दरबंद बिरादरी ने पांच हजार को लोगों को खीर का प्रसाद बांटा

दरबंद बिरादरी ऋषिकेश द्वारा आज सावन के दूसरे सोमवार को खीर प्रसाद का वितरण भोले नाथ के भक्तो और कावड़ियों को किया गया। जिसमें लगभग पांच हजार से ज्यादा लोगों को खीर प्रसाद वितरित की गयी।
सोमवार को हरिद्वार रोड स्थित खीर वितरण कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डॉ प्रेम चंद्र अग्रवाल ने पहुँच कर बिरादरी के इस नेक कार्य के लिए बिरादरी को शुभकामनाएं दी। कहा कि सरकार और प्रशासन द्वारा कावड़ मेले के लिए सभी तरह से चाक चौबंद इंतजाम किये गये है, जो की आमजन की भागीदारी के बिना पूर्ण नहीं हो सकते।
डॉ अग्रवाल ने कहा कि दरबंद बिरादरी तथा अन्य सामाजिक संस्थाएं जिस तरह से सरकार का साथ दे रही है, पूर्ण विश्वास है की सरकार और प्रशासन इस कांवड़ मेले को निर्विघ्न रूप से निपटाने में सफल होंगी।
इस मौके पर बिरादरी के अध्यक्ष पाली डंग एवं महासचिव राजेश अरोड़ा ने बताया कि बिरादरी द्वारा समय समय पर समाज सेवा के कार्य किए जाते रहें हैं, बिरादरी द्वारा मनीराम मार्ग पर बिरादरी भवन में होम्यो पेथी क्लिनिक का सफल रूप से संचालन किया जा रहा हैं। इसी कड़ी में कावड़ियों को खीर वितरण का कार्यक्रम किया गया हैं।
इस अवसर पर बिरादरी के वरिष्ठ सदस्य हरिकिशन अरोड़ा, सुभाष अरोड़ा, गोवर्धन लाल चावला, नंद किशोर बत्रा, अमन सदाना, महेश डंग, योगेश पाहवा, हरिश अरोड़ा, मनोज कालड़ा, दिलीप अरोड़ा, ओमप्रकाश बत्रा आदि उपस्थित रहे।

कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने महिलाओं को फलदार पौधें लगाने के लिए प्रेरित किया

कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने श्रावण माह के हरेला पर्व के उपलक्ष्य पर महिलाओं को अपने घरों में पौधरोपण के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर महिलाओं को विभिन्न प्रजाति के पौधे भी दिए गए। साथ ही सावन मास की बधाई भी दी।
रविवार को छिद्दरवाला में वृहद स्तर पर महिलाओं की मौजूदगी में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर मंत्री डॉ अग्रवाल ने कहा कि हरेला और हरियाली किसी भी दिन मनाई जा सकती है। इसके लिए आप एक पौध अवश्य रोपित करें। उन्होंने कहा कि अक्सर हम सीजन के फल खाते है और उसकी गुठली को फेक देते है। कहा कि ऐसा न करें, उस गुठली को मिट्टी में दबाकर उसे पौध बनाने के लिए तैयार करें। उन्होंने उदाहरण देकर कहा कि वर्तमान में आम का सीजन है, आम खाकर उनकी गुठली से पौध बनाए।
डॉ अग्रवाल ने महिलाओं से मांगलिक कार्यों के दौरान पौधा रोपण की परंपरा को शुरू करने को कहा। उन्होंने कहा कि दामाद अपने ससुराल में और बिटिया शादी के बाद जब पहली बार ससुराल जाए तो एक पौधा रोपे। कहा कि अपनों की याद में भी पौधा रोपे।
डॉ अग्रवाल ने मौके पर कहा कि पौध रोपण के साथ उसके संरक्षण पर भी ध्यान देना होगा। पौधों की देखभाल करें। कहा कि यह पौधा हमें बड़ा होकर छाया, फल प्रदान करेगा और जीवन रक्षक प्राणवायु ऑक्सीजन भी देगा। उन्होंने पौधरोपण के जरिये वातावरण को शुद्ध बनाने में सहयोग की अपील की। इस मौके पर विभिन्न प्रजाति के फलदार, छायादार पौधे रोपे गए।
इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र नेगी, प्रधान सोहन सिंह कैंतुरा, विमला नैथानी, अनिता राणा, महिला मोर्चा मण्डल अध्यक्ष समा पंवार, आशा व्यास, कोमल देवी, मंगली देवी, संगीता देवी, सुशीला देवी, कमलेश बिष्ट, अंबिका रांगड़, पुष्पा देवी, उमा देवी, दीपा सजवाण, गीता भंडारी, शकुंतला देवी, बसन्ती देवी, मोनिका, मीना देवी सहित ग्रामीण महिलाएं उपस्थित रही।

युवा कलाकार राजेश चंद्र को राज्यपाल ने दिया टास्क, सम्मानित भी किया

vराज्यपाल गुरमीत सिंह ने विश्व महासागर दिवस पर संयुक्त राष्ट्र संगठन में अपनी कला का प्रदर्शन कर प्रदेश व देश का नाम रोशन करने वाले तीर्थनगरी के युवा कला शिक्षक राजेश चंद्र को राजभवन में सम्मानित किया। बता दें कि राजेश अभी आरएनआई इंटर कॉलेज में कला शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं व कुछ दिन पहले विश्व सागर दिवस पर उन्हें व उनके विद्यार्थियों के प्रदूषण के खिलाफ बनाईगयी कला को संयुक्त राष्ट्र विश्व महासागर दिवस में प्रदर्शित किया गया था। इसके साथ ही राजेश लगातार तीन बार सयुंक्त राष्ट्र संघ में प्रदर्शित हो चुके हैं। उन्होंने अपनी पेंटिंग पेपर बोट राज्यपाल को भेंट की जिसे उन्होंने बहुत सराहा। राजेश ने बताया कि राज्यपाल ने उनकी पर्यावरण बचाओ का संदेश देने वाली कलाकारी से प्रभावित होकर उन्हें एक और चित्र बनाने को कहा जो कि देवभूमि और जीरो प्लास्टिल थीम पर बेस्ड होगा। जिसे खुद राज्यपाल ही अनावरण करेंगे। राजेश ने बताया कि आने वाली एक महत्वपूर्ण बैठक में भी उन्हें आमंत्रित किया है जिसमें उत्तराखंड से प्लास्टिक को खत्म करने को मुहिम पर कार्य किया जाएगा। राज्यपाल ने राजेश को लगातार तीन बार संयुक्त राष्ट्र में उनकी पेंटिंग को शामिल होने के लिए बधाई दी और उनके पर्यावरण अभियानों के लिए उनका समर्थन करने का वादा किया। इस अवसर पर उन्होंने राजेश को पेन और टाई का एक सेट भेंट कर सम्मानित किया, जिस पर राजभवन उत्तराखंड की मुहर लगी हुई थी। इस अवसर पर राजेश के मामा भी साथ रहे।

अजय देवगन को तीसरी बार मिलेगा राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, आज हुई घोषणा

68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा आज हो गई है। नई दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए विजेताओं की सूची घोषित की गई है। तमिल फिल्म सूरराई पोट्रू को बेस्ट फीचर फिल्म का अवॉर्ड मिला है। सूरराई पोट्रू के एक्टर सूर्या और अजय देवगन को फिल्म तान्हाजी द अनसंग वॉरियर के लिए बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड संयुक्त रूप से मिला है। तान्हाजी द अनसंग वॉरियर को बेस्ट फिल्म इन होलसम एंटरटेनमेंट का अवॉर्ड मिला है। इसके अलावा फिल्म साइना के लिए मनोज मुंतशिर को बेस्ट लिरिक्स का अवॉर्ड मिला।
पुरस्कार श्रेणियों की बात करें तो सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का अवॉर्ड तमिल फिल्म सूरराई पोट्रू को मिला है। वहीं, बेस्ट हिंदी फीचर फिल्म का अवॉर्ड मृदुल तुलसीदास की फिल्म तुलसीदास जूनियर को मिला। फिल्म में संजय दत्त लीड रोल में थे। सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का खिताब तान्हाजी द अनसंग वॉरियर के लिए अजय देवगन और सूरराई पोट्रू के एक्टर सूर्या को संयुक्त रूप से मिला है। अभिनेत्री अपर्णा बालामुरली को सूरराई पोट्रू के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला है। इसके अलावा मलायलम फिल्म ए.के.अयप्पन कोशियम के लिए दिवंगत डायरेक्टर सच्चिदानंदन के.आर को बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड मरणोपरांत दिया गया।

68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के विजेताओं की सूची
सर्वश्रेष्ठ बंगाली फिल्म – अविजात्रिक
सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म – तुलसीदास जूनियर
सर्वश्रेष्ठ कन्नड़ फिल्म – डोलू
सर्वश्रेष्ठ मराठी फिल्म – गोष्ठा एका पैठानाची
सर्वश्रेष्ठ तमिल फिल्म – शिवरंजनियम इन्नुम सिला पैंगुल्लमट
सर्वश्रेष्ठ तेलुगु फिल्म – कलर फोटो
सर्वश्रेष्ठ असामी फिल्म – ब्रिज
सर्वश्रेष्ठ मलायलम फिल्म – थिंकड़युवा निश्चियम
सर्वश्रेष्ठ हरियाणवी फिल्म – दादा लखमी
सर्वश्रेष्ठ तुलु फिल्म – जितिगे
बेस्ट फीचर फिल्म – सूरराई पोट्रू (तमिल फिल्म)
बेस्ट एक्ट्रेस – अपर्णा बालामुरली (सूरराई पोट्रू)
बेस्ट एक्‍टर – अजय देवगन (तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर), सूर्या (सूरराई पोट्रू )
बेस्टर मेल प्लेबैक सिंगर – राहुल देशपांडे (मी वसंतराव)
बेस्टर फीमेल प्लेबैक सिंगर – नचम्मा (ए.के.अयप्पन कोशियम)
बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर – बिजू मेनन (ए.के.अयप्पन कोशियम)
बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस – लक्ष्मी प्रिया चंद्रमौली (सिवरंजमनियम इन्नम सिले पेंगल्लम)
बेस्ट डायरेक्टर – सच्चिदानंदन के.आर (ए.के.अयप्पन कोशियम)
बेस्ट एक्शन एंड डायरेक्शन- राजशेखर, माफिया सासी और सुप्रीम सुंदर (ए.के.अयप्पन कोशियम)
बेस्ट कोरियोग्राफर- संध्या राजू (नाट्यम, तेलुगु)
बेस्ट लिरिक्स- मनोज मुतंशिर (साइना)
बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन- थमन एस (अला वेकेंटापुर्रामुल्लू)
बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइनर- नचिकेत बर्वे और महेश शेर्ला (तान्हाजी द अनसंग वॉरियर)
बेस्ट स्क्रीनप्लो (ऑरिजनल)- शालिनी ऊषा नायर और सुधा कोंगारा (सूरराई पोट्रू )

गौरतलब है कि अजय देवगन का ये तीसरा नेशनल अवॉर्ड है। वहीं, बेस्ट क्रिटिक अवॉर्ड इस साल किसी फिल्म को नहीं मिला है। कोविड महामारी के कारण कोई एंट्री नहीं आई है। मोस्ट फ्रेंडली फिल्म स्टेट का अवॉर्ड मध्य प्रदेश को मिला है। इसके अलावा यूपी और उत्तराखंड को संयुक्त रूप से स्पेशल मेंशन अवॉर्ड मिला है। भारतीय सिनेमा की पहली एक्ट्रेस देविका रानी पर आधारित किश्वर देसाई की किताब The Longest Kiss को बेस्ट बुक ऑन सिनेमा का अवॉर्ड मिला। डिज्नी प्लस हॉटस्टार की डॉक्यूमेंट्री 1232 किमी के गाने ‘मरेंगे तो वहीं जाकर’ के लिए विशाल भारद्वाज को नॉन फीचर बेस्ट म्यूजिक डायरेक्शन का अवॉर्ड मिला।

आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हर घर में तिरंगा कार्यक्रम का होगा आयोजन

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने शुक्रवार को सचिवालय में आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर हर घर तिरंगा कार्यक्रम की तैयारियों के सम्बन्ध में सभी जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक ली।
मुख्य सचिव ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर 13, 14 एवं 15 अगस्त, 2022 को हर घर तिरंगा कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। मुख्य सचिव ने कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु हर घर तिरंगा कार्यक्रम में प्रदेश के लोगों को स्वः प्रेरणा से अपने घरों में तिरंगा फहराए जाने हेतु जागरूक किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में इसके लिए जागरूकता अभियान चलाए जाएं। इसका वीडियो, सोशल मीडिया एवं समाचार पत्रों एवं न्यूज चैनलों के माध्यम से प्रचार प्रसार किया जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि एक साथ सभी घरों में झंडा फहराए जाने के कारण झंडों की उचित मात्रा की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। विभिन्न विभागों एवं स्वयं सहायता समूहों एवं वेंडर्स के द्वारा इसके लिए झंडों की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी। सभी जिलाधिकारी इसके लिए लगातार मॉनिटरिंग करें।
मुख्य सचिव ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों एवं जिलाधिकारियों को फ्लैग कोड के अनुसार राष्ट्रीय झंडे के सम्मान की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में तिरंगे के वितरण एवं उसके बाद वापस कलेक्शन की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए एवं इसका प्रचार प्रसार भी किया जाए। कहा कि लोगों को इससे अवगत कराया जाए कि किसी भी कीमत में झंडे का अपमान नहीं होना चाहिए। कार्यक्रम के बाद झंडे को अपने सबसे नजदीकी किसी भी सरकारी कार्यालय में जमा कराया जाए, जिसे सम्बन्धित विभागों द्वारा जमा कर उचित देखरेख में फ्लैग कोड के अनुसार डिस्पोज किया जाएगा।
मुख्य सचिव ने कहा कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर हम सभी को आजादी के सम्मान में अधिक से अधिक भागीदारी निभाते हुए इस कार्यक्रम को सफल बनाना है।
बैठक के दौरान सचिव संस्कृति से एच. सी. सेमवाल ने बताया कि हर घर तिरंगा हेतु फ्लैग कोड में थोड़ा परिवर्तन किया गया है, जिसमें खादी के साथ ही टेरीकॉट के कपड़े के उपयोग और साइज में परिवर्तन किया गया है। उन्होंने बताया कि बाजार में 9 रुपए से लेकर 31 रुपए तक के तिरंगे उपलब्ध हैं।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनन्द वर्द्धन, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव वी. वी. आर. सी. पुरुषोत्तम, विनोद कुमार सुमन, एच. सी. सेमवाल और अपर सचिव एवं महानिदेशक सूचना रणवीर सिंह चौहान सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।

हरिद्वार में कांवड़ यात्रियों पर हेलीकाप्टर से की गयी पुष्प वर्षा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में हरिद्वार के जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. योगेन्द्र रावत द्वारा जनपद हरिद्वार के नारसन बार्डर से, कांवड़ पट्टी पर चल रहे, श्रद्धालु कांवड़ियों के ऊपर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कर स्वागत व अभिनन्दन किया गया। श्रद्धालु कावंड़ियों के ऊपर पुष्प वर्षा करने का यह क्रम बैरागी कैम्प, शंकराचार्य चौक, हरि की पैड़ी तथा अपर रोड़ तक संचालित किया गया। पुष्प वर्षा के समय का यह अलौकिक दृश्य देखने लायक था। श्रद्धालु कांवड़िये अपने ऊपर पुष्प वर्षा होते देख भाव विभोर हो रहे थे तथा सरकार द्वारा किये जा रहे स्वागत व अभिनन्दन व्यवस्थाओं की हृदय से प्रशंसा करते दिखाई दिये। हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा के समय बम-बम भोले की गूंज से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो रहा था।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी बुधवार को हरिद्वार में डामकोठी के निकट गंगा घाट पर शिव भक्तों का स्वागत किया। उन्होंने कांवड़ यात्रा में देवभूमि उत्तराखण्ड आये शिव भक्तों के चरण धोकर एवं गंगाजली देकर स्वागत किया था। उन्होंने श्रावण मास में भगवान शंकर को जल अर्पित करना पुरातन परंपरा है। यह मास भगवान शंकर को समर्पित रहता है।
हरिद्वार में प्रतिदिन लाखों शिवभक्तों का कांवड़ यात्रा में शामिल होकर मां गंगा का आशीर्वाद लेने का क्रम निरंतर जारी है। अब तक लाखों शिवभक्त पवित्र गंगा जल लेकर अपने गंतव्य की ओर लौट चुके हैं। अपने अपने क्षेत्रों के शिवालयों में गंगाजल अर्पण के पश्चात उनकी यात्रा पूर्ण होती है।
कावड़ यात्रा के संबंध में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि कावड़ यात्रियों का देवभूमि उत्तराखण्ड में सभी सुविधाओं का ध्यान रखा जाए तथा उनकी सेवा में कोई कमी न रहे।

अतिरिक्त दुरी के साथ बड़ा किराया भी देना पड़ रहा

कांवड़ यात्रा के चलते रोडवेज ने दिल्ली की बसों का रूट बदल दिया है। अब बसें करनाल (हरियाणा) होकर दिल्ली पहुंच रही है। यहां से यात्रियों को 41 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। साधारण बसों के किराया में तीस रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है।
कांवड़ यात्रा में दून-मेरठ-दिल्ली पर यात्रियों की भीड़ बढ़ती जा रही है। इसकी वजह से पुलिस ने बुधवार से दिल्ली जाने और वहां से आने वाली बसों का रूट बदल बदल दिया है। अब दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद और जयपुर की बसें वाया पांवटा साहिब-करनाल से आवाजाही जा रही हैं। यहां से बसों को 41 किमी की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। देहरादून से वाया रुड़की दिल्ली की दूरी 258 किमी है, जो अब बढ़कर 317 किमी हो गई है। इसी हिसाब से किराया भी बढ़ गया है। साधारण बस का दिल्ली का किराया 375 से 405, एसी जनरथ का 525 से 604 और वॉल्वो का 888 रुपये से 919 रुपये हो गया है।
महाप्रबंधक (संचालन) दीपक जैन ने बताया कि किराया बढ़ोतरी केवल रूट डायवर्जन तक ही लागू रहेगी। यात्रा समाप्त होने के बाद जैसे ही पुराने रूट पर रोडवेज बसें चलेंगी, वैसे ही किराया भी पूर्व की भांति कम हो जाएगा।

पंचक हटते ही कांवड़ियों की संख्या में इजाफा
पंचक बुधवार को हट गए। पंचक में कांवड़ न उठाने वाले क्षेत्रों के भी लाखों कांवड़िए मंगलवार को ही हरिद्वार पहुंच गए थे। बुधवार सवेरे से बड़ी संख्या में हरियाणा, पंजाब और दिल्ली से कांवड़ियों का आगमन प्रारंभ हो गया। हाईवे से लेकर शहर का कोना-कोना भोले के जयकारों से गूंज उठा।
कांवड़ पटरी पर शिवभक्तों का कारवां अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहा है। डीजे की धुन पर नृत्य करते हुए भोले के भक्तों का सैलाब हाईवे पर आरक्षित लेन में दिखाई दे रहा था। रंग-बिरंगी कांवड़ को देखने के लिए हाईवे के दोनों तरफ लोगों की भीड़ जुट रही है। हाईवे पर कांवड़ियों की भीड़ को देखते हुए पुलिस भी चप्पे-चप्पे पर तैनात है।

सीएम ने हरिद्वार में किया शिवभक्तों का स्वागत

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को हरिद्वार में डामकोठी के निकट गंगा घाट पर शिव भक्तों का स्वागत किया। उन्होंने कांवड़ यात्रा में देवभूमि उत्तराखण्ड आये शिव भक्तों के चरण धोकर एवं गंगाजली देकर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मां गंगा की कृपा सभी पर बनी रहे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने डामकोठी में वृक्षारोपण भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड आये शिव भक्तों में भगवान शिव का अंश दिखता है। उन्होंने कहा कि कांवड़ की सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चले, इसके लिए सरकार द्वारा कांवड़ यात्रा के लिए पहली बार अलग से बजट की व्यवस्था की गई। सभी कांवड़ श्रद्धालु गंगा जल लेकर भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे। श्रद्धालुओं को राज्य में कोई भी परेशानी न हो, इसके लिए राज्य सरकार द्वारा हर सम्भव सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास किये गये हैं। कांवड़ मेले के सुचारू प्रबंधन के लिए मुख्यमंत्री ने सामाजिक संस्थाओं, स्वयं सेवी संस्थाओं, शासन एवं जिला प्रशासन के कार्यों की भी सराहना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में इस वर्ष चारधाम एवं कांवड़ में रिकॉर्ड श्रद्धालु आ रहे हैं। अभी तक 27 लाख से अधिक रजिस्टर्ड श्रद्धालु चारधाम दर्शन के लिए आ चुके हैं। आज 28 लाख से अधिक कांवड़ यात्री देवभूमि उत्तराखण्ड में हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ यात्रा में श्रद्धालुओं को किसी भी परेशानी का सामना न करने पड़े, इसके लिए उच्च स्तर पर एक वाट्सप ग्रुप भी बनाया गया है, इस ग्रुप के माध्यम से सभी व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग की जा रही है, मुख्यमंत्री स्वयं इस ग्रुप से जुड़े हैं।
इस अवसर पर विधायक आदेश चौहान, प्रदीप बत्रा, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार, डीआईजी गढ़वाल के. एस. नगन्याल, जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पाण्डेय, एस.एस.पी डॉ. योगेन्द्र सिंह रावत, मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन एवं शिवभक्त मौजूद रहे।

गढ़वाल महासभा ने खैरी का दिन फिल्म के निर्देशक व कलाकारों को किया सम्मानित

अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा ने सफलता के परचम लहरा रही उत्तराखंडी फीचर फिल्म खैरी का दिन के कलाकारों को सम्मानित किया।

फिल्म के निर्देशक व तमाम कलाकारों की सराहना करते हुए महासभा के अध्यक्ष डॉ राजे सिंह नेगी ने उनको पुष्प गुच्छ व स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। कहा कि लंबे अर्से के बाद कोई गढ़वाली फिल्म दर्शकों की कसौटी पर खरा उतर पाई है। इसका पूरा श्रेय फिल्म का लाजवाब निर्देशन करने वाले अशोक चौहान व सभी कलाकारों के उम्दा अभिनय को जाता है।

डॉ राजे नेगी ने बताया कि आज से तीन दशक पूर्व गढ़वाली फीचर फिल्म घरजवें और चक्रचाल के बाद खेरी का दिन एक मात्र फ़िल्म है जो जबरदस्त रूप से सूपरहिट साबित हुई है। इस दौरान फिल्म के प्रचार प्रसार में सहयोग के लिए फिल्म के निर्देशक अशोक चौहान ने बताया कि दर्शकों की जबरदस्त डिमांड के बाद एक सप्ताह तक आगे भी फिल्म का प्रदर्शन रामा पैलेस थियेटर में जारी रहेगा। कल से लगने वाले शो में यह फ़िल्म ऋषिकेश नगर के सरकारी एवं पब्लिक स्कूल के बच्चो को दिखाई जाएगी ताकि बच्चे भी अपनी बोली, भाषा, संस्कृति से रूबरू हो सकें।

इस अवसर पर फिल्म अभिनेत्री गीता उनियाल, पूजा काला, शुभांगी देवली, रीता भंडारी, अभिनेता राजेश मालगुडी एवं रणवीर चौहान, लोक गायक धूम सिंह रावत, उत्तम सिंह असवाल आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

कोरोना योद्धा राजकरण सिंह को समर्पित की गंगा आरती

ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट एवं सिंह परिवार के सदस्यों ने लखनऊ निवासी गंगा व गौ प्रेमी और कोरोना योद्धा राजकरण सिंह ऊर्फ मुन्ना सिंह के भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये उनकी आत्मा की शान्ति हेतु मौन रखा। जानकीपुल पूर्णानंद घाट गंगा तट पर महिलाओं द्वारा होने वाली माँ गंगा की आरती स्वर्गीय श्री स्वर्गीय राजकरण सिंह ऊर्फ मुन्ना सिंह को समर्पित की। कोरोना संक्रमण काल में उन्होंने जान की परवाह किए बगैर लोगों को संक्रमण से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, कोरोना संक्रमण काल के दौरान 1000 लोगों को प्रतिदिन भोजन की व्यवस्था कराई थी।
राजकरण सिंह ऊर्फ मुन्ना सिंह की याद में आज पूर्णानंद घाट में विशेष पूजन और श्री गीता पाठ का आयोजन किया गया जिसमें सम्पूर्ण सिंह परिवार ने हिस्सा लिया। डॉक्टर सुनील दत्त थपलियाल कर्मठ संयोजक आवाज साहित्य संस्था ने कहा कि उनका जीवन अद्भुत व्यक्तित्व, सरल हृदय और प्रभु के श्री चरणों में समर्पित जीवन था।
श्रद्धांजलि देने वालों में डॉक्टर ज्योति शर्मा, गंगा भक्त सोनल पांड्या, सुशीला सेमवाल, संध्या शुक्ला, आचार्य अभिनव पोखरियाल, दिल्ली से आनन्द गुप्ता, डब्बू सिंह, जस करन सिंह, कुलदीप सिंह, सतीश कुमार, अंकित कुमार, आकाश क्यार आदि शामिल रहे।