बागेश्वर में उत्तरायणी मेला में वर्चुअल माध्यम से जुड़े सीएम, गरूड़ में की खेल मैदान बनाने की घोषणा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में सौर ऊर्जा की अपार संभावनाएं हैं। सौर ऊर्जा के सही उपयोग एवं इसे बढ़ावा देने हेतु जल्द ही राज्य में सौर ऊर्जा नीति लाई जाएगी। जिस परियोजना में सबसिडी भी प्रदान की जाएगी। इससे प्रदेश के हजारों युवाओं को भी जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा बागेश्वर को रेलवे के मानचित्र में जोड़ने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार मिलकर तेजी से कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्चुअल माध्यम से बागेश्वर में उत्तरायणी मेला-2023 के शुभारम्भ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने बागेश्वर जिले हेतु बालीघाट – धरमघर सड़क का जीर्णाेद्धार किए जाने, गोलू मार्केट गरुड़ का विनियमितीकरण किए जाने एवं बागेश्वर में खेल मैदान निर्माण कार्य किए जाने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देवभूमि के लोक पर्व उत्तरायणी और मकर संक्रांति की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कुमाऊँ की काशी, बागेश्वर में बाबा बागनाथ के मंदिर की छांव तले, सरयू गोमती और अदृश्य सरस्वती नदी के संगम तट पर आयोजित होने वाले उत्तरायणी मेले की भी आप सभी को बधाई देता हूँ। उन्होंने कहा मकर संक्रांति एकमात्र पर्व है, जिसका आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दोनों ही दृष्टियों से व्यापक महत्व है। हम सभी मकर संक्रांति को सूर्य के उत्तरायण होने के साथ-साथ भीष्म पितामाह के देह त्याग के दिन के रूप में भी जानते हैं। संक्रान्ति का अर्थ है “परिवर्तन“ इस दिन सूर्य भगवान धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इसे पुण्यकाल और संक्रमण काल के रूप में स्वीकार किया जाता है। मकर संक्रांति के पावन अवसर पर पतित-पावनी सरयू नदी खासकर त्रिमाधी स्नान के साथ पौराणिक बागनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना का पौराणिक काल से ही विशेष धार्मिक महत्व रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राष्ट्र की सांस्कृतिक विविधता को समाहित करने वाला यह सांस्कृतिक आयोजन, हम सभी को अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के निर्वहन के संकल्प की भी याद दिलाता है। इस तरह के सांस्कृतिक मेले हमारी विलुप्त होती लोक विरासत को संरक्षण प्रदान कर रहा है और आने वाली पीढ़ी को हमारी लोक संस्कृति से परिचित कराने का कार्य कर रहा है। राष्ट्र और संस्कृति को प्रत्यक्ष रूप से जानने का अवसर प्रदान करने वाला यह सांस्कृतिक मेला, निश्चित रूप से हमारी आगामी पीढ़ी के लिए सामाजिक समरसता को प्रगाढ़ करने का कार्य करेगा। ऐसे सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से हमारे राज्य के कलाकारों को भी एक मंच प्राप्त होता है और उनकी कला को प्रोत्साहन मिलता है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज उत्तराखंड का ही नहीं बल्कि पूरे देश का भी सांस्कृतिक वैभव बढ़ रहा है। उत्तराखण्ड की डबल इंजन की सरकार राज्य के सर्वांगीण विकास को सार्थक करने हेतु प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार ने वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का विकल्प रहित संकल्प लिया है। इस संकल्प की पूर्ति हेतु हमारी सरकार ने हर क्षेत्र में विकास कार्यों की एक नई श्रृंखला स्थापित करने का कार्य किया है, जिसमे बागेश्वर जिला भी शामिल है। राज्य सरकार के सर्वश्रेष्ठ उत्तराखण्ड के निर्माण के संकल्प को पूरा करने में जनता से अपने दायित्वों के निर्वहन की अपेक्षा करता हूँ। सरकार के इस पावन पुनीत लक्ष्य को पूरा करने में अपना सहयोग प्रदान करेंगे और उत्तराखंड को देश का नंबर वन राज्य बनाएंगे।

इससे पूर्व उत्तरायणी मेला-2023 में तहसील परिसर से विभिन्न विद्यालयों के बच्चों तथा विभिन्न सांस्कृतिक दलों द्वारा आकर्षक सांस्कृतिक झांकी का प्रदर्शन किया गया।

उत्तरायणी मेला-2023 में विधानसभा बागेश्वर के अंतर्गत 1085.17 लाख की 12 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया गया। 247.24 लाख की 03 योजनाओं का शिलान्यास तथा 837.93 लाख की 09 योजनाओं का लोकार्पण शामिल रहा। जिसमे लोनिवि विभाग द्वारा 86.61 लाख से बागेश्वर-जौलकाण्डे मोटर मार्ग में पी0सी0 का कार्य, 73.16 लाख की धनराशि से विकास खंड गरूड अंतर्गत कौसानी-भतडिया मोटर मार्ग के किमी. 01 से किमी. 04 तक पी0सी0 द्वारा सुधारीकरण कार्य तथा 87.5 लाख की धनराशि से विकासखंड गरूड अंतर्गत कन्धार-रौल्यान-मजकोट मोटर मार्ग के किमी. 08 से किमी. 11 तक पी0सी0 द्वारा सतह सुधारीकरण कार्यों का शिलान्यास किया गया। पी.एम.जी.एस.वाई विभाग की 278.41 लाख धनराशि से कन्धान-रौल्याना मोटर मार्ग किमी. 01 से सिमखेत मोटर मार्ग के किमी. 02 से 42 मीटर स्पान स्टील गार्डर सेतु, शिक्षा विभाग अंतर्गत 133.14 लाख से राइंका असौ में विज्ञान प्रयोगशाला, आर्ट-क्राफ्ट रूम, कम्प्यूटर कक्ष, पुस्तकालय कक्ष एवं दो कक्षा-कक्ष तथा बालक-बालिका शौचालय का निर्माण, 40.20 लाख से राइंका भटखोला में भौतिक/रसायन/जीवन विज्ञान प्रयोगशालाओं का निर्माण कार्य, 41.70 लाख से राबाइंका बागेश्वर में भौतिक/रसायन/जीवन विज्ञान प्रयोगशालाओं का निर्माण कार्य, 40.75 लाख से राइंका रवाईखाल में भौतिक/रसायन/जीव विज्ञान प्रयोगशालाओं का निर्माण कार्य तथा 69.18 लाख की धनराशि से राइंका अमस्यारी में भौतिक विज्ञान/रसायन विज्ञान/जीवन विज्ञान प्रयोगशालाओं एवं दो बालिका शौचालय निर्माण कार्य आदि है। वहीं लघु डाल विभाग अंतर्गत 55.22 लाख की मन्यूडा-गागरीगोल लिफ्ट सिंचाई योजना व 80.00 लाख की बिलौना लिफ्ट सिंचाई योजना तथा सिंचाई विभाग के अंतर्गत 99.33 लाख से अग्निकुण्ड में सरयू नदी के दाये पार्श्व पर हनुमान मंदिर के समीप घाट निर्माण कार्य का लोकार्पण शामिल रहा।

इस अवसर पर सांसद अजय टम्टा, प्रदेश प्रभारी भाजपा दुष्यंत गौतम, जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव, विधायक सुरेश गढ़िया, नगर पालिका अध्यक्ष सुरेश खेतवाल, ब्लॉक प्रमुख हेमा बिष्ट, पुष्पा देवी, गोविंद दानू, जिला अधिकारी अनुराधा पाल, पुलिस अधीक्षक हिमांशु वर्मा एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

सीएम के निर्देश पर माता जी को खोजने अल्मोड़ा पुलिस मुंबई हुई रवाना

मुंबई की सड़कों पर दर-बदर की ठोकरें खा रही अल्मोड़ा निवासी एक बुजुर्ग महिला का सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर मुख्यमंत्री ने उक्त बुजुर्ग महिला को खोजने के निर्देश अल्मोड़ा पुलिस को दिए हैं। अल्मोड़ा के एसपी प्रदीप राय ने बुजुर्ग महिला की तलाश हेतु एक टीम को मुंबई रवाना कर दिया है।
सोशल मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री के संज्ञान में एक वीडियो आया जिसमें एक बुजुर्ग महिला मुंबई की सड़क पर फटे हुए कपड़े पहने बैठी थी एवं वीडियो बनाने वाले को बता रही थी कि “मैं अल्मोडा की रहने वाली हूं, वहां मेरा बेटा और बेटी रहते हैं इत्यादि। मुख्यमंत्री द्वारा उस महिला की खोज कर मुंबई से वापस घर लाने के लिए पुलिस विभाग को निर्देशित किया गया। प्रदीप कुमार राय, पुलिस अधीक्षक, अल्मोडा ने तहकीकात की तो पता चला कि वायरल वीडियो में जो माता जी दिख रही हैं, वह श्रीमती हेमा देवी निवासी ग्राम कोटियाग तहसील भिकियासैण जिला अल्मोडा हैं। वे मानसिक रूप से विक्षिप्त हैं तथा पिछले 5-6 महीने से लापता हैं। उनकी गुमशुदगी दर्ज नहीं कराई गई है। माता जी के 4 पुत्र व एक पुत्री होना ज्ञात हुआ है जिसमें से 2 पुत्र दिवंगत हो गए हैं। एक बेटा महेंद्र सिंह ग्राम देवरापाणी भदरोज खान के पास रहता है, दूसरा बेटा राम सिंह दिव्यांग है तथा पुत्री अपनी ससुराल में हैं।
उन्होंने बताया कि अल्मोड़ा पुलिस की एक टीम मुंबई रवाना हो गई है। जिसने वीडियो बनाया था, उनसे सम्पर्क हुआ है तथा माता जी की खोजबीन जारी है। शीघ्र ही हमारी टीम माता जी को लेकर अल्मोडा वापस आ जाएगी। यदि उनके परिवार वाले देखभाल में असमर्थ होंगे, तो उन्हें अल्मोडा के नारी निकेतन में सम्मानपूर्वक भेजा जायेगा।

सीएम ने 306 करोङ रुपए की 26 योजनाओं का लोकार्पण किया

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहेनिया बाईपास, खटीमा, उधम सिंह नगर में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए 30606.75 लाख रुपए की 26 योजनाओं का लोकार्पण किया। जिसमें नवनिर्मित गदरपुर बाईपास एवं नवनिर्मित खटीमा बाईपास का लोकार्पण भी शामिल रहा। इस अवसर पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भी वीडियो के माध्यम सभा को संबोधित किया।

लोकार्पित किये गये 4-लेन गदरपुर बाईपास की लम्बाई 8.8 किमी और लागत 170 करोङ रूपये है जबकि खटीमा बाईपास 2-लेन विद पेव्ड शोल्डर है। इसकी लम्बाई 8.2 किमी और लागत 95 करोङ रूपये है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बाईपास के लोकार्पण के साथ खटीमा एवं गदरपुर क्षेत्रवासियों की लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी हुई है। इन दोनों ही बाईपास के बनने से स्थानीय जनता को लाभ मिलेगा। खटीमा एवं गदरपुर दोनों शहरों को जाम से निजात भी मिलेगा। खटीमा बाईपास के दौरान कई बाधाओं का सामना करना पड़ा परंतु सभी क्षेत्रवासियों ने एकता दिखाकर, जिला प्रशासन एवं एन.एच के सहयोग से समस्याओं का समाधान किया। उन्होंने कहा जल्द ही टनकपुर से सितारगंज एवं पीलीभीत से खटीमा हेतु 4 लेन सड़क पर भी कार्य किया जाएगा। यह मार्ग कैलाश मानसरोवर का भी एक अहम पड़ाव है आने वाले दिनों में कैलाश मानसरोवर की यात्रा इन्हीं मार्गाे से की जाएगी। भारत एवं नेपाल सरकार संयुक्त रूप से दोनों देशों को जोड़ने हेतु सड़क का निर्माण करवा रही है जिससे दोनों देशों के बीच में रोटी बेटी का रिश्ता और ज्यादा मजबूत होगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उत्तराखंड से विशेष लगाव है। जिसके फलस्वरूप केदारनाथ की एवं हेमकुंड साहिब को रोपवे से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि भारत सरकार के पर्वतमाला योजना का अधिकाधिक लाभ हमारे राज्य को मिले। उधम सिंह नगर जिले के किच्छा क्षेत्र में एम्स बनने जा रहा है। राज्य सरकार वन डिस्टिक टू प्रोडक्ट योजना पर भी तेज गति के साथ कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत द्वारा अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर जो भी प्रस्ताव रखे जाते हैं, उन पर गम्भीरता से फैसले भी लिये जाते हैं। उन्होंने कहा कि भारत इस वर्ष जी- 20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है। यह देश के लिए ‘लोकल फॉर ग्लोबल’ को बढ़ावा देने का अच्छा अवसर है। जी-20 की 02 महत्वपूर्ण बैठकें उत्तराखण्ड में भी प्रस्तावित हैं। भारत के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2023 को अन्तरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष भी घोषित किया है। इससे हमारे मोटे अनाजों को तेजी से बढ़ावा मिलेगा। भारत सरकार द्वारा मण्डुवा को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर क्रय करने की स्वीकृति प्रदान करने पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज संपूर्ण भारत में सरकार द्वारा अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को संसाधन पहुंचाने पर कार्य किया जा रहा है। आज का भारत दुनिया का नेतृत्व करने वाला भारत है। वैश्विक मंच पर भारत और भी ज्यादा सशक्त हुआ। सेना का मान सम्मान स्वाभिमान बढा है। दुश्मन देशों को गोली का जवाब गोलो से दिया जा रहा है। उन्होंने कहा राज्य सरकार ने खटीमा के अंतर्गत कई कार्य किये हैं जिसमें विभिन्न जगहों पर पानी की टंकियों का निर्माण, बस स्टेशन का निर्माण, सरकारी हॉस्पिटलों में मूलभूत संसाधनों की स्थापना, पूर्व सैनिकों हेतु सीएसडी कैंटीन, एकलव्य विद्यालय, नमामि गंगे के अंतर्गत शारदा घाटों का निर्माण कार्य हैं। उन्होंने कहा राज्य सरकार वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने “विकल्प रहित संकल्प“ को लेकर आगे बढ़ रही है।

वीडियो संदेश में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि विधानसभा चुनाव 2022 में अपने वादे अनुसार आज बाईपास का लोकार्पण कर दिया है। नवनिर्मित गदरपुर एवं खटीमा बाईपास के शुभारंभ के साथ ही खटीमा एवं गदरपुर के मुख्य शहरों में लगने वाला जाम पूरी तरह खत्म हो जाएगा। इससे स्थानीय जनता, यात्री एवं श्रद्धालुओं को बहुत बड़ी राहत मिलेगी। बाईपास के बन जाने से रुद्रपुर – टनकपुर एवं रुद्रपुर से काशीपुर या अन्य आसपास शहरों की समयअवधि घट जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड राज्य निरंतर ही विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। उन्होंने कहा उत्तराखंड राज्य में सड़कों के निर्माण हेतु जो कुछ भी सहयोग मंत्रालय द्वारा किया जा सकता है, वो प्राथमिकता के साथ किया जाएगा।

केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि प्रत्येक शासनादेश मूर्त रूप लेता जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड का चौमुखी विकास देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री धामी के बराबर कर्तव्यनिष्ट, ईमानदार व्यक्ति कोई नहीं है, वह वर्तमान समय में प्रदेश के हर क्षेत्र को बराबर स्थान और सम्मान दे रहे हैं। उन्होंने कहा गदरपुर बायपास पर सर्विस लेन बने तथा किसानों की फसल को नुकसान न हो, पानी की निकासी हेतु एनएचएआई प्रस्ताव बनाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उधम सिंह नगर जिले का चौतरफा विकास हो रहा है। अगले 10 सालो में उत्तराखंड राज्य बहुत ऊंचाइयों को छूने वाला है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी जी के मार्गदर्शन में भारत को ळ-20 की अध्यक्षता मिल गई है। करोड़ों के प्रोजेक्ट पर काम हो रहे हैं।

कार्यक्रम के पश्चात मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने नेशनल हाईवे कुटरी (खटीमा बाईपास) का निरीक्षण भी किया।
इस दौरान विधायक गोपाल सिंह राणा, शिव अरोरा, सुरेश गडिया, पूर्व विधायक डॉ. प्रेम सिंह राणा, बीजेपी जिलाध्यक्ष कमल जिंदल, डीएम युगल किशोर पंत, एसएसपी मंजूनाथ टीसी एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

सीएम ने किया एबीवीपी के प्रांत अधिवेशन में प्रतिभाग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुद्रपुर, उधम सिंह नगर स्थित जनता इंटर कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, उत्तरांचल प्रान्त के 23 वें प्रान्त अधिवेशन में प्रतिभाग किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एबीवीपी प्रांतीय अधिवेशन में आए सभी कार्यकर्ताओं का स्वागत करते हुए कहा कि अधिवेशन में उत्तराखंड के कोने-कोने से पधारे युवा तरूणाई के मध्य उपस्थित होकर स्वयं को गौरवान्वित एवं ऊर्जावान महसूस कर रहा हूँ। उन्होंने अपने विद्यार्थी जीवन के स्मरण को याद करते हुए कहा कि परिषद में काम करने के दिनों, मैं भी आपकी ही तरह विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के रूप में विद्यार्थियों के बीच काम करता था। एबीवीपी एक ऐसा संगठन है, जो व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण का कार्य करता है। शिक्षा के मंदिरों से लेकर देश की सीमाओं तक परिषद का कार्यकर्ता अपना कार्य कर रहा है। एबीवीपी ऐसा संगठन है, जो समाज के संकटों और राष्ट्र की चुनौतियों को अपना मानता है और उनका डटकर मुकाबला करता है। विद्यार्थियों को शिक्षा, संस्कार और स्वावलंबन प्रदान करने में परिषद की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। परिषद अपने स्थापना काल से ही देशहित में होने वाले बदलावों की पक्षधर रही है, इसका उदाहरण परिषद द्वारा राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर समय समय पर किए गए संघर्ष हैं। स्कूलों में, कॉलेजों में और विश्वविद्यालयों में छात्र-छात्राओं के भीतर राष्ट्रवाद की अलख जगाकर, हर विद्यार्थी के होठों पर भारत माता की जय का नारा देने का काम परिषद के आप जैसे कार्यकर्ता करते आए हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जहां एक ओर युवा भारत हर क्षेत्र में संपूर्ण विश्व का नेतृत्व कर रहा है, वहीं दूसरी ओर पूरा विश्व भी भारत की युवा शक्ति के सामर्थ्य से लाभान्वित होने के लिए आतुर है। ऐसे समय में युवाओं की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है। प्रधानमंत्री जी के “एक भारत-श्रेष्ठ भारत“ के निर्माण के लिए सभी युवा आगे बड़े और देश के विकास में अपना बहुमूल्य योगदान सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा आप सभी को यह भी विश्वास दिलाता हूँ कि आपके द्वारा राज्य की सेवा हेतु मुझे जो जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसे निभाने के लिए मैं दिन-रात पूरी ऊर्जा के साथ काम कर रहा हूं और आपके सहयोग से इसी प्रकार अपने कर्तव्यों का पालन करने का प्रयास करता रहूंगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के युवाओं को लगातार रोजगार से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। राज्य सरकार भी विभिन्न विभागों में रिक्त पड़े पदों पर भर्ती करवा युवाओं को रोजगार देने का कार्य कर रही है वही परीक्षाओं में गड़बड़ी पाए जाने पर 7000 भर्तियों को यूकेपीएससी के माध्यम से कराया जा रहा है। उन्होंने कहा किसी भी व्यक्ति की सबसे बड़ी पूंजी उसकी शिक्षा होती है। राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि आगे आने वाली परीक्षाएं पूरी पारदर्शिता से होंगी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने जिस “विकल्प रहित संकल्प“ को लेकर आगे बढ़ रही है, उस संकल्प को पूर्ण करने की जिम्मेदारी हम सभी की है। उन्होंने कहा सामाजिक कार्य के साथ हम सभी ने अपने पढ़ाई पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए। समय बहुमूल्य है, विद्यार्थी जीवन का समय फिर हमारी जिंदगी में लौट कर नहीं आ सकता है। आज की गई मेहनत हमें भविष्य में कई बड़े मुकाम पर पहुंचाएगी। हर पल का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवन को कैसे देश और समाज के प्रति समर्पित करते हैं, इसका जीता जागता उदाहरण हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं जो अपनी माता के दिवंगत होने पर सारे संस्कार पूरे करने के पश्चात राष्ट्रीय कार्यों में लग गए थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र की सेवा का धर्म एवं पुत्र धर्म बखूबी निभाया है।

इस अवसर पर विधायक शिव अरोड़ा, मेयर रामपाल सिंह, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल, प्रदेश अध्यक्ष डा. ममता सिंह, प्रदेश मंत्री रितांशु कंडारी, हरीश मुंजाल, बीजेपी जिलाध्यक्ष गुंजन सुखीजा, विधायक सुरेश गढ़िया, कमल जिंदल, प्रदेश मंत्री विकास शर्मा, अनिल डब्बू, अमित पांडे, नंदन सिंह खड़ायत, भारत भूषण चुघ, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

उत्तराखण्ड की मानसखण्ड पर आधारित झांकी का गणतंत्र दिवस परेड में हुआ चयन

गणतंत्र दिवस परेड-2023 के लिए उत्तराखण्ड राज्य की झांकी का अंतिम चयन हो गया है। सूचना विभाग द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन के उपरान्त मानसखण्ड पर आधारित झांकी प्रस्तावित की गई थी। भारत सरकार द्वारा अंतिम रुप से इस बार नई दिल्ली कर्त्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड में ‘मानसखण्ड’ की झांकी का प्रदर्शन करने की स्वीकृति पदान की है। यह जानकारी देते हुए सूचना विभाग के महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कि झांकी के अग्र तथा मध्य भाग में कार्बेट नेशनल पार्क में विचरण करते हुए हिरन, बारह सिंघा, घुरल, मोर तथा उत्तराखण्ड में पाये जाने वाली विभिन्न पक्षियों व झांकी के पृष्ठ भाग में प्रसिद्ध जागेश्वर मन्दिर समूह तथा देवदार के वृक्षों को दिखाया जायेगा साथ ही उत्तराखंड की प्रसिद्ध लोक कला ‘ऐपण’ का भी झांकी के मॉडल में समावेश किया गया है। झांकी के साथ उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए छोलिया नृत्य का दल सम्मिलित होगा। झांकी का थीम सांग उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति पर आधारित होगा।
गौरतलब है कि श्री केदारनाथ व श्री बदरीनाथ की तर्ज पर कुमाऊ के पौराणिक मंदिरों के लिए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर मानसखण्ड मंदिर माला मिशन योजना पर काम किया जा रहा है। गणतंत्र दिवस पर कर्तव्य पथ पर मानसखण्ड पर आधारित झांकी का प्रदर्शन होगा। देश विदेश के लोग मानसखण्ड के साथ ही उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति से भी परिचित होंगे।
ज्ञातव्य है कि गणतंत्र दिवस की झांकी के लिए लगभग 27 राज्यों ने अपने प्रस्ताव भारत सरकार को प्रेषित किये थे, जिसमें 16 राज्यों का ही अंतिम चयन हुआ है। राष्ट्रीय समारोह के नोडल अधिकारी संयुक्त निदेशक, के.एस. चौहान द्वारा झांकी का डिजाइन, थ्री-डी मॉडल तथा संगीत के संदर्भ में रक्षा मंत्रालय के अधीन गठित विशेषज्ञ समिति के सम्मुख नई दिल्ली में 7 बार प्रस्तुतिकरण करने के उपरान्त उत्तराखण्ड राज्य का अंतिम चयन हुआ है।
उत्तराखण्ड राज्य द्वारा अभी तक गत् वर्षों में 13 झांकियों एवं उत्तराखण्ड की कला एवं संस्कृति का प्रदर्शन कर्त्तव्य पथ पर किया गया है, इनमें वर्ष 2003 में ‘फुलदेई’, वर्ष 2005 में ‘नंदा राजजात’, वर्ष 2006 में ‘फूलों की घाटी’, वर्ष 2007 में ‘कार्बेट नेशनल पार्क’, वर्ष 2009 में ‘साहसिक पर्यटन’, वर्ष 2010 में ‘कुम्भ मेला हरिद्वार’, वर्ष 2014 में ‘जड़ीबूटी’, वर्ष 2015 में ‘केदारनाथ’, वर्ष 2016 में ‘रम्माण’, वर्ष 2019 में ‘अनाशक्ति आश्रम’, वर्ष 2021 में ‘केदारखण्ड’ तथा वर्ष 2022 में ‘प्रगति की ओर बढ़ता उत्तराखण्ड’ सम्मिलित हैं।
झांकी का निर्माण 31 दिसम्बर से सूचना विभाग के संयुक्त निदेशक/नोडल अधिकारी के.एस. चौहान के दिशा निर्देशन में राष्ट्रीय रंगशाला शिविर, नई दिल्ली में किया जायेगा तथा झांकी के साथ उत्तराखण्ड की संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए उत्तराखंड का प्रसिद्ध छोलिया नृत्य का ग्रुप 13 जनवरी, 2023 को राष्ट्रीय रंगशाला शिविर, नई दिल्ली के लिए प्रस्थान करेगा।

टनकपुर में प्रथम किताब कौथिग कार्यक्रम में पहुंचे सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजकीय इण्टर कॉलेज, टनकपुर में आयोजित प्रथम “किताब कौथिग” कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टालों के साथ ही पुस्तकों के स्टालों का भी अवलोकन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने टनकपुर क्षेत्र में पुस्तकालय खोले जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि टनकपुर में शिक्षा को प्राथमिकता देते हुए किताब कौथिग के रूप में एक नई शुरुआत की गई है। पुस्तकें हमारे दिमाग को पोषण देने का कार्य करती हैं। हमें पुस्तकों से नया ज्ञान अर्जित होता है, विश्व भर के स्रोत, साहित्य, एवं अनजाने रहस्य के बारे में हमें पुस्तकों से ही पता चलता है। यह ’किताब कौथिग’ पढ़ने लिखने की संस्कृति को नया आयाम देगा। ऐसे आयोजन विद्यार्थियों को साहित्य, संगीत, कला, संस्कृति जैसे विभिन्न विषयों पर चर्चा का अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा इस तरह के कार्यक्रम पूरे राज्य में हो इसके लिए प्रयास किये जायेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भारत-नेपाल सीमा पर टनकपुर क्षेत्र का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। यहां आए हुए अतिथि, इस क्षेत्र की बेहतरीन यादें ले जाएंगे। मुख्यमंत्री ने स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी को नमन करते हुए कहा कि वाजपेयी जी कुशल प्रशासक, राजनीतिज्ञ एवं लोकप्रिय जन नेता थे वे एक ऐसे महान वक्ता थे, जिन्हें समाज के सभी वर्गों के लोग प्यार और आदर करते थे। अटल जी उत्तराखण्ड राज्य के प्रणेता हैं, उन्होंने न केवल उत्तराखण्ड राज्य का निर्माण किया बल्कि इसके विकास के लिए आधार भी तैयार किया। पी.एम.जी.एस.वाई की शुरुआत भी अटल बिहारी वाजपेई द्वारा की गई, जिसके अंतर्गत आज उत्तराखंड में ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का जाल बिछा है।
इस अवसर पर पुस्तक मेला समिति के अध्यक्ष रोहिताश अग्रवाल, सचिव नवल किशोर तिवारी, उपाध्यक्ष हंसा पांडे, कोषाध्यक्ष अनिल चौधरी, नगर पालिका अध्यक्ष विपिन कुमार वर्मा, मां पूर्णागिरि मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित किशन पाण्डेय, फिल्म डायरेक्टर चंद्रकांत, फिल्म अभिनेता हेमंत पांडे, भाषाविद दिवा भट्ट, कृषि वैज्ञानिक जीसी भट्ट, प्रभारी जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा, उपजिलाधिकारी चंपावत रिंकू बिष्ट, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

उत्तरायणी मेले पर प्रदेशभर में किया जाएगा भव्य आयोजन-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में उत्तरायणी मेले, पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म जयंती पर सुशासन दिवस एवं वीर बाल दिवस की तैयारियों को लेकर बैठक ली।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तरायणी मेले में प्रदेशभर में भव्य आयोजन किये जाएं। यह मेला संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन को बढ़ावा देता है। 14 जनवरी को पूरे देश में अलग-अलग रूपों में सूर्य उपासना के पर्व मनाये जाते हैं। उत्तरायणी मेले का उत्तराखण्ड की संस्कृति में विशेष महत्व है। 14 जनवरी को उत्तरायणी उत्सव का मुख्य आयोजन बागेश्वर में किया जायेगा। पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के सहयोग से भव्य आयोजन किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों को उत्तरायणी मेले के महत्व की जानकारी हो और अन्तराष्ट्रीय फलक पर इसे पहचान दिलाने के लिए प्रदेशभर में भव्य आयोजन किये जाएं। पंच प्रयागों एवं राज्य के अन्य संगम स्थलों एवं महत्वपूर्ण घाटों पर भी उत्तरायणी के दिन सूर्य उपासना के पर्व का आयोजन किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तरायणी पर्व पर सौर ऊर्जा के प्रति जन जागरूकता के लिए इससे सबंधित योजनाएं लांच की जाएंगी। सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों में सौर ऊर्जा एवं ऊर्जा संरक्षण पर निबंध एवं वाद-विवाद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाए। बागेश्वर में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाए। जिसमें लोक गीत, लोक नृत्य एवं अन्य आयोजन भी किये जाए। इस पर्व पर उत्तराखण्ड की प्रमुख हस्तियों को भी सांस्कृतिक संध्या के लिए आमंत्रित किया जाए। संगमों पर भव्य आरती की व्यवस्था भी की जाए। हस्तशिल्प एवं फूड फेस्टिवल का आयोजन भी किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ‘भारत रत्न’ स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म जयंती पर सुशासन दिवस के अवसर पर प्रदेश में भव्य आयोजन किये जायेंगे। सभी जनपदों में ग्राम चौपाल का आयोजन किया जायेगा। जिनमें मंत्रीगण एवं अन्य जन प्रतिनिधि भी प्रतिभाग करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन दिवस पर वे स्वयं भी ग्राम चौपाल में प्रतिभाग करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुशासन दिवस पर प्रदेश के सभी स्कूलों में 9वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को जिला प्रशासन द्वारा आवश्यक प्रमाण पत्रों का वितरण किया जायेगा। 25 दिसम्बर 2022 से 09 फरवरी 2023 तक प्रमाण पत्रों के वितरण की प्रक्रिया पूर्ण की जायेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 26 दिसम्बर को वीर बाल दिवस पर सिख समाज के दसवें गुरू, गुरू गोविन्द सिंह के पुत्रों साहिब जादा जोरावर सिंह और साहिब जादा फतेह सिंह के बलिदान दिवस पर राज्य स्तर पर मुख्य कार्यक्रम देहरादून में आयोजित किया जायेगा। जिला मुख्यालयों पर भी कार्यक्रम आयोजित किये जाएं। प्रदेश के सभी स्कूलों में वीर बाल दिवस मनाया जायेगा।
बैठक में विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव शैलेश बगोली, सचिन कुर्वे, एच.सी.सेमवाल, विनोद कुमार सुमन, महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी, निदेशक संस्कृति बीना भट्ट, अपर सचिव जगदीश चन्द्र काण्डपाल उपस्थित रहे।

प्रवासी उत्तराखंडियों को उत्तरायणी मेले से जोड़ेगी सरकार

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बागेश्वर में मकर संक्रांति पर आयोजित किये जाने वाले उत्तरायणी मेले को भव्य रूप से मनाया जाएगा। इसे राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए हर सम्भव प्रयास किया जाएगा। स्थानीय संस्कृति को प्रमुखता देते हुए प्रवासी उत्तराखण्डियों को उत्तरायणी मेले से जोडा जाएगा। मेले को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिले, इसके लिए देश विदेश के पर्यटकों को बागेश्वर के उत्तरायणी मेले के सांस्कृतिक व ऐतिहासिक महत्व के बारे में जानकारी दी जाएगी। बागेश्वर के उत्तरायणी मेले को पर्यटन मानचित्र पर लाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 दिसम्बर को पूर्व प्रधानमंत्री व भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्म जयंती पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। अटल जी के जन्म जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है। राज्य सरकार ने सुशासन के लिए अनेक महत्वपूर्ण पहल की हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के अलग राज्य के रूप में निर्माण में अटल जी के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने राज्य के लिए विशेष औद्योगिक पैकेज की स्वीकृति देकर राज्य की मजबूत नींव रखी थी। अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में राज्य में विकास के अभूतपूर्व काम हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरू गोविन्द सिंह महाराज के पुत्र साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह ने अपनी छोटी सी उम्र में धर्म की रक्षा के लिये अपने प्राणों का बलिदान दिया था। प्रधानमंत्री ने इस सर्वाेच्च बलिदान के सम्मान में 26 दिसम्बर को “वीर बाल दिवस“ के रूप में मनाये जाने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में भी इस अवसर पर विशेष रूप से राज्य के विद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।
उक्त कार्यक्रमों के आयोजन के संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की जाएगी। इसमें पर्यटन, संस्कृति, शिक्षा व अन्य संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे।

नैनीताल में दुष्कर्म के बाद धर्म परिवर्तन का मामला, मुकदमा दर्ज

नैनीताल में नाम बदलकर युवती से दोस्ती और फिर दुष्कर्म के बाद धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने का मामला सामने आया है। मामले में पुलिस ने पीड़ित युवती की तहरीर पर आरोपी समेत पांच पर धर्मांतरण के लिए दबाव बनाने समेत अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक उत्तराखंड धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2018 के तहत कुमाऊं में दर्ज यह पहला मुकदमा है।

कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि क्षेत्र निवासी एक युवती ने पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया कि साकिब सैफी उर्फ शिव ठाकुर निवासी बंबाघेर ने उसके साथ नाम बदलकर दोस्ती की। जान पहचान होने पर साकिब ने उसके साथ दुष्कर्म किया। जब उसे साकिब की असलियत पता चली तो उसने विरोध किया।

आरोप है कि युवक ने उसे पीटा और जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद साकिब ने अपने दोस्तों के साथ उसकी बहन का भी पीछा करवाया। तहरीर में बताया कि आरोपी के परिजन भी उस पर धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहे हैं।

कोतवाल ने बताया कि तहरीर के आधार पर पुलिस ने साकिब सैफी ऊर्फ शिव ठाकुर, सबा, यूनुस, राहिला और गजाला के खिलाफ धारा 323/354/354डी/376/504/506 व उत्तराखंड धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2018 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
बताया कि आरोपी की ओर से भी तहरीर दी गई है जिसमें युवती ने शादी के लिए धर्म परिवर्तन करने की बात कही है। प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया है। इधर, सीओ बलजीत सिंह भाकुनी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।

मुनस्यारी के लिए कई घोषणाएं, सीएम ने कहा-प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है क्षेत्र

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को मुनस्यारी स्थित जोहार क्लब मैदान में आयोजित मुनस्यारी महोत्सव 2022 का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मुनस्यारी महोत्सव धीरे-धीरे विश्व प्रसिद्ध महोत्सव के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। मुनस्यारी के प्राकृतिक सौंदर्य की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जोहार की पावन भूमि नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण तो है ही इसका इतिहास भी बहुत गौरवशाली रहा है। उन्होंने कहा कि मुनस्यारी के नैसर्गिक सौंदर्य ने उन्हें बचपन से ही आकर्षित किया है। मुनस्यारी जैसा रमणीक स्थल भारत में ही नहीं विश्व में मिलना मुश्किल है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मुनस्यारी महोत्सव के लिये 8 लाख की धनराशि दिये जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर मुनस्यारी में एकलव्य विद्यालय खोले जाने, मुनस्यारी को नगर पंचायत बनाये जाने, मुनस्यारी में गौ रक्षा के लिए सहयोग दिए जाने, बकरियों के चुगान की अनुमति दिये जाने एवं बोना गांव में गार्डर पुल बनाए जाने की घोषणा की। स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिये इनके अधिकतम उपयोग किये जाने की बात कही।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुनस्यारी क्षेत्र की महान विभूतियों को याद करते हुए कहा कि जोहार की भूमि महान समाज सेवकों, चिंतकों, भू -सर्वेक्षकों एवं पर्वतारोहियों की भूमि है। उन्होंने क्षेत्र की सभी महान विभूतियों का नाम लेते हुए उनके महान कार्यों को याद किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हमारी सरकार हर क्षेत्र में विकास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के सीमान्त क्षेत्रों एवं गांवों के विकास के लिए निरन्तर कार्य कर रहे है। उन्होंने देश के सीमान्त गांवों को देश का अंतिम गांव न मानकर देश का पहला गांव माना है। प्रधानमंत्री ने सभी से अपनी यात्रा व्यय की 05 प्रतिशत धनराशि स्थानीय उत्पादों के क्रय पर व्यय करने की बात कही है, इससे हमारे स्थानीय उत्पादों को देश व दुनिया में पहचान मिलेगी तथा हमारे लोग स्थानीय उत्पादों के उत्पादन के प्रति और अधिक ध्यान देने तथा इससे रोजगार, स्वरोजगार के साधन उपलब्ध होने के साथ ही आर्थिकी को भी मजबूती मिलेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार सीमांत क्षेत्रों के विकास को प्राथमिकता दे रही है। मुनस्यारी क्षेत्र के विकास को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि मुनस्यारी क्षेत्र पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केन्द्र है। इस क्षेत्र का संपूर्ण विकास सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मुनस्यारी क्षेत्र के विकास के लिये 66 घोषणायें की हैं जिनमें से 32 पूर्ण हो चुकी हैं, शेष घोषणाओं को पूर्ण करने के लिये जनपद एवं शासन स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं। राज्य के विकास के लिये चिंतन शिविरों के माध्यम से विकास का रोड मैप तैयार किया जा रहा है। सभी के सहयोग एवं विश्वास के साथ 2025 तक उत्तराखण्ड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिये हमारे प्रयास निरंतर जारी हैं।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष पिथौरागढ़ दीपिका बोहरा, विधायक फकीर राम, हरीश धामी, जिलाधिकारी रीना जोशी, पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह आदि उपस्थित रहे।