200 ट्रेनें 1 जून से भरेंगी रफ्तार, कराएं बुकिंग, जानिए कैसे

सरकार 1 जून से 200 नॉन एसी ट्रेनें चलाने जा रही है। इनकी बुकिंग 21 मई को सुबह 10 बजे से शुरू हो जाएगी। ये ट्रेनें 1 मई से चल रहीं श्रमिक स्पेशल ट्रेनों और 12 मई से चल रही स्पेशल एसी ट्रेनों से अलग हैं। इनमें बुकिंग और यात्रा को लेकर रेलवे ने नई गाइडलाइन जारी की है। रेलवे ने कहा है कि ये ट्रेनें मजदूरों के घर पहुंचाने के लिए चलाई जा रही श्रमिक ट्रेनों से अलग होंगी और इनमें बुकिंग ऑनलाइन ही करवाई जा सकेगी।

ध्यान रखने की बात जो आपके काम आएगी…
इन ट्रेनों में एक भी अनरिजर्व्ड कोच नहीं होगी।
जनरल बोगी में भी सभी यात्रियों को सीट उपलब्ध कराई जाएगी और उनसे टू एस क्लास का किराया लिया जाएगा।
आईआरसीटीसी की वेबसाइट या ऐप से ई-टिकट ही बुक किये जा सकेंगे। किसी भी रेलवे स्टेशन पर काउंटर टिकट नहीं बेचा जाएगा।
जिस डेट पर यात्रा करना चाहते हैं उससे अधिकतम 30 दिन पहले ही टिकट बुक कर सकते हैं।
टिकटों में दिव्यांगजनों और मरीजों को छूट दी जाएगी, इसके लिए कुछ कैटेगिरीज तय हैं।
तय सीमा तक आरएसी और वेट लिस्ट टिकटें भी बुक होंगी, लेकिन वेट लिस्ट वाले यात्रियों को स्टेशन में एंट्री नहीं मिलेगी।
इन ट्रेनों के लिए तत्काल या प्रिमियम तत्काल बुकिंग की सुविधा नहीं दी जाएगी।
यात्रियों को ट्रेन के तय समय से 90 मिनट पहले स्टेशन पहुंचना होगा।
जिन यात्रियों के पास कंफर्म्ड टिकट होगी, केवल उन्हें रेलवे स्टेशनों में घुसने दिया जाएगा।
बोर्डिंग से पहले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जाएगी, केवल उन्हें ही स्टेशन के अंदर जाने दिया जाएगा जिनमें कोविड-19 के कोई लक्षण नहीं हैं।
यात्रा के दौरान सभी यात्रियों के लिए मास्क और फेस कवर अनिवार्य होगा।
ट्रेन में ब्लैंकेट, पर्दे और चादरें उपलब्ध नहीं कराई जाएंगी।
यात्रा पूरी होने के बाद यात्रियों को उस राज्य के हेल्थ प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
टिकट कैंसिलेशन के सामान्य नियम लागू रहेंगे।
स्क्रीनिंग के दौरान अगर किसी यात्री में बुखार, जुकाम या खांसी जैसे लक्षण मिलते हैं तो उसे यात्रा करने नहीं दिया जाएगा। इस स्थिति में उसकी टिकट कैंसिल करके रीफंड दिया जाएगा। इस स्थिति में उसके साथ यात्रा कर रहे लोग अगर यात्रा करना न चाहें, तो उनकी टिकट का भी पूरा रीफंड मिलेगा।
ट्रेनों में केटरिंग सुविधा नहीं होगी. कुछ ट्रेनों में पीने का पानी और खाने का सामान पेमेंट बेसिस पर दिया जाएगा।
इस बात पर जोर दिया जाएगा कि यात्री घर से अपना खाना लेकर आएं।
स्टेशन प्लेटफॉर्म्स पर लगने वाली दुकानें खुली रहेंगी। फूड प्लाजा में खाना पैक करके खरीदने की सुविधा होगी। वहां बैठकर खाने की मनाही रहेगी।

प्रवासियों में संक्रमण मिलने की प्रक्रिया हुई तेज, 146 हुए पाॅजीटिव केस

आज प्रदेशभर में 16 कोरोना संक्रमित मामले सामने आए है। जिसके बाद अब राज्य में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 146 हो गई है। वहीं इनमें से 54 मरीज ठीक हो चुके हैं। अपर सचिव युगल किशोर पंत ने बताया कि आज 16 नए मामलों की पुष्टि हुई है। इनमें से तीन उत्तरकाशी, दो हरिद्वार, एक अल्मोड़ा, चार बागेश्वर, दो ऊधमिसंहनगर, तीन नैनीताल और एक देहरादून में सामने आया है।

बाजार बंद, सैनिटाइज कराया
जाखणीधार ब्लॉक के ढुंग में एक युवक में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने से पूरे ढुंगमंदार क्षेत्र में दहशत फैल गई है। कस्बे के बाजार बंद हो गए। प्रशासन ने पूरे गांव को सैनिटाइज कराया है।
ढुंगमंदार पट्टी में अभी तक बाहरी राज्यों से करीब चार सौ प्रवासी पहुंचे हैं। इनमें से कई रेड जोन से आए हैं। ग्राम पंचायतों ने उन्हें गांव में क्वारंटीन किया हुआ है। मुंबई से आए युवक के कोरोना पॉजिटिव आने से लोग डरे हुए हैं। बृहस्पतिवार सुबह 11 बजे प्रशासन की टीम ने युवक को गांव से जिला मुख्यालय में बनाए गए कोविड-19 के केयर सेंटर में भर्ती करा दिया है।

पुलिस महानिदेशक ने दिए निर्देश…
आज पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी पुलिस कप्तानों, सेनानायकों और परिक्षेत्र प्रभारियों के साथ वीडियो कॉन्फेंसिंग कर कोरोना वायरस से बचाव की तैयारियों और लॉकडाउन की स्थिति की समीक्षा की। डीजी अपराध अशोक कुमार ने निर्देश दिए कि लॉकडाउन चार के नियमों और निर्देशों का अनुपालन्र विनम्रता और दृढ़ता के साथ कराना है। होम क्वारंटीन का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। क्वारंटीन उल्लंघन के संबंध में डायल 112 की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की जाए। इसके अलावा डायल 112 से प्राप्त घरेलू हिंसा से संबंधित शिकायतों को गंभीरता से लें।
सार्वजनिक स्थानों पर मास्क न पहनने वालों, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने वालों को किसी तरह की छूट ना दी जाए। पुलिसकर्मियों को समय-समय पर प्रशिक्षित करने और संक्रमण से बचाव हेतु उन्हें डबल प्रोटेक्शन दिया जाए। डीजी ने कोरोना ड्यूटी में नियुक्त पुलिसकर्मी तथा उल्लेखनीय कार्य करने वाले जनता के एक व्यक्ति को कोरोना वॉरियर्स के रूप में प्रतिदिन सम्मानित करने के निर्देश दिए।

डीएम ने ऋषिकेश सहित अन्य कन्टेंमेंट जोन को प्रतिबंध से किया बाहर

जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जनपद में शेष 4 कन्टेमेंट जोन में 2 से 3 चरण का एक्टिव सर्विलांस का कार्य पूर्ण हो चुका है। 14 दिन के एक्टिव सर्विलांस कार्य के दौरान उक्त क्षेत्रों में अन्य कोई कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति चिन्हित न होने के फलस्वरूप स्वास्थ्य विभाग द्वारा उक्त क्षेत्रों को कन्टेंमेंट जोन से मुक्त करने हेतु की गयी। संस्तुति के फलस्वरूप नगर निगम देहरादून क्षेत्रान्तर्गत कन्टेंमेंट जोन चमन विहार, लेन नम्बर 11 तथा नगर निगम ऋषिकेश क्षेत्रान्तर्गत कन्टेंमेंट जोन बीस बीघा कालोनी गली न0 3, शिवा एन्कलेव वार्ड नम्बर 24 एवं आवास विकास वार्ड नम्बर 25 को कन्टेंमेंट जोन से मुक्त घोषित कर दिया गया है।
ज्ञात हो कि हमारे द्वारा लगातार जनता को अकारण हो रही परेशानी व कोविड 19 को दृष्टिगत रखते हुये प्रतिबन्धित की तिथि बीत जाने के बाद भी जिले के कन्टेनमेंट जोन क्षेत्र को मुक्त न किये जाने को लेकर समाचार प्रकाशित कर डीएम का ध्यान आकर्षित किया था, जिस पर आज इन जोन में चल रहे प्रतिबन्धों को हटाकर मुक्त कर दिया गया।

अब उत्तराखंड के मरीज कहीं भी करा सकेंगे इलाज, सरकार ने दी बड़ी राहत

राज्य अटल आयुष्मान योजना के तहत 39 लाख गोल्डन कार्ड नेशनल पोर्टेबिलिटी से जुड़ गए हैं। अब गोल्डन कार्ड पर गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीज देश के किसी भी पंजीकृत बड़े अस्पताल में इलाज कर सकेंगे। लेकिन सरकारी अस्पताल से रेफर की व्यवस्था रहेगी।
प्रदेश में अटल आयुष्मान योजना में दो तरह के गोल्डन कार्ड धारक है। एक तो केंद्र की आयुष्मान योजना में प्रदेश के 5.37 लाख परिवार शामिल हैं। जबकि त्रिवेंद्र सरकार ने अपने संसाधनों से 25 दिसंबर 2018 से प्रदेश के सभी 23 लाख परिवारों को अटल आयुष्मान योजना का लाभ दिया। जिसमें पांच लाख तक मुफ्त इलाज की सुविधा है।
राज्य आयुष्मान योजना में बने गोल्डन कार्ड पर प्रदेश के अंदर पंजीकृत 174 सरकारी व निजी अस्पतालों में इलाज कराने की सुविधा दी थी। अब नेशनल पोर्टेबिलिटी से इन्हें भी जोड़ दिया गया है। इसके बाद सभी गोल्डन धारकों को देश के किसी भी पंजीकृत बड़े अस्पतालों में गंभीर बीमारियों का इलाज कराने की सुविधा मिलेगी।

अस्पतालों को मिलेगा ज्यादा प्रोत्साहन
नेशनल इंस्टीट्यूट आफ बॉयो साइंस एंड ह्यूमन (एनआईबीएच) से प्रमाणित सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों को आयुष्मान योजना के तहत इलाज कराने पर 10 से 15 प्रतिशत ज्यादा प्रोत्साहन मिलेगा। वहीं, पर्वतीय क्षेत्रों में योजना में सूचीबद्ध अस्पतालों को पहले से ही 10 प्रतिशत अतिरिक्त इनसेंटिव दिया जाता है।
राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के अध्यक्ष डीके कोटिया ने बताया कि प्रदेश के सभी गोल्डन कार्ड धारक नेशनल पोर्टेबिलिटी से जुड़ गए हैं। अब कार्ड धारक मरीज प्रदेश के बाहर किसी भी पंजीकृत अस्पताल में गंभीर बीमारियों का इलाज करा सकते हैं। इसके लिए रेफर की व्यवस्था रहेगी।

जिला         गोल्डन कार्ड धारक
अल्मोड़ा           207807
बागेश्वर            89620
चमोली            155751
चंपावत            82730
देहरादून           821696
हरिद्वार             631623
नैनीताल         346406
पौड़ी            262848
पिथौरागढ़      159276
रुद्रप्रयाग         92702
टिहरी              259852
ऊधमसिंह नगर  609345
उत्तरकाशी      147043

स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, आईसीयू, वेंटीलेटर और बाईपैप मशीनों की हुई स्थापना

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के 8 जनपदों एवं देहरादून के दून मेडिकल कॉलेज में 73 आई०सी0यू0, 46 वेण्टीलेटर तथा 21 बाईपैप मशीनों का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिये स्वास्थ्य विभाग द्वारा किये जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि वर्ष 2017 में राज्य में जहां केवल 3 मेडिकल कालेजों में 62 आई०सी0यू0, 37 वेण्टीलेटर तथा 4 बाईपैप मशीनें ही थीं। जबकि वर्तमान में कुल 251 आई0सी0यू0, 113 वेण्टीलेटर तथा 33 बाईपैप मशीनें स्थापित की जा चुकी हैं।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि आगामी चार माह में राज्य में आई0सी0यू0 बैड्स की संख्या 525, वेण्टीलेटर की संख्या 363 तथा बाईपैप मशीनों की संख्या 52 किये जाने की योजना को धरातल पर लाने के लिये विशेष प्रयास किये जाएं, इसके लिए धनराशि की व्यवस्था करायी गई है। मुख्यमंत्री ने इस पर भी सन्तोष व्यक्त किया कि वर्ष 2017 में जहां प्रदेश में मात्र 3 जनपदों में आई0सी0यू0 स्थापित थे वहीं अब राज्य के 11 जनपदों में आई0सी0यू0 की स्थापना पूर्ण हो चुकी है शेष 02 जनपदों अल्मोड़ा तथा बागेश्वर में भी अगले सप्ताह तक आई0सी0यू0 का संचालन प्रारम्भ हो जायेगा।
मुख्यमंत्री द्वारा ऑनलाइन वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से जिन चिकित्सालयों में आई.सी.यू वेण्टीलेटर तथा बाईपैप मशीनों का लोकापर्ण किया उनमें मेला हास्पिटल हरिद्वार में 10 आई0सी0यू0, 3 वेण्टीलेटर तथा 4 बाईपैप मशीनें, संयुक्त चिकित्सालय, रूड़की में 10 आई0सी0यू0, 1 वेण्टीलेटर तथा 2 बाईपैप मशीनें, बी.डी पांडे जिला चिकित्सालय, नैनीताल में 4 आई0सी0यू0, 1 वेण्टीलेटर तथा 1 बाईपैप मशीन, माधव आश्रम चिकित्सालय, रूद्रप्रयाग में 6 आई0सी0यू0, 4 वेण्टीलेटर तथा 2 बाईपैप मशीनें, जिला चिकित्सालय चमोली में 6 आई0सी0यू0, 3 वेण्टीलेटर तथा 5 बाईपैप मशीनें, जिला चिकित्सालय चम्पावत में 6 आई0सी0यू0, 3 वेण्टीलेटर तथा 2 बाईपैप मशीनें, जिला चिकित्सालय पिथौरागढ़ में 1 आई0सी0यू0, 2 वेण्टीलेटर तथा 1 बाईपैप मशीन, जिला चिकित्सालय पौड़ी में 1 वेण्टीलेटर तथा 1 बाईपैप मशीन के साथ ही दून मेडिकल कॉलेज, देहरादून में 30 आई0सी0यू0, 28 वेण्टीलेटर तथा 3 बाईपैप मशीनों की स्थापना शामिल है।
इस अवसर पर कोविड-19 के दृष्टिगत उपचार हेतु की गई व्यवस्थाओं की भी मुख्यमंत्री ने समीक्षा की। मुख्यमंत्री को बताया गया कि वर्तमान में कोविड-19 के पोजिटिव मामलों के लिये 753 आइसोलेशन बेड सरकारी तथा 856 निजी अस्पतालों में की गई है, जबकि सस्पेकटेड कोविड-19 के लिये 745 बेड सरकारी तथा 2450 निजी अस्पतालों में की गई है। इसी के तहत 103 वेण्टीलेटर सरकारी तथा 189 वेण्टीलेटर निजी अस्पतालों में की गई है जबकि 136 आई0सी0यू बेड सरकारी तथा 498 आई0सी0यू0 की व्यवस्था निजी अस्पतालों में की गई है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी सम्बन्धित चिकित्सालयों के चिकित्सकों से भी वार्ता कर उनकी समस्यायें सुनी तथा उनके प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, सचिव स्वास्थ्य नितेश झा, अपर सचिव युगल किशोर पंत, अरूणेन्द्र सिंह चैहान व महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. अमिता उप्रेती उपस्थित थीं।

जानिए, इसबार के लॉकडाउन में क्या मिली छूट और क्या रहेंगे प्रतिबंध

कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन की अवधि को एक बार और बढ़ा दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आदेश जारी किया है चार मई को खुलने वाले लॉकडाउन को अब दो सप्ताह के लिए और बढ़ा दिया है। अब यह लॉकडाउन 17 मई तक जारी रहेगा। गृह मंत्रालय ने यह आदेश आपदा नियंत्रण कानून, 2005 के तहत लिया है। 
गृह मंत्रालय ने अपने आदेश में कहा है कि ग्रीन और ऑरेंज जोन में कुछ राहतें दी जाएंगी। वहीं, रेड जोन में कोई छूट नहीं दी जाएगी। रेड जोन और कंटेनमेंट क्षेत्र के बाहरी इलाकों में देश भर में प्रतिबंधित गतिविधियों के अलावा कुछ अतिरिक्त गतिविधियां प्रतिबंधित रहेंगी। इनमें साइकिल रिक्शा और ऑटो रिक्शॉ, टैक्सी, ऑनलाइन कैब सेवा, जिले के अंदर और जिलों के बीच बसें, नाई की दुकान, स्पा और सलून आदि सेवाएं शामिल हैं। 
मंत्रालय ने अपने आदेश में कहा कि लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने के साथ ही नए दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं। इसके अनुसार ऑरेंज जोन में जिले के अंदर-अंदर लोगों और वाहनों को और लोगों को अनुमति प्राप्त गतिविधियों के लिए यात्रा करने की अनुमति होगी। चार पहिया वाहन में ड्राइवर के अलावा दो लोगों को बैठने की अनुमति होगी। 
ग्रीन जोन में देशभर में जारी कुछ प्रतिबंधित गतिविधियों को छोड़कर बाकी सभी गतिविधियों को अनुमति दी गई है। जिले के अंदर बसों के संचालन और बस डिपो के संचालन को अनुमति दी गई है। हालांकि बसों में 50 फीसदी यात्रियों को बैठाने का निर्देश दिया गया है। 

इन गतिविधियों पर पूरे देश में जारी रहेगा प्रतिबंध
इस दौरान हवाई यात्रा, रेल यात्रा, मेट्रो, सड़क से अंतरराज्यीय परिवहन, स्कूल, कॉलेज व अन्य शिक्षण संस्थान, ट्रेनिंग/कोचिंग संस्थान, होटल और रेस्टोरेंट आदि भीड़ जमा करने वाली गतिविधियों जैसे सामाजिक, राजनीति, सांस्कृतिक व अन्य कार्यक्रम, धार्मिक स्थान आदि की सेवाएं पूरे देश में प्रतिबंधित रहेंगी। हालांकि, मंत्रालय द्वारा चयनित कार्यों के लिए वायु, सड़क व रेल मार्ग द्वारा लोगों की यात्रा को अनुमति रहेगी। 
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई थी। करीब ढाई घंटे चली बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सीडीएस बिपिन रावत, रेल मंत्री पीयूष गोयल आदि मंत्री समेत कई अधिकारी मौजूद रहे थे।

तीसरे चरण में क्या छूट मिलेगी?
-रेड जोन में किसी तरह की कोई गतिविधि नहीं
-ग्रीन जोन में आधी आबादी के साथ बसें चल सकती हैं
-रेड जोन में जरूरी सामान की ऑनलाइन डिलीवरी होगी
-मनरेगा के काम को मंजूरी
-ग्रीन जोन में शराब और पान की दुकानें खुल सकेंगी
-इन दुकानों में दो गज की दूरी रहेगी, एक बार पांच लोग से ज्यादा नहीं
-ऑरेंज जोन में जिलों के भीतर जरूरी काम के लिए वाहन चलाने की अनुमति
-ऑरेंज जोन में टैक्सी में ड्राइवर के अलावा दो लोगों के बैठने को मंजूरी
-शहरी इलाकों में उद्योंगों के खोलने की सशर्त अनुमति
-जरूरी सामान की मैन्यूफैक्चरिंग की इजाजत
-नवीकरणीय ऊर्जा के निर्माण की अनुमति
-रेड जोन में 33 फीसद लोगों के साथ निजी दफ्तर खोल सकते हैं
-ग्रामीण इलाकों के रेड जोन में निर्माण कार्य को मंजूरी
-ग्रामीण इलाकों में भी सभी दुकानों को खोलने की अनुमति
-कृषि संबंधी कामों के लिए मिली अनुमति
-स्वास्थ्य सुविधाएं चालू रहेंगी
-सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ओपीडी सेवा चालू
-बैंक, एनबीएफसी, इंश्योरेंस कंपनी को खुलने की इजाजत
-पोस्ट की सुविधा उपलब्ध रहेगी
-रेड जोन में ज्यादातर निजी संस्थान को खुलने की अनुमति

तीसरे चरण में क्या रहेगा बंद?
-हर जोन में स्कूल, कॉलेज बंद रहेंगे
-हर जोन में शाम सात बजे से सुबह सात बजे तक गैर जरूरी काम के लिए आने जाने पर रोक
-हवाई, सड़क, ट्रेन और मेट्रो सफर पर रोक
-साइकिल, रिक्शा, ऑटो रिक्शा पर रोक
-टैक्सी और कैब भी नहीं चलेगी
-सैलून, नाई की दुकान, स्पा बंद रहेंगेघ्
-होटल और रेस्टोरेंट्स बंद रहेंगे
-सिनेमा हॉल, मॉल, जिम, स्पोर्ट्स क्लब बंद रहेंगे
-सभी धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक कार्यक्रम बंद रहेंगे
-65 उम्र से ज्यादा वाले और 10 साल से कम उम्र वाले बच्चों को घर में रहने की हिदायत
-जोन में बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्यों के पास सख्ती करने का अधिकार 

तेज आंधी के साथ हुई बारिश से तापमान में दर्ज हुई गिरावट

उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदल गया। गुरुवार दोपहर बाद तेज हवाओं के साथ बारिश हुई तो कहीं ओले भी गिरे। इससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग की मानें तो अभी राहत मिलने के आसार नही है। एक तरफ ओलावृष्टि और बारिश से फसलें बर्बाद हो रही हैं जिससे किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है। गुरुवार को मौसम विभाग की बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी सही साबित हुई है। वहीं, चारधाम में भी बर्फबारी के आसार बन रहे है।
उत्तराखंड में दिनभर बादलों और धूप की आंख-मिचैनी चलती रही। कुछ पर्वतीय क्षेत्रों में शाम के समय हल्की बूंदाबांदी भी हुई। जबकि, मौसम विज्ञान केंद्र ने गुरुवार को प्रदेश के अधिकांश इलाकों में बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की थी, जो कि सही साबित भी हुई। मैदानी क्षेत्रों में तेज हवाएं चलने के साथ बारिश हुई। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह के मुताबिक अभी अगले तीन से चार दिन मौसम का मिजाज में ऐसा ही रहेगा। बताया कि पहाड़ी जिलों में ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली गिरने के आसार बन रहे हैं।
पिछले तीन दिनों से मौसम के बदले मिजाज के चलते पर्वतीय जिलों के लोगों को अभी भी सर्दी का सामना करना पड़ रहा है। दो दिन तक बारिश होने के बाद बुधवार को भी सुबह से असमान में बादल छाए रहे और दिनभर तेज हवाएं चलती रही जिस कारण लोग परेशान रहे।

रमजानः लॉकडाउन के नियमों का हर हाल में करना होगा पालन

रमजान के महीने में भी पुलिस के सामने कोरोना संक्रमण से बचाव को लागू लॉकडाउन के नियमों का पालन कराने के लिए एसपी सिटी श्वेता चैबे ने मुस्लिम धर्म गुरुओं से समन्वय बनाने के निर्देश पुलिस उपाधीक्षकों को दिए हैं। रमजान का महीना 24 अप्रैल से शुरु होने जा रहा है। लॉकडाउन के चलते पूजा स्थलों, धार्मिक जमाव, धार्मिक सभाओं आदि को पूर्णता प्रतिबंधित किया गया है। ऐसे में पुलिस अधीक्षक नगर श्वेता चैबे ने बैठक की। उन्होंने बताया कि रमजान में लॉकडाउन के दृष्टिगत गृह मंत्रालय के दिशा निर्देशों का अनुपालन कड़ाई से कराए जाने की जरूरत है।

रमजान शुरू होने से पहले ही मुस्लिम धर्मगुरुओं को विश्वास में लेकर पूरी व्यवस्था बना ली जाय, ताकि किसी तरह की दिक्कत न आए। सीओ सिटी शेखर सुयाल, सीओ पटेनगर अनुज कुमार, सीओ मसूरी नरेंद्र पंत, सीओ नेहरू कालोनी पल्लवी त्यागी और सीओ डालनवाला विवेक कुमार मौजूद रहे। 

इन बातों का रखना होगा ध्यान…
-रमजान के मद्देनजर अपने-प्रत्येक थाना स्तर पर धर्मगुरुओं के साथ सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए पीस कमेटी की बैठक आयोजित कर ली जाए। धर्मगुरुओं और गणमान्य व्यक्तियों से लॉकडाउन के दृष्टिगत सभी आवश्यक दिशा निर्देशों का पालन कराने को पेरित किया जाए।  
-अपने-अपने क्षेत्रों में लॉकडाउन के दिशा- निर्देशों का भली-भांति प्रचार-प्रसार करा दिया जाए।
-रमजान में सहरी और इफ्तार के समय किसी भी प्रकार के खाने पीने का सामान लेने के लिए घरों के बाहर ना जाएं। बहुत ही जरूरी हो तो सुबह सात से दोपहर एक बजे तक आवश्यक खाद्य सामग्री सामाजिक दूरी बनाते हुए खरीद कर रख लें।
-उपयोगी खाद्यान्न सामग्री हेतु आवश्यक रूप से होम डिलीवरी कराने की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए।
-शहरी और रोजा इफ्तार घर वालों के साथ रह कर ही करें।  आस-पड़ोस रिश्तेदारों के साथ कहीं पर भी सार्वजनिक रूप से एकत्रित होकर इफ्तार पार्टी करने की इजाजत नहीं होगी। 
-कोरोना संक्रमण के फैलने के दृष्टिगत मस्जिदों में जाकर नमाज पढ़ना पहले ही मना है। रमजान माह में भी नमाज घर में ही पढ़ी जाएगी। किसी भी वक्त की नमाज के लिए आस-पड़ोस के लोगों को इकट्ठा होकर नमाज पढ़ना प्रतिबंधित है। लोगों को तरावीह और नमाज अपने-अपने घरों में ही पढ़ने हेतु बताया जाए। 
-सभी क्षेत्राधिकारियों को अपने अपने सर्किल में भ्रमण कर सोशल डिस्टेंस का पालन पूर्ण रूप से कराने और जरूरतमंदों को सभी प्रकार का राशन वितरण करने संबंधी कार्य को सुचारू रूप से चलाया जाए।

जमाती सामने आए नही आए तो गंभीर धाराओं में मुकदमा होगा दर्ज

उत्तराखंड में कई जमाती मेडिकल जांच कराने के लिए सामने नहीं आ रहे हैं। इस पर रविवार को मुख्यमंत्री के निर्देश मिलते ही पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी ने चेतावनी जारी की कि छिपे हुए जमातियों के पास सोमवार (आज) को पुलिस के सामने आने का आखिरी मौका है। यदि उसके बाद कोई पकड़ा जाता है तो उस पर हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
उनके संक्रमण से किसी की जान जाती है तो फिर संबंधित पर हत्या का केस दर्ज होगा। उत्तराखंड में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। 26 कोरोना पॉजिटिव में 19 जमाती हैं। इनमें आठ देहरादून जिले से हैं। हिमाचल प्रदेश के डीजीपी के बाद उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी ने रविवार को जमातियों को कड़ी चेतावनी जारी की है।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि निजामुद्दीन मरकज और जमात में गए 675 लोगों को क्वारंटीन किया जा चुका है। पुलिस के अनुरोध के बावजूद जमाती खुद को छिपा रहे हैं, जो चिंताजनक है। सरकार और पुलिस हर नागरिक की सुरक्षा के लिए गंभीर है। जमाती सामने आए तो पूरे समाज के लिए बेहतर होगा।
कोरोना वायरस से काफी लोग ठीक हो रहे हैं। इसलिए डरने की कोई बात नहीं हैं। जरूरी होगा तो उनका मेडिकल कराया जाएगा। जमातियों के सामने आने का सोमवार को आखिरी दिन है। सामने आने वालों का पुलिस पूरा साथ देगी। इसके बाद आने वाले जमातियों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से मुख्यमंत्री ने की बात

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित मुख्यमंत्रियों की वीडियो कांफ्रेंसिग में प्रतिभाग किया। वीडियो कांफ्रेंसिग के बाद मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार के निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जाए। लोगों को मास्क पहनने के लिए प्रेरित किया जाए। कोरोना से जुड़े सभी कार्मिकों की ट्रेनिंग सुनिश्चित हो। इम्यूनिटी बढाने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देशों के बारे में आमजन को बताया जाए। अधिकारी ये भी सुनिश्चित कर लें कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज में घोषित राशि को लेने के लिए लाभार्थियों की बैंकों में एक साथ भीङ न लगे।

ओल्ड एज होम और अकेले रह रहे सीनियर सीटीजन का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। दवाओं और मेडिकल उपकरणों से संबंधित फर्मों के काम मे कोई बाधा न आए। एनसीसी, एनएसएस, और अन्य स्वयंसेवकों का जरूरत के हिसाब से उपयोग करने के लिए प्लानिंग कर ली जाए। लॉक डाउन का सख्ती से अनुपालन कराया जाए। जो भी दिशा निर्देशों की अवहेलना करें उनके विरूद्ध डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत कार्रवाई की जाए।
इस अवसर पर मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश, डीजीपी अनिल कुमार रतूङी, सचिव अमित नेगी, नितेश झा, राधिका झा, पंकज पाण्डे, निदेशक एनएचएम युगल किशोर पंत उपस्थित थे।

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