पिथौरागढ़ में सीएम ने आक्सीजन जसनरेस हाल का शिलान्यास, मरीजों से भी जाना हाल

दो दिवसीय जनपद पिथौरागढ़ के भ्रमण पर पंहुचे मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने जिले में कोरोना महामारी की रोकथाम हेतु किए गए प्रबंधन एवं स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया गया। मुख्यमंत्री जनपद मुख्यालय पंहुचते ही सीधे जिला बेस चिकित्सालय गए। जहाँ उन्होंने कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण करने के साथ ही ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट भवन एवं एवं आरटीपीसीआर लैब के कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने बेस चिकित्सालय में भर्ती कोविड पॉजिटिव मरीजों के स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली। बेस चिकित्सालय भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा 26 लाख 92 हजार रुपये की बेस चिकित्सालय में बनने वाले ऑक्सीजन जसनरेस हॉल का भी शिलान्यास किया गया गया।

बेस चिकित्सालय के निरीक्षण के उपरांत मुख्यमंत्री वहॉ से जिला चिकित्सालय पंहुचे। जहाँ उन्होंने चिकित्सालय का निरीक्षण करने के साथ ही चिकित्सालय में भर्ती कोविड पॉजिटिव मरीजों के स्वास्थ्य के बारे में तथा जिला चिकित्सालय में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में प्रमुख चिकित्साधीक्षक से जानकारी ली गई। इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा जिला चिकित्सालय में नव निर्मित ऑक्सीजन जनरेशन भवन का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी पिथौरागढ़ ने अवगत कराया कि आगामी 25 मई से ऑक्सीजन जनरेशन यूनिट स्थापित करने का कार्य संबंधित फर्म द्वारा किया जा रहा है। जो अगले सप्ताह तक सुचारू हो जाएगा।

जिला चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री व सांसद अजय टमटा ने पीपीई किट पहनकर कोविड वार्ड एवं आईसीयू वार्ड में जाकर भर्ती कोरोना मरीजों से वार्ता की तथा उनके स्वास्थ्य का हाल जाना एवं उन्हें साहस दिलाते हुए शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की शुभकामनाएं दी ।

मुख्यमंत्री ने जिला चिकित्सालय में मरीजों को दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं एवं भोजन आदि व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इस महामारी के दौर में सभी चिकित्सक, मेडिकल स्टाफ समेत प्रशासन रात-दिन कार्य कार्य कर रहे है वह उल्लेखनीय व महान कार्य हैं। उन्होंने कहा कि आगे भी वह इसी प्रकार कार्य करते हुए जिले को कोरोना मुक्त करें।

जिला चिकित्सालय पिथौरागढ़ निरीक्षण के उपरांत मुख्यमंत्री विकास भवन पंहुचे जहां उन्होंने 7 करोड़ 7 लाख 45 हजार रुपये की लागत से निर्मित 8 विकास योजनाओं का लोकार्पण तथा 4 करोड़ 52 लाख 61 हजार रुपये की लागत के कुल 3 कार्यों का शिलान्यास किया गया। जिन योजनाओं का लोकार्पण किया गया उसमें 98.02 लाख की गड़वालखोली पेयजल योजना,107.22 लाख से निर्मित डिगरा मुवानी पेयजल योजना,87.92 लाख से निर्मित रई इन्फिल्टरेशन वेल पेयजल योजना,166.95 लाख से निर्मित राजकीय इंटर भवन का निर्माण, 43.38 लाख से निर्मित रॉक क्लाइम्बिंग साईट भाटकोट में एडवेंचर पार्क, 48.69 लाख से विकास खण्ड विण में निर्मित वन स्टॉप सेंटर, 13.11 लाख से जिला महिला चिकित्सालय में निर्मित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हरगोविंद पंत की स्थापित मूर्ति, 142.16 लाख से मसमोली से तड़ीगांव तक मोटर मार्ग में डामरीकरण के द्वितीय कार्य का लोकार्पण किया गया। शिलान्यास कार्यों में पीएमजीएसवाई के अंतर्गत 309.04 निर्मित गोगना मोटर मार्ग में द्वितीय चरण का कार्य, 66.71 लाख की लागत से निर्मित होने वाले आपदा प्रबंधन प्राधिकरण केन्द्र तथा 76.86 से अल्मोड़ा-हाट-जाख-धौलेत मोटर मार्ग में सुधारीकरण का कार्य सामिल है।

भ्रमण के दौरान मंत्री पेयजल, ग्रामीण निर्माण विभाग विशन सिंह चुफाल, सांसद अल्मोड़ा अजय टमटा, अध्यक्ष जिला पंचायत दीपिका बोहरा, विधायक पिथौरागढ़ चंद्रा पंत,विधायक गंगोलीहाट मीना गंगोला, उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सत्याल, अध्यक्ष नगर पालिका राजेन्द्र रावत,आयुक्त कुमाऊँ अरविंद सिंह ह्यांकी,पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं अजय रौतेला, जिलाधिकारी पिथौरागढ़ आनन्द स्वरूप, पुलिस अधीक्षक सुखबीर सिंह,मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल, प्रभागीय वनाधिकारी विनय कुमार भार्गव,अपर जिलाधिकारी आर डी पालीवाल, मुख्य चिकित्साधिकारी एच सी पंत जिलाअध्यक्ष भाजपा वीरेंद्र वल्दिया आदि उपस्थित रहे।

रानीखेत में संयुक्त सिविल मिलिट्री कोविड केयर अस्पताल का वर्चुअल उद्धाटन सीएम ने किया

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने देहरादून कैंप कार्यालय से अल्मोड़ा जिले के रानीखेत स्थित संयुक्त सिविल मिलिट्री कोविड केयर अस्पताल का वर्चुअल उद्घाटन किया। महिला बाल विकास मंत्री रेखा आर्य, अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा, विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चैहान, रानीखेत विधायक करण माहरा, सचिव अमित नेगी व जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।

रानीखेत में 50 बेड क्षमता वाले संयुक्त अस्पताल में 10 बेड ऑक्सीजन युक्त बनाए गए हैं। यह अस्पताल कुमाऊँ रेजीमेंट सेंटर एवं जिला प्रशासन अल्मोड़ा के संयुक्त प्रयास से शुरू किया गया है। अस्पताल के वर्चुअल उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि सेना एवं जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयास से शुरू किए गए इस अस्पताल का लाभ रानीखेत व आसपास के इलाकों के लोगों को मिल सकेगा। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन अल्मोड़ा को निर्देश दिए कि इस अस्पताल में ऑक्सीजन बैड की संख्या बढ़ाने के लिए प्रयास किए जाएं। ’मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की प्रेरणा से लगातार कोरोना संक्रमण को रोकने के प्रयास किये जा रहे है। मुख्यमंत्री ने कहा कि डीआरडीओ के सहयोग से अगले कुछ दिन में हल्द्वानी और ऋषिकेश में बनाए जा रहे अस्थाई कोविड अस्पताल भी तैयार हो जाएंगे जिससे प्रदेशवासियों को उपचार में लाभ मिल सकेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय के लिए हमें अभी से तैयार होना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत से पहले ही हमें सीएचसी, पीएचसी स्तर के अस्पतालों को मजबूत करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता को जागरूक करना बेहद जरूरी है। दवाई के साथ- साथ कड़ाई भी करनी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में टेस्टिंग को और बढ़ाया जाए और अधिक से अधिक लोगों को टेस्टिंग के लिए प्रेरित किया जाए। आशा, आंगनवाड़ी और ग्राम समिति के माध्यम से डोर टू डोर कोविड किट, होम आइसोलेशन में उपचार करवा रहे संक्रमितों तक समय से पहुंचा दी जाए।

महिला बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों पर विधायक निधि का इस्तेमाल जनप्रतिनिधि अपने विवेक अनुसार कोविड के लिए कर रहे हैं जिसका फायदा प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्र को मिल रहा है। इस दौरान सांसद अजय टम्टा ने कहा कि मुख्यमंत्री का प्रयास सराहनीय है मुख्यमंत्री द्वारा बेस अस्पताल अल्मोड़ा और मेडिकल कॉलेज को जोड़कर कोविड अस्पताल बनाने से बड़ा लाभ आम जनता को हो रहा है। विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चैहान ने कहा कि सरकार का सार्थक प्रयास धरातल पर नजर आ रहा है। कार्यक्रम में रानीखेत विधायक श्री करण माहरा ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के सहयोग के बिना यह अस्पताल संभव नहीं था। इस दौरान जिला अधिकारी अल्मोडा नितिन भदौरिया, कुमायूँ रेजिमेंट सेंटर के ब्रिगेडियर आइएस सौमयाल एव जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।

हल्द्वानी पहुंच सीएम ने किया 500 बेड फ्रेबीकेटेड चिकित्सालय का निरीक्षण


मुख्यमंत्री तीरथ सिह रावत ने हल्द्वानी के एमबीपीजी काॅलेज में कोविड वैक्सीनेशन सेंटर का फीता काटर शुभारंभ किया। सीएम ने युवाओं से कहा कि शतप्रतिशत कोविड वैक्सीन लगायें तथा औरों को भी कोविड बचाव, वैक्सीनेशन आदि हेतु जागरूक करें। उन्होने कहा प्रदेश मे सभी को मुफ्त वैक्सीन लगाई जा रही है। जिसमें 400 करोड से अधिक व्यय होगा, उन्होने कहा सरकार जनता के साथ खडी है सभी को स्वास्थ्य सुविधायें दी जायेंगी। उन्होने कहा कोविड से लडने के लिए सभी सुविधायें, उपकरण चिकित्सालयों में उपलब्ध कराये जायेंगे। मुख्यमंत्री तीरथ ने कहा मीडिया को हमने फं्रट लाइन वकर्स घोषित किया है उन्हें प्राथमिकता से कोविड वैक्सीन लगाई जा रही है। उन्होने अपील करते हुये कहा कि सावधानी बरतें तथा सामाजिक दूरी का पालन करें तथा मास्क पहनें। उन्होने कहा प्रदेश में कोविड कर्फ्यू चल रहा है इसलिए बहुत जरूरी हो तो ही घर से बाहर निकलें।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने मिनी स्टेडियम हल्द्वानी में 150 बैड का संचालित कोविड चिकित्सालय की व्यवस्थाओं का मुआयना किया। उन्होने कहा कि हल्द्वानी कुमाऊ का मुख्य द्वार है जहां पर पर्वतीय क्षेत्रों से कोरोना के मरीजो का दबाव है। कोविड संक्रमित लोगों को तत्परता से उपचार देने के लिए मिनी स्टेडियम में आक्सीजन युक्त चिकित्सालय लाभप्रद होगा। जिलाधिकारी धीराज सिह गर्ब्याल ने मुख्यमंत्री को बताया कि मिनी स्टेडियम में आक्सीजन युक्त 150 बैड का चिकित्सालय बनाया गया है। सुशीला तिवारी चिकित्सालय में बैड न होने की दशा में मरीजों को यहां रखकर उनका उपचार किया जायेगा। उन्होने बताया कि निजी चिकित्सालयों को भी अधिग्रहण किया है साथ ही उन्हे भी बैड संख्या बढाने को कहा गया है। इसके बाद मुख्यमंत्री ने सुशीला तिवारी चिकित्सालय में चिकित्सालय स्टाफ की बैठक ली। बैठक मे उन्होने चिकित्सालय की व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी लेते हुये चिकित्सकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। प्राचार्य डॉ. सीपी भैसोडा ने बताया कि सुशीला तिवारी कोविड चिकित्सालय में आक्सीजन युक्त बैड की संख्या 500 से बढाकर 600 कर दी गई है।

जिलाधिकारी धीराज सिह गर्ब्याल ने बताया कि सांसद निधि से क्रय किये जाने वाले 300 आक्सीजन सिलेन्डर सुशीला तिवारी अस्पताल को दिये जायेंगे। उन्होने बताया कि कुमाऊ का सबसे बडा चिकित्सालय होने की वजह से यहां बडी संख्या मे कोविड पॉजेटिव मरीजों का इलाज किया जा रहा है। ऐसे मे आक्सीजन सिलेन्डरो की खपत भी यहां ज्यादा है। ऐसे मे सांसद निधि से क्रय किये जाने वाले 300 आक्सीजन सिलेन्डर सुशीला तिवारी चिकित्सालय को दिये जायेंगे जो कोविड मरीजों के काम आयेंगे। उन्होने बताया कि सांसद निधि से क्रय किये जाने वाले 2000 पल्स आक्सीमीटर जिले भर के सभी सरकारी चिकित्सालयों को वितरित किये जायेगे। उन्होने बताया कि 45 लाख की धनराशि से जिले में एक नया आक्सीजन प्लांट भी लगाया जायेगा।

इसके उपरान्त मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राजकीय मेडिकल कालेज परिसर में डीआरडीओ द्वारा बनाये जा रहे 500 बैड के फ्रैब्रीकेटेड चिकित्सालय निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। डीआरडीओ के प्रोजेक्ट मैनेजर ने फैब्रीकेटेड चिकित्सालय लेआउट के माध्यम से मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी। उन्हांने बताया कि इस 500 बैड फैब्रीकेटेड कोविड चिकित्सालय में 100 बैड आक्सीजन युक्त तथा 125 आईसीयू बैड भी बनाये जायेंगे। मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुये कहा कि यह महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है इसलिए सभी सम्बन्धित अधिकारी चिकित्सालय निर्माण एवं व्यस्थाओं में प्राथमिकता से सहयोग करें तथा निरंतर आपसी समन्वय बनाकर कार्य को पूर्ण करें।

निरीक्षण के दौरान सांसद अजय भट्ट, शहरी विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री बंशीधर भगत, कृषि एवं जनपद प्रभारी मंत्री सुबोध उनियाल, पशुपालन एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या, विधायक संजीव आर्य, रामसिंह कैडा, माहपौर डॉ. जोगेन्दर पाल सिह रौतेला, अध्यक्ष जिला पंचायत बेला तोलिया, उपाध्यक्ष जिला पंचायत आनन्द सिह दरम्वाल, जिलाध्यक्ष भाजपा प्रदीप बिष्ट, महामंत्री सुरेश भटट, पूर्व दर्जा मंत्री प्रकाश हरर्बोला, हेमन्त द्विवेदी, गजराज बिष्ट, सभासद प्रमोद तोलिया,उपाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, लक्ष्मण खाती, विनीत अग्रवाल, नवीन पंत, भूपेन्द्र क्वीरा, गणेश पंत, मुकेश बोरा सहित आईजी अजय रौतेला, मुख्य विकास अधिकारी नरेन्द्र सिह भण्डारी, एसएसपी प्रीति प्रियदर्शनी, सीएमओ डॉ. भागीरथी जोशी, एसीएमओ डा0 रश्मि पंत, एसटीएच पीएमएस डा0 अरूण जोशी, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, उपजिलाधिकारी विवेक राय आदि उपस्थित थे।

बच्ची दा को स्पीकर ने दी श्रद्धांजलि, बोले प्रदेश को हुई अपूरणीय क्षति

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता बच्ची सिंह रावत के निधन पर बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय मे श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने स्व. बच्ची सिंह रावत के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए कहा है कि उनके निधन से प्रदेश को अपूर्णीय क्षति हुई है।

श्रद्धांजलि सभा में उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के आधार स्तंभ एवं पूर्व विज्ञान और प्रोद्यौगिकी केंद्रीय राज्य मंत्री, अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ क्षेत्र से चार बार के सांसद बच्ची सिंह रावत ने इस देश और प्रदेश की सेवा की है। उन्हें जीवन पर्यंत सादगी, सौम्यता, सरल व्यवहार के कारण जाना जाएगा ।

कहा कि बच्ची सिंह रावत ने जीवन पर्यंत राष्ट्रहित के कार्य में अपना संपूर्ण योगदान दिया उन्होंने अनेक लोगो के जीवन यापन के लिए मार्गदर्शन किया। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।

इस अवसर पर रमन रांगड, वरिष्ठ पार्षद शिव कुमार गौतम, राजवीर रावत, महिला मोर्चा की अध्यक्ष रजनी बिष्ट, सरदार कुलवंत सिंह, सरदार प्रीत पाल सिंह, रोशन कुड़ियाला, हरी सिंह, गीता रावत, एके मजूमदार, रोशन थलवाल आदि उपस्थित थे।

इससे पूर्व बच्ची सिंह रावत के निधन पर स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एवं उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

उत्तराखंड सरकार भी भारत सरकार के साथ डिजिटल क्रांति के क्षेत्र में बढ़ रही आगे


मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने पूर्णागिरी धाम में जियो द्वारा संचालित की जा रही 4जी सेवाओं का वर्चुअल शुभारम्भ किया। उन्होंने पूर्णागिरी धाम में 4जी सेवाओं का शुभारम्भ के लिए मुकेश अम्बानी और जियो परिवार का धन्यवाद किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कोरोना महामारी के वक्त मोबाइल और डेटा कनेक्टिविटी अति महत्वपूर्ण है। छात्रों की पढ़ाई, मध्यम व लघु उद्योग, उत्तराखण्ड में आने वाले पर्यटकों व स्थानीय नागरिकों के लिए डेटा कनेक्टिविटी बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में डिजिटल इंडिया की परिकल्पना साकार हो रही है। पंचायतों को ऑप्टिकल फाईबर के माध्यम से नेटवर्किंग से जोड़ा गया है। उत्तराखण्ड सरकार भी भारत सरकार के साथ डिजिटल क्रांति के क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। हमारी सरकार और जियो कम्पनी ने मिलकर उत्तराखण्ड के दूरस्थ क्षेत्रों तक 4जी मोबाइल कन्क्टिविटी पहुचाने का कार्य किया है।

मुख्यमंत्री तीरथ ने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि है, यहाँ अनेक धार्मिक स्थल हैं। जियो अधिकतर स्थानों में अपनी 4जी सेवाएं दे रहा है। महत्वपूर्ण मंदिरों और तीर्थक्षेत्रों को अपने 4जी नेटवर्क से जोड़ चुका है। जियो ने उत्तराखण्ड बॉर्डर एरिया में भी 14 साईटस् प्रारंभ कर दी है जिससे उत्तराखण्ड के बार्डर एरिया में रहने वाले लोग भी अब 4जी डिजिटल कनेक्टिविटी से जुड़ चुके हैं। इसी कड़ी के अंतर्गत अब जियो, मॉ पूर्णागिरी धाम को भी अपने 4जी नेटवर्क से जोड़ने जा रहा है। माँ पूर्णागिरी धाम 108 सिद्धपीठों में से एक है और बङी संख्या में श्रद्धालु यहाँ हर वर्ष दर्शनार्थ आते है।

इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से जियो के उत्तराखण्ड स्टेट हेड विशाल अग्रवाल, पूर्णागिरी मंदिर के चैयरमेन भुवन चन्द्र पाण्डे, गिरीश चन्द्र पाण्डे आदि उपस्थित थे।

पूर्णागिरी मेला हुआ शुरू, कोविड नियमों का करना होगा पालन

टनकपुर (चंपावत)। उत्तराखंड के चंपावत में विश्व प्रसिद्ध पूर्णागिरि मेला आज से शुरू हो गया है। मां पूर्णागिरि धाम में हर साल होली के अगले दिन से तीन माह का मेला लगता है, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने मेला अवधि 30 दिन तय की है। 30 मार्च से शुरू हो रहा मेला 30 अप्रैल तक चलेगा। मेले में कोरोना से बचाव के लिए श्रद्धालुओं को सरकार की गाइडलाइन का पालन करना होगा।

10 हजार श्रद्धालु ही एक दिन में कर सकेंगे दर्शन, पंजीकरण भी अनिवार्य

मेला मजिस्ट्रेट एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने बताया कि ककरालीगेट से मुख्य मंदिर तक पथ प्रकाश, अस्थायी शौचालय, यात्रि विश्राम शेड आदि व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। जगह-जगह श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग से जांच की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा नोडल अधिकारी सीओ अविनाश वर्मा ने बताया कि कुंभ मेले के कारण फिलहाल जिले का ही फोर्स मेले की सुरक्षा व्यवस्था संभालेगा। कुंभ मेले की ड्यूटी में गई फोर्स भी वापस मंगा ली गई है।

रोडवेज चलाएगा दस बसें
पूर्णागिरि मेले में इस बार भी रोडवेज टनकपुर से पूर्णागिरि के लिए दस बसें चलाएगा। एआरएम संचालन केएस राणा ने बाताया कि पूर्णागिरि मार्ग पर चलाने को दस बसों की व्यवस्था की गई है। बसों का संचालन रोडवेज बस स्टेशन से किया जाएगा।

नहीं चलेगी मेला स्पेशल ट्रेन
पूर्णागिरि मेले के लिए फिलहाल मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन नहीं होगा। अलबत्ता एक अप्रैल से त्रिवेणी एक्सप्रेस का संचालन शुरू हो जाएगा। यात्रियों को रूटीन ट्रेनों, रोडवेज की बसों या फिर निजी वाहनों से ही दर्शन के लिए आना होगा।

सल्ट उप चुनाव में भाजपा और कांग्रेस ने खोले प्रत्याशियों के नाम

कुमाऊं मंडल की सल्ट विधानसभा के विधायक सुरेंद्र सिंह जीना का पिछले वर्ष नवंबर में अचानक निधन हो गया था। इसके बाद से ही यह सीट रिक्त चल रही थी। चुनाव आयोग ने सल्ट विधानसभा के उपचुनाव की तिथि 17 अप्रैल को निश्चित की है। अब राज्य के दोनों बड़े राजनीतिक दलों ने अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा की है। भाजपा ने उपचुनाव में इस सीट पर दिवंगत विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के भाई महेश जीना को प्रत्याशी बनाया है, पार्टी ने महेश जीना के नाम की घोषणा कर एक तरह से मतदाताओं से सहानुभूति बटोरने का काम किया है।

तो वहीं, कांग्रेस ने इस सीट पर 2017 में कांग्रेस की प्रत्याशी रही महिला उम्मीदवार गंगा पंचोली पर ही पुनः दांव खेला है। कांग्रेस का गंगा पंचोली पर दांव खेलने के पीछे का एक कारण यह भी हो सकता है कि पिछले विस चुनाव में गंगा पंचोली ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी थी। उस दौरान वह मात्र 2600 मतों के अंतर से पराजित हुईं थी।

तीरथ सिंह रावत की हो सकती है परीक्षा
2022 के चुनाव से पूर्व राज्य में 17 अप्रैल को होने जा रहा उप चुनाव एक तरह से मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की परीक्षा भी साबित होगा। भाजपा के चार साल के कार्यकाल से लेकर मुख्यमंत्री बदलने तक के सफर तक का जनता इस चुनाव के जरिए अपने मतों का उपयोग करेगी।

रूद्रपुर डाम कालोनी में धूमधाम से मनाई गई होली, कुर्मांचल समाज ने दी एक-दूसरे को बधाई

होली पर्व को देखते हुए इन दिनों जगह-जगह पर होली के गीत गाए जा रहे है, एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर बधाई संदेश और शुभकामनाएं प्रेषित की जा रही है। वहीं, ग्राम सभा छतरपुर की डाम कॉलोनी में ब्लाॅक अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी रुद्रपुर दिनेश पंत के निवास स्थल पर भी कुर्मांचल समाज की ओर से होली मिलन कार्यक्रम आयोजित हुआ।

मौके पर पूरा गांव व क्षेत्र की सम्मानित महिलाएं, माताएं और बहने पहुंचे और होली के गीतों से माहौल को सराबोर कर दिया। महिलाओं ने एक-दूसरे को न सिर्फ अबीर गुलाल लगाया। बल्कि बैठी होली भी खेली। मौके पर मेरो रंगीलो देवर घर आरो छो…, जल केसे भरू जमुना गहरी…, हरी होली खेले पशुपतिनाथ…, शिव के मन माही बसे कासी… आदि जैसे होली के गीतों ने समा बांध दिया। मौके पर महिलाओं को झूमने पर मजबूर कर दिया गया। ब्लाॅक अध्यक्ष की ओर से मौके पर पकवान की व्यवस्था भी की गई। जिसका बच्चों सहित महिलाओं ने लुत्फ भी उठाया।

होली मिलन में मीना पंत, गीता काण्डपाल, दीपा तिवाड़ी, राधा बोरा, पुष्पा सामन्त, अन्जु खडायत, मनीषा सामन्त, नीमा पाण्डेय, शान्ति पाठक, ऊषा पाठक, नीरु खडायत, अम्बीका देवी, बसन्ती देवी, मोहनी देवी, हीरा देवी, राधिका देवी, मीरा सामन्त, यशोदा चन्दोला, जानकी भण्डारी, प्रभा पाण्डे, भावना चन्दोला, चम्पा पाठक, प्रेमा चन्दोला, ममता चन्दोला, नेहा सामन्त, प्रभा बिष्ट, भगवती पन्त, लता चन्दोला, कमला जोशी, मीनू भण्डारी, गीता भण्डारी आदि उपस्थित रहीं।

मुख्यमंत्री घस्यारी योजना से महिलाओं के आर्थिक व सामाजिक स्तर पर होगा सुधार

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने द्वाराहाट में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 18 मार्च को राज्य सरकार के कार्यकाल के चार साल पूरे हो जायेंगे। इस अवधि में राज्य सरकार द्वारा सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यटन के क्षेत्र में अनेक प्रयास किये हैं। महिलाओं के कल्याण हेतु मुख्यमंत्री घस्यारी योजना लाई जा रही है। जिसमें महिलाओं को अब जंगल से सिर पर गठरी लाने से छुटकारा मिल जायेगा।

उन्होंने कहा कि इस योजना से महिलाओं के आर्थिक व सामजिक स्तर में सुधार आयेगा। राज्य सरकार द्वारा महिलाओ को पैतृक सम्पत्ति में सह खातेदारी दी गयी है जिससे आने वाले समय में व्यापक परिवर्तन देखने को मिलेगा। स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार द्वारा 2200 से अधिक डाक्टर की तैनाती के साथ 765 डाक्टर व 2500 नर्सों की भर्ती की प्रक्रिया गतिमान है। उन्होंने कहा कि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण चैखुटिया हवाई पट्टी व तड़ागताल झील आने वाले समय में पर्यटको के लिये आर्कषण का केन्द्र बनेगी साथ ही स्थानीय लोगों के लिये रोजगार के नये अवसर पैदा करेगी जिससे आस-पास के क्षेत्र का विकास होगा।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि हरियाली का प्रतीक हरेला पर्व के दिन पूरे प्रदेश में सभी लोगों द्वारा एक पौधा अवश्य लगाया जायेगा। उन्होंने कहा कि साल भर में होने वाले पौध रोपण को इस वर्ष हरेला के दिन एक साथ पूरे प्रदेश में वृहद रूप से पौध रोपण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यहां की ऐपण कला अब घर तक नहीं रह जायेगी इस कला को देश-विदेश तक पहचान दिलाने के लिये हम प्रयासरत है। इसी वर्ष में ऐपण व हस्तशिल्प का कार्य करने वाले लोगों के लिये 05 करोड़ रूपये का बजट प्राविधानित किया जायेगा जिससे ऐसी कलाओं को संरक्षित किया जा सके। ऐपण से बनने वाले चीजों के विपणन के लिये देहरादून में विश्वस्तरीय सेन्ट्रर ऑफ एक्सलेंस इम्पोरियम बनाया जा रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में अनेक अभिनव प्रयास किये जा रहे है 500 विद्यालयों को वर्चुअल क्लासों से जोड़ दिया गया है 600 विद्यालयों में यह प्रक्रिया गतिमान है, जिससे आने वाले समय में कुछ अच्छे सुधार देखने को मिलेंगे।

प्राइमरी स्तर के कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को क्लब किया जा रहा है। क्लब करने के बाद प्रत्येक स्कूल में कम से कम पांच-पांच शिक्षक तैनात किए जाएंगे और इन स्कूलों में स्कूल वैन के जरिए छात्र छात्राओं को घर से लाने और ले जाने की व्यवस्था की जायेगी।

द्वाराहाट विधायक महेश नेगी ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में की गयी 90 प्रतिशत से अधिक घोषणाएं पूर्ण हो चुकी हैं। उन्होंने इस बात के लिये क्षेत्रीय जनता की ओर से धन्यवाद ज्ञापित किया। विधायक ने कहा कि क्षेत्र में कई विकास के कार्य किये जा रहे है जो शीध्र ही पूर्ण हो जायेगें। उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र में लगभग 01 हजार करोड़ के विकास कार्य हो चुके है। उनका प्रयास है कि अब प्रत्येक तोक तक सड़क पहुॅचायी जाय।

इस अवसर पर चाय विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष गोविन्द सिंह पिल्खवाल, राज्य महिला आयोग उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा, भाजपा जिला अध्यक्ष रवि रौतेला, कुमांयू कमिश्नर अरविन्द सिंह ह्यांकी, आईजी अजय रौतेला, अपर सचिव मुख्यमंत्री व महानिदेशक सूचना डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, जिलाधिकारी अल्मोड़ा नितिन भदौरिया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट आदि उपस्थित थे।

रानीखेत के खेरना व उपराड़ी में कार्यकर्ताओं ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का स्वागत

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत आज नैनीताल से रानीखेत पहुंचे। इस दौरान खेरना एवं उपराड़ी में लोगों ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र का भव्य स्वागत किया।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने उपराड़ी में जनता को संबोधित कर कहा कि राज्य सरकार का 18 मार्च को 4 साल का कार्यकाल पूर्ण हो जायेगा। राज्य सरकार ने जन अपेक्षाओं को पूर्ण करने के लिए अनेक प्रयास किये। सड़क कनेक्टिविटी के क्षेत्र में अनेक कार्य किये गये हैं। राज्य बनने के बाद 17 साल में सड़कों का जितना निर्माण हुआ, लगभग उतनी सड़कें पिछले 3 साल एवं 10 माह में बनाई गई। राज्य में इस अवधि में 11 हजार कि.मी. से अधिक सड़कों का निर्माण किया गया है। महिलाओं के सिर से घास के बोझ को हटाने के लिए राज्य में मुख्यमंत्री घसियारी योजना शुरू की जा रही है। लोगों के घरों तक घास की गठरी पहुंचाने के लिए योजना बनाई जा रही है। पौने आठ हजार सेंटरों के माध्यम से कम दाम पर घास की गठरी पहुंचाने की व्यवस्था की जायेगी।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि लोगों की आर्थिकी में सुधार के लिए भी सरकार प्रयासरत है। ग्रामीण आर्थिकी में सुधार के लिए अलग-अलग थीम पर ग्रोथ सेंटर विकसित किये जा रहे हैं, जिसके काफी सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं। कृषकों को 3 लाख तक का एवं स्वयं सहायता समूहों को 5 लाख रूपए तक का ब्याज मुक्त ऋण दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र के रानीखेत पहुंचने पर कार्यकर्ताओं द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं से भेंटवार्ता की।

इस अवसर पर सांसद अजय टम्टा, कुमांयू कमिश्नर अरविन्द सिंह ह्यांकी, जिलाधिकारी अल्मोड़ा नितिन भदौरिया, अपर सचिव मुख्यमंत्री डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट आदि उपस्थित थे।