कोतवाली में जुटे कांग्रेस कार्यकर्ता, तहरीर दी

कांग्रेस नेताओं पर सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी से कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से अभद्र टिप्पणी करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
शुक्रवार को कांग्रेस कार्यकर्ता ऋषिकेश कोतवाली पहुंचे। उन्होंने कोतवाल रवि सैनी को तहरीर सौंपी। कार्यकर्ताओं ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा सोशल मीडिया पर क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं पर अभद्र टिप्पणी की जा रही है। कहा कि हाल ही में कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष राजपाल खरोला के लिए भी सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणियां की गईं। कार्यकर्ताओं ने इन असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। कोतवाल रवि सैनी ने कहा कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर व्यापार सभा के अध्यक्ष ललित मोहन मिश्र, पार्षद मनीष शर्मा, वीरेंद्र सजवाण, दीपक धमांदा, सोनू पांडे, लोकपाल कैंतुरा, मधु जोशी, रवि कुमार जैन, अभिषेक शर्मा उपस्थित रहे।

पीसीसी अध्यक्ष 1 मई को ऋषिकेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से करेंगे संवाद

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद प्रथम आगमन कार्यक्रम की रूप रेखा को लेकर रेलवे रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय में विधानसभा ऋषिकेश के कार्यक्रम प्रभारी राजीव चौधरी की अध्यक्षता में बैठक हुई।
कार्यक्रम प्रभारी राजीव चौधरी ने कहा कि 1 मई को सांय चार बजे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ऋषिकेश पहुंचेंगे। पहले वह प्रेस वार्ता करेंगे उसके बाद सभी कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे, साथ ही आगामी रणनीति पर चर्चा कर सुझाव लेंगे।
कार्यक्रम संयोजक जयेन्द्र रमोला ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष 28 अप्रैल से प्रदेश के दौरे में हैं और हर मुख्य पड़ाव पर कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं और रात्रि विश्राम भी कार्यकर्ताओं के आवास पर कर रहे है।
रमोला ने बताया कि करन माहरा का एक मई को ऋषिकेश महानगर में आगमन है और ऋषिकेश में वह कार्यकर्ताओं में वह उर्जा भरने का काम करेंगे। महानगर अध्यक्ष महन्त विनय सारस्वत व कार्यकारी अध्यक्ष सुधीर राय ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के ऋषिकेश आगमन पर नटराज चौक पर भव्य स्वागत किया जायेगा। उसके पश्चात जयश्री फार्म देहरादून मार्ग में प्रेस वार्ता और कार्यकर्ताओं के साथ संवाद कार्यक्रम होगा जिसमें समस्त कांग्रेस जन शिरकत करेंगे।
बैठक में प्रदेश सचिव मदन मोहन शर्मा, विजयपाल रावत, शैलेन्द्र बिष्ट, अरविन्द जैन, ललित मोहन मिश्रा, लल्लन राजभर, चन्दन सिंह पंवार, विमला रावत, पार्षद राधा रमोला, पार्षद शकुन्तला शर्मा, पार्षद देवेन्द्र प्रजापति, पार्षद भगवान सिंह पंवार, गुरविन्दर सिंह, पार्षद जगत सिंह नेगी, उमा ओबराय, परमेश्वर राजभर, नन्दकिशोर जाटव, वीरेंद्र सजवाण, रामकुमार भतालिये, योगेश शर्मा, अशोक शर्मा, राहुल रावत, विकास केवट, सचिन, विजय कुमार, मनोज त्यागी, हिमांशु कश्यप, यश अरोड़ा सहित कई वरिष्ठ कांग्रेस जन मौजूद रहे।

राज्य में नए पार्किंग स्थलों की चिन्हिकरण प्रक्रिया में आई तेजी

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने गुरुवार को सचिवालय में प्रदेश में बनाई जाने वाली नई पार्किंग प्रोजेक्ट्स की प्रगति की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने इस सम्बन्ध में पूर्व में आयोजित बैठक में सभी जिलाधिकारियों को अपने-अपने जनपदों में पार्किंग हेतु जगह चिन्हित कर, फीजिबिलिटी जांच करवाने के निर्देश दिए थे। इस क्रम में जनपदों से 180 स्थान चिन्हित किए गए थे, जिसमें से 134 को फीजिबिलिटी रिपोर्ट में पार्किंग के लिए उपयुक्त पाया गया है। शेष 39 की रिपोर्ट आनी बाकी है।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी पार्किंग के जगह चिन्हीकरण से लेकर संचालन तक के प्रत्येक स्टेप की तिथियां अभी से निर्धारित कर ली जाएं। और प्रत्येक पार्किंग की साइट स्पेसिफिक प्लानिंग कर तिथियां निर्धारित की जाएं, कि कब तक पार्किंग का संचालन शुरू हो जाएगा।
मुख्य सचिव ने पार्किंग प्रोजेक्ट्स को उनकी आवश्यकता और महत्त्व के अनुसार ए और बी कैटेगरी में वर्गीकृत कर लिया जाए। जिन पार्किंग के निर्माण में कोई समस्या नहीं है, उनमें तुरंत कार्य शुरू कर दिया जाए। ऐसे ऑनगोइंग प्रोजेक्ट्स जो पैसे की कमी के कारण धीमी गति से चल रहे हैं, उनके सम्बन्ध में शासन को अवगत कराया जाए। किसी भी प्रोजेक्ट के लिए बजट की कमी नहीं होने दी जाएगी।
मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों को अपने जनपद में लगातार नए स्थानों को खोजने के निर्देश दिए। उन्होंने यूजेवीएनएल, यूपीसीएल, जल निगम और जल संस्थान के साथ ही अन्य सभी नॉन गवर्नमेंटल संस्थानों द्वारा भी इसमें सहयोग की अपेक्षा की है। उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव स्तर से पार्किंग प्रोजेक्ट्स की प्रगति की समीक्षा प्रत्येक सप्ताह की जाएगी।

प्राधिकरण की बैठक में अग्रवाल ने कार्यप्रणाली में बदलाव के दिये निर्देश

वित्त, शहरी विकास व संसदीय कार्य मंत्री प्रेम चन्द अग्रवाल द्वारा विधानसभा स्थित कार्यालय कक्ष में हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण के कार्याे की समीक्षा करते हुए कहा कि जनता की समस्याओं को सर्वाेच्च प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाय। उन्होने कहा कि जनता की परेशानी को दूर करने के लिए सुनियोजित विकास किया जाय। पारर्दिर्शता पर बल दिया जाय और राजस्व आय में वृद्धि की जाय।
बैठक में अग्रवाल ने विकास प्राधिकरण की गतिविधिओं की विस्तार से चर्चा करते हुए कहा समय पर नक्शा पास किया जाय। आवासीय और व्यवसायिक श्रेणी में निर्धारित अवधि के भीतर नक्शा पास किया जाय। उन्होंने कहा कि विकास प्राधिकरण को जनता की सुविधा के लिए बनाया गया है, इसके लिए कार्य प्रणाली में बदलाव की सोच को विकसित किया जाये।
बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना के सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि योजना की निगरानी निरन्तर की जाय और गुणवत्ता में किसी प्रकार की कमी न होने दिया जाय। उन्होंने सिडकुल हरिद्वार के समीप बनने वाले प्रधानमंत्री आवास योजना को मार्च 2023 तक पूर्ण करने के निर्देश दिये। इस योजना के तहत कुल 528 आवास निर्मित्त किये जाने है।
बैठक में विभिन्न आवास योजना शिवलोक कालोनी, हरिलोक कालोनी, श्यामलोक, इन्द्रलोक कालोनी के अन्तर्गत बनाये गये ऐसे आवास जो अभी तक विक्रय नही हो सके है, शीघ्र ही विक्रय सम्बन्धित कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये गये। बैठक में अवगत कराया गया कुछ भवन 1999 से बने है परन्तु इनकी बिक्री नही हो सकी है। इस पर मंत्री ने कहा कि यह विभाग की लापरवाही को दर्शाता है। बैठक में कहा गया कि कार्मिको के सापेक्ष जो रिक्तिया शेष है उसके लिए अधियाचन भेजा जाय।
बैठक में हरिद्वार रूड़की विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष विनय शंकर पाण्डेय, सचिव उत्तम सिंह चौहान सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

निर्माण कार्यों को समय से पूर्ण करे पीडब्ल्यूडी विभाग-सीएस

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने सचिवालय में पूर्व में जिलाधिकारियों के साथ हुई बैठकों में लोक निर्माण विभाग से सम्बन्धित प्राप्त सुझावों एवं समस्याओं के निस्तारण के सम्बन्ध में बैठक आयोजित की। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपदों से प्राप्त सुझावों एवं समस्याओं के शीघ्र निस्तारण हेतु विभाग एवं शासन स्तर पर डेडीकेटेड अधिकारी सुनिश्चित कर लिया जाए।
मुख्य सचिव ने बागेश्वर जनपद के अंतर्गत पीडब्ल्यूडी और पीएमजीएसवाई में अमीनो की शीघ्र तैनाती एवं चमोली में जोशीमठ-औली मोटरमार्ग का डामरीकरण और चौड़ीकरण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने चंपावत में मानसून के दौरान मुख्य मार्ग के बंद रहने वाले के कारण सूखीडांग-डाडामिनार मार्ग को वैकल्पिक मोटर मार्ग के रूप मिले जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए, साथ ही कार्य की टाइमलाइन निर्धारित की जाए। उन्होंने सभी कार्यों के महत्व के अनुरूप उनका वर्गीकरण कर अधिक महत्त्वपूर्ण कार्यों को प्राथमिकता देते हुए शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने प्रदेश में पार्किंग की समस्या विशेषकर पर्वतीय जनपदों में मल्टीलेवल पार्किंग, टनल पार्किंग की दिशा में तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने बीआरओ से सम्बन्धित प्रकरणों को उनके साथ मुख्य सचिव स्तर से अलग से बैठक आयोजित कर निस्तारित करने के भी निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि जिलाधिकारियों द्वारा जनपदों में मार्ग सुधारीकरण की मांग की गई है, उन्हें प्राथमिकता पर लेते हुए शीघ्र से शीघ्र कार्यवाही की जाए। शासन स्तर पर लंबित प्रकरणों को भी तेजी से निस्तारित किया जाए।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु सहित अन्य विभागीय वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

वित्त मंत्री ने बीटीसी के निर्माण कार्य रोकने के दिए निर्देश

कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने आईएसबीटी के समीप निर्माणाधीन रजिस्ट्रेशन ऑफिस कम ट्रांजिट कैंप में गुणवत्ता की शिकायत मिलने पर निर्माण कार्य रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने दूरभाष पर पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर को यह निर्देश दिए।

बुधवार को बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय में पर्यटन विभाग और ब्रिडकुल के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने आईएसबीटी के समीप बन रहे रजिस्ट्रेशन ऑफिस कम ट्रांजिट कैंप के संदर्भ में जानकारी मांगी। उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन भवन में गुणवत्ता की कमी होने की लगातार शिकायत मिल रही है। इस मामले में पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। मंत्री अग्रवाल ने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और बैठक के बीच में ही पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर से दूरभाष के जरिए बात की।

उन्होंने दिलीप जावलकर को निर्माणाधीन रजिस्ट्रेशन ऑफिस कम ट्रांजिट कैंप कार्य को रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने स्थानीय पर्यटन अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए। पर्यटन सचिव को कहा कि सरकार की रूपयों की हीलाहवाली बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

बता दें कि आईएसबीटी के समीप पर्यटन विभाग की ओर से 3.70 हेक्टेअर भूमि पर रजिस्ट्रेशन ऑफिस कम ट्रांजिट कैंप का निर्माण कार्य चल रहा है। जिसकी लागत 14.80 करोड़ रूपए है, जिसकी कार्यदायी संस्था ब्रिडकुल है। यह कार्य 27 दिसंबर 2019 को शुरू किया गया था, जिसे 23 मार्च 2022 तक पूर्ण किया जाना था। उक्त कार्य में लगातार गुणवत्ता को लेकर मिल रही शिकायतों का संज्ञान लेकर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने निर्माण कार्य रोकने के निर्देश दिए है।

इस अवसर पर जिला पर्यटन विकास अधिकारी जसपाल चौहान, अपर निदेशक पर्यटन पूनम चंद, ब्रिडकुल के अधिशासी अभियंता अमित नेगी, अवर अभियंता जसवीर सजवाण मौजूद रहे।

कोर्ट फैसलाः चेक बाउंस में आरोपी दोषमुक्त

ऋषिकेश में चेक बाउंस के आठ साल पुराने मामले पर सुनवाई करते हुए न्यायिक मजिस्ट्रेट ऋषिकेश की अदालत ने छह माह की साधारण सजा सुनाई है। आरोपी पर न्यायालय ने दो लाख 92 हजार रूपये का जुर्माना भी लगाया है। मामला वर्ष 2014 का है।

अधिवक्ता शुभम राठी ने बताया कि अशोक कुमार तिवारी निवासी पुरानी चुंगी गैरोला नगर ज्योतिषी का कार्य करते है। उनकी परिचित रामरती पूजा पाठ का कार्य करने उनके यहां आया जाया करती थी। अधिवक्ता ने बताया कि रामरती ने अपने पति बैजनाथ की गंभीर बीमारी से पीड़ित होने की बात कहकर अशोक कुमार तिवारी से तीन लाख रूपये उधार मांगे। परिचित होने के कारण अशोक कुमार तिवारी ने महिला रामरती को तीन लाख रूपये नगद दिए।

इसके स्वरूप रामरती ने आठ हजार रूपये और दो लाख 92 हजार रूपये का चेक उन्हें 25 सितंबर 2014 को दिया। यह चेक अगले ही दिन 26 सितंबर 2014 को बाउंस हो गया। इसके बाद मामला न्यायालय में विचाराधीन रहा।

अधिवक्ता शुभम राठी की मजबूत पैरवी की बदौत न्यायधीश राजेंद्र कुमार ने यह माना कि आरोपी महिला रामरती निवासी आईडीपीएल अपने समर्थन में कोई मजबूत सबूत पेश नहीं कर पाई। साथ ही असंतोषजनक जवाब देते हुए बयानों में विरोधाभास पाया गया। इसी को आधार बनाते हुए न्यायालय ने आरोपी महिला रामरती को छह माह की सजा सुनाई है।

मुख्य सचिव ने समय से निर्माण कार्य करने के निर्देश दिये

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने सोमवार को सचिवालय में मसूरी के जीर्णाेद्धार एवं सौंदर्यीकरण से सम्बन्धित कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मसूरी के जीर्णाेद्धार एवं सौंदर्यीकरण से सम्बन्धित सभी कार्यों की समय सीमा निर्धारित की जाए एवं कार्यों को निर्धारित समय सीमा तक पूर्ण कर लिया जाए।
मुख्य सचिव ने पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिए कि सड़क निर्माण कार्य करने से पहले पेयजल, जल संस्थान और यूपीसीएल से सामंजस्य स्थापित कर लिया जाए, ताकि सड़कों को फिर से न खोदना पड़े। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि सड़कों के स्क्रैपिंग एवं पुनः पक्कीकरण का कार्य पैचेज में किया जाए, एक साथ पूरी सड़क खोद कर पर्यटकों एवं स्थानीय लोगों को बहुत असुविधा होती है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक 500 मीटर में शौचालय स्थापित किया जाए एवं साइनेज आदि की उचित व्यवस्था की जाए ताकि पर्यटकों एवं स्थानीय लोगों को समस्याओं का सामना न करना पड़े।
मुख्य सचिव ने कहा कि पीक सीजन में पर्यटकों को असुविधा न हो इसका विशेष ध्यान रखते हुए प्रत्येक कार्य को उसकी प्रकृति और कम से कम समय में पूर्ण किए जाने को देखते हुए अलग-अलग तिथि निर्धारित की जाएं। उन्होंने कहा कि शीघ्र कार्य पूर्ण करने के साथ ही कार्यों की गुणवत्ता में किसी प्रकार समझौता न किया जाए।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष एमडीडीए बृजेश कुमार संत एवं सचिव शहरी विकास विनोद कुमार सुमन सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

कृषि के बढ़ते आयामों को उत्तराखंड में लागू कर रही सरकार

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को सचिवालय से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से नीति आयोग द्वारा आयोजित नवोन्मेषी कृषि कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में ईकोलॉजी और इकोनोमी में कैसे आदर्श समन्वय हो, इस दिशा में राज्य सरकार लगातार कार्य कर रही है। राज्य सरकार ने राज्य में सकल पर्यावरणीय उत्पाद (जी.ई.पी) को लागू किया है, जो जी.डी.पी को निर्धारित करने के प्रचलित मॉडल के साथ लागू किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में नेशनल हॉर्टिकल्चर मिशन के अन्तर्गत विश्व स्तरीय पौधशालाओं की स्थापना, चाय के विकास के लिए उत्तराखण्ड की चाय को वैश्विक पहचान दिलाने, जल संरक्षण हेतु काश्तकारों को प्रोत्साहित कर रेन हार्वेस्टिंग टैंको के व्यापक स्तर पर निर्माण एवं सब्जी और पुष्प उत्पादन हेतु पॉलीहाउस को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किये जा रहे है। जिसमें नीति आयोग एवं केन्द्र सरकार से मदद ली जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में प्राकृतिक कृषि के उत्थान एवं उसके विविध आयामों पर कार्य करने के लिए राज्य सरकार कृत संकल्पित है। उत्तराखण्ड सरकार राज्य में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विश्वविद्यालयों को प्रेरित कर रही है। कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से काश्तकार इससे जुड़ेगे। रासायनिक खेती से प्राकृतिक खेती राज्य के विजन डॉक्यूमेंट का हिस्सा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जल्द एक टास्क फोर्स का गठन किया जायेगा। जिसमें सभी स्टेक होल्डर्स को शामिल कर उत्तराखण्ड में प्राकृतिक खेती में आगे बढ़ाया जायेगा। हमें अपनी कृषि व्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिए अपनी खेती को तमाम हानिकारक रसायनों से बचाना होगा। जिससे काश्तकार भी सम्पन्न हो सकें और ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ आधारित कृषि व्यवस्था लागू हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक कृषि हजारों वर्षों से हमारी परंपरा का हिस्सा रही है। पर्यावरण को बचाये रखने के लिए हमें प्रकृति की शरण में जाना ही होगा। उत्तराखण्ड में कृषि एवं उद्यान आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए आईआईएम काशीपुर में स्टार्टअप हब बनाया जा रहा है। कृषि एवं उद्यान के अन्तर्गत राज्य में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाये जायेंगे। राज्य में नेशनल मिशन फॉर फूड प्रोसेसिंग के अन्तर्गत फल, सब्जियों के प्रसंस्करण के लिए पृथक नोडल ईकाई का गठन कर वेल्यू एडिशन एवं फूड प्रोसेसिंग आधारित संरचना का विकास किया जायेगा।
इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से कृषि मंत्री भारत सरकार नरेन्द्र सिंह तोमर, पुरूषोत्तम रूपाला, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, आन्ध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार, सदस्य नीति आयोग डॉ. नीलम पटेल उपस्थित रहे।

चारधाम यात्रा मार्ग पर रेस्टोरेंट संचालक यात्रियों से सर्विस चार्ज न ले-प्रेमचन्द अग्रवाल

विधानसभा स्थित मीटिंग रूम में आज चारधाम यात्रा रूट पर आने वाली सभी नगर निकाय के अधिकारियों, यातायात संबंधी कठिनाइयों को दूर करने के लिए पुलिस अधिकारियों के साथ कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बैठक की। इस दौरान सभी मूलभूत समस्याओं जैसे चारधाम में आने वाले यात्रियों के लिए ठहरने की व्यवस्था, पार्किंग उपलब्ध कराने, शौचालयों की व्यवस्था आदि के निर्देश दिए।
अग्रवाल ने सर्वप्रथम सभी निकायों से सफाई कर्मियों, स्वच्छ्ता, दवा छिड़काव, पार्किंग, रेन बसेरों की स्थिति जानी। साथ ही यातायात की व्यवस्था पुलिस अधिकारियों से प्राप्त की। कहा कि इस वर्ष यात्रा के बहुत अच्छे संचालन होने की उम्मीद है। सभी अधिकारियों को आपसी समन्वय बनाकर चैलेंज स्वीकार करें। इस मौके पर अग्रवाल ने तमाम जानकारी मिलने के बाद निम्न निर्देश अधिकारियों को दिए।
1- चारधाम यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले सभी रेस्टोरेंट में यात्रियों से सर्विस चार्ज न लिया जाए। क्योंकि सभी रेस्टोरेंट संचालक जीएसटी बिल के साथ लेते है। ऐसे में सर्विस चार्ज देना कोई आवश्यक नहीं है।
2- एक मई से सभी निकायों में प्रतिदिन तीन चरणों मे सफाई की जाएगी।
3- कोई यात्री अपने प्रदेश जाकर यह न कहे कि उत्तराखंड से बीमार होकर आए है, इसके लिए प्रतिदिन सभी निकाय अपने क्षेत्रों में कीटनाशक दवा छिड़काव करेंगे।
4- यात्रा मार्ग पर दबाव पड़ने पर यात्रियों को मैदानी जैसे हरिद्वार, ऋषिकेश में रोक लिया जाए।
5- सभी निकाय वाहन पार्किंग के लिए समीपवर्ती महा विद्यालय, स्कूल परिसर का उपयोग करें। इसके लिए विद्यालय के प्रधानाचार्य आदि से वार्ता करें।
6- रैनबसेरों के लिए स्कूल, महा विद्यालय में यात्रियों को मई और जून माह में ठहराया जा सकता है। इस दिशा में आवश्यक कदम उठाए।
7- प्लास्टिक को पूरी तरह से बंद करे। मंत्री जी ने अपनी मीटिंग में भी प्लास्टिक की पानी की बोतल को हटाने को कहा। कहा कि इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया जाए।
8- यात्रियों से सद व्यवहार किया जाए। शिकायत मिलने पर कार्यवाही की जाएगी।
9- थराली और रायवाला में मीट की दुकानों को बंद करने या यात्रा के दौरान ढंकने के निर्देश दिए।
10- शौचालय को साफ सुथरा रखे।