महंत जी की याद में जरूरतमंद लोगों के लिए रक्तदान का आयोजन

दिवंगत महंत अशोक प्रपन्नाचार्य की स्मृति में श्री भरत मंदिर के महंत वत्सल शर्मा और श्री भरत मंदिर सोसाइटी के वरूण शर्मा की प्रेरणा से आज श्री भरत मंदिर सभागार में विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इसमें स्थानीय लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और दिवंगत महंत अशोक प्रपन्नाचार्य को उनके सामाजिक कार्यों के लिए याद कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।

शिविर में युवा पार्षद राजेंद्र प्रेम सिंह बिष्ट अपने साथियों के साथ पहुंचे। शिविर में रिकाॅड रक्तदान हुआ इसमें 160 रक्तदाता शामिल हुए। श्री भरत मंदिर स्कूल सोसाइटी के प्रबंधक हर्षवर्धन शर्मा ने कहा कि कोरोना काल में भी ऋषिकेश की जनता के अंदर दूसरों का जीवन बचाने के लिए रक्तदान के प्रति अपार उत्साह देखने को मिला जो ऋषिकेश की तीर्थ नगरी के लोगों की विशेषता को प्रदर्शित करता है।

महंत वत्सल प्रपन्न शर्मा ने कहा कि इस समय कोरोना महामारी के कारण अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश और स्वामी राम हिमालयन अस्पताल देहरादून दोनों ही चिकित्सा संस्थानों में रक्त की कमी चल रही थी जिसको देखते हुए उनके मन में कई बार रक्तदान शिविर लगाने का विचार आया और उन्होंने यह निर्णय लिया कि अपने पिताजी स्वर्गीय महंत अशोक प्रपन्नाचार्य महाराज जी की स्मृति में लोगों को खून की कमी न हो। इसके लिए एक विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया और इसमें लक्ष्य के अनुरूप अधिकतम रक्तदान भी हुआ रक्त दाताओं ने बढ़ चढ़कर रक्तदान करने में भागीदारी की।

कार्यक्रम में यह भी रहे मौजूद…
इस मौके पर मेयर अनिता ममगाईं, प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत, सुधीर कुकरेती, जयेंद्र रमोला, कृष्णा रमोला, महंत विनय सारस्वत, पूर्व पालिकाध्यक्ष दीप शर्मा, विनय उनियाल, प्रधानाचार्य धीरेंद्र जोशी, युवा नेता निखिल बड़थ्वाल, हिजामं के महानगर अध्यक्ष संजय प्रेम सिंह बिष्ट, पंडित रवि शास्त्री, जिपंस संजीव चैहान, अनुराग पायल, दीपक भारद्वाज, पार्षद शिव कुमार गौतम, विकास तेवतिया, सुमित पंवार, रीना शर्मा, विजयलक्ष्मी, डा. सुनील दत्त थपलियाल, जितेंद्र बिष्ट, लखविंदर सिंह, संजीव कुमार, प्रवीन रावत, विवेक शर्मा, डीपी रतूड़ी, कविता शाह, रंजन अंथवाल आदि उपस्थित थे।

इतना रक्त हुआ एकत्र…
एम्स से डॉक्टर पनदीप कौर और एपीआरओ दिनेश सेमवाल के नेतृत्व में 70 यूनिट रक्त एकत्र किया गया और जौलीग्रांट से डॉक्टर मनीष रतूड़ी के नेतृत्व में टीम के द्वारा 90 यूनिट रक्त एकत्र किया गया।

ऋषिकेश के द्वितीय महंत अशोक प्रपन्नाचार्य का निधन, शोक की लहर

(एनएन सर्विस)
आज प्रात: 7:30 बजे श्री भरत मन्दिर के महन्त अशोक प्रपन्नाचार्य महाराज ने अतिंम सांस ली। उनके देहावसान की खबर से पूरे शहर में शोक की लहर दौड़ गयी। शहर के साथ ही देहरादून और अन्य स्थानों से लोगो ने उनके आवास पहुचकर परिवार को सान्त्वना दी। शहर के कई व्यापारियों ने अपने अपने प्रतिष्ठानों को बंद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
आपको बता दे कि श्री महन्त का जन्म 10 फ़रवरी 1942 को तत्कालीन महंत परशुराम जी के घर उनके बेटे ज्योति प्रसाद शर्मा के यहा हुआ। अशोक प्रपन्नाचार्य परिवार में बड़े पुत्र थे उनसे बड़ी एक बहन व छोटी बहन व छोटे भाई श्री हर्षवर्धन शर्मा हैं। उनके दादा श्री भरत मन्दिर के गद्दी नसीन मंहन्त परशुराम जी महाराज जोकि नगर पालिका परिषद ऋषिकेश के प्रथम अध्यक्ष भी रहे। उनके पश्चात अशोक प्रपन्नाचार्य श्री भरत मन्दिर ऋषिकेश की गद्दी वर्ष 1956 में शुषोभित हुए। इसके साथ ही श्री भरत मन्दिर द्वारा संचालित शिक्षण संस्थाओं श्री भरत मन्दिर इण्टर कॉलेज, श्री भरत मन्दिर संस्कृत महाविद्यालय, ज्योति विशेष विद्यालय के साथ ही उत्तराखंड एवं अन्य स्थानों की धार्मिक एवं शैक्षणिक संस्थाओं के संचालन व संवर्द्धन में सराहनीय भूमिका रही।
अशोक प्रपन्नाचार्य श्री भरत मंदिर एजुकेशन सोसाइटी व शिक्षण संस्थाओं के संचालक मंडल के अध्यक्ष पद पर सुशोभित रहे।
पंडित ललित मोहन शर्मा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, शान्तिप्रपन्न शर्मा राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश व कई अन्य संस्थाओं को वृहत्तर भूखंड प्रदान कर क्षेत्र के युवाओं के लिए उच्च शिक्षा के प्रवेश द्वार खोले व नगरीय क्षेत्र के साथ गढ़वाल के नागरिकों की स्वास्थ्य सुविधाओं के संवर्धन में महत्वपूर्ण योगदान रहा।
वर्ष 1962 के भारत चीन युद्ध में भारतीय सेनाओं को शिविर कैम्प संचालित करने के लिये महन्त अशोक प्रपन्नाचार्य ने श्री भरत मन्दिर इण्टर कॉलेज के विशाल प्रांगढ को प्रदान करने के साथ ही रायवाला में सेना को छावनी बनाने का सुझाव प्रदान किया था।
स्वाधीनता संग्राम में भी श्री भरत मंदिर परिवार का महत्वपूर्ण योगदान रहा। महंत अशोक प्रपन्नाचार्य जी के चाचा शान्ति प्रपन्न शर्मा कई वर्षों तक उत्तर प्रदेश विधानसभा में विधायक व उत्तर प्रदेश सरकार में परिवहन, उद्योग व ऊर्जा मंत्री पद पर रहे। ऋषिकेश में आईडीपीएल की स्थापना का सुझाव तत्कालीन केन्द्र सरकार को उनके द्वारा ही प्रदान किया गया था।
स्वर्गीय मंहन्त अशोक प्रपन्न शर्मा के छोटे भाई हर्षवर्धन शर्मा क्षेत्र के सार्वजनिक, सामाजिक सेवा जीवन के साथ शिक्षण संस्थाओं के संचालन में प्रबंधकीय व्यवस्था देखते हैं।
उत्तरकाशी भूकंप,केदारनाथ आपदा व कोरोना महामारी में लॉक डाउन के दौरान स्व० मंहन्त जी व उनके परिवार द्वारा राहत कार्यों में बड़े स्तर सहायता प्रदान की।
स्वर्गीय मंहन्त अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं आपके दो पुत्र वत्सल शर्मा व वरुण शर्मा हैं। वे भी सामाजिक, शिक्षण संस्थाओं व धार्मिक संस्थाओं के संचालन व संवर्धन में सक्रिय हैं। उनके परिवार के सदस्यों ने बताया कि अशोक प्रपन्नाचार्य महाराज विगत कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे, उनका अंतिम संस्कार ऋषिकेश चंद्रेश्वर घाट मुक्ति धाम पर अपराह्न 3 बजे सम्पन्न होगा।