भगवान परशुराम के विचारों और सिद्धांतों का पालन करे-प्रेमचन्द अग्रवाल

श्री परशुराम महासभा ऋषिकेश की ओर से भगवान परशुराम की जंयती पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कैबिनेट मंत्री व स्थानीय विधायक प्रेमचंद अग्रवाल ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया।
रविवार को व्यापार सभा में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ अग्रवाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। अग्रवाल ने महर्षि परशुराम जयंती की शुभकामनाए दी। कहा कि हमारा भारत एक सबसे पवित्र एवं धार्मिक देश माना जाता है। जहां कई महापुरुषों ने जन्म लिया और हमारी पवित्र मिट्टी में तब्दील हो गए, उन्ही में से एक भगवान परशुराम जी भी थे। जो भगवान विष्णु के छठवें अवतार थे। भगवान परशुराम जी का जन्म त्रेता युग में रामायण काल के दौरान माना जाता है। वे एक ब्राह्मण ऋषि के रूप में पैदा हुए थे। उनके पिता का नाम जगदग्नि एवं माता का नाम रेणुका था। उनका बचपन का नाम राम था।
अग्रवाल ने कहा कि भगवान शिवजी द्वारा परशु नामक शस्त्र प्रदान किया गया था। जिसके कारण उनका नाम परशु और राम से परशुराम पड़ा। उन्होंने आवाहन करते हुए कहा कि इस पवित्र दिन के अवसर पर भगवान परशुराम जी के विचारों व सिद्धांतों का पालन करें और हमेशा उनके बताए हुए नियमों का पालन करने का वचन लें। कहा कि भगवान परशुराम के सिद्धांतों पर चलने से निश्चित रूप से हमारे दैनिक जीवन में बदलाव होगा। हमें भगवान परशुराम जी के नियमों व सिद्धांतों को ग्रहण करना शुरुआत में भले ही कठिन लगे लेकिन वे हमारे लिए फायदेमंद ही सिद्ध होंगे।
इस मौके पर मेयर अनिता ममगाई, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, महासभा के अध्यक्ष राकेश शर्मा, महासचिव सतीश दूबे, कोषाध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा, सरोज डिमरी, संजय शास्त्री, भाजपा मंडल अध्यक्ष दिनेश सती, पार्षद शिव कुमार गौतम, अनिता रैना, मनीष मिश्रा, प्रमोद शर्मा, प्यारे लाल जुगरान, राजेन्द्र पांडे, अभिषेक शर्मा, पूर्व पालिकाध्यक्ष शम्भू पासवान, भास्कर बिजल्वाल, प्रमोद शर्मा, श्याम बिहारी मौर्य आदि महासभा के पदाधिकारी मौजूद रहे।

गंगा के तेज बहाव में बह रहे एक युवक को बचाया, दूसरा लापता

लक्ष्मणझूला थाना अंतर्गत गोवा बीच पर स्नान करते समय दो युवक डूबने लगे। एक युवक को पुलिस ने पानी के तेज बहाव से बाहर निकाल जान बचाई। जिसे एम्स अस्पताल में पुलिस ने भर्ती कराया। जबकि दूसरा युवक गंगा के तेज बहाव में आकर पानी की गहराई में ओझल हो गया। एसडीआरएफ टीम ने पानी में लापता युवक की तलाश को सर्च ऑपरेशन चलाया। लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल पाया।
लक्ष्मणझूला थाना पुलिस के मुताबिक रविवार दोपहर बाद पुलिस को सूचना मिली कि गोवा बीच पर दो युवक गंगा में स्नान करते समय डूबने लगे हैं। जिस पर तत्काल पुलिस ने आयुष (22) पुत्र हिमांशु निवासी समस्तीपुर, बिहार को पानी के तेज बहाव से सुरक्षित निकाल लिया। जबकि युवक का दोस्त रामांश पाठक (22) पुत्र अनुपम पाठक निवासी जालौन, यूपी गंगा के तेज बहाव में कहीं दूर ओझल हो गया।
सूचना पर एसडीआरएफ की टीम ने रामांश की तलाश को सर्च ऑपरेशन चलाया। लेकिन सफलता नहीं मिली। जबकि आयुष को पुलिस ने एम्स अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उसकी हालत में सुधार बताया जा रहा है। लक्ष्मणझूला थाना निरीक्षक संतोष कुंवर ने बताया कि दोनों युवक गाजियाबाद के एक कॉलेज में पढ़ाई करते हैं।
रविवार को वे यहां पर घूमने के लिए आए थे। गंगा में डूबने वाले युवक के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है। वहीं एसडीआरएफ उपनिरीक्षक कविंद्र सजवाण ने बताया की सोमवार को फिर से युवक की तलाश को सर्च ऑपरेशन चलाया जायेगा।

त्रिवेणी घाट में पुलिस ने दो को डूबने से बचाया
त्रिवेणीघाट पर स्नान करते अलग-अलग हादसों में दो लोगों को जल पुलिस ने डूबने से बचाया है। त्रिवेणी घाट चौकी इंचार्ज जगत सिंह ने बताया कि रामविलास (54) पुत्र स्वर्गीय रामनारायण निवासी गली नंबर 10 भल्ला फार्म श्यामपुर रविवार को त्रिवेणी घाट में स्नान कर रहे थे। इस दौरान अचानक तेज बहाव में हुए बहने लगे। मौके पर जल पुलिस के जवानों ने रेस्क्यू कर उन्हें गंगा के पानी से सुरक्षित निकाला। वहीं दूसरी घटना में अनिश (30) पुत्र राम सेवक निवासी सीतापुर, यूपी को भी स्नान करते समय पुलिस ने बचाया है। टीम में रवि वालिया, पंकज, शिवकुमार शामिल रहे।

ऋषिकेश टैक्स बार के सदस्यों ने वित्त मंत्री से की मुलाकात

बैराज रोड स्थित कैम्प कार्यालय में टैक्स बार एसोसिएशन के नव गठित कार्यकारिणी ने कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल से मुलाकात की। इस दौरान अग्रवाल को एसोसिएशन के सदस्यों ने मांग पत्र भी सौंपा।
शनिवार को एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल कुकरेती और पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में कार्यकारिणी के सदस्य अग्रवाल से मिले। इस मौके पर अग्रवाल ने कार्यकारिणी के सदस्यों को पुष्पमाला पहनाकर सम्मानित किया।
अग्रवाल ने टैक्स बार के सदस्यों को व्यापारियों और सरकार के बीच की अहम कड़ी बताया। कहा कि सरकार के राजस्व में वृद्धि और राज्य हित में एसोसिएशन के जो भी सुझाव दिए जाएंगे सरकार उन पर अवश्य गौर करेगी।
अग्रवाल ने समय पर व्यापारियों को टैक्स देने के लिए एसोसिएशन के सदस्यों को प्रेरित करने को कहा। जिससे सरकार के राजस्व में इजाफा हो और सरकार विकास कार्यों को और अधिक से अधिक कर सके। इस मौके पर टैक्स बार एसोसिएशन के सदस्यों ने एक मांग पत्र सौंपा। जिस पर अग्रवाल ने सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया।
इस मौके पर एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल कुकरेती, पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र अग्रवाल, सचिव विकास ग्रोवर, सह सचिव राजकुमार राजपाल, कोषाध्यक्ष महेश पांडे, उपाध्यक्ष वीके चटर्जी, योगेश ब्रेजा, मुकेश राणा, एच उपाध्याय, प्रशांत गुप्ता, मोहित अग्रवाल, कार्यालय प्रभारी विनोद बिष्ट आदि उपस्थित रहे।

एक मई से प्रतिदिन तीन चरणों में स्वच्छ्ता अभियान चलाने के निर्देश

विधानसभा स्थित कार्यालय में निदेशक शहरी विकास विभाग ललित मोहन रयाल के साथ कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने चारधाम यात्रा को लेकर विभागीय कार्यवाही की जानकारी ली। इस मौके पर उन्होंने आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।
शनिवार को अग्रवाल ने निदेशक ललित मोहन रयाल से सर्वप्रथम सफाई और कीटनाशक दवाओं के छिड़काव के संदर्भ में जानकारी जुटाईं। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि चारधाम यात्रा के मार्ग में आने वाले सभी निकायों में एक मई से प्रतिदिन तीन चरणों में स्वच्छ्ता अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि सभी निकाय दिन में कूड़ा न उठाएं, इसकी जगह रात्रिकाल में कूड़ा उठान का कार्य हो। इससे स्थानीय लोगों के साथ यात्रियों को दिक्कतों से गुजरना नहीं पड़ेगा। साथ ही यात्री राज्य की अच्छी छवि को लेकर यहाँ से जाए।
अग्रवाल ने कहा कि एक मई से ही कीटनाशक दवाओं का छिड़काव प्रतिदिन किया जाए, इसकी मॉनिटरिंग के लिए प्रत्येक निकाय में एक आदमी की ड्यूटी लगाई जाए।
अग्रवाल ने निदेशक शहरी विकास को कहा कि चिन्यालीसौड़, तिलवाड़ा सहित आवश्यकतानुसार जगहों पर मोबाइल टॉयलेट लगवाए जाए। इस मौके पर प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पात्र लोगों को दिलाने की बात कही।

10 वर्षीय बच्चे को नीरजा देवभूमि ट्रस्ट ने व्हीलचेयर दी

नीरजा देवभूमि चेरिटेबल ट्रस्ट ने एक 10 वर्षीय बच्चे को कृष्णा नगर कॉलोनी आईडीपीएल ऋषिकेश में व्हीलचेयर उपलब्ध कराई है।
नीरजा देवभूमि चैरिटेबल ट्रस्ट को जब यह मालूम हुआ की बच्चे के दोनों पैर खराब है और वह चल नहीं सकता और घर से बाहर आना जाना हो या बच्चों के बीच खेलना तो उसे अपने घर के अंदर ही रहने को मजबूर रहना पड़ता है। तो ट्रस्ट ने बच्चे को एक व्हीलचेयर देने का निश्चय किया, जिससे बच्चे की माँ को बच्चे को कहीं लाने ले जाने में दिकत न हो।
बच्चे के पिता और माता मजदूरी करते है, कहीं ले जाना होता है तो गोदी में ले जाती है। ट्रस्ट ने परिवार की आर्धिक स्थिति को देखते हुए सहयोग का हाथ बढाया। वहीं, व्हीलचेयर पाकर बच्चे के परिजन ने ट्रस्ट का आभार व्यक्त किया। ट्रस्ट की तरफ से बच्चे का हैंडीकैप सर्टिफिकेट बनवाने में भी उसकी मदद की गई जिससे बच्चे को हर महीने पेंशन का लाभ मिल सके। इस मौके पर ट्रस्ट की संस्थापक नीरजा गोयल, सह संस्थापक नूपुर गोयल उपस्थित रहे।

हादसों को न्यौता दे रहे आवारा पशु

शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में आवारा पशु लोगों के लिए जी का जंजाल बने हुए हैं। निगम द्वारा कांजी हाऊस की व्यवस्था किए जाने के बावजूद सड़कों पर आवारा पशुओ का अतिक्रमण जारी है। इस ओर अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा ने सड़क हादसों को न्योता दे रहे आवारा पशुओं पर कारवाई की मांग की है।
अंतरराष्ट्रीय गढ़वाल महासभा के अध्यक्ष राजे सिंह नेगी का कहना है कि शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में आवारा पशुओं की वजह से सड़क हादसों का शिकार होकर लोगों को अस्पताल का रास्ता नापना पड़ रहा है। कई बार दोपहिया वाहन इसकी चपेट में आकर चोटिल भी हो चुके हैं। आवारा पशुओं को हटाने की जिम्मेदारी प्रशासन की है लेकिन निगम अधिकारी इस गंभीर समस्या पर आखें मूंदे हुए हैं। आवारा पशुओं को सड़क से हटाने की मुहिम चलती नहीं दिखाई दे रही है। ऐसे में बड़ी सड़क दुर्घटनाओं के होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने निगम प्रशासन से इसपर तत्काल कार्यवाही की मांग की है।

सीएम ने चारधाम यात्रा को लेकर सीएस को दिये ये निर्देश

उत्तराखण्ड में बाहर से आने वाले यात्रियों और श्रद्धालुओं की कोविड जांच को लेकर भ्रम की स्थिति दूर करने के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर मुख्य सचिव डॉ एसएस संधु ने संबंधित अधिकारियों की बैठक ली।
बैठक में मुख्य सचिव ने चारधाम यात्रा के सफल संचालन के लिये निर्देश दिए कि अग्रिम आदेशों तक यात्रियों एवं श्रद्धालुओं को राज्य की सीमा पर होने वाली असुविधा एवं भीड से बचाव करने के दृष्टिगत कोविड-19 टेस्टिंग वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट एवं अन्य किसी भी प्रकार की चेकिंग की अनिवार्यता नहीं है।
सभी यात्री एवं श्रद्धालुओं को उत्तराखण्ड में चारधाम यात्रा हेतु पर्यटन विभाग द्वारा संचालित पोर्टल पर पूर्व की भांति पंजीकरण करना अनिवार्य है। शासन एवं प्रशासन स्तर पर स्थिति का निरन्तर अनुश्रवण किया जाए।
मुख्य सचिव ने आगामी चार धाम यात्रा की तैयारियों की समीक्ष भी की। बैठक में सचिव स्वास्थ्य, सचिव पर्यटन, सचिव धर्मस्व, सचिव परिवहन, पुलिस महानिदेशक, मुख्य कार्यकारी अधिकारी बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति एवं अन्य अधिकारियों सहित यात्रा से जुड़े सभी जनपदों के जिलाधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर एवं सचिव, स्वास्थ्य राधिका झा द्वारा विस्तृत प्रस्तुतिकरण किया गया।

ई-ऑफिस प्रणाली को और मजबूत किया जाए-सीएम

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री सन्दर्भों/पत्रों का ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम पंजीकरण एवं समयबद्ध निष्पादन प्रणाली का शुभारंभ किया। पहले मुख्यमंत्री को संबोधित सन्दर्भों/पत्रों को मुख्यमंत्री लेटर मॉनिटरिंग पैकेज के माध्यम से पंजीकृत कर मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा भौतिक रूप से संबंधित विभागों को भेजा जाता था। अब मुख्यमंत्री सन्दर्भों/पत्रों को सीएम हेल्पलाइन 1905 के साथ इंटीग्रेट किया गया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चंपावत निवासी मुकेश राम की समस्या का संज्ञान लेते हुए, उनसे फोन पर बात की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलाधिकारी चम्पावत को उनकी समस्या भेजी जा चुकी है, जिसका उचित समाधान किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास है कि जन समस्याओं एवं शिकायतों का त्वरित निस्तारण हो। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नम्बर 1905, अपणि सरकार पोर्टल एवं भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखण्ड एप 1064 की प्रत्येक 15 दिन में अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री, एक माह में मुख्य सचिव एवं तीन माह में मुख्यमंत्री के स्तर पर समीक्षा की जायेगी। सरलीकरण, समाधान एवं निस्तारण पर सरकार का विशेष ध्यान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रक्रियाओं के सरलीकरण के लिए विभागों द्वारा अभी तक क्या कार्यवाही की गई है, इसकी जल्द समीक्षा की जायेगा। उत्तराखण्ड के समग्र विकास के लिए विभागों द्वारा आगामी 10 वर्षों के लिए विभाग क्या रोडमैप बना रहे हैं, इसकी भी जल्द समीक्षा की जायेगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि शासन एवं जिला स्तर पर ई-ऑफिस प्रणाली को और मजबूत किया जाए। फाइलों के निर्धारित समयावधि पर निस्तारित न होने कारण अधिकारियों को स्पष्ट करना होगा।
मुख्यमंत्री कार्यालय को प्राप्त सन्दर्भ/पत्र अब एक क्लिक के माध्यम से संबंधित विभागीय सचिव, विभागीय अधिकारी को प्राप्त हो जायेगा। इसका शिकायतकर्ता को भी उनके द्वारा दर्ज मोबाईल नम्बर पर मैसेज पहुंचेगा। शिकायतकर्ता को मैसेज के साथ एक लिंक मिलेगा, जिस पर वे अपनी शिकायत पर हुई कार्यवाही की प्रत्येक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। शिकायत जिस विभाग के जिस अधिकारी से संबधित होगी, उन्हें निश्चित समयावधि के अन्दर उसका निस्तारण करना होगा। यदि संबंधित अधिकारी द्वारा समय पर निस्तारण नहीं किया गया तो, शिकायत उससे उच्च स्तरीय अधिकारी को स्वतः ही अग्रेनीत हो जायेगी। समय पर निस्तारण न करने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जायेगी।
मुख्यमंत्री सन्दर्भों/पत्रों को सीएम हेल्पलाइन 1905 के साथ इंटीग्रेट करने से विभागों को भौतिक रूप से सन्दर्भ/पत्र भेजने में समय लगता था, उस समय की बचत होगी। आवेदक को भी अपनी शिकायत पर हुई कार्यवाही की अद्यतन स्थिति की ऑनलाइन जानकारी मिलेगी। इससे प्राप्त होने वाले संदर्भों का डाटा परीक्षण एवं समस्याओं का वर्गीकरण करते हुए समाधान हेतु नई नीति तैयार की जा सकेगी।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार, सचिव शैलेश बगोली एवं उप सचिव अनिल जोशी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने राज्य के विकास में केन्द्रीय मंत्री का सहयोग मांगा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में केन्द्रीय श्रम, सेवायोजन, वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने भेंट की। भेंट के दौरान मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय मंत्री के मध्य राज्य के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से वन विभाग के एनओसी एवं क्लीयरेंस से संबंधित केन्द्रीय स्तर पर लंबित मामलों से अवगत कराया। केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि केंद्र स्तर पर लंबित वन विभाग सभी मामलों का शीघ्र समाधान किया जायेगा। इस दौरान दोनों के मध्य वनाग्नि जैसी घटनाओं को रोकने को लेकर भी चर्चा हुई।
केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड आस्था के प्रमुख केंद्र के साथ ही वन और पर्यावरण की दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड भ्रमण के दौरान एफआरआई में वन एवं पर्यावरण से संबंधित विभिन्न मामलों में अधिकारियों के साथ बैठक की गई। प्रोजेक्ट एलीफेंट एवं कैंपा के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक की गई। उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड को वन एवं पर्यावरण के क्षेत्र में केन्द्र सरकार की ओर से हर संभव मदद दी जाएगी।

एमडीडीए की बैठक में कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने अधिकारियों को दिये निर्देश

आज विधानसभा स्थित सभागार में मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के शीर्ष अधिकारियों के साथ शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बैठक की। उन्होंने ऋषिकेश में नगर निगम की भूमि पर बहुमंजिला पार्किंग बनाने को माह दिसम्बर 2023 तक हर हालत में पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही रिक्त पदों को भरने, अगले 20 दिन के भीतर अवैध प्लाट, भवन को चिन्हित करने के भी निर्देश दिए। वहीं, उन्होंने प्राधिकरण द्वारा नक्शा पास के लिए चार हजार आवेदन को तय समय के भीतर किये जाने पर प्रंशसा व्यक्त की।

बैठक में कैबिनेट मंत्री अग्रवाल द्वारा ये निर्देश दिए गये।
1- नगर निगम ऋषिकेश में जी प्लस छह मंजिला पार्किंग बनाने के लिए चार माह के भीतर कागजी कार्यवाही कर माह दिसंबर 2023 तक पूर्ण करने के कड़ाई से निर्देश दिए। इस कार्य को प्राथमिकता के साथ करने को कहा।
2- मसूरी मॉल रोड के सौंदर्यकरण के कार्य में सड़क बनाने के कार्य को फिलहाल रोकने के निर्देश दिए। कहा कि इससे टूरिस्टों को परेशानी होगी।
3- किसी भी पार्क या सौंदर्यकरण के कार्य को आकर्षित बनाया जाए। इस बात का ध्यान रहे सरकारी धन दुरुपयोग न हो। कामचलाऊ काम न करें।
4- डोईवाला में बस अड्डा के लिए जल्द से जल्द जमीन तलाश की जाए। इस मामले में जिलाधिकारी देहरादून की मदद ली जाए।
5- प्राधिकरण द्वारा बनाये गए फ्लैट्स विक्रय कराने के लिए प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में प्रस्ताव लाकर इसपर कार्य योजना तय की जाए।
6- यदि कोई आपत्ति न हो तो आवासीय नक्शा 15 दिन के भीतर पास किये जायें। इसी तरह व्यवसायिक नक्शा 30 दिन के भीतर पास करें। उसकी सूची प्राधिकरण की वेबसाईट पर भी डालें।
7- उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि प्राधिकरण अपनी कार्यशैली सुधारे। अवैध बिल्डिंग बनने से पूर्व कार्यवाही करें। उन्होंने 20 दिन का समय निर्धारित करते हुए कहा कि जिले की सभी अवैध बिल्डिंग की जानकारी दे। इस संदर्भ में 15 मई को पुनः बैठक करने को कहा।
8- मंत्री ने प्राधिकरण में रिक्त पदों को जल्द भरने के भी निर्देश दिये।
इस मौके पर प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बृजेश कुमार संत, अधिशासी अभियंता श्याम मोहन शर्मा, अजय माथुर, अधीक्षण अभियंता हरि चंद सिंह राणा, अनुसचिव अनुजा सिंह, वित्त नियंत्रक स्मृति खंडूरी आदि मौजूद रहे।