खटीमा के लाल ने पौड़ी की पीड़ा को समझकर खोई रौनक को लाने का किया प्रयास

देहरादून। पौड़ी की खोई हुई रौनक फिर से लौटेगी। जिले का मंडल मुख्यालय गुलजार होगा। खटीमा के लाल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने दो दिवसीय दौरे में पौड़ी के उस दर्द को गहराई से महसूश किया जिसको पूर्ववर्ती मुख्यमंत्रियों ने या तो समझा नहीं या फिर समझने की कोशिश नहीं की। यूपी के समय पौड़ी जनपद का जो जलवा हुआ करता था, अलग राज्य गठन के बाद पौड़ी जिले की रौनक धीरे-धीरे कम होने लगी। सब्बि धाणी देहरादून के तहत सरकारी ऑफिस धीरे-धीरे देहरादून या मैदानी जनपदों में खिसकने लगे। पौड़ी जिले से मूल निवासी कई नेता, विधायक, मंत्री और मुख्यमंत्री बने लेकिन बावजूद उसकी खोई रौनक लौटाने में कामयाब नहीं हुए। मुख्यमंत्री धामी ने पौड़ी के दर्द को समझते हुए खोई हुई रौनक को लौटाने का बेड़ा उठाया है। पौड़ी से देहरादून पहुंचते ही अधिकारियों को इसको लेकर विस्तार से कार्य योजना बनाने के निर्देश जारी कर दिये हैं।

मुख्यमन्त्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा दिनांक 12 एवं 13 फरवरी 2023 को गढ़वाल मण्डल में मुख्यालय पौड़ी का सघन दौरा किया गया। इस दौरान जहाँ एक और मुख्यमन्त्री द्वारा अन्त्योदय निःशुल्क गैस रिफिल योजना का पूरे प्रदेश में एक साथ शुभारम्भ करने हेतु पौड़ी को चुना गया, वहीं दूसरी और करोड़ों की लागत के विभिन्न विभागीय योजनाओं का शुभारम्भ एवं लोकार्पण भी किया गया। मुख्यमन्त्री द्वारा पौड़ी क्षेत्र के विकास के लिए कई घोषणा भी की गयी। साथ ही पौड़ी की निरन्तर हुई उपेक्षा के दर्द को गहराई से महसूस किया गया।

दिनांक 14 फरवरी को पौड़ी दौरे के अवसर पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा करते हुए मुख्यमन्त्री द्वारा पौड़ी के ऐतिहासिक एवं पौराणिक महत्व के साथ-साथ प्राकृतिक सुन्दरता की और अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया और पौड़ी के सर्वागीण विकास के लिए विशेष कार्य योजना बनाये जाने के निर्देश दिये। साथ ही पौड़ी के गढ़वाल मण्डल मुख्यालय होने के बावजूद मण्डलीय स्तरीय कार्यालयों का मण्डल मुख्यालय से संचालित न होने का संज्ञान लेते हुए सचिव, मा० मुख्यमन्त्रीध् जनपद के प्रभारी सचिव को निर्देशित किया है कि एक सप्ताह में अध्ययन करके यह रिपोर्ट प्रस्तुत करें कि कौन-कौन से ऐसे मण्डल स्तरीय कार्यालय है, जिनका कार्यालय भवन पौड़ी में स्थापित है या स्थापित होना चाहिए और उनका संचालन मण्डल कार्यालय से न होकर राजधानी देहरादून या अन्यत्र से हो रहा है।

उल्लेखनीय है कि ऐतिहासिक दृष्टि से प्रशासनिक रूप से पौड़ी का विशेष महत्व रहा है और इसी ऐतिहासिकता की दृष्टि से पौड़ी को गढ़वाल मण्डल का मण्डल मुख्यालय बनाया गया। समय के साथ पौड़ी से धीरे-धीरे मण्डल स्तरीय कार्यालयों का देहरादून या अन्यन्त्र स्थानों से संचालित होने की परम्परा शुरू हुई, जिससे पौड़ी मण्डल मुख्यालय का महत्व कम होने लगा।

मुख्यमन्त्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा पौड़ी की इस पीड़ा को महसूस किया है और पौड़ी का भ्रमण खत्म होने के तत्काल बाद ही राजधानी देहरादून में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पौड़ी के विकास की कार्य-योजना के साथ-साथ पौड़ी की ऐतिहासिकता और गौरव को पुनः स्थापित किये जाने की आवश्यकता पर कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमन्त्री के इस प्रयास से उम्मीद की जानी चाहिए कि आने वाले वर्षों में पौड़ी अपने गौरव को पुनः प्राप्त कर सकेगा।

मुख्यमंत्री ने पौड़ी में ली विभागीय कार्यों की समीक्षा बैठक

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा पौड़ी जनपद के विकास भवन सभागार में सभी विभागों के विकास कार्यों और कार्यक्रमों की समीक्षा की। उन्होंने कार्यों को पारदर्शिता, तेजी से और दूरदृष्टिता को ध्यान में रखते हुए पूर्ण करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने उपस्थित अधिकारियों, प्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों से व्यापक विचार-विमर्श करते हुए सबकी भागीदारी से विकास कार्यों के प्रस्ताव निर्मित करने और उन्हें क्रियान्वित करने की बात कही। उन्होंने पेयजल निगम और जल संस्थान को पेयजल योजनाओं की क्षमता और उसकी वस्तुस्थिति को एक बार पुनः चेक करने के निर्देश दिये ताकि आगामी गर्मी में पेयजल की किल्लत न होने पाए। उन्होंने वन विभाग को वन्य जीव हमले में मानव व पशुधन के मुआवजे का भुगतान स्वो मोटो प्रोसेस से करने के निर्देश दिये ताकि संबंधित प्रभावित को अनावश्यक भागदौड़ न करनी पड़े।

मुख्यमंत्री ने पुनः बनाये जा रहे राशन कार्ड को अच्छे तरीके से क्रास वैरिफाई करवाने तथा जो मानक के अनुरूप वास्तव में हकदार हैं उन्हीं के बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने आयुक्त गढ़वाल और जिलाधिकारी को सरकार की योजनाओं का लोगों को समुचित लाभ दिलाने, विकास कार्यो को तेज गति से व पारदर्शिता से क्रियान्वित करने तथा सार्वजनिक सेवाओं की जटिलता को आसान बनाने के निर्देश दिये। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जनपद की पर्यटन थीम पर आधारित पर्यटन कैलेंडर का विमोचन भी किया।

उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि पर्वतीय क्षेत्र हमारे प्रदेश के विकास में कैसे भागीदार बनें, हम इस पर गंभीरता से कार्य कर रहें है। साथ ही युवा, महिला, गरीब, वंचित का किस तरह से अधिक से अधिक भला हो, हम इस को प्राथमिकता में लेकर कार्य कर रहे हैं।

समीक्षा बैठक में जनपद पौड़ी शहर हेतु सीवरेज लाइन, पौड़ी शहर बाइपास, श्रीनगर नगर निगम सीवर विस्तार, जी.बी. पंत इंजीनियरिंग कॉलेज पंपिग योजना, ट्रैचिंग ग्राउण्ड, तिमली रोड़, लोअर चोपडा, वन ग्रामों में मूलभूम सुविधा विकास और रांसी स्टेडियम के समीप हैलीपैड निर्माण जैसी जनपद की प्रमुख चुनौतियों का प्रस्तुतीकरण किया गया।

इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चैहान द्वारा लिविंग विद लेपर्ड प्रोग्राम, ट्राइडेन्ट पार्क देवप्रयाग, बिटल्स फैस्टिबल इन ऋषिकेश, पहाड़ी अंजीर (बेडु) इनीशिएटिव, युज ऑफ टेक्नोलॉजी गवर्नेंस एक्शन, बर्ड इंटरप्रिटेशन सेंटर कोटद्वार, पैराग्लाइडिंग स्पोर्ट्स स्कूल बिलखेत, माउंटेन म्यूजियम, प्लैनेटेरियम एण्ड बंजी जपिंग, डिस्ट्रिक कलेक्ट्रेट, हैरिटेज बिल्डिंग और गंगा म्यूजियम जैसे इनोवेटिव कार्यो का भी प्रेजेन्टेशन दिया। साथ ही जिला सेक्टर और राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित एवं बाह्य सहायतित योजना का प्रेजेन्टेशन भी दिया गया व समीक्षा बैठक ली। इस दौरान बैठक में कैबिनेट मंत्री डॉ0 धन सिंह सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष शांति देवी, स्थानीय विधायक राजकुमार पोरी, विधायक यमकेश्वर रेणु बिष्ट सहित संबंधित अधिकारी, जनप्रतिनिधि व कार्मिक उपस्थित थे।

सीएम ने खुद संभाली कमान, पल-पल के घटनाक्रम पर पैनी नजर, ग्राउंड जीरो पर खुद मौजूद

बीते 48 घंटों में उत्तराखंड को दो बड़े हादसों का सामना करना पड़ा है। पहला हादसा उत्तरकाशी जिले में हिमस्खलन के रूप में सामने आया तो दूसरा हादसा मंगलवार शाम पौड़ी जिले में बस दुर्घटना के रूप में। इन दोनों ही हादसों के बाद सिस्टम ने जो तेजी और तत्परता दिखाई उससे निःसंदेह कई जानों को बचाने में मदद मिली है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार इन हादसों को लेकर अपडेट ले रहे हैं और फिर बात आपदा कंट्रोल रूम से जरूरी निर्देश देने कि हो या ग्राउंड जीरो की। सीएम लगातार इन हादसों को लेकर सक्रिय हैं।
उत्तरकाशी के द्रोपदी पर्वत में हुए हिमस्खलन में निम के कई प्रशिक्षार्थी इसकी चपेट में आ गए। अब तक 22 लोगों को बचाये जाने की सूचना है जबकि बाकियों को तलाशा जारी है। 10 डेड बॉडी रिकवर की गई है। इस हादसे की सूचना मिलते ही सीएम ने मामले में केंद्र से वार्ता की जिसके बाद एयरफोर्स ने भी रिलीफ आपरेशन में मदद की। आज सीएम खुद ग्राउंड जीरो पर मौजूद हैं और उन्होंने यहां घायलों का हाल जाना।
वहीं, बीती देर शाम जैसे ही सीएम को पौड़ी के सिमडी में बरात की बस के खाई में गिरने की सूचना मिली तो वे बिना देर किए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ कार्यक्रम को छोड़कर सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम पहुँचे और न केवल हादसे का पल-पल अपडेट लेते रहे बल्कि पूरे सिस्टम को सक्रिय करते हुए निर्देश जारी किए। उन्होंने अगले दिन के सारे सरकारी कार्यक्रम भी रद्द कर दिए। इसी का नतीजा रहा कि समय से मौके पर पहुँची पुलिस, जिला प्रशासन की टीमो ने घने अंधेरे में ही राहत बचाव कार्य शुरू किया। आज सुबह भी पौ-फटते ही टीमें पुनः राहत कार्य मे जुट गई।
इस बीच मुख्यमंत्री आज पौड़ी में पहले घटनास्थल और फिर कोटद्वार बेस अस्पताल पहुँचे और घायलों का हालचाल जाना। साथ ही साथ राहत राशि भी घोषित की। इससे पहले मुख्यमंत्री ने सिमडी जहां हादसा हुआ था वहां ग्रामीणों से भेंट की और रात में उनके द्वारा किये गए रेस्क्यू कार्य के लिए आभार भी प्रकट किया। सीएम ने कहा कि फर्स्ट रेस्पांडर की भूमिका निभाने वाले ग्रामीणों को सरकार प्रोत्साहन राशि देगी।

मुख्यमंत्री ने अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग से नामित उपाध्यक्ष अंकित आर्य को किया पदमुक्त, पिता को संगठन ने निकाला

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर उत्तराखण्ड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग में नामित उपाध्यक्ष अंकित आर्य पुत्र विनोद आर्य निवासी स्वदेशी भवन, आर्य नगर, हरिद्वार को उत्तराखण्ड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग अधिनियम, 2003 ( अधिनियम संख्या 7 वर्ष 2003) की धारा 5 की उपधारा 3 (च) के तहत तत्काल प्रभाव से उक्त पद से पदमुक्त किया गया है।
प्रमुख सचिव एल फैनई द्वारा इसका आदेश जारी कर दिया गया है। तदक्रम में अंकित आर्य को अनुमन्य सुविधाएं भी तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई है।

नैनीताल में सीएम के निर्देश के बाद हुआ अमल, पांच रिसॉर्ट सील

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर उत्तराखण्ड में विभिन्न गेस्ट हाउस और रिज़ॉर्ट पर प्रशासन की ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर नैनीताल जिले के धानाचूली क्षेत्र में 5 रिजॉर्ट को सील किया गया है। जिला प्रशासन द्वारा आज विभिन्न होमस्टे एवं रिज़ॉर्ट की जाँच की गई, तय मानकों में खामियां पाए जाने पर जिलाधिकारी के निर्देशों पर एक ही दिन में 5 रिज़ॉर्ट को सील किया गया है।

गौरतलब है कि पौड़ी के लक्ष्मण झूला में हुई घटना के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार देर शाम सभी जिलाधिकारियों को तमाम होटल और रिज़ॉर्ट की स्क्रूटनी करने के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में यह ये निर्देश दिए थे कि यदि किसी भी होमस्टे रिजॉर्ट में किसी प्रकार के खामी पाई जाती है तो उस पर तत्काल कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद प्रदेश के अन्य जनपदों में भी कार्यवाही जारी है।

मुख्यमंत्री पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि प्रदेश में माहौल बिगाड़ने वालों को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, भले ही कोई कितनी रसूख़ वाला क्यों ना हो। ताज़ा मामले में ऋषिकेश लक्ष्मण झूला में अंकिता हत्याकांड के आरोपी रिज़ॉर्ट मालिक की गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर रिजॉर्ट को ध्वस्तीकरण की कार्रवाई कर दी गई। मुख्यमंत्री या यह संदेश है कि गलत करने वाले की जगह सिर्फ़ जेल में है।

पुलिस ने लापता रिसेप्शनिस्ट मामले में छह कर्मचारियों से की पूछताछ

यमकेश्वर प्रखंड के गंगा भोगपुर स्थित रिसार्ट से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुई रिसेप्शनिस्ट का अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। शुरुआत से ही संदिग्ध प्रतीत हो रहा यह मामला अब राजस्व पुलिस से नागरिक पुलिस में ट्रांसफर कर दिया गया है।

युवती के स्वजन की ओर जताई गई अनहोनी की आशंका के चलते वहीं पुलिस ने रिसार्ट पर ताला जड़कर वहां मौजूद छह कर्मचारियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। जबकि युवती की गुमशुदगी दर्ज कराने वाला रिसार्ट स्वामी तथा मैनेजर अभी तक पुलिस के सामने नहीं आए हैं।

राजस्व क्षेत्र गंगा भोपगुर स्थित वनंन्तरा रिसार्ट में ग्राम श्रीकोट पट्टी नांदलस्यूं पौड़ी गढ़वाल निवासी अंकिता भंडारी (19 वर्ष) पुत्री वीरेंद्र सिंह भंडारी रिसेप्शनिस्ट के रूप में कुछ समय से काम कर रही थी।

बताया जा रहा है कि 19 सितंबर की सुबह अंकिता भंडारी रिसार्ट के अपने कमरे में नहीं मिली। जिसके बाद रिसार्ट के संचालक पुलकित कुमार ने राजस्व पुलिस को तहरीर दी।

उसमें बताया कि अंकिता कुछ समय से अंकिता मानसिक तनाव में थी। उसके मन को बहलाने के लिए पुलकित और सौरभ उसे 18 सितंबर को दुपहिया वाहन पर ऋषिकेश की ओर ले गए थे। जहां से देर सायं को वह सभी रिसार्ट में लौट आए थे।

इसके बाद वह अपने-अपने कमरे में सोने के लिए चले गए। 19 सितंबर की सुबह पता चला कि अंकिता अपने कमरे में नहीं है।

जिसके बाद अंकिता की काफी तलाश की गई मगर, उसका कुछ पता नहीं चल पाया।

अंकिता के पिता से भी जानकारी लेने पर पता चला कि वह गांव भी नहीं पहुंची।

अनियंत्रित होकर बस पल्टी, सभी सुरक्षित

लक्ष्मणझूला थाना क्षेत्र के पशुलोक बैराज मार्ग पर बछिया को बचाने के चक्कर में सवारियों से भरी जीएमओ की बस अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में बस में सवार सात यात्री घायल हुए हैं। घायलों को एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया है।

लक्ष्मणझूला पुलिस ने बताया जीएमओ की बस ऋषिकेश से हरिद्वार जा रही थी। पशुलोक बैराज मार्ग पर कुनाऊं गांव के पास अचानक एक बछिया सामने आ गई, इसे बचाने के प्रयास में बस बेकाबू होकर पलट गई। गनीमत रही कि बस मार्ग के किनारे शक्तिनहर में नहीं गिरी। हादसे की सूचना मिलते ही पशुलोक बैराज में तैनात उपनिरीक्षक नवीन पुरोहित अधीनस्थों के साथ मौके पर पहुंचे और घायल यात्रियों को 108 एंबुलेंस की मदद से एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया। पुलिस ने घायलों की पहचान अंकिता (26) पुत्री योगेंद्र सिंह निवासी खटीमा, राम सिंह (35) पुत्र पप्पू, आर्यन (3) पुत्र पप्पू, सुनीता (23) पत्नी पप्पू निवासी नेपाल, सुनीता मिश्रा (32) पत्नी बृजेश मिश्रा निवासी किच्छा, उधमसिंह नगर, अमन (32) पुत्र धर्मपाल निवासी रतिया हरियाणा के रूप में कराई है। थाना प्रभारी निरीक्षक संतोष सिंह कुंवर ने बताया कि बस में 30 यात्री सवार थे। चालक और परिचालक समेत अन्य यात्री सुरिक्षत हैं।

पुलिस ने हुड़दंग मचा रहे चार पर्यटकों को पकड़ा

लक्ष्मणझूला पुलिस ने मिशन मर्यादा के तहत क्षेत्र के विभिन्न घाटों और सार्वजनिक स्थानों पर गश्त की। इसी बीच राधेश्याम घाट पर नशे में धुत कुछ लोग उत्पात मचाते नजर आए। मौके पर पुलिस ने शराब पीकर हुड़दंग मचा रहे चार लोगों को पकड़ लिया।

लक्ष्मणझूला थाना प्रभारी संतोष सिंह कुंवर ने हुड़दंगियों की पहचान नितिन पुत्र होशियार सिंह निवासी राधाविहार मंडोली शाहदरा दिल्ली, विष्णु पुत्र वेदप्रकाश निवासी नंदनगरी, रोहताशनगर शाहदरा दिल्ली, अजयकुमार पुत्र अनिल कुमार निवासी मीतनगर, शाहदरा दिल्ली, गोविन्द पुत्र मुन्नालाल निवासी प्रतापनगर, शाहदरा दिल्ली के रूप में कराई है। बताया कि सभी के खिलाफ पुलिस ऐक्ट में कार्रवाई की गई है। पुलिस टीम में कांस्टेबल दीपक, सुवर्द्धन, गोताखोर भवानन्द आदि शामिल रहे।

चीला पावर हाउस में आग लगने से मचा हड़कंप, एक झुलसा

लक्ष्मणझूला थाना निरीक्षक संतोष सिंह कुंवर ने बताया कि बुधवार को तीन बजे अचानक चीला पावर हाउस के सरकारी आवास में आग लगने की सूचना पुलिस को मिली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पहले आयलर के पद पर कार्यरत कर्मचारी को सुरक्षित बाहर निकाला। आग में कर्मचारी झुलस गया। पुलिस ने आनन-फानन में ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया।

पुलिस ने कर्मचारी की पहचान अमित कुमार (47) पुत्र रामप्रकट निवासी चीला कॉलोनी के रूप में कराई है। कुछ मिनटों में आग पर काबू पाया गया। बताया कि आग लगने की स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है। मामले की जांच की जा रही है। आग की वजह से कोई बड़ी हानी नहीं हुई। कर्मचारी भी खतरे से बाहर बताया जा रहा है। पुलिस टीम में चीला चौकी प्रभारी श्रद्धानंद सेमवाल, हेडकांस्टेबल नीरज कुमार, मेजर तोमर आदि रहे।

महिला ने लगाया दुष्कर्म का आरोप, गिरफ्तार

लक्ष्मणझूला पुलिस ने अपने ही पिता पर दुष्कर्म जैसे गंभीर आरोप लगाने वाली महिला की तहरीर के आधार पर एक पिता को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार, बीते 30 मार्च को एक महिला ने लिखित शिकायत दी। महिला ने अपने ही पिता पर गाली गलौज, मारपीट और बदनीयती से छेड़खानी कर उसके साथ जबरन दुष्कर्म का आरोप तक जड़ दिया। मामले का संज्ञान लेकर लक्ष्मणझूला पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के आधार पर किशन चौधरी के खिलाफ दुष्कर्म समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया। पुलिस ने आरोप को कोटद्वार में नजीबाबाद चौक के पास से आरोपी को गिरफ्तार किया।

503 Service Unavailable

Service Unavailable

The server is temporarily unable to service your request due to maintenance downtime or capacity problems. Please try again later.

Additionally, a 503 Service Unavailable error was encountered while trying to use an ErrorDocument to handle the request.