रुड़की में अब अपना कार्यालय होगा भाजपा का, सीएम ने संगठन पदाधिकारियों के साथ किया भूमि पूजन

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूवार को रूड़की में भाजपा कार्यालय के भूमि पूजन कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने रूड़की क्षेत्र के लिए तीन घोषणाएं की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि रूड़की के पठानपुरा से आदर्श नगर पैट्रोल पम्प तक आर.सी.सी. नाला का निर्माण कार्य किया जाएगा। रुड़की के मेन हाईवे से कान्हापुर तक बी.एम. एस.डी.बी.सी. द्वारा सड़क निर्माण कार्य कराया जाएगा। रुड़की के सोलानीपुरम की आन्तरिक सड़कों का इंटरलॉकिंग टाइल्स द्वारा सड़क व नाली निर्माण का कार्य किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बाबा केदार एवं भगवान बद्रीविशाल के आशीर्वाद और सभी कार्यकर्ताओं की सेवा, समर्पण और पार्टी के प्रति सच्ची निष्ठा के बल पर रुड़की में पार्टी कार्यालय का भूमि पूजन संपन्न हुआ है। मुख्यमंत्री ने स्व. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का स्मरण करते हुए कहा कि जनसंघ के रूप में उन्होंने ऐसे राष्ट्रवादी संगठन की नींव रखी जो आज भारतीय जनता पार्टी के रूप में सम्पूर्ण विश्व का सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन चुकी है। उन्होंने स्व. दीनदयाल उपाध्याय का स्मरण कर कहा कि दीनदयाल उपाध्याय ने अपनी आदर्श छवि एवं विशिष्ट बौद्धिकता से सम्पूर्ण विश्व में भारत के गौरव को बढ़ाने का कार्य किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का स्मरण भी करते हुए कि अटल के प्रधानमंत्रित्व काल में ही उत्तराखण्ड अलग राज्य बना।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा कि आज नव भारत के निर्माण के यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है उसमें सभी कार्यकर्ताओं ने अपने श्रम की आहुति देनी है तथा एक भारत’ और श्रेष्ठ भारत के महा संकल्प को साकार करना है। देश आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में प्रवेश कर चुका है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल एवं ऊर्जावान नेतृत्व में देश में अमृत युग प्रारंभ हो चुका है। एक ओर जहां भारत राष्ट्रीय स्तर पर विकास की नई-नई ऊंचाइयों को छू रहा है, वहीं वैश्विक स्तर पर एक सशक्त, सामर्थ्यवान और आत्मनिर्भर देश के रूप में नई पहचान प्राप्त कर रहा है। प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में एक नए भारत की नींव रखी जा रही है। नया भारत आत्मनिर्भर बन रहा है। हर वर्ग का विकास सुनिश्चित हो रहा है। भारत पुनः विश्व गुरु बनने का प्रयत्न कर रहा है। अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। केदारनाथ के पुनर्निर्माण कार्य तेजी से चल रहे हैं। बद्रीनाथ में मास्टर प्लान के तहत कार्य किये जा रहे हैं। केदारनाथ एवं हेमकुंट में रोपवे का निर्माण किया जा रहा है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का कार्य तेजी से चल रहा है। देहरादून से दिल्ली तक एलिवेटेड रोड पर तेजी से कार्य चल रहा है। हमारी सेना सशक्त और शक्तिशाली बन रही है। स्वास्थ्य सेवाओं का तेजी विस्तार हो रहा है। अंतिम पंक्ति पर खड़े व्यक्ति को विकास की मुख्य धारा से जोड़ा जा रहा है। प्राचीन शिक्षा पद्धति और आधुनिक शिक्षा पद्धति के समिश्रण से बनी नई शिक्षा नीति का अनुसरण किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के गौरव को पुनः प्रशस्त करने के लिए सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’’ का मंत्र दिया है उसने देश की राजनीति की दिशा और दशा को बदलने का कार्य किया है। गरीब कल्याण योजनाओं ने अंतिम पायदान पर खड़े हुए प्रत्येक व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान लाने का काम किया है। आज देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को विश्व स्तरीय बनाने के लिए जहां बड़ी-बड़ी योजनाओं का प्रधानमंत्री द्वारा शिलान्यास किया जाता है, वहीं उनका उद्घाटन भी किया जाता है। आज केन्द्र और राज्य सरकार के सहयोग से हमारा प्रदेश भी सर्वश्रेष्ठ राज्य बनने की दौड़ में तेज गति से आगे बढ़ रहा है। राज्य में भ्रष्टाचार और भर्ती घोटालों पर किए गए प्रहार से लेकर समान नागरिक आचार संहिता, धर्मांतरण कानून, महिला आरक्षण, भू-कानून, देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून बनाना और गरीबों को तीन निःशुल्क सिलेंडर देने जैसे कठिन मुद्दों पर सरकार द्वारा उठाए गए कदम इस बात का प्रमाण हैं कि आज राज्य सरकार प्रदेश हित में ऐसे मुद्दों पर भी निर्णय लेने का कार्य कर रही है, जिन मुद्दों को वर्षों तक ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था।
इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, हरिद्वार सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक प्रदीप बत्रा, महामंत्री संगठन अजेय कुमार, जिलाध्यक्ष भाजपा शोभाराम प्रजापति एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

सभी विभागों को सितम्बर माह तक 50 प्रतिशत पूंजीगत परिव्यय के लक्ष्य को पूरा करने के निर्देश

अपर मुख्य सचिव आनंदवर्धन ने सभी विभागों को पूँजीगत परिव्यय में वृद्धि के निर्देश दिए हैं। एसीएस ने राज्य सरकार के सभी विभागों को सितम्बर माह तक 50 प्रतिशत व्यय के लक्ष्य को पूरा करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि पूँजीगत परिव्यय की नियमित समीक्षा की जाएगी। सचिवालय में पूँजीगत परिव्यय की समीक्षा बैठक के दौरान अपर मुख्य सचिव ने कृषि विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, पशुपालन विभाग, राज्य सम्पति विभाग, आपदा प्रबन्धन विभाग, न्याय विभाग, मत्सय पालन विभाग, पंचायती राज विभाग, गन्ना विकास विभाग, राजस्व विभाग, कोषागार, ग्रामीण अभियंत्रण सेवा, वित्त विभाग तथा खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग तथा पुलिस एवं कारागार विभाग के पूंजी परिव्यय तथा पूँजीगत योजनाओं की समीक्षा की। इसके साथ ही एसीएस ने विभिन्न विभागों में केन्द्र पोषित योजनाओं (सीएसएस), ईएपी तथा नाबार्ड पोषित योजनाओं के पूंजीगत परिव्यय की भी समीक्षा की।
एसीएस ने सचिव वित्त को निर्देश दिए की जिन विभागों का अपने बजट प्रावधान के सापेक्ष शून्य प्रतिशत जारी राशि तथा परिव्यय रहा है उनकों शीघ्र कार्यवाही हेतु पत्र भेजे जाए। एसीएस ने सभी विभागों को अपने रिलीज बजट तथा परिव्यय का प्रतिमाह का लक्ष्य निर्धारित कर उसे पूरा करने के सख्त निर्देश दिए हैं।
बैठक में सचिव वित्त दिलीप जावलकर, सचिव आपदा प्रबन्धन डा0 रंजीत कुमार सिन्हा, सचिव पशुपालन डा0 बी वी आर सी पुरूषोतम तथा अन्य सम्बन्धित विभागों के उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।

सीएम ने एसबीआई का आपदा राहत कोष में सहयोग करने पर जताया आभार

जोशीमठ में भू-धंसाव वाले क्षेत्र से विस्थापित लोगों के राहत और पुनर्वास के लिए भारतीय स्टेट बैंक द्वारा गुरूवार को उत्तराखण्ड राज्य आपदा राहत कोष में 2 करोड़ रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में भारतीय स्टेट बैंक, नई दिल्ली मण्डल के मुख्य महाप्रबंधक कल्पेश कृ. अवासिया ने भेंट कर 2 करोड़ रूपये का चेक सौंपा। मुख्यमंत्री ने प्रभावितों की सहायता के लिए इस सहयोग राशि के लिए भारतीय स्टेट बैंक का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के चिन्हित चार वाइब्रेंट विलेज माणा, नीति, मलारी एवं गूंजी में अवस्थापना विकास से संबंधित अनेक कार्य किये जाने हैं, इसके लिए भी उन्होंने एस.बी.आई से सहयोग की अपेक्षा की।
भारतीय स्टेट बैंक, नई दिल्ली मण्डल के मुख्य महाप्रबंधक कल्पेश कृ. अवासिया ने कहा कि एस.बी.आई सामाजिक जिम्मेदारियों के अन्तर्गत समाज में जागरूकता फैलाने तथा जरूरतमंद लोगों की सहायता करने के लिए समय-समय पर समाज के विभिन्न स्तरों पर आर्थिक सहयोग प्रदान करता रहता है। भविष्य में भी राज्य की विभिन्न सामाजिक गतिविधियों में योगदान देता रहेगा।
इस अवसर पर एस.बी.आई के उत्तराखण्ड अंचल के उप महाप्रबंधक राजकुमार सिंह एवं अमरेन्द्र कुमार सिंह भी उपस्थित रहे।

सहभोज कार्यक्रम कर संघ की परिपाटी को आगे बढ़ा रहे सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी जिले के भ्रमण के दौरान चिन्यालीसौड़ में पार्टी कार्यकर्ताओं से भेंट कर उनके साथ अपने भोजन का टिफिन साझा किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार उत्तराखंड के सर्वागींण विकास के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही हैं, राज्य सरकार के जन कल्याणकारी प्रयासों को केंद्र सरकार का भरपूर सहयोग मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में गत 9 वर्षों के दौरान देश-विदेश में भारत का मान सम्मान बढ़ा है और राज्य तथा देश मे इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की है। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं के सहयोग से इन 9 सालों की उपलब्धि को जन-जन तक पहुचाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता पार्टी, सरकार और जनता के बीच की महत्वपूर्ण कड़ी है। जनकल्याण के कार्यों में पार्टी कार्यकर्ताओं के सुझाव पर प्रभावी कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कार्यकर्ता से सरकार की उपलब्धि को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रो तक पहुँचने का आहवान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषिकेश से गंगोत्री तक रेल मार्ग का निर्माण प्रस्तावित है इसके साथ ही विकासनगर-बडकोट मोटर मार्ग को चौड़ीकरण किया जाएगा, यमुनोत्री में रोपवे कार्य का निर्माण जल्द शुरू कर दिया जाएगा। इससे गंगोत्री-यमुनोत्री की यात्रा अधिक सरल एवम सुगम हो जाएगी और जिले में यात्रा से जुड़े कारोबार में तेजी आएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि समान नागरिक संहिता कानून जल्द ही प्रदेश में लागू कर दिया जाएगा।
इस दौरान गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान, पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान, जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला, एसडीएम भटवाड़ी चत्तर सिंह चौहान, जिलाध्यक्ष भाजपा सत्येंद्र सिंह राणा, पूर्व चेयरमैन बडकोट अतोल रावत, महामंत्री भाजपा मुकेश टम्टा, वरिष्ठ भाजपा नेता सूरत राम नोटियाल आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे।

राज्य के पौराणिक स्थलों को तीर्थाटन और पर्यटन की दृष्टि से किया जायेगा विकसित-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को चोपड़ाधार कटखाण, चिन्यालीसौड, उत्तरकाशी स्थित नागराज मंदिर में भगवान नागराज प्रकट दिवस के अवसर पर आयोजित आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक मेले ‘गौ महोत्सव’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने नागराज मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। उन्होंने मंदिर परिसर में कथावाचक स्वामी गोपाल मणि महाराज की कथा में सम्मिलित होकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नागराज मंदिर में पैदल एवं सड़क मार्ग का निरीक्षण कर, मार्गों को शीघ्र विकसित किए जाने की बात कही। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रीय समस्याओं के समाधान का भी आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गोपाल मणि महाराज को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पूज्य संत गोपाल मणि महाराज जी के प्रयासों से देश-विदेश में सनातन संस्कृति को संवारने एवं लोगों में गौ सेवा का भाव पैदा हो रहा है। उन्होंने कहा कि भगवान नागराज की महिमा से हम सभी भली-भांति परिचित हैं और इसी कारण यहां देश-विदेश से श्रद्धालु शीश झुकाने आते है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राचीन भारतीय संस्कृति में गाय को मां का दर्जा प्राप्त है। गाय हमारी संस्कृति और परंपरा का महत्वपूर्ण अंग है। जो लोग गाय पालते हैं उनके पास धन संपदा की कोई कमी नहीं रहती। गौ रक्षा की बात करना हमारे लिए गर्व की बात है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के डेयरी सेक्टर को मजबूत करना, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकताओं में से एक है। प्रदेश सरकार गौ संरक्षण एवं डेयरी विकास की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा उत्तराखंड की स्थानीय संस्कृति तथा धार्मिक आयोजनों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिए जाने पर कार्य किया जा रहा है। उत्तराखंड से जाकर विदेशों में बसे हमारे प्रतिभाशाली लोग भी अपनी लोक संस्कृति को वैश्विक पटल पर पहचान दिलाने का काम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार देवभूमि के सभी देव स्थानों, मंदिरों और पूजा स्थलों को विकसित करने और उनका नियमित रखरखाव करने के लिए प्रतिबद्ध है। देवभूमि के प्रसिद्ध मंदिरों के साथ-साथ स्थानीय पूजा स्थलों और पौराणिक स्थलों को भी तीर्थाटन और पर्यटन के नक्शे पर स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है। उत्तराखंड को देश और दुनिया की आध्यात्मिक व सांस्कृतिक राजधानी बनाने के लिए हम निरंतर प्रयासरत हैं। उन्होने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राज्य सरकार, उत्तराखंड के गांवों और युवाओं को जितना हो सके उतना सशक्त बनाए जाने पर कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि सुदूर गांवों तक सभी प्रकार की सुविधाएं पहुंचे। देवभूमि के सभी गांव 21वीं सदी के गांव बने। प्रदेश में सैकड़ो दिव्य स्थल एवं पौराणिक धरोहरों को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने का कार्य भी तेज़ी से चल रहा है। जिससे स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगा। उन्होने कहा राज्य के प्रत्येक व्यक्ति की सहभागिता से उत्तराखंड राज्य को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।
इस अवसर पर संत गोपाल मणि महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड का चौमुखी विकास हो रहा है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री के नागराज मंदिर में आने से इस क्षेत्र के लोगों में खुशी के साथ क्षेत्र के विकास की उम्मीद जगी है।
इस दौरान विधायक सुरेश चौहान, विधायक संजय डोभाल, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

272 अभ्यर्थियों को सीएम ने प्रदान किये नियुक्ति पत्र

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्राविधिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में 272 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। प्राविधिक शिक्षा विभाग द्वारा पॉलिटेक्निक के विद्यार्थियों के लिए मई 2023 में देहरादून में रोजगार मेले आयोजन किया गया था। विभिन्न कंपनियों में इन विद्यार्थियों के चयन के बाद आज नियुक्ति पत्र प्रदान किये गये।
मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले सभी छात्र-छात्राओं को बधाई दी एवं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में 9 वर्षों से देश में युवाओं के लिए रोजगार और स्वरोजगार के क्षेत्र में जो अभियान चल रहा है, उसमें रोजगार मेले की एक कड़ी और जुड़ी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। युवाओं को रोजगार एवं स्वरोजगार के उचित अवसर मिले इसके लिए विभिन्न तकनीकी संस्थाओं में प्रशिक्षण हेतु आधुनिक सुविधायें, ढांचागत विकास, उच्च स्तरीय ई-लर्निंग केन्द्रों की स्थापना, विभिन्न तकनीक के विस्तार, अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्रों की स्थापना के लिए सरकार द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं। सरकार का उद्देश्य प्रदेश को सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विकसित करते हुए जनमानस की समस्याओं का पारदर्शिता पूर्ण निराकरण कर गुड गवर्नेंस देना है। इस कार्य में तकनीकी शिक्षा विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन छात्र-छात्राओं को आज नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए हैं उनके अन्दर जो जोश एवं प्रतिभा परिलक्षित हो रही है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि वे इसी जोश के साथ अपनी लगन, ज्ञान एवं स्किल के बल पर उन्हें रोजगार देने वाली कम्पनियों की अपेक्षाओं में खरा उतरेंगे। मुख्यमंत्री ने उद्योगों के प्रतिनिधियों से अपेक्षा की है कि वे इंटर्नशिप, इण्डस्ट्रियल ट्रेनिंग के साथ-साथ हैण्डस आन प्रैक्टिकल के लिए राज्य सरकार को सहयोग देंगे एवं उत्तराखण्ड के छात्र-छात्राओं को इस क्षेत्र में और अधिक अवसर प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की स्थापना की रजत जयन्ती हेतु सरकार ने 25 संकल्प लिए हैं, इसी कड़ी में तकनीकी शिक्षा विभाग को वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली व्यावसायिक शिक्षा मिशन योजना के क्रियान्वयन हेतु जिम्मेदारी दी गयी है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस प्रयास से प्रदेश में व्यावसायिक व तकनीकी शिक्षा के माध्यम से रोजगार व स्वरोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
तकनीकि शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले सभी अभ्यर्थियों को शुभकामना देते हुए कहा कि आज इन युवाओं का पढ़ाई करने के बाद नौकरी करने का सपना पूरा हो रहा है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि जिन प्रतिष्ठानों द्वारा इनको नियुक्ति दी जा रही है, सभी अभ्यर्थी इन प्रतिष्ठानों में पूरी लगन के साथ कार्य करेंगे। हमारे ये अभ्यर्थी लगन से कार्य करेंगे, तो औद्योगिक संस्थानों का झुकाव हमारे युवाओं की ओर तेजी से बढ़ेगा। तकनीकि शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य के पॉलिटेक्निक के बेहतर अवस्थापना सुविधाओं के लिए 1 साल में 300 करोड़ रूपये दिये गये। इंडस्ट्री के साथ बैठक कर उनकी मांग के आधार पर राज्य में कोर्स बढ़ाये गये हैं। उन्होंने कहा कि रोजगार मेलों के माध्यम से 60 प्रतिशत युवाओं का चयन हो रहा है। कुछ पॉलिटेक्निक से लगभग शत प्रतिशत छात्रों का भी चयन हो रहा है।
इस अवसर पर जानकारी दी गई कि 25 अप्रैल 2023 को कुमांऊ क्षेत्र के विभिन्न पॉलीटेक्निक संस्थाओं में अध्ययन कर रहे छात्र-छात्राओं हेतु राजकीय पॉलिटेक्निक काशीपुर में जो रोजगार मेले का आयोजन कराया गया था, उसमें 430 छात्र -छात्राओं ने रोजगार प्राप्त किया। इसी प्रकार गढ़वाल क्षेत्र के लिए 8 मई 2023 को आयोजित कराए गए रोजगार मेले में करीब 608 युवाओं को रोजगार प्राप्त हुआ। ऑनलाईन प्लेसमेंट सेल के माध्यम से 401 एवं विभिन्न संस्थाओं में आयोजित कैंपस प्लेसमेंट द्वारा 669 छात्रों को रोजगार प्रदान किये जाने के साथ ही कुल 2108 छात्रों को रोजगार प्राप्त हुआ है।
इस अवसर पर विधायक प्रमोद नैनवाल, सुरेश सिंह चौहान, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव रविनाथ रमन, निदेशक प्राविधिक शिक्षा आर.पी.गुप्ता, महानिदेशक यू कॉस्ट प्रो. दुर्गेश पंत एवं प्राविधिक शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने कहा-पर्यावरण दिवस मात्र एक दिन नही मनाया जाये, प्रतिदिन प्रकृति का संरक्षण करने पर दिया जोर

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं वन मंत्री सुबोध उनियाल ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास के समीप वृक्षारोपण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्कूल के छात्र-छात्राओं को जूट के बैग भी प्रदान किये।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर घोषणा की कि राज्य के चार जनपदों देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह नगर एवं नैनीताल में 50-50 किमी के साईकिल ट्रैक बनाये जायेंगे एवं 9 जनपदों में यथा संभव साईकिल ट्रैक बनाये जायेंगे। राज्य में स्प्रिंग व रिवर रिजुवनेशन बोर्ड बनाया जायेगा। सभी 13 जनपदों में स्वच्छता के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाली एक-एक ग्राम पंचायत को पुरस्कृत किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री आवास से वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारियों की बैठक लेते हुए निर्देश दिये कि जनपदों में पर्यावरण संरक्षण के लिए नियमित जन जागरूकता अभियान चलाये जाए और इस दिशा में विभिन्न विभागों के माध्यम से लगातार कार्य किये जाएं। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण एवं स्वच्छता अभियान के लिए जन सहयोग भी लिया जाए। उन्होंने कहा कि हमारी आने वाली पीढ़ियों को शुद्ध जल, हवा, मिट्टी एवं पर्यावरण मिले, इसके लिए पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सभी को ध्यान देना होगा। वैश्विक तापमान में वृद्धि एवं जल स्तर का नीचे जाना सभी के लिए चिंता का विषय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे प्रदेश का अधिकांश क्षेत्र वनों से आच्छादित है, वनों के संरक्षण के लिए हमें इससे होने वाले फायदे को लोगों की आजीविका से जोड़ना होगा जिससे इकोलॉजी पर आधारित रोजगार को बढ़ाना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मिट्टी को बचाने के लिए हमें 5 प्रमुख बातों पर फोकस करना होगा। मिट्टी को केमिकल फ्री कैसे बनाएं। मिट्टी में जो प्राकृतिक जैविक खाद के रूप में काम आने वाले जीव रहते हैं, हम उन्हें कैसे बचाएं। मिट्टी की नमी को कैसे बनाए रखें और उस तक जल की उपलब्धता कैसे बढ़ाएं। भूजल कम होने की वजह से मिट्टी को जो नुकसान हो रहा है, उसे कैसे दूर करें। वनों का दायरा कम होने से मिट्टी का जो लगातार क्षरण हो रहा है, उसे कैसे रोकें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृदा स्वास्थ्य कार्ड देने का बहुत बड़ा अभियान चलाया, जिससे किसानों को काफी लाभ हुआ। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश में पिछले 9 साल से जो भी प्रमुख विकास योजनाएं संचालित हो रही हैं, उन सभी में किसी न किसी रूप से पर्यावरण संरक्षण की बात होती है, स्वच्छ भारत मिशन, अमृत मिशन के तहत शहरों में आधुनिक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स का निर्माण, सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्ति का अभियान हो या फिर नमामि गंगे के तहत गंगा स्वच्छता का अभियान हो, पर्यावरण रक्षा के क्षेत्र में हमारे देश के प्रयास बहुआयामी रहे हैं। जल संरक्षण की दिशा में देशभर में अमृत सरोवर की शुरुआत की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रदेश के लिए गर्व का विषय है कि राज्य को जो 975 अमृत सरोवर बनाने का लक्ष्य मिला था, उसके सापेक्ष अब तक करीब 1092 अमृत सरोवरों का निर्माण किया जा चुका है।
वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। यह चुनौती पूरे विश्व की है। उन्होंने कहा कि जिस तेज गति से भौगोलिक एवं जलवायु परिवर्तन हो रहा है, यह चिंता का विषय है। राज्य में पर्यटन आधारित गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं, इसके दृष्टिगत भी हमें पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिक वृक्षारोपण एवं स्वच्छता की दिशा में और प्रयास करने होंगे। जल स्रोतों के पुनर्जीवीकरण की दिशा में विशेष प्रयास करने होंगे। पर्यावरण संरक्षण के लिए जन सहभागिता को बढ़ाना होगा, इसमें जनपदों में जिलाधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि वन सम्पदाओं को लोगों की आजीविका से जोड़ना जरूरी है। वन पंचायतों को मजबूत बनाना जरूरी है, लाखों लोग इससे जुड़े होते हैं।
बैठक के दौरान जिलाधिकारियों ने जनपदों में पर्यावरण संरक्षण के लिए किये जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी। बैठक शुरू होने से पूर्व उड़ीसा के बालासोर में हुई रेल दुर्घटना में मृतकों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव वन आर. के सुधांशु, प्रमुख वन संरक्षक अनूप मलिक, वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं वर्चुअल माध्यम से सभी जिलाधिकारी उपस्थित रहे।

क्रिकेटर आकाश मधवाल ने सीएम से मुलाकात की

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में उत्तराखण्ड के क्रिकेटर आकाश मधवाल ने भेंट की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उन्हें सम्मानित किया एवं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उत्तराखण्ड के क्रिकेटर आकाश मधवाल ने आईपीएल 2023 में मुंबई इंडियंस की टीम से खेलते हुए गेंदबाजी में शानदार प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड एथलेटिक्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष जितेन्द्र नेगी एवं संजय सिंह भी उपस्थित रहे।

यूसीसी की अध्यक्ष ने की विधि आयोग के अध्यक्ष से नई दिल्ली में मुलाकात

समान नागरिक संहिता (यूसीसी) की अध्यक्ष न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) रंजना प्रकाश देसाई ने विधि आयोग के अध्यक्ष न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) ऋतुराज अवस्थी से उत्तराखंड सदन, नई दिल्ली में शिष्टाचार भेंट की।

मीडिया से अनौपचारिक संवाद के दौरान यूसीसी की अध्यक्ष रंजना प्रकाश देसाई ने जानकारी दी कि उन्होंने आज उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता के संबंध में अभी तक हुए कार्य की सामान्य जानकारी राष्ट्रीय विधि आयोग के अध्यक्ष के साथ सांझा की। रंजना प्रकाश देसाई ने बताया कि उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता पर अभी तक बेसिक कंसल्टेशन का कार्य हो चुका है। यूसीसी पर काफी काम किया जा चुका है। राज्य में समान नागरिक संहिता के सभी हितधारकों से चर्चा की जा चुकी है। यूसीसी की उप समितियों ने विभिन्न धर्माे, समुदायों, हितधारको तथा वर्गों से इस संबंध में विचार विमर्श किया है। सभी राजनीतिक दलों के साथ भी इस संबंध में बैठक कर ली गई है तथा उनके सुझाव प्राप्त कर लिए गए हैं।
रंजना प्रकाश देसाई ने कहा कि हमारी अपेक्षा है यूसीसी पर बनाया गया हमारा ड्राफ्ट सभी को पसंद आए। यूसीसी पर अभी हमारी बैठके निरंतर जारी हैं। इस दिशा में हमें सभी समुदायों का सहयोग मिल रहा है।

प्रधानमंत्री का विरोध करना मर्यादा के विरुद्ध-अग्रवाल

पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व संसदीय कार्यमंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने लोकतंत्र के मंदिर नए संसद भवन के उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा किये जाने का विरोध कर रहे विपक्षियों के रुख की आलोचना की है।
शनिवार को संसदीय कार्यमंत्री डॉ अग्रवाल ने कहा कि जनता की आशाओं के प्रतीक, भव्य, अद्भुद व आलीशान संसद भवन, जिसमें आधुनिकता एवं संस्कृति का संगम समाहित है, यह बुलंद भारत की नई तस्वीर है। नई संसद स्वतंत्रता के बाद बना गौरवशाली एवं ऐतिहासिक भी है। ऐसे पल पर विपक्ष को राजनीति करने से बाज आना चाहिए। उन्होंने कहा कि विपक्ष को इसके उद्घाटन पर लोकतंत्र के त्योहार के रूप में मनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विपक्ष को खुश होना चाहिए कि देश को नई संसद मिल रही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को रिकॉर्ड समय में नई संसद बनाने के लिए सरकार की प्रशंसा करनी चाहिए, जबकि वे सरकार की आलोचना कर रहे हैं।
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि वह नई संसद के उद्घाटन के बेवजह विवाद के खिलाफ हैं। विपक्ष के पास मुद्दों की कमी है वह हमेशा सही चीज का ही विरोध करते है। उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष राष्ट्रपति से इतना ही प्रेम दर्शा रहा है तो राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष ने उनके खिलाफ कैंडिडेट क्यों खड़ा किया था।
संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति बनने के बाद विपक्ष ने उनपर अभद्र भाषा का प्रयोग किया। यही नहीं बजट सत्र के दौरान राष्ट्रपति के अभिभाषण का भी विरोध कर विपक्ष ने लोकतंत्र के मूल्यों का अपमान किया था। मगर, आज उन्हीं से नई संसद भवन का उद्घाटन कराने पर आतुर दिख रहे है जो कि सिर्फ राजनीति भर है। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी रहे प्रधानमंत्रियों ने लोकतंत्र के ऐसे नए आयामों का लोकार्पण व शिलान्यास किया है। इस लिए बेवजह प्रधानमंत्री पर निशाना साधना छोड़ दे और कार्यक्रम में शामिल होकर इसकी शोभा बढ़ाये।