सड़क और पेयजल लाइन के लिए मंत्री का आभार जताया

कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डा. प्रेमचंद अग्रवाल से शिवाजी नगर के नागरिकों ने पार्षद जयेंश राणा के नेतृत्व में मुलाकात की। इस मौके पर समस्या से सम्बंधित ज्ञापन भी सौपा। इस मौके पर पार्षद ने शिवाजी नगर में सड़क व पेयजल लाइन के लिए मंत्री का आभार भी जताया।
रविवार को बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय में हुई मुलाकात में पार्षद जयेश राणा ने बताया कि आईडीपीएल से आने वाली नहर जो कि शिवाजी नगर से होते हुए गंगा नदी में जाती थी। कई वर्षाे से इस नहर में आईडीपीएल से कोई पानी नहीं आ रहा है। बताया कि वर्षाकाल तथा लोगो के घरों का पानी इस नहर में जमा हो रहा है। जिससे यहां निवासरत नागरिकों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है।
पार्षद जयेश राणा ने बताया कि नहर से उठने वाले दुर्गंध के चलते स्थानीय लोगो को जीना दुश्वार हो गया है। बताया कि नगर में आए दिन जानवर व इंसान गिरकर चोटिल हो रहे हैं। साथ ही वर्षाकाल में पानी ओवरफ्लो होकर लोगों के घरों में घुस रहा है।
पार्षद ने मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल को ज्ञापन देकर नहर में जमे पानी की निकासी करने तथा नहर की चौड़ाई को कम करवाने की मांग की। कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डा. प्रेमचंद अग्रवाल जी ने सकारात्मक कार्यवाही का आश्वासन दिया।
ज्ञापन देने वालों में पार्षद जयेश राणा, मुन्नी राजपूत, कृष्णा सिंह नेगी, आशीष राय, संजू, नैन सिंह रावत (सेना मेडल), रोशन सजवान, जितेंद्र सिंह रावत, अरविंद रावत, जलम सिंह रावत, धर्म सिंह रावत, डबल सिंह पंवार, संतोष पाण्डेय, सिद्धार्थ त्रिपाठी, सौरव धीमान, लक्ष्मी चौहान, ममता रतूड़ी आदि लोग मौजूद थे।

जीवन में बचत को प्रोत्साहन देना जरुरी है-डॉ. अग्रवाल

देवभूमि किसान विकास निधि लिमिटेड संस्थान की छठवीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाई गई। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने संस्थान के कार्यों की सराहना करते हुए युवाओं के लिए रोजगार की दृष्टि से अहम बताया। इस मौके पर संस्थान के कार्यकर्ताओं को मंत्री डा. अग्रवाल ने सम्मानित भी किया।
रविवार को कारगी चौक देहरादून स्थित एक वेडिंग प्वाइंट में संस्थान की छठवीं वर्षगांठ पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कैबिनेट मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने की। इस अवसर पर डा. अग्रवाल ने कहा कि मनुष्य जीवन में यह महत्वपूर्ण नहीं है कि मनुष्य कितनी कमाई करता है बल्कि अपने भविष्य की जिम्मेदारियों के निर्वहन के लिए बचत कितनी करता है।
डा. अग्रवाल ने कहा कि राज्य में बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिनकी आमदानी अच्छी खासी है परन्तु इसके बावजूद भी अपनी भविष्य की योजनाओं के लिए बचत नहीं कर पाते है, जिस कारण वे परेशान रहते है। कहा कि इसके विपरीत ऐसे लोग भी होते हैं, जिनकी कमाई औसतन होती है लेकिन वह उसमें से भी एक बडे़ हिस्से की बचत कर पाने में सफल रहते हैं साथ ही ऋण के माध्यम से रोज मर्रा की जरूरतों को पूर्ण कर पा रहे हैं।
डा. अग्रवाल ने कहा कि देवभूमि किसान विकास निधि लिमिटेड संस्थान आम जन को बचत की ओर प्रोत्साहित करके उनका जीवन आसान बना रहा है, जो कि सराहनीय है।
संस्थान के निदेशक प्रशासन मुकेश भट्ट ने बताया कि संस्थान को उत्तराखण्ड राज्य में कार्य करते हुए छह वर्ष का समय पूर्ण हो गया है जिसके अन्तराल में काफी लोगों को बचत के साथ-साथ स्वयं की आजीविका बढ़ाने व व्यवसाय में वृद्धि हेतु निरन्तर सहयोगरत रही है।
भट्ट ने बताया कि संस्थान में रोजगार की अपार सम्भावना है तथा काफी लोग रोजगार भी प्राप्त कर अपनी दैनिक दिनचर्या का निर्वहन कर रहे है तथा आगे आने वाले समय में और तीव्र गति से रोजगार का सृजन करने का लक्ष्य है, जिससे राज्य में बढ़ती हुई बेरोजगारी को कुछ हद तक कम किया जा सकता है।
बता दें कि देवभूमि किसान विकास निधि लिमिटेड की स्थापना 3 जूलाई 2016 को निधि एक्ट 2013 में निहित नियमो एवं प्राविधानो के अर्न्तगत हुई है। जो कारपोरेट मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन पंजीकृत तथा उत्तराखण्ड राज्य में पैरा बैकिंग के क्षेत्र में कार्य करने के लिए अधिकृत है। संस्थान का कार्य पूर्णतः बैंक की भॉति ही होता है, जैसे बैकों से वित्तीय लेन देन करने हेतु खाता खुलवाने की जरूरत होती है वैसे ही संस्थान से वित्तीय लेने-देन के लिए सदस्यता लेनी पड़ती है।
संस्थान के माध्यम से विभिन्न प्रकार की बचत की योजनायें जैसे, रिकरिंग डिपोजिट, फिक्स डिपोजिट, डेली, डिपोजिट, मन्थली, इन्कम योजना इत्यादि के साथ-साथ लोन की योजनायें संचलित की जा रही है, जिनके माध्यम से आम जन को छोटी-छोटी बचत से एक बड़ी पूंजी के रूप में एकत्र करवाकर लोगों के भविष्य को संवारने हेतु प्रयासरत है।
इस अवसर पर पूर्व दर्जाधारी राज्यमंत्री आदित्य कोठारी, निदेशक मुकेश भट्ट, सतीश रतूड़ी, लोक गायक वीरेंद्र राजपूत, सौरभ मैथानी, लोक गायिका पूनम सती, सुरेंद्र कोहली, प्रदीप असवाल सहित आयोजक समिति के पदाधिकारी मौजूद रहे।

कोर्ट ने चेक बाउंस के आरोपी को किया दोषमुक्त

न्यायिक मजिस्ट्रेट ऋषिकेश की अदालत ने चेक बाउंस के 2014 के मामले में अपना फैसला सुनाया है। न्यायालय ने आरोपी को दोषमुक्त किया है।

न्यायालय में 06 फरवरी 2015 में एक वाद दायर किया गया। जिसमें बताया कि मोहन सिंह नेगी पुत्र स्व. मान सिंह निवासी प्रतीतनगर रायवाला और अखिलेश बडोला पुत्र जगदीश प्रसाद निवासी मालवीय नगर ऋषिकेश आपस में गहरे मित्र थे। बताया कि दोनों के बीच जमीन को लेकर सौदा हुआ। जिसमें अखिलेश ने मोहन को सात लाख रूपये का चेक 27 अक्टूबर 2014 को दिया, जो नोएडा गौतमबुद्ध नगर का था।

वाद में बताया गया कि वादी मोहन सिंह ने अपने बैंक में चेक 29 अक्टूबर 2014 को लगाया तो वह बाउंस हो गया। इसके बाद वादी ने अधिवक्ता के माध्यम से नोटिस भेजा और जवाब न मिलने पर न्यायालय में वाद दायर किया गया।

इस मामले में आरोपी बनाए गए अखिलेश बडोला के अधिवक्ता पवन शर्मा ने न्यायालय के समक्ष मजबूत पैरवी की और न्यायालय के समक्ष यह बता पाने में समर्थ रहे कि आरोपी अखिलेश के द्वारा वादी मोहन सिंह को किसी विधिक ऋण व दायित्वधीन नहीं दिया गया।
मामले में अधिवक्ता पवन शर्मा की दमदार पैरवी को आधार बनाते हुए न्यायाधीश राजेंद्र कुमार ने आरोपी अखिलेश बडोला पुत्र जगदीश प्रसाद को दोष मुक्त किया है।

कैंप कार्यालय में मंत्री से मिले ट्रेचिंग ग्राउंड विरोध संघर्ष समिति के सदस्य

उत्तराखंड जन विकास मंच के बैनर अंतर्गत ट्रेचिंग ग्राउंड विरोध संघर्ष समिति का प्रतिनिधिमंडल कैबिनेट मंत्री नगर विकास एवं वित्त डॉ प्रेमचंद अग्रवाल से मिला।

संयोजक सत्य प्रकाश कपूरवान व सह संयोजक मनोज गुसाईं ने मंत्री को बताया कि प्रस्तावित चयनित स्थल पर बनने वाला ट्रेचिंग ग्राउंड केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की गाइड लाइन के प्रतिकूल है जोकि आबादी क्षेत्र से मात्र 10 मीटर की दूरी पर है। जिस पर मंत्री डा. अग्रवाल ने आश्वासन दिया कि वे इस ज्वलंत समस्या का शीघ्र निस्तारण करेंगे।

पूर्व ग्राम प्रधान भट्टटोवाला एवं सभा संचालक प्रमुख सतीश रावत एवं सह संयोजक गजेंद्र गोसाई ने बताया कि आबादी क्षेत्र में कचरा घर स्थापित होने से गुलरानी, मनसा देवी, अमित ग्राम, गुर्जर बस्ती, गुमानीवाला, भट्टटोवाला क्षेत्र के आम नागरिकों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।

ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधिमंडल में मंच अध्यक्ष आशुतोष शर्मा, देवेंद्र दत्त बेलवाल, धर्मेंद्र सिंह, ऋषि पोसवाल, राजेंद्र पाल, विनोद पोखरियाल, सुंदर जीना, लाल सिंह बोरा, नत्थी लाल सेमवाल, विजय सकलानी, मोहिनी देवी, पारो देवी, अनीता नैथानी, नीलू बिष्ट, लता देवी, विमला देवी आदि उपस्थित रहे।

केदारनाथ मंदिर में अब गर्भगृह के भी होंगे दर्शन

केदारनाथ जाने वाले तीर्थ यात्री अब मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश कर स्वयंभू शिवलिंग के दर्शन कर सकेंगे। अब तक धाम में भारी भीड़ को देखते हुए श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति की ओर से तीर्थ यात्रियों को सभामंडप से ही बाबा के दर्शन कराए जा रहे थे। लेकिन, मानसून सीजन में तीर्थ यात्रियों की संख्या में कमी आने के कारण शुक्रवार से उन्हें गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति दे दी गई।
मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि इस वर्ष मई-जून में रिकार्ड तीर्थ यात्री बाबा के दर्शनों को केदारनाथ धाम पहुंचे। इसके चलते गर्भगृह में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया था और तीर्थ यात्री सभामंडप से ही बाबा के दर्शन कर रहे थे। लेकिन, मानसून सीजन में तीर्थ यात्रियों की संख्या काफी कम हो गई है, लिहाजा अब वे गर्भगृह में जाकर पूजा-अर्चना कर सकते हैं।
मंदिर समिति के अध्यक्ष ने बताया कि शुक्रवार से मंदिर में दर्शनों का समय भी बदल दिया गया है। अब सुबह चार बजे के स्थान पर पांच बजे से धर्म-दर्शन शुरू हो रहे हैं। दोपहर बाद तीन से शाम 4ः45 बजे तक भोग-पूजा व सफाई के लिए मंदिर के कपाट बंद रखे जा रहे हैं। शाम को शृंगार पूजा के बाद रात नौ बजे मंदिर के कपाट बंद कर दिए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि बदरीनाथ धाम में भी भगवान नारायण की अभिषेक पूजा सुबह पांच बजे से शुरू हो रही है। पूजा के दौरान तीर्थ यात्रियों को धर्म दर्शन की अनुमति है। शाम को विभिन्न पूजाओं के बाद रात नौ बजे कपाट बंद कर दिए जा रहे हैं। बताया कि दोनों धाम में अब तक 17 लाख 38 हजार 499 तीर्थ यात्री दर्शनों को पहुंच चुके हैं।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने वाला देश का पहला राज्य होगा उत्तराखंड-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को इण्डियन पब्लिक स्कूल, झाझरा में विद्यालयी शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय शैक्षिक चिंतन शिविर में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर ‘बाल वाटिका’ पुस्तक एवं शिक्षा विभाग की मार्गदर्शिका के साथ ही पुस्तक ‘निपुण भारत’ एवं ‘सामान्य ज्ञान एक पहल’का विमोचन भी किया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आशा व्यक्त की, कि शिक्षा विभाग के इस चिंतन शिविर में जो चिंतन होगा, उसके आने वाले समय में सुखद परिणाम आयेंगे। उन्होंने सरकारी स्कूलों में घटती छात्र संख्या पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकारी स्कूलों में छात्र संख्या बढ़ाने की चुनौती एवं गुणात्मक शिक्षा के उपायों पर इस शिविर में गहनता से मंथन किये जाय। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में छात्र संख्या घटने के कारणों एवं इसको बढ़ाने के लिए गहनता से ध्यान देने की जरूरत है। नौनिहालों के व्यक्तित्व निर्माण में शिक्षा विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में शिक्षा के क्षेत्र में नई शिक्षा नीति एक क्रान्तिकारी परिवर्तन है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का लक्ष्य विद्यालयी शिक्षा के सभी स्तरों पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करते हुए श्रेष्ठ मानव का निर्माण करना है। यह शिक्षा नीति प्राचीन भारतीय सनातन ज्ञान और विचार की समृद्ध परंपरा के आलोक में तैयार की गयी है, जो प्रत्येक व्यक्ति में निहित रचनात्मक क्षमताओं के विकास पर विशेष ज़ोर देती है। इस नीति का लक्ष्य एक ऐसी शिक्षा प्रणाली को विकसित करना है, जो भारतीय ज्ञान परंपरा और मूल्यों से परिपूर्ण हो। उन्होंने कहा कि हर्ष का विषय है कि उत्तराखण्ड राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रावधानों को यथावत् लागू करने वाला देश का प्रथम राज्य बनने जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 09 नवम्बर 2025 को उत्तराखण्ड राज्य स्थापना की रजत जंयती मनायेगा। शिक्षा विभाग तब तक बेस्ट प्रैक्टिस के तहत क्या कर सकता है, इस पर आज से ही ध्यान देना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड महामारी के कारण शैक्षिक हानि हुई है, वहीं दूसरी ओर बच्चों के मानसिक व्यवहार पर भी बुरा प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि विद्यालयों के नियमित अनुश्रवण एवं प्रशासकीय कार्यों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए विकास खण्ड स्तरीय अधिकारियों को भी वाहन देने अथवा मासिक रूप में धनराशि उपलब्ध कराने हेतु शिक्षा विभाग द्वारा शासन को प्रस्ताव भेजा जाय, ताकि इस समस्या का निदान हो सके।
शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि शिक्षा के गुणात्मक सुधार के लिए राज्य में यह पहला शैक्षिक चिंतन शिविर आयोजित किया जा रहा है। इसके बाद प्राचार्यों, शिक्षकों एवं अभिभावकों को भी इस तरह के शैक्षिक चिंतन शिविर में बुलाया जायेगा। इस तरह के शैक्षिक चिंतन शिविरों के आयोजन से शिक्षा के क्षेत्र में आगे का रोडमैप तैयार होगा। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत 30 छात्रों पर एक टीचर का होना जरूरी है। उत्तराखण्ड में अभी 15 छात्रों पर एक टीचर है। उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने वाला उत्तराखण्ड पहला राज्य बनने जा रहा है। नई शिक्षा नीति राज्य में बहुत जल्द लागू हो जायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में नई शिक्षा नीति के तहत सिलेबस परिवर्तित किया जा रहा है। भारतीय ज्ञान परंपरा आधारित शिक्षा, योग, वेद, पुराणों, स्थानीय बोलियों एवं संस्कृत आधारित शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में विद्या समीक्षा केन्द्र एक साल में बनकर तैयार हो जायेगा।
इस अवसर पर विधायक सहदेव सिंह पुण्डीर, पूर्व राज्यसभा सांसद आर.के सिन्हा, सचिव शिक्षा रविनाथ रमन, महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी, शिक्षा निदेशक आर.के कुंवर, निदेशक एस.सी.ई.आर.टी सीमा जौनसारी, शिक्षा विभाग के निदेशालय एवं जिला स्तरीय वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

समाज की बेहतरी के लिए सामाजिक संथाओं का आगे आना जरुरी-धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि रोटरी क्लब सेवा, सहायता एवं समर्पण का पर्याय बन चुका है और समाज सुधार में बेहतर कार्य कर रहा है। ऐसी संस्थाएं जब भी आगे आकर जनहित में काम करती हैं तो और अधिक तेजी से सामाजिक विकास होता है। उन्होंने कहा कि अपने लिए कोई भी जी सकता है, परन्तु अच्छा जीवन वह है जो दूसरों के लिए जिया जाये। समाज एवं देशहित में काम करने वाला व्यक्ति लम्बे समय तक याद किया जाता है।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद ऊधमसिंहनगर में रामनगर रोड स्थित होटल अनन्या में रोटरी क्लब द्वारा आयोजित कन्याश्री कार्यक्रम का शुभारम्भ करते हुए कहा कि रोटरी क्लब ने निःस्वार्थ सेवाएं देने व समाज को आगे बढ़ाने का काम किया है। रोटरी क्लब राज्य की 25वी वर्षगांठ तक के लिए कोई न कोई लक्ष्य निर्धारित कर कार्य करें ताकि उस कार्य को पूरे विश्व में रोटरी क्लब नज़ीर के रूप में पेश कर सके। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कक्षा 9 से 11 तक की 200 बालिकाओं को साइकिल वितरित की गई। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आगे भी रोटरी क्लब इसी तरीके के कार्य करता रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो छात्राएं काफी दूर से पैदल चलकर स्कूल आती है उनके लिए क्लब ने एक बहुत अच्छी शुरुआत की है, इससे छात्राओं का आत्मविश्वास बढ़ेगा, समय की बचत होने के साथ कि उनकी पढ़ाई में भी रूचि रहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने बेटियों के मान-सम्मान एवं मातृ शक्ति के उत्थान हेतु हरियाणा से शुरू की गई बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना आज पूरे देश में चल रही है। उन्होंने कहा कि देश को स्वस्थ एवं स्वच्छ रखना सभी का दायित्व है। स्वच्छ भारत अभियान के अन्तर्गत औपचारिकता न करते हुए सभी को अपनी दैनिक आदतों में बदलाव लाते हुए देश को स्वच्छ एवं स्वस्थ रखने में योगदान करना होगा। उन्होंने कहा कि हमें स्वच्छता सम्बन्धित आदतों को पीढ़ी दर पीढ़ी संस्कार के रूप में देना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सर्वांगीण विकास हेतु 10 साल का रोड मैप तैयार हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पारदर्शी एवं भ्रष्टाचार मुक्त सुशासन के प्रति कटिबद्ध है। राज्य में भ्रष्टाचार को किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। राज्य में भ्रष्टाचार पर सीधे वार हेतु 1064 नम्बर जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति भ्रष्टचार से सम्बन्धित शिकायत दर्ज करा सकता है, शिकायत दर्ज कराने वाले व्यक्ति का नाम और पहचान गोपनीय रखी जायेगी। इसके तहत 8 से ज्यादा व्यक्तियों पर कार्यवाही हो चुकी है तथा अनेक शिकायतें सर्विलांस पर हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में पर्वत माला श्रृंखला के अन्तर्गत हेमकुण्ड साहिब सहित राज्य के 35 स्थानों पर रोपवे की सुविधा मिलने वाली है। उन्होंने कहा कि इस बार चारधाम यात्रा एवं पर्यटन सीजन पिछले सभी रिकोर्ड तोड़ने वाला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार कावड़ यात्रा में 4 करोड़ से अधिक शिव भक्तों के पहुॅचने की संभावना है, कावड़ में आने वाले शिव भक्तों का देवभूमि में स्वागत है। उन्होंने कहा कि यात्राएं सरल, सुगम एवं सुरक्षित हो। इसके साथ ही उन्होंने राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे विभिन्न विकास कार्यों एवं योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम में विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, दीवान सिंह बिष्ट, मेयर ऊषा चौधरी, वन विकास निगम अध्यक्ष कैलाश गहतोड़ी, पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा, सहित दीपिका गुड़िया आत्रेय, मुक्ता सिंह, अनुराग, डिस्ट्रिक्ट गवर्नर प्राची अग्रवाल, जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त, एसएसपी मंजुनाथ टीसी, उप जिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह सहित बालिकाएं एवं क्लब के सदस्य मौजूद थे।

लोनिवि के अधिकारियों को निर्माण की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश

कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने ग्रामसभा खैरीकलां के आठ आंतरिक मार्गों का भूमिपूजन कर निर्माण कार्य प्रारंभ कराया। इस मौके पर डा. अग्रवाल ने कार्यदायी संस्था लोनिवि अधिकारियों को मार्गों निर्माण में गुणवत्ता का विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
शुक्रवार को खैरीकलां में विधिविधान से भूमि पूजन कर मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि विधानसभा के प्रत्येक गांव में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है, विकास कार्य मेरी प्राथमिकता है, पिछले तीन वर्षों के कार्यकाल में सदैव विकास कार्यों को प्राथमिकता के साथ किया है, यही वजह है कि जनता ने विकास कार्यों को मोहर लगाते हुए उन्हें लगातार चौथी बार विधायक बनाया।
डा. अग्रवाल ने कहा कि जनता की हर कसौटी पर खरे उतरेंगे। खैरीकलां में आंतरिक मार्गों के निर्माण के बाद यहां अंतिम छोर तक के लोगों को आवागमन में सहूलियत होगी। मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि करीब 91.99 लाख रूपये की लागत से 1.350 किलो मीटर लंबे आंतरिक मार्ग का निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
डा. अग्रवाल ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को मौके पर निर्देशित भी किया। कहा कि आंतरिक मार्ग के निर्माण में गुणवत्ता को लेकर किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं आनी चाहिए। उन्होंने गुणवत्ता के साथ समझौता न करने के निर्देश दिए। क्वालिटी का विशेष ध्यान रखा जाए।
ग्राम प्रधान खैरीकलां चंद्रमोहन पोखरियाल ने बताया कि मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने भूमि पूजन कर आठ आंतरिक मार्गों का निर्माण शुरू कराया है। यह निर्माण कार्य राज्य योजना के अंतर्गत किया जा रहा है, इसमें वार्ड नंबर नौ खैरीकलां में साईं मंदिर से जयवीर नेगी के घर तक, सुमेर सिंह के घर से सक्सेना के घर तक, रोहित शर्मा के घर से दिन्याली देवी मंदिर तक, मंगल सिंह कैंतुरा के घर से शिव मंदिर कैलाश आश्रम तक, जसपाल सिंह कंडारी के घर से जयराम के घर तक, सरिता देवी के घर से उर्मिला देवी के घर तक, महिमानंद भट्ट के घर से जयराम चौधरी के घर तक और राजेंद्र सिंह रावत के घर से मिथलेश जुयाल के घर तक आंतरिक मार्ग का निर्माण शुरू किया गया है।
इस मौके पर प्रधान खैरीकलां चंद्रमोहन पोखरियाल, ब्लॉक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल, प्रधान जोगीवाला माफी सोबन सिंह कैंतुरा, महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष श्यामपुर समा पंवार, पूर्व जिपंस देवेंद्र नेगी, पूर्व जिपंस अनिता राणा, वार्ड सदस्य नेहा नेगी, वार्ड सदस्य शांति नौटियाल, वार्ड सदस्य कृष्णा राणा, कमलेश राणा, विजेंद्र राणा, प्रशांत चमोली, मंगल सिंह, कुंदन सिंह रावत, जगदंबा पंवार सहित ग्रामीणजन और कार्यदायी संस्था लोनिवि के अधिकारीगण मौजूद रहे।

पुलिस ने चोरी की योजना बनाते तीन को किया गिरफ्तार

मायाकुंड क्षेत्र में रात के समय चोरी की योजना बनाते समय पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से एक छुरा समेत अन्य उपरकरण बरामद हुए।
कोतवाली पुलिस के मुताबिक गुरुवार रात को पुलिस टीम मायाकुंड क्षेत्र में गश्त पर थी। इसी बीच तीन युवकों को संदिग्ध अवस्था में पकड़ा। उनकी पहचान ऋषि पुत्र भुलाई प्रसाद उर्फ छोटे निवासी चंद्रेश्वरनगर, विनय पुत्र झगडू हवलदार निवासी वाल्मीकि बस्ती रेलवे रोड, सुजल जाटव पुत्र देवेंद्र जाटव निवासी जाटव बस्ती, रेलवे रोड, ऋषिकेश के रूप में हुई। तीनों के खिलाफ पूर्व में कई मामलों में केस भी पंजीकृत हैं। कोतवाली वरिष्ठ उपनिरीक्षक डीपी काला ने बताया कि आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेजा गया है।

उत्तराखंड की संस्कृति को बचाना है तो अधिक से अधिक बोली भाषा का प्रसार जरुरी

ऋषिकेश के सिनेमाहॉल में शुक्रवार को गढ़वाली फिल्म खैरी का दिन का प्रदर्शन किया गया। आंचलिक फिल्म को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ी। दर्शकों ने कलाकारों की प्रशंसा की और गढ़वाल की संस्कृति के संरक्षण के लिए इस प्रकार की फिल्मों को जरूरी बताया।
शुक्रवार को ऋषिकेश के सिनेमा हॉल रामा पैलेस में गढ़वाली फिल्म ‘खैरी का दिन का पहला शो लगा। इसका उद्घाटन कांग्रेस नेता जयेद्र रमोला ने किया। उन्होंने कहा कि पूरे हिन्दुस्तान में हर प्रदेश में अपनी बोली व अपनी भाषा से पहचान है, परन्तु उत्तराखंड में आज भी हमें अपनी बोली को भाषा का दर्जा दिलाने के लिये संघर्ष करना पड़ रहा है। क्योंकि, हम लोग स्वयं अपनी गढ़वाली बोली में बात करने में हिचक महसूस करते हैं। उत्तराखंड के स्थानीय कलाकार फिल्मों के माध्यम से अपनी भाषा व संस्कृति को बचाने का कार्य कर रहे हैं। हमें इनको प्रोत्साहित करना चाहिए।
गढ़वाल महासभा के अध्यक्ष डॉ. राजे सिंह नेगी ने बताया कि महेश्वरी फिल्म्स के बैनर तले डीएस पंवार की इस फिल्म के निर्माता और निर्देशक अशोक चौहान हैं। सह निर्माता रोशन उपाध्याय, डीओपी युवी नेगी, एडीटर अरुण नेगी, सहायक जयदेव भट्टाचार्य, कुलदीप देवली, बसंत घिल्डियाल, नृत्य निर्देशक अरविंद नेगी, संगीत अमित कपूर का है। ऋषिकेश से पहले यह फिल्म दून, नई दिल्ली व कोटद्वार में लगाई जा चुकी है। फिल्म पहाड़ की कठिन परिस्थितियों व मुद्दों को लेकर आवाज उठाती है।

503 Service Unavailable

Service Unavailable

The server is temporarily unable to service your request due to maintenance downtime or capacity problems. Please try again later.

Additionally, a 503 Service Unavailable error was encountered while trying to use an ErrorDocument to handle the request.