कुम्भ से सम्बन्धित स्थायी व अस्थायी निर्माण कार्यो को समय से पूर्ण करने के सीएम नेे दिए निर्देश

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज मुख्यमंत्री आवास में मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक एवं शासन के उच्चाधिकारियों के साथ ही मेलाधिकारी एवं आईजी कुम्भ मेला के साथ कुम्भ के कार्यो के व्यवस्थाओं की समीक्षा की।

मुख्यमंत्री ने कुम्भ मेले के सफल आयोजन एवं श्रद्धालुओं को सुविधा का ध्यान रखने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने सड़क, पुलों, पार्किंग स्थलों आदि के निर्माण पर ध्यान देने को कहा। उन्होंने इसकी व्यवस्थाओं को 2010 कुम्भ के अनुरूप किये जाने की बात कही। उन्होंने प्रमुख अखाड़ो के प्रमुखों से समन्वय कर उनसे सुझावानुसार भी व्यवस्थाएं करने को कहा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महत्वपूर्ण आयोजन में आने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षित ढ़ंग से कुम्भ स्नान की व्यवस्था की जाय। इसके लिये सभी सम्बन्धित विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में परिस्थिति के अनुकूल यथासमय एडवाइजरी जारी करने की व्यवस्था की जाय। कुम्भ मेले में आने वालो के लिये पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था, इन्ट्री प्वाइंट पर थरमल स्क्रीनिंग के साथ ही एन्टीजन टेस्टिंग की व्यवस्था किये जाने पर ध्यान दिया जाय।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुम्भ मेले के अवसर पर क्राउड मैनेजमेंट की कार्ययोजना बनायी जानी चाहिए, इसके लिए अन्य राज्यों से भी विचार विमर्श किया जाय। उन्होंने पुलिस महानिदेशक से भीड नियन्त्रण आदि के लिए कन्टिजेंट प्लान तैयार करने पर ध्यान देने को कहा।

बैठक में मुख्य सचिव ओम प्रकाश, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सचिव अमित नेगी, नीतेश झा, शैलेश बगोली, राधिका झा, सचिव एसए मुरूगेशन, मेलाधिकारी दीपक रावत, आईजी संजय गुंज्याल आदि उपस्थित थे।

नजरियाः अब श्रद्धालु आसानी से जा सकेंगे बदरीनाथ धाम

डोबराचांटी पुल के बाद त्रिवेन्द्र सरकार ने एक और ऐसे प्रोजेक्ट का काम पूरा कर लिया है जो बीते ढाई दशकों (26 वर्ष) से अटका हुआ था। बदरीनाथ धाम की यात्रा में नासूर बने ‘लामबगड़ स्लाइड जोन’ का स्थायी ट्रीटमेंट कर लिया गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की इच्छाशक्ति और सख्ती की बदौलत यह प्रोजेक्ट महज दो वर्ष में ही पूरा हो गया। तकरीबन
500 मीटर लम्बे स्लाइड जोन का ट्रीटमेंट 107 करोड़ की लागत से किया गया। अब बदरीनाथधाम की यात्रा निर्बाध हो सकेगी, जिससे तीर्थयात्रियों को परेशानियों से निजात मिलेगी।

सीमांत जनपद चमोली में 26 साल पहले ऋषिकेश-बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर पाण्डुकेश्वर के पास लामबगड़ में पहाड़ के दरकने से स्लाड जोन बन गया। हल्की सी बारिश में ही पहाड़ से भारी मलवा सड़क पर आ जाने से हर साल बदरीनाथधाम की यात्रा अक्सर बाधित होने लगी। लगभग 500 मीटर लम्बा यह जोन यात्रा के लिए नासूर बन गया। पिछले ढाई दशकों में इस स्थान पर खासकर बरसात के दिनों मे कई वाहनों के मलवे में दबने के साथ ही कई लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। करोड़ों खर्च होने पर भी इस समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा था। पूर्व मे जब लामबगड़ में बैराज का निर्माण किया जा रहा था, तब जेपी कंपनी ने इस स्थान सुरंग निर्माण का प्रस्ताव रखा, लेकिन उस वक्त यह सड़क बीआरओ के अधीन थी और बीआरओ ने भी सुरंग बनाने के लिए हामी भर दी थी। दोनों के एस्टीमेट कास्ट मे बड़ा अंतर होने के कारण मामला अधर मे लटक गया था। इसके बाद वर्ष 2013 की भीषण आपदा में लामबगड स्लाइड जोन में हाईवे का नामोनिशां मिट गया। तब सडक परिवहन मंत्रालय ने लामबगड स्लाइड जोन के स्थाई ट्रीटमेंट की जिम्मेदारी एनएच पीडब्लूडी को दी। एनएच से विदेशी कम्पनी मैकाफेरी नामक कंपनी ने यह कार्य लिया। फॉरेस्ट क्लीयरेंस समेत तमाम अड़चनों की वजह से ट्रीटमेंट का यह काम धीमा पड़ता गया।

वर्ष 2017 में त्रिवेन्द्र सरकार के सत्ता में आते ही ये तमाम अड़चनें मिशन मोड में दूर की गईं और दिसम्बर 2018 में प्रोजेक्ट का काम युद्धस्तर पर शुरू हुआ। महज दो वर्ष में अब यह ट्रीटमेंट पूरा हो चुका है। अगले 10 दिन के भीतर इसे जनता के लिए समर्पित कर दिया जाएगा। इसे त्रिवेन्द्र सरकार की बड़ी उपलब्धियों में से एक माना जा रहा है।

उत्तराखंड की झांकी को इस वर्ष गणतंत्र दिवस पर मिला स्थान

इस वर्ष राजपथ नई दिल्ली में आयोजित होने वाली गणतंत्र दिवस परेड-2021 के अवसर पर उत्तराखण्ड राज्य की झांकी का अंतिम रुप से चयन कर लिया गया है। भारत सरकार द्वारा इस हेतु दिनांक 04 जनवरी, 2021 को आयोजित अंतिम बैठक के पश्चात् दिनांक 05 जनवरी, 2021 को आदेश जारी कर दिये गये हैं। महानिदेशक, सूचना, डॉ0 मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि रक्षा मंत्रालय भारत सरकार में छः बार की बैठक के पश्चात उत्तराखण्ड राज्य की झांकी को भी गणतंत्र दिवस परेड में स्थान मिला है। इस वर्ष राज्य की ओर से प्रदर्शित की जाने वाली झांकी का विषय ‘केदारखण्ड’ रखा गया है। झांकी के अग्र भाग में राज्य पशु ‘कस्तूरी मृग‘, राज्य पक्षी ‘मोनाल’ एवं राज्य पुष्प ‘ब्रह्मकमल’ तथा पार्श्व भाग में केदारनाथ मन्दिर परिसर एवं ऋद्धालुओं को दर्शाया गया है।

झांकी के चयन हेतु रक्षा मंत्रालय भारत सरकार में आयोजित पांच स्तर की बैठकों में विभाग के उपनिदेशक, श्री के.एस.चैहान द्वारा झांकी के थीम, डिजाइन, मॉडल तथा संगीत आदि का सफल प्रस्तुतिकरण किया गया जिसके फलस्वरुप राज्य की झांकी को गणतंत्र दिवस परेड-2021 में अन्तिम रुप से चयनित किया गया है। झांकी डिजाइन के चयन की एक बहुत जटिल प्रक्रिया होती है, इस वर्ष प्रारम्भ में 32 राज्य एवं केन्द्रशासित प्रदेशों ने प्रतिभाग किया था जिसमें से अंतिम रुप से केवल 17 राज्यों का चयन किया गया है।

इससे पूर्व उत्तराखण्ड राज्य द्वारा वर्ष 2003 में ‘फुलदेई’, वर्ष 2005 में ‘नंदाराजजात’, वर्ष 2006 में ‘फूलों की घाटी’, वर्ष 2007 में ‘कार्बेट नेशनल पार्क’, वर्ष 2009 में ‘साहसिक पर्यटन’, वर्ष 2010 में ‘कुम्भ मेला हरिद्वार’, वर्ष 2014 में ‘जड़ी बूटी’, वर्ष 2015 में ‘केदारनाथ’, वर्ष 2016 में ‘रम्माण’, वर्ष 2018 में ‘ग्रामीण पर्यटन’ तथा वर्ष 2019 में ‘अनाशक्ति आश्रम (कौसानी प्रवास एवं अनाशक्ति)’ विषयों पर आधारित झांकियों का सफल प्रदर्शन राजपथ पर किया जा चुका है।

राम मंदिर निर्माणः विहिप 5.25 लाख गांवों में 14 करोड़ हिंदू परिवारों से दान के लिए करेगा संपर्क

देहरादून। अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा इकट्ठा करने खातिर विश्व हिंदू परिषद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र निधि समर्पण अभियान की शुरुआत कर रहा है। इस अभियान के तहत वीएचपी देश के 5.25 गांवों में 14 करोड़ रामभक्त हिंदू परिवारों से दान के लिए संपर्क साधेगा। वीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय शंकर तिवारी ने इस बात की जानकारी दी।

तिवारी ने कहा कि अयोध्या में भगवान राम की जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए वीएचपी हर एक राम भक्त की मदद लेगा। वीएचपी के कार्यकर्ता संतों के साथ इनके घर जाएंगे। 15 जनवरी से शुरू हो रहा यह अभियान 27 जनवरी तक चलेगा। उत्तराखंड के 73 शहर और 14 हजार 526 गांवों के 24 लाख परिवारों से इस अभियान के तहत संपर्क किया जाएगा।

वीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने बताया कि यह अभियान बिल्कुल पारदर्शी होगा। हमने अभियान में एकत्र किए जाने वाले दान की देखभाल के लिए कई समितियों का गठन किया है। इसके तहत गांवों का दौरा करने वाली टीम को 18 घंटे के भीतर बताए गए बैंक में पैसा जमा करना होगा।

उन्होंने कहा कि लोग 10 रुपए से लेकर 2 हजार रुपए तक का दान कर सकेंगे। इसके लिए 10, 100, 1000 और 2000 रुपए के कूपन बनाए गए हैं। अगर कोई दो हजार से अधिक की राशि दान करना चाहता है तो उसे अलग से रसीद दी जाएगी। इसके अलावा लोग सीधे भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और पंजाब नेशनल बैंक के अकाउंट में पैसे जमा करा सकते हैं।

शहरी विकास मंत्री से मुलाकात कर स्पीकर ने की कुंभ कार्यों को लेकर चर्चा

विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल से आज शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने शिष्टाचार भेंट की। विस अध्यक्ष ने ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत कुंभ से होने वाले विकास कार्यों के संबंध में चर्चा वार्ता की। वहीं कुंभ निधि से ऋषिकेश में चल रहे विकास कार्यों को लेकर शहरी विकास मंत्री का आभार भी व्यक्त किया।

बैठक के दौरान विधानसभाध्यक्ष ने कुंभ की तैयारियों को लेकर चर्चा की। कैबिनेट मंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कुंभ क्षेत्र में होने वाले स्थाई एवं अस्थाई निर्माण कार्य को लेकर के चर्चा वार्ता की। विधानसभा अध्यक्ष ने कुंभ निधि से आस्था पथ पर घाटों का निर्माण, गौरी शंकर मंदिर पर पुल का निर्माण, चंद्रभागा पर पुल का निर्माण सहित वैकल्पिक मार्गों के निर्माण कराये जाने की बात कही। जिससे कि कुम्भ एवं कावड़ के समय श्रद्धालुओं को आवागमन में कोई परेशानी न हो।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न सड़कों, विद्युत व्यवस्था, कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए शुद्ध पेयजल आपूर्ति सहित कई अन्य बिन्दुओं पर शहरी शहरी विकास मंत्री से बातचीत की। कहा कि हरिद्वार, ऋषिकेश आध्यात्मिक एवं पर्यटन की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है इसलिए यहां पर विकास से संबंधित व्यवस्था चॉकचैबंद होनी चाहिए। इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री ने भी विधानसभा अध्यक्ष को आश्वस्त किया कि उक्त सभी कार्यों को कुम्भ निधि से कराया जाएगा।

कुंभ मेला के तहत सर्विलांस सिस्टम को सीएम ने 17.34 करोड़ रूपए की धनराशि की स्वीकृत

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ई-ऑफिस परियोजना के सुगम एक्सेस हेतु प्रमुख राजकीय कार्यालयों में वाई-फाई सेटएप स्थापित करने हेतु 01 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की है। जनपद पौड़ी गढ़वाल के विधानसभा क्षेत्र यमकेश्वर में भवांसी-माण्डलू मोटर मार्ग से मसोगी-कूतली-अमाल्डू मोटर मार्ग तक मिसिंग मार्ग के निर्माण कार्य हेतु मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने 1.47 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की है।

इसके साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने उत्तरकाशी जनपद के डुण्डा विकासखण्ड में राइकॉ पुजारगांव धनारी से सिद्धेश्वर मंदिर होते हुए कुवा तक मोटर मार्ग के नव निर्माण हेतु 29.48 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की है।

कुम्भ मेला 2021 के अंतर्गत सर्विलांस सिस्टम के अधिष्ठान कार्य हेतु मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने 17.34 करोड़ की स्वीकृति प्रदान करते हुए प्रथम किश्त के रूप में 6.94 करोड़ की धनराशि निर्गत करने की स्वीकृति दी है। इसके साथ ही चिकित्सा व्यवस्थाओं के अंतर्गत 1000 बेड अस्थाई कोविड केयर सेंटर हेतु विभिन्न मदों में सामग्री क्रय हेतु मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने 15.46 करोड़ की स्वीकृति प्रदान करने के साथ ही प्रथम किश्त के रूप में 6.18 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की, साथ ही चिकित्सा व्यवस्थाओं के अंतर्गत सामग्री क्रय हेतु 2.93 करोड़ की स्वीकृति प्रदान करते हुए प्रथम किश्त के रूप में 1.17 करोड़ की धनराशि निर्गत करने की स्वीकृति दी है।

गंगा तट पर बनी ये अद्भुत पेंटिंग्स तीर्थनगरी की सुंदरता पर लगाएंगी चार चांदः अनिता

ऋषिकेश के आस्थापथ पर नगर निगम द्वारा शहर के उदयीमान कलाकारों द्वारा बनवाई गई पेंटिंग्स का आज दोपहर मेयर अनिता ममगाई ने लोकार्पण किया। मौके पर गंगा की स्वच्छता के लिए सजग प्रहरी बनकर कार्य करने की शपथ दिलाई गई। वहीं शहर में गंगा की स्वच्छता के लिए शानदार कार्य कर रहे रवि शास्त्री, रोहित प्रताप, अशोक बेलवाल को तीर्थ नगरी का स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडर बनाया गया।

आज सांई घाट के समीप आस्था पथ पर बनी खूबसूरत पेंटिंग का लोकार्पण कर मेयर अनिता ने कहा कि शहर के कलाकारों द्वारा बनाई गई पेंटिंग से आस्था पथ की आभा में चार चांद लगाने का काम किया है ।यहां आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को इन पेंटिंग को देख कर उत्तराखंड की महान संस्कृति के दर्शन होंगे। पेंटिंग में गोमुख, हिमालय, भागीरथी नदी अलकनंदा नदी, देवप्रयाग संगम, कौड़ियाला, ऋषिकेश, त्रिवेणी घाट, हरिद्वार हरकी पैड़ी आदि का सजीव चित्रण देवभूमि के हुनरमंद कलाकारों द्वारा किया गया है। आस्थापथ पर 400 स्क्वायर फिट के एरिया में माँ गंगा की गोमुख से हरिद्वार तक कि यात्रा के जीवंत चित्रण की पेंटिंग सभी के आर्कषण का केन्द्र रही।

इस दौरान सहायक नगर आयुक्त विनोद लाल, पार्षद मनीष शर्मा, विजय बडोनी, विजेंद्र मोगा, अनीता प्रधान, अनीता रैना, लक्ष्मी रावत, राजेश दिवाकर, उमा बृजपाल राणा, शकुंतला शर्मा, पंकज शर्मा, गौरव कैंथोला, शीलू अग्रवाल, प्रिया ढकाल, गुरविंदर सिंह, लक्ष्मी शर्मा, शैलेंद्र रस्तोगी, ममता नेगी, सफाई निरीक्षक धीरेंद्र सेमवाल, अभिषेक मल्होत्रा, सचिन रावत, प्रशांत कुकरेती आदि मौजूद रहे।

कुछ यूं बख्शें हैं ,गमें हयात ने आंखों को आंसू गर तबीयत से निचोड़ दूं तो…

आवाज साहित्यिक संस्था ने तुलसी मानस मंदिर रामायण प्रचार समिति में किया काव्य गोष्ठी का भव्य आयोजन ऋषिकेश समाज के सार्वभौमिक कल्याण एवं देश को कोरोना मुक्त करने की भावना के साथ आवाज साहित्यिक संस्था के तत्वावधान में तुलसी मानस मंदिर में एक काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया।
कवि रामकृष्ण पोखरियाल ने कहा- नए वर्ष में हम देश को कोरोना मुक्त चाहते हैं,
इसीलिए मां शारदे के गीत
बाँचते हैं

अशोक क्रेजी ने –
सत्य पथ पर
चल सदा, मैं धर्म अनुरागी बनूँ
अखंड ज्योति बन
मैं अँधेरा हर सकूँ पंक्तियों के साथ जीवन में प्रकाश की कामना की है।

प्रबोध उनियाल ने-
आदमी के अंदर,आदमी रहने लगे हैं
पहचानो मेरे दोस्त!
बाजारों में चेहरे टंगे हैं , पंक्तियां पढ़कर बनावटी संबंधों को उजागर किया।

हेमवती नंदन भट्ट ने अपने उत्तराखंड के सौंदर्य का वर्णन कुछ इस तरह किया-
फूलों क बण में मेरु मुलुक खास
ऊंची-ऊंची डांड्यूं मा हिमालैक पास

आलम मुसाफिर ने कुछ यूं बयां किया-
कुछ यूं बख्शें हैं ,गमें हयात ने
आंखों को आंसू
गर तबीयत से निचोड़ दूं तो
दरिया बह निकले-

वैश्विक महामारी को पर कवि महेश चिटकारिया ने अपनी पंक्तियां कुछ यूं कहीं-
विकास की दौड़ में बनाए
ढेरों परमाणु
छोटे से कीटाणु ने
पल में बदल दी ये जिंदगी-

सत्येंद्र चैहान ने व्यंग में कहा कि-
गैरसैंण बीस वर्षों बाद भी
श्गैरसैणीश् जन रैमे
अपनी सैणी ट योंकि वक्त
देरादून मा ऐगे-

कवि जे पी उनियाल ने अटल बिहारी वाजपेई पर पंक्तियां प्रस्तुत की।

काव्य गोष्ठी के संयोजक पंडित रवि शास्त्री ने कहा कि कवि हमेशा समाज के उत्थान व मानवता के लिए कविताएं लिखते हैं जो प्रेरणा का काम करती हैं।

इस अवसर पर पंडित रवि शास्त्री ने आवाज साहित्यिक संस्था के सभी कवियों को मां भगवती की प्रतिमा एवं उत्तरी ओढ़ाकर सभी सम्मानित कवियों को ‌सम्मानित किया। कवि गोष्ठी की अध्यक्षता कर रहे हैं स्वामी अखंडानंद महाराज ने अपने उद्बोधन में सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामयः की कामना की।

इस अवसर पर तुलसी मानस मंदिर के अध्यक्ष पंडित रवि शास्त्री आवाज साहित्यिक संस्था के अध्यक्ष अशोक क्रेजी, प्रबोध उनियाल, महेश चिटकारिया, हेमवती नंदन भट्ट हेमू भाई, राम किशन पोखरियाल, सत्येंद्र चैहान आलम मुसाफिर अनिरुद्ध शर्मा स्वामी अखंडानंद सरस्वती महाराज आदि उपस्थित थे।

सरकार चारों धामों में मास्टर प्लान के जरिए स्थानीय को करना चाहती है बेघरः तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी

चार धाम तीर्थ पुरोहित हक हकूक घाटी महापंचायत की एक अनौपचारिक बैठक कृष्णकांत कोठियाल जी की अध्यक्षता में भगवान आश्रम में संपन्न हुई जिसमें निम्न बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई सर्वप्रथम सरकार हमारे लोगों को आपस में तोड़ने की जो कोशिश कर रही है, महापंचायत उसका घोर विरोध करती है हमारे लोग-बगाहे सरकार हमारे लोगों को प्रलोभन दे रही है ऐसा हम होने नहीं देंगे। चार धाम के लोग सरकार की भाषा का विरोध करेंगे सरकार सभी चारों धामों में मास्टर प्लान ठोक कर वहां के स्थानीय लोगों को बेघर करना चाहती है उनके रोजगार को सुनना चाहती है।

स्थानीय स्तर पर चारों धामों में देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ जन जागरण अभियान चलाया जाएगा सरकार तानाशाही रवैया के अनेक काले कानून बना रही है। लेकिन चारों धामों में स्थानीय लोगों से कोई भी खुश नहीं है तानाशाही रवैया द्वारा सरकार अपनाएं अपनाया जा रहा है जो ठीक नहीं है नहीं है जनता इसका घोर विरोध कर रही है। भविष्य में आगे की रणनीति के लिए शीघ्र महापंचायत की विशाल बैठक बुलाई जाएगी और हक हकूक दार महापंचायत सभी जनमानस को एकत्र कर इसका घोर विरोध करेगी।

इस बैठक में कृष्ण कांत कोठियाल अध्यक्ष चार धाम तीर्थ पुरोहित हक हकूक जाति महापंचायत, हरीश डिमरी सचिव, विनोद शुक्ला उपाध्यक्ष एवं अध्यक्ष केदार सभा, लक्ष्मीनारायण कोषाध्यक्ष, विनोद उपाध्यक्ष पंचायत, आचार्य नरेश आनंद ब्रह्म कपाल तीर्थ पुरोहित, पुरुषोत्तम तिवारी महामंत्री केदार सभा, पंडित रवि शास्त्री अध्यक्ष तुलसी मानस मंदिर, अभिषेक शर्मा अध्यक्ष आश्रम धर्मशाला प्रबंधन समिति, रमाकांत भारद्वाज महामंत्री आश्रम प्रबंधन समिति, नरोत्तम दास, आनंद तिवारी, संतोष तिवारी, प्रकाश कोटियाल आदि उपस्थित थे।

स्वामी शंकर तिलक अपने गुरू की परंपरा को आगे बढ़ा रहेः महामंडलेश्वर डा. प्रकाशानंद

आज वैदिक फाउंडेशन हिमालय योगालय आश्रम में महामंडलेश्वर स्वामी प्रकाशानंद महाराज उदासीन अखाड़ा एवं स्वामी शंकर तिलक महाराज संस्थापक अध्यक्ष योगालय आश्रम, साध्वी अनीता माता एवं तुलसी मानस मंदिर के अध्यक्ष पंडित रवि शास्त्री के द्वारा जीवन पथ पर, आनंद तीर्थ, स्फुरण, किताब का महाबलेश्वर एवं संत महात्माओं के द्वारा विमोचन हुआ।

मौके पर महामंडलेश्वर डॉ प्रकाशा नंन्द महाराज उदासीन अखाड़ा ने कहा कि आज के परिवेश में स्वामी शंकर तिलक महाराज द्वारा अपने गुरु की परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं गुरु और शिष्य का प्रेम देखकर सभी साधकों को अपने गुरु से सीखना चाहिए जहां हम लोग भौतिकता में होते जा रहे हैं और नशा की ओर अपने को डाल रहे हैं। उसी प्रवेश में स्वामी शंकर‌ तिलक महाराज द्वारा अपने गुरु स्वामी तिलक की स्मृति में निकाली गई तीन पुस्तकें जीवन पथ पर, आनंद तीर्थ, स्फुरण यह पुस्तक आदर्श श्रद्धा प्रेम समर्पण भाव प्रस्तुत करती है हमें इन पुस्तकों के माध्यम से अपने जीवन में आने वाले बदलाव को समाज में प्रेषित करना चाहिए।

तुलसी मानस मंदिर के अध्यक्ष पंडित रवि शास्त्री ने बताया कि आज स्वामी तिलक की किताब के विमोचन पर हम सबको जीवन जीने की कला को इन पुस्तकों के माध्यम से सीखना चाहिए साधक लोग अपने गुरुओं की लिखित पुस्तकों के माध्यम से अपने जीवन को बदल सकते हैं और अपने आसपास के वातावरण को भी शुद्ध कर सकते हैं। इस अवसर पर स्वतंत्रता चैतन्य, पवित्रता चैतन्य, गौरी चैतन्य, चैतली चैतन्य ऊमाया साध्वी, बुद्धा घोष, अभिषेक शर्मा, आरती चैतन्य , तारा शक्ति चैतन्य, दीपक भदानी, आदि उपस्थित रहे।