कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और पदमश्री प्रीतम भरतवाण ने पहला देशभक्ति गढ़वाली गीत का किया लोकार्पण

डेवलपमेंट इन रूरल एम्बॉसमेंट एंड मोटिवेशन सोसाइटी ‘ड्रीम्स‘ ने आज पहले गढ़वाली देशभक्ति गीत की लांचिंग की। गीत का लोकार्पण कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, जागर सम्राट पदमश्री प्रीतम भरतवाण ने किया। इस मौके पर उत्तराखंड फ़िल्म इंडस्ट्रीज से जुड़े कलाकरों के साथ ही गणमान्य लोग व गीत से जुड़े कलाकार मौजूद थे। इस गीत को संस्था के यू-ट्यूब चैनल एसपीसी पर देखा जा सकता है। इस दौरान फ़िल्म निर्माण के साथ ही समाजसेवा में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले ब्यक्तियों को भी समान्नित किया गया।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने ड्रीम्स संस्था के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा उत्तराखंड सरकार लोकसंस्कृति के संरक्षण और संवर्धन को लेकर लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा मुझे उत्तराखंड की लोक संस्कृति बोली-भाषा से बेहद लगाव है। विधानसभा अध्यक्ष के कार्यकाल के दौरान मैने पहली बार विधानसभा में बोली भाषा समिति का गठन किया। एक बार जब मैं कश्मीर गया वहां लोगो को अपनी बोली भाषा में बात करते देखकर बहुत प्रसनता हुई। हमें भी अपनी बोली भाषा के लिए समर्पित होने की आवश्यकता है। उत्तराखंड के कलाकारों को अधिक से अधिक अवसर प्राप्त हो इसलिए हमने फिल्म नीति को सरल बनाया है पिछले 5 सालों में उत्तराखंड राज्य में बॉलीवुड, हॉलीवुड, दक्षिण भारतीय फिल्मों के साथ ही अन्य भाषाओं की फिल्मों की शूटिंग हुई है, जो अभी भी लगातार जारी है। इन फिल्मों के माध्यम से बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों को रोजगार मिला है।
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा नई फिल्म नीति में निवेशकों से लेकर कलाकारों तक के प्रोत्साहन के लिए कई प्रावधान किए गए हैं। उत्तराखंड में फिल्मों, वेब सीरीज़, टीवी सीरियलों की शूटिंग के लिहाज़ से बेहतरीन लोकेशनें होने के कारण राज्य फिल्म मेकरों की पहली पसंद बनता जा रहा है। यही कारण है कि हर साल उत्तराखंड में बनने वाली फिल्मों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले 6 सालों के आंकड़े देखें तो दस गुना का इज़ाफा साफ नज़र आ रहा है। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा हम कोशिश कर रहे हैं कि फिल्म मेकर्स को परमिशन आदि के लिए भटकना न पड़े। फिल्म सिटी का निर्माण भी प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर इसके लिए ज़मीन खोजी जा रही है। फिल्म सिटी बनने के बाद यहां बूम आने की संभावना है। फिल्म मेकर्स को एक ही जगह सारी सुविधाएं मिलेंगी।
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा लगाने का आह्वान किया है। मेरी आप सभी से अपील है कि हम सब अपने घरों में तिरंगा जरूर लगाएं।
पदमश्री प्रीतम भरतवाण ने कहा कि संस्कृति को प्रचारित और प्रसारित किये जाने के लिए किया जा रहा प्रयास सराहनीय है। इससे कई अन्य नये गायकों और कलाकारों को मंच और प्रोत्साहन मिलेगा। आज उत्तराखंड की संस्कृति और सभ्यता का संरक्षण और संवर्द्धन किये जाने की जरूरत है।
ड्रीम संस्था के सचिव दीप प्रकाश नौटियाल ने बताया कि उत्तराखंड की संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए एक गढ़वाली देशभक्ति गीत का ऑडियो वीडियो लांच किया गया है। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत वन्दे मातरम राष्ट्रगीत को गाने व हमेशा याद रखने को प्रेरित करने के सन्दर्भ में है।
यह गीत उभरते गायक कार्तिक नौटियाल एवं सुप्रसिद्ध गायिका मीना राणा ने गाया है। कोरस एवं सहगयिकाओं के रूप में हिमानी एवं शिवानी ने गाया है। इसके लिए संस्था ने अपना एक यूट्यूब चैनल भी बनाया है जो ड्रीम्स प्रोडक्शन्स एसपीएस नाम से है। उन्होंने कहा कि यूू-टयूब चौनल का उद्देश्य उत्तराखंड की संस्कृति व बोली भाषा का प्रचार प्रसार करना, युवा कलाकारों के लिए मंच प्रदान करना, अपनी बोली-भाषा को महत्व देना और सम-सामायिक विषयों को महत्व देना है। इस मौके उत्तराखंड की लोकसंस्कृति और संबर्धन में जुटे कलाकारों को सम्मानित भी किया गया।
इस मौके पर गायिका मीना राणा, निर्माता दीपक नौटियाल, मंच संचालन गंभीर सिंह जयाड़ा, संगीतकार संजय कुमोला, वरिष्ठ पत्रकार चन्द्रवीर गायत्री, निर्देशक प्रदीप भंडारी, निर्देशक कांता प्रसाद, अभिनेता दीपक रावत, लेखक सुरेश स्नोही, नृत्य निर्देशक अजय भारती, नृत्य निर्देशक विजय भारती, वरिष्ठ गायक मणिभारती, उफतारा महामंत्री डा अमर देव गोदियाल, नीलम नौटियाल सहित अन्य गणमान्य लोग व कलाकार उपस्थित रहे।

पालिकाध्यक्ष ने हर घर तिरंगा प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला ‘‘हर घर तिरंगा‘‘ अभियान में जोरों से जुट गई है। अभियान के प्रचार-प्रसार हेतु बुधवार को पालिकाध्यक्ष रोशन रतूड़ी ने प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
पालिकाध्यक्ष रोशन रतूड़ी ने बताया कि देश की आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में संपूर्ण भारत में ‘‘हर घर तिरंगा‘‘ अभियान चलाया जाना है, इसमें आगामी दिनांक 13 अगस्त से स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त तक देश के प्रत्येक घर में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लगाया जाना है। इसके तहत नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला क्षेत्र के प्रत्येक घर में राष्ट्रीय ध्वज लगाया जाना है। उन्होंने इस अभियान को सफल बनाने हेतु नगर वासियों से देशप्रेम की भावना से प्रेरित होकर भागदारी करने एवं आस-पड़ोस के नागरिकों को प्रोत्साहित करने करने के लिए कहा। उन्होंने नगरवासियों से घरों में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लगाने व हटाने के दौरान फ्लैग कोड का विशेष रूप से ध्यान रखने और अभियान की समाप्ति के बाद राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को पूर्ण सम्मान के साथ सुरक्षित रखे जाने की अपील की। बताया कि ‘‘हर घर तिरंगा‘‘ अभियान को सफल बनाने हेतु बुधवार को पालिका की ओर से प्रचार वाहन रवाना किया गया।
मौके पर सभासद प्रतिनिधि हिकमत नेगी, राजेंद्र थलवाल, कर निरीक्षक अनुराधा गोयल, लिपिक दीपक कुमार, वर्क एजेंट जितेंद्र सजवाण, संदीप बिष्ट मौजूद रहे।

श्री शिव महापुराण कथा सुनने में उमड़ रहा श्रद्धालुओं का सैलाब

ग्राम सभा खदरी खड़क माफ में आयोजित श्री शिव महापुराण कथा के दूसरे दिन कथा व्यास वैष्णवाचार्य पण्डित शिव स्वरूप नौटियाल ने कहा कि श्रावण मास में शिव महा पुराण कथा सुनाने और सुनने का बड़ा महात्म्य है। हरिनाम कथाएं सुनने से जीवन की व्यथाएं समाप्त होती हैं। उन्होंने कहा कि शिवलिंग पर बिल्वपत्र चढ़ाने से कोटिशः कन्याओं के विवाह के समान पुण्य की प्राप्ति होती है।
कथा श्रवण करने वालों में गीता देवी, नीलिमा कोठियाल, सुनीता चौहान, कुसुम ढोंडियाल, ज्योति राणा, अनिता राणा, आशा भट्ट, शशि भट्ट, डोली बोरा, अनुराधा कोठियाल, श्यामा देवी, रामेश्वरी देवी, भागा देवी, संतोषी सिलस्वाल, मधु चमोली, मधु पैन्यूली, संतोषी बलूनी, रजनी बलूनी, बीना पाण्डेय, रामेश्वरी बेड़वाल, जमुना चौहान, चन्द्रकला कुकरेती, कुसुम भट्ट, लखमा देवी नौटियाल, दयाश्वरी देवी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

11 दिवसीय शिवपुराण कथा का शुभारंभ

खदरी खड़कमाफ में 11 दिवसीय शिवपुराण कथा का शुभारंभ कलश यात्रा से हुआ। पहले दिन कथा वाचक शिवस्वरूप नौटियाल ने शिवपुराण के महत्व के बारे में बताया।
शुक्रवार को शिवपुराण कथा के शुभारंभ अवसर पर ढोल दमाऊ की थाप पर क्षेत्र में कलश यात्रा निकाली गई। उसके बाद कलश स्थापना कर कथा का शुभारंभ किया गया। कथा संचालक विनोद जुगलान ने बताया कि आठ वर्षों से हर साल होने वाली यह कथा 29 जुलाई से आठ अगस्त तक 3 बजे से 6 बजे तक ग्यारह दिन तक चलेगी। कथा विश्राम के बाद विशाल भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा।
कथा के पहले दिन कथा वाचक वैष्णवाचार्य पंडित शिव स्वरूप नौटियाल ने कहा कि कथा श्रवण मात्र से ही मनुष्य के पाप धुल जाते हैं। कथा का श्रवण कर इसका अनुशरण करने वाला मोक्ष की प्राप्ति करता है। इस मौके पर विकास थपलियाल, प्रभु दत्त कोठियाल, जय सिंह चौहान, प्रेमलाल कुलियाल, रोहित, मीना कुलियाल, आरती, शशि भट्ट, आशा भट्ट, अनिता रावत, विजय लक्ष्मी, संतोषी सिलस्वाल, राजी भंडारी, रजनी बलूनी, सांवला देवी, जशोदा नेगी, अनिता पंत, मंजू पंत, उर्मिला रावत, सविता बलूनी, कविता नेगी, नीमा रावत, कांता तिवाड़ी, मीरा पुंडीर आदि उपस्थित रहे।

उत्तराखंड में लिंगानुपात बढ़ाने को लेकर मंत्री आर्या ने निकाली कांवड़ यात्रा

सावन मास की शिवरात्रि को प्रदेश की महिला सशक्तिकरण व बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने‌‌ उत्तराखंड में लिंगानुपात को प्रति 1000 बालकों पर 1000 बालिकाएं करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य के साथ हर की पौड़ी से वीरभद्र महादेव मंदिर ऋषिकेश तक संकल्प कांवड यात्रा निकाली। यात्रा का समापन वीरभद्र महादेव मंदिर ऋषिकेश में भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग का जलाभिषेक कर किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने उनका जगह-जगह पुष्प वर्षा कर भव्यय स्वागत किया।
इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि यह यात्रा उत्तराखंड में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के साथ लिंगानुपात के प्रति जागरूक किए जाने को लेकर समर्पित है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा उत्तराखंड में देवभूमि की तरह देवी भूमि के रूप में पहचान दिलाए जाने की पहल भी है। हरकीपैड़ी से इस यात्रा में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग उत्तराखंड के सचिव हरि चंद्र सेमवाल, डिप्टी डायरेक्टर सतीश कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी देहरादून अखिलेश मिश्रा, डीपीओ निदेशालय विक्रम सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी हरिद्वार सुलेखा सहगल, सुपरवाइजर गीता शर्मा, सुनीता जोशी, कविता जाखड़ एवं शहर परियोजना तथा डोईवाला परियोजना की आंगनवाड़ी सुपरवाइजर प्रीति भंडारी, आंगनबाडी-अनुराधा, सुलोचना, पिंकी, संगीता गोयल, देहरादून से आगंबाडी इन्दू छेत्री, आशा थापा, सुधा शर्मा प्रमुख रूप से चल रहे थे। जिनका ऋषिकेश पहुंचने पर वित्त एवं शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, पूर्व राज्यमंत्री संदीप गुप्ता आदि ने पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया।

शहीद मनीष थापा की मूर्ति पर माल्यार्पण कर दी श्रद्धांजलि

कारगिल विजय दिवस के अवसर पर कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने अमर शहीद मनीष थापा का स्मरण किया। इस मौके पर शहीद मनीष थापा की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित की। साथ ही अंबेडकर पार्क में शहीद मनीष थापा की याद में पौधा रोपित किया।
मंगलवार को रेलवे रोड स्थित कारगिल शहीद मनीष थापा की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित कर डा. अग्रवाल ने कहा कि भारत के शूरवीरों ने दुश्मन के पांव पीछे खींचने पर मजबूर कर दिया था। कहा कि 26 जुलाई को 1999 को तीर्थनगरी के मनीष थापा ने अपने अन्य साथियों के साथ ऑपरेशन विजय को सफलतापूर्वक अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई। कहा कि देश की जनता के लिए कारगिल दिवस सिर्फ दिवस नहीं, बल्कि भारत के शूरवीरों की स्मृति में शौर्य दिवस के रूप में है। कहा कि यह दिवस उन शहीदों को याद कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करने का है, जिन्होंने हंसते-हंसते भारत मां की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए।
डा. अग्रवाल ने कहा कि कारगिल विजय दिवस उनके लिए समर्पित हैं, जिन्होंने हमारे भविष्य के लिए स्वयं को समर्पित कर दिया। इस मौके पर अंबेडकर पार्क में अमर शहीद मनीष थापा की स्मृति पर पौधारोपण किया गया।
इस मौके पर कारगिल शहीद मनीष थापा के बड़े भाई मनोज थापा ने बताया कि मनीष ब्रावो कंपनी, गोरखा राइफल्स की थर्ड बटालियन में बतौर राइफलमैन के पद पर तैनात था। 9 नवंबर 1999 को जम्मू कश्मीर के तंगधार में मात्र 22 वर्ष की अल्प आयु में वह शहीद हो गए।
शहीद मनीष थापा को श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, शहीद मनीष थापा की भतीजी मानवी, हर्षिता, मंडल अध्यक्ष भाजपा दिनेश सती, महामंत्री सुमित पंवार, मुख्य नगर आयुक्त राहुल गोयल, सफाई निरीक्षक धीरेंद्र सेमवाल, संजय शास्त्री, पार्षद शिव कुमार गौतम, प्रदीप कोहली, गोपाल सती, अनिता तिवारी, कविता शाह, राजू नरसिम्हा, दीपक बिष्ट, राजेश दिवाकर, सरदार सतीश सिंह आदि उपस्थित रहे।

भारतीय सेना ने कारगिल में अदम्य साहस और वीरता का प्रदर्शन किया-धामी

कारगिल विजय दिवस (शौर्य दिवस) पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गांधी पार्क में आयोजित कार्यक्रम में शहीद स्मारक पर कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने कारगिल शहीदों के परिवारजनों को भी सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कारगिल लड़ाई में माँ भारती की रक्षा के लिये हमारे वीर जवानों ने पराक्रम की नई परिभाषा लिखी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कारगिल में भारत के रणबांकुरों का दुश्मन के खिलाफ किया गया सिंहनाद… 1999 से लेकर आज तक उसी वेग से गूंज रहा है भारतीय सेना के अदम्य साहस और वीरता ने दुश्मन को एक बार फिर ये बतला दिया था कि उसके रहते हुए, तिरंगे की आन-बान और शान में रत्ती भर की भी कमी नहीं आ सकती।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय सैनिकों ने कारगिल युद्ध में जिस प्रकार की विपरीत परिस्थितियों में वीरता का परिचय देते हुए घुसपैठियों को सीमा पार खदेड़ा, उससे पूरे विश्व ने भारतीय सेना का लोहा माना। कारगिल युद्ध में देश की सीमाओं की रक्षा के लिए वीर सैनिकों के बलिदान को राष्ट्र हमेशा याद रखेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कारगिल की यह विजय गाथा भी उत्तराखंड के वीरों के बिना अधूरी है और अपने 75 सपूतों का बलिदान… ये वीर भूमि कभी नहीं भुलाएगी। जिस सांस्कृतिक परिवेश और विचारों ने हम सभी को पोषित किया है, उस संस्कृति में मान्यता है कि देशभक्ति सभी प्रकार की भक्तियों में सर्वश्रेष्ठ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं तो स्वयं एक सैनिक परिवार से आता हूं और सेना के साथ मेरा रिश्ता आत्मीयता का रिश्ता है। अपने पिता जी से सुनी सैन्य वीरों की गाथाओं ने मुझे बचपन से ही बहुत प्रभावित किया और मेरे अंदर राष्ट्र के प्रति संपूर्ण समर्पण की भावना को जागृत किया। मैंने बचपन से ही एक सैनिक और उसके परिवार के संघर्ष को देखा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कारगिल युद्ध के समय अटल बिहारी वाजपेयी जी प्रधानमंत्री थे। हमने युद्ध भी जीता और वैश्विक स्तर पर कूटनीति में भी जीते। अटल जी ने शहीदों का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गाँव में राजकीय सम्मान के साथ करने की व्यवस्था की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से सेना ना केवल पहले से और अधिक सक्षम और सशक्त हो रही है बल्कि उसकी यश और कीर्ति भी बढ़ रही है। हमारी सरकार जहां एक तरफ सेना के आधुनिकीकरण पर बल दे रही है तो वहीं सैनिकों और उनके परिवारों को मिलने वाली सुविधाओं को भी बढ़ा रही है।प्रधानमंत्री जी निरंतर सैनिकों के साहस और मनोबल को बढ़ा रहे हैं और यही कारण है कि सेना आज गोली का जवाब गोले से दे रही है।
भारत सरकार हर स्तर पर सेना को सदृढ़ करने का कार्य का रही है और इसी कड़ी में अग्निपथ जैसी बहुमुखी योजना को भी लागू किया गया है। इस योजना को युवाओं ने अपना अभूतपूर्व समर्थन दिया है और सेना को रिकॉर्ड संख्या में आवेदन प्राप्त हुए हैं। ये उत्साह दिखाता है कि हमारी युवा पीढ़ी ना केवल राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित है बल्कि राष्ट्र निर्माण के लिए भी पूरी तरह से सजग है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय देश अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है और इस अमृतकाल में हमारे सामने नए लक्ष्य, नए संकल्प और कई चुनौतियां हैं। इस समय हमें अपने लक्ष्यों को तय कर इनकी सिद्धि का संकल्प लेना है और इस सिद्धि के मार्ग में आने वाली चुनौतियों को दूर करना है।
हमारा देश जिस विकास यात्रा पर आगे बढ़ रहा है इस यात्रा में उत्तराखंड एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाना है। विकास की यात्रा हम सभी की सामूहिक यात्रा है। सभी को मिलकर विकास का संकल्प लेना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पूर्व सैनिकों, शहीद सैनिकों के आश्रितों के कल्याण के प्रति वचनबद्ध है। शहीद सैनिकों के परिवार के एक सदस्य को उसकी योग्यता अनुसार सरकार द्वारा सेवायोजित किया जा रहा है।
उत्तराखण्ड सरकार द्वारा राज्य के वीरता पदक से अलंकृत सैनिकों को दी जाने वाली एकमुश्त तथा वार्षिकी में अभूतपूर्व वृद्धि की गई है। परमवीर चक्र विजेता को 30 लाख से 50 लाख, अशोक चक्र 30 लाख से 50 लाख, महावीर चक्र 20 लाख से 35 लाख, कीर्ति चक्र 20 लाख से 35 लाख, वीर चक्र और शौर्य चक्र 15 से 25 लाख और सेना गेलेन्ट्री मेडल 7 लाख से 15 लाख करने को मंजूरी दी गई है।
देहरादून के गुनियाल गांव में 04 हेक्टेयर भूमि पर प्रदेश के शहीदों की स्मृति में अत्याधुनिक एवं समस्त सुविधाओं युक्त ’शौर्य स्थल (सैन्य धाम) का निर्माण किया जा रहा है जिसमे प्रदेश के समस्त शहीदों के नाम अंकित किये जायेंगें। निर्माण कार्य दिसंबर 2023 में पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। विभिन्न युद्धों, सीमान्त झड़पों तथा आंतरिक सुरक्षा में शहीद हुये सैनिकों की विधवाओं/आश्रितों को एकमुश्त 10,000,00/- (रूपये दस लाख) का अनुग्रह अनुदान अनुमन्य किया गया है।
उत्तराखण्ड सरकार द्वारा युद्ध विधवा/युद्ध अपंग सैनिकों को ₹ (रूपये दो लाख) की आवासीय सहायता प्रदान की जाती है। उत्तराखण्ड इस प्रकार की सुविधा प्रदान करने वाले चुनिन्दा राज्यों में एक है जहाँ सेवारत/पूर्व सैनिकों को 25 लाख मूल्य के स्थावर सम्पत्ति के खरीद पर स्टाम्प ड्यूटी में 25 प्रतिशत की छूट अनुमन्य की गयी है।
उत्तराखण्ड इस प्रकार की नियुक्ति करने वाला एकमात्र राज्य है जहाँ भूतपूर्व सैनिकों में से ब्लाक प्रतिनिधियों की नियुक्ति कर उन्हें मानदेय दिया जा रहा है। इनका मानदेय रू0 8000/- प्रतिमाह किया गया है। इनका मुख्य कार्य अपने क्षेत्र के सेवानिवृत सैनिकों तथा सैनिक विधवाओं से सम्पर्क कर उनकी समस्याओं को सुलझाना है और उनको सभी मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी देना भी है।
उत्तराखण्ड के दूर-दराज के जिलों में निवास कर रहे पूर्व सैनिकों, विधवाओं के आश्रितों को सेना/अर्द्ध सैनिक बल एवं पुलिस भर्ती हेतु प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध करवा रहे हैं। प्रदेश में इस प्रकार के दो प्रशिक्षण केन्द्र देहरादून तथा टनकपुर (चम्पावत) में खोले गये हैं उत्तराखण्ड देश में इस प्रकार की सुविधा प्रदान करने वाला पहला प्रदेश है।
उत्तराखण्ड सैनिक विधवाओं की पुत्री एवं पूर्व सैनिकों की अनाथ पुत्रियों के विवाह हेतु एक लाख रूपये का अनुदान दिया जाता है। सैनिक विधवाओं के पुनर्विवाह हेतु एक लाख रूपये का अनुदान दिया जाता है। पूर्व सैनिकों तथा सैनिक विधवाओं के बच्चों को कक्षा 1 से स्नातकोत्तर/व्यावसायिक शिक्षा हेतु छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है।
राज्य सरकार द्वारा द्वितीय विश्व युद्ध की युद्ध विधवाओं एवं आश्रितों को राज्य सरकार की ओर से दी जाने वाली पेंशन की धनराशि को 8000 रू. प्रतिमाह से बढ़ाकर 10,000 प्रतिमाह किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संघ लोक सेवा आयोग, एनडीए, सीडीएस और उनके समकक्ष लिखित परीक्षा पास करने वाले राज्य के अभ्यर्थी को साक्षात्कार की तैयारी के लिए 50 हजार रूपये की सहायता दी जा रही है। सरकार द्वारा आगे आने वाले समय में भी सेवारत सैनिकों/पूर्व सैनिकों व उनके आश्रितों के हितों के लिए निरन्तर प्रयास जारी रहेंगे।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने भी अपने सम्बोधन में कारगिल शहीदों को नमन करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि के साथ वीर भूमि भी है।
कार्यक्रम में देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा, सचिव सैनिक कल्याण दीपेंद्र चौधरी, ब्रिगेडियर दिनेश बडोला, मेजर जनरल संजय शर्मा, मेजर जनरल अमरदीप भारद्वाज, मेजर जनरल जी एस रावत, बड़ी संख्या में पूर्व सैन्य अधिकारी, पूर्व सैनिक और शहीदों के परिवार जन उपस्थित रहे।

देश के लिये अपने प्राण न्यौछावर करने वाले वीर सैनिकों को अर्पित की श्रद्धांजलि

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कारगिल विजय दिवस के अवसर पर भारतीय सेना के अदम्य साहस व शौर्य को नमन करते हुए देश के लिये अपने प्राण न्यौछावर करने वाले वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की है।
कारगिल विजय दिवस की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में भी देश के लिये बलिदान की परम्परा रही है। कारगिल युद्ध में बड़ी संख्या में उत्तराखण्ड के सपूतों ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुती दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सैनिकों, पूर्व सैनिकों एवं उनके परिजनों के कल्याण के लिये वचनबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की सेना ने अपने शौर्य और पराक्रम से हमेशा देश का मान बढ़ाया है। हमें अपने जवानों की वीरता पर गर्व है। भारतीय सेना के अदम्य साहस व शौर्य का लोहा पूरी दुनिया मानती है।
भारतीय सेना के वीर जवानों ने कारगिल में विपरीत परिस्थितियों में भी दुश्मन को भागने पर मजबूर किया था। कारगिल युद्ध में देश की सीमाओं की रक्षा के लिए वीर सैनिकों के बलिदान को राष्ट्र हमेशा याद रखेगा।

कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने ऋषिकेश में शिवभक्तों पर की पुष्पवर्षा

सावन मास के दूसरे सोमवार को कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने तीर्थ यात्रा पर कांवड़ लेकर आये शिव भक्तों पर पुष्प बरसाए। इस मौके पर उनकी कुशल भी जानी।
सोमवार को बैराज मार्ग पर मंत्री डॉ अग्रवाल ने देश के अलग-अलग जगहों से कांवड़ लेकर आये शिव भक्तों पर पुष्प वर्षा की। उन्होंने कहा कि सावन मास सबसे पवित्र महीना है, यह भगवान शिव को समर्पित है। इस माह में भगवान शिव की पूजा का विशेष फल मिलता है। इस पूरे माह पर देशभर से श्रद्धालु कांवड़ में गंगाजल भरने हरिद्वार पहुंचते है और भगवान नीलकंठ के दर्शन करते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने अव्यवस्था न फैले, इसके लिए व्यापक इंतजाम किए है, पुलिस प्रशासन का अच्छा व्यवहार व खान पान की व्यवस्था सरकार की कांवड़ यात्रा को लेकर आस्था को दर्शाती है। उन्होंने कांवड़ लेकर तीर्थ नगरी पहुंचे शिव भक्तों से उनकी कुशल भी जानी।
उन्होंने शिव भक्तों का स्वागत करते हुए आभार जताया और यात्रा की मंगल कामना की। वहीं, शिव भक्तों ने सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल का अभिवादन स्वीकारते हुए सरकार की व्यवस्था की प्रशंसा की।
इस मौके पर मण्डल अध्यक्ष ऋषिकेश भाजपा दिनेश सती, वीरभद्र मंडल अध्यक्ष अरविंद चौधरी, महामंत्री सुमित पंवार, सुंदरी कंडवाल, निर्मला उनियाल, आरती दुबे, सुनील यादव, अविनाश सेमल्टी, बृजेश शर्मा, उषा जोशी, अनिता तिवारी, रीना शर्मा, शिव कुमार गौतम, राकेश चंद, राहुल दिवाकर, सदानंद यादव, राजकुमार, रविन्द्र बिरला, जगावर सिंह, साकेत शर्मा, माया घले, पुलिस क्षेत्राधिकारी और नगर कोतवाल आदि मौजूद रहे।
इससे पहले मंत्री डॉ अग्रवाल ने वीरभद्र महादेव मंदिर में धर्मपत्नी शशिप्रभा अग्रवाल के साथ सावन के दूसरे सोमवार को जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की। इसके बाद उन्होंने पिपलेश्वर महादेव मंदिर पर भी दुग्धाभिषेक किया। उन्होंने भगवान शंकर से प्रदेश की उन्नति की कामना की।