीण कुमार, डॉ पंकज सिंह, कार्यक्रम अधिकारी एनएचएम, डॉ विजयेश भारद्वाज, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सौरभ सैनी, नगर आयुक्त वैभव गुप्ता, सहायक नगर अधिकारी अजहर अली, मौजूद रहे।

वहीं स्वास्थ्य सचिव ने अपने कोटद्वार दौरे के दौरान स्थानीय लोगों, समाजसेवियों व विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की। बेस अस्पताल से संबधित उनकी समस्याओं को सुना तथा उनके सुझावों पर अमल का भरोसा दिया। इस दौनान कोटद्वार भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत और नगर अध्यक्ष पंकज भाटिया ने भी स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार से मुलाकात की। भाजपा जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कोटद्वार बेस अस्पताल में डेंगू को लेकर चिकित्सकों द्वारा गंभीरता से इलाज न करने के बात कही। जिस पर स्वास्थ्य सचिव ने जल्द अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुधारने के और सभी मरीजों को बेहत्तर इलाज के लिए उन्हें आश्वस्त किया।

मुख्यमंत्री ने किया कोटद्वार के आपदाग्रस्त क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा स्थानीय विधायक कोटद्वार तथा विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी के साथ कोटद्वार में आपदाग्रस्त क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया गया।

गाड़ीघाटी में कुंभीचौड-रतनपुर को जाने वाले एप्रोच मार्ग पर तेजी से कार्य करने को कहा तथा मालन नदी पर हल्दूखाता- किशनपुर -सिगड्डी मार्ग का स्थलीय निरीक्षण करते हुए संबंधित अधिकारियों को तत्काल कनेक्टिविटी को बहाल करने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को विभिन्न स्थानों पर बाधित हुई सड़क कनेक्टिविटी को युद्ध स्तर पर बहाल करने को कहा। विभिन्न स्थानों पर आपदा से प्रभावित हुए लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जलभराव वाले क्षेत्रों में पानी की निकासी को दुरुस्त करें तथा वहां पर आवश्यकता के अनुसार फागिंग -चूना छिड़काव करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में आपदा से हुई विभिन्न प्रकार की क्षति का व्यापक रूप से आकलन करने के भी निर्देश दिए।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा पहला प्रयास है कि राज्य में मानसूनी बरसात से जो चीजें अस्त व्यस्त हुई है उनको सामान्य करना है तथा जो लोग आपदा से प्रभावित हुए हैं उनको प्राथमिक रूप से उनकी आवश्यकता के अनुरूप त्वरित सहायता और राहत प्रदान की जाय। तत्पश्चात विभिन्न क्षेत्रों में आपदा से हुई क्षति का त्वरित आकलन करते हुए इसके त्वरित सुधारीकरण के कदम उठाए जाने की बात कही।

इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ निरीक्षण कर रही विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा आज स्वयं आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया गया है और शीघ्रता से सामान्य स्थिति बहाल करने के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद दिया।

इस दौरान जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ. आशीष चौहान, अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार शेखर सुयाल, उप जिला अधिकारी प्रमोद कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और कार्मिक उपस्थित थे।

सीएम के निर्देश पर पीड़ित परिवार को मिला अपना मनचाहा वकील, आदेश जारी

अदालत में अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले की पैरवी के लिए सरकार ने अधिवक्ता अवनीश नेगी को सरकारी वकील नियुक्त किया है। अंकिता के पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी की इच्छा से नए वकील की नियुक्ति की है। इस संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की संस्तुति के बाद शासन ने आदेश जारी कर दिये हैं।
सरकार ने इस मामले में सरकारी वकील (विशेष लोक अभियोजक) अंकिता के पिता की पसंद का नियुक्त किया है। पूर्व में अंकिता हत्याकांड में सरकार की ओर से जितेंद्र रावत को सरकारी वकील नियुक्त किया गया था, लेकिन अंकिता के परिजनों ने सरकारी वकील पर आरोप लगाया था कि वह अदालत में मामले की कमजोर पैरवी कर रहे हैं।
मामला संज्ञान में आने के बाद मुख्यमंत्री ने अपर निजी सचिव जगदीश चन्द कांडपाल को डीएम पौड़ी से अंकिता के परिजनों से मुलाकात कर उनकी इच्छा के अनुरुप मदद और कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये थे। डीएम ने अंकिता के परजिनों को मुख्यमंत्री के द्वारा दिये गये निर्देश से अवगत कराया और आप्शन दिये। उनका वकील बदलने और उनके अनुसार वकील रखने। डीएम ने वकील का पूरा खर्च सरकार द्वारा वहन करने की बात भी कही।
इसके बाद 19 जुलाई 2022 को अंकिता के पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी ने जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान को पत्र लिखकर इच्छा जताई कि वह इस मामले में अवनीश नेगी पूर्व डीजीसी क्रिमिनल को विशेष लोक अभियोजन नियुक्त किया जाए। जिलाधिकारी ने इस पत्र को शासन की अनुमति के लिए भेजा था। मुख्यमंत्री की हरी झंडी के बाद शासन ने अंकिता के पिता की इच्छा के अनुसार ही अवनीश नेगी को सरकारी वकील नियुक्त किया है।
अब वे इस मामले की अदालत में पैरवी करेंगे। बता दें कि अंकिता हत्याकांड को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुरू से एक्शन मोड में नजर आए। पहले मामले की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री धामी ने इस मुकदमे को राजस्व पुलिस से रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर कराया। साथ ही परिजनों के साथ अभिभावक की तरह खड़े रहे और परिवार को 25 लाख की आर्थिक सहायता भी प्रदान की। सरकार की ओर से तत्काल एसआईटी गठित की गई। विपक्ष ने एसआईटी के बजाय मामले की जांच सीबीआई को सौंपने की मांग लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की। जिसे हाईकोर्ट ने खारिज किया।

विभाग बच नही पायेंगे अपनी जिम्मेदारी से, धामी सरकार तय करने जा रही जिम्मेदारी

कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के मालन नदी पर बने पुल के क्षतिग्रस्त होने की घटना को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है। लोनिवि के सचिव पंकज पाण्डेय ने इसकी जांच के आदेश दिये है। लेकिन शासन के सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्ष 2010 में बनकर तैयार हुए पुल के बेहद कम समय में टूटने की घटना को बड़ी लापरवाही माना है। मुख्यमंत्री के द्वारा स्वयं पुल की घटना की जानकारी लेने पर शासन में खलबली देखने को मिली है। लगातार सोशल मीडिया में पुल की को लेकर कई सवाल किये गये है। इसमें बेहद गंभीर सवाल पुल के निर्माण में लापरवाही को लेकर किया गया है। कई टेक्निकल खामियां उजागर होने के बाद लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों में हड़ंकंप मचा हुआ है।
गौरतलब है कि कांग्रेस की तिवारी सरकार में स्वीकृत हुआ पुल भाजपा सरकार में बनकर तैयार हुआ था। कांग्रेस के समय स्वर्गीय इंदिरा हृदयेश लोक निर्माण मंत्री रही। उनके कार्यकाल में जमकर पुल और सड़क के निर्माण कार्य में धांधली और भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे लेकिन मुक्कमल कार्रवाई अमल में नही लाई गई। अहम सवाल है कि धामी सरकार मात्र 13 वर्ष में गिर गये पुल को लेकर जिम्मेदारी तय करना चाहती है और हो भी क्यो नही?
आपको याद होगा कि मुख्यमंत्री धामी ने पिछले वर्ष प्रदेशभर के पुलों का ब्यौरा जुटाने के निर्देश दिये थे जो डेंजर जोन में है। लेकिन विभागीय अधिकारियों ने इस ओर कितनी कार्रवाई की अब इस पर भी सवाल उठ रहे है। लोनिवि के सचिव रहे सुधांशु भी इस ओर सुस्त ही रहे। वरना समय रहते इस ओर कार्रवाई कर एक पुल को मात्र 13 वर्ष में ढहने से बचाया जा सकता था।
सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री धामी जनहित से जुड़़े इन कार्यों में अब विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने को लेकर बड़ी कार्य योजना बनाने का मन बना चुके है। मसलन अगर किसी संस्था और अधिकारी की देखरेख में इन निर्माण कार्यों को किया जा रहा है तो वह अपनी जिम्मेदारी से बच नही सकते है। आजतक ऐसी कार्यदायी संस्था और अधिकारियों पर कार्रवाई नही होने से ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में मुख्यमंत्री धामी की अगर इस ओर कार्ययोजना बनाते है तो उत्तराखंड के लिए बेहद कारगर सिद्ध होगी।

योगी आदित्यनाथ के परिजनों की सुरक्षा बढ़ाई

माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या का मामला
यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ कें परिजनों की बढ़ाई गई सुरक्षा

वाई श्रेणी की सुरक्षा कें घेरें में हैँ योगी आदित्यनाथ कें परिजन

यमकेश्वर ब्लॉक कें पंचूर गांव में आने जानें वालों पर लगी रोक
परिजनों से मुलाकात पर भी लगाई गई है रोक

यमकेश्वर थाने की पुलिस कों भी अलर्ट रहने कें दिए गए हैँ निर्देश

कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने पर जोर

कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के संबंध में उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों के संग बैठक की। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने विशेष तौर पर बेस अस्पताल कोटद्वार में मेडिकल स्टाफ के रिक्त पड़े पदों में शीघ्र तैनाती दिए जाने एवं चिकित्सा व्यवस्था बेहतर रखे जाने के निर्देश दिए।
बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग के सचिव सहित विभाग के सभी अधिकारी मौजूद रहे। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों से सख्ताई से कहा कि कोटद्वार में बेस हॉस्पिटल केवल रेफर सेंटर बन कर रह गया है, प्रत्येक मरीज को वहां से रेफर कर दिया जाता है। बेस हॉस्पिटल में डॉक्टरों की कमी के कारण स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य की सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। विधानसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार से बेस अस्पताल में डॉक्टरों की तैनाती की जाए। विधानसभा अध्यक्ष ने सुझाव दिया कि विज्ञापन निकालकर एवं कैंपस में जाकर डॉक्टर को ऑफर किया जाए। उन्होंने कहा कि बेस अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं कार्डियोलॉजिस्ट का होना अति आवश्यक है। उन्होंने कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र में एक और अतिरिक्त 108 सेवा की एंबुलेंस की व्यवस्था किए जाने के लिए कहा। साथ ही विभागीय अस्पताल की एंबुलेंस को भी निशुल्क करने के निर्देश दिए। उन्होंने गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर रूप से बीमार मरीजों को तुरंत स्वास्थ्य सेवा दिए जाने के लिए कहा।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एवम् सब सेंटर की स्थिति के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मरमत्तीकरण एवं बिजली, पानी, शौचालय की व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए कहा। उन्होंने अस्पतालों में बायोमेट्रिक व्यवस्था को लागू किए जाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। मरीजों को हर संभव सुविधा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत के तहत सभी कार्ड धारियों का इलाज होना आवश्यक है। एनएचएम के माध्यम से सरकार की योजनाओं का लाभ जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुंचाया जाए।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने बेस अस्पताल में सृजित पदों के सापेक्ष भरे हुए पदों एवं रिक्त पड़े पदों की जानकारी अधिकारियों से ली। उन्होंने कहा कि पैरामेडिकल स्टाफ के पद भी भरे जाएं। अधिकारियों ने बताया कि 1325 स्टॉफ नर्स के पदों की विज्ञप्ति जारी की गई है वही 62 एक्स-रे तकनीशियन पदों को भी भरा जाना है।
इस अवसर पर स्वास्थ्य सचिव राधिका झा, अपर सचिव आशीष श्रीवास्तव, अपर सचिव सोनीका, स्वास्थ्य निदेशक विनीता साह, पौड़ी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रवीण कुमार, बेस हॉस्पिटल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ तिवारी, अनु सचिव जसविंदर कौर, अनु सचिव सुनील कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

उत्तराखंडः कोटद्वार विधायक ऋतु खंडूरी बनी राज्य की पहली महिला स्पीकर

उत्तराखंड विधानसभा आज एक नया इतिहास लिखा गया। कोटद्वार विधायक ऋतु भूषण खण्डूड़ी के रूप में विधानसभा को पहली महिला अध्यक्ष मिल गई हैं। इससे पहले विजया बड़थ्वाल विधानसभा की डिप्टी स्पीकर रह चुकी हैं। विधानसभा में ऋतु खंडूड़ी निर्विरोध रूप से अध्यक्ष चुनी गई। गुरुवार को उन्होंने विधानसभा में अपना नामांकन दाखिल किया था।

उत्तराखंड विधानसभा मंडप में प्रोटेम स्पीकर बंशीधर भगत ने ऋतु खंडूड़ी भूषण को सदन के अध्यक्ष के तौर पर निर्वाचन की घोषणा की। इसके बाद नेता सदन, प्रोटेम स्पीकर एवं मंत्रीगणों सहित विपक्ष के सदस्यों ने नए विधानसभा अध्यक्ष को पीठ पर विराजमान किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नवनिर्वाचित विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उत्तराखंड राज्य के लिए ऐतिहासिक दिन है और यह मातृशक्ति का बहुत बड़ा योगदान है। मातृशक्ति के रूप में हमें पहली महिला स्पीकर मिली है। हमारी विधानसभा उनके नेतृत्व में प्रगति के नए इतिहास रचेगी। मै उनको हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।

छठी स्पीकर हैं ऋतु खंडूड़ी

ऋतु खंडूडी उत्तराखंड की छठी विधानसभा अध्यक्ष के पद पर पीठासीन हुई हैं। इस दौरान प्रोटेम स्पीकर सहित सदन के सभी सदस्यों द्वारा नए स्पीकर को बधाई एवं शुभकामनाएं दी गई। विधानसभा की अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कहा की वह सदन को आश्वस्त करना चाहती हैं कि अपने संपूर्ण क्षमताओं से उच्च से उच्च संसदीय आदर्शों तथा परंपराओं का निर्वहन करने का प्रयास करेंगी। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड ने एक महिला को इस गरिमामयी पद पर पहुंचाकर उत्तम उदाहरण पेश किया है।

कौन हैं ऋतु खंडूड़ी

ऋतु खंडूड़ी उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी की बेटी हैं। उनका जन्म नैनीताल में 29 जनवरी 1965 को हुआ। उन्होंने मेरठ के रघुनाथ गर्ल्स कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है। इसके बाद राजस्थान विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन किया। उन्होंने पत्रकारिता में डिप्लोमा भी हासिल किया है। उनके पति केंद्र सरकार में स्वास्थ्य सचिव हैं। ऋथु खंडूड़ी पहली बार 2017 में यमकेश्वर से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची। 2022 में यमकेश्वर से उन्हें टिकट नहीं मिला लेकिन अंतिम समय में कोटद्वार से मैदान में उतारी गई। ऋतु कांग्रेस के दिग्गज सुरेंद्र सिंह नेगी को हराकर दूसरी बार विधायक बनीं। 26 मार्च 2022 को उत्तराखंड विधानसभा की छठवीं व पहली महिला स्पीकर बनीं।

पुल से नीचे कूदने जा रहे युवक को एसडीआरएफ टीम ने बचाया

कोटद्वार से लगभग दो किलोमीटर दूर पुल से एक लड़का छलांग लगाने की कोशिश कर रहा था, जिसे एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम द्वारा अपनी सूझबूझ व ततपरता से नीचे मे कूदने के प्रयास में वक़्त रहते पकड़ लिया व रोप रेस्क्यू करते हुए सही सलामत बाहर लाया गया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोपहर के समय लोगों ने उक्त युवक को पुल के नीचे बने सपोर्टिंग पिलर के बीच देखा, जो लगातार नीचे कूदने का प्रयास कर रहा था। लोगों ने तत्काल यह सूचना पुलिस को नोट कराई। युवक अत्यंत जोखिमपूर्ण स्थान से कूदने का प्रयास कर रहा था व उसकी मानसिक स्थिति भी ठीक नही लग रही थी। ऐसे में रेस्क्यू कार्य को अत्यंत सूझबूझ व सावधानी से त्वरित रूप से करना अति आवश्यक था। एसडीआरएफ टीम द्वारा स्थिति संवेदनशीलता का आंकलन करते हुए। युवक से प्रेमपूर्वक वार्तालाप करते हुए पहले रोप के माध्यम से उस तक पहुँच बनाई गई और फिर रोप रेस्क्यू करते हुए पुल व स्पोर्टिंग पिलर के बीच अत्यंत खतरनाक स्थान से युवक को रेस्क्यू कर नीचे लाया गया।

युवक द्वारा अपना नाम राजीव उर्फ राजा उम्र 25 साल पुत्र रामचन्द्र निवासी प्रजापतीनगर मोहल्ला, गाड़ीघाट ,कोटद्वार बताया गया। जो अपने परिवार से रुष्ट होकर पुल से नीचे छलांग लगाने आ गया था।

नौजवान की प्राणों की रक्षा करने पर सभी प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा एसडीआरएफ टीम की अत्यंत सराहना की गई व सेनानायक एसडीआरएफ, मणिकांत मिश्रा द्वारा एसडीआरएफ टीम के इस मानवीय कार्य की प्रशंसा करते हुए टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई।