गांव की खुशहाली के लिए पूजा-अर्चना

रायवाला।
छिद्दरवाला के हिमालय देवी मंदिर में फूलपाती महोत्सव नव पत्रिका मनाया गया। गांव की खुशहाली के लिए मां की पूजा-अर्चना की गई।
हिमालय देवी मंदिर में शनिवार को गोर्खाली समुदाय की महिलाओं ने गांव की खुशहाली के लिए प्रार्थना की। मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए नौ प्रकार के पत्ते और माता की तस्वीर को डोली में रखते हैं। इसे पुरुष उठाते हैं। महिलाएं पानी से भरा घड़ा लेकर माता को शृंगार कराकर परिक्रमा करते हैं। ऐसी मान्यता है कि इससे गांव में दुख और बीमारियों का नाश होकर खुशहाली का वास होता है।

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ऋषिकेश रियल एस्टेट एसोसिएशन ने सैनिकों को दी श्रद्धांजलि

ऋषिकेश।
ऋषिकेश रियल एस्टेट एसोसिएशन से जुड़े पदाधिकारी त्रिवेणीघाट पहुंचे। उन्होंने सांध्यकालीन गंगा आरती में भाग लिया। एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश कोठारी ने बताया कि ऊरी आतंकवादी हमले में मारे गये शहीद जवानों की आत्मशांति के लिए गंगा आरती का आयोजन किया गया है। उन्होंने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की। सर्जिकल स्ट्राइक पर उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने अदम्य साहस का जो परिचय दिया है, वह काबिले तारिफ है। उनके साहस और जज्बे को हम सलाम करते है। दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देकर सेना ने हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। इससे सेना के जवानों का भी मनोबल बढ़ा है।

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इस मौके पर सचिव राजीव खुराना, नितिन गुप्ता, राजेन्द्र सजवाण, दीपक चुग, धीरज मखीजा, संजय व्यास, प्रदीप दुबे, वीरेन्द्र जोशी, हरेन्द्र रावत, विशाल कककड़, विवेक तिवारी, अजीत कवंल, निशान्त मलिक, वीरेन्द्र अरोडा, मानव जौहर, नितिन गावड़ी, मंगा ओबराय, अनिल कुकरेती, प्रदीप गुप्ता, अशोक पाल, नवीन भटट, गोपाल सती आदि मौजूद थे।

सात सुरों का बहता दरिया तेरे नाम तेरे नाम…

श्री राधामाधव संकीर्तन मंडल के सुंदर भजनों पर झूमे श्रद्धालु
मानव चेतना केंद्र और जयराम आश्रम में संकीर्तन का आयोजन

ऋषिकेश।
मानव चेतना केंद्र उग्रसेन नगर और जयराम आश्रम में गुरुवार को संकीर्तन महोत्सव का आयोजन किया गया। भागीरथ उग्रसेन नगर में भजन गायक मुरलीधर मल्होत्रा ने अपने तेरे बगैर सांवरिया…, कन्हैया तेरी आंखें नशीली…, गोविन्द भजो रे राधे गोविन्द…, सात सुरों का बहता दरिया तेरे नाम तेरे नाम… सुनाकर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध किया। बरेली से आए युधिष्ठिर, सुनील मलिक और लुधियाना से अश्वनी ग्रोवर ने भी भजनों से श्री राधामाधव का गुणगान किया। शाम के समय जयराम आश्रम में भी श्रीराधामाधव का गुणगान किया गया।

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मंडल अध्यक्ष राजेन्द्र सेठी ने कहा कि वार्षिकोत्सव में मंडल की विभिन्न शाखाओं से सैकड़ों की संख्या में भक्तजन मौजूद रहे। कार्यक्रम में सीताराम कुमार, हरीश धीगड़ा, विजय डंग, मदन डंग, गोवर्धन चावला, विनोद जौहर, श्याम अरोड़ा, ऋषि चांवला, रविराज मखीजा, श्याम बिरला, हरिकृष्ण गावड़ी, जगदीश लाल डंग, देवपाल, नवल कपूर, केशव मुल्तानी, जगमोहन, अरविंद गुप्ता, रामप्रकाश, अंकित नारंग, इंद्रमोहन पाहवा, सुधीर कालड़ा, संदीप चोपड़ा, जयगोपाल वार्ष्णेय, मनोज मदान, प्रवीण अनेजा, चंद्रप्रकाश कामरा आदि उपस्थित थे।

अध्यात्मिकता और शांति से मिलती है सफलता

अंर्तराष्ट्रीय उद्बोधन श्रृखंला के अंर्तगत विश्व शांति दिवस के उपलक्ष्य में एक दिवसीय विचार गोष्ठी का आयोजन
शिमला विश्वविद्यालय के कुलपति अरुण दिवाकर नाथ वाजपेयी मुख्य वक्ता रहे
ऋषिकेश।
बुधवार को ज्योति विशेष विद्यालय में आध्यात्मिक और शांति विषय पर वक्ताओं ने अपने विचार रखें। शिमला विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य अरुण दिवाकर नाथ बाजपेयी ने आध्यात्म और शांति को परिभाषित किया। कहा कि जीवन में सफलता पाने का सूत्रधार आध्यात्म है, और आध्यात्म से ही शांति मिलती है। जीवन में शांति पाने के लिए आज लोग करोड़ों रुपये खर्च कर रहे है, लेकिन आध्यात्म की ओर किसी का ध्यान नही है। लोग अध्यात्मिकता और शांति को एक निश्चित उम्र का पैमाना मानते है। 103
कार्यक्रम में उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय हरिद्वार के कुलपति प्रो. पीयूषकांत दीक्षित, हमीरपुर उत्तरप्रदेश के विधायक युवराज सिंह, श्री भरत मंदिर ऋषिकेश के महंत अशोक प्रपन्नाचार्य, विधायक प्रेमचंद अग्रवाल, एडवोकट अश्वनी दुबे ने भी अपने विचार रखें। कार्यक्रम संयोजक लक्ष्मी नारायण जोशी ने अतिथियों का धन्यवाद दिया। प्रो. पीयूषकांत दीक्षित, प्रो. निशांत सिंह देवल व प्रो. ईश्वर दास को आजीवन उपलिब्ध सम्मान से नवाजा गया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रकाश पंत ने किया। मौके पर पूर्व दर्जाधारी ऊषा रावत, मदन मोहन शर्मा, ज्योति सजवाण, इन्द्र कुमार गोदवानी, रवि कुमार जैन, चेतन शर्मा, डीबीएस रावत, कुसुम जोशी, कमला नेगी, सभासद हरीश तिवाड़ी, राकेश पारछा, विवेक तिवारी, अमित गांधी आदि मौजूद थे।

संत समाज को सही रास्ता दिखाते हैः हरीश रावत

ऋषिकेश।
मुख्यमंत्री हरीश रावत रविवार को दयानंद आश्रम पहुंचे और उनकी भू.समाधि स्थल पर पुष्प चढ़ाए। उन्होंने कहा कि स्वामी दयानंद ने आपदा के समय राज्य की मदद की। आपदा में अनाथ हुए बच्चों को शिक्षा का ज्ञान देकर सहारा दिया। उन्होंने कहा कि संत समाज को सही रास्ता दिखाते है। हमें भी अपने कर्तव्यों को समझना चाहिये, देश को स्वच्छ व मजबूती देने की दिशा में कार्य करना चाहिये। आश्रम के स्वामी शुद्धानंद महाराज ने बताया कि सुबह से ही आश्रम में संतों ने उनकी समाधि पर पुष्प अर्पित किए। 108a
109वही, भाजपा के केन्द्रीय महासचिव राममाधव भी दयानंद आश्रम पहंुचे। उन्होंने दयानंद को महान संत की संज्ञा दी। कहाकि तीर्थनगरी संतों की नगरी है। इस अवसर पर आश्रम प्रबंधक गुणानंद रयाल, शांतआत्मानंद महाराज, एमजी श्रीनिवासन, धर्मराजन, पूर्णानंद महाराज, शीला बाला, संदीप रहेजा, दुर्गा रहेजा, राम सुब्रमण्यम राजा, डीएम टिहरी इंदुधर बौड़ाई, एसएसपी एनएस नपल्चयाल, एसडीएम लक्ष्मीराज चौहान आदि मौजूद रहे।

पंचक खत्म होते ही कावड़ियों की संख्या में वृद्धि

कावड़ियों की भीड़ के मद्देनजर चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात
हरिद्वार।
तीर्थनगरी मंे कांवडियांे की भीड़ मंे लगातार इजाफा होता जा रहा है। प्रशासन कांवडियांे की भीड़ को हाईवे से उतारकर उनको नहर पटरी से उनके गतंव्य की ओर रवाना किया जा रहा है। नहर पटरी मंे कांवडियांे के लिए बिजली, पानी व शौचालय की व्यवस्था की गयी है। ताकि कांवडियांे को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो। हाईवे पर जाम की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम किये गये है। डाक कांवडियांे के लिए अलग-अलग स्थानों पर पार्किग की व्यवस्था की गयी है। जहां पर उनके कांवड से सम्बंधित सामानांे का बाजार भी व्यापारियांे द्वारा लगाया गया है। जहां पर कांवडियांे को उनके मुताबिक समान उपलब्ध कराया जा रहा है। श्रावण मास कांवड मेला तीर्थनगरी में प्रारम्भ हुए चार दिन हो चुके है। चार दिनांे के भीतर विभिन्न प्रान्तांे से लाखांे कांवडियें गंगा जल भरकर यहां से अपने गतंव्यों की ओर रवाना हो चुके है। जिस तेजी के साथ कांवडियांे को आगमन हरिद्वार मंे हो रहा है। ठीक उसी तरह यहां से गंगा जल भरकर कांवडियांे का प्रस्थान भी हो रहा है।
लाखांे कांवडियंे मौजूदा समय मंे तीर्थनगरी में डेरा डाले हुए है। जिनमें कुछ पंचक समाप्त होने का इंतजार कर रहे है, तो कुछ पंचक को ना मानकर गंगा जल भरकर यहां से प्रस्थान कर रहे है। प्रशासन की ओर से कांवड मेले को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए जहां पुख्ता इंतजाम करते हुए उनको अमली जामा पहनाया गया है। वहीं दुनियाभर मंे आतंकवादी घटनाआंे को देखते हुए सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किये गये है। देखा जाए तो तीर्थनगरी के चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया है। इतना ही नहीं पुलिस प्रशासन ने असमाजिक तत्वांे पर पैनी नजर रखी जा रही है। कांवडियांे के भेष सहित सार्दी वर्दी में पुलिस को तैनात किया गया है। ताकि किसी स्थिति से निपटा जा सकें। बस अड्डा, रेलवे स्टेशन सहित भीड ़भाड़ वालंे इलाकों मंे डॉग स्वायड व बम निरोधक दस्ता भी चैंकिग अभियान में जुटा है।
पुलिस प्रशासन द्वारा स्थानीय नागरिकों सहित व्यापारियांे और संत व साधुआंे से सहयोग की अपील की गयी है। पुलिस प्रशासन ने तैनात पुलिस अधिकारियों सहित कर्मियांे को कांवडियांे सहित स्थानीय नागरिकों, व्यापारियों और आम लोगों से मधुर व्यवहार किये जाने के निर्देश दिये गये है।

मोदी के आध्यात्मिक गुरु स्वामी दयानंद सरस्वती को दी गई भू-समाधि

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भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री राममाधव, विहिप नेता अशोक सिंघल व साध्वी प्राची पहुंचे
आरएसएस के कार्यवाह दात्रात्रेय ने भी पार्थिव शरीर पर पुष्प चढ़ाए

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आध्यात्मिक गुरु ब्रह्मलीन स्वामी दयानंद सरस्वती को शुक्रवार सुबह शीशमझाड़ी (ऋषिकेश) स्थित दयानंद आश्रम परिसर में भू-समाधि दी गई। भू-समाधि के वक्त उमड़े जनसमूह ने स्वामी दयानंद सरस्वती के पार्थिव शरीर पर पुष्प चढ़ाए। इस दौरान कई भक्तों और संतों की आंखें भर आईं।
अस्वस्थ चल रहे वेदों के ज्ञाता स्वामी दयानंद सरस्वती 27 अगस्त को कैलीफोर्निया से भारत आए थे। 11 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने आध्यात्मिक गुरु स्वामी दयानंद का हाल जानने ऋषिकेश पहुंचे थे। 13 सितंबर को तबीयत बिगड़ने पर स्वामी दयानंद सरस्वती को हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में भर्ती कराया गया था। 10 दिन इलाज के बाद बुधवार देर रात स्वामी दयानंद सरस्वती ने अंतिम सांस ली। गुरुवार को उनका पार्थिक शरीर अंतिम दर्शन के लिए आश्रम परिसर में रखा गया।
शुक्रवार सुबह स्वामी दयानंद सरस्वती के पार्थिव शरीर को भू-समाधि स्थल के पास लाया गया। यहां वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ चेन्नई से आए वेदपाठी जमुनाथ गनपाति ने भू-समाधि की प्रक्रिया शुरू की। यहां भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री राममाधव, विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल, राष्ट्रीय स्वयं सेवक के कार्यवाह दात्रात्रेय, विहिप के संगठन महामंत्री डॉ. दिनेश कुमार, साध्वी प्राची, आश्रम के ट्रस्टी स्वामी शुद्दानंद सरस्वती, सुप्रीम कोर्ट के जज शरद कुमार, कुंभ मेलाधिकारी एसए मुरूगेशन सहित बड़ी संख्या में पहुंचे उनके अनुयायियों और स्थानीय लोगों ने स्वामी दयानंद सरस्वती के पार्थिव शरीर पर फूल चढ़ाए। ठीक दस बजकर पांच मिनट पर मंत्रोच्चारण के बीच भू-समाधि की प्रक्रिया शुरू हुई, जो सुबह 11 बजे तक चली। भू-समाधि के वक्त उपस्थित जनसमूह की आंखें नम हो गईं। इससे पहले तड़के से ही आश्रम परिसर में लोगों की भीड़ जुटती रही। भू-समाधि के बाद आश्रम के संतों और वहांमौजूद लोगों ने गंगा स्नान किया। आश्रम के ट्रस्टी स्वामी शुद्दानंद सरस्वती ने बताया कि आठ अक्तूबर को षोड़षी भंडारा आयोजित किया जाएगा।
इस अवसर पर ऋषिकेश विधायक प्रेमचन्द अग्रवाल, नरेन्द्रनगर विधायक सुबोध उनियाल, पालिकाध्यक्ष मुनिकीरेती शिवमूति कंडवाल, भाजपा प्रदेश महामंत्री ज्ञान सिंह नेगी, चित्रमणि, योगेश मिश्रा, भुवनचन्द्र, ज्योति सजवाण,इन्द्रकुमार गोदवानी, राकेश पारछा सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

भाजपा का नमामि गंगे अभियान नौ से

राज्य ब्यूरो, देहरादून: भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड में नौ मई से नमामि गंगे अभियान का शुभारंभ करेगी। पार्टी द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर संचालित होने वाले इस अभियान के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने पूर्व राष्ट्रीय सचिव व झारखंड प्रभारी त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में नमामि गंगे समिति गठित की है।

यह समिति गंगा संरक्षण व गंगा स्वच्छता के लिए देश में जागरूकता अभियान चलाएगी। मंगलवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में अभियान की तैयारी के संबंध में बैठक आयोजित की गई। नौ मई को महानगर कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत व नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट अभियान के प्रमुख त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में हजारों कार्यकर्ताओं को त्रिवेणीघाट ऋषिकेश के लिए रवाना करेंगे, जहां वे साधू-संतों व कार्यकर्ताओं के साथ गंगा आरती में शामिल होंगे। बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष धन सिंह रावत, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सुनील उनियाल, जितेंद्र नेगी, अमित कपूर आदि मौजूद थे।

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