नोटबंदी के बाद से प्रभावित हुआ है साहसिक पर्यटन का कारोबार

न्यू ईयर सेलिब्रेशन पर राफ्टिंग-कैंपिंग में 50 फीसदी छूट

ऋषिकेश।
नोटबंदी ने एडवेंचर कारोबार को मंदा कर दिया है। न्यू ईयर पर कैंपों में रहने वाली भीड़ इस बार कम दिख रही है। पिछले साल क्रिसमस पर्व से ही पर्यटकों की आमद शुरू हो गई थी लेकिन इस बार 20 प्रतिशत पर्यटकों के आने से कारोबारी परेशान हैं। इसलिए नोटबंदी से धीमे चल रहे रहे कारोबार को गति देने को कारोबारी पैकेज में 50 फीसदी की छूट पर्यटकों को दे रहे हैं ताकि न्यू ईयर पर कारोबारियों को कुछ हद तक नोटबंदी से राहत मिले। हिम रिवर रिसॉर्ट के संचालक गजेन्द्र सिंह रावत का कहना है कि सात हजार का पैकेज को साढ़े तीन हजार रुपए कर दिया है। इसमें शिवपुरी से राफ्टिंग, कैंपिंग, ब्रेक फास्ट, लंच, डिनर, स्नैक्स सहित अन्य एडवेंचर एक्टीविटीज कराई जाएंगी।

वनों में मानव हस्तक्षेप कम करने को वन्यजीव गलियारे होंगे चिह्नित

ऋषिकेश।
अब हाथियों को और अधिक सुरक्षा प्रदान की जाएगी। राजाजी राष्ट्रीय पार्क एवं उससे सटे वन प्रभागों में हाथियों के आवागमन के रास्तों को चिह्नित करके उनका प्रबंधन किया जा रहा है। इसके साथ वन क्षेत्रों में जबरन घुस रहे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की योजना भी पार्क प्रशासन बना रहा है।
इंसान व हाथियों के बीच संघर्ष रोकने के लिए राजाजी राष्ट्रीय पार्क प्रशासन हाथियों की सुरक्षा के लिए पहल करने जा रहा है। इसके लिए पार्क क्षेत्र के विभिन्न गलियारों को चिह्नित करने के साथ उनके नए तरीके से प्रबंधन की योजना पार्क प्रशासन ने बनाई है। खासकर परम्परागत गलियारें बंद होने के बाद हाथियों के इंसान पर हमले की घटनाओं से वन महकमा चिंतित है।
राजाजी राष्ट्रीय पार्क के मोतीचूर रेंज अन्तर्गत हरिपुर कला, छिद्दरवाला, खाण्ड गांव, चीला रेंज से सटे कासाण, कोडिया व रसूलपुर, हरिद्वार जनपद के लालढांग, चिड़ियापुर, बेरीवाड़ा, धौलखण्ड रेंज के करीब 14 गांव जंगल से सटे हुए हैं। इसके साथ नरेन्द्रनगर व देहरादून वनप्रभाग के ढालवाला, चौदहबीधा, भट्टोवाला में भी हाथियों की घुसपैठ लगातार बढ़ रही है। वन्य वैज्ञानिक डॉ. रितेश जोशी बताते हैं कि कुछ इलाकों में मानवीय दखल के कारण हाथियों की गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। 104
राज्य गठन के बाद हाथियों के परम्परागत गलियारे बंद होने से लोगों पर हमले की घटनाएं बढ़ी हैं। इसलिये इनके संरक्षण के लिए ठोस योजना बननी चाहिए। राजाजी राष्ट्रीय पार्क निदेशक सनातन का कहना है कि हाथियों के आवागमन के रास्तों को चिह्नित करके उनका प्रबंधन किया जाएगा। इससे इंसान व हाथियों के बीच संघर्ष पर अंकुश लगने के साथ हाथियों के संरक्षण को भी बल मिलेगा। उन्होंने बताया कि पार्क से सटे वन प्रभागों में इसे लागू करने को लेकर बातचीत की जा रही है।

पर्यटकों के लिए खुले राजाजी पार्क के द्वार

मोतीचूर रेंज का गेट खुलते ही टाइगर रिजर्व पर्यटकों से गुलजार
पहले दिन 45 देशी-विदेशी पर्यटकों ने किया वन्यजीवों का दीदार
ऋषिकेश।
विधिवत पूजा के बाद मंगलवार को वार्डन प्रदीप कुमार, ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख शिवा गिरी और रेंजर महेंद्र गिरी गोस्वामी ने रेंज के गेट पर्यटकों के लिए खोल दिए। पहले दिन कुल 42 देशी-विदेशी पर्यटकों ने पार्क क्षेत्र का भ्रमण कर वन्यजीवों का नजदीक से दीदार किया। प्रतिवर्ष देशी-विदेशी पर्यटक बड़ी संख्या में यहां घूमने आते हैं। इस वर्ष किराये नहीं बढ़ाया गया है। स्वदेशी पर्यटकों के लिए प्रति व्यक्ति डेढ़ सौ रुपये और ढाई सौ रुपये वाहन का शुल्क निर्धारित है। जबकि विदेशियों के लिए छह सौ रुपये प्रति व्यक्ति और पांच सौ रुपये वाहन का किराया तय है। पार्क भ्रमण के लिए सुबह साढ़े छह से साढ़े नौ और शाम दो बजे से साढ़े तीन बजे तक का समय निर्धारित है। इस मौके पर गोविंद सिंह खाती, विजय सिंह, देवी प्रसाद सुयाल, नरेंद्र पाल सिंह, सुरेंद्र जोशी, अमीरचंद्र आदि उपस्थित रहे।
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मोतीचूर रेंज की खासियत
मोतीचूर रेंज में हाथियों के अलावा हिरन, सांभर, गुलदार, मोर, सुअर बहुतायत में पाए जाते हैं। इसके अलावा पार्क की अन्य रेंजों की अपेक्षा यहां घना जंगल है। पर्यटकों को घुमाने के लिए सूखी नदी के किनारे से होते हुए कुल 22 किमी का ट्रैक तैयार है। पर्यटकों के लिए गेट पर गाड़ियां भी उपलब्ध रहती हैं।

उत्तराखण्ड में पर्यटन विकास की असीम सम्भावनाएं: हरीश रावत

देहरादून।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गुरूवार को बीजापुर हाउस में धाबी यूनियन के प्रतिनिधिमंडल तथा पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ धाबी यूनियन गु्रप द्वारा प्रस्तावित ‘‘रिलाइजेशन आॅफ टिहरी डेस्टिनेशन डेवलपमेंट प्रोजेक्ट’’ पर विस्तृत चर्चा की। मुख्यमंत्री रावत ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार उनके प्रस्ताव पर गम्भीरता पूर्वक विचार करेगी, उत्तराखण्ड में पर्यटन विकास की असीम सम्भावनाएं है।
101उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रस्ताव पर गम्भीरतापूर्वक विचार किया जाय तथा प्रोजेक्ट की सफलता से संबंधित सभी संभावनाओं पर चर्चा करके अन्तिम रूप से इसकी कार्ययोजना तथा आउटलाइन बनायी जाय। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री दिनेश धनै, धाबी यूनियन ग्रुप के प्रतिनिधि तथा पर्यटन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

दो दिवसीय टिहरी साहसिक पर्यटन महोत्सव का रंगारंग आगाज

टिहरी।
दो दिवसीय टिहरी साहसिक पर्यटन महोत्सव का भव्य शुभारंभ हुआ। शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थल में टिहरी झील और जिला शामिल होगा और विश्व पर्यटन केंद्र बनेगा। इसके लिए पर्यटन विभाग लगातार काम कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने राज्य की महिलाओं से हर क्षेत्र में भागीदारी सुनिश्चित करने का आहवान किया। पहले दिन झील में वाटर और एयरो स्पोटर्स की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। जिसमें प्रदेश के कई जिलों की टीमों ने प्रतिभाग किया।
टिहरी साहसिक पर्यटक महोत्सव में मुख्यमंत्री दो घंटे देरी से पहुंचे, उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर मौजूद लोगों को अपनी चिरपरिचित अंदाज में माफी मांगी और टिहरी की जनता के बलिदान को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने कहा कि टिहरी शहर ने बांध के लिए अपना घर और जमीन खोई है तो प्रतापनगर के बलिदान को भी नजर अंदाज नहीं करना चाहिये। उन्होंने कहा जब तक डोबरा चांटी के पुल का निर्माण पूरा नहीं हो जाता, तब तक बार्ज बोट का किराया आधा करने के निर्देश जिलाधिकारी इंदूधर बौड़ाई को दे दिए गए हैं।
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मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि प्रदेश के पर्यटन को बढ़ाने के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। टिहरी झील में वाटर और एयरो स्पोट्र्स का आयोजन किया जा रहा है जिससे देश और दुनिया में टिहरी का नाम हो रहा है। आने वाले समय में टिहरी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थल बनेगा।
कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री दिनेश धनै ने कहा कि झील के विकास के साथ ही स्थानीय युवाओ का विकास भी जुड़ा है। लिहाजा, झील के चारों और टूरिस्ट प्वाइंट विकसित किये जाने का ब्लू प्रिंट तैयार किया जा रहा है। टूरिस्ट प्वाइंट स्थानीय युवकों को आवंटित किये जाएंगे।
प्रतापनगर विधायक और संसदीय सचिव विक्रम सिंह नेगी ने कहा कि डोबरा चांटी का पुल अगले डेढ़ साल में पूरा हो जाएगा। पुल के निर्माण के साथ ही प्रतापनगर क्षेत्र में विकास का नया रोडमेप भी विकसित होगा।
इस अवसर पर पर्यटन भागीरथी नदी घाटी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष कीर्ति सिंह नेगी, पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, पर्यटन सचिव शैलेश बगोली, प्रमुख आंनदी नेगी, वीरेंद्र सिंह कंडारी, फारुख शेख, जिलाधिकारी इंदुधर बौड़ाई, एसएसपी एनएस नपलच्याल, मुरारी लाल खंडवाल, सीमा शर्मा आदि मौजूद रहे।

ट्रेन की चपेट में आया हाथी, इलाज के दौरान मौत

कूल्हे टूटने से नहीं उठ पाया टस्कर
घायल टस्कर बार-बार करता रहा उठने का प्रयास
दोनों कूल्हों पर चोट लगने से लाचार हो गया हाथी

ऋषिकेश।
ट्रेन की टक्कर से हाथी के पिछले पैर के दोनों कूल्हे टूट गए। इससे हाथी उठ नहीं पाया। इस दौरान हाथी ने कई बार उठने का प्रयास किया, लेकिन कूल्हों पर चोट से वह लाचार हो गया।
शनिवार को अपने निर्धारित समय से आधा घंटे लेट चल रही काठगोदाम एक्सप्रेस ने लगभग तीन बजकर 55 मिनट पर रायवाला रेलवे स्टेशन को क्रास किया। रायवाला में ट्रेन का स्टॉपिज नहीं है, ऐसे में स्पीड में ही ट्रेन स्टेशन से गुजरती चली गई। रायवाला रेलवे स्टेशन से डेढ़ से दो किलोमीटर दूरी पर करीब पांच मिनट बाद वैदिकनगर के पास रेलवे ट्रैक पार कर रहा हाथी ट्रेन की चपेट में आ गया।
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पार्क निदेशक सतनाम सोनकर ने बताया कि सूचना मिलने पर मोतीचूर रेंजर महेन्द्र गिरी गोस्वामी पौने छह बजे घटनास्थल पर पहुंचे और विशेषज्ञों की टीम को मौके पर बुलाया। करीब पौने दस बजे हाथी को क्रेन की मदद से रेलवे ट्रैक से कुछ दूर रखा गया, जहां उपचार शुरू किया गया। इसके बाद डेढ़ बजे हाथी को ट्रैक्टर ट्राली में डालकर चीला पहुंचाया गया, जहां विशेषज्ञों की टीम ने घायल हाथी का उपचार कर रहे थे। दोपहर तीन बजे हाथी ने दम तोड़ दिया। निदेशक ने बताया कि पिछले पैर के कूल्हे टूटने से हाथी लाचार हो गया था। टक्कर से हाथी की छाती में भी चोटें आई थीं। इस कारण हाथी की मौत हो गई। हाथी का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।

छुट्टी मनाने गंगा घाटी पहुंचे पर्यटक

राफ्टिंग-कैंपिंग कर पांच दिनों की छुट्टी बिताएंगे पर्यटक

ऋषिकेश।
रामनवमी-दशहरा पर्व की छुट्टी बिताने को पर्यटक गंगाघाटी पहुंचने लगे हैं। छुट्टी के पहले दिन पर्यटकों ने गंगा में राफ्टिंग-कैंपिंग सहित एडवेंचर एक्टीविटीज का लुत्फ उठाया। शहर में जाम लगने पर पुलिस ने कई जगहों से गाड़ियों को डायवर्ट कर तपोवन की ओर भेजा।
एक साथ पांच दिनों की छुट्टी होने का असर शनिवार को दिखा। पर्यटक गंगा घाटी में राफ्टिंग-कैंपिंग को जुटे। इससे गंगा व हेंवल नदी के किनारे पर्यटकों की चहल-पहल दिखी। पर्यटकों ने शिवपुरी से गंगा में व्हाइट वॉटर राफ्टिंग का लुत्फ उठाया। गंगा में दिनभर रंग-बिरंगी राफ्टें चलती नजर आई। पर्यटकों ने पहले दिन की छुट्टी का जमकर लुत्फ उठाया। हापुड़ की एक कंपनी में काम करने वाले लवजीत सिंह का कहना है कि वे दोस्तों के साथ वीकेंड पर आए है।

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पहले दिन राफ्टिंग का लुत्फ उठाया। संडे को वे ऋषिनगरी के आसपास के पर्यटन स्थलों का भ्रमण करेंगे। छुट्टी के चलते पर्यटकों की गाड़ियों का दबाव शहर में बढ़ने पर पुलिस को पुराना रोडवेज बस अड्डा मार्ग और चन्द्रभागा-रोडवेज बस अड्डा मार्ग से ट्रैफिक डायवर्ट करना पड़ा। एसएसआई गजेन्द्र बहुगुणा ने कहा कि नवरात्र पर्व की खरीददारी को शहर में पहले से ही भीड़ है। ऐसे में छुट्टियां पड़ने पर बाहरी गाड़ियों से जाम की समस्या विकट न हो इसके लिए गाड़ियों को शहर से बाहर बाईपास मार्ग होकर तपोवन की ओर से भेजा गया है। वहीं मुनिकीरेती थाना एसओ रवि कुमार सैनी ने कहा कि शनिवार को ट्रैफिक बाइपास और बदरीनाथ हाइवे से निकाला गया। इससे जाम की समस्या से कॉफी हद तक निजात मिली।

जीएमवीएन का भारत भूमि टूरिस्ट कांपलेक्स सील

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एनजीटी के आदेश पर प्रशासन की टीम ने सील की कार्रवाई की
कर्मचारियों में उपजा रोष, सरकार के खिलाफ मुखर होने की तैयारी
ऋषिकेश।

मंगलवार को एनजीटी के आदेश पर ऋषिकेश एसडीएम कुश्म चौहान ने गढ़वाल मंडल विकास निगम के ऋषिकेश स्थित 51 कमरों वाले भारत भूमि टूरिस्ट कांपलेक्स को सील कर दिया। गौरतलब है कि एनजीटी ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीसीबी) के मानकों पर खरा नही उतरने वाले उत्तराखंड के 9 होटलों को सील करने के आदेश दिये थे। नगर में एनजीटी के आदेश पर होटल सील की यह दूसरी कार्रवाई है। इससे पहले लक्ष्मणझूला स्थित कृष्णा कॉटेज को एनजीटी के आदेश पर प्रशासन की टीम ने सील किया था।
जीएमवीएन गेस्ट हाउस में मंगलवार की 5 एसी बुकिंग रही, जिन्हें मुनिकीरेती स्थित गंगा रिसोर्ट में शिफ्ट किया गया। सील कार्रवाई के समय गेस्ट हाउस खाली रहा, जिससे प्रशासन की टीम को कार्रवाई में आसानी रही।

कर्मचारियों में रोष
जीएमवीएन के गेस्ट हाउस सील होने से कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। लगभग 40 कर्मचारी भारत भूमि टूरिस्ट कांपलेक्स में कार्यरत है। कर्मचार महासंघ अध्यक्ष जयप्रकाश कोठारी ने एनजीटी के आदेश पर कोई टिप्पणी तो नही की, लेकिन प्रदेश सरकार पर पर्यटन उद्योग को चौपट करने का आरोप लगाया। कहा कि सरकार बताएं कि 40 कर्मचारियों के भविष्य का क्या होगा? उन्होंने कहा कि गेस्ट हाउस का सीवर कनेक्शन जोड़ दिया गया है और प्रदूषण नियंत्रण की क्लीरिंयस को भी पूरा किया जा रहा है। कहा कि ऐसे तो जीएमवीएन के प्रदेश के सारे गेस्ट हाउस सील हो जायेंगे। कर्मचारी सीधे बोलने से बचते रहे, लेकिन सरकार व अपने उच्च अधिकारियों के खिलाफ आक्रोश देखा गया।

स्टार्टअप योजना में साहसिक खेलों को शामिल करने पर विचार कर रही सरकार

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देहरादून।
उत्तराखण्ड में प्रचुर जलस्रोतों व नदियो की उपलब्धता के कारण राफ्टिंग की अपार संभावनाऐं है। राज्य में जल खेलो का अच्छा विकास किया जा सकता है। राज्य में एक वर्ष ट्रेकिंग वर्ष के रूप में घोषित किया जायेगा। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उत्त्राखण्ड राफ्टिंग एवं केम्पिंग आपरेर्टस सदस्यों के साथ बीजापुर अतिथि गृह में आयोजित बैठक में यह बात कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगस्त माह के बाद राज्य की सभी नदियों को राफ्टिंग हेतु खोला जाना चाहिए। राज्य के रामनगर क्षेत्र में भी इसकी अपार सम्भावनाऐं है। राज्य के दोनों मण्डलों गढ़वाल तथा कुमांऊ में राफ्टिंग को प्रोत्साहित किया जाए। इस सम्बन्ध में टिहरी महोत्सव के अतिरिक्त दो अतिरिक्त मेलो की व्यवस्था की जानी चाहिये। उत्तराखण्ड में राफ्टिंग के अतिरिक्त ट्रेकिंग हेतु नये स्थलों की खोज की जानी चाहिये। उन्होंने राफ्टिंग की संभावनाओं को तलाशने के लिए इस पर अध्ययन करवाये जाने की भी जरूरत बतायी। जिसमें पर्यावरण, रोजगार, पारिस्थिकी तंत्र की संवेदनशीलता, स्थानीय आवश्यकता आदि सभी पहलुओं पर विचार हो सकें। राफ्टिंग की भाति ही ट्रेकिंग का कैलेण्डर भी तैयार किये जाने पर जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राफ्टिंग तथा ट्रेकिंग खेलो के विकास के साथ ही उनके आयोजन स्थलों का समुचित प्रचार-प्रसार किया जाए। इनकी मार्केटिंग के लिए सोशल मीडिया का प्रयोग भी किया जाना उपयुक्त होगा। ट्रेकिंग महोत्सव के आयोजन के साथ ही राफ्टिंग तथा ट्रेकिंग जैसे खेलो के विकास हेतु राज्य में सिंगल विडो सिस्टम स्थापित करना होगा, जहॉ पर सभी सम्बधित जानकारियॉ तथा सुविधाए एक ही स्थान पर आसानी से उपलब्ध हो सकें। इन साहसिक खेलों का विकास स्टार्टअप योजना के अन्तर्गत भी किया जाय। वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली स्वरोजगार योजना के अर्न्तगत भी पर्यटन गतिविधियों को प्रोत्साहन दिये जाने के निर्देश उन्होंने दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में टेऊकिंग को समुचित प्रोत्साहन देने के लिए एक वर्ष टेऊकिंग वर्ष घोषित किया जाय। आरम्भ में 500 स्कूली बच्चों के लिए ट्रेकिंग की व्यवस्था की जाय। केदारनाथ टेऊकिंग को विकसित किये जाने की आवश्यकता पर उन्होंने बल दिया तथा इसके प्रशिक्षण पर ध्यान देने को कहा। बैठक में कैबिनेट मंत्री प्रीतम सिंह, दिनेश अग्रवाल, प्रीतम सिंह पंवार, दिनेश धनै, पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत, मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह, अपर मुख्य सचिव एस.रामास्वामी, सचिव, शैलेश बगोली, तथा उत्तराखण्ड राफ्टिंग एवं केम्पिंग ऑपरेटर के सदस्य आदि उपस्थित थे।

एनजीटी के आदेश पर कृष्णा कॉटेज सील, विदेशी पर्यटक परेशान

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ऋषिकेश।
एनजीटी के आदेश पर लक्ष्मणझूला स्थित कृष्णा कॉटेज होटल सील हो गया। प्रशासन की टीम ने 35 कमरों वाला कॉटेज को गुरुवार को सील कर दिया। लेकिन विदेशी पर्यटक को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। विभिन्न देशों के 32 पर्यटक पर्यटक वीजा व योगा सीखने के लिए कॉटेज में ठहरे हुए थे। जिन्हें सील की कार्रवाई में होटल छोड़ना पड़ा। कुछ विदेशियों की प्रशासन की टीम के साथ तीखी नोंक-झोंक भी हुई।
ऋषिकेश के लक्ष्ममणझूला स्थित कृष्णा कॉटेज होटल को पौड़ी प्रशासन ने सील कर दिया। गौरतलब है कि एनजीटी के निर्देशों का उल्लंघन करने व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मानकों का पालन नही करने वाले होटलों को सील करने के आदेश उत्तराखंड शासन को मिले थे। 35 कमरों वाले कृष्णा कॉटेज को गुरुवार को प्रशासन की टीम ने मयफोर्स के साथ सील कर दिया। पूरी कार्रवाई से होटल व्यवसायियों में हड़कंप मचा रहा।
सील कार्रवाई के दौरान विदेशी पर्यटकों की फजीहत रही। कॉटेज में 32 विदेशी पर्यटक ठहरे हुए थे। जिन्हें सील की कार्रवाई में होटल खाली करना पड़ा। अमेरिका, दं. अफ्रीका, इटली, स्पेन, कनाडा जैसे देशों से आये पर्यटक उस समय मायूस हो गये, जब उन्हे प्रशासन की टीम ने बताया कि न्यायायिक दृष्टि से कानून का पालन कराने को लेकर यह र्कारवाई की जा रही है। इस दौरान पर्यटकों ने उनके साथ धोखा होने जैसी बाते कही। सूत्रों के अनुसार विदेशी पर्यटकों से रामझूला व लक्ष्मणझूला के होटल व लॉज भरे रहते है। विदेशी यहां आध्यात्म व योगा सीखने के लिए वर्ष भर रहते है। इससे होटल व्यवसायियों को भरी मुनाफा भी होता है। विदेशी पर्यटकों से सालभर का एडंवास भी लिया जाता है।
बरहाल अपनी फजीहत से नाराज विदेशी इस मामले में शिकायत दर्ज कराने की बात कह रहे है। तीर्थनगरी में एनजीटी के आदेश पर होटल सील की कार्रवई की यह पहली घटना है।