तीर्थ पुरोहितों के हक हकूक रहेंगे सुरक्षित, सीएम ने दिलाया विश्वास

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री आवास में चारधाम तीर्थ पुरोहित हक-हकूकधारी महापंचायत समिति के प्रतिनिधिमंडल ने भेंट वार्ता की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के चारधाम देश-दुनियां के लिए आस्था के प्रमुख केन्द्र हैं। सरकार का काम मंदिरों में अवस्थापना विकास को सुदृढ़ बनाना है। चारधाम यात्रा जल्द शुरू हो इसके लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चारधाम से जुड़े लोगों के हक-हकूक को किसी भी प्रकार से प्रभावित नहीं होने दिया जायेगा। देवस्थानम बोर्ड के तहत बनाई गई उच्च स्तरीय समिति द्वारा चारधाम से जुड़े तीर्थ पुरोहित की बात सुनकर सरकार के समक्ष अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। कमेटी में चारों धामों से दो-दो तीर्थ पुरोहितों को भी शामिल किया जायेगा। कमेटी की रिपोर्ट के बाद सरकार को निर्णय लेना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य हित में जो होगा, वह कार्य किया जायेगा।
बैठक के बाद गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं चारधाम महापंचायत समिति के संयोजक सुरेश सेमवाल ने कहा कि आज बड़ा सौभाग्य है कि ऊर्जावान मुख्यमंत्री ने हमें आज आमंत्रित किया था। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट यह बात कही कि जो हाई पॉवर कमेटी बनाई गई है, उसमें आपकी ओर से आठ लोगों को मेंबर बनाया जायेगा। जो रिपोर्ट होगी, उसके आधार पर आगे उचित समाधान निकाला जायेगा। चारधाम महापंचायत समिति द्वारा मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया गया है कि हमारा जो भी धरना प्रदर्शन एवं आन्दोलन है, हम इसे स्थगित करते हैं। 30 अक्टूबर 2021 तक हमें इसे स्थगित रखेंगे। सभी विषयों को गंभीरता से लेने वाले मुख्यमंत्री हमें मिले हैं, उसके लिए उनका धन्यवाद भी व्यक्त किया।
चारधाम महापंचायत सदस्य उमेश सती ने कहा कि मुख्यमंत्री से आज सकारात्मक बातचीत हुई है। हमें पूरी उम्मीद है कि इस बातचीत से जल्द से जल्द उचित निष्कर्ष तक पहुंचेगे। मामले का उचित हल निकलने की पूरी आशा है। हम चारों धामों के लोगों ने निर्णय लिया है कि 30 अक्टूबर 2021 तक हम अपना आन्दोलन स्थगित रखेंगे। उसके बाद जैसा आउटकम सरकार की तरफ से आएगा, आगे के बारे में उसके बाद तय करेंगे।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री अरविंद पाण्डेय, गणेश जोशी, सचिव शैलेश बगोली, सीईओ देवस्थानम् बोर्ड रविनाथ रमन, सचिव एच.सी. सेमवाल, एसीईओ देवस्थानम् बोर्ड बी.डी. सिंह एवं चारधाम तीर्थ पुरोहित हक-हकूकधारी महापंचायत समिति के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

टिहरी झील में सी प्लेन और व्यवसायिक गतिविधियां संचालित करने के लिए विशेष योजना तैयार

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने एक दिवसीय जनपद भ्रमण के दौरान कोटी कॉलोनी में टिहरी झील का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने डोबरा चांठी पुल फ्लोटिंग हट्स का भी निरीक्षण किया। टिहरी झील को विश्वस्तरीय पर्यटक स्थल बनाने के लिए वेपकॉस कंपनी को तीन माह में डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए है। 1200 करोड़ के इस प्रोजेक्ट से झील के आसपास व्यवस्थाएं स्थापित की जानी है। इससे बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि टिहरी झील को विश्व स्तरीय टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है उन्होंने कहा कि टिहरी झील में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, जिस को मूर्त रूप देने के लिए बुनियादी सुविधाएं स्थापित की जाएगी, ताकि पर्यटकों के आवागमन से स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध हो सके।
इस अवसर पर कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, स्थानीय विधायक धन सिंह नेगी विधायक घनसाली शक्ति लाल शाह, विधायक प्रतापनगर विजय सिंह पवार जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट, अपर निदेशक पर्यटन पूनमचंद आदि उपस्थित थे।

टिहरी में 16431.72 लाख की 49 योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड को देश की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी के रूप में विकसित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह काम समाज, संतों और सरकार के संयुक्त प्रयास से ही पूरा हो सकेगा। योजना बनाई जा रही है कि अगले 10 वर्ष में उत्तराखण्ड को देश का नंबर 1 राज्य बनाया जा सके। यह बात उन्होंने टिहरी जिला मुख्यालय में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए कही। समारोह में उन्होंने 16431.72 लाख लागत की कुल 49 योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण, टिहरी यूथ क्लब का उद्घाटन, देवप्रयाग के वैष्णो माता ग्राम संगठन के हिलांस तुलसी चाय उत्पाद का अनावरण और पर्यटन आवास गृह सुनहरीगाड जाखणीधार की चाबी का हस्तांतरण किया। इसके अलावा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत लाभार्थियों को चेक भी वितरित किए। टिहरी जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों के विकास के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं करते हुए उन्होंने शानदार अभिनंदन के लिए क्षेत्र की जनता का आभार प्रकट किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्षों पहले उनका कई बार टिहरी आना हुआ है, आज टिहरी झील देखकर पहले की स्मृतियां ताजा हुईं तो मैं भावुक हो गया, लेकिन टिहरी के लोग बहुत सौभाग्यशाली हैं। यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। प्रधानमंत्री देश में सी प्लेन की व्यवसायिक उड़ान का जो सपना देख रहे हैं, उसी तर्ज पर जल्दी से जल्दी टिहरी झील में सी प्लेन उतारा जाएगा। इतना ही नहीं टिहरी को अत्याधुनिक शहर बनाने के लिए विश्व स्तरीय कंसल्टेंट हॉयर किए जायेंगे। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड के विकास के लिए प्रधानमंत्री का लगातार मार्गदर्शन और सहयोग मिल रहा है। केन्द्र सरकार के सहयोग से उत्तराखण्ड में आगामी दिसंबर माह तक कोरोना टीकाकरण अभियान को पूरा कर लिया जाएगा। सभी को मुफ्त कोरोना टीका उपलब्ध करवाने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में केदारनाथ धाम के बाद अब बदरीनाथ धाम को स्मार्ट और सुविधाजनक बनाने के प्रोजेक्ट पर काम शुरू की जाएंगी।

11242 लाख की योजनाओं का लोकार्पण और 5188 लाख की योजनाओं का हुआ शिलान्यास
मुख्यमंत्री ने टिहरी में 16431.72 लाख लागत की कुल 49 योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इन योजनाओं में से 11242.94 लाख की 37 योजनाओं का लोकार्पण और 5188.78 लाख की 12 योजनाओं का शिलान्यास किया गया।

शहीद की माता को किया सम्मानित
समारोह में मुख्यमंत्री ने कारगिल शहीद दिनेश दत्त बहुगुणा की माता जी को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया और उनके पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लिया।

ये लोग रहे मौजूद
समारोह में टिहरी के प्रभारी और कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, स्थानीय विधायक धन सिंह नेगी, धनोल्टी विधायक प्रीतम सिंह पंवार, घनसाली विधायक शक्तिलाल शाह, प्रतापनगर विधायक विजय सिंह पंवार ‘गुड्डू’, टिहरी जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवान, भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद रतूड़ी, जिलाधिकारी टिहरी ईवा आशीष श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट समेत तमाम गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद रहे।

सीएम ने टिहरी जिले में विकास कार्यों की प्रगति जानीं

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने एक दिवसीय जनपद भ्रमण के दौरान जिला कार्यालय सभागार में अधिकारियों की बैठक ली। मुख्यमंत्री ने बैठक में कोविड-19 टीकाकरण की स्थिति, खाद्य आपूर्ति विभाग से संबंधित योजनाओं, जल जीवन मिशन, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, सीएम हेल्प लाइन, मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना, मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट इत्यादि की जानकारी ली।
बैठक में बताया गया कि मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के तहत 407 लाभार्थियों का चयन किया गया है। मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट वितरण योजना के तहत अप्रैल से जून तक 740 किट प्राप्त हुई थी जिसमें से 640 का वितरण किया जा चुका है जबकि जुलाई व अगस्त हेतु डिमांड भेजी गयी है। वन भूमि हस्तांतरण के 201 प्रकरणों में से 107 पर सैद्धांतिक स्वीकृति मिलना बताया गया है जबकि 57 एप्रूव्ड व 4 प्रकरण चीफ कंजरवेटर स्तर पर लंबित होना बताया गया हैं। मुख्यमंत्री स्वरोजगार शिविरों का आयोजन अब तक तक सात विकास खंडों में किया जा चुका है जिसमें स्वरोजगार से संबंधित कुल 1800 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना व जनपद में खाद्य वितरण व राशन कार्डाे की स्थिति की भी जानकारी सम्बंधित अधिकारियों द्वारा दी गई।
मुख्यमंत्री ने ग्रामीण सड़कों के अवरुद्ध होने पर प्रशासन द्वारा उनको खोले जाने की कार्यवाही की भी जानकारी ली। उन्होंने बैठक में जेसीबी ऑपरेटर को सीधे फोन कॉल कर उनकी लोकेशन के साथ-साथ अन्य जानकारी भी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार नो पेंडेंसी पर कार्य कर रही है जिसके तहत शासन से लेकर जिला प्रशासन स्तर पर किसी भी कार्यालय में कोई भी मामले लंबित रहने पाए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए दूरस्थ गांव से अपनी समस्याओं के निस्तारण हेतु कार्यालयों में आने वाले आम जनमानस की समस्याओं का निस्तारण हो सके, इस हेतु सभी कार्यालयों में प्रातः 10 से 12 तक सभी अधिकारी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेंगे। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को सेवा का अवसर मिला है तो इसका शत प्रतिशत सदुपयोग होना चाहिए।
बैठक में विधायकगणों ने ऑल वेदर मोटर मार्ग पर गतिमान निर्माण कार्याे में तेजी लाने की आवश्यकता बताई। जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में संबंधित उच्चाधिकारियों की एक बैठक देहरादून में शीघ्र ही आहूत की जाएगी।
बैठक में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, स्थानीय विधायक धन सिंह नेगी, विधायक धनोल्टी प्रीतम सिंह पंवार, विधायक घनसाली शक्ति लाल शाह, विधायक देवप्रयाग विनोद कंडारी, विधायक प्रतापनगर विजय सिंह पवार, जिला पंचायत अध्यक्षा सोना सजवाण, जिला अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी विनोद रतूड़ी, जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट, मुख्य विकास अधिकारी नमामि बंसल, डीएफओ कोको रोसे, सीएमओ डॉ संजय जैन आदि उपस्थित थे।

टिहरी जिले की कई विधानसभाओं के लिए सीएम ने की घोषणा

टिहरी विधान सभा क्षेत्र
बौराड़ी स्टेडियम का विस्तारीकरण एवं निकासी की व्यवस्था, खण्डोगी जाखनीधार में पचास बेड के आयुष अस्पताल की अतरिक्त धनराशि की स्वीकृति, नई दिहरी में बांध विस्थापितों के लिए एक्स्ट्रा स्पेस की स्वीकृति होगी, विधान के केमसारी पिपली होकर बायपास पैन्यूला तक सड़क का निर्माण, नकोट में मिनी स्टेडियम का निर्माण, पौखाल महाविद्यालय का नाम शहीद प्रकाश चन्द्र कुमाई के नाम पर रखा जायेगा, पीपलडाली-चाह गडोलिया मोटर मार्ग का डामरीकरण, बगासूघर में यात्री प्रतिक्षालय एवं रेन स्टेक का निर्माण किया जायेगा, ढुंगीधार के इंटर कालेज का नाम प्रथम विश्व युद्ध में शहीद प्रताप सिंह के नाम पर रखने की घोषणा की।

विधानसभा क्षेत्र घनसाली
चमियाला क्षेत्र में 32 किमी पर्वतीय नहरों, बूढ़ाकेदार व विनयाखाल की 20 पर्वतीय नहरों का जीर्णाेद्धार किया जायेगा, कोठियाडा से पिण्डेश्वर महादेव घाट तक एक किमी मोटर मार्ग की स्वीकृति, ग्राम सभा तल्लाघार में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्वीकृति प्रदान की।

विधानसभा क्षेत्र प्रताप नगर
गडुवागाड-स्यान्सू भैंगा-गोदडी 5 किमी मोटर मार्ग निर्माण, सौड़ से हलेथ-मिश्रवाणगांव 5 किमी मोटर मार्ग निर्माण, स्यालगी-पिपलोगी-बिजपुर 4 किमी मोटर मार्ग का निर्माण कार्य, चौदाणा से थात तक सड़क का 4 किमी डामरीकरण, कोपड़धार इण्टर कालेज खेल मैदान निर्माण, सेम-मुखेम धाम में रोपवे।

देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र
जामणीखाल में पार्किंग की घोषणा, काण्डी बगडियों में मिनी स्टेडिय का निर्माण, पटटी डागर क्षेत्र में मिनी स्टेडियम का निर्माण, तेगड बाजार में पार्किंग निर्माण कार्य, सीएचसी हिडोलाखाल व कीर्तिनगर को उप जिला चिकित्सालय बनाये जाने की घोषणा, नैखरी महाविद्यालय में श्रीदेव सुमन महाविद्यालय परिसर खोला जायेगा, देवप्रयाग में आस्था पथ का निर्माण किया जायेगा, घण्टाकर्ण में विश्रामगृह का निर्माण, नैथाणा में विद्युत लाइन को भूमिगत किया जाने की घोषणा की।

नरेन्द्रनगर क्षेत्र
तपोवन क्षेत्र को नगर पंचायत मे परिवर्तन किया जायेगा, मुन्नाखाल-पुण्डेरी मोटर मार्ग का डामरीकरण, सोनी-रानीपोखरी मोटर मार्ग का निर्माण, बछेली खाल-पाली मोटर मार्ग का निर्माण, शीशमझाड़ी में भूमिधर का अधिकार, पावकी देवी तहसील भवन का निर्माण की घोषणा की।

विधानसभा क्षेत्र धनोल्टी
सांकरी-भखोली बनवाडी मोटर मार्ग का निर्माण, दुघली-दिमोली मोटर मार्ग का निर्माण, रौसाल-कांण्डी मोटर मार्ग का निर्माण, छाम-मैण्डखाल’ ज्वारन मोटर मार्ग का डामरीकरण, मैण्डखाल-सावली मोटर मार्ग कार्य, भवान-शाखाधार मोटर मार्ग का डामरीकरण, सकलाना में महाविद्यालय आगामी सत्र से स्थापना की जायेगी की घोषणा की।

राज्यपाल को दी गई विदाई, सम्मान समारोह का हुआ आयोजन

मुख्यमंत्री आवास स्थित जनता मिलन हॉल में शनिवार को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के सम्मान में विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें पौधा भेंट करने के साथ ही शाल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रदेश की जनता ने उन्हें जो सम्मान दिया है उसके लिये वे आभारी हैं, उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड को वे कभी नहीं भूल सकती हैं। राज्यपाल ने कहा कि यहां के फलों, जड़ी बूटी व अन्य परम्परागत उत्पादों की प्रदर्शनी देश के विभिन्न भागों में आयोजित की जानी चाहिए, इससे राज्य को पहचान मिलेगी, उन्होंने राज्य की महिलाओं के कल्याण के लिये भी बहुत कुछ किये जाने की जरूरत बतायी। राज्यपाल ने कहा कि वे गंगोत्री व यमुनोत्री के दर्शनार्थ यहां आयेंगी। उन्होंने राज्य के लोगों के लिये शुभकामनायें भी दीं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने सदैव एक अभिभावक की तरह उनका मार्गदर्शन किया। उन्होंने मुझे चूंकि मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई है इसका भी स्मरण उन्हें जीवन भर रहेगा। छोटे भाई की तरह उनका स्नेह भी उन्हें प्राप्त होता रहा है। उनके सभी से आत्मीय सम्बन्ध रहे। प्रदेश की जनता में वे काफी लोकप्रिय रहीं। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि उनका सम्बन्ध उत्तराखण्ड से सदैव बना रहेगा तथा उत्तराखण्ड भी उनका सहयोगी बना रहेगा। यहां से जाने के बाद भी उत्तराखण्ड के प्रति उनका स्नेह बना रहेगा, इसकी भी उन्होंने कामना की।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चन्द अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, गणेश जोशी, स्वामी यतीश्वरानंद, विधायक विनोद चमोली, उमेश शर्मा काऊ, सांसद नरेश बंसल, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. सन्धु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, मनीषा पंवार, आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु, सचिव एल. फैनई, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी, मुख्य आयकर आयुक्त विपिन चंद्रा, अपर प्रमुख सचिव अभिनव कुमार के साथ ही अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे।

प्रतीत नगर में जन समस्याओं के निस्तारण को लगा शिविर, स्पीकर ने सुनी समस्यायें

प्रतीत नगर ग्राम पंचायत भवन में बहुउद्देशीय शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभारंभ उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा विधिवत रूप से किया गया।
शिविर में विभिन्न विभागों की समस्या से संबंधित 140 आवेदन पत्र प्राप्त हुए जिसमें से संबंधित विभागों द्वारा 77 शिकायतों का समाधान मौके पर किया गया वहीं 63 शिकायतों के निस्तारण के लिए विभागीय अधिकारियों को 15 दिन का समय दिया गया। शिविर में पेंशन योजनाओं से संबंधित 10 आवेदन पत्रों को निस्तारित किया गया, 20 लाभार्थियों का दिव्यांग प्रमाण पत्र हेतु पंजीकरण किया गया जिसमें मौके पर 7 दिव्यांग प्रमाण पत्र निर्गत किए गए। 11 दिव्यांग लाभार्थियों के यूडीआईडी कार्ड हेतु पंजीकरण किया गया, राशन कार्ड संबंधी 30 आवेदन पत्र प्राप्त किए गए।शिविर में 55 परिवार रजिस्टर की नकल संबंधी कार्य हए जिसमें 48 परिवार रजिस्टर जारी की गई।
शिविर के दौरान समाज कल्याण, चिकित्सा विभाग, जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्र, पशुपालन विभाग, सहकारिता विभाग, खादी ग्रामोद्योग विभाग, कृषि एवं उद्यान विभाग, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग, ग्राम विकास एवं पंचायती राज विभाग, राजस्व विभाग, लीड बैंक अधिकारी देहरादून एवं बाल विकास विभाग के स्टाल लगाए गए।
शिविर में विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों से आए फरियादियों की शिकायतों को गंभीरता से सुना गया।यहां पर आए लोगों को सभी विभागों की योजनाओं की जानकारी दी गई और लोगों की समस्याओं का मौके पर ही निदान किया गया। परिसर में स्थापित विभागीय स्टॉलों से ग्रामीणों ने योजनाओं की जानकारी प्राप्त करते हुए योजनाओं का लाभ उठाया तथा प्रमाण पत्र आदि दस्तावेज प्राप्त किये।
बहुउद्देशीय शिविर का उद्घाटन करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि राज्य सरकार जनता की समस्याओं के समाधान के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। सरकारी योजनाओं का सही तरीके से क्रियान्वयन हो सके, इसके लिए विभागीय स्तर पर किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्रवासियों को समस्याओं के समाधान के लिए विभागों के चक्कर नहीं काटने होंगे, इसके लिए बहुउद्देशीय शिविर लगाया गया है। इससे सभी समस्याओं का समाधान एक ही छत के नीचे किया जा सके।उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जनता के प्रति समर्पित रहे और जिम्मेदारी से कार्यों को पूरा किया जाए। उन्होंने कहा की सरकार का उद्देश्य अच्छी कार्यप्रणाली के साथ जनता को बेहतर सेवा देना है ताकि जनता को उसका लाभ मिल सके।
बहुदेशीय शिविर में परियोजना निदेशक डीपीआरओ विक्रम सिंह, उप जिलाधिकारी विकासनगर परितोष कुमार, तहसीलदार ऋषिकेश अमृता सिंह, खंड विकास अधिकारी भगवान सिंह नेगी, जिला पंचायत सदस्य रीना रागड, जिला पंचायत सदस्य दिव्या बेलवाल, प्रधान सोवन सिंह कैंतूरा, प्रधान प्रतीत नगर अनिल कुमार, प्रधान गोहरी माफी रोहित नौटियाल, प्रधान चमन पोखरियाल, मंडल अध्यक्ष गणेश रावत, क्षेत्र पंचायत सदस्य कृष्णा जोशी, ज्योति जुगलान, बॉबी रागड, वीना डंगवाल, वेद ग्वाडी, कुंवर सिंह नेगी, रमन रागड, सतपाल सैनी, राजेश जुगलान आदि सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
बहुउददेशीय शिविर के दौरान 140 शिकायतें प्राप्त हुई जिनमें मौके पर 77 शिकायतों का निस्तारण किया गया।वहीं 63 शिकायतों के निस्तारण के लिए 15 दिन का समय विभागीय अधिकारियों को दिया गया।
बहुउददेशीय शिविर के दौरान 140 शिकायतें प्राप्त हुई जिनमें मौके पर 77 शिकायतों का निस्तारण किया गया। वहीं 63 शिकायतों के निस्तारण के लिए 15 दिन का समय विभागीय अधिकारियों को दिया गया।

लोक भाषा लोक साहित्य के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए नरेंद्र सिंह नेगी को मिलेगा सम्मान

आवाज साहित्यिक संस्था मुनिकीरेती द्वारा राजभाषा हिंदी दिवस के उपलक्ष में रविवार 12 सितंबर 2021 को राजभाषा समारोह मनाने का निर्णय लिया गया है जिसमें इस वर्ष का आवाज का सर्वाेच्च सम्मान आवाज रत्न गढ़ रत्न नरेंद्र सिंह नेगी जी को उनके द्वारा की गई लोक भाषा लोक साहित्य के क्षेत्र में विशेष योगदान हेतु दिए जाने का निर्णय लिया गया है।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए संस्था के अध्यक्ष अशोक शर्मा क्रेजी ने कहा कि आवाज साहित्यिक संस्था 2001 में स्थापित की गई थी जिसका मुख्य उद्देश्य नए रचनाकारों को मंच देना तथा उन्हें साहित्य के नए नए अनुभवों से अवगत कराना था उन्होंने कहा कि आवाज में इन 20 वर्षों में बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल की है। जहां अनेक राष्ट्रीय कवि एवं साहित्यकारों का पावन सानिध्य प्राप्त किया वहीं आवाज ने अपने संस्था के माध्यम से सामूहिक संकलन ओं के द्वारा भी साहित्य के क्षेत्र में काफी उपलब्धियां हासिल की हैं। प्रमुख साहित्यकारों में पार्थ सारथी डबराल, चारु चंद्र चंदोला, डॉक्टर लीलाधर जगूड़ी, राजेंद्र धस्माना, डॉक्टर गोविंद बिष्ट, विद्यासागर नौटियाल, डॉक्टर अतुल शर्मा, मोहनलाल बबूलकर, बुद्धि बलभ थपलियाल, आलोक प्रभाकर, द्वारिका प्रसाद मलासी, प्रमुख चित्रकार बी मोहन नेगी ने संस्था के लिए एक प्रेरक के रूप में कार्य किया है तथा संस्था में नये साहित्यकारों के लिए प्रमुख अन्वेषण शाला के रूप में आशीर्वाद दिया है।
संस्था के उपाध्यक्ष आचार्य रामकृष्ण पोखरियाल ने आवाज साहित्यिक संस्था की उपलब्धियों को अवगत कराते हुए कहा कि जहां नए साहित्यकारों को मंच प्रदान हुआ है वहीं विभिन्न सामाजिक शैक्षणिक संस्थाओं के अंदर आवाज साहित्यिक संस्था ने अनेक कार्यशाला आयोजित किए हैं तथा बाल साहित्यकारों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।
सस्ता के कनिष्ठ उपाध्यक्ष प्रमोद उनियाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि आवाज साहित्यिक संस्था ने वर्तमान समय तक अनेक जन उपयोगी संकलन तैयार किए हैं जो सामूहिक रूप से कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से तैयार किए हैं जिसमें मुख्य रुप से आवाज पहाड़ बदल रहा अस्तित्व दो कदम ची ची गाती चिड़िया अन उत्तरीय प्रश्न दृष्टिकोण के साथ-साथ समय-समय पर अनेक पत्र-पत्रिकाओं में अपने रचनाओं के माध्यम से शिखर को छूने का कार्य क्या है।
समिति के सचिव महेश शिकारिया ने कहा कि आवाज आने वाले समय में ऋषिकेश नगरी नहीं अभी तो संपूर्ण राज्य के साथ-साथ भारतवर्ष के राज्यों में भी अपना बेहतरीन स्थान बनाने के लिए प्रयास करेगी
समिति के सह सचिव डॉ सुनील थपलियाल ने कहा की आवाज साहित्यिक संस्था ने लॉकडाउन में साहित्य संस्कृति संवाद की त्रिवेणी के माध्यम से संपूर्ण भारतवर्ष के साहित्यकारों को संस्कृति प्रेमियों को स्थानीय कलाकारों गीतकार के साथ कलाकारों को जोड़ने का कार्य किया सात समंदर पार भी जहां उत्तराखंडी प्रवासी सेवाएं दे रहे हैं वहां तक आवाज अपने लाइव प्रसारण के माध्यम से अग्रसारित हुई है यह सबसे बड़ी उपलब्धि है कि वर्तमान समय में डेढ़ लाख से ऊपर दर्शक आवाज़ साहित्यिक संस्था के पास है जो समय समय पर आवाज को प्रोत्साहित करते रहते हैं।
समिति के पूर्व सचिव धनेश कोठारी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हर वर्ष संस्था के द्वारा स्वर्गीय द्वारिका प्रसाद मालासी आवाज रत्न सम्मान दिया जाता है जो उत्तराखंड प्रदेश के कई महान विभूतियों को आजतक दिया गया है जिसमें डॉक्टर जग्गू नौटियाल ,आलोक प्रभाकर, सत्यानंद बडोनी, डॉक्टर सविता मोहन, डॉआशा जुगलान, बंशीधर पोखरियाल, आरपी डंगवाल, देवेंद्र दत्त सकलानी, डॉक्टर अतुल शर्मा, डॉ विद्या अलंकार, डॉक्टर श्वेता खन्ना, डॉ कविता भट्ट शैलपुत्री आदि को दिया गया है और वर्तमान समय में यह पुरस्कार गढ़ रत्न लोक भाषा, लोक साहित्य के प्रमुख भगीरथ नरेंद्र सिंह नेगी जी को दिए जाने का निर्णय लिया है। इस अवसर पर समिति के कोषाध्यक्ष सत्येंद्र चौहान नरेंद्र दयाल, शिवप्रसाद बहुगुणा, धनीराम बिंजोला, मनोज मालासी, रविशास्त्री, सुरेंद्र भंडारी, कमलेश रावत आदि उपस्थित थे ।

कृष्ण जन्माष्टमी के ऑन लाइन फोटो प्रोग्राम के परिणाम घोषित

टीम जेसीआर द्वारा आयोजित श्रीकृष्ण जन्माष्टमी ऑनलाइन फ़ोटो प्रतियोगिता के परिणाम देहरादून मार्ग स्थित एक रिसार्ट घोषित किये गए। जिसमें मुख्य अतिथि कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दासौनी रही व कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने की। कार्यक्रम में तीन सदस्यीय जजों की कमेटी जिसमें बहन हेमलता, रेणू वर्मा, इशा चौहान के द्वारा निर्णय सुनाया गया, जिसमें प्रथम सात साल के कुंजप्रीत सिंह, द्वितीय सानिध्य रतूड़ी, तृतीय स्थान पर अवन्या त्यागी व सांत्वना पुरस्कार पर इशांत भट्ट व अथर्व पासवान रहे। प्रथम द्वितीय व तृतीय विजेताओं को ट्रॉफ़ी व पुरस्कार दिये गये व दो बच्चों को सांत्वना पुरस्कार दिया गया साथ ही सभी बच्चों को उनकी फ़ोटो भेंट कर सम्मानित किया ।
मुख्य अतिथि प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दासौनी ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से बच्चों को उचित मंच भी मिलता है साथ ही बच्चों को अपनी हिंदू धर्म की जानकारी भी मिलती है और उनकी आस्था और विश्वास भी जागरूक होता है कोरोना काल में बच्चे घर पर ही बंद हो गये थे।
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस की गढ़वाल मंडल मीडिया प्रभारी गरिमा मेहरा दसौनी ने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की भूमिका में शिरकत की। गरिमा मेहरा दसोनी ने ऋषिकेश कांग्रेस के कर्मठ और जुझारू नेता जयेंद्र रमोला द्वारा आयोजित इस सुंदर कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम नौनिहालों में मनोबल बढ़ाने के साथ-साथ हमारे रीति रिवाज संस्कृति परंपरा और आस्था को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कार्यक्रम में आए हुए सभी अभिभावकों को उनके सुंदर प्रयासों के लिए सराहते हुए दसोनी ने कहा कि जिस तरह से सभी माता-पिता ने अपने बच्चों को बाल गोपाल की वेश भूषा में तैयार करने में सुंदर पहल की है और बढ़ चढ़ कर इस प्रतियोगिता में योगदान दिया है वह सराहनीय है। दसोनी ने जयेन्द्र रमोला के द्वारा की गई इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसी तरह से हर वर्ष इस प्रतियोगिता को जारी रखें तो बहुत अच्छा होगा। दसोनी ने कहा कि सबसे अच्छी बात प्रतियोगिता की यह रही कि किसी भी बच्चे को मायूस नहीं किया गया और सभी को कुछ न कुछ पारितोषिक देकर उन्हें प्रसन्नचित कार्यक्रम से भेजा गया।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने कहा कि दो वर्षों से कोरोना काल के कारण स्कूल बंद थे और बच्चों की कोई ऐक्टिविटी नहीं हो पा रही थी। बच्चे घरों में केवल मोबाइल या टीवी पर ही अपना समय व्यतीत कर रहे हैं, इसलिये हमने अपनी साथियों के सहयोग से यह कार्यक्रम आयोजित किया। जिसमें तीन साल से बारह साल के बच्चों को श्रीकृष्ण भगवान के स्वरूप में बच्चों को सजाकर फ़ोटो तीस अगस्त तक भेजी गई।
रमोला ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रमों से बच्चों में दबी प्रतिभा को बाहर निकालने का प्रयास किया गया है और आगे भी ऐसे कार्यक्रम हमारी टीम द्वारा करवाये जायेंगे।
कार्यक्रम का संचालन अंशुल त्यागी, दीपक जाटव व ऋषिराज भट्ट ने संयुक्त रूप से किया।
कार्यक्रम में ऋषिकेश के बाल टीवी व बड़े पर्दे के कलाकार प्रभु भट्ट ने छोटे छोटे बच्चों को प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रॉपर्टी डीलर डेवलपर एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय गर्ग, विमला रावत, पार्षद विजय लक्ष्मी शर्मा, पार्षद शकुंतला शर्मा, पार्षद राधा रमोला, पार्षद पुष्पा मिश्रा, कृष्णा रमोला, गजेन्द्र विक्रम शाही, कुसुम जोशी, लक्ष्मी नारायण जुगडाण, सनमोहन सिंह रावत, गोकुल रमोला, हरभजन चौहान, कुंवर सिंह गुसाँई, रवीन्द्र राणा, मनोज गुसाँई, रेणु, चन्द्रकान्ता जोशी, बिक्रम भण्डारी, लक्ष्मी उनियाल, जितेन्द्र त्यागी, प्रिंस सक्सेना, नीरज चौहान, यश अरोड़ा, लक्ष्मी कुलियाल, ममता शाही, आदित्य झा, कार्तिक, अलेख, अर्चित मोदी, आशीष, शिवानी खत्री, स्वामी नौडियाल, मनीषा थापा, मीना रमोला, ममता राणा, वन्दना, राजकुमार मल्होत्रा, हिमांशु जाटव, दिलप्रीत सिंह आदि मौजूद थे ।

एम्स ऋषिकेश में डिजीटल बैंक की शुरुआत, लोगों को मिलेंगी कई सुविधाएं

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश में पंजाब नेशनल बैंक का डिजिटल बैंक (ईज आउटलेट) ​विधिवत शुरू हो गया है। बैंक अधिकारियों के अनुसार यह पीएनबी का उत्तराखंड में पहला ईज आउटलेट है। बिना मेनपावर के संचालित होने वाले इस डिजिटल बैंक के माध्यम से लोग बैंक से संबंधित तमाम सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं। उक्त सुविधाएं लोगों को बैंक कार्य दिवस के साथ साथ राजकीय व साप्ताहिक अवकाश के दिनों में भी 24 घंटे निर्बाध उपलब्ध हो सकेंगी। शुक्रवार को एम्स परिसर में आयोजित कार्यक्रम में निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी व पीएनबी देहरादून के अंचल प्रबंधक आरडी सेवक ने संयुक्तरूप से पीएनबी/ईज आउटलेट (डिजिटल बैंक) का विधिवत उद्घाटन किया।
इस अवसर पर निदेशक एम्स प्रो. रवि कांत जी ने कहा कि संस्थान में पीएनबी की ओर से राज्य का पहला ईज आउटलेट स्थापित होने से ऋषिकेश व आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के साथ-साथ एम्स में उपचार के लिए आने वाले लोगों को 24 घंटे बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी। निदेशक एम्स ने पीएनबी ईज आउटलेट के शुभारंभ अवसर पर मौजूद बैंक के अधिकारियों को बधाई दी व जनसुविधाएं मुहैया कराने के लिए उनका धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर पीएनबी के अंचल प्रबंधक आरडी सेवक ने कहा कि कोविडकाल ने हमें डिजिटिलाइजेशन का महत्व समझाया है, लिहाजा पीएनबी का डिजिटल बैंक उसी की पहल है, जिससे लोग भीड़भाड़ से दूर अपनी बैंक संबंधी आवश्यकताओं को पूरा कर सकें। उन्होंने बताया कि ईज आउटलेट एटीएम, बीएनए पासबुक प्रिंटिंग मशीन और चौक जमा मशीन से युक्त डिजिटल बैंक में लोगों को नकद धनराशि जमा करने, नकदी निकासी, बैंक पासबुक प्रिंटिंग और चेक जमा करने आदि बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
सर्किल हेड वाईएस राजपूत ने बताया कि प्रधानमंत्री श्रीनरेंद्र मोदी के देश में डिजिटलाइजेशन की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए पंजाब नेशनल बैंक द्वारा देश के प्रतिष्ठित स्वास्थ्य संस्थान एम्स ऋषिकेश में डिजिटल बैंक की सुविधा शुरू की है।
पीएनबी की वीरभद्र शाखा प्रबंधक गजेंद्र चौधरी ने बताया कि एम्स डिजिटल बैंक ब्रांच में रविवार के अलावा अन्य राजकीय अवकाश के दिनों, दूसरे और चौथे शनिवार, बैंक होलिडे में भी अपने ग्राहकों के साथ साथ अन्य बैंकों से जुड़े ग्राहकों को भी यह सुविधा मिल सकेगी।
इस अवसर पर एम्स के डीन एकेडमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता, डीएचए प्रो. यूबी मिश्रा, वित्तीय सलाहकार कमांडेंट पीके मिश्रा, जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल, रजिस्ट्रार राजीव चौधरी, डीडीओ संदीप सिंह के अलावा पीएनबी के उप अंचल प्रबंधक डीएस भंडारी, अनिल सिन्हा, मंडल प्रमुख राजिंदर भाटिया आदि मौजूद थे।