नैनीताल जनपद में संचालित व प्रस्तावित कार्यों की सीएम त्रिवेंद्र ने की समीक्षा

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने नैनीताल जनपद में संचालित एवं प्रस्तावित कार्यों की गहनता से समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उच्च शिक्षा एवं सहकारिता मंत्री डॉ.धनसिंह रावत, विधायक बंशीधर भगत, नवीन दुम्का, संजीव आर्य, राम सिंह कैड़ा, जिलाध्यक्ष भाजपा प्रदीप बिष्ट उपस्थित थे।
सीएम ने जिला योजना, राज्य सैक्टर, केन्द्र पोषित योजना एवं बाह्य सहायतित योजनाओं की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए जनहित में अवमुक्त धनराशि का समय से शतप्रतिशत उपयोग करना सुनिश्चित करें। उन्होंने जनपद में सिंचाई विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि फार्म मशीनरी बैंको का आवंटन जनपद के सभी क्षेत्रों में समान रूप से किया जाए और कृषि सिंचाई हेतु गूल के स्थान पर हाई डेंसिटी पाइप लाइन व्यवस्था पर कार्य किया जाये। उन्होंने उद्यान विभाग की समीक्षा के दौरान मशरूम विलेज भवालीगांव, नथुवाखान में मशरूम उत्पादन के क्षेत्र में किये गये कार्य की सराहना की। उन्होंने निर्देश दिए कि रामगढ़ में 162 हैक्टेयर क्षेत्रफल वाले फार्म के उद्यान तथा वन को नुकसान पहुॅचाऐं बिना आध्यात्मिक ईको जोन के रूप में विकसित किया जाये, आध्यात्मिक जोन के रूप में विकसित करने के लिए उद्यान विभाग, केएमवीएन संयुक्त रूप से मण्डी परिषद द्वारा तैयार अवधारणा का अध्ययन करते हुए पर्यटन विकास हेतु भी कार्य योजना तैयार करें। उन्होंने पशुपालन विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए कि जनपद में सैक्स्ड सार्टेड सीमन से कृत्रिम गर्भाधान विधि को बढ़ावा दिया जाये।
जिलाधिकारी धीराज गब्र्याल ने बताया कि जनपद में हैचरी खोलने की दिशा में कार्य किया जा रहा है और कड़कनाथ प्रजाति के मुर्गों की मांग को देखते हुए जनपद में कार्यवाही की जा रही है, जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बाजार की मांग एवं आवश्यकता के अनुसार हैचरी स्थापित की जाये। सीएम ने ग्राम्य विकास की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि जनपद में खुलने वाले हिलांस आउटलेट का एक ही डिजाइन एवं कलर कोडिंग की जाये ताकि दूर से देखने में ही हिलांस आउटलेट की पहचान हो सके और सभी में एकरूपता भी बनी रहे। उन्होंने जल जीवन मिशन की समीक्षा के दौरान जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनहित में मानकों में शिथिलता लाते हुए लक्षित कार्यो को यथाशीघ्र पूरा करना सुनिश्चित करें।
सीएम ने मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि योजना के हिसाब से सबसे ज्यादा फिजिबल क्षेत्रों का चयन करते हुए उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाये और योजना से लाभांवित करने के लिए जनपद स्तर पर ही लक्ष्य निर्धारित किया जाये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि योजना का प्रचार-प्रसार व योजना में अधिक से अधिक लोगों को लाभांवित करने के लिए पंचायतीराज विभाग के माध्यम से प्रधानों को भी योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाये। उन्होंने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की समीक्षा करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि जो बैंक रोजगारपरक योजनाओं के अन्तर्गत लाभार्थियों को ऋण आवंटित करने में सहयोग प्रदान नहीं कर रहे हैं, ऐंसे सभी बैंको से सरकारी खाते अन्य बैंकों में स्थानान्तरित कर दिये जायें।
मुख्यमंत्री ने नैनीताल में बन रहे बीएम साह ओपन एयर थियेटर की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि किसी ऐंसी वॉल (दीवार) का चयन किया जाये कि जिस पर म्यूरल्स आदि के माध्यम से उत्तराखण्ड की पूरी कला एवं संस्कृति की झलक देखने को मिल सके और राज्य की महिलाओं की पूर्व दशा, महिलाओं की वर्तमान स्थिति तथा महिलाओं की स्थिति सुधार हेतु भविष्य के लिए निर्धारित लक्ष्य को भी प्रस्तुत किया जा सके।
उन्होंने शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को स्कूलों में शिक्षक, फर्नीचर, वर्चुअल क्लास, गुणवत्तायुक्त शिक्षा मुहैया हो। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि कम विद्यार्थियों वाले स्कूलों को क्लब किया जाये और बच्चों को बस की सुविधा उपलब्ध करायी जाये। उन्होंने जिलाधिकारी को जिला स्तर पर टास्क फोर्स बनाकर मिशन मोडल में 15 दिन में इस कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खाली होने वाले स्कूल के भवन को अन्य जनहित कार्यों हेतु उपयोग में लाया जाये।
उन्होंने पर्यटन एवं सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण चोखुटिया हवाई पट्टी निर्माण हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश मण्डलायुक्त अरविन्द सिंह ह्यांकी को दिये।
उन्होंने कहा कि हरेला पर्व पर 16 जुलाई को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है और इस दिन मार्केट,स्कूल, कार्यालय बन्द रहेंगे। उन्होंने कहा मान्यता है कि हरेला के दिन लगाया गया पौधा सूखता नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य में दो माह का लक्षित वृक्षारोपण हरेला पर्व पर एक घण्टे में पूरा किया जायेगा। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि सभी प्रकार के पौधों का रोपण किया जाये। इस प्रकार के पौधों को भी प्राथमिकता दी जाये जो पशु-पक्षियों के चारे एवं आवास के रूप में काम आये। उन्होंने इस कार्य हेतु जनपद में पौध की पर्याप्त व्यवस्था, गडडों की व्यवस्था, डबटेलिंग आदि की सभी व्यवस्थाऐं समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य में व्यापक जन सहयोग से वृक्षारोपण कार्यक्रम को महोत्वस के रूप में मनाया जायेगा। उन्होंने मण्डलायुक्त को हरेला पर्व पर आयोजित होने वाले वृक्षारोपण कार्यक्रम की तैयारियों हेतु जिलाधिकारियों के साथ बैठक आहूत करने के निर्देश दिए।
उन्होंने पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था के दौरान अकाल मौत का शिकार होने वाली महिलाओं की मृत्यु पर गहरी चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि महिलाओं की दशा में सुधार हेतु मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना की शुरूआत की जाने की योजना बनाई गयी है। उन्होंने कहा कि पॉच साल के भीतर महिलाओं को घास की समस्या से पूर्ण मुक्ति दिलानी है, इस कार्य के लिए बढ़िया व कारगर योजनाऐं बनायी जायें।
सीएम ने चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि पानी की निरन्तर मांग एवं उपयोग बढ़ रहा है, जिस कारण जल संरक्षण एवं संवर्धन की बहुत आवश्यकता है। जल संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में भी प्राथमिकता से कार्य किया जाये।
समीक्षा दौरान मुख्यमंत्री ने जनपद में राशन वितरण व्यवस्था तथा राशन की गुणवत्ता की जानकारी भी ली। हल्द्वानी बाईपास निर्माण कार्य हेतु जिलाधिकारी को व्यक्तिगत रूप से ध्यान देने के निर्देश दिये। उन्होंने रानीबाग-नैनीताल हेतु प्रस्तावित रोपवे की भी जानकारी ली। उन्होंने जमरानी बांध परियोजना की स्थिति के बारे में जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि आर एण्ड आर पोलिसी तैयार करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये कि पोलिसी में सभी के हित समाहित हों। बैठक में महाप्रबन्धक जमरानी बांध परियोजना प्रशान्त विश्नोई ने बताया कि जमरानी बांध परियोजना को तीन चरणों में लिया जा रहा है। प्रथम चरण की विभिन्न स्वीकृतियॉ प्राप्त हो चुकी हैं। द्वितीय चरण में योजना की फण्डिंग हेतु भारत सरकार द्वारा एडीबी को फॉरवर्ड किया गया है। एडीबी के अधिकांश बिन्दुओ को शॉर्ट आउट कर लिया गया है तथा शेष बिन्दुओ पर रिपोर्ट शीघ्र उपलब्ध करायी जायेगी। उन्होंने बताया कि आर एण्ड आर पोलिसी तैयार करने की दिशा में भी लगातार कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि एक्ट के हिसाब से विस्थापन हेतु लगभग 350 एकड़ जमीन की आवश्यकता है। सितारगंज में 284 एकड़ जमीन उपलब्ध होने के साथ ही बनबसा में भी जमीन उपलब्ध है।
बैठक में विधायक बंशीधर भगत तथा संजीव आर्य ने विधायक निधि के अन्तर्गत धनराशि खर्च करने में आ रही दिक्कतों के बारें में जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने विधायकों को विधायक निधि खर्च करने में आ रही दिक्कत का समाधान करने के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी नरेन्द्र सिंह भण्डारी को दिये। विधायक संजीव आर्य ने बिजली के बिल ज्यादा आने की शिकायत की जिस पर सीएम ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को तत्काल समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने दीन दयाल अन्त्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों हेतु जनपद नैनीताल के निर्मित नये ई-मार्केट पोर्टल www-himalyankart-in की लॉचिंग की।
बैठक में जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल ने बताया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अन्तर्गत नैनीताल शहर के प्रत्येक घर पर बेटियों के नाम की नेम प्लेट लगायी जायेगी। जिस पर मुख्यमंत्री ने इस कार्य को अविलम्ब शुरू करने के निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी ने बताया कि जिला योजना के अन्तर्गत अवमुक्त धनराशि 46.72 करोड़ के सापेक्ष 37.28 करोड़ की धनराशि व्यय हो चुकी है अर्थात जिला योजना में 80 प्रतिशत धनराशि व्यय हो चुकी है। उन्होंने बताया कि राज्य सैक्टर में अवमुक्त धनराशि 226.13 करोड़ के सापेक्ष 168.27 करोड़ की धनराशि व्यय हो चुकी है तथा व्यय प्रतिशत 74.41 है। उन्होंने बताया कि केन्द्र पोषित योजना में अवमुक्त धनराशि 221.06 करोड़ के सापेक्ष 179.57 करोड़ की धनराशि व्यय हो चुकी है तथा व्यय प्रतिशत 81.23 है। बाह्य सहायतित योजना के अन्तर्गत अवमुक्त धनराशि 23.75 करोड़ के सापेक्ष 20.21 करोड़ की धनराशि व्यय हो चुकी है तथा व्यय प्रतिशत 85.10 है। उन्होंने बताया कि जनपद बीस सूत्रीय कार्यक्रम के अन्तर्गत 23 मदों में से 21 मदों में ए श्रेणी में है तथा दो मदों में डी श्रेणी में है।

भारतमाला परियोजना के तहत निर्मित होगा सिमली-ग्वालदम-बागेश्वर-जौलजीवी डबललेन राष्ट्रीय मार्ग

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सिमली-ग्वालदम-बागेश्वर-मुनस्यारी-जौलजीवी राजमार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किये जाने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा केन्द्रीय सडक परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त किया है।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि इस महत्वपूर्ण राजमार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित होने से राज्य की बड़ी मांग पूरी हुई है। राज्य को सडक मरम्मत आदि में होने वाली बड़ी राशि की भी इससे बचत हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सड़क सीमान्त क्षेत्रों को जोड़ने वाली प्रमुख सडक रही है। भारत माला के तहत इसके डबल लेन निर्माण से आवागमन में भी सुविधा होगी। भारत माला के तहत बनने वाली इस डबल लेन सडक के निर्माण में तेजी आने के साथ ही भविष्य में इसकी मरम्मत आदि में होने वाला व्यय भी भारत सरकार द्वारा वहन किया जायेगा।

पी.एम.जी.एस.वाई की सड़क मुआवजे की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने दिये जाँच के आदेश

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रधानमंत्री सड़क योजना में ग्राम सभा इंडर, पट्टी जुवा, जिला टिहरी गढवाल में कटान में आये खेतों के मुआवजे को पांच परिवारों के बजाय सारा मुआवजा एक परिवार को देने से सम्बन्धित प्रकरण पर पुष्पा देवी, जमोन्नि देवी एवं जय सिंह आदि के द्वारा की गई शिकायत पर जिलाधिकारी टिहरी को इस प्रकरण की जांच कर अविलम्ब आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं।

पहाड़ी क्षेत्रों के स्कूलों में आधारभूत सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जायः त्रिवेंद्र सिंह रावत

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अल्मोड़ा एवं नैनीताल जनपद की सीएम घोषणाओं की समीक्षा की। बैठक में महिला कल्याण एवं बाल विकास राज्य मंत्री रेखा आर्य, विधायक वंशीधर भगत, दीवान सिंह बिष्ट, रामसिंह कैड़ा, करन मेहरा, वर्चुअल माध्यम से विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चैहान, विधायक संजीव आर्य, नवीन चन्द्र दुम्का, महेश नेगी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में पार्किंग के स्थान के लिए समस्याएं आ रही हैं, जिलाधिकारियों द्वारा इसके लिए समाधान ढूढ़ा जाय। उपलब्ध स्थानों का सही तरीके से इस्तेमाल किया जाय। सभी स्कूलों में फर्नीचर, कम्प्यूटर एवं अन्य आधारभूत सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाय। राज्य में जो नये आंगनबाड़ी भवन बनाये जा रहे हैं, उनके निर्माण कार्यों में और तेजी लाई जाय। पुलों के निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग को दिये। इसके लिए एक ब्रिज सेल बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि ग्रीष्मकाल के दृष्टिगत पेयजल से संबधित घोषणाओं को जल्द पूर्ण किया जाय।

अल्मोड़ा जनपद में 164 सीएम घोषणाओं में से 102 घोषणाएं पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि 62 पर कार्य प्रगति पर है। नैनीताल जनपद में 147 सीएम घोषणाओं में से 95 घोषणाएं पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि 52 पर कार्य गतिमान है।

अल्मोड़ाः अल्मोड़ा जनपद की सीएम घोषणाओं की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि पेयजल विभाग की हैण्डपम्प एवं पेयजल लाईनों के पुनर्गठन से संबंधित कार्यों में तेजी लाई जाय। जो कार्य जल जीवन मिशन के तहत किये जाने हैं, मार्च तक कार्य प्रारम्भ हो जाए। जनपद में जिन नई पेयजल योजनाओं की घोषणा की गई, उनके निर्माण कार्यों में तेजी लाई जाय। पौराणिक मन्दिरों एवं धार्मिक स्थलों के सौन्दर्यीकरण एवं ईको टूरिज्म की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए सुनियोजित रणनीति से कार्य किये जाए।

नैनीतालः नैनीताल जनपद की सीएम घोषणाओं की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनपद में पेयजल हेतु नलकूप निर्माण एवं हैण्डपम्प स्थापना से संबधित कार्यों में तेजी लाई जाय। जल के संरक्षण एवं संवर्द्धन की दिशा में ध्यान दिया जाय। नदियों के पुनरोद्धार एवं झीलों के सौन्दर्यीकरण की दिशा में भी विशेष ध्यान दिया जाय। हल्द्वानी में सैनिकों के बच्चों के लिए छात्रावास निर्माण के लिए जल्द भूमि चिन्हित की जाए। सड़कों के मरम्मत एवं पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाई जाय।

बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव आर.के सुधांशु, अमित नेगी, आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, सचिन कुर्वे, हरबंस सिंह चुघ, दिलीप जावलकर, सुशील कुमार, प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी, वर्चुअल माध्यम से कुमायूं कमिश्नर अरवन्दि सिंह ह्यांकी, जिलाधिकारी अल्मोड़ा नितिन भदौरिया, जिलाधिकारी नैनीताल धीराज गर्ब्याल आदि उपस्थित थे।

कुमाऊ मंडल के तीन जनपदों की सीएम घोषणाओं की हुई समीक्षा

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पिथौरागढ़, बागेश्वर एवं चंपावत जिलों की मुख्यमंत्री घोषणाओं की समीक्षा की। बैठक में विधायक बलवंत सिंह भौर्याल, चन्दन राम दास, कैलाश चन्द्र गहतौड़ी, वर्चुअल माध्यम से विधायक चन्द्रा पंत, विशन सिंह चुफाल उपस्थित थे। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सीएम घोषणाओं को निर्धारित समयावधि में पूर्ण किया जाय। स्थानीय स्तर पर समस्या के त्वरित समाधान के लिए संबंधित विधायकगणों से समन्वय स्थापित किये जाए। हर माह मुख्यमंत्री सीएम घोषणाओं की समीक्षा करेंगे। कार्यों में तेजी लाने के लिए जिलाधिकारियों को 15 दिनों में घोषणाओं की कार्य प्रगति की समीक्षा करने के निर्देश दिये गये हैं। सीएम घोषणा पोर्टल पर भी सभी घोषणाओं को अपडेट रखने के निर्देश दिये गये।

जनपद पिथौरागढ़ में मुख्यमंत्री की 152 घोषणाओं में से 98 घोषणाएं पूर्ण हो चुकी हैं। शेष पर कार्य प्रगति पर है। जनपद बागेश्वर में 58 घोषणाओं में से 36 पूर्ण हो चुकी हैं, जबकि शेष पर कार्य चल रहा है। चम्पावत जनपद में 88 घोषणाओं में से 53 घोषणाएं पूर्ण हो चुकी हैं, अवशेष पर कार्य प्रगति पर है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि घोषणाओं को समय पर पूर्ण करने के साथ ही कार्यों की गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखा जाय। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि धार्मिक एवं पर्यटक स्थलों पर पेयजल, आवागमन एवं अन्य सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाय। शौचालयों के निर्माण के साथ ही उनके मेंटिनेंस की व्यवस्था भी की जाए। जल के संरक्षण एवं संवर्द्धन की दिशा में विशेष ध्यान दिया जाए। पेयजल, स्वास्थ्य एवं शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं वाले कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाय।

पिथौरागढ़ः पिथौरागढ़ जनपद में मुख्यमंत्री घोषणाओं के तहत मुख्यतः बरम-कनार मोटर मार्ग, सिमल से नाग मोटर मार्ग, डुंगातोली से चुनरगांव मोटर मार्ग, बनकोट से भटृटीगांव मोटर मार्ग के नव निर्माण कार्यों, अनेक मोटरमार्गों के डामरीकरण सुधारीकरण एवं सौन्दर्यीकरण के कार्य पूर्ण किये जा चुके हैं। डिगरा मुवानी कलौन गाड एवं गुंजी पेयजल योजना की स्वीकृति दी जा चुकी है। ऑवला घाट से पिथौरागढ़ पेयजल योजना पूर्ण की जा चुकी हैं। डीडीहाट पेयजल योजना एवं मुनस्यारी नगर पेयजल योजना का कार्य पूर्ण हो चुका है। पिथौरागढ़ को पर्यटक शहर के रूप में विकसित करने के लिए 85.80 लाख रूपये की धनराशि स्वीकृत की गई। पिथौरागढ़ में पार्किंग के निर्माण, मदकोट एवं सेरा स्थित गर्म पानी के स्रोतों के विकास, मुनस्यारी को पर्यटन डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने, होम स्टे को बढ़ावा देने एवं हाई टैक शौचालय निर्माण की घोषणाएं पूर्ण हो चुकी हैं। थरकोट झील के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। ऐलागाड, तवाघाट एवं धारचुला में तटबंध निर्माण हेतु प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृतियां दी जा चुकी हैं। पिथौरागढ़ जिला अस्पताल में टेलीरेडियोलॉजी की सुविधा उपलब्ध कराई गई हैं।

बागेश्वरः बागेश्वर जनपद में सीएम घोषणाओं के तहत मुख्यतः पिण्डारी ग्लेशियर ट्रेकिंग रूट के दवाली में 60 मी. स्पान झूला पुल एवं सोराग से सुन्दर ढ़ुंगा तक नये ट्रेकिंग रूट की घोषणा पूर्ण हो चुकी है। बिलौना, कालापैरकापडी, म्यून्डा लिफ्ट सिंचाई योजना, विभिन्न सड़क मार्गों का नव निर्माण एवं डामरीकरण एवं पेयजल योजनाओं से संबंधित घोषणाओं का कार्य पूर्ण हो चुका है। बागनाथ मंदिर में धर्मशाला एवं बैजनाथ मंदिर गरूड़ में संग्रहालय निर्माण की घोषणा पूर्ण हो चुकी है।

चम्पावतः चम्पावत जनपद में मुख्यमंत्री घोषणाओं के तहत मुख्यतः जनपद मुख्यालय के सौन्दर्यीकरण, चम्पावत एवं टनकपुर में आधुनिक शौचालयों के निर्माण , जनपद में विभिन्न पार्कों के सौन्दर्यीकरण, वाणासुर एवं चम्पावत में ट्रेक रूट के विकास, चम्पावत में पार्किंग व बस अड्डा के निर्माण एवं विभिन्न सड़को के नव निर्माण एवं डामरीकरण के कार्य पूर्ण हो चुके हैं।
बैठक में मुख्य सचिव ओम प्रकाश, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव आर. के. सुधांशु, अमित नेगी, दिलीप जावलकर, हरबंस सिंह चुघ, प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी, कुमाऊं कमिश्नर अरविन्द सिंह ह्यांकी, शासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं सबंधित विभागों के निदेशक उपस्थित थे।

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ऐंपण कला से जुड़ी बेटियों से किया संवाद

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सर्किट हाउस में पारम्परिक एैंपण कला से जुड़ी बेटियों से संवाद करते हुए कहा कि जिस खोई विरासत को एैंपण के माध्यम से बेटियों द्वारा संजोने का कार्य किया जा रहा है वह अपने आप में सराहनीय है। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि एैंपण प्राचीन कला है वर्तमान पीढ़ी की बच्चियों को इससे जुड़ते देखकर बेहद प्रसन्नता हो रही है। उन्होंने कहा कि आज हम देश-प्रदेश में राज्य की पहचान इस कला के माध्यम से संजोने का कार्य कर रहे जो एक गर्व की बात है। इस बात का गर्व है कि बहनें इस एैंपण कला को जीवंत कर रहीं है साथ ही इससे आर्थिकी में भी सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के क्षेत्रीय व्यंजनों को विशेष खान-पान की पहचान दिलाने का प्रयास किया जा रहा है पहाड़ी व्यंजनों को प्रोत्साहन देते हुए विशेष श्रेणी में लाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिल्पकला को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश के कुशल कारीगरों को आधुनिक श्रेणी की कारीगरी सिखाने में कारगर हुए है। उन्होंने कहा कि इसी कुशलता को दृष्टिगत रखते हुए उत्तराखण्ड में आवास नीति लागू की गयी है जिसमें उत्तराखण्ड के शिल्प नीति से जो अपने भवनों का निर्माण करेगा उसे एक अतिरिक्त मंजिल बनाने की अनुमति दी जायेगी। उन्होंने कहा कि हमारी सांस्कृतिक पहचान समाप्त होती जा रही जिसे हम अपने कुशल शिल्पियों के माध्यम से धरातल पर लाने का प्रयास कर रहे है। शिल्पियों के कुशल प्रदर्शन से ही प्रदेश में बेरोजगारी दर कम हो रही है जिससे क्षेत्रीय कारीगरो को इससे प्रोत्साहन मिल रहा है तथा वे आत्मनिर्भर हो रहे है।

इस संवाद कार्यक्रम में उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही महिला उद्यमियों को सम्मानित करते हुए उन्हें महिला सशक्तिकरण की ओर अग्रसर होने की बधाई दी। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा पारम्परिक एैंपण से जुड़ी बेटियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा सौर स्वरोजगार योजना के लाभार्थियों, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के लाभार्थियों, होम-स्टे योजना के लाभार्थियों, पीएम स्वनिधि से लाभार्थियों और जनपद के चयनित किसानों को किसान पुरस्कार व प्रमाण पत्र वितरित करते हुए सभी को स्वरोजगार क्षेत्र में किये जा रहे कार्यो के लिए बधाई दी।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा एैंपण स्टॉल का अवलोकन कर बेटियों से चर्चा की गयी और एैंपण को प्रोत्साहित करने के लिए उनसे सुझाव प्राप्त किये। इस दौरान राजकीय बाल किशोरी गृह की बच्चियों द्वारा बनाये गये एैंपण की मुख्यमंत्री द्वारा बेहद प्रशंसा की गयी। कार्यक्रम में एकीकृत आजीविका परियोजना, उद्योग विभाग, कृषि, उद्यान आदि विभागों के स्टॉल लगाये गये थे। जिनका अवलोकन मुख्यमंत्री द्वारा किया गया और स्टॉलों की सराहना की गयी।

इस दौरान विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चैहान, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डा. धन सिंह रावत, बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्या, सांसद अजय टम्टा, विधायक महेश नेगी आदि उपस्थित थे।

अल्मोड़ा को सीएम त्रिवेंद्र ने दी सौगात, करोड़ों की योजनाओं का हुआ शिलान्यास व लोकार्पण

अपने दो दिवसीय जनपद भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज अल्मोड़ा पहुॅचकर जनपद को अनेक सौगातें दी। उन्होंने कुल 150.31 करोड़ रूपए की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। जिसमें 67.95 करोड़ रू0 की योजनाओं का लोकार्पण एवं 82.36 करोड़ रू0 की योजनाओं का शिलान्यास किया।
विधानसभा क्षेत्र अल्मोडा के अर्न्तगत जिन विकास योजनाओं का लोकापर्ण किया। उसमें रमसा में रा0इ0का0 बाड़ेछीना भवन निर्माण लागत 46.48 लाख रू0, रमसा के अन्तर्गत रा0इ0का0 डीनापानी भवन निर्माण लागत 59.85 लाख रू0, जिला चिकित्सालय अल्मोड़ा में आक्सीजन सप्लाई पाईप लाईन निर्माण कार्य लागत 36.89 लाख रू0, टैक्सी स्टैण्ड कम शापिंग काम्पलैक्स में लिफ्ट व फायर फाईटिंग इक्यूपमैन्ट लगाने का कार्य लागत 52.36 लाख रू0, हेमवती नन्दन बहुगुणा र्स्पोटस स्टेडियम अल्मोड़ा में जिम हाल व बॉक्सिंग रिंग का निर्माण लागत 60.47 लाख रू0, अल्मोड़ा पिथौरागढ़ मुख्य मोटर मार्ग से बाडेछीना से ग्राम कुमौली तक ग्रामीण मार्ग का निर्माण लागत 484.60 लाख रू0, रीवर व्यू फैक्ट्री अल्मोड़ा मुख्य भवन का मरम्मत कार्य लागत 25.59 लाख रू0, लाट लिफ्ट सिंचाई योजना का निर्माण लागत 82.72 लाख रू0, राजकीय प्राथिमक विद्यालय बौड़ा में कक्षा-कक्षों का निर्माण लागत 35.130 लाख रू0, राजकीय प्राथमिक विद्यालय पलना में कक्षा-कक्षों का निर्माण लागत 35.280 लाख रू0, माडल कैरियर सेन्टर क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय अल्मोड़ा लागत 15.100 लाख रू0, रतखान से चैमू मोटर मार्ग लागत 152.26 लाख रू0, सुपई खान बमनतिलाड़ी मोटर मार्ग के किमी0 03 से 24 मी0 स्पान स्टील गार्डर ब्रिज का निर्माण लागत 131.48 लाख रू0, हिलांस किसान आउटलेट चैघानपाटा अल्मोड़ा लागत 4.87 लाख रू0, कृषि प्रसंस्करण इकाई ग्रोथ सेन्टरध्गुणवत्ता नियन्त्रण प्रयोगशाला हवालबाग लागत 42.38 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र प्रगति आजीविका स्वायत्त सहकारिता पातलीबगड़ लागत 12.50 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र शीतला आजीविका सहकारिता शीतलाखेत लागत 12.50 लाख रू0 है।

मुख्यमंत्री ने विधानसभा क्षेत्र जागेश्वर में रमसा के अन्तर्गत अर्न्तगत जिन विकास योजनाओं का लोकापर्ण किया उसमें रा0इ0का भेटा बडोली भवन निर्माण लागत 47.28 लाख रू0, रमसा के अन्तर्गत राजकीय इण्टर कालेज बमनस्वाल भवन निर्माण लागत 49.65 लाख रू0, रमसा के अन्तर्गत राजकीय इण्टर कालेज चमतोला भवन निर्माण लागत 50.28 लाख रू0, सामु0 स्वास्थ्य केन्द्र धौलछीना में चिकित्साधिकारी के लिए ट्रांजिट हास्टल का निर्माण कार्य लागत 242.86 लाख रू0, पशु सेवा केन्द्र धन्यान का निर्माण लागत 28.53 लाख रू0, जैंती पिपली मुख्य मोटर मार्ग से ग्राम तल्ला भटयाड़ा तक मोटर मार्ग का निर्माण लागत 223.60 लाख रू0, आटी डसीली मुख्य मोटर मार्ग से ग्राम डसीली तक ग्रामीण मोटर मार्ग का निर्माण लागत 211.77 लाख रू0, रा0इ0का0 चैड अनुली में 04 कक्षा कक्ष, 02 प्रयोगशाला, प्रधानाचार्य एवं कार्यालय कक्ष, 02 शौचालय एवं 01 कम्प्यूटर कक्ष का निर्माण लागत 18.63 लाख रू0, वृद्ध जागेश्वर मंदिर अल्मोड़ा का जीणोद्धार कार्य लागत 20.00 लाख रू0, राजकीय प्राथमिक विद्यालय कनरा में कक्षा-कक्षों का निर्माण लागत 35.380 लाख रू0, राजकीय इण्टर कालेज दन्या में कक्षा-कक्ष का निर्माण लागत 30.360 लाख रू0, राजकीय प्राथमिक विद्यालय भीमादेवी में भवन निर्माण लागत 35.250 लाख रू0, राजकीय इण्टर कालेज चैसाला में 02 कक्षा-कक्षों का निर्माण लागत 39.970 लाख रू0, राजकीय प्राथमिक विद्यालय बानठौक में अतिरिक्त कक्ष का निर्माण लागत 17.170 लाख रू0, कुशल बैण्ड से रूल डूॅगरा मोटर मार्ग के किमी0 02 से 24 मी0 स्पान स्टील गर्डर ब्रिज का निर्माण लागत 117.01 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र झारसैम आजीविका स्वायत्त सहकारिता गुरूड़ाबाज धौलादेवी लागत 12.50 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र प्रगति आजीविका स्वायत्त सहकारिता मोतियापाथर लागत 12.50 लाख रू0 है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने विधानसभा क्षेत्र द्वाराहाट अर्न्तगत जिन विकास योजनाओं का लोकार्पण किया उसमें सलना तक मोटर मार्ग का सुधारीकरण एवं डामरीकरण का कार्य ल0 3. किमी0 लागत 187.86 लाख रू0, विकासखण्ड भिकियासैंण के अन्तर्गत तकुल्टी-सुन्दरखाल मोटर मार्ग का डामरीकरण का कार्य ल0 4 किमी0 लागत 258.36 लाख रू0, कोटिला-ग्वाड़ मोटर मार्ग का सुधारीकरण एवं डामरीकरण का कार्य ल0 3 किमी0 लागत 127.12 लाख रू0, विजयपुर-धनखलगॉव मोटर मार्ग में सुधारीकरण एवं डामरीकरण का कार्य ल0 3 किमी0 लागत 140.78 लाख रू0, बमनपुरी पम्पिंग पेयजल योजना लागत 82.38 लाख रू0, चॉदीखेत ग्राम समूह पेयजल योजना लागत 103943 लाख रू0, बिजयपुर ग्राम समूह पम्पिंग पेयजल योजना लागत 367.86 लाख रू0, छाना भेट ग्राम समूह पम्पिंग योजना लागत 673.84 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र रामगंगा आजीविका स्वायत्त सहकारिता दूनागिरी लागत 12.50 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र रामगंगा आजीविका स्वायत्त सहकारिता खीड़ाताल चैखुटिया लागत 12.50 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र उगतासूरज आजीविका स्वायत्त सहकारिता काम लागत 12.50 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र हिमदृश्य आजीविका स्वायत्त सहकारिता मजखाली लागत 12.50 लाख रू0, तडागताल खोला प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क मार्ग से ग्राम न्योली मोटर मार्ग लागत 146.51 लाख रू0, गैरसैण विकास परिषद के अन्तर्गत विभिन्न कार्य लागत 112.50 लाख रू0 है।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने विधानसभा क्षेत्र रानीखेत अर्न्तगत जिन विकास योजनाओं का लोकार्पण किया। उसमें राजकीय चिकित्सालय रानीखेत में आक्सीजन सप्लाई पाईप लाइन एवं आई0सी0यू0 की स्थापना लागत 343.19 लाख रू0, राजकीय चिकित्सालय रानीखेत में चिकित्साधिकारियों के लिए ट्राजिंट हास्टल का निर्माण लागत 242.78 लाख रू0, राजकीय प्राथमिक विद्यालय हरनौली में कक्षा-कक्षों का निर्माण लागत 35.270 लाख रू0, राजकीय कन्या इण्टर कालेज रानीखेत में प्रयोगशाला का निर्माण लागत 30.140 लाख रू0, राजकीय इण्टर कालेज रघुलीपीपली में 02 कक्षा-कक्षों का निर्माण लागत 30.050 लाख रू0, गोविन्द सिंह मेहरा राजकीय चिकित्सालय रानीखेत में चिकित्साधिकारियों के लिए ट्रान्जिट हास्टल का निर्माण लागत 242.780 लाख रू0, राजकीय प्राथमिक विद्यालय मनिहार मटेला में भवन निर्माण लागत 35.250 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र नई क्रान्ति आजीविका स्वायत्त सहकारिता मल्ला विश्वा ताड़ीखेत लागत 12.50 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र फल्दाकोट आजीविका स्वायत्त सहकारिता जैनोली लागत 12.50 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र नई शक्ति आजीविका स्वायत्त सहकारिता पंतकोटली लागत 12.50 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र नई उड़ान आजीविका स्वायत्त सहकारिता पीपली लागत 12.50 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र शेर चैगॉव स्वायत्त सहकारिता बमस्यूॅ लागत 12.50 लाख रू0, संग्रहण केन्द्र अनमोल आजीविका स्वायत्त सहकारिता आजीविका स्वायत्त सहकारिता विल्लेख लागत 12.50 लाख रू0, चापड-हिडाम-विल्लेख मोटर मार्ग के लोधियाखान से थलाड़ तक ग्रामीण मोटर मार्ग लागत 142.86 लाख रू0 है।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा क्षेत्र अल्मोड़ा में किये जाने वाले शिलान्यास के अन्तर्गत जिला चिकित्सालय अल्मोड़ा में आक्सीजन प्लान्ट का निर्माण लागत 99.66 लाख रू0, अल्मोड़ा बेरीनाग अस्कोट मोटर मार्ग के किमी0 31 से 42 में बी0एम0 द्वारा सुधारीकण लागत 245.57 लाख रू0, एनटीडी कफड़खान मोटर मार्ग के कि0मी0 02 से ग्राम भुल्यूड़ा सब्जी उत्पादन क्षेत्र हेतु मोटर मार्ग का नव निर्माण कार्य लागत 188.06 लाख रू0, विकासखण्ड हवालबाग में खूॅट-महारूद्रेश्वर मोटर मार्ग के किमी0 01 से 3.00 में डामरीकरण का कार्य ल0 03 किमी0 लागत 125.54 लाख रू0, राज्य योजना के अन्तर्गत कठपुड़िया-बंगसर मोटर मार्ग का निर्माण ल0 03 किमी0 लागत 105.00 लाख रू0, विकासखण्ड हवालबाग के अन्तर्गत करबला से ग्राम माल को जोड़ने हेतु लिंक मोटर मार्ग का निर्माण ल0 04 किमी0 लागत 237.99 लाख रू0, ईवीएम वीवीपैट के गोदाम का निर्माण लागत 334.41 लाख रू0, डाईट अल्मोड़ा में चाहरदीवारी का निर्माण कार्य लागत 158.23 लाख रू0, रूरल बिजनेस इन्यक्यूवेटर की स्थापना कार्य लागत 86.69 लाख रू0, विकासखण्ड भैसियाछाना में जिंगल में लिफ्ट सिंचाई योजना का निर्माण लागत 71.87 लाख रू0, पशु चिकित्सालय एनटीडी अल्मोडा में चारागाह का निर्माण लागत 14.31 लाख रू0, श्रा0प्रा0वि0 बमौरी तरोला में भवन निर्माण लागत 35.50 लाख रू0 है।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा जागेश्वर में किये जाने वाले शिलान्यास के अन्तर्गत मोरनौला से खॉकर मोटर मार्ग ल0 4.400 किमी0 लागत 287.14 लाख रू0, जैंती से नया सिंगरोली मोटर मार्ग ल0 7.075 किमी0 लागत 385.04 लाख रू0, चनोली से नगरधारा तक मोटर मार्ग का निर्माण कार्य लागत 273.06 लाख रू0, विकासखण्ड लमगड़ा मे चैमू से कलसीमा तक मोटर मार्ग का निव निर्माण कार्य ल0 3 किमी0 लागत 24.70 लाख रू0, विकासखण्ड धौलादेवी का निर्माण लागत 163.87 लाख रू0, धौलानेली में पशु चिकित्सालय का निर्माण लागत 36.64 लाख रू0, नैनी पारकोट में पशुचिकित्सालय का निर्माण लागत 36.13 लाख रू0, रा0 उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जलना में कक्षा कक्षों का निर्माण लागत 30.25 लाख रू0, चलमोड़ी गाड़ा से कलौटा मोटर मार्ग लागत 1550.71 लाख रू0, रा0उ0मा0वि0 चगेठी में कला, शिल्प एवं कम्प्यूटर कक्ष निर्माण लागत 77.965 लाख रू0, रा0उ0मा0वि0 नैनीचैगर्खा में कला, शिल्प एवं कम्प्यूटर कक्ष निर्माण लागत 77.965 लाख रू0, रा0उ0मा0वि0 झालडुंगरा में कला, शिल्प एवं कम्प्यूटर कक्ष निर्माण लागत 77.965 लाख रू0 , रा0उ0मा0वि0 जसकोट में कला, शिल्प एवं कम्प्यूटर कक्ष निर्माण लागत 77.965 लाख रू0 है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने विधानसभा द्वाराहाट में किये जाने वाले शिलान्यास के अन्तर्गत कोटिला-ग्वाड़ मोटर मार्ग का सुरईखत तक मिलान ल0 15 किमी0 लागत 598.30 लाख रू0, कुनीगाड़-हिरूली बजार मोटर मार्ग का रामपुर चैखुटिया तक लागत 177.55 लाख रू0, नौबाड़ा से नैथाना देवी मोटर मार्ग का डामरीकरण एवं सुधारीकरण लागत 135.71 लाख रू0, जालली-तकुल्टी-भन्टी-पटास-उत्तमछानी मोटर मार्ग का नव निर्माण लम्बाई 05 किमी0 लागत 139.00 लाख रू0, असगोली-चमीनी-कुनस्यारी मोटर मार्ग लागत 330.85 लाख रू0, बकरीगाड़-गोदी-मोहणी-तल्ला बिठौली बयेडा मोटर मार्ग का नव निर्माण ल0 10 किमी0 लागत 499.65 लाख रू0, दुधोली बैण्ड से पंचायत घर तक मोटर मार्ग का सुधारीकरण एवं डामरीकरण लागत 134.31 लाख रू0, द्वाराहाट सुरईखेत मोटर मार्ग से बयेला-नाड मोटर मार्ग का निर्माण लम्बाई 4.00 किमी0 लागत 111.20 लाख रू0 गनाई-अखेती मोटर मार्ग का सुधारीकरण एवं डामरीकरण का कार्य ल0 03 किमी0 लागत 103.16 लाख रू0, गनाई-जौरासी मोटर मार्ग से आगर मनराल तक मोटर मार्ग ल0 4.50 किमी0 लागत 125.10 लाख रू0, ग्राम सभा ईडा में जमीनीवार से सेल्टा बाखली चैधार तक मोटर मार्ग का नव निर्माण लागत 135.93 लाख रू0, बरल में लिफ्ट सिंचाई योजना का निर्माण लागत 60.12 लाख रू0, शक्रेश्वर महादेव मन्दिर साकुनी का जीर्णोद्धार लागत 125.00 लाख रू0, रा0इ0का0 योगसैण रामपुर में दो कक्षा कक्ष निर्माण लागत 30.28 लाख रू0, रा0प्रा0वि0 मुझोली में भवन निर्माण लागत 56.18 लाख रू0, मिनी स्टेडियम विन्ता का निर्माण लागत 96.04 लाख रू0, रा0इ0का0 महतगॉव में कला, शिल्प, प्रयोगशाला, पुस्तकालय भवन का निर्माण लागत 58.42 लाख रू0 है।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा रानीखेत के में किये जाने वाले शिलान्यास के अन्तर्गत स्वास्थ्य उपकेन्द्र सूरी विकासखण्ड ताड़ीखेत का निर्माण लागत 45.00 लाख रू0, रा0उ0मा0वि0 सौनी में 02 कक्षा कक्ष निर्माण लागत 3030 लाख रू0, रा0उ0मा0वि0 सरमोली में 02 कक्षा कक्ष निर्माण लागत 30.29 लाख रू0, रा0इ0का0 शेर में 02 कक्षा कक्ष निर्माण लागत 40.91 लाख रू0, विकासखण्ड भिकियासैंण में कार्यालय व सभागार का पुर्ननिर्माण लागत 14.85 लाख रू0, विकासखण्ड ताड़ीखेत अन्तर्गत चमड़खान में आयुर्वेदिक चिकित्सालय निर्माण लागत 59.97 लाख रू0, रा0इ0का0 जमोली में कला, शिल्प, पुस्तकालय, कम्प्यूटर कक्ष निर्माण लागत 58.39 लाख रू0 है।
इस अवसर पर विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चैहान, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डा0 धन सिंह रावत, बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्या, सांसद अजय टम्टा, पूर्व विधायक कैलाश शर्मा, सहकारी बैंक अध्यक्ष ललित लटवाल, उपाध्यक्ष राज्य महिला आयोग ज्योति साह , मुख्यमंत्री के जनसर्म्पक अधिकारी विजय बिष्ट, जिलाध्यक्ष रवि रौतेला, महामंत्री महेश नयाल, आयुक्त कुमाऊ मण्डल अरविन्द सिंह हयांकी, पुलिस महानिरीक्षक अजय रौतेला, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, मुख्य विकास अधिकारी नवनीत पाण्डे, उपजिलाधिकारी सीमा विश्वकर्मा, मोनिका आदि उपस्थित रहे।

सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सल्ट में स्व. जीना दंपति को दी श्रद्धाजंलि, की स्मारक बनाने की घोषणा

विधानसभा सल्ट के पूर्व विधायक स्व. सुरेन्द्र सिंह जीना के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्व. जीना दंपति को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि जनहित के कार्यों व प्रदेश के विकास में स्व. जीना का योगदान भुलाया नहीं जा सकता। उनके अधूरे कार्यों को राज्य सरकार पूरा करेगी। सीएम ने सल्ट क्षेत्र में जीना की स्मृति में एक स्मारक बनाने समेत क्षेत्र के विकास के लिए कई घोषणाएं कीं।

मुखयमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि स्व. जीना से सबका बहुत ही सहज और सरल रिश्ता था। उन्होंने कहा कि स्व. जीना का अपने क्षेत्र के लोगों से गहरा लगाव था। उन्होंने कहा कि उनके कहने पर इस क्षेत्र जनहित की 63 विकास योजनाओं की मैंने घोषणाएं की हैं। जिसमें से 42 पूर्ण हो चुकी हैं। बाकी भी जल्द पूरा हो जायेंगी। इस मौके पर उन्होंने राजकीय महाविद्यालय मनीला को स्व. सुरेन्द्र सिंह जीना के नाम पर करने की घोषणा की। साथ ही क्षेत्र में स्व. जीना का स्मारक बनाने की घोषणा की। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने मार्चुला को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के एडवेंचर मीट का आयोजन, हरडा में एडवेंचर स्पोर्ट्स सेंटर की स्थापना, रामगंगा के तट को एंगलिग हब के रूप में विकसित करने, हरडा में जिला सहकारी बैंक की स्थापना के साथ ही स्कूलों में रूपांतरण कार्यक्रम के तहत बेहतर करने की घोषणा की।

सल्ट के पूर्व विधायक स्व. जीना की स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि सभी में शामिल होंगे सीएम

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत 27 जनवरी से अल्मोड़ा व पौड़ी के तीन दिवसीय भ्रमण पर रहेंगे। इस दौरान वह विभिन्न क्षेत्रों में चल रही विकास योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण कार्यक्रमों में शिरकत करने के साथ ही विकास योजनाओं की समीक्षा भी करेंगे।

27 जनवरी को मुख्यमंत्री अल्मोड़ा के सल्ट में पूर्व विधायक स्व सुरेंद्र सिंह जीना की स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। उसके बाद अल्मोड़ा में आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण करेंगे। इसी दिन सर्किट हाउस में कार्यकर्ताओं की बैठक के बाद मुख्यमंत्री जी पत्रकारों से रूबरू होंगे। उसके बाद अल्मोड़ा में प्राचीन वस्तु शिल्प के आधार पर निर्मित हिमालयन बंगलो, होली एन्जिल पब्लिक स्कूल के होम स्टे का अवलोकन करेंगे।

28 जनवरी को माननीय मुख्यमंत्री अल्मोड़ा के विवेकानंद कृषि अनुसंधान संस्थान में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेंगे। इसके बाद नवसृजित सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में मुख्यमंत्री का नागरिक अभिनंदन कार्यक्रम है, वह उसमें शिरकत करेंगे। 28 जनवरी को ही दोपहर बाद मुख्यमंत्री पौड़ी जनपद के संयुक्त चिकित्सालय के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण करेंगे। उसके बाद जनपद मुख्यालय पौड़ी में कंडोलिया पार्क का लोकार्पण करेंगे। साथ ही पौड़ी में माल रोड का शिलान्यास, शहर के अपर बाजार को हैरिटेज स्टीट के रूप में विकसित किए जाने की योजना का शिलान्यास, कलेक्टेट भवन का रेस्टोरेशन एवं कलेक्टेट परिसर के लैंडस्केपिंग कार्य, बासा होम स्टे द्वितीय, पटेलिया नर्सरी में कॉटेज निमार्ण योजनाओं का शिलान्यास करेंगे।

29 जनवरी को मुख्यमंत्री सर्किट हाउस में पहले कार्यक्रर्ताओं से मिलेंगे और उसके बाद टेका रोड को चेरी ब्लोजम लेन के रूप में विकसित करने के लिए यहां चेरी ब्लोजम के पेड़ों का रोपण कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे और उसके बाद विकास भवन के सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में विकास योजनाओं की समीक्षा करेंगे।

किसानों का हित पहला लक्ष्यः त्रिवेंद्र सिंह रावत

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सितारगंज चीनी मिल के संबंध में बैठक लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि आगामी पेराई सत्र तक सितारगंज चीनी मिल दुबारा शुरू हो जाय। इसके लिए पूरी योजना जल्द बनाई जाय। किसानों का हित पहला लक्ष्य होना चाहिए। सितारगंज में निर्मित इन्फ्रास्ट्रक्चर का सही उपयोग होना जरूरी है। इससे गन्ना उत्पादकों को गन्ने की बिक्री में परेशानी नहीं होगी व अन्य लोगों के रोजगार भी बढ़ेंगे।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि सितारगंज चीनी मिल को आगामी पेराई सत्र से शुरू करने के लिए अभी से प्रक्रिया शुरू की जाय। इसके लिए टेक्निकल टीम एवं विशेषज्ञों की राय ली जा सकती है।

बैठक में विधायक सौरभ बहुगुणा, ग्राम्य विकास एवं पलायन आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. एस.एस.नेगी, मुख्यमंत्री के तकनीकी सलाहकार डॉ. नरेन्द्र सिंह, अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार, सचिव अमित नेगी, राधिका झा, निदेशक शूगर फेडरेशन चन्द्रेश यादव, अपर सचिव डा. वी. षणमुगम आदि उपस्थित थे।