सीएम ने आपदा प्रबंधन विभाग की बैठक में अधिकारियों को दिये निर्देश

मुख्य सेवक पुष्कर सिंह धामी ने आज आपदा प्रबंधन की बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून से पूर्व सभी आपदा प्रबंधन की पूरी तैयारी कर लें। सभी विभाग चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहें। आपदा की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों के चिन्हीकरण शीघ्र किया जाय। आपदा की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों पर वैकल्पिक मार्गों की भी व्यवस्था हो। यह सुनिश्चित किया जाय कि आपदा में सङको के क्षतिग्रस्त होने की दशा मे आवागमन की व्यवस्था शीघ्र सुचारू हों। संचार व्यवस्थाओं को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि आपदा के दौरान संचार व्यवस्थाएं सबसे अधिक बाधित होती हैं। संचार व्यवस्थाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए पूरी तैयारी की जाय।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में नालों की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाय। यह सुनिश्चित किया जाय कि वर्षा के कारण शहरों में जल भराव की स्थिति उत्पन्न न हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रबंधन तंत्र को और मजबूत बनाया जाय। आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों से जिन परिवारों के पुनर्वास की व्यवस्था करनी है, वह शीघ्र की जाय। यह सुनिश्चित किया जाय कि आपदा प्रभावितों को आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत मुआवजा राशि शीघ्र प्राप्त हो, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा से प्रभावित क्षेत्रों में पुर्ननिर्माण कार्यों के लिए धन का अभाव नहीं होने दिया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पुर्ननिर्माण कार्यों को शीर्ष प्राथमिकताओं में रखा जाय। किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए जन सहयोग बहुत जरूरी है। आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों में लोगों को आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया जाय। आपदा के दौरान सराहनीय कार्य करने वालों को सम्मानित भी किया जाय। राज्य में एस.डी.आर.एफ को और मजबूत करने के साथ ही संख्या बल में भी वृद्धि की जाय।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाय कि ग्रीष्मकाल एवं मानसून अवधि में पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति सुचारू रहे। पेयजल एवं विद्युत आपूर्ति के बाधित होने की काफी शिकायते आ रही हैं, इन समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाय। ग्रीष्मकाल में वनाग्नि की घटनाओं को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किये जाय। वनाग्नि को रोकने के लिए जनसहयोग के साथ ही लोगों को जागरूक भी किया जाय। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि मानसून शुरू होने से पूर्व जनपद एवं तहसील स्तर पर आपदा कंट्रोल रूम पूर्ण रूप से सक्रिय हो जाएं। आवश्यक उपकरणों की पूर्ण व्यवस्था रखी जाय। यदि कोई भी आवश्यकता हो तो शासन को अवगत कराया जाय। यह सुनिश्चित किया जाय कि मानसून अवधि में आपदा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों एवं पर्वतीय जनपदों में खाद्यान की पूर्ण व्यवस्था हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड आपदा की दृष्टि से संवेदनशील राज्य है। आपदा से जानमाल की कम से कम क्षति हो इसके लिए सभी विभाग समन्वय के साथ कार्य करें। मौसम विभाग द्वारा मौसम पुर्वानुमान में क्या और सुधार हो सकता है, इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। मौसम पूर्वानुमान पहले मिल जाने से जानमाल के नुकसान से लोगों को बचाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरकण्डा में डॉप्लर रडार को शीघ्र शुरू किया जाए एवं लैंसडाउन में डॉप्लर रडार की कार्यवाही में तेजी लाई जाय।
बैठक में मुख्य सचिव डॉ. एस. एस संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, डीजीपी अशोक कुमार, सचिव एस. ए. मुरूगेशन, नितेश झा, दिलीप जावलकर, शैलेश बगोली, रविनाथ रमन, वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार एवं सभी जिलाधिकारी एवं संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

हनुमान जी के मूल्य एवं कार्यों की प्रासंगिकता और बढ़ गई हैः धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रीराम भक्त हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में भगवान हनुमान जी की पूजा अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। उन्होंने अपने परिवार के साथ सुंदरकांड का पाठ भी किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हनुमान जी वास्तव में भक्ति के पर्याय है, भगवान श्रीराम के अधिकांश कार्य हनुमान जी के पुरुषार्थ से सिद्ध हुए हैं। हनुमान जी बुद्धिमान, कर्तव्य परायणता तथा निस्वार्थ सेवा के प्रतिमूर्ति वह महान कर्मयोगी थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हनुमान जी दुनिया के ऐसे विलक्षण एवं ऐतिहासिक पात्र हैं जिन्होंने कठिन से कठिन जोखिम भरे कार्यों को अपने कर्म बल से संपन्न कराने का कार्य किया। तथा देवत्व को प्राप्त करते हुए स्वयं भगवान की स्थिति को प्राप्त हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में हनुमान जी के मूल्य एवं कार्यों की प्रासंगिकता और बढ़ गई है।

सीएम ने विभिन्न श्रेणियों के सफाई कर्मियों के मानदेय में की एकरूपता

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहरी विकास विभाग के अन्तर्गत तैनात सभी सफाई कर्मचारियों (पर्यावरण मित्रों) का मानदेय बढ़ाकर 500 रूपया प्रतिदिन कर दिया है। मानदेय बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री ने मंजूरी दे दी है। इसका लाभ प्रदेश के लगभग 6000 पर्यावरण मित्रों को मिलेगा। इसके लिए सरकार को 4038.12 लाख का अतिरिक्त वार्षिक व्ययभार उठाना पड़ेगा। मुख्यमंत्री के इस फैसले से पर्यावरण मित्रों और उनके परिजनों में खुशी की लहर है।
पांच जनवरी 2022 को सफाई कर्मचारी आयोग के पूर्व अध्यक्ष भगवत प्रसाद मकवाना ने उत्तराखण्ड स्वच्छकार कर्मचारी संघ के प्रतिनिधियों के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सीएम आवास में मुलाकात की थी। उन्होंने मुख्यमंत्री को सफाई कर्मचारियों की तमाम समस्याओं से अवगत करवाया था। उस समय मुख्यमंत्री धामी ने पर्यावरण मित्रों का मानदेय 500 रुपया प्रतिदिन करने की घोषणा की थी। अब जबकि भाजपा की सरकार दुबारा सत्ता में आई है तो मुख्यमंत्री धामी ने अपनी इस घोषणा के प्रस्ताव को मंजूरी दी है।
बताते चलें कि शहरी विकास विभाग के अन्तर्गत प्रदेश में कुल 6051 पर्यावरण मित्र (संविदा व दैनिक सफाई कर्मचारी 975, मौहल्ला स्वच्छाता समिति सफाई कमचारी 2854 और आउट सोर्सिंग सफाई कर्मचारी 2222) तैनात हैं। इनमें से संविदा व दैनिक सफाई कर्मचारी को अब तक 350 रुपया, मौहल्ला स्वच्छाता समिति सफाई कमचारियों को 275 रुपया और आउट सोर्सिंग सफाई कर्मचारियों को 350 रुपया प्रतिदिन के हिसाब से मानदेय मिलता था। मुख्यमंत्री ने इन सभी के मानदेय में एकरूपता लाते हुए सभी का मानदेय 500 रूपया प्रतिदिन कर दिया है। अपने दूसरे कार्यकाल में भी मुख्यमंत्री धामी पूर्व में की गई अपनी घोषणाओं को एक के बाद एक लगातार धरातल पर उतार रहे हैं।

परीक्षा पे चर्चाः बच्चों से चर्चा कर पीएम ने समस्या समाधान के दिए मंत्र

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में देशभर के विद्यार्थियों को संबोधित किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने अनेक बच्चों से चर्चा कर उनकी समस्याओं के समाधान के मंत्र दिए।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में वर्चुअल प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि परीक्षा पर चर्चा के माध्यम से प्रधानमंत्री जी द्वारा विद्यार्थियों को तनाव मुक्ति, आत्मविश्वास बढ़ाने, एकाग्रचित मन के लिए जिस तरह प्रेरित किया गया है, यह विद्यार्थियों के मनोबल को ऊंचाईयों तक पहुंचाता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले प्रदेश के सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी के मन में परीक्षा के तनाव का वातावरण न हो और आत्मविश्वास हो, तो उसके बहुत अच्छे परिणाम मिलेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अनुशासन का होना जरूरी है। बच्चे, माता-पिता एवं गुरूजनों का अनुसरण सबसे अधिक करते हैं। बच्चों की प्रतिभाओं को उजागर करने में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरणा दी कि बेहतर कार्य करने के लिए मन में उत्साह होना चाहिए। यदि मन में उत्साह हो तो कार्य के प्रति ऊर्जा स्वतः ही आ जाती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बच्चों की हर जिज्ञासाओं का समाधान किया गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने बच्चों की जिज्ञासा के समाधान का अच्छा मंत्र बताया कि ऑनलाइन या ऑफलाइन शिक्षण माध्यम समस्या नहीं, बल्कि मन समस्या है। यदि किसी कार्य के लिए हमारा मन एकाग्र है, तो वह कार्य सफलतापूर्वक पूरा होता है। नई शिक्षा नीति में विद्यार्थियों के कौशल विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री जी के प्रयासों से नई शिक्षा नीति विद्यार्थियों को नए रास्ते पर जाने का सम्मान के साथ अवसर दे रही है।

इस अवसर पर शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, शिक्षा सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आर राजेश कुमार, महानिदेशक बंशीधर तिवारी, शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं विद्यार्थी मौजूद थे।

इस्तीफे से पूर्व सीएम धामी ने मंत्रिमंडल के साथ की अंतिम बैठक

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में 11 मार्च, 2022 को उत्तराखण्ड सरकार के मंत्रिमण्डल ने भारतीय जनता पार्टी की नीतियों एवं कार्यक्रमों पर विश्वास व्यक्त करते हुए प्रचंड बहुमत का जनादेश प्रदान करने पर उत्तराखण्ड राज्य की जनता का धन्यवाद व्यक्त किया है। विधान सभा सामान्य निर्वाचन में भारी बहुमत मिलने पर मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उनके कुशल मार्गदर्शन एवं नेतृत्व के लिए भी हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया है।

मुख्यमंत्री एवं मंत्रिमण्डल के सदस्यों ने उत्तराखण्ड में संचालित हो रही विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं एवं परियोजनाओं के सफल संचालन के लिये प्रधानमंत्री मोदी एवं भारत सरकार को धन्यवाद दिया है। भारत सरकार द्वारा राज्य में चारधाम सड़क परियोजना, चारधाम रेल नेटवर्क, श्री केदारनाथ पुनर्निर्माण परियोजना, भारतमाला सड़क परियोजना सहित प्रदेश हित में एक लाख करोड़ से अधिक धनराशि की विभिन्न परियोजनाओं की स्वीकृति देने एवं उन्हें प्रारंभ करने हेतु भी आभार व्यक्त किया है।

मुख्यमंत्री ने जन कल्याणार्थ राज्य में संचालित योजनाओं एवं परियोजनाओं के सफल क्रियान्वयन में सहयोग देने के लिए मंत्रिमण्डल के सहयोगियों, विधायकगणों, प्रदेश के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी धन्यवाद दिया है।

कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आशीर्वाद से भारतीय जनता पार्टी की सरकार उत्तराखण्ड को देश का आदर्श राज्य बनाने के संकल्प को पूरा करेंगी।

नाबार्ड द्वारा स्टेट क्रेडिट सेमिनार का आयोजन, जारी किया गया स्टेट फोकस पेपर

नाबार्ड द्वारा 2022-23 के लिए उत्तराखण्ड राज्य के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के लिए कुल ऋण क्षमता 28528 करोड़ रूपए का अनुमान लगाया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नाबार्ड द्वारा आयोजित ‘स्टेट क्रेडिट सेमिनार’ में स्टेट फोकस पेपर का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की विकास यात्रा हम सभी की सामूहिक यात्रा है। इसमें सभी को पूरी तत्परता से अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन करना है। ‘स्टेट क्रेडिट सेमिनार’ में बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड को श्रेष्ठ राज्य बनाने में नाबार्ड का महत्वपूर्ण सहयोग रहेगा। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से वर्ष 2025 में उत्तराखण्ड को प्रत्येक क्षेत्र में श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के विकास में नाबार्ड का महत्वपूर्ण योगदान है। आधारभूत संरचना से संबंधित योजनाओं के माध्यम से सड़कों, भण्डारण व्यवस्था, पेयजल, सिंचाई आदि में सुधार हुआ है। विशेष रूप से प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्रों को मजबूत करने और महिला स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से आजीविका सृजन कर महिला सशक्तिकरण में भी नाबार्ड का येगदान रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष 2025 में उत्तराखण्ड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने का लक्ष्य दिया गया है। इसे हम सभी को मिलकर पूरा करना है। इसी क्रम में हमने बोधिसत्व विचार श्रृंखला जारी की है। इसमें विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों और प्रबुद्ध लोगों के साथ संवाद किया जा रहा है। प्राप्त सुझावों का संकलन किया जा रहा है। साथ ही सभी विभागों से अगले 10 वर्षों का रोडमैप भी लिया जा रहा है। इसके आधार पर राज्य के विकास की रूपरेखा बनाई जाएगी। हमारी विकास नीति का लक्ष्य अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक विकास योजनाओं का लाभ पहुंचाना है। छोटे किसानों और आम व्यक्ति को योजनाओं का लाभ मिले। खेती, बागवानी, उद्योगों में नवाचार की जरूरत है। नई तकनीक को अपनाना होगा। बेस्ट प्रैक्टिसेज का समावेश करना है। होम स्टे इसी प्रकार की बेस्ट प्रेक्टीस है। इससे एक ओर हमारे युवाओं को रोजगार मिल रहा है, वहीं दूसरी ओर देश विदेश के लोग उत्तराखण्ड की संस्कृति से परिचित हो रहे हैं। होमस्टे इकोलॉजी और इकोनॉमी दोनों में समन्वय का अच्छा उदाहरण है। योजनाएं बहुत सारी हैं। परंतु इसका आउटकम तभी मिलेगा जबकि सामान्य से सामान्य व्यक्ति को भी इनकी पूरी जानकारी हो।
नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक अरुण प्रताप दास ने कहा कि नाबार्ड, ग्रामीण समृद्धि सुनिश्चित करने के अपने जनादेश के अनुरूप कृषि और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में सभी हितधारकों को शामिल करते हुए सहभागी और परामशी दृष्टिकोण अपनाकर हर साल देश के प्रत्येक जिले के लिए संभावित लिंक्ड क्रेडिट प्लान (पीएलपी) तैयार करता है। पीएलपी राज्य के प्रत्येक जिले के लिए प्राथमिकता क्षेत्र के भीतर कृषि, संबद्ध और अन्य क्षेत्रों में ऋण क्षमता का अनुमान प्रदान करती है। ये अनुमान जिला स्तर पर अग्रणी बैंकों और राज्य स्तर पर एसएलबीसी के लिए वार्षिक ऋण योजना (एसीपी) तैयार करने के लिए एक आधार के रूप में भी काम करते हैं। स्टेट फोकस पेपर, पीएलपी के परिणामों की परिणति है, जिसमें सभी जिलों की संभावनाओं और अनुमानों को समग्र रूप से राज्य के लिए एक समेकित दस्तावेज में शामिल किया गया है। वर्ष 2022-23 के लिए राज्य फोकस पेपर में उत्तराखंड राज्य में प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के लिए कुल ऋण क्षमता 28 हजार 528 करोड़ का अनुमान लगाया गया है, जो पिछले वर्ष के क्रेडिट योजना की तुलना में 5 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
स्टेट फोकस पेपर, भारत और राज्य सरकार दोनों की विभिन्न नीतिगत पहलों का भी संश्लेषण करता है। यह दस्तावेज 2022-23 के लिए नीतिगत पहल और बजट परिव्यय की प्राथमिकता के लिए राज्य सरकार के लिए मददगार साबित होगा। कार्यक्रम में सराहनीय कार्य करने वाले स्वयं सहायता समूहों, एनजीओ, सहकारी संस्थाओं, बैंकों व विभागों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, धन सिंह रावत, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, आरबीआई के क्षेत्रीय निदेशक राजेश कुमार, भरसार विश्वविद्यालय के वीसी प्रो. अजीत कुमार कर्नाटक उपस्थित रहे।

उत्तराखंडः सभी प्रभारी मंत्री जनपदों का भ्रमण कर लेंगे कोविड की स्थिति का जायजा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में कैबिनेट बैठक के बाद कोविड-19 ओमीक्रॉन वेरिएंट के बचाव से सम्बन्धित व्यवस्थाओं की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने सभी प्रभारी मंत्रियों से जनपदों का भ्रमण कर इस सम्बन्ध में स्थिति का जायजा लेने को कहा।

मुख्यमंत्री ने इस संबंध में जनपदों से समीक्षा के बाद 31 दिसम्बर को उच्च स्तरीय बैठक आयोजित किये जाने के भी निर्देश दिये हैं। साथ ही अधिकारियों को इस सम्बन्ध में निरंतर स्थिति की समीक्षा करने के भी निर्देश दिये हैं।

इस सम्बन्ध में सचिव स्वास्थ्य डा. पंकज कुमार पाण्डेय ने बताया कि कि राज्य में कोविड-19 उपचार हेतु कुल 27186 आइसोलेशन बेड उपलब्ध हैं। राज्य में कुल 13674 ऑक्सीजन सपोर्ट बेड उपलब्ध है, जिनमें से आवश्यकता पड़ने पर कोविड-19 के उपचार हेतु 6572 ऑक्सीजन सपोर्ट बेड आरक्षित किये गये हैं। राज्य में कुल 2113 आई0सी0यू0 बेड उपलब्ध है, जिनमें से आवश्यकता पड़ने पर कोविड-19 के उपचार हेतु 1655 आई0सी0यू0 बेड आरक्षित किये गये हैं। राज्य में कुल 1451 वेंटिलेटर उपलब्ध है, जिनमें से आवश्यकता पड़ने पर कोविड-19 के उपचार हेतु 1016 वेंटिलेटर आरक्षित किये गये हैं। राज्य में कुल 532 एम्बुलेंस उपलब्ध हैं। प्रदेश में कुल 22420 ऑक्सीजन सिलेण्डर, 9828 ऑक्सीजन कॉन्सेनट्रेटर, 71 ऑक्सीजन जनरेशन प्लान्ट कार्यशील है। इसके अतिरिक्त 17 ऑक्सीजन जनरेशन प्लान्ट स्थापना का कार्य गतिमान हैं।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल, सुबोध उनियाल, डॉ धन सिंह रावत, स्वामी यतीश्वरानंद, मुख्य सचिव डा. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, सचिव अमित नेगी, सचिव शैलेश बगोली, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार आदि उपस्थित थे।

नई टिहरी में ’जनसंवाद’ आपका सुझाव हमारा संकल्प कार्यक्रम को सीएम ने किया संबोधित

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज नगर पालिका परिषद हॉल, नई टिहरी में आयोजित ’जनसंवाद’ आपका सुझाव हमारा संकल्प कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न विकासखण्डों के कुल 18 ग्राम प्रधानों को मनरेगा, एनआरएलएम, स्वयं सहायता समूहों में कार्यों एवं ग्राम स्तर पर उत्कृष्ट कार्य किए जाने पर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा पंचायत प्रतिनिधियों से सीधे तौर पर संवाद किया गया एवं उनकी समस्याएं सुनी। उन्होंने कहा पंचायत प्रतिनिधि गांव में आम जनता से सीधे तौर पर जुड़े होते हैं, जिसके फलस्वरूप प्रधानों के सुझाव काफी महत्वपूर्ण होते हैं।

विभिन्न विकास खंडों से आए करीब 400 प्रधानों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चंद्रबदनी एवं कुंजापुरी की इस धरती को प्रणाम करता हूं। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपेक्षा अनुसार तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा। केदारनाथ धाम से प्राधनमंत्री ने पूरी दुनिया को संदेश दिया कि 21वी सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का होगा। राज्य जब 25वॉ स्थापना दिवस मना रहा होगा, तब राज्य सभी क्षेत्रों में देश का अग्रणीय एवं आदर्श राज्य होगा। हमारी सरकार प्रत्येक क्षेत्र में विकास का लक्ष्य रख रही है। जिसके अंतर्गत प्रत्येक विभाग को आने वाले 10 साल हेतु रोड मैप तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। लोगों की राय एवं संवाद, विकास में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पलायन रोजगार, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे तमाम मुद्दों पर आने वाले सालों में किस तरह सरकार और जनता के बीच समन्वय बनाकर कार्य किया जाए इसके लिए सरकार ने बोधिसत्व विचार श्रृंखला कार्यक्रम की शुरुआत की है। जिसके माध्यम से सरकार विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर चुके अनुभवी लोगों से सुझाव ले रही है, इसके आधार पर विकास की रूपरेखा बनाई जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड, हिंदुस्तान का श्रेष्ठ राज्य बने इसके लिए विकल्पों रहित संकल्प के मंत्र के साथ हमारी सरकार लगातार कार्य कर रही है। सरकार प्रत्येक व्यक्ति से आए सुझाव पर कार्य करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड पर जन भावनाओं के अनुरूप फैसला लिया गया। हमारी सरकार जो घोषणा करेगी, उनका शासनादेश भी जारी करेगी। साथ ही हर घोषणा से पहले उनका वित्तीय आकलन भी किया जाता है। हम राजनीति में लोकनीति पर कार्य करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा हमारी सरकार ने लंबे समय से चली आ रही मांगों को देखते हुए पी.आर.डी जवानों, उपनल कर्मियों, ग्राम प्रधानों, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय बढ़ाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा उत्तराखंड आंदोलनकारियों को मिलने वाली पेंशन को भी हमारी सरकार ने बढ़ाने का कार्य किया है। खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए राज्य में नई खेल नीति लाई गई है। हमारी सरकार युवाओं को रोजगार देने पर कार्य कर रही है। विभिन्न विभागों में रिक्त चल रहे 24000 पदों पर भर्ती प्रक्रिया चालू है। लंबे समय से चली आ रही पुलिस भर्ती की मांग को भी सरकार ने पूरा करने का कार्य किया है। आपदा के दौरान सरकार एवं प्रशासन ने पूरी निष्ठा से कार्य किया जिसके फलस्वरूप हमने बड़े पैमाने पर होने वाले जानमाल के नुकसान से राज्य को बचाया। हाल ही में टिहरी क्षेत्र हेतु हुई 21 योजनाओं का शिलान्यास विकास की राह पर मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा हमारी सरकार सरलीकरण समाधान और निस्तारण के मंत्र के साथ आगे बढ़ने का कार्य कर रही है। इस दौरान उन्होंने सीडीएस जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देते हुए उनके निधन को देश के साथ ही उत्तराखंड के लिए बड़ी क्षति बताया।

विभिन्न विकास खंडों से आए ग्राम प्रधानों ने मनरेगा में कार्य दिवस बढ़ाए जाने, लोक परंपरा के अनुसार होमस्टे योजना का क्रियान्वयन। बंजर भूमि पर स्वरोजगार हेतु अलग से योजना लाए जाने जैसे विभिन्न सुझाव से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। जिस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी सुझावों को गंभीरता से निर्णय लेने की बात कही।

इस दौरान टिहरी विधायक धन सिंह नेगी, विधायक घनसाली शक्ति लाल शाह, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवान, जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव, एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर, जिला अध्यक्ष बीजेपी विनोद रतूड़ी आदि उपस्थित रहे।

संकल्प में यदि विकल्प हो, तो भटकाव आने लगता हैः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन भेंट कक्ष में आयोजित यूथ कैन लीड कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि युवाओं में अपने कार्य के प्रति जुनून होना चाहिए, अपने जीवन में उन्होंने जो भी संकल्प लिया है उसमें विकल्प न आने दें। संकल्प में विकल्प आने से भटकाव आने लगता है। लगातार चलने से निश्चित ही सफलता मिलती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को अपने कार्य क्षेत्र में दक्षता के साथ कार्य करना होगा, किसी की भी प्रतिभा को छिपाया नहीं जा सकता, मनुष्य नहीं उसका कार्य एवं व्यवहार बोलता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को समाज की बेहतरी तथा समाज को दिशा देने का कार्य करना होगा। समाज सेवा एवं राष्ट्र निर्माण के लिये आप जो भी सेवा चुनें उसमें बेहतर कार्य करने का प्रयास करें तथा अपने कार्य एवं व्यवहार से नेतृत्व प्रदान करने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि जवानी और जिंदगानी बार बार मिलने वाली चीज नहीं इसलिये संकल्प के साथ अपना ध्येय बनाकर समाज को अपनी ऊर्जा से आलोकित करने का प्रयास करें। दृढ़ इच्छा शक्ति के बल पर युवा जो बनना चाहता है बन सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने कहा है कि उठो जागो और तब तक नहीं रूको जब तक कि लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए। मनुष्य ऊर्जा शक्ति का भण्डार है। वह जो करना चाहे, लक्ष्य तय कर प्राप्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि हमारे युवा 21वीं सदी में भारत के सपनों को पूरा करने का कार्य करेंगे।
मुख्यमंत्री ने राज्य के समग्र विकास हेतु किये जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रदेश के समग्र विकास में हम सब सहभागी एवं सहयोगी है। प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप 2025 में उत्तराखण्ड देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो इसके लिये हम निरंतर प्रयासरत है। राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये होम स्टे योजना को बढ़ावा दिया जा रहा है। पर्यटन स्वरोजगार योजनाओं के अंतर्गत सब्सिडी बढ़ाई गई है। हवाई सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है। इसके लिए एविएशन टर्वाे फ्यूल पर 18 प्रतिशत वेट में छूट दी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन एवं केन्द्र सरकार के सहयोग से राज्य में ऐसे बहुत से काम हुए हैं, जो पहले नामुमकिन लग रहे थे। मोदी जी ने पहाड़ पर रेल पहुचाने के सपने को साकार किया है। आज ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना तथा सामरिक दृष्टि एवं भौगोलिक दृष्टि से महत्वपूर्ण टनकपुर-बागेश्वर रेल परियोजना पर तेजी से काम हो रहा है। इसी प्रकार चार धाम ऑल वेदर रोड, भारत माला प्रोजेक्ट पर भी तीव्र गति से काम किया जा रहा है। चार धाम यात्रा उत्तराखण्ड के लिए लाइफ लाईन है और ये परियोजनाएं जहां चारधाम यात्रा को सुगम बनाएंगी, पर्यटन को बढ़ावा देगी वहीं हमारी अर्थव्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन भी लाएगी। दिल्ली देहरादून एक्सप्रेस वे देहरादून से दिल्ली की दूरी को और कम करने वाला है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम का कायाकल्प किया गया है। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है, केदारनाथ पुनर्निर्माण का कार्य अंतिम चरण में हैं। प्रधानमंत्री द्वारा यहां 400 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया गया है। बद्रीनाथ धाम के सौन्दर्यकरण के लिये 250 करोड़ की योजना बनायी गई है। इस प्रकार देश में पुरातन संस्कृति के उत्थान का कार्य किया जा रहा है।
इस अवसर पर सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा कि उत्तराखण्ड देव भूमि है। आदि शंकराचार्य ने कर्नाटक में श्रृंगेरी मठ तथा बद्रीनाथ व केदारनाथ में धर्म पुनरोत्थान का कार्य कर कर्नाटक और उत्तराखण्ड को जोड़ने का भी कार्य किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड वीर भूमि भी है। इंडियन मिलिट्री एकेडमी से पास आउट होने वाले सैन्य अफसरों में 10 प्रतिशत उत्तराखण्ड के होते हैं, जबकि राष्ट्रीय जनसंख्या में उत्तराखण्ड का औसत 1 प्रतिशत ही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की भूमि ने देश का पहला सीडीएस दिया है, इस अवसर पर उन्होंने दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत का भी स्मरण कर नमन किया।
सूर्या ने युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने 5 माह में 5 वर्ष के बराबर कार्य किया है। वे युवा राजनीति के प्रेरणास्त्रोत बन गये हैं। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि उन्हें राजनीति का हिस्सा बनना होगा, अपने मताधिकार का प्रयोग करना होगा। यह जन सेवा का आधार भी है। उन्होंने कहा कि युवा देश का भविष्य हैं, उन्हें देश के विकास में भागीदार बनना होगा।
कहा कि पिछले सात साल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हर क्षेत्र में बदलाव आया है। हमारे धार्मिक आस्था के केन्द्रों के पुनरूद्धार के साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, हवाई सेवा, रेल, खेल हर क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ है।
देश की ज्वलंत समस्याओं का समाधान किया गया है चाहे वह धारा 370 हो या राम मंदिर का मसला हो या वन रैंक वन पेंशन का मसला हो। युवाओं का रोजगार व स्वरोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने के प्रयास किये गये हैं। नये उद्योग एवं निवेश के लिये अनुकूल वातावरण बनाया गया है। उन्होंने उत्तराखण्ड के युवाओं से प्रदेश के विकास में भागीदार बनने की अपेक्षा करते हुए कहा कि स्वरोजगार की दिशा में अपना योगदान दें, इसके लिये राज्य सरकार द्वारा अनेक योजनायें लागू की हैं। उत्तराखण्ड में पर्यटन, साहसिक पर्यटन एवं धार्मिक पर्यटन की सम्भावनायें हैं। राज्य में अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर तेजी से कार्य हो रहा है, इसका लाभ निश्चित रूप से युवाओं को मिलेगा।

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