पेंशन का भुगतान 3 माह की जगह अब प्रत्येक माह होगा-मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत दी जाने वाली वृद्धावस्था, विधवा, एवं दिव्यांग पेंशन का डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने 8 लाख 36 हजार 603 लाभार्थियों को 125 करोड़ रुपए की धनराशि बतौर पेंशन, वन-क्लिक व्यवस्था से भेजी।
वन क्लिक माध्यम से माह फरवरी-2024 की पेंशन में वृद्धावस्था पेंशन के 5 लाख 33 हजार 180 लाभार्थियों को कुल 79.97 करोड़, विधवा पेंशन के 2 लाख 12 हजार 30 लाभार्थियों को 31.80 करोड़ और दिव्यांग पेंशन के 91 हजार 393 लाभार्थियों को 13.70 करोड़ की धनराशि भेजी गई है। इस प्रकार 8 लाख 36 हजार 603 लाभार्थियों को 125 करोड़ रुपए की धनराशि बतौर पेंशन भेजी गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि डीबीटी के माध्यम से दी जाने वाली वृद्धावस्था, विधवा, तथा दिव्यांग पेंशन से लाभार्थियों को राहत मिलगी। उन्होंने कहा पेंशन एक साथ एक क्लिक में सीधे लाभार्थियों के खातों में जा रही है। राज्य सरकार ने पेंशन योजनाओं को सरल बनाने का कार्य किया है। साथ ही पूर्व में मिलने वाली धनराशि को 1200 से बढ़ाकर 1500 किया गया है। उन्होंने कहा राज्य सरकार ने दोनों बुजुर्ग दंपतियों को पेंशन देने का कार्य भी किया है। जिससे अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में पेंशन का भुगतान 3-3 माह के अंतराल पर होता था। किन्तु अब प्रत्येक माह पेंशन सीधे लाभार्थियों के खाते में आएगी और इस योजना का वास्तविक उद्देश्य पूर्ण हो सकेगा। उन्होंने कहा राज्य सरकार विकलांग जनों को पेंशन देने के साथ ही उन्हें मुख्य धारा से जोड़ने, रोजगार देने एवं उनकी उन्नति के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त में 5 लाख तक का इलाज मिल रहा है। जल जीवन मिशन के तहत हर घर को नल एवं जल से आच्छादित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास देने का कार्य जारी है। केंद्र एवं राज्य सरकार का संकल्प महिलाओं को लखपति बनाने का है। जिसके लिए लखपति दीदी योजना शुरू की गई है। किसान सम्मान निधि सीधे किसानों के खातों में आ रही है। सरकार हर वर्ग का विकास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अप्रैल 2023 से ही पेंशन योजना के समस्त आवेदन ऑनलाईन किए जाने की व्यवस्था की गई है। इससे पेंशन स्वीकृति में पारदर्शिता आई है एवं लाभार्थियों को भी अपने आवेदन की स्थिति जानने का अवसर मिल रहा है। उन्होंने कहा राज्य सरकार सभी पात्र लाभार्थियों को ससमय लाभान्वित करने हेतु तत्पर है। राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर पेंशन वितरण व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका हर क्षण, हर पल राज्य के विकास एवं राज्य वासियों को समर्पित है। राज्य सरकार राज्य के विकास एवं जनहित के निर्णय लेने में पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हम उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ राज्य बना रहे हैं।
इस अवसर पर सचिव बृजेश कुमार संत, प्रभारी निदेशक जीआर नौटियाल, उप निर्देशक वासुदेव आर्य, मुख्य वित्त नियंत्रक कमलेश भंडारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी गोवर्धन सिंह सहायक निदेशक हेमलता पांडे, वर्चुअल माध्यम से विभिन्न जिलों एवं ब्लॉकों के पेंशन लाभार्थी व अन्य लोग भी जुड़े थे।

युवाओं से बोले सीएम, अपनी सेवाओं के माध्यम से अंत्योदय के सिद्धांत को पूर्ण करें

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से समाज कल्याण विभाग में चयनित 35 सहायक समाज कल्याण अधिकारियों तथा 3 छात्रावास अधीक्षकों को नियुक्ति-पत्र प्रदान किए।
मुख्यमंत्री ने सभी नवनियुक्त अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा निरंतर सरकारी रिक्त पड़े पदों पर भर्तियां करवाई जा रही है। जिसके फल स्वरूप नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम भी निरंतर चल रहे हैं। विभिन्न सरकारी विभागों में रिक्त पड़े पदों को भरने का अभियान जारी है। उन्होंने कहा कड़ी मेहनत, परिश्रम करने वाले आज सभी मेहनती युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने सभी नवनियुक्त अधिकारियों से जीवन में हमेशा अनुशासन रखे जाने की बात कही। उन्होंने कहा स्वयं में अनुशासन रखकर हम आमजन को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से आच्छादित करवा सकते हैं। अपनी सेवाओं के दौरान अच्छे काम करके दिखाना है ताकि हम अपनी सेवाओं से अंत्योदय के सिद्धांत को पूर्ण कर सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कड़ा नकल विरोधी कानून लाकर नकल माफियाओं पर अंकुश लगाने का काम किया है। नकल के अपराध में शामिल लोगों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा है। अब राज्य में पूर्ण पारदर्शिता से परीक्षाएं हो रही हैं। योग्यता प्रतिभावान क्षमतावान अभ्यर्थी ही परीक्षाओं में सफल हो रहे हैं।
इस दौरान सचिव बृजेश कुमार संत, प्रभारी निदेशक जीआर नौटियाल, उप निदेशक वासुदेव आर्य, मुख्य वित्त नियंत्रक कमलेश भंडारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी गोवर्धन सिंह सहायक निदेशक हेमलता पांडे एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

ऋषिकेश विधानसभा में आसराहीन बुजुर्गों को जल्द मिलेगी छत

रायवाला और आसपास के क्षेत्रों के आसराहीन बुजुर्गों को जल्द छत मिलेगी। गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने रायवाला क्षेत्र में 5 करोड़ की लागत से बनने वाले वृद्ध आश्रम का शिलान्यास किया है।
समाज कल्याण विभाग की ओर से स्वीकृत वृद्ध आश्रम का शिलान्यास करते हुए विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि दुर्भाग्यवश जिन वृद्धजनों को परिवार ने त्याग दिया और जो आसराहीन हैं, उन सभी लोगों के लिए यह आश्रम वरदान साबित होगा। कहा कि वृद्ध आश्रम भवन का निर्माण ग्रामीण विकास विभाग करेगा।
मौके पर जिला समाज कल्याण अधिकारी गोवर्धन सिंह, आरडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता तेजपाल सिंह, अवर अभियंता राजेश थपलियाल, बृजपाल सिंह, प्रधान रोहित नौटियाल, सागर गिरी, भाजपा मंडल अध्यक्ष गणेश रावत, जिला पंचायत सदस्य दिव्या बेलवाल, अंजना चौहान आशीष जोशी, बबीता रावत, सतपाल सैनी, सपना गुसाईं, ऋषिराम शर्मा, गोपाल रावत, बबीता, कमल कुमार, लक्ष्मी गुरुंग, तुलसी पांडे, अजय पांडे, महेंद्र प्रताप आदि मौजूद रहे।

समाज कल्याण विभाग के कार्यालयों, स्कूल, हॉस्टलों की दीवारों पर बनेगी कुमांऊ की ऐंपण पेंटिंग

कुमांऊ की प्रसिद्ध ऐंपण कला को अब समाज कल्याण विभाग नशे के खिलाफ ढाल बनाएगा। इस कला के जरिए नशे के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए विभाग अपने कार्यालयों, स्कूल और हॉस्टलों की दीवारों पर ऐंपण पेंटिंग बनाने जा रहा है। बता दें कि केंद्र सरकार ने समाज कल्याण विभाग को नशा मुक्ति कार्यक्रम की जिम्मेदारी सौंपी है। जिला समाज कल्याण अधिकारी हेमलता पांडे ने कार्यक्रम की शुरुआत की है।

सर्वप्रथम इसकी शुरूआत देहरादून से की जाएगी, यहां सर्वे चौक स्थित जिला समाज कल्याण कार्यालय में ऐपण पेंटिंग कराने की योजना है। इसके बाद कंडोली स्थित विभाग के सरकारी हॉस्टल व भगत सिंह कॉलोनी स्थित राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय में होगी।

क्या है ऐपण लोक कला
ऐपण उत्तराखंड के कुमांऊ मंडल की प्रसिद्ध लोककला चित्रकला है, जो विश्व प्रसिद्ध है। कुमाऊं में दीपावली, देवी पूजन, लक्ष्मी पूजन, यज्ञ, हवन, जनेऊ संस्कार, छठ कर्म, शिवपूजन, विवाह, व्रत-त्योहार में घर की चौखट व दीवारों पर ऐपण लोक कला बनाने की परंपरा है। इसमें घर के आंगन से मंदिरों तक के मार्ग में ऐपण कला बनाई जाती है। इसमें सबसे पहले गेरू से पुताई करते हैं। इसके बाद उसके ऊपर बिस्वार (चावल के आटे का घोल बनाकर) से चित्र बनाए जाते हैं। इन चित्रों को शुभ माना जाता है।

उम्र की हेराफेरी से आधार से लिंक नहीं करा रहे पेंशन

एक्सलूसिव ….

-आधार लिंक नहीं होने से रोक दी गई समाज कल्याण की पेंशन
-वृद्धा, विकलांग और विधवा पेंशन के आधे से ज्यादा लाभार्थियों की नहीं आ रही पेंशन

ऋषिकेश।
आधार लिंक नहीं होने से समाज कल्याण विभाग के आधे पेंशनधारकों की पेंशन नहीं आ रही है। वहीं वृद्धावस्था पेंशन के मामले में भी चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। नेताओं से मिलीभगत कर पेंशन का लाभ ले रहे कम उम्र के पेंशनधारक आधार जमा नहीं करवा रहे हैं। आधार में उम्र 60 से कम होने के कारण पेंशनधारकों को अब पोल खुलने का डर सता रहा है।
समाज कल्याण विभाग की ओर से वृद्धा, विकलांग और विधवा पेंशन का लाभ ले रहे लोगों को विभाग ने बड़ा झटका दिया है। आधार की अनिवार्यता के कारण जिन पेंशनधारकों ने आधार कार्ड को लिंक नहीं कराया है। उन सभी की पेंशन विभाग ने रोक दी है। शहर में वृद्धावस्था पेंशन का लाभ रहे लोगों की संख्या 15 सौ से अधिक है लेकिन मात्र 50 प्रतिशत लोगों ने ही अपने आधार को पेंशन से लिंक कराया है। समाज कल्याण विभाग ने अब ऐसे पेंशनधारकों की पेंशन पर पूर्णतया रोक लगा दी है जो आधार की जानकारी नहीं दे रहे हैं।
वृद्धावस्था पेंशन में भी चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। विभागीय सूत्रों के अनुसार, शहर में वृद्धावस्था के 15 सौ से अधिक पेंशनधारक हैं लेकिन आधे से ज्यादा पेंशनधारक कई बार रिमाइंडर के बाद भी आधार लिंक नहीं करा रहे हैं। इसके पीछे आधार में उनकी उम्र का कम होना बताया जा रहा है। नेताओं से मिलीभगत कर वर्षों से पेंशन का गलत लाभ ले रहे पेंशनधारकों को अब पोल खुलने का डर सता रहा है। कार्रवाई के डर से ऐसे पेंशनधारक अपना आधार लिंक कराने से बचते दिखाई दे रहे हैं।
विभागीय मिलीभगत से लगी है पेंशन
ऐसे लोगों की पेंशन लगवाने में सिर्फ नेता ही दोषी नहीं है। अधिकारी भी मूल दस्तावेजों की जांच करें बिना ही फॉर्म को आगे बढ़ा देते हैं। सेंटिग से पेंशन स्वीकृत करा चुके लोग वर्षों से विभाग को राजस्व का चूना ला रहे हैं।

विभागीय पेंशन के मामले में आधार लिंक नहीं कराने वाले पेंशनधारकों की पेंशन पर रोक लगा दी गई है। आधे से ज्यादा पेंशनधारकों ने आधार लिंक नहीं कराया है। वृद्धावस्था में 750 से अधिक पेंशन लाभाथियों के आधार जमा नहीं होने से विभाग को शंका हो रही है। कम उम्र में पेंशन का लाभ लेने वालों का खुलासा होने पर विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी।
महेश प्रताप सिंह, सहायक समाज कल्याण अधिकारी डोईवाला ब्लॉक।