दैणा होया खोली का गणेशाय से की गई वैश्विक व्याघ्र दिवस पर आयोजित कार्यक्रम की शुरूआत

दैणा होया खोली का गणेशाय से सीआरवीआर रामनगर में ग्लोबल टाइगर डे की शुरूआत की गई। संस्कृति विभाग के सौजन्य से उत्तराखंड की अनूठी परम्परा के साथ ही झोड़ा, छपेली कार्यक्रम की रंगारंग सांस्कृतिक झलक की मनोहर प्रस्तुति दी गई।
सीआरवीआर रामनगर में वैश्विक व्याघ्र दिवस आयोजित किया गया। ग्लोबल टाइगर्स दिवस बाघों के संरक्षण के लिए मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य बाघों की प्रजातियों की घटती आबादी के बारे में जागरूकता पैदा करना है। इस अवसर पर राज्यवार बाघों के आंकड़े जारी किए व बाघों के संरक्षण व संवर्धन हेतु तीन रिपोर्ट भी जारी की गई। इसके साथ ही भारत के 06 टाइगर रिजर्व को ग्लोबल कैट्स ऐक्ररेडिशन सर्टिफिकेट से सम्मानित किया गया। पूरे भारत मे वन्य जीव संरक्षण की दिशा में असाधारण व सराहनीय कार्य करने वाले वन विभाग के कुल 11 फ्रंटलाइन वर्कर को सम्मानित किया गया जिसमें सिमलीपाल टाइगर रिजर्व के 02 कार्मिकों को मरणोपरांत उनके कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।

ग्लोबल टाइगर डे पर आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअली प्रतिभाग करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वनों एवं वन्यजीवों का संरक्षण देवभूमि की संस्कृति एवं दैनिक जीवन का अभिन्न अंग है तथा प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाना हमारा संस्कार है। यह उत्तराखंड की संस्कृति है जो हमें धरोहर के रूप में हमें पुरखों से संस्कार में मिली है। हमें इको टूरिज्म में स्थानीय समुदाय की और अधिक भागीदारी सुनिश्चित करते हुए होम स्टे, बर्ड वॉचिंग व अन्य क्रियाकलापों पर अधिक कार्य करने की आवश्यकता है।
उत्तराखंड में बाघों की संख्या में इजाफा होने पर सीएम ने उत्तराखण्ड की जनता, वन विभाग के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ ही स्थानीय प्रतिभागियों को बधाई दी। कहा कि वर्ष 2018 में 442 बाघों की संख्या थी जो वर्ष 2022 तक बढ़ कर 560 हो गई है।
मुख्यमंत्री ने देश भर के टाइगर रिजर्व से पहुँचे प्रमुख वन्य जीव संरक्षकों से जिम कॉर्बेट संग्रहालय कालाढूंगी में जाने का अनुरोध किया। कहा कि विश्व विख्यात जिम कॉर्बेट ने अपने जीवन का काफी समय कालाढूंगी में व्यतीत किया। कालाढूंगी में उनका पुराना घर है जिसे एक संग्रहालय का रूप दिया गया है।

हम उत्तराखंडवासी पीढ़ियों से पर्यावरण के संरक्षक हैं

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हम अपनी सदियों पुरानी परंपरा का आज भी पालन कर रहे हैं, जो हमें सिखाती है कि हमें जीव-जंतुओं, पेड़-पौधों के संग समरसता के साथ रहना चाहिये, क्योंकि ये सब भी इस धरती पर हमारे साथ ही रहते हैं। चिपको आंदोलन के नाम से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मशहूर हुए इस महिला सत्याग्रह ने पूरी दुनिया में पर्यावरण संरक्षण और नारी सशक्तिकरण को नए अर्थों में परिभाषित किया। हमने हाल ही में इस आंदोलन के 50 वर्ष पूर्ण किए हैं और मैं आज इस मंच से उन सभी सत्याग्रहियों को नमन करता हूं, जिन्होंने उस समय हमारे पेड़ों को बचाया।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हल्द्वानी में जल्द ही वाइल्ड लाइफ हॉस्पिटल का शिलान्यास भी किया जाएगा। साथ ही वन विभाग के अधिकारियों को कार्य के दौरान आने वाली चुनौतियों पर कार्य करके उनके समाधान के प्रयास पर कार्य करने को कहा। उन्होंने कहा कि वन्यजीव और मानव संघर्ष के प्रकरणों पर विभाग को स्वतः ही सरकार द्वारा दी जाने वाली अनुमन्य सहायता दी जानी चाहिए जिससे पीड़ित पक्ष को अनावश्यक दफ्तरों के चक्कर न लगाने पड़े।
केंद्रीय वन, पर्यावरणीय ,जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री अश्विनि कुमार चौबे ने कहा कि प्रकृति की रक्षा करना मानव जीवन का कर्तव्य है। जब मनुष्य प्रकृति की रक्षा करेगा तो प्रकृति स्वयं ही प्राणियों की रक्षा करेगी। उन्होंने कहा कि आज बाघ संरक्षण के 05 दशक पूरे किए हैं जो कि उपलब्धियों से परिपूर्ण है। पूरे विश्व के 75 प्रतिशत से अधिक बाघ भारत में पाए जाते है। उन्होंने कहा बाघों के संरक्षण संवर्धन में आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए वन विभाग को अत्याधुनिक उपकरणों के प्रयोग से लैस किया गया है किन्तु आवश्यकता है अधिक सशक्त बनाने की। उन्होंने कहा जिस प्रकार सेना व पुलिस को उनकी वीरता के लिए पदक दिया जाता है उसी प्रकार वन विभाग को भी उनके साहसिक कार्यों के लिए वीरता पदक से राष्ट्रपति द्वारा नवाजा जाए, इस दिशा में कारगर प्रयास जारी है।
उन्होंने बाघों के महत्व के विषय मे बताया कि बाघ को स्थानीय समुदायों की आजीविका एवं सतत विकास का प्रतीक चिन्ह माना गया है। इसे पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य का संकेतक मानते हुए वैश्विक स्तर पर सतत विकास, जैव विविधता संरक्षण तथा जलवायु परिवर्तन निवारण के मानक के रूप में देखा गया है।
केंद्रीय मंत्री एवं पर्यटन रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि वन्य जीव टाइगर के संरक्षण व संवर्धन के लिये 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत की गई। कहा कि बाघों के संरक्षण व संवर्धन के लिए वित्तीय सहयोग भी किया जाएगा।
कार्यक्रम में राज्यवार बाघों के आंकड़े जारी किए गए। पूरे भारत वर्ष में 2018 की तुलना में 2022 में 715 बाघों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। 2022 के आंकड़ों के आधार पर बाघों की कुल संख्या 3682 है जो कि 2018 में 2967 थी। सर्वाधिक बाघ मध्यप्रदेश में 785 फिर कर्नाटक में 563 व उत्तराखंड में 560 बाघों की संख्या रही। जारी आंकड़ों के अनुसार उत्तरखण्ड कार्बेट टाइगर रिजर्व में बाघों की सँख्या बड़ी है। 2018 की तुलना में 118 बाघ बड़े है राज्य में अब कुल बाघ 560 हो गए है। वहीं कार्बेट टाइगर रिजर्व में पहले 231 बाघ जो बढ़कर 260 हो गए है।
प्रोजेक्ट टाइगर के 50 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी व नेशनल म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री द्वारा एक चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसकी थीम थी टाइगर, द किंग ऑफ जंगल। 18 राज्यों व 02 केंद्र शासित प्रदेशों से 6892 प्रविष्टि देशभर में की गई थी जिसमें से 20 लोगों को पुरस्कृत किया गया। प्रथम तीन स्थान पर आने वालों को क्रमशः 5000 4000 व 3000 की धनराशि दी गई। प्रथम स्थान पर दिल्ली के ग्यारहवीं के युवराज द्वितीय स्थान पर दिल्ली के ही बारहवीं कक्षा के अनुराग कुमार व तृतीय स्थान पर भुवनेश्वर की 11वीं की नयनिका जीना रही।
कार्यक्रम में भारत के विभिन्न टाइगर रिजर्व से आये ईडीसी व स्वयं सहायता समूह द्वारा स्थानीय उत्पादों का स्टाल लगाकर प्रदर्शन भी किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष बेला तोलिया, विधायक रामनगर दीवान सिंह बिष्ट, भीमताल राम सिंह, नैनीताल सरिता आर्या,यमकेश्वर रेणु बिष्ट, महानिदेशक वन सीपी गोयल, सदस्य सचिव एनटीसीए डॉ ऐस पी यादव, आईजीएफ अमित मलिक, प्रमुख वन संरक्षक अनूप मलिक, समीर सिन्हा, कुमाऊँ मुख्य वन संरक्षक पी के पात्रो, आईजी नीलेश आंनद भरणे, डायरेक्ट कॉर्बेट डॉ धीरज पांडेय, राजाजी डॉ साकेत बड़ोला सहित अन्य वन अधिकारी उपस्थित थे।

बागेश्वर में सीएम की 17 घोषणाओं पर एसीएस ने अधिकारियों को शीर्ष प्राथमिकता पर करने के दिए निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा बागेश्वर विधानसभा के लिए की गई कुल 17 घोषणाओं की प्रगति की सचिवालय में समीक्षा के दौरान अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने अधिकारियों को सीएम घोषणाओं का क्रियान्वयन शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर करने के निर्देश दिए हैं। एसीएस रतूड़ी ने स्पष्ट किया कि सभी विभाग टारगेट ऑरियेन्टेड कार्यशैली के साथ सरलीकरण की प्रक्रिया को अपनाते हुए सीएम की घोषणाओं पर गम्भीरता से कार्य करें।

बैठक के दौरान धर्मस्व विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि मुख्यमंत्री की घोषणा के तहत बागनाथ मन्दिर में निर्माणधीन धर्मशाला एवं काल भैरव धर्मशाला के पुर्नद्धार हेतु शासन स्तर से शासनादेश एवं धनराशि निर्गत कर दी गई है तथा आगे की कार्यवाही गतिमान है। हरज्यू मन्दिर दफौट, नीलेश्वर एवं चण्डिका मन्दिर, बागेश्वर को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने हेतु कार्यवाही गतिमान है। कोट भ्रामरी मंदिर के स्थल विकास के सम्बन्ध में भी कार्यवाही गतिमान है।

बैठक में लोक निर्माण विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि पालडी से जैनकरास मोटर मार्ग एवं गुरना से नैनी उडियार मोटर मार्ग के डामरीकरण के सम्बन्ध में शासनादेश जारी हो चुका है। चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जानकारी दी गई है कि बागेश्वर जिला चिकित्सालय के भवन की स्वीकृति के सम्बन्ध में कार्यवाही गतिमान है। नागरिक उडडयन विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि बैजनाथ मेला डुंगरी हैलीपैड विस्तारीकरण के सम्बन्ध में जल्द ही सर्वेक्षण की कार्यवाही आरम्भ की जाएगी।

बैठक में परिवहन विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि बागेश्वर को रेलवे मानचित्र में स्थान दिलाये जाने के लिए टनकपुर-बागेश्वर रेलवे लाईन का निर्माण कराये जाने के लिए भारत सरकार में प्रयास के सम्बन्ध में आयुक्त कुमाऊ मण्डल एवं जिलाधिकारी बागेश्वर, चम्पावत तथा अल्मोड़ा को पूर्वाेत्तर रेलवे गोरखपुर द्वारा उपलब्ध करायी गयी टनकपुर बागेश्वर नई प्रस्तावित रेल लाईन के फाइनल लोकेशन सर्वे से सम्बन्धित सूचना के सम्बन्ध में अपनी रिर्पाेट उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिए गए है। संस्कृति विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि कोट भ्रामरी मेले को राजकीय मेला घोषित करने के सम्बन्ध में कार्यवाही गतिमान है।

बैठक में सचिव अरविन्द सिंह हयांकी, हरीचंद सेमवाल, अपर सचिव विनीत कुमार, डा0 अमनदीप कौर, सी रविंशकर, जगदीश काण्डपाल तथा सम्बन्धित विभागों के अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

प्रदेश में व्यापार से जुडे लोग राज्य के ग्रोथ इंजन तथा अर्थव्यवस्था के आधारः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने काशीपुर, उधम सिंह नगर में कुमाऊं गढ़वाल चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारे व्यापारी उत्तराखंड के ‘ग्रोथ इंजन’ एवं अर्थव्यवस्था के आधार हैं। राज्य में उद्योगों के साथ व्यापार एवं स्वरोजगार को बढावा देना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। राज्य का शांत वातावरण तथा दक्ष युवा शक्ति उद्योगों के अनुकूल है। उन्होंने कहा कि राज्य के उद्यमी हमारे ब्रांड एम्बेसडर है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार व्यापार और रोजगार के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध कराने हेतु प्रतिबद्ध है। राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने और औद्योगिक इकाइयों के लिए श्रेष्ठ वातावरण बनाने के लिए हमारी सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। व्यापारियों एवं उद्यमियों की मेहनत के कारण ही आज भारत की अर्थव्यवस्था इस मुकाम पर पहुंची है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड ने सभी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रारंभ किए गए मेक इन इंडिया और स्टार्टअप इंडिया जैसी केंद्र सरकार की विभिन्न परियोजनाओं में उत्तराखंड के उद्यमियों ने उत्कृष्ट योगदान दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में बुनियादी ढांचा, कृषि, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व निवेश किया जा रहा है। भारत के विकास में आजादी के इस अमृत काल में उत्तराखंड को भी बढ़ चढ़ कर अपना योगदान देना है। इस विकास यात्रा में सभी व्यापारियों की भूमिका बहुत अहम है हमारी सरकार सरलीकरण, समाधान निस्तारण और संतुष्टि के मंत्र को आत्मसात कर कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उद्यमियों की समस्याओं के निस्तारण हेतु ऊधम सिंह नगर में राज्य स्तर की उद्योग मित्र बैठक आयोजित की गई थी। राज्य के उद्यमियों द्वारा दिए गए कई बिंदुओं के त्वरित समाधान तथा अनुश्रवण के लिए एक माह के अन्दर ही ऑनलाईन पोर्टल बना दिया गया। राज्य सरकार ने राज्य के उद्यमियों को राज्य का ब्राण्ड अम्बेसडर घोषित करते हुए कहा था कि राज्य में निवेश बढ़ाने में आपकी सहभागिता सबसे महत्वपूर्ण है। राज्य के उद्यमियों द्वारा ब्राण्ड अम्बेसेडर के रूप में कार्य करने से ही विगत वर्ष राज्य को 12,000 करोड़ से अधिक के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। जो पूर्व वर्ष की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक है। राज्य सरकार इन निवेश प्रस्तावों को शीघ्र की धरातल पर कियान्वित करने में पूर्ण सहयोग प्रदान करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में निवेश की गति को तीव्रता प्रदान करने के लिए दिसम्बर, 2023 में प्रदेश में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट भी आयोजित किया जा रहा है। इस समिट से राज्य में निवेश एवं रोजगार के अवसर बढ़ेंगे एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उद्योग के क्षेत्र में हो रहे नए आविष्कारों तथा तकनीकों से हमारे उद्यमियों को भी लाभ प्राप्त होगा और उनके सामने अपने व्यवसाय को अन्तर्राष्ट्रीय फलक पर विस्तार देने का अवसर प्राप्त होगा। राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रयासों एवं उद्यमियों की लगन, फीडबैक से हमारा राज्य ईज ऑफ डुईंग बिजनेस रैंकिंग में देश में अचीवर्स की श्रेणी में सम्मिलित होकर अन्य कई बड़े राज्यों के समकक्ष खड़ा हुआ है। राज्य में रेल रोड एवं एयर कनेक्टिविटी में लगातार सुधार हुआ है। देहरादून एयरपोर्ट से विभिन्न शहरों के लिए सीधी वायु सेवा उपलब्ध हो गयी है। पन्तनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के सम्बन्ध में भी प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक विकास के बैकबोन लॉजिस्टिक्स क्षेत्र को मजबूत करने और राज्य में व्यापार को सुविधाजनक बनाने के लिए कई बुनियादी ढांचा परियोजनायें शुरू की गयी है। निर्यात को बढ़ावा देने के लिए स्टेट ऑफ आर्ट के रूप में आई०सी०डी० की स्थापना की गयी है। शीघ्र ही अमृतसर कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का कार्य आरम्भ होने वाला है। उन्होंने कहा कि ‘‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय गति-शक्ति नेशनल मास्टर प्लान’’ के अन्तर्गत लॉजिस्टिक से संबंधित समस्त गतिविधियों पर कार्यवाही राज्य स्तर पर की जा रही है। इसके प्रभावी क्रियान्वयन हेतु राज्य सरकार द्वारा उत्तराखंड लॉजिस्टिक्स नीति-2023 प्रख्यापित की गयी है। जिससे आधारभूत संरचना के विकास में मदद मिलेगी। राज्य सरकार ने ‘विकसित उत्तराखंड’ को केंद्र में रख कर अपनी नीतियां बनाई हैं और यहीं कारण है कि आज उत्तराखंड तेजी से बिजनेस फ्रेंडली डेस्टिनेशन के तौर पर उभर रहा है।
इस अवसर पर विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, मेयर ऊषा चौधरी, अध्यक्ष अनुसूचित जाति आयोग मुकेश कुमार, भाजपा जिलाध्यक्ष गुंजन सुखीजा, अध्यक्ष केजीसीसीआई अशोक बंसल, महासचिव बांके बिहारी गोयनका, पूर्व अध्यक्ष विनीत कुमार संगल, जिलाधिकारी उदयराज सिंह, एसएसपी मंजूनाथ टीसी, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक, धार्मिक और सांस्कृतिक चेतना का संयोजन है योगः धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जागेश्वर धाम पहुंचकर प्रदेश में योग के ज़रिए धार्मिक पर्यटन को विकसित करते हुए नए विजन को दर्शाया है। सीएम धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विकास के नवरत्नों में शामिल किए गए तीसरे रत्न मानसखंड क्षेत्र को इस बार इस आयोजन के लिए चुना है।

योग, ध्यान, अध्यात्म का केंद्र बनेगा जागेश्वर धाम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की विशेष पहल पर इस बार योग महोत्सव का आयोजन सुदूरवर्ती अल्मोड़ा के जागेश्वर धाम में किया गया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि मानस मंदिर माला मिशन के जरिए सरकार कुमाऊं के प्राचीन मंदिरों में विभिन्न सुविधाओं को विकसित कर रही है। इस योजना की शुरुआत जागेश्वर धाम से की जा रही है, जागेश्वर धाम को योग ध्यान एवं आध्यात्मिक चेतना का केंद्र बनाया जाएगा।

ये हैं योग के पांच संयोजन

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जागेश्वर धाम से योग के पांच संयोजन का भी जिक्र करते हुए कहा कि योग ज्ञान रूपी धरोहर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि योग शारीरिक, मानसिक, आध्यात्मिक, धार्मिक और सांस्कृतिक चेतना का संयोजन है। उन्होंने प्रदेशवासियों से उत्तराखण्ड को हर स्तर पर उत्कृष्ट बनाने के लिए प्रतिदिन एक घंटा योग करने का संकल्प लेने का आह्वान किया। सीएम धामी ने कहा कि प्रतिदिन योग करें, सूरज उगने से पहले जगना होगा और खुद को बदलना होगा, जिससे दवाओं पर आने वाला व्यय भी कम होगा।

सनातन संस्कृति का मूल आधार “वसुधैव कुटुम्बकम’’

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सनातन संस्कृति का उल्लेख करते हुये कहा कि हमारी गौरवशाली सनातन संस्कृति का मूल आधार ’’वसुधैव कुटुम्बकम’’ है और यही हमारे देश की 140 करोड़ जनता का मूल संस्कार भी है, जो सम्पूर्ण विश्व को एक परिवार का रूप मानता है। इसी सिद्धांत को केंद्र में रखते हुए इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम ’’वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग’’ तय की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेकों वैश्विक चुनौतियों और षड्यंत्रों का सामना करने के बावजूद भारत ने कभी भी मानवीय मूल्यों से हटकर आचरण नहीं किया और हमारी इस लोक कल्याणकारी अवधारणा का आधार हमारी संस्कृति है, जिसके मुख्य स्तंभों में से एक योग भी है। इसी वजह से योग आज दुनिया के करोड़ों लोगों की दिनचर्या का अहम हिस्सा बन गया है जो विश्व को भारतीय संस्कृति के साथ और अधिक प्रगाढ़ता से जोड़ने का काम कर रहा है।

इनोवटिव प्रोजेक्टस देश के सभी पर्ववतीय राज्यों और जिलों के लिए गाइड लाइन का करेंगे कामः सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मॉडल जिले के रूप में विकसित किया जा रहा चंपावत न केवल उत्तराखण्ड के लिए बल्कि सभी हिमालयी राज्यों के लिए एक आदर्श बनेगा। चंपावत के विकास के लिए किए जा रहे इनोवेटिव प्रोजेक्टस देश के सभी पर्वतीय राज्यों और जिलों के लिए गाइड लाइन का काम करेंगी। चंपावत जिले को मॉडल जिले के रूप में विकसित करने में लगे जिला प्रशासन के साथ ही सभी सम्बन्धित स्टेकहोल्डर्स को मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इस सम्बन्ध में अभी तक हुए डॉक्यूमेंटेशन को शत प्रतिशत धरातल पर उतारा जाए तथा इसकी निरन्तर निगरानी की जाय।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय भारत सरकार के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में जनपद चम्पावत को ‘‘आदर्श जनपद चम्पावत’’ के रूप में विकसित किये जाने हेतु किये गये कार्यों की समीक्षा एवं आगामी कार्यक्रमों के संबंध में आयोजित बैठक में प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय भारत सरकार के प्रतिनिधियों द्वारा चंपावत में जाकर तैयार की गई चंपावत की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप विकास की संभावना, साइंस एवं टेक्नोलॉजी के आधार पर विकास की संरचना पर अधारित Climate Adaptive Agriculture पुस्तिका का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत की विभिन्न भौगोलिक स्थिति पर आधारित ऑनलाइन डैशबोर्ड, जनपद चंपावत के अंतर्गत चल रही विभिन्न विभागीय योजनाओं की प्रगति पर आधारित ऑनलाइन डैशबोर्ड का अवलोकन किया। उन्होंने कहा इस तरह के ऑनलाइन डैशबोर्ड उत्तराखंड राज्य में बड़े स्तर पर भी विकसित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय से आए प्रतिनिधियों द्वारा चंपावत में जाकर किए गए कार्य, निश्चित ही चंपावत एवं उत्तराखंड के विकास में अपनी अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा विभिन्न भौगोलिक परिस्थितियों से परिपूर्ण चंपावत जिले के अनुरूप ही राज्य का विकास किया जाएगा। आगामी समय में चंपावत जिले के अंतर्गत कई बड़े प्रोजेक्ट को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू करने की योजना है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चंपावत को आदर्श जिले के रूप में विकसित करने में यूकोस्ट की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा संपूर्ण हिमालय राज्यों में उत्तराखंड आदर्श राज्य बने इस पर भी तीव्र गति के साथ कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा चंपावत प्राकृतिक सौंदर्य, स्वच्छ पर्यावरण एवं मंदिरों से आच्छादित है। इन्हीं सब में संभावनाएं खोज कर हमें विकास की नई ऊंचाइयों को छूना है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि साइंस एवं टेक्नोलॉजी के माध्यम से जनपद चंपावत के अंदर किस प्रकार विकास को स्थापित कर सकते हैं इस पर भी योजनाएं बनाई जाए। उन्होंने कहा कृषि, बागवानी, स्वास्थ्य शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं पर भी ध्यान दिया जा रहा है।
महानिदेशक UCOST प्रो. दुर्गेश पंत ने बताया कि चंपावत जिले में साइंस सेंटर की स्थापना की जाएगी। इसके साथ ही संपूर्ण हिमालय राज्यों के लिए हिमालय नॉलेज कॉरिडोर को भी विकसित किया जा रहा है। उन्होंने बताया यूकोस्ट निरंतर प्रत्येक विभागों के साथ समन्वय कर विकास योजनाओं को आगे बढ़ाने का काम कर रहा है। प्रत्येक योजना का डॉक्यूमेंटेशन भी किया जा रहा है।
इस दौरान कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर. के सुधांशु, अतिरिक्त सचिव प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय डॉ प्रीति बेजल, राहुल नायर, प्रो. आर.एम पंत, कुलपति, असम केंद्रीय विश्वविद्यालय, वी.सी के माध्यम से जिलाधिकारी चंपावत नरेंद्र सिंह भंडारी एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

एक्शन मोड में स्वास्थ्य सचिव, नैनीताल जिला अस्पताल में अब्यस्थाओं पर लगाई अधिकारियों को फटकार

नैनीताल। ट्रेनिंग से वापस आते हैं एक बार फिर पहले की तरह स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार पूरी तरह एक्शन मोड में दिखाई दे रहे हैं। विगत एक माह से स्वास्थ्य सचिव मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में प्रशिक्षणरथ थे। प्रशिक्षण खत्म होने के बाद ज्वाइन करते ही स्वास्थ्य सचिव ने ग्राउंड जीरो पर बवस्थाओं को परखना शुरु कर दिया है। बिना समय गवाएं स्वास्थ्य सचिव कुमाऊ दौरे पर निकल गये। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने नैनीताल जनपद के जिला अस्पताल बीडी पांडे का निरीक्षण किया। अस्पताल पहुँचने पर पीएमएस डॉ. एलएमएस रावत व अस्पताल स्टाफ ने उनका पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया।

उत्तराखंड स्वास्थ्य सचिव डॉ.राजेश कुमार ने जिला अस्पताल बीडी पांडे का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सर्जिकल वार्ड ,जिरियाट्रिक वार्ड, ऑर्थाे वार्ड, आइसीईयू , चिल्ड्रन वार्ड समेत अन्य वार्डाे का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान साफ़ सफाई को लेकर नाराजगी व्यक्त की, स्वास्थ्य सचिव ने अस्पताल में सीएमओ को सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए, साथ ही वार्डाे के बेडों व बेडशीट्स को बदलने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य सचिव डॉ.आर राजेश कुमार ने निर्देश देते हुए कहा आपातकालीन केस आने पर डॉक्टर उपस्थित रहे।

इस दौरान उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों का हाल भी जाना और मरीजों से अस्पताल की व्यवस्थाओं व सुविधाओं को लेकर जानकारी प्राप्त की जिस पर उन्हें कोई शिकायत नही मिली। वही पीएमएस से डॉक्टरों की जानकारी ली गई लेकिन पीएमएस को डॉक्टरों की जानकारी न होने पर भी स्वास्थ्य सचिव ने नाराजगी व्यक्त की। इसके अलावा उन्होंने अस्पताल में खराब स्वास्थ्य उपकरण हटाकर नए उपकरण लाने के निर्देश दिए, साथ ही उन्होंने हेल्थ एटीएम को जल्द शुरू करने के भी निर्देश दिए ,ताकि अस्पताल आने वाले मरीजों को बेहतर सुविधा मिल सकें। साथ ही स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि यदि अस्पताल आने वाले मरीजों द्वारा कोई शिकायत मिली या मरीजों के साथ लापरवाही की हुई बर्दाश्त नही की जाएगी।
वही स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि राज्य के अस्पतालों में नर्सों की कमी को पूरा किया जाएगा, जल्द ही एक हजार से अधिक नर्सों की नियुक्ति की जाएगी।

इस दौरान डायरेक्टर तारा आर्य, सीएमओ भागीरथी जोशी, पीएमएस डॉ.एलएमएस रावत, डॉ.अनिरुद्ध गंगोला, डॉ.एमएस रावत, वार्डन शशिकला पांडे, कुंदन बिष्ट समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री ने ली मानसखंड मंदिर माला मिशन के संबंध में बैठक

मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत प्रथम चरण में चिन्हित 16 मन्दिरों की भव्यता के लिए किये जा रहे कार्यों में तेजी लाई जाए। इन मंदिरों के मार्गों में आवागमन की बेहतर सुविधा के साथ ही अन्य जो भी विकास किया जाना है, उसको सुनियोजित तरीके से समयबद्धता के साथ पूरा किया जाए। ये निर्देश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के सबंध में बैठक के दौरान अधिकारियों को दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन मंदिरों के आस-पास श्रद्धालुओं के लिए ठहरने के लिए होटल, होम स्टे आदि की भी बेहतर व्यवस्थाएं करनी होंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत जो भी कार्य किये जा रहे हैं, 20 से 25 सालों में इन धार्मिक स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं की संभावित संख्या को ध्यान में रखते हुए किये जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत जो मंदिर विकसित किये जा रहे है, श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए आवागमन की और बेहतर सुविधाएं मिले इस दिशा में निरन्तर कार्य किये जायेंगे। इसके लिए रोड़ कनेक्टिविटी को और मजबूत किया जायेगा। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसखण्ड कोरिडोर के लिए सड़कों के चौड़ीकरण, सुधारीकरण एवं डामरीकरण के जो कार्य चल रहे हैं उनमें तेजी लाई जाय।
मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत पहले चरण में 16 मंदिरों की भव्यता के लिए कार्य किया जा रहा है। जिसमें जनपद अल्मोड़ा में जागेश्वर महादेव मंदिर, चितई गोलू मंदिर, सूर्यदेव मंदिर कटारमल, कसार देवी मंदिर, नन्दा देवी मंदिर, जनपद पिथौरागढ़ में पाताल भुवनेश्वर मंदिर, हाट कालिका मंदिर, जनपद बागेश्वर में बागनाथ मंदिर, बैजनाथ मंदिर, जनपद चम्पावत में पाताल रूद्रेश्वर, मां पूर्णागिरी मंदिर, मां बाराही देवी मंदिर, बालेश्वर मंदिर, नैनीताल जनपद में नैनादेवी मंदिर, कैंचीधाम मंदिर एवं जनपद उधमसिंहनगर में चौतीधाम मंदिर शामिल हैं।
बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, विनय शंकर पाण्डेय, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

खटीमा के लोहियाहेड पावर हाउस का सीएम ने किया निरीक्षण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा स्थित लोहिया हेड पावर हाउस का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने पावर हाउस का निरीक्षण कर विद्युत उत्पादन आदि की स्थिति का जायजा लिया तथा कार्यरत कार्मिकों से भी आवश्यक जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने पावर हाउस को पूरी क्षमता के साथ संचालित करने के भी निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों एवं अभियन्ताओं को दी है।

चंपावत संभागीय निरीक्षक कार्यालय का सीएम के हाथों हुआ शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद चम्पावत मुख्यालय के संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) कार्यालय का शुभारंभ किया। गोरलचोड़ मैदान में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने चंपावत के विकास का संकल्प लिया है। उत्तराखण्ड में विराजमान देवी-देवताओं का तथा सभी लोगों का ही आशीर्वाद है कि वे पूरे प्रदेश के साथ ही चम्पावत के लिए मुख्य सेवक के रूप में कुछ कर पा रहे हैं, और ’इस कार्यालय का शुभारम्भ उस संकल्प को पूर्ण करने की दिशा में उठाया गया कदम है। आगे भी ऐसे कार्य नित प्रतिदिन होते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि लंबे समय से चली आ रही यहां के लोगों की ये मांग आज पूरी होने पर जितनी खुशी आप लोगों को है, उससे कहीं ज्यादा खुशी उन्हें हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चंपावत में परिवहन विभाग के संभागीय निरीक्षक कार्यालय होने से यहां पर वाहनों की फिटनेस व ड्राइविंग लाइसेंस बनने जैसे कार्य होंगे तथा जनता के समय व धनराशि की बचत भी होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय लोगों की समस्या के समाधान के लिए वह सदैव प्रयासरत हैं। इसी उद्देश्य से जिला मुख्यालय एवं टनकपुर में जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय की स्थापना की गई है। ताकि यहां के लोगों को अनावश्यक देहरादून के चक्कर न काटने पड़े। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार किए गए सभी वादों को समय पर पूरा करने का पूरा प्रयास भी कर रही है, इसी का परिणाम है कि चम्पावत भ्रमण के दौरान जिस सिप्टी वाटर फॉल के सौंदर्यीकरण की घोषणा की थी, महाशिवरात्रि के दिन से ही इस कार्य की शुरुआत हो चुकी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने टनकपुर में अंतरराज्यीय बस अड्डे की घोषणा की थी, उसके लिए भी धनराशि आवंटित कर दी है, जिला पुस्तकालय के लिए भी धनराशि स्वीकृत की गयी है, राजकीय स्नात्तोकोत्तर महाविद्यालय चम्पावत को सोबन सिंह जीना विश्वविधालय अल्मोड़ा का परिसर बनाये जाने की स्वीकृति प्रदान हो गयी है, इस कॉलेज को मॉडल कॉलेज भी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार जनपद में कई विकास कार्य लगातार किये जा रहें है और आगे भी किये जायेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की विभिन्न क्षेत्रों में विश्व में पहचान बनी है। प्रधानमंत्री के दिशा निर्देशन में सरकार भी उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने “विकल्प रहित संकल्प“ के मंत्र के साथ निरंतर कार्य कर रही है। सभी के सहयोग से हम 2025 तक उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित करेंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने संभागीय निरीक्षक कार्यालय द्वारा बनाए गए लक्ष्मण सिंह के वाहन संख्या यूके 03 टीए 0491 का फिटनेस सर्टिफिकेट तथा सुरेश चन्द्र पाल और पुष्पा जोशी का लर्निंग लाइसेंस भी वितरित कर कार्यालय के कार्यों की शुरुआत की।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा जिले के विकास हेतु अनेक घोषणाएं भी की जिसमें,

० मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि चम्पावत में आर्मी स्कूल खोला जाएगा। इसके लिए निशुल्क भूमि आवंटित की जाएगी।
० गोल्ज्यू मन्दिर के समीप पीडब्ल्यूडी की भूमि पर बने क्वार्टर्स को अन्यत्र सरकारी भूमि आवंटित की जाएगी। इसके लिए पीडब्ल्यूडी विभाग धनराशि आवंटित करेगा।
० गोल्ज्यू मन्दिर के समीप पीडब्ल्यूडी की भूमि पर एवं पशुपालन की भूमि पर पर्यटन अवस्थापनाओं का विकास किया जाएगा ताकि मानसखण्ड कॉरिडोर से जुड़े इस भव्य मन्दिर को पर्यटन से जोड़ा जा सके।
० लोहाघाट नगर के लिए जल्द ही सरयू पेयजल योजना के सम्बन्ध में उपयुक्त पाये जाने पर डीपीआर बनाया जाएगी
० टनकपुर बनबसा में तत्काल विस्तृत ड्रेनेज प्लान सिंचाई विभाग द्वारा बनाया जाएगा।
० गौरलचौड़ मैदान के समीप पुरानी जेल वाली भूमि पर ओपन एयर थियेटर पर्यटन द्वारा बनाया जाएगा। इसमें कुमाऊँनी शैली की वास्तुकला प्रयोग में लायी जाएगी।
०राजकीय उच्चतर मा० विद्यालय डुंगराबोरा के उच्चीकरण के सम्बन्ध में (इण्टर तक)।
०जनपद चम्पावत के विधानसभा क्षेत्र लोहाघाट में लोहाघाट पंचेश्वर मोटरमार्ग के खीड़ी गांव से धौनी शिलिंग मोटर मार्ग का पुनः निर्माण एवं सुधारीकरण का कार्य किया जाएगा।

इस दौरान क्षेत्रीय सांसद अजय टम्टा ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के विकास हेतु नित नए निर्णय लिए जा रहे हैं जिसमें नकल विरोधी कानून एक महत्वपूर्ण निर्णय है।
कार्यक्रम में अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय, नगर पालिका अध्यक्ष विजय वर्मा, लोहाघाट पालिका अध्यक्ष गोविंद वर्मा, जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भंडारी, पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पींचा, एआरटीओ सुरेंद्र कुमार समेत विभिन्न अधिकारी, जनप्रतिनिधि तथा भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

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