सीएम का रूद्रप्रयाग दौरा, वैशाखी व पर्यटन मेले का किया शुभारंभ

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद रूद्रप्रयाग स्थित विकास खंड जखोली के बधाणीताल पहुंचकर यहां आयोजित वैशाखी एवं पर्यटन मेले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न घोषणायें भी की जिनमें विकास खंड जखोली के अंतर्गत बरसिर-बधाणी मोटर मार्ग के कि.मी. 32 तक हॉटमिक्स का कार्य (डामरीकरण) किया जाएगा, बधाणीताल पर्यटक आवास बनाने के साथ ही बधाणीताल सौंदर्यीकरण, राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज भीरी का नाम शहीद मुरलीधर सेमवाल के नाम पर करने, जुरानी-ब्यूंग-मैखंडा मोटर मार्ग की स्वीकृति देने के साथ ही जावरी-मोहनखाल मोटर मार्ग को शहीद फतेसिंह के नाम पर रखने की भी घोषणा की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम में वैशाखी एवं पर्यटन मेले की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सरकार द्वारा तय किए गए सभी संकल्पों को जल्द ही पूरा किया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा पूरी पारदर्शिता के साथ विकास कार्यों को गति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में आयोजित होने वाले मेले हमारी धरोहर हैं जिनका संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी है। इस दौरान उन्होंने चारधाम मोटर मार्ग, रेल निर्माण सहित अटल आवास, किसान सम्मान निधि, आयुष्मान कार्ड, समान नागरिक कानून आदि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय लोगों की मांगों को उचित कार्यवाही हेतु संबंधित विभागों को प्रेषित किया जाएगा।

कार्यक्रम में स्थानीय विधायक भरत सिंह चौधरी ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में क्षेत्र में अभिनव विकास कार्य संपन्न होंगे। इससे पूर्व स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को चांदी का मुकुट पहनाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया।

इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, बाल संरक्षण आयोग के सदस्य बाचस्पति सेमवाल, विकास खंड जखोली प्रमुख प्रदीप थपलियाल, जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल, महावीर पंवार, विक्रम कंडारी, गिरवीर सिंह रावत, जिलाधिकारी मनुज गोयल, पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल, मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार आदि मौजूद थे।

शुरू हुआ कोटद्वार- नजीबाबाद नेशनल हाईवे सुदृढ़ीकरण कार्य, स्पीकर ने दिए थे निर्देश

कोटद्वार-नजीबाबाद के बीच नेशनल हाईवे की खस्ताहाल हालत का सुदृढ़ीकरण का कार्य शुरू हो गया है, विगत दिनों उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण द्वारा संज्ञान लिए जाने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग के लखनऊ में स्थित रीजनल अधिकारी एमके जैन से दूरभाष पर वार्ता कर इस मार्ग को शीघ्र दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए थे।

अवगत है कि विधानसभा अध्यक्ष बनने के तुरंत बाद ऋतु खंडूरी द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग के रीजनल अधिकारी से दूरभाष पर विभाग द्वारा कोटद्वार नजीबाबाद नेशनल हाईवे पर पैच वर्क कराने के निर्देश दिए गए थेद्य विधानसभा अध्यक्ष के निर्देशों का पालन करते हुए विभाग द्वारा मार्ग सुदृढ़ीकरण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया हैद्य इस मार्ग के बन जाने से हजारों लोगों को आवागमन में सुविधा होगी वहीं विगत कई वर्षों से इस परेशानी को झेल रहे लोगों की समस्या का समाधान होगाद्यज्ञात है कि पच्चीस किलोमीटर के इस मार्ग पर जगह-जगह गहरे गड्ढे राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बने हुए थे। मार्ग पर पूर्व में हुए हादसों के कारण कई लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं।

तीन वर्षीय बालक का शव चीला नहर से बरामद

एसडीआरएफ और आपदा प्रबंधन दल की टीम ने पिछले दस दिनों से घर से एक व्यक्ति अपने तीन वर्षीय पुत्र को कार में बिठाकर लापता हो गया था। सीसीटीवी फुटेज व प्रत्यक्षदर्शी ने कार को चीला नहर की ओर जाते देखा था। तभी से उनकी तलाश जारी थी। आज चीला नहर से तीन वर्षीय मासूम बच्चे का शव बरामद किया गया है।

बता दें कि बीती तीन अप्रैल को ऋषिकेश के भरत विहार निवासी एक युवक ने अपने तीन वर्षीय पुत्र को गोद में बैठा कर कार चीला शक्ति नहर में उतार दी थी। भरत विहार ऋषिकेश निवासी सुनील बंसल ने अपने पुत्र अर्चित बंसल (32 वर्ष) उसके पुत्र राघव (तीन वर्ष) के गुमशुदा होने की सूचना दर्ज कराई।

वह रोज वह अपने पुत्र राघव को लेकर अपनी आल्टो कार से घर से गया था। जिसके बाद वह लौट कर नहीं आया। पूछताछ करने पर पुलिस को पता चला कि अर्चित ने अपने घर में रुद्रप्रयाग जाकर आत्महत्या करने की बात कही थी।

घर के आस-पास सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई तो अर्चित अपनी कार से बैराज की और जाता दिखाई दिया। बैराज पर लगे सीसीटीवी कैमरे में वह चीला की और जाता दिखाई दिया था। पुलिस ने चीला की दिशा से भी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज तलाशी मगर वह कहीं भी नजर नहीं आया। जिसके बाद पुलिस ने बीन नदी और उसके आसपास अर्चित की तलाश शुरू कर दी थी।
एसडीआरएफ उपनिरीक्षक कविंद्र सजवाण ने बताया नहर का पानी रोका गया। इसके बाद राघव का शव बरामद हुआ है। शव को ऋषिकेश पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है।

चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर गढ़वाल कमिश्नर ने ली सभी विभागों की बैठक

यात्रा प्रशासन संगठन की चार धाम यात्रा बैठक आयुक्त गढ़वाल सुशील कुमार की अध्यक्षता में नगरनिगम ऋषिकेश के स्वर्ण जयंती सभागार में आयोजित हुई जिसमें पुलिस महानिरीक्षक सहित जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, चिकित्सा, पर्यटन, परिहन विभाग, चिकित्सा-स्वास्थ्य, पावर कारपोरेशन, राष्ट्रीय राजमार्ग, ग्रेफ बीआरओ, पीडब्लूडी, खाद्यान्न, श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति, जीएमवीएन, उरेड़ा, बीएसएनएल, संचार चारधाम यात्रा से संबंधित सभी विभागों के शीर्ष अधिकारियों ने प्रगति आख्या प्रस्तुत की।

गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार ने कहा कि आनेवाली चारधाम यात्रा में बड़ी संख्या में तीर्थ यात्रियों के श्री बदरीनाथ, श्री केदारनाथ, श्री गंगोत्री, श्री यमुनोत्री सहित उत्तराखंड के तीर्थस्थलों में पहुंचने की उम्मीद है। कोरोनाकाल के बाद चारधाम यात्रा का प्रवाह निश्चित ही बढ़ेगा इसके लिए तीर्थयात्रियों को अधिक से अधिक यात्री सुविधाएं मिले इसके लिए सभी संबंधित विभाग तैयारियों को 25 अप्रैल से पहले पुख्ता करें।

उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक तीर्थयात्रियों का आनलाइन/आफ लाईन पंजीकरण किया जाये। सड़को के चिह्नित पेचों जैसे लाम बगड़, कलियासौड़ को दुरस्त किया जाये गंगोत्री एवं यमुनोत्री मार्ग तथा केदारनाथ यात्रा मार्ग में चिह्नित जगहों पर सड़क दुरस्त कर दिया जाये। यात्रा के दौरान खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता निरीक्षण-नियंत्रण हेतु जिलाधिकारियों को जांच कमेटी बनाने के निर्देश दिए।

कहा कि तीर्थ यात्री https//registrationandtouristcare.uk.gov.in पर अपना आन लाईन अथवा आफ लाईन पंजीकरण जरूर करवाएं। वेब पोर्टल,रेजिस्ट्रेशन सेंटर, मोबाइल एप, यात्री मित्र के माध्यम से अपना पंजीकरण करवाये। इस संबंध में पर्यटन विभाग ने डेमो प्रस्तुत किया बंताया कि हरिद्वार से लेकर संयुक्त बस अड्डा, गुरूद्वारा ऋषिकेश, बदरीनाथ मार्ग, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री मार्ग पर आफ लाईन पंजीकरण व्यवस्था है।
केदारनाथ हेतु हेली पंजीकरण आज से शुरू हो चुकी है। https://heliservices.uk.gov.in
श्री बदरीनाथ एवं श्री केदारनाथ धाम के पूजाओं की आन लाइन बुकिंग htttps:// badrinath-kedarnath. uk.gov.in पर उपलब्ध है।

बैठक में पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र सहित जिलाधिकारी देहरादून डा. आर राजेश, जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना, जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग मनुज गोयल,‌ जिलाधिकारी टिहरी ईवा आशीष, श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बी.डी. सिंह, मुख्य विकास अधिकारी उत्तरकाशी गौरव कुमार, अपर आयुक्त एवं यात्रा प्रशासन संगठन के विशेष कार्याधिकारी नरेंद्र सिंह क्वीरियाल एसएसपी श्वेता चौबे चमोली, यशवंत सिंह पौड़ी, नवनीत भुल्लर टिहरी, आयुश अग्रवाल रूद्रप्रयाग, वीर सिंह वुदियाल अपर जिलाधिकारी हरिद्वार, ईला गिरी अपर जिलाधिकारी पौड़ी, आरटीओ देहरादून दिनेश पठोई, एआरटीओ अरविंद पाण्डेय, वाईएस तोमर ईई यूपीसील, एके श्रीवास्तव, डा. हरीश गौड़ सहित परिवहन विभाग, चिकित्सा, एनएच, पीडब्ल्यूडी, खाद्यान्न, उरेड़ा पंचायत राज, संयुक्त यात्रा रोटेशन, सुलभ इंटरनेशनल के प्रतिनिधि बैठक में मौजूद रहे।

चारधाम/ श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया गया कि विगत 28 मार्च को गढ़वाल आयुक्त की अध्यक्षता में यात्रा प्रशासन संगठन की चारधाम यात्रा बैठक आयोजित हुई थी। बताया कि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई, श्री केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई तथा गंगोत्री यमुनोत्री के कपाट परंपरागत रूप से अक्षय तृतीया 3 मई को खुल रहे है। प्रदेश सरकार का चारधाम यात्रा तैयारियों पर विशेष फोकस है, इसी परिप्रेक्ष्य में हर स्तर पर यात्रा तैयारियों को दुरुस्त किया जा रहा है।

केदारनाथ धाम के कपाट छह मई, बदरीनाथ धाम के कपाट आठ मई को खुलेंगे

विश्वप्रसिद्ध 11वें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट इस यात्रा वर्ष के लिए शुक्रवार 6 मई प्रात: 6 बजकर 25 मिनट पर वृश्चिक लग्न में खुलेंगे। (Portals of Kedarnath dham to open on 6th May) बद्रीनाथ धाम के कपाट 8 मई को खोले जाएंगे।

पंचकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में शिवरात्रि के पावन अवसर पर संक्षिप्त धार्मिक समारोह आयोजित हुआ। जिसमें श्री केदारधाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित हुई। इस अवसर पर रावल भीमाशंकर की उपस्थिति में पूजा- अर्चना की गई। पंचाग गणना के पश्चात यात्रा वर्ष 2022 हेतु श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित हुई।

भगवान श्री केदारनाथ जी की पंचमुखी उत्सव डोली 2 मई को पंचकेदार गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से केदारनाथ धाम को प्रस्थान करेगी जबकि 1 मई को भैरवनाथ जी की पूजा की जायेगी।

डोली 2 मई गुप्तकाशी, 3 मई फाटा, 4 मई गौरीकुंड 5 मई को पंचमुखी डोली श्री केदारनाथ धाम पहुंचेगी। 6 मई शुक्रवार प्रातर 6 बजकर 25 मिनट पर श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे।

श्रीनगर में इंस्टीट्यूट आफ गवर्नमेंट मेडिकल सांइस एंड रिसर्च की सीएम ने की समीक्षा


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर गढवाल में वीर चंद्र सिंह गढ़वाली गवर्नमेंट इन्स्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च की समीक्षा बैठक की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़े चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ सरलीकरण, समाधान व निस्तारण के मंत्र के आधार पर लोगों को स्वास्थ्य लाभ मुहैया कराएं। आगामी 3 महीनों में मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के लिए कौन से प्रोजेक्ट पूरे किए जाने हैं तथा कौन सी योजनाएं व उपकरण केंद्र सरकार की ओर से यहां पर मंगवाये जा सकते हैं, उन पर विशेष ध्यान केंद्रित किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि श्रीनगर का मेडिकल कॉलेज पहाड़ी क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण स्थान है। श्रीनगर के मेडिकल कॉलेज को सभी सुविधाओं से लैस किया जाएगा। साथ ही मेडिकल कॉलेज की स्वास्थ्य संबंधी प्रस्तावों को भी शीघ्र पूरा किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के मेडिकल तथा पैरामेडिकल स्टाफ के कार्यों की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि कोविड काल के दौरान मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के स्टाफ ने बेहतरीन कार्य किया है। उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत जी के नेतृत्व में खिरसू ब्लॉक में शत प्रतिशत वैक्सीनेशन हुआ है।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि श्रीनगर मेडिकल कॉलेज गढ़वाल क्षेत्र की लाइफ लाइन है। कोरोना काल में श्रीनगर मेडिकल कालेज के चिकित्सकों ने बढ़ चढ़कर कार्य किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ की बदौलत ही जुलाई माह तक रिकॉर्ड 30 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जा सकी है। उन्होंने कहा कि श्रीनगर मेडिकल कालेज कि विकास कार्य हेतु 15 करोड़ की डी पी आर स्वीकृत हो गई है।

इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष भाजपा मदन कौशिक, केबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत, सतपाल महाराज, विधायक मुकेश सिंह कोली, विनोद कंडारी, जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, गढ़वाल मण्डल आयुक्त रविनाथ रमन, जिलाधिकरी डॉ विजय कुमार जोगदण्डे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी रेणुका देवी, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य सीएम रावत आदि उपस्थित थे।

ऑक्सीजन युक्त अस्पतालों की व्यवस्था करने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरतः तीरथ सिंह रावत

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने टिहरी दौरे के दौरान टीएचडीसी इंजीनियरिंग कॉलेज भागीरथीपुरम पहुंचकर जिला प्रशासन द्वारा संचालित 450 बेड युक्त कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया। उन्होंने पीपीई किट पहन कर कोविड सेंटर में भर्ती मरीजों से बातचीत भी की।

मुख्यमंत्री ने कोविड सेंटर से निकलने के बाद अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि वे स्वास्थ्य विभाग के उन सभी कर्मियों को सैल्यूट करते हैं जो रोजाना 2 से 3 घंटो तक पीपीई किट पहनकर कोविड-19 मरीजों का उपचार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 मिनट में पीपीई किट के पहनने से इतनी परेशानी हो रही है तो रोजाना दो से तीन घंटे तक मरीजों की सेवा और उपचार कर रहे प्रथम पंक्ति के स्वास्थ्य कर्मी कैसे इन परेशानियों को झेलते होंगे, इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड केयर सेंटर को लेकर पहले से ही निर्देश दिए गए हैं कि कोविड मरीजों का बेहतर उपचार के साथ ही बेहतर भोजन और अन्य सुविधाओं का भी विशेष ख्याल रखा जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वह कोविड केयर सेंटर के निरीक्षण के लिए पहुंचे तो उस समय भी मरीजों को प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु काढ़ा इत्यादि दिया जा रहा था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन युक्त अस्पतालों की व्यवस्था करने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है। प्रदेश में कई नए ऑक्सीजन प्लांट को भी मंजूरी मिली है सरकार का लक्ष्य है कि छोटे अस्पतालों में भी ऑक्सीजन युक्त बेड की सुविधा विकसित की जाए। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने निरीक्षण के बाद अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए।

कोविड केयर सेंटर में निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के साथ कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, टिहरी विधायक धन सिंह नेगी आदि मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री तीरथ ने ली टिहरी में जिलास्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने टिहरी दौरे के दौरान हाइड्रो इंजीनियरिंग कालेज भागीरथीपुरम में जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को कोविड गाइड लाइन का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने पुलिस को निर्देश दिए कि गांव-गांव जाने वाली स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ पुलिस कर्मियों को भी भेजा जाए। सीएमओ को निर्देश दिए कि जिन चिकित्सकों को अटेच किया गया है उनको तत्काल उनके मूल स्थानों पर तैनाती की जाय।

जनपद में संचालित कोविड केयर सेंटरों में मानव संसाधन की कमी को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को स्थानीय स्तर से 11 माह की अवधि के लिए नियुक्तियां करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड पर कड़ी कार्यवाही से अब स्थितियां सामान्य हो रही है। कहा यही समय है जब और अधिक सावधानी बरते जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मैदानी क्षेत्रों से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की आर०टी०पी०सी०आर० टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट का चेकपोस्ट पर अनिवार्य रूप से अवलोकन किया जाए।

इसके अलावा उन्होंने ग्राम निगरानी समितियों को सक्रिय रखने, नगरपालिका गांव पंचायतों सहित गांव-गांव निरंतर सैनिटाइजेशन कराने, लक्षणयुक्त व्यक्तियों को कोविड से सम्बंधित दवाई की किटों का वितरण, मास प्रोफिलेक्सिस के तहत आइवर मेक्टिन का वितरण, कोविड केयर सेंटर्स की स्थिति व ऑक्सीजन की उपलब्धता की समीक्षा की।

आगमी मानसून की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि मानसून आगमन से पूर्व सभी मोटर मार्गो के स्लाइडिंग जोन का चिह्नीकरण कर लिया जाय। उन्होंने कहा कि मोटर मार्गो के अवरुद्ध होने की स्थिति में 30 मिनट में घटना स्थल पर मानव संसाधन सहित मशीनरी पहुच जाए। इसके साथ ही उन्होंने समस्त जेसीबी व उनके ऑपरेटर के संपर्क नंबर कंट्रोल रूम में उपलब्ध रखने को कहा है। जल जीवन मिशन के तहत किये जा रहे कार्यो की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को माह जून तक नलों में पानी की आपूर्ति करने के निर्देश दिए हैं।

इसके अलावा उन्होंने मानसून के दौरान स्वास्थ्य सुविधा, खाद्यान्न आपूर्ति, विद्युत आपूर्ति, पेयजल आपूर्ति को सुचारू रखने को लेकर पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए है।

बैठक में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, प्रभारी मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, विधायक टिहरी डॉ. धन सिंह नेगी, विधायक घनसाली शक्ति लाल शाह, विधायक देवप्रयाग विनोद कंडारी, जिलाधिकारी ईवा आशीष श्रीवास्तव, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण, एसएसपी तृप्ति भट्ट, सीएमओ सुमन आर्य आदि उपस्थित रहे।

कोविड केयर सेंटर बडकोट पहुंचे सीएम तीरथ सिंह रावत, व्यवस्थाओं का लिया जायजा

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बड़कोट में कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों से कोविड केयर सेंटर की विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने कोविड केयर सेंटर में दवाओं, खान-पान एवं अन्य व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। अवगत कराया गया कि कोविड केयर सेंटर में चिकित्सकों द्वारा नियमित देखभाल की जा रही है। भोजन, स्वच्छता एवं अन्य व्यवस्थाएं भी अच्छी हैं। इसके उपरान्त मुख्यमंत्री ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नौगांव का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कोविड सेल से होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों से फोन से वार्ता कर उनका हालचाल जाना।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए राज्य सरकार द्वारा हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं। डॉक्टरों को दूरस्थ क्षेत्रों में तैनाती दी गई है। कोविड के दौरान डॉक्टरों की कमी न हो, इसके लिए जिलाधिकारियों को भी अधिकार दिया गया है कि कोविड के दौरान मानक के अनुसार एवं आवश्यकतानुसार डॉक्टरों की तैनाती कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तरकाशी जनपद में कोविड के नियंत्रण के लिए अच्छे प्रयास हुए हैं। जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के दृष्टिगत सरकार द्वारा पूरी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। अस्पतालों एवं कोविड केयर सेंटरों में बच्चों के लिए अलग वार्ड की व्यवस्था के साथ ही उनके अभिभावकों के लिए भी व्यवस्थाएं की जा रही हैं। सीएचसी स्तर तक भी आक्सीजन प्लांट की व्यवस्था की जा रही है।

इस अवसर पर राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार यतीश्वरानन्द, उत्तरकाशी के भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश चैहान, अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह आदि उपस्थित थे।

सीएम ने वर्चुअल तरीके से किया श्रीनगर मेडिकल कालेज का वर्चुअल लोकार्पण

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में स्थापित 30 नए आईसीयू बेड का वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कोविड के समय में इन आईसीयू बेड की उपलब्धता से विशेषकर पौड़ी, चमोली, रुद्रप्रयाग एवं टिहरी जिले के लोगो को ईलाज में मदद मिलेगी। इन जनपदों से अधिकांश मरीज ईलाज के लिए श्रीनगर आते हैं। कोविड के बाद अन्य बीमारियों के ईलाज के लिए भी इन आईसीयू बेड का उपयोग होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश में आईसीयू, ऑक्सीजन बेड, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता है। मेडिकल कॉलेज एवं जिला अस्पतालों में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं। इनका विस्तार सीएचसी एवं पीएचसी लेवल तक किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि जल्द ही नैनीडांडा, थलीसैंण एवं प्रदेश के अन्य दूरस्थ क्षेत्रों में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोविड की तीसरी लहर के लिए अभी से सतर्कता बरतनी होगी। सभी अस्पतालों में बच्चों के लिए अलग से व्यवस्था हो। इसकी समय से पूरी तैयारी रखी जाय।

इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से उच्च शिक्षा एवं सहकारिता राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, जिलाधिकारी पौड़ी विजय जोगदंडे, सीएमओ पौड़ी डॉ मनोज शर्मा, प्रिंसिपल श्रीनगर मेडिकल कॉलेज डॉ सीएमएस रावत आदि उपस्थित थे।