सीएम ने आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में आंगनवाड़ी की प्रदेश अध्यक्षा रेखा नेगी, महामंत्री सुमति थपलियाल एवं मीनाक्षी रावत ने भेंट की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के हित में शीघ्र ही निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी की बहनों की समस्याओं के समाधान के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा की राज्य में सीमित संसाधन होने के बावजूद भी राज्य सरकार द्वारा सबके हितों को ध्यान में रखते हुए कार्य किए जा रहे हैं।

स्व. बहुगुणा के पद्चिन्हों पर चलकर ही होगी पर्यावरण की सुरक्षा

हरिपुर कलां पहुंचने पर विश्व विख्यात पर्यावरणविद स्व. सुंदर लाल बहुगुणा के बेटे वरिष्ठ पत्रकार राजीव नयन बहुगुणा को महामंडलेश्वर ललितानंद गिरी महाराज और आप नेता राजे सिह नेगी ने पुष्पगुच्छ भेंटकर एवं रुद्राक्ष की माला पहनाकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर अपनी लेखनी के जरिए सामाजिक व्यवस्थाओं और ज्वलंत मुद्दों पर निष्पक्षता के साथ अपनी बात रखने वाले बहुगुणा ने कहा कि परिवर्तन प्रकृति का नियम है। उत्तराखंड राज्य भी राजनीतिक दृष्टिकोण से परिवर्तन की राह पर है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य का निर्माण जिन सपनों और अपेक्षाओं के साथ किया गया था, उसमें दो दशक बीतने के बावजूद अब तक सफलता नहीं मिली है। जिसकी वजह से राज्य आंदोलनकारियों सहित उत्तराखंड की मातृ एवं युवा शक्ति नए विकल्प की तलाश में है। इस दौरान आम आदमी पार्टी के ऋषिकेश विधानसभा प्रभारी राजे सिंह नेगी ने कहा कि विश्व विख्यात पर्यावरणविद् स्वर्गीय सुंदर लाल बहुगुणा के व्यक्तित्व से प्रभावित होकर ही उन्होंने जनसेवा के साथ पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य करने का संकल्प लिया था। पर्यावरण सुरक्षा को लेकर उनके उत्कृष्ट कार्याे के लिए उन्हें सदैव याद किया जाता रहेगा। इस मौके पर समाजसेवी सच्चिदानंद पोखरियाल, यमन डबराल, विक्रांत भारद्वाज, मनमोहन नेगी, प्रभात झा, किशन लाल, अश्वनी सिंह उपस्थित थे।

युवा सरकार के निर्णय से मिलने लगा रोजगार, बेराजगारी दर में दर्ज की गई गिरावट

उत्तराखंड में पिछले एक महीने में बेरोजगारी की दर में कमी आई है। सितंबर माह में राज्य की बेरोजगारी दर 4.1 प्रतिशत रही, जबकि पिछले साल इसी महीने बेरोजगारी दर 22.3 प्रतिशत थी। बेरोजगारी दर के मामले में उत्तराखंड देश में नौंवे स्थान पर है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी प्रा लि (सीएमआईई) के सर्वे में यह खुलासा हुआ है।
सर्वे के ऑनलाइन आंकड़ों के मुताबिक, पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश, हिमाचल, पंजाब, हरियाणा समेत 17 राज्यों में बेरोजगारी उत्तराखंड से अधिक है। उत्तराखंड में पिछले महीने की तुलना में सितंबर माह में बेरोजगारी दर में 2.1 प्रतिशत की गिरावट रही है। 

आर्थिक गतिविधियों में तेजी का असर
कोविड की दूसरी लहर के तकरीबन थम जाने के बाद आर्थिक गतिविधियों में आई तेजी बेरोजगारी दर में गिरावट की एक प्रमुख वजह मानी जा रही है। जानकारों के मुताबिक, पिछले दो महीनों के दौरान राज्य में पूरी तरह से अनलॉक हो गया है। बाहरी राज्यों के लोगों के राज्य में प्रवेश की बंदिश में ढील, अंतरराज्यीय परिवहन के संचालन और व्यावसायिक गतिविधियों को खोलने से आजीविका और रोजगार के अवसर खुले हैं।
 
सितंबर 2020 में थी 22 फीसदी से ज्यादा बेरोजगारी दर
कोरोनाकाल के दौरान सितंबर 2020 में उत्तराखंड की बेरोजगारी दर पिछले आठ महीनों में सबसे अधिक 22.3 फीसदी थी। जनवरी 2021 की तुलना में 2020 में बेरोजगारी दर केवल एक फीसदी कम थी। सितंबर 2020 में बेरोजगारी दर बढ़कर 22.3 फीसदी तक पहुंच गई।
 
कुछ प्रमुख राज्यों में बेरोजगारी दर 
प्रदेश-बेरोजगारी दर
उत्तरप्रदेश-5.0
हिमाचल-8.7
जम्मू कश्मीर-21.6
हरियाणा-20.3
गुजरात-1.3
दिल्ली-16.8
पंजाब-9.3
राजस्थान-17.9
असम-3.5
स्रोत-सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनामी (सीएमआई) प्रा. लि.

आज नैनीताल में 9 और देहरादून में 6 नए मरीज मिले

प्रदेश में कोरोना के 28 नए मरीज मिले है। आज प्रदेशभर में चार मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज किए गए है। नैनीताल जिले में सर्वाधिक नौ और देहरादून में छह नए मरीज मिले। जबकि देहरादून जिले में एक्टिव मरीजों का आंकड़ा एक बार फिर सौ के पार पहुंच गया है।
स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार गुरुवार को चमोली में एक, चम्पावत में चार, हरिद्वार में दो, पौड़ी में एक, पिथौरागढ़ में तीन, रुद्रप्रयाग में दो नए मरीज मिले। जबकि अल्मोड़ा, बागेश्वर, टिहरी, यूएस नगर और उत्तरकाशी जिले में एक भी नया मरीज नहीं मिला। गुरुवार को राज्य में संक्रमण की दर 0.18 प्रतिशत रही जबकि मरीजों के ठीक होने की दर 96 प्रतिशत से अधिक रही। राज्य भर के अस्पतालों से कुल 12 हजार के करीब सैंपल जांच के लिए भेजे गए जबकि 14 हजार से अधिक सैंपलों की रिपोर्ट आई। राज्य में अब कुल एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 175 हो गई है। सर्वाधिक 101 एक्टिव मरीज देहरादून जिले में हैं। जबकि टिहरी और उत्तरकाशी में एक भी एक्टिव मरीज नहीं हैं। राज्य भर में गुरुवार को 29 हजार से अधिक लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली व दूसरी डोज दी गई है।

फिल्म निर्माण के लिए 24 गांवों को होगा कायाकल्प

उत्तराखंड में पलायन के कारण खाली हो रहे नैनीताल जिले के वीरान गांवों में होम स्टे विकसित किए जा रहे हैं। अहमदाबाद की एक फर्म के साथ मिलकर उत्तराखंड के पर्यटन विभाग ने यह योजना शुरू की है। इसके तहत विभाग ने नैनीताल के पास कुंजखड़क गांव के आसपास के इलाकों को चिह्नित किया है, जहां कम्युनिटी बेस होम स्टे शुरू करने की तैयारी है। विभाग इन गांवों में खंडहर हो चुके मकानों को ठीक कर पर्यटकों को ठहरने की सुविधा देगा। योजना का मुख्य उद्देश्य पर्यटन विकास के साथ ही खाली गांवों का इस्तेमाल फिल्म निर्माण के लिए करने की भी योजना है।
पर्यटन विभाग के अनुसार, इस योजना के तहत नैनीताल जिले में करीब 24 गांव चिह्नित किए हैं। इनमें कुछ की पौराणिक व रोचक कहानियां हैं। कुछ बेहद अच्छी लोकेशंस पर स्थित हैं। फिल्म निर्माण के लिए भी योजना अच्छी साबित हो सकती है। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। पर्यटन विभाग ऐसे गांवों को स्थानीय लोगों के साथ ही निवेशकों की मदद से विकसित करेगा।

इटली के गांवों को देख कर बनाई योजना
उत्तराखंड पर्यटन विभाग को यह विचार विदेशों में इस तरह की पहल को देखकर आया है। इटली में कई पुराने खाली हो चुके गांवों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया गया है। जहां प्रतिवर्ष विश्वभर से बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने जाते हैं। इसी तर्ज पर पर्यटन विभाग ने प्रदेश के ऐसे कुछ गांवों को चिह्नित करना शुरू किया है। उत्तरकाशी की नेलांग घाटी के जादूंग गांव और गर्तातोली की सीढ़ियों को इसी तर्ज पर विकसित किया गया है। यह गांव 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद खाली करा दिए गए थे।
वहीं, नैनीताल के जिलाधिकारी धीराज गर्ब्याल ने बताया कि पलायन रोकने को होम स्टे योजना काफी कारगर है। खाली हो चुके कई गांव बहुत अच्छी लोकेशन्स और इलाकों में स्थित हैं। इन्हें सही तरीके से विकसित किया जाए तो यह राज्य की आर्थिकी के साथ स्वरोजगार का सबसे अच्छा माध्यम बन सकते हैं। इस तरह लोग उत्तराखंड की कला संस्कृति से भी जुड़ पाएंगे।

सीएम धामी की घोषणा का शासनादेश जारी

युवा कल्याण एवं प्रान्तीय रक्षक दल विभाग के अन्तर्गत युवक मंगल दल एवं महिला मंगल दल को स्वावलम्बन के लिए छः माह आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के क्रम में युवा कल्याण एवं प्रान्तीय रक्षक दल विभाग के अन्तर्गत युवक मंगल दलों और महिला मंगल दलों को स्वावलम्बन के लिए 22 करोड़ 24 लाख 50 हजार रूपये की स्वीकृति का शासनादेश जारी कर दिया गया है। इस राशि से प्रदेश के युवक मंगल दलों और महिला मंगल दलों को छः माह आर्थिक सहायता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कोरोना काल में युवक मंगल दलों और महिला मंगल दलों के सराहनीय कार्य को देखते हुए छः माह आर्थिक सहायता की घोषणा की थी।

पर्यटन गतिविधियों से रोजगार बढ़ाने को मुख्य सचिव ने की समीक्षा

मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु ने सचिवालय में पर्यटन विभाग की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि माउंटेनियर्स और ट्रैकर्स के लिए रिस्टबैंड की व्यवस्था की जाए, ताकि उन्हें सैटेलाईट व अन्य माध्यमों से उनकी लोकेशन की जानकारी मिल सके। सर्च ऑपरेशन्स में इससे काफी सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि पर्वतारोहियों एवं ट्रैकर्स की सुरक्षा के लिए अन्य आवश्यक इंतजाम भी सुनिश्चित किए जाएं।
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में चारधाम यात्रा सीजनल होती है, परन्तु ऑफ सीजन टूरिज्म की व्यापक सम्भावनाएं है। इन्हें तलाशते हुए योजनाएं तैयार की जाएं। उन्होंने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सबसे पहले कनेक्टिविटी पर कार्य किया जाए। हेलीपैड्स एवं हेलीपोर्ट्स के निर्माण पर शीर्घ से शीघ्र कार्य किया जाए। पर्यटन स्थलों में हेलीपैड्स विकसित करने के लिए प्राथमिकता तय की जाए। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में पर्यटन विकास की बहुत अधिक सम्भावनाएं हैं, परन्तु कनेक्टिविटी के कारण पिछड़ रहे हैं, उन क्षेत्रों में प्राथमिकता पर फोकस किया जाए।
मुख्य सचिव ने कहा कि यात्रा मार्गों पर हर 20-30 किलोमीटर पर पानी व टॉयलेट आदि की सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं, ताकि यात्रियों और आमजन को परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके लिए सुचारू संचालन के लिए छोटी-छोटी शॉप्स आदि की व्यवस्था की जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन स्थलों पर सभी उम्र के पर्यटकों के अनुसार सुविधाएं विकसित की जानी चाहिए। युवा वर्ग टेक्नोलॉजी का बहुत प्रयोग करता है। युवाओं को प्रत्येक जानकारी फोन पर चाहिए इसके लिए ऐसी ऐप और वेबसाईट तैयार की जाए जिस पर हर प्रकार की जानकारी उपलब्ध हो, परन्तु वृद्धों के लिए ऑफलाईन जानकारियों की व्यवस्था भी रखी जाए। ऐप और वेबसाईट को सिटीजन फ्रेंडली एवं ईज़ी टू यूज बनाया जाए। पर्यटन स्थलों को बच्चों के सैर-सपाटे के अनुरूप भी विकसित किया जाना चाहिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि पर्यटन विभाग द्वारा ऐसे क्षेत्रों में पर्यटन की सम्भावना होने के बावजूद, सुविधाओं के अभाव के कारण यह सब सम्भव नहीं हो पा रहा है, वहां रिसोर्ट विकसित किए जा सकते हैं, जिन्हें शुरुआत में जीएमवीएन एवं केएमवीएन के माध्यम से चलाकर प्रॉफिट गेनिंग होने पर बेचा जा सकता है और उस पैसे से नई जगह डेवेलप की जा सकती हैं। इससे प्रदेश में अनेक पर्यटन स्थल विकसित हो जाएंगे। उन्होंने निर्देश दिए कि ऐसे पर्यटन स्थलों को प्राथमिकता के आधार पर कार्य किया जाए।
मुख्य सचिव ने सभी कार्य योजनाओं पर समयबद्धता के साथ कार्य किया जाए। प्रत्येक कार्य के लिए समयसीमा पूर्व में ही निर्धारित की जाएं। प्रत्येक योजना को साप्ताहिक अथवा पाक्षिक मॉनिटरिंग की जाए, ताकि निर्धारित समयसीमा में कार्य पूर्ण हो सके। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को मार्केटिंग और पब्लिसिटी पर भी विशेष फोकस किए जाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर सचिव दिलीप जावलकर, अपर सचिव युगल किशोर पंत एवं सीईओ युकाडा स्वाति भदौरिया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

सोनित कुमार सैनी को पुष्पचक्र अर्पित कर सीएम ने दी श्रद्धाजंली

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुवाहाटी में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए शहीद हुए ग्राम धनौरी, रूड़की निवासी भारतीय सेना के जवान सोनित कुमार सैनी के घर पर जाकर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति व शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद के परिजनों को राज्य सरकार द्वारा हर संभव मदद दी जाएगी।
कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, विधायक प्रदीप बत्रा एवं सुरेश राठौर ने भी शहीद जवान सोनित कुमार सैनी के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने छात्र छात्राओं से किया संवाद

मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने तुलाज इन्स्टीट्यूट और शिवालिक कालेज में यूथ वोटर फेस्टिवल के तहत छात्र छात्राओं से संवाद किया। विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए धूलकोट, देहरादून स्थित तुलाज इन्स्टीट्यूट और शिवालिक कालेज में यूथ वोटर फेस्टिवल का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मतदाता शपथ भाषण प्रतियोगिता, क्विज प्रतियोगिता, नुक्कड़ नाटक आदि का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं में विजेता तथा प्रतिभागियों को निर्वाचन विभाग द्वारा प्रशस्ति पत्र तथा पुरुस्कार प्रदान किये गये। इसके अतिरिक्त वोटर रजिस्ट्रेशन डेस्क, हस्ताक्षर अभियान का भी आयोजन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उत्तराखण्ड सौजन्या द्वारा युवाओ को मतदाता पंजीकरण तथा निर्वाचन प्रक्रिया के सम्बन्ध में विस्तार से जानाकरी दी गई तथा युवाओं की निर्वाचन सम्बन्धी जिज्ञासाओं का समाधान किया गया। निर्वाचन विभाग से मो. असलम, राज्य नोडल अधिकारी (स्वीप ) सुजाता, राज्य समन्वयक (स्वीप), अनुराग गुप्ता (परामर्शदाता) एवं हिमांशु (कार्यक्रम समन्वयक) द्वारा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु तुलाज इन्स्टीटयूट आफ टैक्नोलोजी एवं शिवालिक कालेज आफ इन्जीनियरिंग इन्स्टीटयूट के प्रबन्धन का आभार/धन्यवाद व्यक्त किया गया। साथ ही प्रदेश के समस्त युवा, जो 1 जनवरी 2022 या उससे पूर्व 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर रहे हैं, से अपील की गई कि वह विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम-2022 के दौरान मतदाता सूची में पंजीकरण अवश्य करायें। कार्यक्रम के दौरान कोविड-19 सम्बन्धी प्रोटोकाल का विशेष ध्यान रखा गया।

बागेश्वर को सीएम ने दी सौगात, 9424.23 लाख की 42 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा बागेश्वर क्षेत्र की 9424.23 लाख की लागत की 42 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इनमें 5957.47 लाख की लागत की 21 योजनाओं का लोकार्पण तथा 3466.76 लाख की 21 योजनाओं का शिलान्यास किया गया।
मुख्यमंत्री ने जिन योजनाओं का लोकार्पण किया गया है उन योजनाओं में उत्तराखण्ड पेयजल निगम बागेश्वर के अन्तर्गत विधासभा क्षेत्र बागेश्वर में पुलिस लाईन, छतीना, मेहरबूंगा, ढेलापाटन पंपिंग पेयजल योजना का निर्माण कार्य का लोकार्पण जिसकी लागत 449.97 लाख, उत्तराखण्ड पेयजल निगम बागेश्वर के अन्तर्गत विधासभा क्षेत्र बागेश्वर में गरूड़ ग्राम समुह पंपिंग पेयजल योजना जिसकी लागत 159.23 लाख, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना बागेश्वर विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत दाणुछीना से लोभचक-उडियार मोटरमार्ग लम्बाई 5.075 किमी लागत 263.38 लाख, अमसरकोट-सातरतवे मोटरमार्ग अपग्रेडेशन लम्बाई 2.600 किमी लागत 182.18 लाख, गरूड़ बिनखोली से कोठो मोटरमार्ग किमी 1 में 24 मी0 स्टील गर्डर सेतू 122.5 लाख, पाना तरमोली मोटरमार्ग लम्बाई 5 किमी लागत 464.29 लाख, जनपद बागेश्वर में ईवीएम एवं वीवीपेट भाण्डारण के वेयर हाउस का निर्माण कार्य लागत 211.06 लाख, विकास खण्ड गरूड़ बैजनाथ मंदिर एवं सौन्दर्यीकरण का कार्य लागत 67.53 लाख, ग्रामीण निर्माण विभाग द्वारा दफौट बनखोट मोटरमार्ग से आमखेत तक मोटर मार्ग का निर्माण कार्य लागत 228.40 लाख आदि योजनाओं का लोकार्पण के साथ ही विश्व बैंक यूडीआरपीएएफ परियोजना के अन्तर्गत विधानसभा क्षेत्र बागेश्वर में भीटारकोट से जूनियर र्हाइस्कूल में 30 मीटर स्पान स्टील गर्डर पैदल सेतू का निर्माण कार्य लागत 179.31 लाख, तथा दफौट मोटरमार्ग के किमी 36 में 70 मीटर स्पान स्टील डस स्टील मोटर मार्ग का निर्माण कार्य लागत 708.02 लाख, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत अमस्यारी में बूंगा मोटर मार्ग लम्बाई 2.775 किमी लागत 155.47 लाख, काफलीगैर से जाठा मोटर मार्ग लम्बाई 3 किमी लागत 162.31 लाख, ग्राम अमस्यारी के टीटोली तोक के ग्राम पंचायत बूंगा तक मोटर मार्ग का नव निर्माण कार्य लागत 45.54 लाख, राज्य योजना के अन्तर्गत विकास खण्ड गरूड़ में पाण्डेखक्कर-खडेरिया मोटर मार्ग के किमी 1 व 2 में डामरीकरण का कार्य लागत 121.04 लाख आदि योजना का शिलान्यास किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के अल्मोड़ा के अधीन पंडित बद्री दत्त पांडे परिसर को लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर जिला चिकित्सालय बागेश्वर में द्वितीय तल में 75.33 लाख लागत से बने 06 आईसीयू बैड का भी लोकार्पण किया गया।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद बागेश्वर वासियों के लिए खुशी की बात है कि उनकी कई वर्षाे से चली आ रही रेल मार्ग की मांग का सपना पूरा हो रहा है, जिसके लिए मा0 प्रधानमंत्री के प्रयासों रेल मंत्रालय द्वारा टनकपुर से बागेश्वर नई ब्रॉड गेज रेल लाइन फाइनल लोकेशन सर्वे को मंजूरी दी गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने जो मुझे मुख्य सेवक का दायित्व दिया है उसके बाद हमारी सरकार लगातार ही जनहित के फैसले ले रही है। उन्होंने कहा हमारी सरकार युवाओं को रोजगार देने पर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा विभिन्न विभागों में रिक्त चल रहे 24 हजार पदों पर भर्ती एवं युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए युवाओं हेतु प्रत्येक जिले में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अंतर्गत ऋण वितरित किए जा रहे है। उन्होंने कहा लंबे समय से चली आ रही आशा कार्यकत्रियों की मांग को पूरा करते हुए उनके मानदेय के अन्तर्गत एक हजार और प्रोत्साहन राशि के रूप में पांच सौ बढ़ा दिये हैं। उन्होंने कहा हमारी सरकार ने गांव के विकास में अहम योगदान निभाने वाले ग्राम प्रधानों का मानदेय 3500 तक बढ़ाया है, इसके साथ ही उपनल कर्मचारियों के मानदेय में दो से तीन हजार रुपये तक की बढोतरी की गयी है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत गौरवशाली, शक्तिशाली, आत्मनिर्भर एवं विश्व गुरु के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड जैसे युवा राज्य को आने वाले समय में, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, व्यापार, उद्योग जैसे तमाम क्षेत्रों में हिंदुस्तान का नम्बर वन राज्य बनाएंगे। उन्होंने कहा हमारी सरकार समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को लाभ पहुंचे इस पर निरंतर कार्य कर रही है। उन्होने कहा कि मेरे कार्यकाल के 103 दिन पूर्ण होने तक 320 से अधिक फैसले लिये है। उन्होंने कहा कि सरकार एक एक पल आम जनता के हित के लिये कार्य कर रही है व आम जनता के लिये सरकार के द्वार हर वक्त खुले है। उन्होने कहा कि सरकार की प्राथमिकता ग्रामीण एवं दूरस्थ क्षेत्र में निवासरत व्यक्ति तक विकास की योजनाओं को पहुंचाना है तथा उन्हे आत्मनिर्भर बनाते हुए विकास की मुख्यधारा से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि जनता की समस्याओं की निस्तारण त्वरित गति से किया जाना चाहिए इसमें किसी प्रकार की कोई ढिलाई एवं शिथिलता न बरती जाय।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा कारगिल शहीद राम सिंह जूनियर हाईस्कूल भगरतोला का उच्चीकरण, तहसील गरूड में सब रजिस्टार की नियुक्ति, राजकीय इंटर कॉलेज गरूड एवं सिरकोट में इंटरमीडिएट में गणित विषय का सृजन एवं प्रवक्ता की नियुक्ति, तहसील गरूड में बार भवन के निर्माण हेतु 25 लाख की धनराशि, इंटर कॉलेज गागरीगोल में विज्ञान विषय की मान्यता, विधानसभा बागेश्वर के अंतर्गत काफलीगैर में महाविद्यालय एवं गरूड में पीजी कक्षाएं संचालित कराने की घोषणा, जनपद बागेश्वर में सर्किट हाउस का निर्माण, चण्डिका एवं नीलेश्वर मंदिर को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने, महायोजना पर आंकलन कर कार्यवाही करने, जिला अस्पताल भवन की स्वीकृति के साथ ही सरयू नदी बागनाथ मंदिर के समीप मिनी झील का निर्माण करने आदि घोषणायें की गयी।
मुख्यमंत्री ने स्वरोजगार योजनाओं के नौ लाभार्थियों को 45 लाख के चेक वितरित भी किये तथा जिला योजना से स्वीकृति 10 लाख से युवाओं को स्वरोजगार योजना से जोडने के लिए फिश-डिश मोबाईल प्रचार वैन का भी शुभारंभ किया गया।
इस अवसर पर सांसद अजय टम्टा, उच्च शिक्षा, सहकारिता एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, अध्यक्ष जिला पंचायत बसंती देव, विधायक बागेश्वर चन्दन राम दास, कपकोट बलवंत सिंह भौर्याल सहित जनप्रतिनिधि, जिला स्तरीय अधिकारी एवं आम जनमानस मौजूद रहें।

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