छात्रसंघ समारोह के दूसरे दिन का मंत्री अग्रवाल ने किया शुभारंभ, गिनाई सरकार की उपलब्धियां

श्रीदेव सुमन विवि के ऋषिकेश कैम्पस में छात्रसंघ समारोह के दूसरे दिन क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल जी मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे और छात्रों का उत्साह वर्धन किया। इस मौके पर मंत्री डॉ अग्रवाल ने महाविद्यालय परिसर पर स्वामी विवेकानंद जी की मूर्ति तथा बीए संकाय से बीएससी संकाय तक 280 मीटर सड़क ’एमडीडीए’ द्वारा बनाए जाने की घोषणा की।

बुधवार को कैम्पस में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ अग्रवाल ने दीप प्रज्वलित कर किया। डॉ अग्रवाल ने कहा कि उनके अथक प्रयासों से ऋषिकेश में श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय का कैंपस पहुंचा और मुख्यमंत्री जी से आग्रह करने पर यहाँ 25 करोड़ 19 लाख 15 हजार की लागत से प्रशासनिक भवन, शैक्षणिक भवन का निर्माण हो रहा है। उन्होंने बताया कि प्रोफेशनल पाठ्यक्रमों को यहां आने छात्रों को सुविधा मिलेगी। कहा कि इसके लिए भविष्य में बाहर नहीं जाना पड़ेगा। डॉ अग्रवाल ने कहा कि प्रत्येक वर्ष छात्र संघ समारोह के दौरान उनकी विधायक निधि से महाविद्यालय को सदेव सहयोग दिया गया है।

डॉ अग्रवाल ने महाविद्यालय से शिक्षा ले रहे छात्रों से आवाहन किया। कहा कि हमेशा एक प्रण लेकर आगे बढ़ें। कहा कि जिस भी क्षेत्र में कार्य करें, लीडर की भूमिका में रहकर कार्य करें। कहा कि जिस समय जो कार्य कर रहे हों, उस समय पूरा ध्यान उस कार्य पर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि समय के महत्व को समझना जरूरी है। जो समय निकल गया वह कभी वापस नहीं आयेगा, इसलिए समय का पूरा सदुपयोग करें।

डॉ अग्रवाल ने महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्राओं से कहा कि हमारी सरकार ने बहन, बेटियों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत का क्षेतिज आरक्षण देकर उनका सम्मान किया है। कहा कि बेटियां सरकारी नोकरियों की तैयारी करें, जिससे आपको आरक्षण का लाभ मिल सके।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश की धामी सरकार युवाओं के भविष्य को लेकर संवेदनशील है। बताया कि धामी सरकार ने उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के स्तर पर भर्ती परीक्षाओं में जिन लोगों ने भी नकल कराई है, उनके खिलाफ कड़ा एक्शन तत्काल लिया है।

डॉ अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से भर्ती परीक्षाएं आयोजित की जाए। इसी उद्देश्य से उत्तराखण्ड में देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून बनाया गया है। बताया कि धामी जी की सरकार का इतना सख्त कानून बनाने का उद्देश्य है कि राज्य के युवाओं का भविष्य उज्ज्वल रहे। युवाओं को अपनी मेरिट के आधार पर नौकरी मिलें। देश में इतना सख्त कानून किसी भी अन्य राज्य में नही है। बताया कि अब जो कोई भी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ करेगा, उसे उम्र कैद और 10 साल की सजा दी जाएगी। साथ ही संपत्ति भी जब्त कर ली जाएगी। कहा कि इससे गरीब का बच्चा भी अपनी मेहनत के दम पर नौकरी पाएगा और अमीर का बच्चा यदि उसमें टेलेंट है, तो ही नौकरी पाएगी। अन्यथा धनबल के दम पर नौकरी नहीं पा सकेगा।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि नीति स्पष्ट हो, नीयत साफ हो और इरादे नेक हो, तो आप इच्छित परिणाम ला सकते हैं। इस मौके पर महंत श्री भरत मंदिर वत्सल प्रपन्नाचार्य, कुलपति श्रीदेव सुमन प्रोफेसर एनके जोशी, प्राचार्य श्रीदेव सुमन प्रो. महावीर रावत, जिला उपाध्यक्ष भाजपा प्रतीक कालिया, व्यापारी नेता अखिलेश मित्तल, मंडल अध्यक्ष भाजपा सुमित पवार, जिला उपाध्यक्ष दिनेश सती, वरिष्ठ पार्षद शिवकुमार गौतम, प्रधान रायवाला सागर गिरी, मंडल अध्यक्ष महिला मोर्चा माधवी गुप्ता, डीन बीके सिंह, छात्र संघ महासचिव अमन पांडे, उपाध्यक्ष केशव पोरवाल, अभाविप के जिला संयोजक शुभम शर्मा, नगर मंत्री अनिरुद्ध शर्मा, जिला प्रमुख विवेक शर्मा, छात्र नेता आशीष थापा, जिला पंचायत सदस्य दिव्या बेलवाल, प्रो. कंचन लता, प्रो. प्रीति खंडूरी, प्रो. वीके गुप्ता, अभिनव पाल सहित सैकड़ो की संख्या में छात्र व छात्राएं उपस्थित रहे।

छात्र और छात्राओं का शौचालय जल्द बनाया जाए अलगः कुसुम कंडवाल

श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के ऋषिकेश कैंपस मैं अवस्थाओं की शिकायतों को लेकर उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने मौके पर पहुंचकर औचक निरीक्षण कर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत कर समस्याओं का समाधान किए जाने के लिए निर्देशित किया।

मंगलवार को महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल विश्वविद्यालय के कैंपस पहुंची और उन्होंने महाविद्यालय में सभी फैकेल्टियों के साथ स्वच्छता की दृष्टि से छात्र छात्राओं के शौचालयों के अतिरिक्त स्वच्छ पीने के पानी की व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों से बातचीत करउनका समाधान किए जाने के लिए निर्देशित किया।

इस दौरान उन्हें बताया गया कि महाविद्यालय में 2000 छात्राएं और 1103 छात्र हैं परंतु वर्तमान समय में एक एक शौचालय है जिन की सफाई के लिए एकमात्र सफाई कर्मी है। इसे देखते हुए महाविद्यालय में एक और शौचालय बनाए जाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।

दौरान अधिकारियों ने कुसुम कंडवाल द्वारा कहां गया कि इस संबंध में जो है एक पत्र की कॉपी उन्हें भी उपलब्ध करा दें ,तो वह स्वयं इस समस्या का समाधान किए जाने का प्रयास करेंगीं ।

इसी के साथ अधिकारियों ने महिला आयोग की अध्यक्ष से अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति किए जाने की मांग भी की इस अवसर पर महाविद्यालय प्रशासन ने महिला आयोग की अध्यक्ष द्वारा बताए गए निर्देशों का समाधान किए जाने का आश्वासन भी दिया निरीक्षण के दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ पंकज पंत, पुष्कर गौड़, डॉ अशोक मेंदोला, डॉ वीके शर्मा, छात्र नेता विनायक कुमार, रोहित सोनी, अनिरूद्ध शर्मा, दीपक चौधरी, विनीत रतूड़ी, हिमांशु जाटव आदि मौजूद थे।

ज्योति विशेष विद्यालय के बच्चों का उत्साह देखने को मिला

आज 3 दिसम्बर को ज्योति विशेष विद्यालय में विश्व निःशक्तता दिवस हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ पी पी ध्यानी ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा दिव्यांगों को आगे बढ़ाया जाने के लिए अनेकों योजनाओं का शुभारंभ किया गया है जिससे वह समाज में अपना स्थान बना सकें।
उन्ळोंने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा इस प्रकार के बच्चों का मनोबल बढ़ाये जाने के लिए शिक्षा दी जा रही है व उन्हें अपने पैरों पर खड़ा कर समाज में उनकी उपयोगिता को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
इस अवसर पर विशेष बच्चों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया, जिसे देखकर सभी दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। साथ ही विशेष बच्चों के द्वारा रस्साकशी का खेल भी खेला गया तथा अन्य खेलों का भी आयोजन किया गया।
इस अवसर पर श्री भरत मंदिर के महंत वत्सल प्रपन्नाचार्य महाराज, हेमकुंड गुरुद्वारे के महाप्रबंधक सरदार दर्शन सिंह, भरत मंदिर इंटर कॉलेज सोसायटी के सचिव हर्षवर्धन शर्मा, सुधीर कुकरेती, वरूण शर्मा, पूर्व प्रधानाचार्य कैप्टन डीडी तिवारी व आईडी जोशी, डीबीपी एस रावत, दिनेश अग्रवाल, मदन मोहन शर्मा, सीएस शर्मा, गीता कुकरेती, प्रधानाचार्य ज्योति स्पेशल कमलेश भाटिया, शशि राणा, सावित्री क्षेत्री, डॉ सुनील दत्त थपलियाल, उपदेश उपाध्याय आदि उपस्थित रहे।

14 सितंबर से 12 अक्टूबर तक संपन्न कराई जायेंगी परीक्षाएं

श्रीदेव सुमन विवि की परीक्षाओं को लेकर तस्वीर साफ हो गई है। विवि ने स्नातक और स्नातकोत्तर अंतिम सेमेस्टर का परीक्षा कार्यक्रम घोषित कर दिया है। विवि की परीक्षाएं 14 सितंबर से 12 अक्टूबर तक संपन्न कराई जाएगी। कोरोना संकट के दौर में विवि ने छात्रों की सुविधा के लिए ओएमआर सीट के माध्यम से परीक्षा कराने का निर्णय लिया है।
यूजीसी से अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं कराने की हरी झंडी मिलने के बाद श्रीदेव सुमन विवि ने एक सितंबर से पूर्व कराने का निर्णय लिया था। इस बीच केंद्र सरकार ने अनलॉक की नई गाइडलाइन जारी करते हुए 31 अगस्त तक सभी महाविद्यालयों को बंद रखने का आदेश जारी कर दिया था, जिससे कॉलेज बंद होने के कारण विवि ने परीक्षाएं स्थगित कर दी थी।
अब विवि ने दोबारा से एमएचआरडी, यूजीसी और राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार नया परीक्षा कार्यक्रम घोषित कर दिया है। विवि की यूजी और पीजी अंतिम सेमेस्टर, स्नातक प्रथम वर्ष और बीएड मुख्य परीक्षाएं 14 सितंबर से 12 अक्टूबर के बीच कराई जाएगी।
कोविड-19 के दौर में परीक्षार्थियों की सुविधा को देखते हुए विवि की सभी परीक्षा बहुविकल्पीय प्रश्नों के आधार पर होगी। साथ ही परीक्षा ओएमआर सीट के माध्यम से संपन्न करवाई जाएगी। परीक्षा कार्यक्रम को विवि की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है।
श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति डा. पीपी ध्यानी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट, एमएचआरडी, यूजीसी और राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए 14 सितंबर से परीक्षा कराने का निर्णय लिया गया है। परीक्षा केंद्रों को कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन सुनिश्चित करने को कहा है। नकल विहीन परीक्षा संपन्न कराने के लिए उड़नदस्तों की टीम का गठन किया गया है। 

आदेश जारी, बायोमेट्रिक और प्रति सेमेस्टर में 75 फीसद उपस्थिति अनिवार्य

10 जुलाई को जारी पब्लिक नोटिस के बाद राज्य में श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय ने अपने सभी 24 निजी और आठ सरकारी सेल्फ फाइनेंस बीएड कॉलेजों में बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य कर दी है। विवि के कुलपति डॉ. यूएस रावत ने बताया कि विवि से संबद्ध बीएड और एमएड संस्थानों को निर्देशित किया गया है कि चालू शिक्षा सत्र से बायोमेट्रिक उपस्थिति शुरू कर इसकी रिपोर्ट विवि को प्रेषित करना सुनिश्चित करें। उधर, डीएवी पीजी कॉलेज में भी चालू शिक्षा सत्र से बीएड के विद्यार्थियों के लिए बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य कर दी गई है। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अजय सक्सेना ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) के कड़े नियमों के बाद शासन के निर्देशानुसार कॉलेज के बीएड विभाग के विद्यार्थियों के लिए प्रतिदिन बायोमेट्रिक उपस्थिति और प्रति सेमेस्टर में 75 फीसद उपस्थिति अनिवार्य होगी। जिसके लिए इसी सत्र से बीएड बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य होने जा रही है। उन्होंने बताया कि कॉलेज के विधि संकाय में भी बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य रूप से लागू कर दी गई है। मॉनिटरिंग कमेटी गठित एनसीटीई ने इसके लिए एक मॉनिटरिंग कमेटी का गठन किया है, जो समय-समय बीएड कॉलेजों से छात्रों और शिक्षकों की बायोमेट्रिक उपस्थिति का ब्योरा तलब करेगी। प्रतिवर्ष दस हजार छात्र करते हैं बीएड प्रदेश के सरकारी सेल्फ फाइनेंस और निजी बीएड कॉलेजों की संख्या 112 है। जिसमें प्रतिवर्ष 10100 छात्र-छात्राएं दो वर्षीय पाठ्यक्रम के प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश लेते हैं। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने सभी बीएड कॉलेज को 10 अगस्त तक बायोमेट्रिक उपस्थिति की स्टेटस रिपोर्ट देने के आदेश दिए थे।
श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति डॉ. यूएस रावत का कहना है कि नियमों की अनदेखी और लापरवाही बरतने वाले संस्थानों की सेक्शन 17 ऑफ द एनसीटीई एक्ट 1993 के अनुसार मान्यता तक समाप्त की जा सकती है। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) के नियमों का शत फीसद पालन किया जा रहा है। विवि से संबद्ध निजी और सेल्फ फाइनेंस बीएड कॉलेजों में इसी सत्र से बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य रूप से शुरू करने को लेकर निर्देशित किया गया है। यह मानव संसाधन विकास मंत्रालय की सार्थक पहल है।
वहीं, डीएवी पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अजय सक्सेना का कहना है कि डीएवी पीजी कॉलेज में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद और शासन के निर्देशानुसार चालू सत्र से बीएड के साथ-साथ विधि संकाय में भी बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रारंभ कर दी गई है। इसका पालन करना अनिवार्य है। जिस छात्र की एक सेमेस्टर में उपस्थिति 75 फीसद से कम रही उसे परीक्षा में नहीं बैठने दिया जाएगा।

खुशखबरीः रिक्त पदों पर 10 जुलाई तक विज्ञप्ति जारी करने के निर्देश

उत्तराखंड में उच्च शिक्षा निदेशालय समेत प्रदेश के पांच सरकारी विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसरों व अन्य कार्मिकों के एक हजार पदों की भर्ती की जाएगी। सरकार ने सभी कुलपतियों को 10 जुलाई तक रिक्त पदों की विज्ञप्ति जारी करने के निर्देश दिए हैं।
इन नियुक्तियों में आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग को 10 प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिलेगा। दून विश्वविद्यालय, श्रीदेव सुमन विवि, आवासीय विवि में बंपर नौकरियां खुलने वाली है। इन विश्वविद्यालयों में शत प्रतिशत फैकल्टी और स्टाफ नियुक्ति करने के लिए सरकार ने सभी कुलपतियों को रिक्त पदों की विज्ञप्ति 10 जुलाई तक जारी करने के निर्देश दिए हैं।
वहीं उच्च शिक्षा निदेशालय में भी लेखाकार, क्लर्क समेत अन्य कार्मिकों के 186 पदों की भर्ती अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से की जाएगी। नेट क्वालीफाई और पीएचडी धारकों को असिस्टेंट प्रोफेसरों के पदों पर प्राथमिकता मिलेगी।
वहीं उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश के पांच विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा निदेशालय में सैकड़ों पर पद खाली हैं। इन पदों को भरने के लिए कुलपतियों को 10 जुलाई तक विज्ञप्ति निकालने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश सरकार इस साल को रोजगार वर्ष के रूप में मना रही है। विश्वविद्यालयों में नियुक्तियों से उच्च शिक्षा प्राप्त युवाओं को नौकरी का अवसर मिलेगा। साथ ही विश्वविद्यालयों में शत प्रतिशत फैकल्टी होगी।