नहाते समय गंगा में डूबा व्यक्ति लापता

शीशमझाड़ी स्थित स्वामी नारायण आश्रम घाट पर आश्रम का सेवादार स्नान करते समय गंगा के तेज बहाव में आकर बह गए। सूचना पर एसडीआरएफ की टीम ने गंगा में लापता व्यक्ति की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया। लेकिन कहीं पता नहीं चल पाया।
एसडीआरएफ उपनिरीक्षक कविंद्र सजवाण ने बताया कि मंगलवार सुबह 7 बजे स्वामीनारायण आश्रम घाट पर स्नान करते समय एक व्यक्ति डूब गया। इसकी सूचना मिलने पर एसडीआरएफ की टीम ने गंगा में सर्च ऑपरेशन चलाया। लेकिन पता नहीं पाया। बताया कि गंगा में लापता व्यक्ति की पहचान प्रवीण भाई 59 पुत्र माधा भाई निवासी सूरत गुजरात के रूप में हुई है। यहां पर वे स्वामी नारायणा आश्रम में सेवादार के रूप में कार्य करते थे। मामले की जानकारी पुलिस ने परिजनों को दे दी है। बुधवार को फिर से उनकी तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जायेगा।

12 मई को थी शादी, आज परिवार सहित कार दुर्घटना में हुई मौत

शादी की खरीददारी कर घर लौट रहे लोगों के लिए रविवार काल बनकर टूट पड़ा। ऋषिकेश से थराली जा रही कार बद्रीनाथ हाईवे पर तोताघाटी के पास अनियंत्रित होकर 250 मीटर गहरी खाई में गिर गई, जिसमें 5 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों में 4 लोग एक ही परिवार के हैं। पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर कड़ी मशक्कत के बाद शवों को खाई से बाहर निकाला।
जानकारी के मुताबिक ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे पर देवप्रयाग तहसील प्रशासन और थाना पुलिस को करीब सात बजे सूचना मिली कि तोताघाटी के पास एक कार गिर गई है। जिसके बाद टीमें वंहा पंहुची। कार संख्या यूपी15-डीएल1061 गहरी खाई में गिरी दिखी। मौके पर पहुंची पुलिस और एसडीआरएफ के टीमों में खाई में जाकर रेस्क्यू अभियान चलाया। तहसीलदार एमएस बर्थवाल ने बताया कि तोताघाटी से आगे सफेद पहाड़ के पास हुई दुर्घटना में मृतकों की शिनाख्त कर ली गई है। जिसमें पिंकी (25) पुत्री त्रिलोक सिंह, प्रताप सिंह (40) पुत्र देव सिंह, भागीरथी देवी (36) पत्नी प्रताप सिंह, विजय (15) पुत्र प्रताप सिंह, मंजू (12) पुत्री प्रताप सिंह सभी निवासी ग्राम बाण, तहसील थराली जिला चमोली शामिल हैं। तहसीलदार ने बताया कि यह सभी लोग ऋषिकेश से शादी की खरीदारी कर वापस थराली लौट रहे थे। रेस्क्यू में थाना देवप्रयाग के एसएसआई अनिरूद्ध मैठाणी समेत एसडीआरएफ के जवान शामिल रहे।
बताया जा रहा है कि मृतका पिंकी की 12 मई को शादी होनी थी। इसी सिलसिले में परिवार शादी की शॉपिंग के लिए ऋषिकेश आया था।

गंगा के तेज बहाव में बह रहे एक युवक को बचाया, दूसरा लापता

लक्ष्मणझूला थाना अंतर्गत गोवा बीच पर स्नान करते समय दो युवक डूबने लगे। एक युवक को पुलिस ने पानी के तेज बहाव से बाहर निकाल जान बचाई। जिसे एम्स अस्पताल में पुलिस ने भर्ती कराया। जबकि दूसरा युवक गंगा के तेज बहाव में आकर पानी की गहराई में ओझल हो गया। एसडीआरएफ टीम ने पानी में लापता युवक की तलाश को सर्च ऑपरेशन चलाया। लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल पाया।
लक्ष्मणझूला थाना पुलिस के मुताबिक रविवार दोपहर बाद पुलिस को सूचना मिली कि गोवा बीच पर दो युवक गंगा में स्नान करते समय डूबने लगे हैं। जिस पर तत्काल पुलिस ने आयुष (22) पुत्र हिमांशु निवासी समस्तीपुर, बिहार को पानी के तेज बहाव से सुरक्षित निकाल लिया। जबकि युवक का दोस्त रामांश पाठक (22) पुत्र अनुपम पाठक निवासी जालौन, यूपी गंगा के तेज बहाव में कहीं दूर ओझल हो गया।
सूचना पर एसडीआरएफ की टीम ने रामांश की तलाश को सर्च ऑपरेशन चलाया। लेकिन सफलता नहीं मिली। जबकि आयुष को पुलिस ने एम्स अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसकी हालत में सुधार बताया जा रहा है। लक्ष्मणझूला थाना निरीक्षक संतोष कुंवर ने बताया कि दोनों युवक गाजियाबाद के एक कॉलेज में पढ़ाई करते हैं।
रविवार को वे यहां पर घूमने के लिए आए थे। गंगा में डूबने वाले युवक के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है। वहीं एसडीआरएफ उपनिरीक्षक कविंद्र सजवाण ने बताया की सोमवार को फिर से युवक की तलाश को सर्च ऑपरेशन चलाया जायेगा।

त्रिवेणी घाट में पुलिस ने दो को डूबने से बचाया
त्रिवेणीघाट पर स्नान करते अलग-अलग हादसों में दो लोगों को जल पुलिस ने डूबने से बचाया है। त्रिवेणी घाट चौकी इंचार्ज जगत सिंह ने बताया कि रामविलास (54) पुत्र स्वर्गीय रामनारायण निवासी गली नंबर 10 भल्ला फार्म श्यामपुर रविवार को त्रिवेणी घाट में स्नान कर रहे थे। इस दौरान अचानक तेज बहाव में हुए बहने लगे। मौके पर जल पुलिस के जवानों ने रेस्क्यू कर उन्हें गंगा के पानी से सुरक्षित निकाला। वहीं दूसरी घटना में अनिश (30) पुत्र राम सेवक निवासी सीतापुर, यूपी को भी स्नान करते समय पुलिस ने बचाया है। टीम में रवि वालिया, पंकज, शिवकुमार शामिल रहे।

एसडीआरएफ टीम ने रेस्क्यू अभियान चलाकर लोगों को राहत पहुंचाई

जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, पोलिंग पार्टियां विषम मौसम में भी पोलिंग बूथ तक पहुंचने लगी हैं। लेकिन उत्तराखंड के ठंड के मौसम औऱ दुर्गम रास्तों से होकर पोलिंग बूथ तक पहुंचना और चुनावी तैयारियों को अंतिम रूप देना पोलिंग पार्टियों के लिए कड़ी परीक्षा जैसा है। पोलिंग पार्टियां बीते दो दिनों से हो रही भारी बर्फबारी में फंस रही हैं। ऐसी ही तस्वीर चमोली जनपद से आई है। जहां दिनभर बर्फबारी में फंसी पोलिंग पार्टी को एसडीआरएफ ने सकुशल रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
दरअसल गुरुवार को चमोली जनपद के बछुआखाल से एक पोलिंग पार्टी वापस कर्णप्रयाग लौट रही थी। इसी दौरान जबरदस्त बर्फबारी से रास्ते जाम हो गए। पोलिंग पार्टी का वाहन भारी बर्फ के बीच कई घंटों तक फंसा रहा। इस घटना की जानकारी जैसे ही एसडीआरएफ टीम को मिलती है, एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम एचसी भगत सिंह कंडारी के नेतृत्व में रेस्क्यू हेतु रवाना हुई।
भारी बर्फबारी व रात्रि के घनघोर अंधेरे जैसी विषम परिस्थितियों में 7-8 किमी पैदल चलने के बाद रेस्क्यू टीम मौके पर पहुँची। एसडीआरएफ जवानों द्वारा पोलिंग टीम के 6 सदस्यों को सुरक्षित कर्णप्रयाग पहुंचाया गया। इसके अलावा एसडीआऱफ ने प्रदेश के कई हिस्सों में बर्फ में फंसे लोगों औऱ पर्यटकों को सुरक्षित स्थानो पर पहुंचाया। उत्तरकाशी के राड़ी टॉप में एक वाहन के बर्फ में फंसे होने की सूचना पर एसडीआरफ ने तत्काल 2 लोगों को सुरक्षित बड़कोट पहुँचाया गया। रुद्रप्रयाग के त्रिजुगी नारायण मंदिर से 3 किलोमीटर नीचे कुछ लोग बर्फ में फंसे थे, जिन्हें एसडीआरएफ टीम निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया।
अल्मोड़ा जनपद के मजखाली में कुछ लोगो के फंसे होने की सूचना एसडीआरएफ को प्राप्त हुई जिस पर एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू किया जा रहा है। चमोली के सेलंग क्षेत्र में कुछ वाहन बर्फ में फंसे होने की सूचना पर एसडीआरएफ टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर वहां फंसे हुए वाहनों को धक्का मारकर पार कराया। नैनीताल में बर्फबारी के कारण वाहनों के फंसे होने की सूचना पर एसडीआरएफ टीम द्वारा धक्का मारकर वाहनों को पार कराया गया।

गौहरीमाफी में 25 गुजरों के लिए भगवान बनकर आई पुलिस

दो तीन से लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा का जलस्तर अचानक बढ़ गया। मंगलवार सुबह गौहरीमाफी में गुर्जरों का 25 सदस्यीय दल गंगा के तेज बहाव के कारण टापू में फंस गया। सूचना मिलने पर रायवाला पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर सभी को सुरक्षित बचाया।
रायवाला थाना पुलिस के मुताबिक मंगलवार सुबह पुलिस को सूचना मिली कि गौहरीमाफी में गंगा के किनारे बने टापू में कई लोग फंस गए है। उनमें चीख पुकार मची हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और टापू में फंसे महिलाओं, बच्चे सहित 25 लोगों को सकुशल बचा लिया।
साथ में उनके मशेवियों को भी सुरक्षित निकाला गया। थानाध्यक्ष भुवन चंद्र पुजारी ने बताया कि गुर्जरों का डेरा सोमवार को उत्तरकाशी से यहां पर आया था। वे गौहरीमाफी में राम मंदिर स्थित गंगा के टापू में डेरा बनाकर रूका हुआ। ये लोग अपने मवेशियों को चारा खिला रहे थे कि वे गंगा का अचानक जलस्तर बढ़ने से वे टापू में फंस गए। टीम में उपनिरीक्षक रघुवीर कपरूवान, एसडीआरएफ उपनिरीक्षक चंदन भंडारी कांस्टेबल, विनोद कुमार, प्रवीन नेगी, संदीप, धर्मवीर, महेंद्र, किशोर, सुरेंद्र, संदीप, सुमित, रविंद्र आदि शामिल रहे।

भारी बारिश के अलर्ट के बीच सीएम खुद करे मॉनीटिरिंग, लगातार रख रहे नजर

प्रदेश में भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में सभी जिलाधिकारियों और आपदा प्रबंधन से जुड़े विभागों और एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रदेश की स्थिति की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से उनकी तैयारियों, बारिश की स्थिति आदि के बारे में विस्तार से जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी स्कूलों में 18 अक्टूबर को अवकाश रखने के निर्देश दिये। बहुत से जिलों में अवकाश कर भी दिया गया है। जिन जिलों में नहीं किया गया है, वे भी एहतियातन सोमवार को स्कूलों में अवकाश घोषित कर दें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय बड़ी संख्या में पर्यटक और तीर्थयात्री प्रदेश में आए हुए हैं। जरूरी होने पर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ठहराते हुए उनके रहने और भोजन आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसमें किसी तरह की लापरवाही न हो। पर्यटक और तीर्थयात्री यहां से अच्छा संदेश लेकर जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य, जिलों और तहसील स्तरों पर कंट्रोल रूम 24 घंटे संचालित हों। जिलों से इन दो दिन, हर घंटे रिपोर्ट भेजी जाए। कोई घटना होने पर उसकी सूचना तुरंत दी जाए। रेस्पोंस टाइम कम से कम होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नदियों के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जाए। आईटीबीपी, सीडब्ल्यूसी, बीआरओ, एसडीआरएफ, राजस्व, पुलिस आदि आपसी समन्वय से काम करें। ट्रेकर्स के बारे में पूरी सूचना रखी जाए और उनसे सम्पर्क रखें। लैंडस्लाइड जोन पर विशेष ध्यान रखा जाए। रास्ते बंद होने पर तुरंत खोलने की व्यवस्था हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि भूस्खलन आदि स्थिति में लोग कहीं फंसे नहीं। वे सुरक्षित स्थानों पर ठहरें। आपदा बचाव और राहत संबंधी उपकरण सुचारू स्थिति में हों।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए पूरी सावधानी बरतनी है। यात्रियों और पर्यटकों से भी सावधानी रखने की अपील की जाए, परंतु किसी तरह के पैनिक की भी जरूरत नहीं है। जिलाधिकारी, एसएसपी स्वयं मॉनिटरिंग करें।
बैठक में सभी जिलाधिकारियों से पूरी जानकारी ली गयी। बताया गया कि सभी जगह स्थिति अभी सामान्य है। एहतियातन चारधाम यात्रियों को सुरक्षित रूकाया गया है। रुकने, खाने की पर्याप्त व्यवस्था है।
बैठक में आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ धन सिंह रावत, विधायक संजय गुप्ता, मुख्य सचिव डॉ एस एस संधु, प्रमुख सचिव आर के सुधांशु, सचिव एसए मुरूगेशन, आईजी वी मुरूगेशन, आईजी एसडीआरएफ पुष्पक ज्योति, एसीईओ आपदा प्रबंधन रिद्धिम अग्रवाल, सहित वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा सभी मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, बीआरओ, आईएमडी, आईटीबीपी, सीडब्ल्यूसी, उत्तराखण्ड सब एरिया, सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

सीएम की घोषणा-पुलिस में खेल कोटे में भर्ती जल्द शुरु

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस मुख्यालय देहरादून में पुलिस विभाग द्वारा तैयार की गई ‘‘पब्लिक आई एप’’ तथा महिला सुरक्षा हेतु ‘‘मिशन गौरा शक्ति’’ एप का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एसडीआरएफ द्वारा पर्यावरण संरक्षण, कोविड जागरूकता, हानिकारक कूड़े के निस्तारण व जोखिम पूर्ण स्थानों के चिन्हीकरण के लिए चलाये जा रहे माउण्ट गंगोत्री-1 पर्वतारोहण अभियान का फ्लैग ऑफ भी किया। इंस्पेक्टर एसडीआरएफ अनीता गैरोला के नेतृत्व में 9 सितम्बर से 30 सितम्बर तक चलाया जायेगा। अभियोगों की विवेचना में गुणात्मक सुधार तथा सफल अनावरण हेतु मुख्यमंत्री द्वारा विवेचकों को स्मार्ट एविडेंस टूलकिट टेबलेट प्रदान किये गये।

जल्द बनेगी एंटी ड्रग पालिसी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड पुलिस की समीक्षा बैठक भी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस में खेल कोटे की भर्ती शुरू की जायेगी। पीएसी के जवानों को बसों की व्यवस्था की जायेगी। उत्तराखण्ड में शीघ्र एंटी ड्रग पॉलिसी बनायी जायेगी। पुलिस विभाग में रिक्त पदों पर जल्द भर्ती की जायेगी। पुलिस विभाग के आरक्षियों के ग्रेड पे के संबंध में कैबिनेट सब कमेटी का गठन किया गया है। इसमें जल्द उचित समाधान निकाला जायेगा।

अपराधियों को पकड़ने हेतु पुरस्कार राशि बढ़ायेगी सरकार
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड धर्म स्वतंत्रता अधिनियम 2018 को और सख्त बनाया जायेगा। बाहरी राज्यों से उत्तराखण्ड में आने वाले लोगों के सत्यापन की प्रक्रिया को और मजबूत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस व्यवस्था किसी भी राज्य की सुरक्षा एवं समृद्धि का एक आवश्यक अंग है। उत्तराखंड पुलिस द्वारा राज्य में अच्छा कार्य किया जा रहा है।
इनामी अपराधियों को पकड़ने हेतु पुरस्कार राशि बढ़ायी जाएगी। कोरोना काल में पुलिस द्वारा मिशन हौंसला के तहत सराहनीय कार्य किया गया। उन्होंने कहा कि स्मार्ट पुलिस बनाने का जो विजन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का है। उसको पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। उत्तराखण्ड पुलिस को आधुनिक बनाने में जो भी आवश्यकता होगी उसे पूरा करने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल, सब इंस्पेक्टर एवं इंस्पेक्टर को कोविड-19 में उनके द्वारा किये जा रहे सराहनीय कार्यों एवं सेवाओं 10 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि जल्द दी जायेगी।

साइबर क्राइम को रोकने के लिये ठोस रणनीति बनाएं
मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि साइबर क्राइम को रोकने के लिए लिए ठोस रणनीति बनाई जाय। यातायात के नियमों, रोड सेफ्टी के प्रति लगातार जागरूकता अभियान चलाया जाय। ट्रैफिक लाइट एवं सीसीटीवी निगरानी की समुचित व्यवस्था की जाय। कार्यों के प्रति प्रत्येक स्तर पर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाय। थाना या चौकी स्तर के मामले जिले स्तर पर न आए। जिला स्तर के मामले मुख्यालय स्तर एवं शासन स्तर पर न आये। जिसकी जो जिम्मेदारी है, अपने स्तर पर शीघ्र उसका समाधान करें। महिला सुरक्षा, यातायात प्रबंधन, नशा मुक्ति एवं साइबर क्राइम जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए विशेष योजनाएं बनाई जाय।

मिशन गौरा शक्ति अभियान
महिलाओं की सुरक्षा के प्रति सजग एवं प्रभावी पहल के लिए उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा मिशन गौरा शक्ति अभियान चलाया जायेगा। इसके तहत छेड़खानी जैसी घटनाओं में प्रभावी कार्यवाही, बालिकाओं को आत्मरक्षा हेतु प्रशिक्षण एवं शिकायत निवारण तंत्र को और अधिक मजबूत बनाया जायेगा। इसके तहत पीड़िता इमरजेंसी की स्थिति में डायल कर तुरंत पुलिस सहायता प्राप्त कर सकती है। ऑनलाईन ऑडियो, वीडियो एवं टेक्स्ट मैसेज के माध्यम से शिकायत दर्ज कर सकती हैं। आपात स्थिति में 112 पर कॉल कर सकते हैं। अपनी शिकायत पर संबंधित पर हुई कार्रवाई की जानकारी प्राप्त कर सकती है। एप के माध्यम से पुलिस के अन्य ऑफिसियल सोशल मीडिया अकाउंट पर भी संपर्क कर सकती हैं।

पब्लिक आई एप
उत्तराखण्ड प्रदेश की जनता अपनी शिकायतों के साथ-साथ आसपास घटित हो रहे आपराधिक या विधि का उल्लंघन करने वाले कृत्यों की फोटो या वीडियो बनाकर पुलिस को भेज सकते हैं। शिकायतकर्ता अपने द्वारा पूर्व में की गई शिकायत व उस पर हुई कार्यवाही की प्रगति के बारे में जान सकते हैं। साइबर क्राइम के बारे में शिकायत दर्ज की जा सकती है। किसी भी प्रकार की ट्रेफिक समस्या या सड़क दुर्घटना के संबंध में फोटो या वीडियो बनाकर कार्यवाही हेतु अपलोड किया जा सकता है। आपात स्थिति में 112 नंबर पर कॉल कर सकते हैं।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सचिव अमित नेगी, अरविन्द सिंह ह्यांकी एवं पुलिस के सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

उत्तराखंड में आपदा में मृतकों के आश्रितों को प्रधानमंत्री ने दी 2-2 लाख की आर्थिक मदद

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जोशीमठ के रैणी क्षेत्र में ग्लेशियर टूटने से उत्पन्न हुई भीषण आपदा के तुरन्त बाद आपदा स्थल का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। घटना स्थल से लौटने के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि जोशीमठ क्षेत्र में ग्लेशियर फटने की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन एवं एसडीआरएफ की टीम राहत एवं बचाव कार्यों के लिए घटना स्थल पर पहुंची। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि वे गढ़वाल कमिश्नर रविनाथ रमन एवं डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग के साथ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे। उन्होंने जिलाधिकारी चमोली से पूरी जानकारी ली। मुख्य सचिव ओम प्रकाश एवं सचिव आपदा प्रबंधन एस.ए.मुरूगेशन ने आपदा प्रबन्धन केन्द्र सचिवालय में मौजूद रहकर लगातार स्थिति पर नजर रखी तथा आवश्यक दिशा निर्देश भी जिलाधिकारियों को दिये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आपदा से रैणी के समीप स्थित ऋषिगंगा जलविद्युत परियोजना को भारी नुकसान के साथ ही तपोवन स्थित एनटीपीसी की विद्युत परियोजना का भी कुछ नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि इस आपदा में प्रारम्भिक अनुमान के अनुसार लगभग 125 लोग लापता है। रैणी क्षेत्र के 5 लोगो की भी इसमें अपनी जान गवानी पडी है। अब तक सात लोगों के शव बरामद किये जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि मृतको के आश्रितों को तात्कालिक रूप में 4-4 लाख की आर्थिक सहायता मंजूर की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा पहला उदेद्श्य जान माल की सुरक्षा का है। ऋषिगंगा व एनटीपीसी द्वारा उन्हे हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस क्षेत्र में एक बड़ा तथा 4 छोटे पुलों को नुकसान पहुंचा है। इससे प्रभावित लगभग 11 गांवों को आवश्यक सहायता आदि उपलब्ध कराने के लिये आर्मी हेलीपैड एवं एसडीआरएफ के जवानों के साथ ही आर्मी एवं राज्य सरकार के हेलीकाप्टरों की व्यवस्था के साथ ही आवश्यक चिकित्सा सुविधा के लिये डाक्टरो की भी व्यवस्था की गई है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि रैणी के निकट नीति घाटी को जोडने वाले जिन सड़कों एवं पुलों को हुए नुकसान से जिन गांवों का सड़क से सम्पर्क टूट गया है उनमें गहर, भंग्यूल, रैणी पल्ली, पैंग, लाता, सुराईथोटा, तोलमा, फगरासु आदि गांव शामिल है, तथा पुलों में रैणी मे जुगजू का झूला पुल, जुवाग्वाड-सतधार झूलापुल, भग्यूल-तपोवन झूलापुल तथा पैंग मुरण्डा पुल बह गया है। रैणी मे शिवजी व जुगजू मे मां भगवती मंदिर भी आपदा मे बह गए है।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अब स्थिति नियंत्रण में है, खतरे वाली बात नहीं है। विद्युत परियोजना की सुरंग में मलबा अंदर तक जमा है और सुरंग तक पहुंचना अत्यंत कठिन था। मशीन का सुरंग में जाना मुश्किल था, इसलिए आईटीबीपी के जवान रोप के सहारे वहां पहुंचे। सुरंग में 35-40 फीट गाद जमा है। 250 मीटर लंबी इस सुरंग में अपने हौसले के जरिये जवान 150 मीटर तक पहुंच चुके हैं।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि एनडीआरएपफ की टीम दिल्ली से आई है और कल और जवान आएंगे। आर्मी, पैरामिलिट्री फोर्स और हमारे डाॅक्टर आपदा स्थल पर तैनात किए गए हैं। ऐरियल सर्वे कर उन्होंने स्वयं स्थिति का जायजा लिया। किसी भी प्रकार की जरूरत पड़ने पर वहां आर्मी, वायुसेना और राज्य के हेलीकाॅप्टर तैनात कर दिए हैं। हमारी मेडिकल टीम हर परिस्थिति के लिए तैयार है और 90 जवानों को भी वहां पहुंचा दिया गया है।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जब खबर लगी तो उन्होंने उनसे फोन पर बात कर चिंता व्यक्त की और कहा कि मदद की जरूरत पड़ने पर वे मदद के लिए तैयार हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने मृतक आश्रितो को 02-02 लाख रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा भी की है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के साथ ही गृहमंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार, सीडीएस जनरल विपिन रावत आदि ने भी हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। आचार्य बालकृष्ण ने सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि वे अनाथ बच्चों को गोद लेने के लिए तैयार हैं और हर स्थिति में सरकार के साथ हैं। शान्तिकुंज एवं विवेकानन्द अस्पताल पीपलकोटी ने भी सहयोग का आश्वासन दिया है।

मुख्यमंत्री ने इस भीषण आपदा से उत्पन्न स्थिति के सम्बन्ध में अफवाह फैलने से बचाने में योगदान देने के लिए मीडिया को भी धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हर जरूरत की पूर्ति करने की पूरी व्यवस्था हमारे पास है। हमारे पास रेस्क्यू टीम, मेडिकल, हेलीकाॅप्टर, एक्सपर्ट पर्याप्त मात्रा में है। सरकार का पूरा ध्यान जिनका जीवन बचा सकते हैं, उनकी ओर है। उन्होंने बताया कि रूद्रप्रयाग के करीब पानी स्वच्छ है। उन्होंने कहा कि आपदा की सूचना मिलते ही श्रीनगर जल विद्युत परियोजना के बांध से पानी खाली कर दिया गया था। साथ ही गंगा व अलकनंदा के किनारे तुरंत हाई अलर्ट जारी कर दिया गया था।

इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने सचिवालय स्थित आपदा प्रबन्धन केन्द्र का भी निरीक्षण किया तथा शासन के उच्चाधिकारियों के साथ आपदा से उत्पन्न स्थिति पर विचार विमर्श किया। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि आपदा प्रभावित क्षेत्र मंे राहत एवं बचाव कार्यो की निरन्तर निगरानी की जाय। उन्होंने कहा कि इसके लिये वांछित धनराशि की अविलम्ब व्यवस्था सुनिश्यित की जाय। बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव अमित नेगी, एस.ए मुरूगेशन, आयुक्त गढ़वाल रविनाथ रमन, डीआइजी रिद्धिम अग्रवाल, महानिदेशक सूचना डाॅ. मेहरबान सिंह बिष्ट आदि उपस्थित थे।

जोशीमठ के रैणी क्षेत्र में आई इस भीषण आपदा में बचाव व राहत कार्यो के सम्बन्ध में आईटीबीपी के कमांडेंट शेंदिल कुमार ने बताया कि आईटीबी के 250 जवान रेस्क्यू स्थल पर पहुंच कर रेस्क्यू आॅपरेशन कर रहे हैं। जिसमें मेडिकल आॅफिसर सहित आठ आॅफिसर भी शामिल है। एनटीपीसी पाॅवर हाऊस के आस पास के ईलाके में कार्य कर रहे हैं। 10 से 15 लोग टनल में कहीं फंसे हैं, अभी अनुमान है कि ये लोग जिंदा है। इनको निकालने के प्रयास किये जा रहे हैं। गौचर में आईटीबीपी की आठवीं बटालियन की दो टीमें जिसमें 90 जवान हैं, घटना स्थल के लिए निकल चुके हैं। इसके अलावा गौचर एवं देहरादून में एक-एक कम्पनी आदेश की प्रतीक्षा कर रही है। उत्तरकाशी में मातली एवं महिडाण्डा में भी एक-एक कम्पनी इस टास्क के लिए तैयार है। इसके अलावा स्पेशलिस्ट माउंटयरिंग एवं स्कीइंग इंस्ट्टीयूट औली की दो टीमे तपोवन एरिया में पहुंच चुकी है।

सेना के कर्नल एस. शंकर ने बताया कि जोशीमठ से सेना के 40 जवानों का एक दल तपोवन पहुंच गया है। एक दल जोशीमठ में है। दो सैन्य दल औली से जोशीमठ के लिए रिलीफ आॅपरेशन के लिए आ चुके हैं। रूद्रप्रयाग में दो सैन्य दल तैयार रखे गये है। एक इंजिनियरिंग टास्क फोर्स जोशीमठ से तपोवन पहुंच गया है। 02 मेडिकल आॅफिसर एवं दो एम्बुलेंस तपोवन पहुंच चुके हैं। आर्मी का हैलीपैड सिविल एडमिनिस्ट्रेशन के लिए चालू है। कम्यूनिकेशन के लिए सिविल लाईन चालू है। बरेली से दो हैलीकाॅप्टर भी जोशीमठ पहुंच गये हैं।

रेलवे मार्ग पर घूम रहे लोगों को एसडीआरएफ ने दी कोरोना संक्रमण की जानकारी

एसडीआरएफ की टीम ने आज रेलवे मार्ग पर घूम रहे यात्रियों, दुकानदार को कोविड -19 की जानकारी देकर जागरूक किया। इस दौरान टीम ने प्रशिक्षण के जरिए बताया कि लगातार मास्क लगाकर व सामाजिक दूरी को अपनाकर इससे बचा जा सकता है।

एसडीआरएफ के सब इंस्पेक्टर कविंद्र सजवाण ने बताया कि किसी भी वस्तु को छूने के बाद हाथों को सेनिटाइज, या साबून से अच्छे से धोएं। अपने हाथों को कार्य के दौरान मुँह को बिल्कुल न छुएं, किसी भी स्थान पर न छींके व थूकें, घरों में जाकर कमरे में अपने जूते चप्पल न ले जाएं, कपड़ों को वाश करें या धूप में सुखाएं,हाथों को धुलने के तरीके भी बताए गए।

बताया कि ठंडी चीज खाने से बचें, गर्म पानी का सेवन करते रहें। उन्होंने योग को अपनाने पर भी जोर दिया। कहा कि इससे इम्युनिटी बढ़ाई जा सकती है। साथ ही उन्होंने बुजुर्ग, बच्चों का विशेष ध्यान देने पर भी जोर दिया। इस दौरान एसडीआरएफ की ओर से संदीप सिंह, रविन्द्र सिंह, सुमित नेगी आदि उपस्थित रहे।

कैफे में काम कर जीविका चलाने वाला युवक गंगा में बहा

दिल्ली के पहाड़गंज का एक युवक गंगा नदी में नहाने के दौरान अनियंत्रित होकर डूब गया। मौके पर पहुंची मुनिकीरेती पुलिस ने गंगा में रेस्क्यू अभियान चलाया। मगर, युवक का कुछ पता न चल सका। मौके पर जल पुलिस और एसडीआरएफ के जवानों ने भी रेस्क्यू चलाया। मगर, सफलता नहीं लगी।

थाना प्रभारी राम किशोर सकलानी ने बताया कि नीमबीच पर गंगा में डूबे व्यक्ति के साथी हितेश ने बताया कि उनका सच्चा धाम आश्रम के निकट कैफे है। यह लड़का उनके कैफे में नौ अक्टूबर से काम कर रहा है। अपना बैग में मेरे कैफे में रखकर गंगा में नहाने गया था। पुलिस ने मौके पर बैग मंगवाया। इसमें आधार कार्ड मिला। जिसके आधार पर उसकी पहचान संदीप शर्मा पुत्र जगदीश चंद्र शर्मा निवासी निकट रामकृष्ण आश्रम मार्ग, बाराही माता मन्दिर में बाजार पहाड़ गंज दिल्ली के रूप में हुई। मौके पर एसडीआरएफ की डीप ड्राइविंग टीम भी पहुंची और डीप टीम के ड्राइवर कांस्टेबल मातबर सिंह ने 20 फुट गहरी गंगा में जाकर डूबे व्यक्ति की खोज की। मगर, सफलता हाथ नहीं लगी।