डोईवाला में विश्राम के बाद शनिवार को सीएम आवास पहुंचेगे परिवहन व्यवसायी


उत्तराखंड परिवहन महासंघ ने चारधाम यात्रा शुरू करवाने और टैक्स में राहन देने के अलावा वाहन स्वामी, चालक व परिचालकों की समस्याओं को लेकर सीएम आवास के लिए पदयात्रा आज से शुरू की। सभी व्यवसायी एक साथ सीएम आवास के लिए पैदल ऋषिकेश से निकले, शाम होने तक पदयात्रा डोईवाला गुरूद्वारा पहुंची। यहां रात्रि विश्राम के बाद शनिवार को पदयात्रा सीएम आवास के लिए प्रस्थान करेगी।

महासंघ अध्यक्ष सुधीर राय ने कहा कि कोरेाना महामारी के चलते परिवहन व्यवसाय पूरी तरह से ठप हो चुका है। मगर, सरकार ने अभी तक परिवहन व्यवसायियों की सुध नहीं ली है। चार धाम की यात्रा न संचालित होने से परिवहन व्यवसायियों की आर्थिक स्थिति तक डगमगा गई है। इसके बावजूद यात्रा पर प्रतिबंध सरकार द्वारा लगाया हुआ है। उन्होंने बताया कि आज पदयात्रा डोईवाला तक पहुंच सकी है। यहां गुरूद्वारे में रात्रि विश्राम के बाद महासंघ सदस्य शनिवार को सीएम आवास पहुंचेगे और वहां सीएम तीरथ सिंह को यात्रा शुरू करने, दो वर्ष का टैक्स छोड़ने, वाहनों की आयु सीमा बढ़ाने सहित अन्य मांगों पर ज्ञापन सौंपा जाएगा।

पदयात्रा में टीजीएमओसी के उपाध्यक्ष यशपाल राणा, संचालक बलवीर सिंह रौतेला, यातायात एवं पर्यटन विकास सहकारी संघ के उपाध्यक्ष नवीन चंद रमोला, संयुक्त रोटेशन के प्रभारी मदन कोठारी, ऋषिकेश डीलक्स टैक्सी एसोसिएशन के अध्यक्ष हेमंत डंग, जीप कमांडर यूनियन अध्यक्ष बलवीर सिंह नेगी, ललित सक्सेना, चंदन सिंह पंवार, दाताराम रतूड़ी, प्यार सिंह गुनसोला, मनोज आर्य, योगेश उनियाल, नवीन तिवारी, राम सिंह फरस्वान, नवीन चंद रमोला, बलवीर सिंह रौतेला, मेघ सिंह चैहान, आशुतोष शर्मा आदि उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने की जनपद बागेश्वर व अल्मोड़ा जनपदो के लिये की गई घोषणाओं की समीक्षा


मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जनपद बागेश्वर एवं अल्मोड़ा जनपदों के लिये मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि घोषणा के तहत अपूर्ण योजनाओं से सम्बन्धित डीपीआर 15 जुलाई तक तैयार कर दी जाय। इसके लिये सचिव एवं विभागाध्यक्ष आपसी समन्वय से योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करे योजनायें समयबद्धता एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण हो यह विभागीय प्रमुखों की जिम्मेदारी है।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि योजनाओं के क्रियान्वयन में अनावश्यक बहाने बाजी नही होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि घोषित योजनायें जब धरातल पर दिखाई दे तभी वह पूर्ण मानी जाय इसमें कार्यवाही गतिमान जैसे शब्दो का उल्लेख किये जाने के बजाय वास्तविक स्थिति का उल्लेख होना चाहिए।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह ने कहा कि सड़को, पुलो, पेयजल सिंचाई की योजनाओं, स्कूल व अन्य भवनों के निर्माण, खेल मैदानों पार्किंग स्थलांे के विकास आदि से सम्बन्धित योजनाओं के लम्बित प्रस्तावों की डीपीआर 15 जुलाई तक हर हालात में तैयार की जाय ताकि उनके लिये धनराशि की स्वीकृति के साथ टेण्डर प्रक्रिया भी अविलम्ब प्रारम्भ की जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में धनराशि की कमी नही होने दी जायेगा।

उन्होंने सल्ट विधानसभा क्षेत्र की पंपिंग पेयजल योजना तथा अल्मोड़ा की खत्याड़ी ग्राम सभा समूह पेयजल योजना के प्रस्ताव अविलम्ब जल जीवन मिशन के तहत प्रेषित करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने विकासखण्ड ताकुला जाने वाले मार्ग के निर्माण के लिये वन विभाग एवं लोक निर्माण विभाग से आपसी विचार विमर्श के बाद इस सम्बन्ध में दो सप्ताह में निर्णय लेने को कहा ताकि सड़क का निर्माण शीघ्र हो सके।

मुख्यमंत्री ने पर्वतीय क्षेत्रों में निर्मित होने वाली सड़को व पुलो के निर्माण में तेजी लाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिन कार्यों के अभी टेण्डर नही हुए हैं उनके शीघ्र टेण्डर कर लिये जाये ताकि बरसात के तुरन्त बाद उनपर कार्य आरम्भ किया जा सके।

बैठक में बताया गया है कि विधानसभा क्षेत्र कपकोट के लिये कुल 37 घोषणाये की गई हैं जिनमें से 20 पूर्ण हो चुकी है शेष पर कार्यवाही गतिमान है। इसी प्रकार बागेश्वर के लिये 29 घोषणाओं में 19 पूर्ण हो चुकी है। अल्मोड़ा अन्तर्गत 32 घोषणाओं में 16, सल्ट के लिये की गई 76 घोषणाओं में से 49, द्वारहाट की 16 में से 15 तथा सोमेश्वर की 74 में 37 घोषणाये पूर्ण हो चुकी है तथा शेष में कार्यवाही गतिमान है।

बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार शत्रुघन सिंह, अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार, आनन्द वर्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, सचिव अमित नेगी, शैलेश बगोली, आर मीनाक्षी सुन्दरम, एस.ए.मुरूगेशन, डाॅ. रणजीत सिन्हा आदि उपस्थित थे।

समीक्षा बैठक में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती रेखा आर्य, विधानसभा उपाध्यक्ष श्री रघुनाथ सिंह चैहान, विधायक श्री चन्दन रामदास, श्री महेश जीना आदि के साथ ही जिलाधिकारी अल्मोड़ा व बागेश्वर उपस्थित रहे।

केंटोनमेंट जनरल अस्पताल का सीएम तीरथ सिंह ने किया शुभारंभ

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने छावनी परिषद् गढ़ी कैन्ट में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त पुनर्निर्मित केन्टोनमेंट जनरल हॉस्पिटल का शुभारम्भ किया। इस हॉस्पिटल में 150 ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था है। जिसमें 10 बेड में आईसीयू एवं 11 वेंटिलेटर की व्यवस्था भी है। इस अस्पताल का पुनर्निर्माण मात्र 45 दिन में किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छावनी परिषद द्वारा बहुत कम समय में आधुनिक सुविधायुक्त अस्पताल का पुनर्निर्माण किया गया, इसके लिए उन्होंने छावनी परिषद के अध्यक्ष ब्रिगेडियर एसएन सिंह एवं सीईओ तनु जैन का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड की तीसरी संभावित लहर के दृष्टिगत राज्य में सभी तैयारियां की गई है। राज्य में ऑक्सीजन बैड, आईसीयू, वेंटिलेटर आदि की पर्याप्त व्यवस्था है। जिला अस्पतालों के अलावा सीएचसी स्तर तक भी ऑक्सीजन प्लांट लगाये जा रहे हैं। डीआरडीओ के सहयोग से ऋषिकेश एवं हल्द्वानी में आधुनिक कोविड केयर सेंटर की स्थापना की गई है।

कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि छावनी परिषद में इस अस्पताल के पुनर्निर्माण से मरीजों को ईलाज के लिए अन्यत्र नहीं भटकना पड़ेगा। पिछले कुछ समय में राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं में तेजी से सुधार हुआ है। देहरादून में ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड और वेंटिलेटर की संख्या में काफी वृद्धि की गई है।

इस अवसर पर सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक हरवंश कपूर, छावनी परिषद के अध्यक्ष ब्रिगेडियर एस.एन सिंह, सीईओ तनु जैन, महन्त कृष्ण गिरी, महन्त भरत गिरी आदि उपस्थित थे।

‘सेवा समर्पण और विश्वास के 100 दिन’ विकास पुस्तिका का मुख्यमंत्री ने किया विमोचन


मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने संक्षिप्त व सादगीपूर्ण कार्यक्रम में ‘सेवा, समर्पण और विश्वास के 100 दिन’ विकास पुस्तिका का विमोचन किया। पुस्तिका का प्रकाशन सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग द्वारा किया गया है। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, गणेश जोशी, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक हरबंस कपूर, विनोद चमोली, मुन्ना सिंह चैहान, उमेश शर्मा काउ, खजानदास, सहदेव सिंह पुंडीर, राजकुमार ठुकराल, रामसिंह कैड़ा, विनोद कण्डारी, सूचना महानिदेशक रणबीर सिंह चैहान आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अपर निदेशक डा. अनिल चंदोला ने किया।

विकास पुस्तिका के विमोचन से पूर्व दो मिनिट का मौन रख कर 2013 की केदारनाथ आपदा व केाविड में प्राण गंवाने वाले लेागों को श्रद्धांजलि दी गई। मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि पिछले 100 दिन में सरकार ने कोविड से सफलतापूर्वक संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि 10 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के कुछ दिन में ही वे स्वयं कोविड संक्रमित हो गए। इस पर गाईडलाईन का पूरी तरह से पालन करते हुए उन्हें एक कक्ष में ही कई दिनों तक रहना पड़ा। परंतु इस अवधि में भी उन्होंने अधिकारियों से वर्चुअल मीटिंग कीं। दूर दराज के क्षेत्रों की समस्याओं का मौके पर निस्तारण के लिए वर्चुअल चैपालों का आयेाजन किया। इनमें वर्चुअल प्रतिभाग करते हुए लोगों की समस्याओं को सुना और उनका निदान करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। बड़ी संख्या में लोगों की शिकायतों को दूर किया गया। जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों ने मौके पर ही जनता की समस्याओं का समाधान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे गांव की मिट्टी से जुड़े हैं और ग्रामीणों व आम जन के दुख दर्द को भली भांति जानते हैं। यही कारण है कि मुख्यमंत्री बनते ही उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों से विकास प्राधिकरणों को हटाया ताकि ग्रामीणों को अनावश्यक औपचारिकताओं को पूरा करने में परेशान न होना पड़े।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब विकास की रणनीति बना रहे थे तो कोविड की दूसरी लहर पूरे देश में आ गई। किसी को पता नहीं था कि कोविड की दूसरी लहर इस तरह का रूप लेगी। परंतु जल्द ही हमने स्थिति को पूरी तरह से सम्भाल लिया। पिछले लगभग तीन माह में हमने आईसीयू बेड, आक्सीजन बेड, वेंटिलेटर आदि की संख्या कई गुना तक बढ़ा दी। प्रत्येक जिला अस्पताल में आक्सीजन प्लांट स्थापित किए। सीएससी तक भी आक्सीजन प्लांट लगा रहे हैं। प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के निर्देशों पर डीआरडीओ ने ऋषिकेश में 500 बेड का कोविड अस्पताल 14 दिन में तैयार कर दिया जबकि हल्द्वानी में 21 दिन में तैयार कर दिया। हमने राज्य में काफी तैयारी कर ली हैं। हम केाविड की तीसरी लहर के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के लोगों की आजीविका पर्यटन और तीर्थाटन से जुड़ी है। केाविड के प्रभाव से पर्यटन व्यवसायियों को हुए नुकसान की भरपायी के लिये उन्हें 5 हजार रूपये की एकमुस्त आर्थिक सहायता दिये जाने का निर्णय लिया है। इससे लगभग 50 हजार पर्यटन उद्योग भी लाभान्वित होंगे। यही नहीं पर्यटन सेक्टर से जुड़े टूर ऑपरेटरों, एडवेंचर टूर ऑपरेटरों और राफ्टिंग गाइडों को भी 10-10 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दिये जाने का निर्णय लिया है। पर्यटन स्वरोजगार के लाभार्थियों को ब्याज में छूट के साथ ही लाइसेंस फीस को माफ करने की व्यवस्था की गई है।

मुख्यमंत्री ने 18-44 वर्ष वालों को निशुल्क टीकाकरण और गरीबों को मुफ्त खाद्यान्न देने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 45 से अधिक उम्र वालों में लगभग 65 फीसदी का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। कोविड को देखते हुए प्रदेश में हम विशेष खाद्यान्न सहायता दे रहे हैं। साढ़े सात किलो प्रति राशन कार्ड खाद्यान्न मिलता था जिसको बढ़ाकर बीस किलो प्रतिमाह कर दिया है। आपदा में पहली बार चीनी उपलब्ध कराई गई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में उन्होंने प्रधानमंत्री और अनेक केंद्रीय मंत्रियों से भेंट कर राज्य के विकास पर विचार विमर्श किया। उन्हें राज्य की आवश्यकताओं से अवगत कराया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देवभूमि उत्तराखण्ड के प्रति विशेष आस्था है। कहा कि उत्तराखण्ड को लेकर किसी प्रकार की कमी नहीं रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल के दिल्ली दौरे में हम पूरी तैयारी से गए। वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों से भेंट के दौरान मंत्रालयों के और राज्य के अधिकारी भी साथ बैठते थे। इससे मौके पर ही उत्तराखण्ड के हित में बहुत से महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। हर मंत्रालय ने कुछ न कुछ दिया ही है।

आईडीपीएल, ऋषिकेश को स्पेशल टूरिज्म जोन के रूप में विकसित किए जाने की योजना को स्वीकृति दी गई है। दिल्ली-रामनगर कार्बेट इको ट्रेन चलाने की सैद्धांतिक सहमति के साथ ही, टनकपुर-बागेश्वर और डोइवाला से गंगोत्री-यमनोत्री के रेललाइन के सर्वे की भी सहमति दी गई है। हरिद्वार में हेलीपैड बनाने के लिए बीएचईएल द्वारा 4 एकड़ भूमि राज्य सरकार को दिये जाने की भारत सरकार द्वारा सहमति दी गई है। कुमायूं में एम्स के लिए भी केंद्र सरकार से अनुरोध किया है।

पीटीसी नरेंद्र नगर से 17 पुलिस उपाधीक्षकों ने पास किया प्रशिक्षण, उत्तराखंड पुलिस में हुए शामिल

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने पीटीसी नरेन्द्र नगर में पुलिस उपाधीक्षक आधारभूत प्रशिक्षण दीक्षांत समारोह में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षणरत पुलिस उपाधीक्षकों को प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन करने पर सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री द्वारा जिन पुलिस उपाधीक्षकों को सम्मानित किया गया उनमें रीना राठोर, नताशा सिंह, अभिनय चैधरी, स्वप्निल मुयाल, सुमित पाण्डे शामिल हुए। इस बार 17 पुलिस उपाधीक्षकों ने पीटीसी नरेन्द्र नगर से अपना प्रशिक्षण पूरा किया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि पी.टी.सी में आडिटोरियम का निर्माण किया जायेगा। साइबर क्राइम को रोकने हेतु कोर्सेज शुरू किये जायेंगे। पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों में कार्यरत प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण भत्ता दिया जायेगा।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने प्रशिक्षण के उपरांत पास आउट होने वाले सभी पुलिस उपाधीक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि किसी विशेष उद्देश्य की प्राप्ति के लिए दी जाने वाली शिक्षा ही प्रशिक्षण है। प्रशिक्षण कोई एक दिन में पूर्ण होने वाला वन टाइम टास्क नहीं है, अपितु उसके अनुरूप खुद को बदलना पड़ता है। प्रशिक्षण ही वह माध्यम है जिसके द्वारा हम अपने पेशेवर कार्यों को तेजी व दक्षता से करने में सक्षम होते हैं। उन्होंने कहा कि पी.टी.सी प्रशिक्षुओं को कानूनों की जानकारी के अलावा शस्त्र संचालन आदि अनेक प्रकार के जरूरी कौशल का प्रशिक्षण भी दिया गया होगा, परंतु क्षमताओं का वास्तविक आकलन तो तभी होगा जब हम अपने सीखे हुए ज्ञान एवं कौशल को अपने व्यवहारिक जीवन सही व सहज तरीके से प्रयोग करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य की कई विविधताएं हैं, कठिन भौगोलिक परिस्थिति एक सबसे बड़ी चुनौती है जहां – बाढ़, बादल फटना, भू-स्खलन, भूकम्प जैसी प्राकृतिक आपदाओं के अतिरिक्त सड़क दुर्घटनाओं का यदा-कदा सामना करना पड़ता है, ऐसे में हमारी राज्य पुलिस की भूमिका अन्य राज्यों की तुलना में और भी चुनौतीपूर्ण होजाती है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड एक पर्यटक एवं धार्मिक स्थल बहुल राज्य है, यहां बाहर से प्रतिवर्ष उसकी कुल आबादी दोगुने से भी अधिक पर्यटक एवं श्रद्धालु आते हैं। पर्यटन उद्योग राज्य की आय का प्रमुख स्रोत भी है, ऐसे में राज्य पुलिस की भूमिका अत्यन्त ही महत्वपूर्ण हो जाती है। पुलिस को न केवल पर्यटकों के आवागमन को सुदृढ़ एवं सुरक्षित बनाने में अहम भूमिका निभानी है, अपितु पर्यटकों को सुरक्षित भी महसूस करवाना होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य में साईबर एवं डिजिटल तकनीकी के माध्यम से होने वाले आर्थिक अपराधों, साईबर अपराधों एवं सामाजिक अपराधों से निपटना पुलिस के लिए प्रमुख चुनौती है। इसको भी ध्यान में रखते हुए प्रशिक्षण के दौरान साइबर अपराधों से निपटने की भी जानकारी उन्हें दी गई होगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि पुलिस अन्य अपराधों के अलावा साइबर और संगठित अपराधों पर रोक लगाकर राज्य में चैतरफा सुरक्षा का माहौल तैयार करेंगे। कोरोना संकट के इस दौर में उत्तराखण्ड पुलिस ने कई नई-नई चुनौतियों का सामना किया है।

पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि पुलिस के सामने अनैक चुनौतियां हैं। पुलिस को नई-नई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए यह कठिन प्रशिक्षण दिया जाता है। उन्होंने कहा कि पुलिस में जन सेवक के गुण होने बहुत जरूरी हैं। हमारा मकसद पीड़ित केन्द्रित होना चाहिए। हमारा प्रयास होना चाहिए कि समाज के ऐसे लोगों को न्याय दिलाया जाए जो सुविधाओं से वंचित हैं। पुलिस के पास यूनिफार्म के साथ ही कानूनी अधिकार भी है।

इस अवसर पर कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, अपर पुलिस महानिदेशक, डॉ. पीवीके प्रसाद, पुलिस महानिरीक्षक, प्रशिक्षण पूरन सिंह रावत, निदेशक पी०टी०सी० राजीव स्वरूप, जिलाधिकारी टिहरी ईवा आशीष श्रीवास्तव, एसएसपी टिहरी तृप्ति भट्ट आदि उपस्थित थे।

मुनिकीरेती पालिका की बोर्ड बैठक संपन्न, कई अहम प्रस्तावों हुए पास


नगर पालिका मुनिकीरेती-ढालवाला में अब फेरी व्यवसासियों को वेंडिंग जोन का लाभ मिलेगा। अधिशासी अधिकारी बद्रीप्रसाद भट्ट ने बताया दीनदयाल अंत्योदय योजना के अंतर्गत वेंडिंग जोन बनाने बोर्ड के सदस्यों ने सहमति जताई है। दीनदयाल अन्त्योदय योजना के अंतर्गत फेरी व्यवसाइयों हेतु वेंडिंग अथवा नान वेंडिंग जोन हेतु व्यवस्था बनाए जाने पर सर्व सहमति प्रदान की गई।

मुनिकीरेती नगर पालिका परिषद के सभागार में पालिकाध्यक्ष रोशन रतूड़ी की अध्यक्षता में बोर्ड बैठक हुई। जिसमें बिदुवार विषयों पर चर्चा की गई। जिसमे मुनिकीरेती के ढालवाला, चैदहबीघा और शीशमझाड़ी क्षेत्र में सड़कों पर जलभराव की समस्या से निजात दिलाने के एक प्रस्ताव पारित किया गया। जिसके तहत अब पालिका रेन हार्वेस्टिंग कार्य के लिए जलसंस्थान को धनराशि देगा। जिससे जलभराव की समस्या का निजात किया जाएगा। इसके साथ हीअवस्थापना विकास निधि से निकाय क्षेत्र की छोटी- छोटी सड़कों का निर्माण कराया जाएगा।

पार्किंग द्वितीय (कुंभ मेला मैदान) में निर्मित टीन शेड के स्थान पर निकाय की ओर से गेस्ट हाउस व कैंटीन का निर्माण किया जाएगा। साथ ही वार्ड 9 में निर्मित बारात घर के पुनर्निमाण पर सहमति बनी।

बोर्ड बैठक में सभासद मीनू गोडियाल, सुभाष चैहान, धर्म सिंह, बबीता रमोला, गजेंद्र सिंह सजवाण, वीरेंद्र चैहान, सुषमा नेगी, मनोज विष्ट, विनोद सकलानी, वंदना थलवाल, नामित सभासद सोविता भंडारी, अवर अभियंता रूपेश भट्ट, शिल्पा, अजय कुमार उपस्थित थे।

उच्चस्तरीय जांच करवा कर सड़ते राशन के जिम्मेदार पर कार्रवाई की जाएं

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने कहा कि कोरोना में लॉक डाउन को लेकर पिछले वर्ष व इस वर्ष भी जरूरतमंद लोगो के लिये सरकार द्वारा राशन ऋषिकेश तहसील में स्टोर करवाया गया था। कहा कि ऋषिकेश तहसील के स्टोर में राशन जरूरतमंदों को ना देकर वहीं रखा गया जोकि सड़ गया है। ऐसे में कहीं ना कहीं प्रशासन की असंवेदनशीलता व लापरवाही नजर आती है। जिसका हम विरोध करते हैं और इस प्रकरण की जाँच जिला स्तर पर उच्चाधिकारियों से कराये जाने की माँग करते हैं। क्योंकि यह तहसील ऋषिकेश का ही मामला है इसलिये इस प्रकरण की जाँच तहसील स्तर से ना करवाकर जिला स्तर से करवाई जानी चाहिये।

पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण ने कहा है ये कहीं ना कहीं बड़ी लापरवाही है हो सकता है हमें यकीन है इसमें किहीं ना कहीं सत्ता पक्ष के लोगों की मिलीभगत है। इसलिये उच्च अधिकारी से जाँच करवाना न्यायोचित होगा ताकि दोषियों का पर्दाफाश हो और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके।

उपजिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि वह स्वयं इसकी उच्चस्तरीय जाँच के लिये आगे कार्यवाही को लिखेंगें। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रदेश सचिव मदन मोहन शर्मा, पार्षद राकेश सिंह, पार्षद जगत सिंह नेगी, एडवोकेट पुष्कर बंगवाल, पूर्व प्रधान वेद प्रकाश शर्मा, पूर्व प्रधान जयेन्द्र पाल सिंह रावत, राजकुमार तलवार, पूर्व जिला पंचायत सदस्य विजय सिंह राणा, सेवादल नगर अध्यक्ष रामकुमार भतालिये, एडवोकेट अभिनव मलिक, विक्रम भण्डारी, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष सुमित त्यागी, पुरंजय राजभर, गौरव यादव, इमरान सैफी, अमित कश्यप, विजेन्द्र सिंह, प्यारेलाल जुगरान आदि उपस्थित थे।

कांग्रेस ने किया दिलीप सिंह बगियाल को सम्मानित


छिद्दरवाला में कांग्रेस प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला ने सेना में अधिकारी बने दिलीप सिंह बगियाल को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि दिलीप ने सेना में अधिकारी बनकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। युवाओं को दिलीप से प्रेरणा लेनी चाहिए। बताया कि दिलीप सेवानिवृत्त पूर्व फौजी सुरेश सिंह बगियाल के पुत्र हैं। उन्हें 20 जाट रेजीमेंट जयपुर में तैनाती मिली है।

सम्मानित करने वालों में किसान सहकारी समिति के सभापति पदम सिह बगियाल, फूल सिह बगियाल, भगत सिंह बगियाल, जगत सिह बगियाल, हरि सिह बगियाल, सुरेन्द्र बगियाल, रामसिंह बगियाल, अमन पोखरियाल, गोकुल रमोला, रविन्द्र राणा, मनोज पंवार आदि शामिल रहे।

यौगिक आहार ही है वास्तविक जीवनशैलीः डॉ अर्पिता नेगी

श्री देव सुमन विश्वविद्यालय के योग विज्ञान के द्वारा आयोजित साप्ताहिक योग व्याख्यान माला में मुख्य वक्ता ऋषिकेश कैंपस की डॉ अर्पिता नेगी ने अपना संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि यौगिक आहार के समग्र प्रभाव पर विस्तार से चर्चा की। डॉ अर्पिता ने बताया कि यौगिक आहार ही वास्तविक जीवनशैली है। जिसे आज डब्ल्यूएचओ भी स्वीकार करता है, साथ ही उन्होंने यौगिक आहार के उपनिषदीय स्वरूप में तैत्तिरीय, मैत्रेयी आदि उपनिषदों में आहार के स्वरूप को समझाया। उन्होंने यौगिक आहार और आयुर्वेदीय आहार को एक दूसरे का पूरक बताते हुए इसे स्वस्थ जीवन का आधार कहा।

बता दें कि ऑनलाइन चल रहे व्याख्यान में कुलपति प्रो. पीपी ध्यानी, परिसर निदेशक प्रो पंकज पंत, योग विभाग के समन्वयक प्रो. अजय उनियाल के साथ समस्त योग विभाग के प्राध्यापक जेपी कंसवाल, वीणा रयाल, चन्द्रेश्वरी नेगी व हिमानी नौटियाल, आशा, मयंक रैवानी, अंशुमन, निशा आदि ने प्रतिभाग किया।