संसाधनों के बावजूद युवाओं में खेल जागरूकता होना, हर्ष की बातः जयेंद्र रमोला

छिद्दरवाला ग्रामसभा क्षेत्र में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला द्वारा युवाओं को खेल के प्रति जागरूक करने के लिए खेल सामग्री दी गई व खेलों से होने वाले फायदों को बताया।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेंद्र रमोला ने कहा कि आज का अधिकतर युवा मोबाइल में उलझा हुआ है और पिछले कुछ वर्षों से युवा शारीरिक कसरत की बजाए मोबाइल पर गेम खेलने में या सोशल मीडिया पर अपना समय व्यतीत करते हैं जो कि सेहत के साथ साथ शरीर को भी हानि पहुँचाने का काम कर रहा है और बड़ी ख़ुशी की बात है कि ग्रामीण क्षेत्रों में संसाधनों की कमी होने के बावजूद भी युवाओं में खेलों के प्रति जागरूकता को देखने को मिल रही है और खेलों से शारीरिक मेहनत होने पर कोरोना जैसी महामारी से लड़ने में भी मदद मिलती है इसलिये हम सभी को जहां जहां पर संसाधनो की कमी हो वहॉं पहुँचकर युवाओं को प्रोत्साहित करते हुऐ मदद करनी चाहिये।

क्षेत्रीय समाजसेवी व पूर्व खिलाड़ी के के थापा व कोच भगवान सिंह पंवार ने कहा कि हम जयेन्द्र रमोला जी के आभारी हैं जो समय समय पर जब भी हमने कोई समस्या से अवगत करवाया इन्होंने मदद की, चाहे वह क्षेत्र में सेनिटाइजर करवाना हो या फोगिंग करवाना हो वह हर दम आगे आये हैं।

युवा कांग्रेस के नेता राकेश कंडियाल ने कहा कि आज हमारे क्षेत्र के युवाओं के खेल प्रति जागरूकता से यह सिद्ध हो गया है कि भले ही संसाधन की कितनी भी कमी क्यों ना हो पर खिलाड़ियों की खेल भावना को बचाने के लिये हमारे क्षेत्र भाई जयेन्द्र रमोला जैसे जनप्रतिनिधि व समाजसेवी हैं जो हर वक्त ऐसी किसी भी जरूरत में हमेशा आगे रहते हैं।

कार्यक्रम में अंशुल त्यागी, कमल रावत, रवि राणा, केके थापा, राकेश कंडियाल, शम्भु गुरूंग, दीप बग्याल, इकाई अध्यक्ष मनमोहन सिंह डोबलियाल, प्रवीन पोखरियाल, गिरीश रौथाण, जितेन्द्र त्यागी, भजन सिंह चैहान, बिजय बिष्ट के साथ खिलाड़ी नमन त्यागी, रिशूल नेगी, प्रवीन रावत, अमन नेगी, हर्ष कुमार, अनन्त त्यागी, प्रवेश पोखरियाल, साहिल पोखरियाल, राजवीर नेगी, आदेश पंवार, राहुल रावत, दिव्यांशु और अभिषेक आदि मौजूद थे।

यमकेश्वर एक्सप्रेस के नाम से विद्यालय का हुआ लोकार्पण

विश्व प्रसिद्ध लक्ष्मणझूला तक अब यमकेश्वर एक्सप्रेस पहुंच गई है, मजेदार बात यह है कि यह एक्सप्रेस सिर्फ स्कूली बच्चों के लिए ही है। इसमें बच्चों का न सिर्फ मनोरंजन हो सकेगा, बल्कि शिक्षा भी मिलेगी। जी हां, लक्ष्मणझूला क्षेत्र में प्राथमिक विद्यालय का चार लाख रूपए की विधायक निधि से जीणोद्धार किया गया है, इसे यमकेश्वर एक्सप्रेस का नाम दिया गया है, जिसे आज भाजपा विधायक रितु खंडूरी ने लोकार्पित किया है।

इस स्कूल में अध्ययन करने वाले छात्रों के लिए मनोरंजन का भी ध्यान रखा गया। इसके लिए बकायदा स्कूल की दीवारों को एक ट्रेन का रूप दिया गया है, जो बाहर से बड़ा ही आकर्षण का केंद्र है। इस कक्ष में बैठने पर बच्चों को एक पल के लिए यह तो एहसास जरूर होगा कि वह किसी ट्रेन के भीतर बैठे हों।

विधायक रितु खंडूरी ने लोकार्पण अवसर पर कहा कि यह एक्सप्रेस को वह पूरे यमकेश्वर में घुमाने वाली हैं, यह अब रूकने वाली नहीं है। इस दौरान पूर्व नपां अध्यक्ष शकुंतला राजपूत, मनीष राजपूत, सभासद जितेंद्र सिंह धाकड़ नवीन राणा, विधायक प्रतिनिधि अश्वनी गुप्ता आदि मौजूद रहे।

गढ़वाल केंद्रीय विवि को एक नवंबर से शुरू करना होगा शैक्षणिक सत्र

गढ़वाल केंद्रीय विश्व विद्यालय शैक्षणिक सत्र 2020-21 को एक नवंबर से शुरू करेगा। इसके लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने विवि को कक्षाएं शुरू करने के निर्देेश भी दिए हैं। साथ ही विवि को मार्च 2021 तक प्रथम बैच की परीक्षा भी करानी होगी।

बता दें कि कोरोना संक्रमण के चलते इस वर्ष शैक्षणिक सत्र देरी के साथ शुरू किया जा रहा है। वर्तमान में गढ़वाल विवि में स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन पत्र भरने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। जबकि स्नातकोत्तर और व्यवसायिक पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए आवेदन भरने की अंतिम तिथि पांच अक्तूबर और 24 अक्तूबर निर्धारित की गई है।

विवि के कुलसचिव प्रो. एनएस पंवार ने बताया कि यूजीसी ने 31 अक्तूबर तक प्रवेश प्रक्रिया संपन्न कर एक नवंबर से कक्षाएं शुरू करने के निर्देश दिए हैं। यूजीसी की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार आठ मार्च से 26 मार्च 2021 तक परीक्षाएं करानी होंगी।

27 मार्च से चार अप्रैल तक सेमेस्टर ब्रेक रहेगा। जबकि पांच अप्रैल से एवन सेमेस्टर (सम) की कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। इस सेमेस्टर की परीक्षाएं नौ अगस्त से 21 अगस्त तक परीक्षाएं चलेंगी। 30 अगस्त से अगले सेमेस्टर की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।  

उन्होंने बताया कि स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए डीन स्तर पर मेरिट लिस्ट बनाने की कार्रवाई चल रही है। इसके बाद प्रवेश शुरू हो जाएंगे। स्नातकोत्तर और व्यवसायिक पाठ्यक्रमों में भी अक्तूबर माह में प्रवेश प्रक्रिया संपन्न हो जाएंगी।

शिक्षा नीति में पूरे देश से अध्यापकों और छात्रों में दिख रहा उत्साहः नमो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत 21 वीं सदी में स्कूली शिक्षा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि पिछले तीन दशकों में दुनिया का हर क्षेत्र बदल गया, हर व्यवस्था बदल गई। अब हमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति को उतने ही प्रभावी तरीके से लागू करना है, और ये काम हम सब मिलकर करेंगे। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने पर प्रिंसिपल्स और अध्यापक पूरे उत्साह में दिख रहे हैं।

उन्होंने कहा कि बच्चों में मैथमेटिकल्स थिकिंग और साइंटिफिक टेम्परामेंट विकसित हो, ये बहुत आवश्यक है। मैथमेटिकल्स थिकिंग का मतलब केवल यही नहीं है कि बच्चे मैथमेटिकल्स के प्रॉब्लम ही सॉल्व करें. बल्कि ये सोचने का एक तरीका है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के ऐलान होने के बाद बहुत से लोगों के मन में कई सवाल आ रहे हैं, सवाल जायज भी हैं और जरूरी भी हैं। आज हम सभी एक ऐसे क्षण का हिस्सा बन रहे हैं जो देश के भविष्य निर्माण की नींव डाल रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21 वी सदी के भारत को नई दिशा देने वाली है। कितने ही प्रोफेशन हैं जिनके लिए डीप स्किल्स की जरूरत होती है, लेकिन हम उन्हें महत्व ही नहीं देते। एनईपी को इसी तरह तैयार किया गया है ताकि सैलेबस को कम किया जा सके और फंडामेंटल्स चीजों पर ध्यान केन्द्रित किया जा सके।

प्रतियोगी अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर, अक्टूबर से एसएसएससी की परीक्षा

प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है। समूह ग की परीक्षा अक्टूबर माह से शुरू होने जा रही है। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने इसकी तैयारी पूरी कर दी है। सरकार की अनुमति मिलते ही आयोग मामले में पूरी तरह से जुट जाएगा।

आयोग विभिन्न विभागों में लगभग 700 पदों की आवेदन प्रक्रिया पूरी कर चुका है। बतादें कि 22 मार्च से होने वाली समूह ग की परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है। इसमें जूनियर इंजीनियर, सहायक कृषि अधिकारी, आबकारी प्रवर्तन सिपाही, पशुधन प्रसार अधिकारी, सहायक लेखाकार, जूनियर इंजीनियर सिविल के पद शामिल हैं।
आयोग के सचिव संतोष बडोनी ने बताया कि अनलॉक-4 में केंद्र ने भर्ती परीक्षाओं को अनुमति दे दी है। प्रदेश में लगभग 700 पदों की छह भर्ती परीक्षाएं लंबित हैं। जबकि 300 पदों के लिए आवेदन की प्रक्रिया चल रही है।

कक्षा नौवी, दसवीं, बारहवीं की विज्ञान और अंग्रेेजी की पढ़ाई कराएगा दूरदर्शन

बृहस्पतिवार को डीडी उत्तराखंड और शिक्षा विभाग के बीच करार हुआ। ज्ञानदीप कार्यक्रम के तहत रोजाना आधा-आधा घंटे की कक्षा नौवी, दसवीं और बारहवीं के छात्रों को तीन एपिसोड के जरिए पढ़ाई कराई जाएगी। विज्ञान और अंग्रेजी विषय की पढ़ाई वरिष्ठ शिक्षक वीडियों के जरिए छात्रों को उपलब्ध कराएंगे। शुक्रवार से पढ़ाई शुरू हो जाएगी।

एमओयू पर समग्र शिक्षा अभियान के एपीडी डॉ. मुकुल कुमार सती और दूरदर्शन से कार्यक्रम अधिकारी नरेंद्र रावत ने हस्ताक्षर किए। डॉ. सती ने बताया कि कोरोना लॉकडाउन की वजह से सभी शैक्षिक संस्थान फिलहाल बंद है। छात्रों की पढाई प्रभावित न हो, इसलिए दो माध्यमों से पढाई कराई जा रही है। ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पहाड़घ् के दूरदराज क्षेत्रों में इंटरनेट की सुविधा न होने की वजह से वहां दूरदर्शन काफी उपयोगी साबित होगा। इस प्रकार को प्रदेश का हर छात्र देख सकता है।

डीडी के कार्यक्रम प्रमुख डॉ. सुभाष चंद्र थलेडी ने बताया कि छात्र हर रोज के लेक्चर को डीडी उत्तराखंड के आधिकारिक यूट्यूब चौनल पर भी भी देख सकते हैं। इन सभी एपिसोड को रोजाना यूट्यूब पर अपलोड किया जाएगा।

उत्तराखंड बोर्ड की गणित और विज्ञान की परीक्षा लॉकडाउन के बाद संभव

उत्तराखंड बोर्ड की गणित और विज्ञान की परीक्षाओं को छोड़कर अन्य परीक्षाएं रद्द होंगी, जबकि गणित और विज्ञान की परीक्षा लॉकडाउन खुलने के बाद कराई जाएगी। शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम के मुताबिक मंगलवार को इसका आदेश जारी किया जाएगा। प्रदेश में लॉकडाउन के चलते उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की 23, 24 और 25 मार्च को होने वाली परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया था।

अब शासन ने उत्तराखंड बोर्ड की नॉन कोर (जैसे भाषा कला आदि विषयों) की परीक्षाओं को रद्द करने और कोर विषयों (जैसे विज्ञान गणित आदि विषयों) की परीक्षाएं लॉकडाउन खुलने के बाद कराने का निर्णय लिया है। शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने कहा कि सीबीएसई बोर्ड की ओर से परीक्षाओं को लेकर जो निर्देश जारी किया गया है। उसे उत्तराखंड बोर्ड में भी रिपीट किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि 9वीं और 11वीं की परीक्षाएं भी नहीं होंगी। पूर्व टेस्ट के आधार पर ही बच्चों को पास किया जाएगा। यदि कोई बच्चा फेल हो रहा है और वह परीक्षा के लिए क्लेम करता है तो उसको दो महीने बाद अलग से परीक्षा का मौका दिया जाएगा।

एसएसएससी की ओएमआर शीट में मिली गड़बड़ी, दर्ज हुआ मुकदमा

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की कनिष्ठ सहायक परीक्षा में एक छात्रा की ओएमआर शीट में छेड़छाड़ के मामले में पुलिस ने अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया हैं। पुलिस ने विवेचना वरिष्ठ उप निरीक्षक जितेन्द्र चौहान को सौंपी है। बता दें कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 25 नवंबर 2018 को कनिष्ठ सहायक स्नातक स्तरीय परीक्षा संपन्न कराई थी।

इसमें निर्धारित अभ्यर्थियों की मूल ओएमआर ईमेज और ओएमआर की द्वितीय (कार्यालय) प्रति के मिलान में यह खुलासा हुआ कि अभ्यर्थी अंजू की मूल ओएमआर और द्वितीय प्रति में उत्तर गोलों में अंतर है। जाहिर है मूल ओएमआर सीट में परीक्षा होने के बाद उत्तर गोले जोडे गए हैं। संबधित अभ्यर्थी का परीक्षा परिणाम रोक दिया गया है। यह छेड़छाड़ अभ्यर्थी को पास कराने के उद्देश्य से की गई है।

एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि आयोग की जांच में यह मामला उजागर हुआ है। जांच के आधार पर आयोग के अनुसचिव राजन नैथानी की तहरीर पर धोखाधड़ी और दस्तावेजों में छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज किया गया है। विवेचना वरिष्ठ उप निरीक्षक जितेंद्र चौहान के सुपुर्द की है। विवेचना में आने वाले तथ्यों के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

ओबीसी प्रमाण पत्र को हर तीन साल में नवीनीकरण को लेकर समाज कल्याण विभाग को मिले निर्देश

राज्य में ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) के जाति प्रमाण पत्र के हर तीन साल में नवीनीकरण (रिन्यू) कराने की बाध्यता हटाने की तैयारी चल रही है। शासन स्तर पर इस प्रस्ताव पर मंथन शुरू हो गया है। इसके लिए समाज कल्याण विभाग को निर्देश मिले है कि वह प्रस्ताव बनाकर शासन को रिपोर्ट भेजे। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने इसकी पुष्टि की है।
जानकारी के मुताबिक राज्य में पूर्व में ओबीसी जाति प्रमाण पत्र के नवीनीकरण की अवधि छह महीने थी। विजय बहुगुणा सरकार ने इस अवधि को बढ़ाकर तीन साल कर दिया था। मगर, अब जाति प्रमाण पत्र से समय सीमा हटाने की मांग हो रही है।

यह भी है वजह
ओबीसी जाति प्रमाण पत्र की तीन साल की बाध्यता के पीछे की सबसे प्रमुख वजह केंद्र व प्रदेश सरकार की छात्रवृत्ति व अन्य कल्याणकारी योजनाओं के लाभ और सरकार नौकरियों में आवेदन व साक्षात्कार से जुड़ी है। इस वर्ग से जुड़े लोगों का तर्क है कि प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी में जुटे अभ्यर्थी कई बार प्रमाणपत्र का समय पर नवीनीकरण कराना भूल जाते हैं।

इससे कई बार उनका चयन इस आधार पर लटक जाता है कि उन्होंने ओबीसी जाति प्रमाण पत्र को रिन्यू नहीं कराया। इसके अलावा यही समस्या अन्य योजनाओं में आ रही है। इस मामले में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह का कहना है कि ओबीसी जाति प्रमाण पत्र की तीन साल की बाध्यता समाप्त करने के प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है। इसमें चूंकि क्रीमिलेयर की बात आती है। इसे देखना आवश्यक होता है। इसी वजह से इसमें रेगुलर इंटरवल पर सर्टिफिकेट बनवाने की जरूरत होती है। इस बारे में विचार हो रहा है। हम चाहते हैं कि कोई ऐसा हल निकले कि ओबीसी के अभ्यर्थियों को कम से कम परेशानी हो।

युवक ने रामझूला पुल से लगाई गंगा में छलांग

ऋषिकेश।
पुलिस के अनुसार सोमवार की सुबह 9 बजे रामझूला पुल पर एक युवक पहले तो कुछ देर टहलता रहा। उसके बाद उसने अचानक से गंगा में जयमाता दी बोलकर गंगा में छलांग लगा दी। पुल पर चल रहे पर्यटक घटना को देख सकते में आ गए। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम ने युवक को गंगा में तलाशने के प्रयास किए। करीब 5 घंटे तक चले रेस्क्यू में युवक का कुछ पता नहीं लग पाया। पुलिस ने घटना स्थल के पास निरीक्षण भी किया। लेकिन कुछ नहीं मिल पाया। जिससे युवक के बारे में व घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं जुटा पाई। थाना प्रभारी मुनिकीरेती सीएस बिष्ट ने बताया कि रेस्क्यू अभियान चलाने के बाद भी युवक का कुछ पता नहीं लग पाया है। जबकि मौके से भी कुछ नहीं मिला। पुलिस मंगलवार को फिर से रेस्क्यू चलाएगी।

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