पार्किंग संचालक को मिले व्यवस्था सुधारने के निर्देश

मुनिकीरेती कुंभ मेला बस पार्किंग में अव्यवस्थाओं का हौव्वा पसरा देख नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला के अधिशासी अधिकारी तनवीर मारवाह का पारा चढ़ गया। इस पर उन्होंने पार्किंग संचालक के विरूद्ध चालान की कार्रवाई करते हुए उसे यहां बेहतर ढंग से व्यवस्था बनाने हेतु सख्त सख्त हिदायत दी।

शनिवार दोपहर को नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती के ईओ तनवीर मारवाह जानकी पुल, आस्था पथ, कुंभ मेला बस पार्किंग आसपास आदि क्षेत्रों का औचक करने निरीक्षण पहुंचे। इस दौरान ईओ को कुंभ मेला बस पार्किंग में अव्यवस्थाएं गंदगी, अव्यवस्थित ढंग से लगी रेहडियां व वाहन आदि नजर आए, जिस पर वह बिफर गए। उन्होंने तत्काल पार्किंग संचालक को मौके पर बुलाया और यहां अव्यवस्थाएं फैली होने पर कड़ी नाराजगी जताई। साथ ही उन्होंने पार्किंग संचालक के विरूद्ध चालान की कार्रवाई की और पांच हजार रूपए का जुर्माना वसूला। साथ ही पार्किंग संचालक को यहां बेहतर ढंग से व्यवस्था बनाए रखने हेतु निर्देशित किया। इसके बाद ईओ ने आस्था पथ और जानकी पुल का निरीक्षण किया।

इस दौरान उन्होंने रेहड़ी संचालकों से सिंगल यूज प्लास्टिक पॉलिथीन, डिस्पोजल, चम्मच आदि का प्रयोग न करने की अपील भी की। मौके पर सफाई निरीक्षक भूपेन्द्र सिंह पंवार, लेखा लिपिक विवेक भंडारी मौजूद थे।

विधानसभा अध्यक्ष पद पर रितु खंडूरी का नाम जोरों पर, मगर आधिकारिक पुष्टि नहीं

विधानसभा अध्यक्ष को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज है। कई दिग्गज नेता इस पद को लेकर लॉबिंग में लगे हैं। वहीं सोशल मीडिया में चर्चाओं का माहौल गर्म है कि भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी की बेटी रितु खंडूरी को विधानसभा स्पीकर बनाए जाने का फैसला किया है। अभी इस बात की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। आपको बता दें कि रितु कोटद्वार से विधायक चुनकर आई हैं। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में कोटद्वार से उनकी यह जीत कई मायनों में खास रही है। कोटद्वार सीट से चुनाव जीतकर उन्होंने अपने पिता की हार का बदला लिया था।

रितु खंडूरी भूषण ने कांग्रेस के सुरेंद्र सिंह नेगी के खिलाफ 3687 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। रितु दूसरी बार मैदान में उतरीं थीं। 2022 के विधानसभा चुनाव में रितु खंडूरी को बीजेपी ने आखिरी समय पर यमकेश्वर से हटाकर कोटद्वार सीट से प्रत्याशी बनाया था।
कौन है रितु खंडूरी
रितु खंडूरी भूषण का जन्म नैनीताल में 29 जनवरी 1965 को एक फौजी परिवार में हुआ। मूल रूप से उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के राधाबल्लभ पुरम गांव निवासी उनके पिता मेजर जनरल (रिटा.) भुवन चंद्र खंडूरी तब एक फौजी ऑफिसर थे। रिटायरमेंट के बाद उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ा और जीतकर वाजपेयी सरकार में मंत्री भी बने।

खंडूरी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी बने और प्रदेश की राजनीति में एक चर्चित नाम रहें। रितु की शुरुआती शिक्षा अपने पिता की फौजी पोस्टिंग के साथ कई स्थानों पर हुई। उन्होंने मेरठ के रघुनाथ गर्ल्स कॉलेज से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई की। उसके उपरांत उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन किया और दिल्ली से पत्रकारिता में डिप्लोमा लिया। 2006 से 2017 तक उन्होंने नोएडा स्थित एमिटी विश्वविद्यालय में फैकल्टी के रूप में भी कार्य किया। उत्तराखंड की राजनीति में बीसी खंडूरी के बेहद साफ छवि रही है। रितु को भी लोगों को भरपूर प्यार मिला है।

हजारों कार्यकर्ताओं, दिग्गजों की मौजूदगी में हुआ राज्य के 12वें सीएम का शपथ ग्रहण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित देशभर से बड़े दिग्गजों, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों, संतों, हजारों कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में उत्‍तराखंड के 12वें मुख्‍यमंत्री के रूप में पुष्‍कर सिंह धामी ने आज शपथ ग्रहण की। उनके साथ ही नए मंत्रिमंडल ने भी शपथ ग्रहण की। नई कैबिनेट में दो नये चेहरों को भी स्थान मिला है, जबकि तीन को रिपीट करने से परहेज किया गया है। वहीं मंत्रिमंडल के तीन पदों को रिक्त रखा गया है।

इन्होंने ली शपथ
सुबोध उनियाल, सौरभ बहुगुणा, रेखा आर्य, चंदन रामदास, सतपाल महाराज, धन सिंह रावत, गणेश जोशी, प्रेमचंद अग्रवाल ने शपथ ग्रहण की।

इन चेहरों को नहीं मिली जगह
धामी सरकार में मंत्री रहे बंशीधर भगत, बिशन सिंह चुफाल, अरविंद पांडे को धामी रिटर्न की सरकार में जगह नहीं दी गई है।

यह पुराने चेहरे जगह बना पाने में रहे कामयाब
धामी सरकार में मंत्री रहे सतपाल महाराज, धन सिंह रावत, रेखा आर्य, सुबोध उनियाल, प्रेमचंद अग्रवाल, गणेश जोशी पुनः धामी रिटर्न की सरकार में जगह बनाने में कामयाब रहे है।

यह हैं नए चेहरे
धामी रिटर्न में नये चेहरे में सितारगंज से विधायक सौरभ बहुगुणा, बागेश्वर से चंदन रामदास पहली बार मंत्रिमंडल में जगह मिली है।

पुल से नीचे कूदने जा रहे युवक को एसडीआरएफ टीम ने बचाया

कोटद्वार से लगभग दो किलोमीटर दूर पुल से एक लड़का छलांग लगाने की कोशिश कर रहा था, जिसे एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम द्वारा अपनी सूझबूझ व ततपरता से नीचे मे कूदने के प्रयास में वक़्त रहते पकड़ लिया व रोप रेस्क्यू करते हुए सही सलामत बाहर लाया गया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोपहर के समय लोगों ने उक्त युवक को पुल के नीचे बने सपोर्टिंग पिलर के बीच देखा, जो लगातार नीचे कूदने का प्रयास कर रहा था। लोगों ने तत्काल यह सूचना पुलिस को नोट कराई। युवक अत्यंत जोखिमपूर्ण स्थान से कूदने का प्रयास कर रहा था व उसकी मानसिक स्थिति भी ठीक नही लग रही थी। ऐसे में रेस्क्यू कार्य को अत्यंत सूझबूझ व सावधानी से त्वरित रूप से करना अति आवश्यक था। एसडीआरएफ टीम द्वारा स्थिति संवेदनशीलता का आंकलन करते हुए। युवक से प्रेमपूर्वक वार्तालाप करते हुए पहले रोप के माध्यम से उस तक पहुँच बनाई गई और फिर रोप रेस्क्यू करते हुए पुल व स्पोर्टिंग पिलर के बीच अत्यंत खतरनाक स्थान से युवक को रेस्क्यू कर नीचे लाया गया।

युवक द्वारा अपना नाम राजीव उर्फ राजा उम्र 25 साल पुत्र रामचन्द्र निवासी प्रजापतीनगर मोहल्ला, गाड़ीघाट ,कोटद्वार बताया गया। जो अपने परिवार से रुष्ट होकर पुल से नीचे छलांग लगाने आ गया था।

नौजवान की प्राणों की रक्षा करने पर सभी प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा एसडीआरएफ टीम की अत्यंत सराहना की गई व सेनानायक एसडीआरएफ, मणिकांत मिश्रा द्वारा एसडीआरएफ टीम के इस मानवीय कार्य की प्रशंसा करते हुए टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई।

उमेश शर्मा काऊ ने बनाए रखा अपना दबदबा

देहरादून। रायपुर विधानसभा सीट पर भाजपा से उमेश शर्मा काऊ का दबदबा बरकरार है। रायपुर विधानसभा क्षेत्र देहरादून में आता है, यहाँ भारतीय जनता पार्टी से उमेश शर्मा काऊ ने 30052 वोटों से जीत हासिल किया है। उत्तराखंड में काऊ दूसरी बार सबसे अधिक वोटों से जीतने वाले विधायक बने। वहीँ दूसरे नंबर पर कांग्रेस के हीरा सिंह विष्ट रहे। यहां उमेश के सामने कांग्रेस से हीरा सिंह बिष्ट, आप से नवीन पिरशाली, बसपा से सर्मिष्ठा प्रालियम और सपा से नरेन्द्र सिंह वर्मा भी मैदान में थे।

पत्रकारों से बात करते हुए विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कहा कि मुझे मिटाने वाले आज खुद ही मिट गए। जनता जानती है लंबे समय तक मेरा उत्पीड़न किया गया। अगर मेरी सीट पर भितरघात न होती तो जीत का मारजन 45 हजार से अधिक होता। विरोधी ताकतों ने पूरा प्रयास किया लेकिन उनके नापाक मंसूबे कामयाब नहीं हुए। आने वाले पांच सालों में अधूरे कामों को पूरा करेंगे। युवाओं को अधिक से अधिक स्वरोजगार से जोड़ने का प्रयास करेंगे। हर वर्ग का विकास करेंगे।

आपको बता दें कि यह सीट 2008 के परिसीमन के बाद अस्‍तित्‍व में आई थी। इस सीट पर उमेश शर्मा काऊ का दबदबा है। अब तक हुए दोनों चुनाव उन्‍होंने जीते हैं। 2012 में कांग्रेस के टिकट पर लड़े थे, तब भाजपा के दिग्‍गज नेता और पूर्व मुख्‍यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को हराया था। 2017 में पाला बदलकर भाजपा से चुनावी मैदान में कूदे और दोबारा जीत दर्ज की। 2017 विधानसभा चुनाव में उमेश शर्मा काऊ को रिकॉर्ड 59764 वोट मिले थे। उन्‍होंने कांग्रेस के प्रत्‍याशी प्रभु लाल बहुगुणा को 36771 वोट से हराया था। बहुगुणा को 22993 वोट ही मिल सके थे। वहीं 2012 में उमेश शर्मा काऊ को 29900 वोट मिले थे। भाजपा के त्रिवेंद्र सिंह रावत को मात्र 474 वोट से पीछे रह गए थे, उन्‍हें 29426 मत प्राप्‍त हुए थे।

शौकत अली पार्षद से मुक्त कराया सरकारी आवास

पार्षद शौकत अली के अवैध कब्जे को उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड (यूजेवीएनएल) ने कराया खाली। पिछले 6 सालों से जमाया था अवैध कब्जा।

उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड के अधीन बैराज कॉलोनी में अवैध रूप से कब्जा जमाए बैठे पार्षद शौकत अली का आवास पुलिस की मौजूदगी में खाली करा दिया गया है। वर्ष 2016 से पार्षद शौकत अली विभाग के आवास पर अपना कब्जा जमाए बैठे थे। विभाग की ओर से कई बार आवास को खाली करने के लिए शौकत अली को नोटिस भी दिए गए, लेकिन शौकत अली ने आवास को खाली नहीं किया। आवास खाली कराने के लिए एसडीएम ऋषिकेश को भी विभाग की ओर से अवगत कराया गया।

आज निगम के अधिकारी पुलिस के साथ शौकत अली का आवास खाली कराने के लिए पहुंचे। इस दौरान शौकत अली की पत्नी ने कार्रवाई का विरोध किया। खास बात यह रही कि शौकत अली के आवास में बिजली का मीटर नहीं मिला, जो अधिकारियों के लिए चौंकाने वाला विषय रहा। निगम के अधिकारियों की माने तो कई लोग अभी भी विभाग के आवास में अवैध रूप से कब्जा कर के बैठे हैं। जिन पर जल्दी ही कार्रवाई होगी।

केदारनाथ धाम के कपाट छह मई, बदरीनाथ धाम के कपाट आठ मई को खुलेंगे

विश्वप्रसिद्ध 11वें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट इस यात्रा वर्ष के लिए शुक्रवार 6 मई प्रात: 6 बजकर 25 मिनट पर वृश्चिक लग्न में खुलेंगे। (Portals of Kedarnath dham to open on 6th May) बद्रीनाथ धाम के कपाट 8 मई को खोले जाएंगे।

पंचकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में शिवरात्रि के पावन अवसर पर संक्षिप्त धार्मिक समारोह आयोजित हुआ। जिसमें श्री केदारधाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित हुई। इस अवसर पर रावल भीमाशंकर की उपस्थिति में पूजा- अर्चना की गई। पंचाग गणना के पश्चात यात्रा वर्ष 2022 हेतु श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित हुई।

भगवान श्री केदारनाथ जी की पंचमुखी उत्सव डोली 2 मई को पंचकेदार गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ से केदारनाथ धाम को प्रस्थान करेगी जबकि 1 मई को भैरवनाथ जी की पूजा की जायेगी।

डोली 2 मई गुप्तकाशी, 3 मई फाटा, 4 मई गौरीकुंड 5 मई को पंचमुखी डोली श्री केदारनाथ धाम पहुंचेगी। 6 मई शुक्रवार प्रातर 6 बजकर 25 मिनट पर श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे।

यूकेडी प्रत्याशी मोहित डिमरी ने चुनाव में किया भ्रामक, खुद पर हमले की झूठी कहानी रची

14 फरवरी को हुए मतदान से दो दिन पहले आई एक खबर ने सबको चौंका दिया। 12 फरवरी की रात ये खबर आई की रुद्रप्रयाग (Rudraprayag) से उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशी मोहित डिमरी पर अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया है। इसमें मोहित डिमरी को चोटें भी आई औऱ उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। लेकिन इस मामले की (Police says attack on Mohit Dimri was fake and scripted) जांच के बाद पुलिस का कहना है कि हमले की यह पूरी कहानी फर्जी है औऱ मोहित डिमरी द्वारा चुनाव में फायदा लेने के लिए यह स्वांग रचा गया।

रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि 12 फरवीर को हमले की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई थी। पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाकर उनके बयान लिए गए और मामले की जांच शुरू हुई। कॉल डिटेल्स, सीसीटीवी फुटेज खंगालने और तमाम जांच के बाद ये सामने आया कि हमले की कहानी फर्जी थी। मोहित डिमरी और उनके साथियों ने चुनाव में फायदा लेने के लिए ये स्वांग रचा था।

पुलिस के मुताबिक विवेचनात्मक कार्यवाही में यह बात स्पष्ट रूप से सामने आयी है कि, उस दिन पुलिस को जो भी सूचना दी गयी थी, भ्रामक दी गयी थी, वास्तव में ऐसी कोई घटना घटित ही नहीं हुई थी। विवेचनात्मक कार्यवाही के दौरान सीसीटीवी फुटेज एवं कॉल डिटेल्स इत्यादि का गहरायी से विश्लेषण किया गया, जो लोग उस समय वहां पर मौजूद थे या जो भी इनके साथ कार में थे, तथा जो इनको लेकर निजी चिकित्सालय ले गये थे, सभी के बयानों के आधार पर यह बात सामने आयी है कि, इनके द्वारा चुनाव में फायदा लेने व सहानुभूति प्राप्त करने के इरादे से झूठी सूचना पुलिस को दी गयी थी, और एक ऐसा अपराध का घटनास्थल एवं वातावरण तैयार किया गया था, जिसमें इनके द्वारा खुद ही अपने वाहन के शीशे पत्थर से तोड़े गये तथा अपने पर कुछ हल्की चोटें लगवाईं गयी। और उस दिन इस घटनाक्रम को काफी बढ़ा-चढ़ा कर विभिन्न सोशल मीडिया एवं मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से प्रस्तुत कराया गया था। इस सम्बन्ध में पुलिस के स्तर से रिपोर्ट न्यायालय में प्रेषित की जा रही है तथा न्यायालय के आदेश से इस सम्पूर्ण घटनाक्रम में संलिप्त लोगों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।

कार से पकड़ी 1 लाख 30 हजार की नकदी

मुनिकीरेती थाना निरीक्षक रितेश साह ने बताया कि विधान सभा चुनाव के मद्देजनर आचार संहिता लागू है। लिहाजा विभिन्न चौकी बैरियर पर सघन चेकिंग के अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत गुरूवार सुबह पुलिस और एसएसटी टीम ने भद्रकाली चौकी बैरियर पर कार आरजे 17सीबी 5322 को चेकिंग के लिए रोका। कार के अंदर बैग से 1 लाख 30 की नकदी मिली। कार चालक मुर्तजा पुत्र आबिद भाई निवासी भवानी मंडी, जिला झााला वार्ड राजस्थान से नकदी के बारे में पूछताछ की गई। वह नकदी के लेन-देन से संबंधित दस्तावेज नहीं प्रस्तुत कर पाया। लिहाजा नकदी को टीम ने जब्त कर राजकोष में जमा करवा दिया है। टीम में एसएसटी टीम प्रभारी सुखपाल सिंह बिष्ट, उपनिरीक्षक विकास शुक्ला, कांस्टेबल पुष्कर सिंह शामिल रहे।

उत्तराखंड में मोदी और राहुल की रैली से राजनैतिक गर्मी बढ़ी

गुरुवार को उत्तराखंड चुनाव में प्रचार की सरगर्मियां चरम पर रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीनगर में विजय संकल्प सभा को संबोधित किया, तो कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने मंगलौर औऱ जागेश्वर में उत्तराखंड स्वाभिमान सभा को संबोधित किया। पीएम मोदी ने जहां कांग्रेस पर सेना के अपमान के आरोप लगाए तो राहुल गांधी ने पीएम मोदी को दो चार अरबपतियों का मित्र बताया। इस दौरान जहां मोदी ने गढ़वाली संबोधन से वोटरों का ध्यान खींचा तो राहुल ने जागेश्वर के तांबे के बर्तनों से संस्कृति से जुड़ाव की कोशिश की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीनगर के एनआईटी मैदान में चुनावी सभा को संबोधित किय़ा। मोदी ने गढ़वाली में अपने संबोधन की शुरुआत की और धारी देवी व कमलेश्वर महादेव का जिक्र करते हुए अपनी बात आगे बढ़ाई। मोदी ने पंथ्या दादा औऱ माधो सिंह भंडारी को याद करते हु एखहा कि बीजेपी की डबल इंजन सरकार ही उत्तराखंड का सर्वांगीण विकास कर सकती है। मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने उत्तराखंड के विकास में रोड़े अटकाए हैं।
मोदी ने जनरल बिपिन रावत को याद करते हुए कहा कि जनरल रावत ने देश को दिखाया कि उत्तराखंड के लोगों के पास न केवल पहाड़ जैसा साहस होता है बल्कि हिमालय जैसी ऊंची सोच भी होती है। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि उत्तराखंड के लोग कभी भूल नहीं सकते। सेना को लेकर इन लोगों का रवैया क्या रहा है। सेना पर ही सवाल उठाते रहे हैं। काँग्रेस पार्टी कभी जनरल बिपिन रावत जी को सड़क का गुंडा कहकर अपमानित कर रही थी। आज अपने प्रचार में उन्हीं के कट आउट लगाकर, उनकी फोटो लगाकर वोट मांग रही है।
उधर राहुल गांधी ने पहले मंगलौर में औऱ दोपहर को जागेश्वर में चुनावी सभा की। राहुल ने मंगलौर में कहा कि मोदी सरकार दो हिंदुस्तान बना रही है। एक अरबपतियों का और दूसरा बेरोजगारों का। राहुल ने कहा कि कि पीएम मोदी को लगता है कि सब उनसे डरते हैं, लेकिन मैं नहीं डरता। कहा कि मुझे उन्हें देखकर हंसी आती हैं। राहुल गांधी ने कहा कि गरीबों के लिए देश में जगह नहीं है। चीन ने भारत की जमीन दबाई लेकिन नरेंद्र मोदी उस पर नहीं बोलते हैं। मोदी ने नोटबंदी कर देश को बर्बाद किया है, जब नोटबंदी हुई तो क्या कोई अरबपति लाइन में लगा?
राहुल ने जागेश्वर में तांबे की गागर के जरिए संस्कृति पहलू को छूने की कोशिश की, लेकिन वे उसका नाम तक नहीं बता पाए। राहुल ने कहा कि हम अपने घोषणापत्र के वादों को पूरा करेंगे। प्रदेश के युवाओं को 4 लाख रोजगार देंगे। साथ ही सिलेंडर के दाम पांच सौ रुपये से कम रखेंगे। पांच लाख परिवारों को सालाना 40 हजार रुपये दिए जाएंगे। हर गांव, हर द्वार तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाईं जाएंगी, हर व्यक्ति के घर तक दवाई पहुंचाने की व्यवस्थ करेंगे।

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