16 अगस्त को भारी जन समर्थन के साथ भाजपा प्रत्याशी बागेश्वर मे करेगा नामांकनः भट्ट

भाजपा बागेश्वर उपचुनाव मे मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में 16 अगस्त को व्यापक जन समूह के साथ पार्टी प्रत्याशी का नामांकन करेगी।फिलहाल पार्टी ने 3 नामों का पैनल केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड के समक्ष भेज दिया है जिस पर विचार के उपरांत शीघ्र ही पार्टी उम्मीदवार के नाम पर मुहर लग जायेगी ।

पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से अनौपचारिक वार्ता मे उन्होंने कहा कि वीरवार को राज्य चुनाव समिति ने विचार विमर्श के बाद 3 शीर्ष नामों को केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड को भेज दिया है। संभवत शीघ्र ही पार्टी पार्लियामेंट्री बोर्ड नामों पर विचार कर उम्मीदवार की घोषणा कर देगा।
उन्होंने बताया, संगठन ने प्रत्याशी के नामांकन की तैयारी शुरू कर दी है जिसके अनुसार 16 अगस्त को अपार जनसमूह के साथ पार्टी प्रत्याशी का नामांकन किया जायेगा । इस दौरान मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे।
भट्ट ने कहा कि कार्यकर्ताओं की सहमति और जनभावनाओं के अनुरूप उम्मीदवार उम्मीदवार तय किया जायेगा। पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वर्गीय चंदन राम दास जीवनपर्यंत बागेश्वर क्षेत्र की भलाई के लिए काम करते रहे हैं लिहाजा स्थानीय जनता और कार्यकर्ताओं में उनके परिवार के प्रति सद्भावना होना तय है । पार्टी वहां कार्यकर्ताओं की सहमति से ऐसे उम्मीदवार को खड़ा करेगी जो स्वर्गीय दास के अधूरे कार्यों को पूरा कर जनभावनाओं पर खरा उतरे।

उन्होंने कांग्रेस की चुनौती को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि भाजपा सकारात्मक राजनीति करते हुए जीतने के लिए और कांग्रेस हारने के लिए चुनाव लड़ती है। हम पूर्व निधारित नीति के अनुसार पार्टी प्रत्याशी का चयन करते हैं और कांग्रेस अपनी पार्टी के अंदर और बाहर उम्मीदवार ढूंढती है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस को आज अपनी पार्टी में ही कोई उम्मीदवार नहीं मिल रहा है और मीडिया के माध्यम से जानकारी आ रही है कि वे उम्मीदवार दूसरी पार्टी से आयात करने वाले हैं । दोनों पार्टियों में सोच का यही फर्क हमे रिकॉर्ड मतों से जिताने वाला है और कांग्रेस की एक बार फिर से जमानत जब्त होने वाली है।
भट्ट ने सड़कों को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष द्वारा जारी वीडियो को लेकर कहा कि मुख्यमंत्री धामी के बेहतर प्रबंधन में मानसूनी आपदा के बावजूद आज प्रदेश की सड़के मात्र घंटे दो घंटे में खोल दी जाती हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस को अपना जमाना याद करना चाहिए जब एक एक महीने तक सड़के बंद रहती थी। उन्होंने सलाह देते हुए कहा, सड़क बंद के साथ सड़क खुलने की वीडियो भी उन्हे डालनी चाहिए ताकि बाहर से आने वाले लोग भ्रमित न हो और राज्य की छवि प्रभावित नही हो।

बागेश्वर में सीएम की 17 घोषणाओं पर एसीएस ने अधिकारियों को शीर्ष प्राथमिकता पर करने के दिए निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा बागेश्वर विधानसभा के लिए की गई कुल 17 घोषणाओं की प्रगति की सचिवालय में समीक्षा के दौरान अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने अधिकारियों को सीएम घोषणाओं का क्रियान्वयन शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर करने के निर्देश दिए हैं। एसीएस रतूड़ी ने स्पष्ट किया कि सभी विभाग टारगेट ऑरियेन्टेड कार्यशैली के साथ सरलीकरण की प्रक्रिया को अपनाते हुए सीएम की घोषणाओं पर गम्भीरता से कार्य करें।

बैठक के दौरान धर्मस्व विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि मुख्यमंत्री की घोषणा के तहत बागनाथ मन्दिर में निर्माणधीन धर्मशाला एवं काल भैरव धर्मशाला के पुर्नद्धार हेतु शासन स्तर से शासनादेश एवं धनराशि निर्गत कर दी गई है तथा आगे की कार्यवाही गतिमान है। हरज्यू मन्दिर दफौट, नीलेश्वर एवं चण्डिका मन्दिर, बागेश्वर को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने हेतु कार्यवाही गतिमान है। कोट भ्रामरी मंदिर के स्थल विकास के सम्बन्ध में भी कार्यवाही गतिमान है।

बैठक में लोक निर्माण विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि पालडी से जैनकरास मोटर मार्ग एवं गुरना से नैनी उडियार मोटर मार्ग के डामरीकरण के सम्बन्ध में शासनादेश जारी हो चुका है। चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जानकारी दी गई है कि बागेश्वर जिला चिकित्सालय के भवन की स्वीकृति के सम्बन्ध में कार्यवाही गतिमान है। नागरिक उडडयन विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि बैजनाथ मेला डुंगरी हैलीपैड विस्तारीकरण के सम्बन्ध में जल्द ही सर्वेक्षण की कार्यवाही आरम्भ की जाएगी।

बैठक में परिवहन विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि बागेश्वर को रेलवे मानचित्र में स्थान दिलाये जाने के लिए टनकपुर-बागेश्वर रेलवे लाईन का निर्माण कराये जाने के लिए भारत सरकार में प्रयास के सम्बन्ध में आयुक्त कुमाऊ मण्डल एवं जिलाधिकारी बागेश्वर, चम्पावत तथा अल्मोड़ा को पूर्वाेत्तर रेलवे गोरखपुर द्वारा उपलब्ध करायी गयी टनकपुर बागेश्वर नई प्रस्तावित रेल लाईन के फाइनल लोकेशन सर्वे से सम्बन्धित सूचना के सम्बन्ध में अपनी रिर्पाेट उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिए गए है। संस्कृति विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि कोट भ्रामरी मेले को राजकीय मेला घोषित करने के सम्बन्ध में कार्यवाही गतिमान है।

बैठक में सचिव अरविन्द सिंह हयांकी, हरीचंद सेमवाल, अपर सचिव विनीत कुमार, डा0 अमनदीप कौर, सी रविंशकर, जगदीश काण्डपाल तथा सम्बन्धित विभागों के अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

हजारों जनसैलाब ने नम आंखों से दी मंत्री चंदन राम दास को अंतिम विदाई

दिवंगत बागेश्वर विधायक व कैबिनेट मंत्री चन्दन राम दास को जनसैलाब ने नम आंखों से दी अंतिम विदाई। प्रातः 10.45 बजे उनके आवास से भारी जन समूह के साथ निकली शव यात्रा जब तक सूरज चांद रहेगा, चन्दन तेरा नाम रहेगा व चन्दन अमर रहे जैसे नारों के साथ बाजार होते हुए बागनाथ सरयू घाट पहुंची। जहां पर राजकीय सम्मान व पुलिस टुकडी की मातमी धुन के साथ अंतिम विदाई दी गयी। दिवंगत कैबिनेट मंत्री चन्दन राम दास की चिता को उनके दोनों पुत्रों द्वारा मुखाग्नि दी गयी।

इससे पूर्व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, रेखा आर्या, प्रेम चन्द्र अग्रवाल, सौरभ बहुगुणा, प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, विधायक सुरेश गढ़िया, विशन सिंह चुफाल, दीवान सिंह बिष्ट, भोपाल राम टम्टा, प्रमोद नैनवाल, बंशीधर भगत, जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव, जिलाधिकारी अनुराधा पाल, पुलिस अधीक्षक हिमांशु वर्मा ने पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शोक संवेदना प्रकट कर स्व0 चन्दन राम दास के आकस्मिक निधन को राजनीति के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति बताते हुए कहा कि ईश्वर पुण्य आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे एवं शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की। उन्होंने कहा स्व0 दास सहज व मृदुभाषी थे, उनका हमारे बीच से यो चले जाना दुखद है। यह समाज, राज्य व पार्टी के लिए भी अपूरणीय क्षति है। उन्होंने हमेशा गरीबों व समाज के अंतिम छोर पर खडे व्यक्ति के लिए काम किया व जन आवाज को विधानसभा में प्रमुखता से उठाते थे। उन्होंने कहा उनके सपनों व संकल्पों को आगे बढ़ाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने शोकाकुल परिवार को उनके घर जाकर ढांढस बधाया।

इस दौरान विधायक सरिता आर्या, राम सिंह कैडा, मेयर जोगेन्द्र रौतेला, पूर्व मंत्री बलवंत सिंह भौर्याल, जिलाध्यक्ष भाजपा इन्द्र सिंह फर्स्वाण, पूर्व विधायक शेर सिंह गडिया, महेश नेगी, ललित फर्स्वाण, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, नगर पालिका अध्यक्ष सुरेश खेतवाल, अल्मोडा प्रकाश चन्द्र जोशी, नगर पंचायत अध्यक्ष गोविन्द सिंह बिष्ट, प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र सिंह बिष्ट, संगठन मंत्री अजेय कुमार, ब्लॉक प्रमुख गोविन्द दानू, पुष्पा देवी, हेमा बिष्ट, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश ऐठानी, देवकी नंदन जोशी, खंडक टगडिया, कुन्दन रैखोला, अपर जिलाधिकारी चन्द्र सिंह इमलाल, प्रभागीय वनाधिकारी हिमांशु बागरी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 डीपी जोशी, उपजिलाधिकारी हरगिरि, मोनिका सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी व जनसैलाब मौजूद रहा।

बागेश्वर की कविता देवी और देहरादून की निकिता चौहान को राष्ट्रपति करेंगी सम्मानित

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बागेश्वर जिले की कविता देवी तथा देहरादून जिले की निकिता चौहान को भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान 2023 के लिए चयनित होने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारे राज्य की महिला सरपंचों को यह सम्मान मिलना प्रदेशवासियों विशेषकर यहां की महिलाओं के लिए गौरव का विषय है। यह सम्मान उत्तराखण्ड में जमीनी स्तर पर महिला नेतृत्व के असाधारण योगदान का सम्मान है। यह सम्मान उन सभी लोगों को प्रेरित करेगा जो अपने गांवों को स्वच्छ बनाने तथा गांवों में जल संरक्षण के लिए कार्य कर रहे हैं। गांवों को स्वच्छ बनाने, ओडीएफ प्लस मॉडल गांवो के निर्माण, हर घर जल मिशन व जल संरक्षण में ग्राम प्रधानों एवं सरपंचों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उत्तराखण्ड में महिला ग्राम प्रधान, महिला सरपंच, महिला स्वच्छाग्रही, महिला स्वयं सहायता समूह, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री बहनें धरातल स्तर पर अपनी प्रभावी नेतृत्व क्षमता और कुशल प्रबन्धन के माध्यम से राज्य के विकास में असाधारण योगदान दे रही हैं।
केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय द्वारा स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान के तहत 04 मार्च से अर्न्तराष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह मनाया जाएगा। इस वर्ष उत्तराखण्ड की दो महिलाओं का चयन भी स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान 2023 के लिए हुआ है। 04 मार्च को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू तथा केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत इन्हें सम्मानित करेंगे। भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा जनपद बागेश्वर से सरपंच कविता देवी तथा देहरादून जिले से सरपंच निकिता चौहान को अपने गांवो को ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त) प्लस मॉडल बनाने की दिशा में उत्कृष्ट कार्य तथा असाधारण योगदान देने हेतु स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान 2023 के लिए चयनित किया गया है।

बागेश्वर में उत्तरायणी मेला में वर्चुअल माध्यम से जुड़े सीएम, गरूड़ में की खेल मैदान बनाने की घोषणा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में सौर ऊर्जा की अपार संभावनाएं हैं। सौर ऊर्जा के सही उपयोग एवं इसे बढ़ावा देने हेतु जल्द ही राज्य में सौर ऊर्जा नीति लाई जाएगी। जिस परियोजना में सबसिडी भी प्रदान की जाएगी। इससे प्रदेश के हजारों युवाओं को भी जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा बागेश्वर को रेलवे के मानचित्र में जोड़ने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार मिलकर तेजी से कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल माध्यम से बागेश्वर में उत्तरायणी मेला-2023 के शुभारम्भ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने बागेश्वर जिले हेतु बालीघाट – धरमघर सड़क का जीर्णाेद्धार किए जाने, गोलू मार्केट गरुड़ का विनियमितीकरण किए जाने एवं बागेश्वर में खेल मैदान निर्माण कार्य किए जाने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देवभूमि के लोक पर्व उत्तरायणी और मकर संक्रांति की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कुमाऊँ की काशी, बागेश्वर में बाबा बागनाथ के मंदिर की छांव तले, सरयू गोमती और अदृश्य सरस्वती नदी के संगम तट पर आयोजित होने वाले उत्तरायणी मेले की भी आप सभी को बधाई देता हूँ। उन्होंने कहा मकर संक्रांति एकमात्र पर्व है, जिसका आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दोनों ही दृष्टियों से व्यापक महत्व है। हम सभी मकर संक्रांति को सूर्य के उत्तरायण होने के साथ-साथ भीष्म पितामाह के देह त्याग के दिन के रूप में भी जानते हैं। संक्रान्ति का अर्थ है “परिवर्तन“ इस दिन सूर्य भगवान धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इसे पुण्यकाल और संक्रमण काल के रूप में स्वीकार किया जाता है। मकर संक्रांति के पावन अवसर पर पतित-पावनी सरयू नदी खासकर त्रिमाधी स्नान के साथ पौराणिक बागनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना का पौराणिक काल से ही विशेष धार्मिक महत्व रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राष्ट्र की सांस्कृतिक विविधता को समाहित करने वाला यह सांस्कृतिक आयोजन, हम सभी को अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के निर्वहन के संकल्प की भी याद दिलाता है। इस तरह के सांस्कृतिक मेले हमारी विलुप्त होती लोक विरासत को संरक्षण प्रदान कर रहा है और आने वाली पीढ़ी को हमारी लोक संस्कृति से परिचित कराने का कार्य कर रहा है। राष्ट्र और संस्कृति को प्रत्यक्ष रूप से जानने का अवसर प्रदान करने वाला यह सांस्कृतिक मेला, निश्चित रूप से हमारी आगामी पीढ़ी के लिए सामाजिक समरसता को प्रगाढ़ करने का कार्य करेगा। ऐसे सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से हमारे राज्य के कलाकारों को भी एक मंच प्राप्त होता है और उनकी कला को प्रोत्साहन मिलता है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज उत्तराखंड का ही नहीं बल्कि पूरे देश का भी सांस्कृतिक वैभव बढ़ रहा है। उत्तराखण्ड की डबल इंजन की सरकार राज्य के सर्वांगीण विकास को सार्थक करने हेतु प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार ने वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का विकल्प रहित संकल्प लिया है। इस संकल्प की पूर्ति हेतु हमारी सरकार ने हर क्षेत्र में विकास कार्यों की एक नई श्रृंखला स्थापित करने का कार्य किया है, जिसमे बागेश्वर जिला भी शामिल है। राज्य सरकार के सर्वश्रेष्ठ उत्तराखण्ड के निर्माण के संकल्प को पूरा करने में जनता से अपने दायित्वों के निर्वहन की अपेक्षा करता हूँ। सरकार के इस पावन पुनीत लक्ष्य को पूरा करने में अपना सहयोग प्रदान करेंगे और उत्तराखंड को देश का नंबर वन राज्य बनाएंगे।

इससे पूर्व उत्तरायणी मेला-2023 में तहसील परिसर से विभिन्न विद्यालयों के बच्चों तथा विभिन्न सांस्कृतिक दलों द्वारा आकर्षक सांस्कृतिक झांकी का प्रदर्शन किया गया।

उत्तरायणी मेला-2023 में विधानसभा बागेश्वर के अंतर्गत 1085.17 लाख की 12 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया। 247.24 लाख की 03 योजनाओं का शिलान्यास तथा 837.93 लाख की 09 योजनाओं का लोकार्पण शामिल रहा। जिसमे लोनिवि विभाग द्वारा 86.61 लाख से बागेश्वर-जौलकाण्डे मोटर मार्ग में पी0सी0 का कार्य, 73.16 लाख की धनराशि से विकास खंड गरूड अंतर्गत कौसानी-भतडिया मोटर मार्ग के किमी. 01 से किमी. 04 तक पी0सी0 द्वारा सुधारीकरण कार्य तथा 87.5 लाख की धनराशि से विकासखंड गरूड अंतर्गत कन्धार-रौल्यान-मजकोट मोटर मार्ग के किमी. 08 से किमी. 11 तक पी0सी0 द्वारा सतह सुधारीकरण कार्यों का शिलान्यास किया गया। पी.एम.जी.एस.वाई विभाग की 278.41 लाख धनराशि से कन्धान-रौल्याना मोटर मार्ग किमी. 01 से सिमखेत मोटर मार्ग के किमी. 02 से 42 मीटर स्पान स्टील गार्डर सेतु, शिक्षा विभाग अंतर्गत 133.14 लाख से राइंका असौ में विज्ञान प्रयोगशाला, आर्ट-क्राफ्ट रूम, कम्प्यूटर कक्ष, पुस्तकालय कक्ष एवं दो कक्षा-कक्ष तथा बालक-बालिका शौचालय का निर्माण, 40.20 लाख से राइंका भटखोला में भौतिक/रसायन/जीवन विज्ञान प्रयोगशालाओं का निर्माण कार्य, 41.70 लाख से राबाइंका बागेश्वर में भौतिक/रसायन/जीवन विज्ञान प्रयोगशालाओं का निर्माण कार्य, 40.75 लाख से राइंका रवाईखाल में भौतिक/रसायन/जीव विज्ञान प्रयोगशालाओं का निर्माण कार्य तथा 69.18 लाख की धनराशि से राइंका अमस्यारी में भौतिक विज्ञान/रसायन विज्ञान/जीवन विज्ञान प्रयोगशालाओं एवं दो बालिका शौचालय निर्माण कार्य आदि है। वहीं लघु डाल विभाग अंतर्गत 55.22 लाख की मन्यूडा-गागरीगोल लिफ्ट सिंचाई योजना व 80.00 लाख की बिलौना लिफ्ट सिंचाई योजना तथा सिंचाई विभाग के अंतर्गत 99.33 लाख से अग्निकुण्ड में सरयू नदी के दाये पार्श्व पर हनुमान मंदिर के समीप घाट निर्माण कार्य का लोकार्पण शामिल रहा।

इस अवसर पर सांसद अजय टम्टा, प्रदेश प्रभारी भाजपा दुष्यंत गौतम, जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव, विधायक सुरेश गढ़िया, नगर पालिका अध्यक्ष सुरेश खेतवाल, ब्लॉक प्रमुख हेमा बिष्ट, पुष्पा देवी, गोविंद दानू, जिला अधिकारी अनुराधा पाल, पुलिस अधीक्षक हिमांशु वर्मा एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

उत्तरायणी मेले पर प्रदेशभर में किया जाएगा भव्य आयोजन-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में उत्तरायणी मेले, पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म जयंती पर सुशासन दिवस एवं वीर बाल दिवस की तैयारियों को लेकर बैठक ली।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तरायणी मेले में प्रदेशभर में भव्य आयोजन किये जाएं। यह मेला संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन को बढ़ावा देता है। 14 जनवरी को पूरे देश में अलग-अलग रूपों में सूर्य उपासना के पर्व मनाये जाते हैं। उत्तरायणी मेले का उत्तराखण्ड की संस्कृति में विशेष महत्व है। 14 जनवरी को उत्तरायणी उत्सव का मुख्य आयोजन बागेश्वर में किया जायेगा। पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के सहयोग से भव्य आयोजन किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों को उत्तरायणी मेले के महत्व की जानकारी हो और अन्तराष्ट्रीय फलक पर इसे पहचान दिलाने के लिए प्रदेशभर में भव्य आयोजन किये जाएं। पंच प्रयागों एवं राज्य के अन्य संगम स्थलों एवं महत्वपूर्ण घाटों पर भी उत्तरायणी के दिन सूर्य उपासना के पर्व का आयोजन किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तरायणी पर्व पर सौर ऊर्जा के प्रति जन जागरूकता के लिए इससे सबंधित योजनाएं लांच की जाएंगी। सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों में सौर ऊर्जा एवं ऊर्जा संरक्षण पर निबंध एवं वाद-विवाद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाए। बागेश्वर में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाए। जिसमें लोक गीत, लोक नृत्य एवं अन्य आयोजन भी किये जाए। इस पर्व पर उत्तराखण्ड की प्रमुख हस्तियों को भी सांस्कृतिक संध्या के लिए आमंत्रित किया जाए। संगमों पर भव्य आरती की व्यवस्था भी की जाए। हस्तशिल्प एवं फूड फेस्टिवल का आयोजन भी किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ‘भारत रत्न’ स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म जयंती पर सुशासन दिवस के अवसर पर प्रदेश में भव्य आयोजन किये जायेंगे। सभी जनपदों में ग्राम चौपाल का आयोजन किया जायेगा। जिनमें मंत्रीगण एवं अन्य जन प्रतिनिधि भी प्रतिभाग करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन दिवस पर वे स्वयं भी ग्राम चौपाल में प्रतिभाग करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन दिवस पर प्रदेश के सभी स्कूलों में 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को जिला प्रशासन द्वारा आवश्यक प्रमाण पत्रों का वितरण किया जायेगा। 25 दिसम्बर 2022 से 09 फरवरी 2023 तक प्रमाण पत्रों के वितरण की प्रक्रिया पूर्ण की जायेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 26 दिसम्बर को वीर बाल दिवस पर सिख समाज के दसवें गुरू, गुरू गोविन्द सिंह के पुत्रों साहिब जादा जोरावर सिंह और साहिब जादा फतेह सिंह के बलिदान दिवस पर राज्य स्तर पर मुख्य कार्यक्रम देहरादून में आयोजित किया जायेगा। जिला मुख्यालयों पर भी कार्यक्रम आयोजित किये जाएं। प्रदेश के सभी स्कूलों में वीर बाल दिवस मनाया जायेगा।
बैठक में विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव शैलेश बगोली, सचिन कुर्वे, एच.सी.सेमवाल, विनोद कुमार सुमन, महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी, निदेशक संस्कृति बीना भट्ट, अपर सचिव जगदीश चन्द्र काण्डपाल उपस्थित रहे।

प्रवासी उत्तराखंडियों को उत्तरायणी मेले से जोड़ेगी सरकार

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बागेश्वर में मकर संक्रांति पर आयोजित किये जाने वाले उत्तरायणी मेले को भव्य रूप से मनाया जाएगा। इसे राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए हर सम्भव प्रयास किया जाएगा। स्थानीय संस्कृति को प्रमुखता देते हुए प्रवासी उत्तराखण्डियों को उत्तरायणी मेले से जोडा जाएगा। मेले को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिले, इसके लिए देश विदेश के पर्यटकों को बागेश्वर के उत्तरायणी मेले के सांस्कृतिक व ऐतिहासिक महत्व के बारे में जानकारी दी जाएगी। बागेश्वर के उत्तरायणी मेले को पर्यटन मानचित्र पर लाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 दिसम्बर को पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्म जयंती पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। अटल जी के जन्म जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है। राज्य सरकार ने सुशासन के लिए अनेक महत्वपूर्ण पहल की हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के अलग राज्य के रूप में निर्माण में अटल जी के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने राज्य के लिए विशेष औद्योगिक पैकेज की स्वीकृति देकर राज्य की मजबूत नींव रखी थी। अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में राज्य में विकास के अभूतपूर्व काम हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरू गोविन्द सिंह महाराज के पुत्र साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह ने अपनी छोटी सी उम्र में धर्म की रक्षा के लिये अपने प्राणों का बलिदान दिया था। प्रधानमंत्री ने इस सर्वाेच्च बलिदान के सम्मान में 26 दिसम्बर को “वीर बाल दिवस“ के रूप में मनाये जाने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में भी इस अवसर पर विशेष रूप से राज्य के विद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।
उक्त कार्यक्रमों के आयोजन के संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की जाएगी। इसमें पर्यटन, संस्कृति, शिक्षा व अन्य संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे।

पेपर लीकः एसटीएफ ने अब बागेश्वर में तैनात शिक्षक को किया गिरफ्तार

यूकेएसएसएससी परीक्षा में बागेश्वर जिले में तैनात एक शिक्षक की गिरफ्तारी के बाद हड़कंप मच गया है। माना जा रहा है कि पूर्व में भर्ती घोटाले का लाभ उठाते हुए कई अभ्यर्थियों ने लाभ उठाया है। पुलिस इस मामले की भी जांच करेगी। सूत्रों की मानें तो कई विभागों में काम कर रहे कर्मचारियों की भी लपेटे में आ सकते हैं।

यूकेएसएससी मामले में लगातार गिरफ्तारी हो रही है। अब मामले की आंच बागेश्वर जिले के कांडा तक भी पहुंच गई है। एसटीएफ ने जिस शिक्षक को गिरफ्तार किया है वह 2019 से कांडा के राउमावि मलसूना में तैनात है। वह विजयपुर अन्नपूर्णा में किराए के मकान में रहता था।
स्कूल की प्रधानाध्यापिका सरस्वती ने बताया कि शुक्रवार को शिक्षक जगदीश ने उन्हें फोन किया। सोमवार से मेडिकल अवकाश पर जाने की बात कही थी। उन्हें कहा गया था कि वह इसके लिए एक बार स्कूल आएं और प्रार्थना पत्र दें, लेकिन रविवार को उनकी गिरफ्तारी की सूचना से वह भी स्तब्ध हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार शिक्षक के पास एक कार व एक बुलट बाइक है।

शिक्षक पर आरोप है कि वह कई लोगों के संपर्क में है। इससे और लोगों के भी गिरफ्तार होने की आशंका जताई जा रही है। सभी को जांच और गहराने की उम्मीद है। इधर, मुख्य शिक्षा अधिकारी गजेंद्र सोन ने बताया कि शिक्षक जगदीश गोस्वामी के मामले की जांच चल रही है। जांच रिपोर्ट में पुष्टि होने के बाद शिक्षक को निलंबित किया जाएगा।

बागेश्वर के दिव्यांग युवक को नीरजा देवभूमि ट्रस्ट ने उपलब्ध कराई व्हील चेयर

नीरजा देवभूमि चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से बागेश्वर निवासी दिव्यांग युवक को व्हील चेयर उपलब्ध कराई है। युवक के बांये पैर में इंफेक्शन होने के कारण उसे काटना पड़ा था।

ट्रस्ट की संस्थापक व पैरा ओलंपिक खिलाड़ी नीरजा गोयल ने बताया कि बागेश्वर निवासी विनोद राम परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने कारण दिल्ली में किसी तरह लघु कार्य कर अपना जीवन यापन कर रहे थे। लॉकडाउन में नौकरी छूट जाने के बाद उनके बांये पैर में इंफेक्शन हुआ। विनोद राम किसी तरह ऋषिकेश पहुंचे। यहां एम्स अस्पताल में उनका लंबा इलाज चला। उनके पास दो वक्त की रोटी खाने और रहने के लिए रूपयों तक का इंतजाम नहीं था।

नीरजा ने बताया कि इसी बीच देवदूत बनकर पूर्व प्रधान वीरपुर खुर्द गिरीश चंद सोरठा जी ने अपने यहां विनोद राम की स्थिति को देखते हुए शरण दी। बताया कि इलाज के दौरान इंफेक्शन ज्यादा होने के कारण एम्स में डॉक्टर्स को उनका बायां पैर काटना पड़ा। पूर्व प्रधान गिरीश चंद और उनके साथी आलोक गुप्ता जी ने उनके लिए व्हील चेयर के संबंध में ट्रस्ट को अवगत कराया।

बताया कि नीरजा देवभूमि चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से विनोद राम को व्हील चेयर की व्यवस्था कर भेंट की गई है। ट्रस्ट की ओर से विषम परिस्थितियों में तीन माह तक विनोद राम को आश्रय देने वाले पूर्व प्रधान का आभार जताया गया। इस मौके पर ट्रस्ट की सह संस्थापक नुपूर गोयल भी उपस्थित रहीं।

कुमाऊं का यह सरकारी स्कूल आजकल है बड़ी चर्चा में, आप भी जानें…

एक तरफ उत्तराखण्ड में छात्र संख्या घटने के कारण कई स्कूलों को बंद किया जा रहा है, वहीं पहाड़ का एक ऐसा प्राइमरी स्कूल भी है, जो गुणवत्तापूर्ण (Govt model primary school Kapkot sets high standards) शिक्षा से बदहाल व्यवस्था को नई उम्मीद दे रहा है। क्वालिटी एजुकेशन और शानदार व्यवस्था के चलते बागेश्वर का राजकीय प्राथमिक विद्यालय केवल प्रदेश के ही नहीं बल्कि दिल्ली के शिक्षा मॉडल को भी चुनौती दे रहा है। आज जहां प्राइवेट स्कूलों की बाढ़ से लोग सरकारी स्कूलों से मुहं मोड़ रहे हैं, वहीं इस स्कूल में प्रवेश के लिए लंबी वेटिंग लाइन लगानी पड़ रही है। सोशल मीडिया पर आजकल यह स्कूल खूब वायरल हो रहा है। लोग स्कूल के प्रधानाचार्य और टीचर्स की तारीफ कर रहे हैं।

बागेश्वर के सरकारी प्राइमरी स्कूल में प्रवेश के लिए बच्चों को टेस्ट क्वालीफाई करना होता है। इसके बावजूद अभिभावक सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक लाइन लगाकर खड़े रहने को तैयार हैं। ताकि उनके बच्चे को इस स्कूल में एडमिशन मिल सके। यह स्कूल में पढ़ाई की इतनी बेहतरीन व्यवस्था और गुरुओं का छात्रों के प्रति समर्पण ही है कि हर साल यहां के बच्चों का नवोदय विद्यालय और सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के लिए चयन होता है। यही वजह है कि स्कूल में तैनात शिक्षकों के अतिरिक्त कई सरकारी अधिकारियों के बच्चे भी यहां शिक्षा ग्रहण करते हैं।

2016 तक इस विद्यालय में केवल 30 बच्चे थे। लेकिन 2016 में यह आदर्श विद्यालय बना और ख्याली दत्त शर्मा ने प्रधानाध्यापक का पदभार संभाला। उन्होंने न सिर्फ स्कूल का इंफ्रास्ट्रक्चर और वातावरण सुधार, बल्कि बच्चों को बारीकी से पढ़ाई पर फोकस किया। हर कॉन्सेप्ट को क्लियर करने लगे। प्रधानाध्यापक ख्याली दत्त शर्मा और उनकी टीम स्कूल अवधि के अलावा भी बच्चों की शैक्षिक योग्यता निखारने व समस्या निस्तारण को हमेशा उपलब्ध रहते हैं। टीचर भी यहां भरपूर मेहनत करते हैं। इस स्कूल के प्रति कितना क्रेज है कि वर्तमान में विद्यालय में छात्रो की संख्या 284 के पार पहुंच गई है और तीन सेक्शन में कक्षाएं संचालित हो रही हैं। इतना ही नहीं स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों के बच्चे भी यही पढ़ते हैं। शिक्षकों की मेहनत से कपकोट आदर्श प्राथमिक विद्यालय से प्रतिवर्ष तीन बच्चों का सैनिक स्कूल घोड़ाखाल में और नवोदय विद्यालय में 8 से दस बच्चे भी चयनित होते हैं।

सबसे बड़ी बात यहां बच्चों के एडमिशन के लिए पैरेंट्स को लंबा इंतजार करना होता है। विद्यालय में 50 बच्चों के प्रवेश के लिए अभी तक 300 से अधिक पंजीकरण हो चुके हैं। लेकिन प्रवेश सीमित यानि 50 बच्चों को ही मिलेगा। फॉर्म लेने और बच्चो को एडमिशन दिलाने के लिए स्कूल में पैरेंट्स की लंबी कतार लगी रहती है।