हर घर तिरंगा अभियान में सीएम ने खटीमा में किया प्रतिभाग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को शहीद स्थल खटीमा पहुंचकर आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर हर घर तिरंगा अभियान में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड राज्य आंदोलन में शहीद हुए राज्य आंदोलनकारियों के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए नमन किया। उन्होंने देश की आजादी तथा देश व देश की सीमाओं की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों, स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आजादी के महोत्सव के तहत देशभर में कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज देश के अंदर राष्ट्र भक्ति का भाव जागृत हुआ है, यह समय जहां हमारे लिए आजादी का अमृत महोत्सव मनाने का है, वहीं आने वाले 25 साल अमृतकाल होगा। उसके लिए भी हमें संकल्पबद्ध होना है। उन्होंने कहा कि हमारी नई पीढ़ी अमृतकाल में देश के नए सोपानों को तय करेगी। समृद्ध, समर्थ व शक्तिशाली भारत के रूप में जिसकी कल्पना कर रहे थे, प्रधानमंत्री ने इसको आगे बढ़ाने का काम किया है। देश व राज्य के चहुंमुखी विकास हेतु हम सब संकल्प लें।
इस अवसर पर मंडी समिति अध्यक्ष नन्दन सिंह खड़ायत, जिला महामंत्री अमित पांडे, रमेश जोशी, दान सिंह, गौरव सोनकर, संतोष अग्रवाल, दिनेश अग्रवाल, हरीश जोशी, भगत सिंह बोरा, जिलाधिकारी युगल किशोर पंत, एसएसपी मंजूनाथ टीसी उपस्थित रहे।

कैबिनेट मंत्री ने अपने विभागों को 7 लाख 50 हजार तिरंगा बांटने का दिया लक्ष्य

वित्त, शहरी विकास एवं आवास व संसदीय कार्य मंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने आजादी के 75 वर्ष अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में अपने मंत्रालय के विभागीय अधिकारियों की बैठक ली। इस मौके पर मंत्री डा. अग्रवाल ने 75 वर्ष पर 7,50,000 (सात लाख पचास हजार) तिरंगा झंडा बांटने का लक्ष्य दिया।
विधानसभा स्थित कार्यालय में हुई बैठक में मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत प्रधानमंत्री ने देशभर में अपने राष्ट्र का गौरव तिरंगा झंडा फहराने को कहा है। इसी क्रम में हर घर तिरंगा अभियान को लेकर पूरे वतन के लोगों में उत्साह है।
डा. अग्रवाल ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव उत्तराखंड में भी धूमधाम के साथ उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। कहा कि जो आजाद भारत में पैदा हुए हैं, इस उत्सव के जरिए हमें आजादी का जश्न मनाने का ऐसा पहली बार मौका मिल रहा है। इस मौके पर डा. अग्रवाल ने शहरी विकास, आवास एवं विकास विभाग, राज्यकर विभाग, स्टाम्प के अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने शहरी विकास विभाग के सभी 103 निकायों को पांच लाख तिरंगा झंडा, आवास एवं विकास विभाग को डेढ़ लाख से अधिक तिरंगा और राज्यकर व स्टाम्प से संबंधित अधिकारियों को एक लाख तिरंगा (कुल साढ़े सात लाख) का लक्ष्य दिया। कहा कि सभी विभाग इसे पूरे राज्यभर में नौ अगस्त से बांटेंगे।
डा. अग्रवाल ने बताया कि पूरे राज्यभर में एकसाथ सभी विभागीय अधिकारी आमजन के साथ तिरंगा झंडा अपने-अपने क्षेत्रों में फहराएंगे। साथ ही इसे सोशल मीडिया के जरिए प्रसारित व प्रचारित भी करेंगे।
इस मौके पर अपर मुख्य सचिव आनंद वर्द्धन, सचिव शहरी विकास विभाग विनोद सुमन, आवास आयुक्त सुरेंद्रनाथ पांडेय, एडिशनल कमिश्नर राज्यकर आई एस बृजवाल, अपर निदेशक शहरी विकास अशोक पांडेय, अपर आयुक्त आवास पीसी दुमका सहित अन्य विभागीय अधिकारी आदि उपस्थित रहे।

स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष और बलिदान की गाथाओं को याद रखे-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मन की बात कार्यक्रम को सुना।
मन की बात कार्यक्रम को सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर अमृत महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। हम सभी देशवासियों का कर्तव्य है कि हम देश को आजादी दिलाने वाले सभी ज्ञात अज्ञात महान स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष और बलिदान गाथाओं को सदैव याद रखे।
प्रधानमंत्री की पहल पर इस स्वतंत्रता दिवस पर 13 अगस्त से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान संचालित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेश वासियों से इस महान अभियान में प्रतिभाग करते हुए अपने-अपने घरों में तिरंगा फहराने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे पूरे विश्व में हमारी एकता का संदेश जाएगा। आज पूरा विश्व भारत की ओर देखता है। भारतीय संस्कृति, योग व आयुष के महत्व को दुनिया मान रही है।
मुख्यमंत्री के साथ मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट एवं अन्य गणमान्य लोगों ने प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम को सुना।

हरिद्वार संवाद में बोले सीएम, आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज के प्रेक्षागृह में स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत आयोजित ’’हरिद्वार संवाद’’ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मंत्रोच्चारण के बीच दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
इस अवसर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में आगामी मार्च 2022 तक अमृत महोत्सव के कार्यक्रमों के आयोजनों की योजना बनाई गयी है, जिसमें लगातार नये-नये विचारों की श्रृंखला सामने आ रही है। ऐसे आयोजनों से अमृत निकलेगा, गति मिलेगी तथा रास्ता मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमारी संस्कृति के उत्थान के लिये जो प्रयास किये हैं, वे अतुलनीय हैं। केदारपुरी का जिक्र करते हुये उन्होंने कहा कि केदारपुरी में 400 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास हुआ है। केदारपुरी में आस्था पथ बन चुका है तथा चिकित्सालय व अतिथि गृह आदि बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि वहां दूसरे चरण के कार्य चल रहे हैं तथा तीसरे चरण के कार्यों का प्रारम्भ आगामी अप्रैल, 2022 तक हो जायेगा। उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ का मास्टर प्लान बन गया है, जिसके लिये 250 करोड़ रूपये की स्वीकृत हो चुके हैं तथा वहां भी जल्दी ही कार्य प्रारम्भ होगा।
मुख्यमंत्री ने काशी विश्वनाथ का उल्लेख करते हुये कहा कि काशी में काफी अंतर आया है। पहले गंगा घाट से रास्ता नहीं मिलता था, आज वह संकरा रास्ता, हाईवे का रूप धारण कर चुका है। आज काशी दिव्य व भव्य बन चुकी है। उन्होंने कहा कि मैं 1998 के बाद विगत दिनों अयोध्या गया था, अयोध्या दुनिया के नक्शे का प्रमुख स्थान होगा। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमारा देश हर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम राज्य स्थापना का 25वां वर्ष मनायेंगे, उस समय हमारा उत्तराखण्ड हर क्षेत्र में भारत के अग्रणी राज्यों में से एक होगा। उन्होंने कहा कि रोज हम उत्तराखण्ड व उत्तराखण्ड की जनता के लिये फैसले ले रहे हैं तथा साथ ही उनका शासनादेश भी निकाल रहे हैं, उन योजनाओं को धरातल पर उतार रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगला दशक उत्तराखण्ड का दशक होगा। यह हम सबकी सामूहिक यात्रा है।
इस अवसर पर जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरि महाराज ने कहा कि कुछ पल ऐतिहासिक होते हैं। यह दशक उत्तराखण्ड का दशक है। केदारनाथ, बद्रीनाथ तथा काशी का कायाकल्प हुआ है। जिस तरह से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नेतृत्व कर रहे हैं, उससे सभी उत्साहित हैं।
इस मौके पर महंत देवानंद सरस्वती, पदम, स्वामी चिदानन्द मुनि, महानिर्वाणी के महंत रविन्द्रपुरी आदि ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।

अमृत महोत्सव के द्वितीय राष्ट्रीय समिति की बैठक में वर्चुअली शामिल हुए सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित आजादी का अमृत महोत्सव के द्वितीय राष्ट्रीय समिति की बैठक में वर्चुअली शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने बैठक के बाद सचिव संस्कृति को निर्देश दिये कि आजादी के अमृत महोत्सव के संबंध में राज्य में अभी तक आयोजित हुए कार्यक्रमों के साथ ही भविष्य में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों एवं सुझावों से सम्बन्धित विवरण अविलम्ब तैयार कर उपलब्ध करायें ताकि तदनुसार भारत सरकार को भी अवगत कराया जा सके।

गैरसैण नही देहरादून में 9 और 10 दिसम्बर को होगा शीतकालीन सत्र

उत्तराखंड में विधानसभा के शीतकालीन सत्र को लेकर अब असमंजस खत्म हो गया है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया है कि आगामी नौ व दस दिसंबर को सत्र देहरादून में ही आयोजित किया जाएगा। शीतकालीन सत्र को लेकर संसदीय कार्य मंत्री बंशीधर भगत एवं नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के साथ बातचीत करने के बाद ही यह फैसला लिया गया है।

अमृत महोत्सव को लेकर भी सदन में चर्चा की जाए
प्रेसवार्ता में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि मेरा प्रयास होगा इस सत्र के दौरान आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर अमृत महोत्सव के तहत भी एक दिन अतिरिक्त चर्चा के लिए रखा जाए। हालांकि यह सब कार्यमंत्रणा की बैठक में तय होगा, लेकिन मेरी इच्छा है कि अमृत महोत्सव को लेकर भी सदन में चर्चा हो।

पहले गैरसैंण में होना था सत्र
पिछले दिनों मंत्रिमंडल की बैठक में सरकार ने प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में सत्र कराने का निर्णय लिया था, जिसे बाद में बदल दिया। उसी दिन इस बात के संकेत मिल गए थे कि सरकार गैरसैंण में सत्र कराने को लेकर दुविधा में है।

पिथौरागढ़ में सीएम ने 100 फीट ऊंचाई का तिरंगा फहराया

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को पिथौरागढ़ में जिला मुख्यालय के चंडाक रोड स्थित वरदायिनी मंदिर परिसर में आयोजित आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने नव निर्मित 100 फीट ऊंचाई का तिरंगा फहराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भूमि देव एवं वीरों की भूमि है। तिरंगा युवाओं में देश भक्ति का जज्बे के साथ ही देश के लिए कुछ करने के लिए प्रेरित करता है।
इस अवसर पर पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल, विधायक पिथौरागढ़ चंद्रा पंत, अध्यक्ष नगर पालिका राजेद्र रावत, आयुक्त कुमाऊं सुशील कुमार, आईजी निलेश आनंद भरणे, जिलाधिकारी डॉ आशीष कुमार चौहान, पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह मौजूद रहे।

सरकार अपनी अर्थव्यवस्था में सेवा क्षेत्र के योगदान को सुधारने पर ध्यान केंद्रित कर रही

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सुभाष रोड स्थित होटल पेसिफिक में उद्योग विभाग द्वारा आयोजित आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर वाणिज्य उत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया एवं स्टॉलों का निरीक्षण किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, ऐसे समय में वाणिज्य सप्ताह का आयोजन किया जाना सराहनीय है। वाणिज्य उत्सव का मुख्य उद्देश्य आर्थिक विकास पर ध्यान केंद्रित करना एवं विशेष रूप से भारत से निर्यात को बढ़ावा देना है। कठिन भौगोलिक परिस्थितियों व ट्रांसपोर्ट की अनेक बाधाओं के बावजूद उत्तराखंड राज्य साल दर साल निर्यात के मामले में तेजी से आगे बढ़ रहा है। यही कारण है कि केंद्र सरकार की ओर से जारी एक्सपोर्ट प्रीपेयर्डनेस इंडेक्स में उत्तराखंड राज्य को हिमालयी राज्यों की श्रेणी में प्रथम स्थान मिला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले पांच सालों में ही उत्तराखंड ने निर्यात के मामले में करीब दोगुना से अधिक की बढ़त हासिल की है। वर्ष 2017-18 में उत्तराखंड से 10,836 करोड़ रुपये का निर्यात हुआ, वहीं 2020-21 में यह बढ़कर 15,914 करोड़ रुपये पहुंच गया है। राज्य में आटोमोबाइल व फार्मा इकाइयां सबसे बड़े निर्यातक क्षेत्र के रूप में उभरे हैं। इसके अलावा उत्तराखंड से पुष्प उत्पादन, कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण, जैविक उत्पाद, सगंध-औषधीय पौधे, जैव प्रौद्योगिकी, हस्तशिल्प की वस्तुओं का निर्यात विदेशों में होता है। राज्य में निर्यात क्षमता और राज्य से निर्यात योग्य उत्पादों एवं सेवाओं को बढ़ावा देने और प्रदर्शित करने के लिए भारत को एक उभरती हुई आर्थिक शक्ति के रूप में प्रतिस्थापित करने के लिए वाणिज्य उत्सव का आयोजन मील का पत्थर साबित होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड उत्तर भारत में अपनी प्रगतिशील नीतिगत ढांचे, गुणवत्तापूर्ण जनशक्ति की उपलब्धता तथा अच्छी कानून व्यवस्था के कारण एक पसंदीदा निवेश गन्तव्य बन गया है। मैनुफैक्चरिंग सेक्टर का राज्य के जीएसडीपी में 36 प्रतिशत से अधिक का योगदान है। सरकार अपनी अर्थव्यवस्था में सेवा क्षेत्र के योगदान को सुधारने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है और पर्यटन क्षेत्र को उद्योग का दर्जा दिया गया है। उद्योग और आंतरिक व्यापार को बढ़ावा देने के लिए विभाग डीपीआईआईटी द्वारा आयोजित बिजनेस रिफॉर्म एक्शन पॉइंट रैंकिंग में उत्तराखंड शीर्ष राज्यों में से एक है। राज्य की निवेश संवर्धन एजेंसी को इन्वेस्ट इंडिया द्वारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनकर्ता घोषित किया गया है। हरिद्वार में इनलैंड कनटेनर डिपो (आईसीडी) की स्थापना के लिए प्रयास किये जा रहे है। राज्य ने निर्यात को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख क्षेत्रों कृषि, स्वास्थ्य और आयुष, फार्मास्यूटिकल्स, ऑटोमोबाइल एवं एलाइड, पर्यटन और आतिथ्य, हथकरघा और हस्तशिल्प, शैक्षिक सेवाओं जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को भी पहचान की है। हमारा लक्ष्य 30,000 करोड़ रुपये मूल्य की वस्तुओं के निर्यात के अपने महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में अनेक योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। युवाओं के स्किल डेवलपमेंट हेतु विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। जिससे युवाओं को एक नया मंच और साथ ही उद्योगों को ऊर्जावान युवा मिल सके। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत आत्मनिर्भर भारत बनने की राह पर चल रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार मजबूत इच्छाशक्ति से काम कर रही है। देवभूमि उत्तराखंड का संदेश पूरे विश्व में जाता है। राज्य में और अधिक उद्योग स्थापित हों इसके लिये हमारे उद्यमी ही हमारे ब्राण्ड एम्बेसडर रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सरलीकरण, समाधान व निस्तारण के मंत्र को लेकर काम कर रही है। हम उद्योगों से जुड़े लोगों की समस्याओं का सरलीकरण कर समाधान करेंगे और साथ ही उनकी समस्याओं का निस्तारण भी होगा। उत्तराखंड में जितने भी उद्योग स्थापित हुए है, उनकी समस्याओं को दूर कर उन्हें विकास और ग्रोथ के हर अवसर दिए जाएँगे। साथ ही उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए हमारी सरकार हर संभव मदद करने को तैयार है।
उद्योग मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि आज उत्तराखंड दुनिया के तमाम उद्योगपतियों के लिए एक इंडस्ट्रियल डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है। हमारी सरकार का देश के तमाम उद्योगपतियों के साथ संवाद जारी है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अंतर्गत छोटे उद्योगों को लगाए जाने का कार्य राज्य में तेजी से हुआ है साथ ही उद्योगों से संबंधित आने वाली समस्याओं को दूर करने के लिए सरकार द्वारा हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं।
इस अवसर पर सचिव उद्योग राधिका झा, वाणिज्य मंत्रालय भारत सरकार के उप सचिव आनन्द भाष्कर, डीजी एसईपीसी डॉ. अभय सिन्हा, निदेशक उद्योग सुधीर चन्द्र नौटियाल, एक्सपोर्ट कमिश्नर रोहित मीणा एवं उद्योग संघ के पदाधिकारी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री ने राष्ट्र सेवा का संकल्प लेने का किया आह्वान

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को 75 वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी है। उन्होंने देश के लिए अपना सर्वस्व बलिदान करने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, सैन्य व अर्धसैन्य बलों के शहीद जवानों को नमन करते हुए कहा कि आज हम जिस खुली हवा में सांस ले रहे हैं, वह महान स्वतंत्रता सेनानियों और हमारे वीर जवानों के त्याग एवं बलिदान का प्रतिफल है। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड राज्य निर्माण के सभी अमर शहीदों और आंदोलनकारियों को भी श्रद्धापूर्वक नमन किया है।

न्यू इंडिया का संकल्प होगा पूरा
स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री ने न्यू इंडिया के निर्माण का जो संकल्प लिया है, उसे सिद्ध करने के लिये हम सभी 130 करोड़ भारतवासियों को अपना हाथ बढ़ाना होगा, तभी स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव का उद्देश्य पूर्ण होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के इस मुश्किल दौर में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत ने एक सफल लड़ाई लड़ी है। दुनिया का सबसे बड़ा निःशुल्क वैक्सीनेशन अभियान हमारे देश मे चल रहा है। इसके लिए मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड की समस्त जनता की ओर से माननीय प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद दिया।

सैनिकों का सम्मान
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड, वीर भूमि भी है, जिसे प्रधानमंत्री ने सैन्य धाम की संज्ञा भी दी है। हमने शहीद सैनिकों के परिवार के एक सदस्य को उसकी योग्यता अनुसार सरकारी नौकरी देने का प्राविधान किया है। विशिष्ट सेवा पदक से अलंकृत सैनिकों को अनुमन्य राशि में कई गुना बढ़ोत्तरी की गई है। उत्तराखंड से द्वितीय विश्व युद्ध की वीरांगनाओं एवं पूर्व सैनिकों को प्रतिमाह दी जाने वाली पेंशन को 8 हजार रुपए से बढ़ाकर 10 हजार रुपए करने का भी निर्णय लिया गया है।

युवा शक्ति से होगा प्रदेश का विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार भ्रष्टाचार मुक्त शासन प्रशासन सुनिश्चित करने के लिये संकल्पबद्ध है। ई-कैबिनेट, ई-ऑफिस, सीएम डैशबोर्ड उत्कर्ष, सीएम हेल्पलाइन 1905, सेवा का अधिकार और ट्रांसफर एक्ट की पारदर्शी व्यवस्था के चलते कार्य संस्कृति में गुणात्मक सुधार हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न विभागों में लगभग 22 से 24 हजार रिक्त पदों और बैकलॉग की रिक्तियों पर भर्ती करने का निर्णय लिया है। सिर्फ सरकारी नौकरी ही नहीं हम युवाओं को स्वरोजगार के लिये भी प्रेरित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना और मुख्यमंत्री स्वरोजगार नैनो उद्यम योजना भी प्रारम्भ की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिथि शिक्षकों का वेतन 15 हजार से बढ़ाकर 25 हजार रूपए करने का निर्णय लिया है। राज्य के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस इन्टर्न के स्टाईपेंड को 7500 रूपए से बढ़ाकर 17 हजार रूपए प्रतिमाह किया गया है। संघ लोक सेवा आयोग, पी.सी.एस., एन.डी.ए., सी. डी. एस और उसके समकक्ष प्रतियोगी परीक्षाओं में लिखित परीक्षा पास करने पर परिवार की आर्थिक स्थिति के आधार पर अभ्यर्थी को साक्षात्कार की तैयारी के लिये 50 हजार रुपए की वित्तीय सहायता दी जायेगी।

अगले चार माह में शत प्रतिशत कोविड वैक्सीनेशन
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने आम जन के सहयोग से कोविड का सामना करने के लिये मजबूत और प्रभावशाली कदम भी उठाये हैं। कोरोना की सम्भावित तीसरी लहर को देखते हुए सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित की गई हैं। सभी जिला अस्पतालों, सीएचसी, पीएचसी में पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन, आई.सी.यू., वेंटिलेटर, जरूरी दवाइयों के साथ ही बच्चों के अलग से वार्ड की व्यवस्था की गई है। सबको मुफ्त कोविड वैक्सीनेशन अभियान में उत्तराखण्ड देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। अगले 4 माह में प्रदेश में शत प्रतिशत वैक्सीनेशन कर दिया जाएगा।

कोविड से राहत के लिए उठाए कदम
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद कोविड से प्रभावित लोगों को जितना सम्भव हो सकता है, राहत पहुंचाने की कोशिश की है। प्रदेश में कोविड-19 से प्रभावित पर्यटन एवं परिवहन के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए लगभग 200 करोड़ रूपये का पैकेज दे रहे हैं। इससे लगभग 1 लाख 64 हजार लोग लाभान्वित होंगे। स्वास्थ्यकर्मियों को प्रोत्साहन देने और स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार करने के लिये 205 करोड़ रूपये का पैकेज दे रहे हैं। कोविड प्रभाव को देखते हुए लोक सेवा आयोग की परिधि के अन्तर्गत एवं लोक सेवा आयोग की परिधि से बाहर समूह-ग के पदों पर चयन में अभ्यर्थियों को अधिकतम आयु सीमा में एक वर्ष की छूट दी गई है।

किसानों की आय दोगुनी करने के लिए सरकार कृतसंकल्प
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के किसानों की आय को दोगुना करने का संकल्प लिया है। उत्तराखण्ड इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सुगंधित और औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा देने पर सरकार कार्य कर रही है। प्रदेश में लगभग 650 खाद्य प्रसंस्करण केन्द्र हैं, जिनकी संख्या को बढ़ाने पर भी कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से अब तक प्रदेश के लगभग 9 लाख किसानों को लाभान्वित किया गया है। दीन दयाल उपाध्याय सहकारिता योजना के अन्तर्गत किसानों को 3 लाख रुपए और महिला स्वयं सहायता समूहों को 5 लाख रुपए तक का ऋण बिना ब्याज के उपलब्ध कराया जा रहा है।

होम स्टे से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिल रही मजबूती
मुख्यमंत्री ने कहा कि सौर ऊर्जा और पिरूल ऊर्जा नीति, ग्रामीण युवाओं की आजीविका में सहायक हो रही है। होम स्टे योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है। ट्रैकिंग मार्गों पर भी होम स्टे को विशेष प्रोत्साहन दिया जा रहा है। साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इसकी अलग से विंग बनाई गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ईज ऑफ डूईंग बिजनेस में राज्य के सुधारों की सराहना करते हुए भारत सरकार द्वारा 702 करोड़ की अतिरिक्त ऋण सुविधा प्रदान की गई है। एम.एस.एम.ई के केंद्र में पर्वतीय क्षेत्रों को रखा है। सीमांत तहसीलों के लिए मुख्यमंत्री सीमांत क्षेत्र विकास योजना शुरू की है। सभी न्याय पंचायतों में क्लस्टर आधारित एप्रोच पर ग्रोथ सेंटर बनाए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री के ’बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना की शुरूआत की है। इसके तहत प्रथम दो बालिकाओं के जन्म पर माता और नवजात कन्या शिशु को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट उपलब्ध कराई जा रही है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत राज्य के लगभग 63 लाख लोगों को प्रति व्यक्ति प्रति माह 5 किलो राशन मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों में हमारी सरकार ने विकास के हर फ्रंट पर उल्लेखनीय कार्य किये हैं। सतत् विकास लक्ष्य सूचकांक में वर्ष 2018 में हम 10वें स्थान पर थे और आज हमारा स्थान तीसरा हो गया है। ऊर्जा और कानून व्यवस्था संबंधी इंडेक्स में हमारा राज्य प्रथम स्थान पर है।

अटल आयुष्मान योजना से सभी परिवार आच्छादित
मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल आयुष्मान योजना में राज्य के सभी परिवारों को 5 लाख रुपए वार्षिक की निशुल्क चिकित्सा सुविधा देने वाला उत्तराखण्ड, देश का पहला राज्य है। देशभर के 22 हजार से अधिक अस्पताल इसमें सूचीबद्ध हैं।

केंद्र का मिल रहा भरपूर सहयोग
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि विकास की इस यात्रा में केन्द्र सरकार का भी भरपूर सहयोग मिल रहा है। केंद्र सरकार द्वारा एक लाख करोड़ रूपए से अधिक की विभिन्न के परियोजनाएं प्रदेश के लिए स्वीकृत हुई हैं। 125 किमी लम्बी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना और 889 किलोमीटर की ऑल वेदर रोड परियोजना पर तेजी से काम किया जा रहा है। बीआरओ द्वारा पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी आदि सीमांत जनपदों में सड़कों और पुलों का निर्माण किया जा रहा है। प्रदेश में नये राष्ट्रीय राजमार्गों के लिये 1 हजार करोड़ और केन्द्रीय सड़क निधि के अन्तर्गत लगभग 915 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्राप्त हुई है। वह समय दूर नहीं जब दिल्ली से देहरादून केवल 2 घंटे में आ सकेंगे। हरिद्वार-देहरादून का सफर अब केवल 45 मिनिट में पूरा किया जा रहा है। देहरादून से टिहरी झील के लिए 2 लेन टनल और पीलीभीत-खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण के लिए भी केंद्र से सहमति मिली है। जौलीग्रांट एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जा रहा है। ऊधमसिंह नगर में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट विकसित किया जा रहा है। उत्तराखण्ड पहला राज्य है, जहां उड़ान योजना में हेली सर्विस शुरू की गई है।

प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण
प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण करते हुए इसे पहले से भी अधिक भव्यता प्रदान की गई है। बद्रीनाथ धाम के लिए भी कार्ययोजना बनाई जा रही है। इसके अतिरिक्त भारतमाला परियोजना, भारत नेट फेज-2, जमरानी बहुद्देशीय परियोजना, नमामि गंगे, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट जैसी कई परियोजनाएं उत्तराखण्ड के विकास में अपना योगदान दे रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली-रामनगर कॉर्बेट इको ट्रेन चलाने की भारत सरकार ने सैद्धांतिक सहमति दी है। टनकपुर बागेश्वर के ब्रॉडगेज सर्वे और डोईवाला से गंगोत्री यमुनोत्री के रेल लाइन के सर्वे की भारत सरकार द्वारा सहमति दी गई है। हरिद्वार-देहरादून रेल लाइन के दोहरीकरण का कार्य जल्द पूरा किया जाएगा।
पिछले 4 वर्षों में केन्द्र सरकार के सहयोग से उत्तराखण्ड में अनेक उच्च स्तरीय संस्थाओं की स्थापना हुई है। इनमें ड्रोन एप्लीकेशन सेंटर, सीपेट, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ऑन नेचुरल फाइबर, साइंस सिटी आदि शामिल हैं।

नई खेल नीति बनेगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की बेटी वंदना कटारिया ने महिला हॉकी टीम में शानदार प्रदर्शन करते हुए हम सभी का सर गर्व से ऊंचा किया है। इससे उत्साहित होकर हमने प्रदेश में खेलों को प्रोत्साहित करने के लिये नई खेल नीति लाने का निर्णय लिया है। देहरादून में खेलो इण्डिया स्टेट लेवल सेंटर और स्पोर्ट्स साइंस सेंटर का निर्माण किया जाएगा। उत्तराखण्ड के सभी 13 जनपदों में न्यूनतम एक सेंटर स्थापित किया जायेगा ।

कोविड काल में निराश्रित बच्चों को मिला वात्सल्य योजना का सहारा
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड काल में प्रभावित परिवारों के निराश्रित बच्चों को वात्सल्य योजना का सहारा दिया है। ऐसे बच्चों को 21 वर्ष की आयु तक 3000 रुपये प्रति माह दिये जायेंगे। राज्य सरकार इन बच्चों का एक अभिभावक की तरह पूरा संरक्षण करेगी।

राष्ट्र निर्माण और राष्ट्र सेवा का संकल्प
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों से स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर यह संकल्प लेने का अनुरोध किया कि राष्ट्र निर्माण और राष्ट्र सेवा के लक्ष्य में अपना शत-प्रतिशत योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है। अन्त्योदय की भावना के अनुरूप विकास का लाभ अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है।

कोरोना से बचाव में सहयोग करने वाली संस्थाओं का सम्मान

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक कार्यक्रम में शहीद सैनिकों के परिजनों तथा कोरोना से बचाव में उल्लेखनीय योगदान देने वाले विभिन्न संस्थानों के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया। शहीद सैनिकों को नमन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपने वीर सैनिकों की शहादत पर नाज है। शहीद परिवारों की सहायता के लिये राज्य सरकार उनके साथ है। मुख्यमंत्री ने कोरोना के काल में सराहनीय कार्य एवं सहयोग करने वाली संस्थाओं आदि के प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि सभी के सहयोग से हम इस महामारी को रोकने में सफल हो पाये हैं। राज्य के समग्र विकास की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के विजन, सबका साथ सबका विकास एवं सबका विश्वास की भावना के साथ हम राज्य के विकास के लिये प्रयत्नशील है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी का उत्तराखण्ड के प्रति विशेष लगाव होने के कारण राज्य का हर क्षेत्र में विकास हुआ है।

युवा रोजगार देने वाले बने
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे युवा रोजगार देने वाले बने इसके लिये कारगर योजना बनायी गई है। सरकारी क्षेत्र में सेवा के अवसर सीमित है इसलिये रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया भी आरम्भ करने के साथ ही स्वरोजगार योजना को प्रभावी बनाया जा रहा है। प्रदेश में रेल, सड़क व हवाई सेवा को व्यापक विस्तार दिया जा रहा है। पर्यटन हमारी आर्थिकी का आधार है इस दिशा में भी पहल की गई है। प्रदेश में और अधिक उद्यौगों की स्थापना हो इसके लिये नीतियों को अनुकूल बनाया जा रहा है। पलायन रोकने की दिशा में भी प्रभावी योजना बनायी जा रही है। पर्यटन व्यवसायियों एवं कोरोना के बचाव में लगे लोगों की मदद के लिये आर्थिक पैकेज स्वीकृत कर मदद की जा रही है। केन्द्र एवं राज्य की योजनाये शीघ्र धरातल पर दिखाई दे इसके लिये कारगर व्यवस्था की गई है।

हमारा एजेण्डा राज्य का समग्र विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा एजेण्डा विकास है। जन सेवा का हमारा भाव है हम बोलने में कम काम ज्यादा करने में विश्वास करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सड़कों के विकास के लिये केन्द्र सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे के लिये डाटकाली से आगे एलिवेटेड रोड़ के लिये 12 हजार करोड़ की स्वीकृति के साथ ही राज्य की अन्य महत्वपूर्ण सड़कों के लिये लगभग 50 हजार करोड़ की स्वीकृति दी गई है।
उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं के हित में कोरोना के कारण पिछले एक वर्ष के दौरान प्रतियोगिता परीक्षा अधिकतम आयु पूरी करने वालों को आयु में एक वर्ष की छूट प्रदान की जाने की व्यवस्था की है। लोक सेवा आयोग, संघ लोक सेवा आयोग, एन.डी.ए, सीडीएस आदि प्रतियोगिता की प्रारम्भिक परीक्षा पास करने वाले युवाओं को मेन परीक्षा की तैयारी के लिये 50 हजार की धनराशि प्रदान किये जाने का निर्णय किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के पदचिन्हों पर चलते हुए प्रदेश में जीरो पेंडेंसी पर ध्यान देते हुए शासन से लेकर जिलों तक सुशासन पर ध्यान दिया गया है। जिलों के कार्य जिलों में ही हों तथा जिलों के कार्य अनावश्यक रूप से शासन को सन्दर्भित न किया जाये, इसके सख्त निर्देश दिये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड के कारण किसी के भी हक हकूक बाधित न हो, इसके लिये उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य मन्दिरों पर अधिकार करना नही बल्कि वहां पर अवस्थापना सुविधाओं का विकास करना है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जिन शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया उनमें मेजर चित्रेश बिष्ट, नीरज थापा, संदीप रावत, अनिल सेठी आदि के परिजन शामिल थे।