पुलिस ने कांवड यात्रा को देखते हुए चलाया चेकिंग अभियान


श्रावण मास की कांवड़ यात्रा को निर्विघ्न और शांतिपूर्ण तरीके से निपटाने के लिए पुलिस प्रशासन ने ऋषिकेश मेला क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी है। आज शाम करीब 5 बजे देहरादून से पहुंचे बम निरोधक दस्ते ने देहरादून रोड, नटराज चौक, दून रोड पर स्थित चारधाम यात्रा बस टर्मिनल कंपाउंड (आईएसबीटी) और त्रिवेणीघाट पर सघन चेकिंग अभियान चलाया। बम निरोधक दस्ते ने नटराज चौक पर संदिग्ध नजर आने वाले दुपहिया और चार पहिया वाहन को रोककर सघन तलाशी ली। उनके सामान की भी जांच की।

पुलिस ने त्रिवेणीघाट पार्किंग में खड़े वाहनों की मेटल डिटेक्टर से जांच की गई। डॉग स्कवायड टीम भी जांच के लिए ऋषिकेश पहुंची। पुलिस क्षेत्राधिकारी डीसी ढौंडियाल ने बताया कि सघन तलाशी अभियान के दौरान संदिग्धों से पूछताछ भी की गई। हालांकि कोई संदिग्ध मामला नहीं निकला। बताया कि कांवड़ यात्रा में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं।

सावन मास में 13 दिवसीय संचालित भोजनालय का मंत्री ने किया शुभारंभ

रोटरी ऋषिकेश सेंट्रल की ओर से सावन मास में कावड़ भरकर आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए भोजनालय का शुभारंभ कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने रिबन काटकर किया।

आज श्यामपुर बायपास मार्ग पर आयोजित भोजनालय का शुभारंभ कर कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि सावन मास बहुत ही पवित्र महीना है, ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव की पूजा सावन मास में करने पर विशेष फल प्राप्त होता है। कहा कि तीर्थ नगरी में लाखों की संख्या में तीर्थयात्री कावड़ भरकर पौराणिक प्रसिद्ध नीलकंठ मंदिर में पहुंचते हैं। ऐसे में तीर्थ यात्रियों की सेवा कर रोटरी ऋषिकेश सेंट्रल सराहनीय कार्य कर रहा है।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि संस्था की ओर से समय दर समय जरूरतमंदों की मदद, निर्धन के इलाज के लिए आर्थिक रूप से सहायता तथा धर्म कर्म के कार्यों में बढ़-चढ़कर भागीदारी रहती है। उन्होंने कहा कि संस्था के कार्यों से अन्य सामाजिक संस्थाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए।

इस मौके पर रोटरी ऋषिकेश सेंट्रल के अध्यक्ष विकास गर्ग ने बताया कि भोजनालय 13 दिन तक चलेगा। जिसमें कावड़ भरकर आने वाले तीर्थ यात्रियों को भोजन की व्यवस्था के साथ रात्रिकालीन सोने की व्यवस्था भी की गई है।

इस अवसर पर मंत्री डॉ अग्रवाल ने कावड़ियों को जलपान वितरित किया। साथ ही उनकी कुशलक्षेम भी जानी।

इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष विकास गर्ग, सचिव देवव्रत अग्रवाल, कोषाध्यक्ष ललित जिंदल, पूर्व अध्यक्ष सीए हरि रतूड़ी, दीपक तायल, दिनेश गुसाईं, हिमांशु रावत, सुधीर राय, अशोक अग्रवाल, पार्षद वीरेंद्र रमोला, अवतार सिंह नेगी, राधेश्याम सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

कांवड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर एसएसपी ने दिये अहम निर्देश

उत्तराखंड में भी कांवड़ यात्रा में तलवार, डंडे, त्रिशुल आदि लेकर आने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी ने बॉर्डर चेकिंग में इन्हें जब्त करने के निर्देश दिए। कहा कि इस मामले में थाना और चौकी प्रभारी भी कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।
14 जुलाई से आरंभ हो रही कांवड़ यात्रा को निर्विघ्न संपन्न कराने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी, एसडीएम शैलेंद्र सिंह नेगी, पुलिस क्षेत्राधिकारी डीसी ढौंडियाल ने व्यापारिक संगठनों, ऑटो, ई-रिक्शा यूनियन और प्रतिनिधियों की बैठक ली। इसमें पार्किंग, ट्रैफिक, सफाई, पेयजल आदि व्यवस्थाओं पर चर्चा की गई। यात्रा के दौरान ओवररेटिंग रोकने के लिए व्यापारिक प्रतिष्ठानों, धर्मशाला और होटल में रेट लिस्ट चस्पा करने के निर्देश दिए।
एसएसपी ने मौके पर मौजूद लोगों की समस्याएं भी सुनीं। व्यापारी संजय व्यास ने पूर्व की तरह कांवड़ यात्रा में लोकल सवारियों के लिए अलग से ऑटो आरक्षित रखने, पंकज गुप्ता ने गंगा जल के लिए बिकने वाले प्लास्टिक कैन को जब्त करने के नाम पर व्यापारियों के उत्पीड़न पर रोक लगाने की मांग की। इस पर एसएसपी ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। साथ ही मुनिकीरेती, लक्ष्मणझूला, ऋषिकेश कोतवाली पुलिस को बेहतर तालमेल बनाकर कार्य करने को कहा। यात्रा के दौरान कांवड़ियों की अचानक भीड़ उमड़ने पर क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश को आवश्यक वनवे रूट प्लान तैयार कर प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए निर्देशित किया।
मौके पर ट्रक यूनियन अध्यक्ष जगमोहन सकलानी, प्रांतीय व्यापार अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल, नगर महासंघ अध्यक्ष राजेश भट्ट, नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष ललित मोहन मिश्र, महामंत्री प्रतीक कालिया, यातायात संघ अध्यक्ष मनोज ध्यानी, टीजीएमओ उपाध्यक्ष यशपाल राणा, स्वर्णकार संगठन उपाध्यक्ष हितेंद्र पंवार, रवि जैन, अभिषेक शर्मा, पार्षद गुरविंदर सिंह, भगवान सिंह पंवार, कोतवाल रवि सैनी, यातायात निरीक्षक हितेश कुमार, एसओजी प्रभारी देहात मुकेश डिमरी, थानाध्यक्ष रानीपोखरी शिशुपाल सिंह राणा, थानाध्यक्ष रायवाला भुवनचंद्र पुजारी, एसएसआई डीपी काला, एसआई विनोद कुमार आदि मौजूद रहे।

कांवड यात्रा की व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हो-सुबोध उनियाल

आगामी कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले ही व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हों, ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। मुनिकीरेती स्थित जीएमवीएन के गेस्टहाउस गंगा रिसोर्ट में आगामी कांवड़ यात्रा के मद्देनजर आयोजित बैठक में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने आला अधिकारियों को सख्त हिदायत दी।
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर पार्किंग, सड़कों, पेयजल, चिकित्सा एवं सफाई की व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों से पूछताछ की, जिसके बाद उन्होंने शीघ्र ही इन व्यवस्थाओं को दुरस्त करने के निर्देश दिए। कैबिनेट मंत्री ने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान हरिद्वार, ऋषिकेश, मुनिकीरेती, रामझूला, स्वर्गाश्रम, तपोवन, नीलकंठ आदि जगहों पर बड़ी संख्या में शिवभक्तों का सैलाब उमड़ता है। बीते दो वर्षों से कोविड-19 महामारी के कारण कांवड़ यात्रा बंद रही, इस वर्ष बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के उमड़ने की उम्मीद की जा रही है। इसके मद्देनजर कांवड़ यात्रा शुरू होने से पूर्व अधिकारियों को तैयारियां पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया है।
मौके पर जिलाधिकारी टिहरी ईवा आशीष श्रीवास्तव, जिलाधिकारी पौड़ी विजय जोगदंडे, जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पांडे, एसएसपी टिहरी नवनीत सिंह, एसपी ग्रामीण देहरादून कमलेश उपाध्याय, एसपी हरिद्वार योगेंद्र सिंह रावत, लोक निर्माण विभाग नरेंद्रनगर के अधिशासी अभियंता मौहम्मद आरिफ खान, सीएमओ टिहरी संजय जैन, चिकित्साप्रभारी फकोट जगदीश जोशी, नगर पालिका मुनिकीरेती-ढालवाला ईओ तनवीर मारवाह आदि उपस्थित रहे।

सीएम ने अधिकारियों को दिये जन सुविधाओं के विकास पर ध्यान देने के निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को डामकोठी हरिद्वार में जनपद से संबंधित विकास कार्यों की अधिकारियों के साथ समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा के दृष्टिगत हरिद्वार में यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखा जाए। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों से कूड़ा निस्तारण, सफाई व्यवस्था आदि के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी ली। नगर निगम के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि हरिद्वार नगर निगम क्षेत्र में 160 नाले हैं, उनकी सफाई का कार्य प्रारम्भ करा दिया गया है, जिसके लिये 124 सफाईकर्मियों लगाये गये हैं। नगर निगम के अधिकारियों ने यह भी बताया कि शहर में एक दिन में तीन टाइम सफाई-व्यवस्था की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री द्वारा पूछे जाने पर अधिकारियों ने अस्पतालों की व्यवस्थायें आदि के सम्बन्ध में जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों की सफाई व्यवस्था चाक-चौबन्द रहनी चाहिये। कभी भी अस्पतालों, नगर निगम की सफाई व्यवस्था तथा कार्यालयों में कार्मिकों की उपस्थिति आदि का औचक निरीक्षण किया जा सकता है। अगर औचक निरीक्षण के दौरान कहीं पर भी कोई कमी पाई जाती है, तो सम्बन्धित के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने अधिकारियों को कार्यालयों में बॉयोमैट्रिक उपस्थिति प्रणाली लागू करने के भी निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इण्डिया द्वारा हरिद्वार में किये जा रहे विभिन्न विकास कार्यों के सम्बन्ध में भी अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की। एनएचएआई की समीक्षा के दौरान यह तथ्य सामने आया कि राष्ट्रीय राजमार्गों में कई जगह पानी रूका रहता है, जिसकी सही निकासी नहीं होने की वजह से जलभराव की स्थिति पैदा हो रही है। इस पर अधिकारियों ने बताया कि हाईवे पर जो नालियां बनी हैं, वे केवल हाईवे के पानी की निकासी के लिये बनी हैं, जबकि इन नालियों में आसपास की बस्तियों व अन्य जगह का पानी भी आ जाता है, जिसकी वजह से जलभराव की स्थिति पैदा हो रही है। इस पर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि एनएचएआई तथा सिंचाई विभाग समन्वय स्थापित करते हुये एक समग्र योजना बनाकर इस समस्या का समाधान निकालना सुनिश्चित करें।
जल निगम तथा जल संस्थान के अधिकारियों द्वारा पानी की व्यवस्था के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि पानी की आपूर्ति सुचारू रूप से की जा रही है। जनपद में 12 हजार हैण्डपम्प लगे हैं तथा जो हैण्डपम्प किसी वजह से खराब हो जाते हैं, तो उनकी समय-समय पर मरम्मत कराई जा रही है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनता को पेयजल की कहीं पर भी कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिये।
मुख्यमंत्री ने बैठक में जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल से जल की प्रगति की भी समीक्षा की। अधिकारियों ने बताया कि योजना के अन्तर्गत ओवर हैड टैंक बन गये हैं तथा पाइप लाइन बिछा दी गयी है। मुख्यमंत्री द्वारा अधिकारियों को कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये गए।
विद्युत विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि कि वर्तमान में उद्योगों को पूरी बिजली दी जा रही है तथा विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था में काफी सुधार है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि बिजली की चोरी की घटनाओं पर भी पूरी नजर रखी जाये तथा विजिलेंस की टीम को सक्रिय किया जाये एवं बिजली चोरी की घटनाओं में जो लिप्त पाये जाते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को सड़कों को गड्ढामुक्त करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने आगामी जुलाई माह में होने वाली कांवड़ यात्रा की तैयारियों के सम्बन्ध में भी अधिकारियों से जायजा लिया, जिस पर अधिकारियों ने बताया कि कांवड़ मेले की तैयारियां प्रारम्भ कर दी गयी हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कावड़ यात्रा से सम्बन्धित जो भी तैयारियां हैं, उनको समय से करना सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को शहर की यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित करने, अवैध अतिक्रमण को हटाये जाने, आपदा प्रबंधन तंत्र को सक्रिय किये जाने तथा स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास पर ध्यान देने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये।
इस अवसर पर रानीपुर विधायक आदेश चौहान, रूड़की विधायक प्रदीप बत्रा, पूर्व विधायक सुरेश राठौर, जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ योगेन्द्र सिंह रावत, ए.डी.एम(प्रशासन) पी.एल.शाह, ए.डी.एम.(वित्त एवं राजस्व) वीर सिंह बुदियाल सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

राहतः इस वर्ष नही होगी कांवड़ यात्रा, कोविड-19 के तहत लिया गया निर्णय

(एनएन सर्विस)
कोविड-19 महामारी के खतरे को देखते हुए इस साल कांवड़ यात्रा का आयोजन नहीं होगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संदर्भ में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से चर्चा की। वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिये हुई इस चर्चा में तीनों मुख्यमंत्री ने जनहित को देखते हुए इस वर्ष कांवड़ यात्रा स्थगित रखने पर सहमती जताई है। बता दें कि तीनों प्रदेशों के धर्मगुरुओं और कांवड़ संघों ने भी अपनी सरकारों को यात्रा स्थगित करने का प्रस्ताव दिया था।
आपको बता दें कि हर साल श्रावण में होने वाली कांवड़ यात्रा में लाखों शिवभक्त शामिल होते हैं। सभी हरिद्वार से जल लेकर पैदल यात्रा करते हुए अपने यहां शिव मंदिरों में जलाभिषेक करते हैं। यात्रा के दौरान बड़े पैमाने पर सरकारी अमले को कानून-व्यवस्था, यातायात व अन्य इंतजामों में लगाना पड़ता है। कांवड़ियों की सबसे ज्यादा संख्या उत्तर प्रदेश और हरियाणा से आती है। इसके चलते तीनों राज्यों ने इस बारे में चर्चा करने का फैसला किया था। बैठक के दौरान तीनों राज्यों के अधिकारियों ने कांवड़ियों की भीड़ में सोशल डिस्टेंसिंग को असंभव बताते हुए संक्रमण फैलने की आशंका जताई थी।
वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यात्रा में पंजाब, राजस्थान और दिल्ली से आने वाले श्रद्धालुओं के चलते वहां के मुख्यमंत्रियों से भी जल्द ही वार्ता करने का निर्णय लिया है। इन राज्यों को भी कोविड-19 के चलते यात्रा संचालन में आने वाली दिक्कतें बताई जाएंगी। साथ ही इस बार यात्रा संचालित नहीं करने की स्थितियों की जानकारी भी दी जाएगी।