मंत्री ने सचिव कृषि को किसान भवन में कॉल सेंटर स्थापित करने के भी दिए निर्देश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 14वीं किस्त जारी की। राजस्थान के सीकर से देशभर के साढ़े 8 करोड़ से अधिक किसानों के खाते में 2000 रुपए की किस्त ट्रांसफर की गई। इसी क्रम में देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी भी जुड़े। कार्यक्रम में विधायक मुन्ना सिंह चौहान जिला पंचायत मधु चौहान सचिव कृषि दीपेंद्र चौधरी कृषि महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
कृषि मंत्री गणेश जोशी ने प्रधानमंत्री का आभार प्रकट करते हुए कहा कि आज पीएम मोदी द्वारा प्रदेश के 708148 (सात लाख साठ हजार एक सौ अडतालीस) किसानों को रुपये (168.94 लाख) एक सौ अडसाठ करोड़ चौरान्वे लाख धनराशि सीधे उनके खातों में हस्तांतरित की हैं। मंत्री ने कहा भारत सरकार द्वारा किसानों को वित्तीय सहायता दिये जाने के लिए दिनांक 01 दिसम्बर 2018 से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पी.एम किसान) योजना लागू की गई है। योजना में पात्र किसानों को प्रति वर्ष छह हजार रुपये की धनराशि दो हजार रुपये की तीन समान किस्तों में प्रदान की जा रही है। प्रदेश में योजनान्तर्गत वर्तमान में पंजीकृत सक्रीय किसानों की संख्या नौ लाख अठारह हजार है। अब तक किसान सम्मान निधि योजना के तहत जारी की गई तेरह किश्तों में प्रदेश के किसानों को रुपये दो हजार पैसठ करोड अठासी लाख धनराशि उपलब्ध करायी गयी है। कार्यक्रम के दौरान मंत्री गणेश जोशी ने सचिव कृषि को देहरादून स्थित किसान भवन में कॉल सेंटर स्थापित करने के भी निर्देश दिए, ताकि किसानों को किसी भी समस्या के समाधान या जानकारी मिल सके।
मंत्री ने आगामी किश्तों का लाभ लेने के लिए सभी किसानों को मज्ञल्ब् अभिलेखों से सम्बन्धित कार्य समय पर करा ले। इसके लिए अपने निकटतम कृषि कार्यालय तथा राजस्व कार्यालय से सम्पर्क कर लें। मंत्री ने कहा केन्द्र के तर्ज पर प्रदेश सरकार द्वारा भी राज्य में मुख्यमंत्री प्राकृतिक कृषि योजनाष् प्रारम्भ की जा रही है, जिससे अधिक से अधिक क्षेत्र को प्राकृतिक कृषि के अन्तर्गत आच्छादित किया जा सके। उन्होंने कहा गंगा नदी स्वच्छता कार्यक्रम के तहत प्रदेश सरकार द्वारा ष्नमामि गंगे प्राकृतिक कृषि कोरिडोर योजनाष् प्रारम्भ की जा रही है।

इस अवसर पर विधायक मुन्ना सिंह चौहान, जिला पंचायत मधु चौहान, सचिव कृषि दीपेंद्र चौधरी, कृषि महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान, सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

सीएम ने नैनीताल में सुनी पीएम के मन की बात कार्यक्रम का 100वां संस्करण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डीएसए मैदान, मल्लीताल, नैनीताल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का 100 वां संस्करण सुना। मुख्यमंत्री ने कहा कि 03 अक्टूबर, 2014 से अनवरत रूप से प्रसारित हो रहे मन की बात कार्यक्रम का 100 वें संस्करण ने ऐतिहासिक मिसाल कायम की है।
मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री के वचनों को प्रेरणादायी बताते हुए कहा कि ‘‘मन की बात’’ कार्यक्रम ने आज तमाम भारतीयों के जीवन को बदलने का काम किया है। समाज के अंतिम छोर पर काम कर रहे व्यक्ति के समाज के लिए अथक प्रयासों का जिक्र इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री करते हैं जो समाज के लिए प्रेरणादायी है। उन तमाम लोगों का जिक्र भी प्रधानमंत्री ने ‘‘मन की बात’’ में किया है जो चुपचाप समाज सेवा में जुटे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम की ‘मन की बात’ से आज जन-जन जुड़ा हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मन की बात कार्यक्रम ने देशवासियों को जोड़कर एक नई सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करने का कार्य किया है। मन की बात कार्यक्रम ने सरकारी योजनाओं में सामूहिक जनसहभागिता को जोड़कर सफल बनाया है। वहीं संघर्षरत युवाओं के अधूरे सपने को साकार करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में मानसखंड मंदिर माला मिशन से पर्यटकों की संख्या मे इजाफा होगा व पहाड़ की आर्थिकी सशक्त होगी। इसके साथ ही वोकल फोर लोकल को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश की स्वयं सहायता समूह को सशक्त किया गया है व उनके उत्पादों की बेहतर ब्रांडिंग की जा रही है। लोकल फोर ग्लोबल के लिए स्थानीय उत्पादों में मूल्य सम्वर्द्धन किया जा रहा है। मूल्य संवर्धन से काश्तकारों को उनकी उपज का बेहतर दाम मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के प्रेरक शब्दों का अनुसरण कर हम उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए संकल्पित हैं।
उत्तराखंड में भी पीएम की ‘‘मन की बात’’ कार्यक्रम को सुनने के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। स्कूल, कॉलेज इत्यादि में भारी संख्या में छात्रों के साथ आम लोगों ने पीएम के मन की बात को सुना। इस अवसर पर विधायक सरिता आर्य, जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल, एस एस पी पंकज पांडेय, जिला अध्यक्ष प्रताप बिष्ट, राष्ट्रीय कार्यालय प्रभारी महेंद्र पांडेय, सांसद प्रतिनिधि गोपाल रावत, डॉ अनिल कपूर डब्बू, सीडीओ संदीप तिवारी, अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी, उपजिलाधिकारी राहुल शाह, परितोष वर्मा, आनंद बिष्ट, दया किशन पोखरिया, मनोज जोशी, सीएमओ डॉ भागीरथी जोशी सहित स्कूली बच्चे व आमजनता उपस्थित थी।

अर्न्तराष्ट्रीय मिलेट वर्ष 2023 के अर्न्तगत श्रीअन्न के शुभारम्भ पर कृषि मंत्री ने की शिरकत

कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने नई दिल्ली कृषि मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित अर्न्तराष्ट्रीय मिलेट वर्ष 2023 के अर्न्तगत श्रीअन्न के विधिवत शुभारम्भ कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में दो दिवसीय ग्लोबल मिलेट्स सम्मेलन श्री अन्न का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीअन्न पर किताब का विमोचन सहित सिक्का एवं पोस्ट टिकिट भी जारी किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने जनसभा को भी संबोधित किया। दो दिन के इस सम्मेलन में उत्पादकों, उपभोक्ताओं और अन्य हितधारकों के बीच मोटे अनाज के प्रचार और जागरूकता सहित संबंधित मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला पर सत्र आयोजित होंगे।
कृषि मंत्रियों के सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए सुबे के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रदेश में मण्डुवा का न्यूनतम समर्थन मूल्य 3578 रूपये प्रति कुन्तल निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा मोटा अनाज पौष्टिक रूप से धनी है क्योंकि इसमें उच्च मात्रा में प्रोटीन तथा विटामिन होते हैं। मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रदेश सरकार मिलेट्स के उत्पादन तथा विपणन को प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा प्रदेश स्टेट मिलेट मिशन के अंतर्गत मिड-डे मील और सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से बच्चों और आम जनता को मोटा अनाज उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में मिलेट्स के उत्पादन एवं विपणन को बढ़वा देने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि अमृत काल के इस बजट में मिलेट्स के लिए 15 करोड़ रुपए का अलग से भी प्रावधान किया गया है। मंत्री गणेश जोशी ने भरोसा जताते हुए कहा कि इससे निश्चित ही जो किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प है वह पूरा होगा। साथ ही प्रदेश की जनता को भी इसका लाभ अवश्य मिलेगा। सम्मेलन के समापन के बाद कृषि मंत्री ने प्रर्दशनी का भ्रमण किया और मिलेट्स के क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्थाओं से भेंट की।
इस कार्यक्रम में केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर सहित अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर नाइजीरिया, गम्बिया, श्रीलंका, सूडान, गुयाना, सूरीनाम, मारीशस के कृषि मंत्री तथा उत्तर प्रदेश एवं देश के कई अन्य राज्यों के कृषि मंत्री उपस्थित रहे।

मोदी और धामी की मुस्कुराहट के मायने क्या?

पीएम मोदी और सीएम धामी की जब-जब मुलाकात होती है तो दोनों के बीच की केमेस्ट्री बखूबी नजर आती है। पीएम मोदी के चेहरे पर धामी को देखकर बिखरी मुस्कुराहट बगैर कुछ कहे उनकी धामी के प्रति भावनाओं को प्रदर्शित करती है।

प्रधानमंत्री मोदी का देवभूमि उत्तराखंड से विशेष लगाव है। यही वजह भी है कि पर्वतीय राज्य के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उनकी अलग ही जुगलबंदी दिखती है। फिर चाहे पीएम मोदी का हालिया माना दौरा हो या आज नई दिल्ली में हुई मुलाकात। पीएम मोदी पर्वतीय राज्य के विकास को लेकर किस कदर गंभीर हैं उसके मायने इसी से समझे जा सकते हैं कि सीएम धामी से उन्होंने करीब एक घंटे भर तक चर्चा की। इस दौरान सीएम धामी ने उन्हें मसूरी में हुए चिंतन शिविर के अलावा माना में प्रस्तावित की गई उत्तराखंड मंत्रिमंडल की बैठक के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

बैठक के बाद मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री मोदी के ही द्वारा दिये गए वोकल फॉर लोकल के मंत्र के अनूरूप उन्हें कंडाली के रेशों से बना एक शॉल भी भेंट किया। इसी दौरान जब सीएम धामी उन्हें यह शॉल पहना रहे थे तो प्रधानमंत्री के चेहरे पर आई मुस्कुराहट बयां कर रही थी कि वे देवभूमि को लेकर जो चिंता रखते हैं उसे लेकर उन्होंने बिल्कुल सही हाथों में कमान सौंपी हुई है।

प्रधानमंत्री मोदी ने बदरीनाथ व केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा की

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से श्री बद्रीनाथ एवं श्री केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय से इस बैठक में वर्चुअल प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.संधु, विशेष कार्याधिकारी पर्यटन विभाग भाष्कर खुल्बे, सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे वर्चुअल माध्यम से सचिव संस्कृति भारत सरकार गोविन्द मोहन, संयुक्त सचिव भारत सरकार रोहित यादव, उप सचिव भारत सरकार मंगेश घिल्डियाल भी उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्री बद्रीनाथ एवं श्री केदारनाथ के पुनर्निर्माण कार्यों की प्रगति की पूरी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में श्री केदारनाथ एवं श्री बद्रीनाथ में श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ेगी। श्री केदारनाथ के निकटवर्ती स्थानों को भी आध्यात्मिक पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने होंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए आस-पास के एरिया के डेवलपमेंट की दिशा में प्रयास करने होंगे। रामबाड़ा और केदारनाथ के बीच श्रद्धालुओं को ठहरने एवं कौन सी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो सकती हैं, इस ओर भी ध्यान दिया जाए। प्रधानमंत्री ने कहा कि वासुकीताल, गरूड़ चट्टी, लिंचोली और उनके आस-पास श्रद्धालुओं के लिए आध्यात्मिक दृष्टि से क्या किया जा सकता है, इसका पूरा प्लान तैयार किया जाए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि श्री बद्रीनाथ के साथ ही आस-पास के क्षेत्रों को मॉडल के रूप में विकसित करने के लिए भी योजना बनाई जाए। माणा गांव एवं उसके आस-पास के क्षेत्रों को रूरल टूरिज्म के लिए विकसित करने की दिशा में भी ध्यान दिया जाए। इनमें स्थानीय कल्चर एवं स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देकर ईकोनॉमी का अच्छा मॉडल बनाया जा सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि श्री केदारनाथ एवं श्री बद्रीनाथ में श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत सेवकों एवं डॉक्टरों से भी अधिक से अधिक सहयोग लिया जाए। सरकारी व्यवस्थाओं के साथ जन सहयोग भी जरूरी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में श्री बद्रीनाथ एवं श्री केदारनाथ में पुनर्निर्माण के कार्य तेजी से चल रहे हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत रात-दिन कार्य प्रगति पर है। दिसम्बर 2023 तक सभी कार्यों को पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। इस साल अभी तक 35 लाख से अधिक पंजीकृत श्रद्धालु चारधाम यात्रा में आ चुके हैं।
मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने श्री केदारनाथ एवं श्री बद्रीनाथ के पुनर्निर्माण कार्यों का प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने कहा कि श्री केदारनाथ में प्रथम चरण के पुनर्निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके हैं। द्वितीय चरण में 188 करोड़ रूपये के 21 कार्य किये जा रहे हैं। जिनमें से 03 कार्य पूर्ण किये जा चुके हैं, 06 कार्य दिसम्बर 2022 तक पूर्ण हो जायेंगे। अवशेष 12 कार्यों को जुलाई 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। गौरीकुण्ड में गेट का निर्माण किया जा चुका है। संगम घाट का कार्य जून 2023 तक पूर्ण किया जायेगा। ईशानेश्वर टेम्पल का कार्य भी एक माह में पूर्ण हो जायेगा। मास्टर प्लान के अनुसार सभी कार्य दिसम्बर 2023 तक पूर्ण किये जायेंगे। मुख्य सचिव ने कहा कि श्री बद्रीनाथ में भी मास्टर प्लान के अनुसार तेजी से कार्य हो रहे हैं। शीश नेत्र लेक एवं बद्रीश लेक का कार्य 03 माह में पूर्ण हो जायेगा। रिवर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का कार्य जून 2023 तक पूर्ण हो जायेगा।
सचिव संस्कृति, भारत सरकार गोविन्द मोहन ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जानकारी दी कि श्री केदारनाथ के लिए संस्कृति मंत्रालय के तहत चार प्रकार के कार्य होने हैं। जो जल्द शुरू किये जायेंगे। सोनप्रयाग में ओरिएंटेशन सेंटर की स्थापना, रामबाड़ा, छोटी लिंचोली, बड़ी लिंचोली एवं चन्नी कैंप में चिन्तन स्थल (ध्यान स्थल), श्री केदारनाथ में शिव उद्यान एवं श्री केदारनाथ में श्री केदार गाथा म्यूजियम का निर्माण किया जायेगा। इन सभी कार्यों की पूरी योजना बनाकर तैयारी कर ली गई है।

पीएम के जीवन पर लिखी पुस्तक पर चर्चा व विचार गोष्ठी में सीएम ने किया प्रतिभाग

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘मोदी / 20ः ड्रीम्स मीट डिलीवरी’ पुस्तक पर चर्चा एवं विचार गोष्ठी में प्रतिभाग किया। यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 20 वर्षों के राजनीतिक जीवन पर आधारित है। 05 भागों एवं 21 अध्यायों की इस पुस्तक में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े विषय विशेषज्ञों के इसमें लेख हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राजनीतिक जीवन पर आधारित इस पुस्तक में लेखकों एवं विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रधानमंत्री के व्यक्तित्व एवं कार्यशैली एवं उनके राजनीतिक जीवन के पिछले 20 सालों की यात्रा की रूपरेखा प्रस्तुत की है। नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद देश में एक नया वर्क कल्चर आया है। आज दुनिया में भारत का मान, सम्मान एवं स्वाभिमान बढ़ा है। आज भारत आत्मनिर्भर भारत बन रहा है। समाज के सभी वर्गों को ध्यान में रखते हुए एवं समाज के अन्तिम पंक्ति में खड़े लोगों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। कोविड महामारी में भारत में टीकाकरण का महाअभियान चलाया गया। भारत में 192 करोड़ से अधिक कोविड के टीके लगे। भारत की सांस्कृतिक परम्परा हमेशा से ‘सर्वे भवन्तुः सुखिनः’ की रही है। कोविड के दौरान भारत ने इसी भावना से अन्य देशों को भी 20 करोड़ से अधिक कोविड वैक्सीन दी। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना आयुष्मान भारत योजना चलाई जा रही है। देश डिजिटल भारत की दिशा में तेजी से आगे बढ़ा है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास एवं सबका प्रयास की भावना पर देश आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जिस समर्पण भाव से देश की सेवा कर रहे हैं, उन्हें आधुनिक भारत का शिल्पकार कहा जा सकता है।
मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित विचार गोष्ठी में ‘मोदी / 20ः ड्रीम्स मीट डिलीवरी’ पुस्तक की समीक्षा दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल एवं लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी के पूर्व निदेशक संजीव चोपड़ा द्वारा की गई। इस पुस्तक में लेख लिखने वाले प्रदीप कुमार ने भी अपने विचारों को साझा किया।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक विनोद चमोली, उमेश शर्मा काऊ, सविता कपूर, खजान दास, बृजभूषण गैरोला, दुर्गेश लाल, मेयर सुनील उनियाल गामा, भाजपा नेता विनय गोयल आदि उपस्थित थे।

केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों को समय से पूरा करने के लिए कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के निर्देश

मुख्य सचिव डॉ. एस. एस. संधु ने सोमवार को सचिवालय में पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाने हेतु जेई एवं एई की तैनाती हेतु सख्त निर्देश देते हुए ज्वाइन न करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अगले 6, 7 माह में केदारनाथ में बहुत से निर्माण कार्य होने हैं जिनकी स्वयं प्रधानमंत्री लगातार समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि लेबर को रहने खाने की समस्या न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए, साथ ही उनके बिलों का समय से भुगतान किया जाए। उन्होंने मैटेरियल की आपूर्ति एवं स्टोरेज की उचित व्यवस्था किए जाने के भी निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि समय से सभी कार्य पूर्ण हो सकें इसके लिए कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए, साथ ही टारगेट भी बढ़ाया जाए। इसके साथ ही मुख्य सचिव ने चेयरमैन ब्रिडकुल श्री आर. के. सुधांशु को निर्देश दिए कि प्रदेश के स्थापित सभी रोप-वे का सुरक्षा की दृष्टि से प्रत्येक 6 माह में निरीक्षण किया जाए।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर के सुधांशु एवं सचिव दिलीप जावलकर सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।

हल्द्वानी में पीएम के कार्यक्रम के लिए सीएम ने जानी व्यवस्थाएं


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आगामी 30 दिसम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रस्तावित हल्द्वानी भ्रमण के मद्देनजर गुरुवार को कार्यक्रम स्थल एमबी इन्टर कॉलेज मैदान का जनपद प्रभारी मंत्री यतीश्वरानन्द, केन्द्रीय पर्यटन रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, शहरी विकास मंत्री बंशीधर भगत व अधिकारियों के साथ व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

निरीक्षण के उपरान्त मुख्यमंत्री ने संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर व्यवस्थाओं पर विस्तृत चर्चा की। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि आयोजन से सम्बन्धित सभी व्यवस्थायें समय पर पूर्ण कर ली जाए। बैठक दौरान मुख्य विकास अधिकारी एवं लोनिवि के अधिकारियों द्वारा प्रधानमंत्री कार्यक्रम स्थल में मंच,बैठने की व्यवस्था का लेआउट प्लान के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराया साथ ही पार्किंग स्थल के बारे में भी बताया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यक्रम स्थल से जितना सम्भव हो सके उतने नजदीक पार्किंग स्थल चयनित किये जाये ताकि कार्यकर्ताओं व जनता को कार्यक्रम स्थल तक आने-जाने में परेशानियों का सामना ना करना पडे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पार्किग स्थल व पार्किंग स्थल रूट पर वॉलिंटियर लगाये जायेंगे ताकि बाहर से आने वाले कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम स्थल तक आने में परेशानी ना हो।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 30 दिसम्बर को प्रधानमंत्री हल्द्वानी में कुमाऊं क्षेत्र के लिये करोडों रूपये की लागत की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी करेंगें। उन्होंने कहा कि टनकपुर-बागेश्वर ब्रॉडगेज रेल लाइन सर्वे हेतु 29 करोड़ की धनराशि भारत सरकार से जारी हो चुकी है। जमरानी बांध की सैद्धान्तिक स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है।

निरीक्षण दौरान अध्यक्ष जिला पंचायत बेला तोलिया, मेयर डॉ. जोगेन्द्र पाल सिह रौतेला, विधायक नवीन दुम्का, दीवान सिंह बिष्ट, रामसिह कैडा, राजकुमार ठुकराल, प्रदेश महामंत्री भाजपा सुरेश भट्ट, संगठन मंत्री अजय कुमार, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. संदीप तिवारी आदि उपस्थित थे।

नारी शक्ति के मन में जो इच्छा होती है वह साकार करती है-पीएम

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियों कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से देश के विभिन्न प्रान्तो से जुड़ी महिला स्वंय सहायता समूह के साथ मन की बात में आत्म निर्भर नारी शक्ति से सीधे संवाद कर उनके द्वारा चलाये जा रहे ग्रोथ सेन्टर एवं अन्य क्षेत्र में किये जा रहे उत्पादों व उससे होने वाली आमदनी के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होने सभी महिलाओं को आगामी रक्षाबंधन की शुभकामनाऐं व बधाई दी।
उन्होने कहा कि इस योजना से देश के 8 करोड़ बहनो को जोड़ा गया है ताकि हमारी माता-बहने आत्म निर्भर बन सकें। प्रधानमंत्री ने ग्रोथ सेन्टरो से जुड़ी महिलाओं से अपने उत्पादो को ऑनलाईन के माध्यम से कम्पनियों के साथ तालमेल बनाये ताकि उत्पादित किये गये उत्पादों को अच्छा बजार मिल सकें। उन्होने कहा कि महिलाऐं अपने-अपने क्षेत्र में जो काम कर रही है उससे अलग भी समाज के लिये कोई नया कार्य करें जैसे स्वच्छता, कुपोषण, शिक्षा, आजीविका आदि के क्षेत्र में लोगों को जागरूक करें ताकि अधिक से अधिक महिलाऐं स्वरोजगार से जुड़े। प्रधानमंत्री ने कहा कि नारी शक्ति के मन में कुछ करने का इच्छाशक्ति है तो वे कर सकती है। आप लोगों के सहयोग से आने वाले समय में भारत को पूर्ण आत्म निर्भर बनाया जा सकता है।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने आत्म निर्भर नारी शक्ति के अन्तर्गत जनपद के उदय स्वंय सहायता समूह की संचालिका चन्द्रमणी दास से बात की। संचालिका द्वारा प्रधानमंत्री से बात करते हुये बताया कि समूह में 35 महिलाएं द्वारा बेकरी में खाद्य उत्पादो को बनाने का कार्य किया जा रहा है। जिसके अन्तर्गत अभी तक 10 लाख से अधिक का समूह को लाभ हुआ है साथ ही कोविड-19 के दौरान महिलाओं द्वारा 08 माह में मंडुऐं से निर्मित 88 हजार बिस्कुट का पैकिट तैयार कर 89 लाख 32 हजार का टर्नओवर किया है। हर्ष जताते हुये समूह की संचालिका ने कहा कि आज समूह में काम करने के कारण प्रधानमंत्री से बात करने का सौभाग्य मिला है।
इस मौके पर जिलाधिकारी श्रीमती रंजना राजगुरू ने उपस्थित समूह की महिलाओं को बधाई दी। उन्होने कहा कि हमे यह गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री ने जनपद की महिला स्वंय सहायता समूह की महिलाओं से सीधे बात कर उन्हे बधाई व शुभकामना देते हुये उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होने कहा कि इस संवाद से महिलाओं को एक अत्मबल एवं प्रेरणा मिलेगी और वे अपना काम और अधिक उत्साह के साथ करेंगी।
इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक राजकुमार ठुकराल, मेयर रामपाल सिंह, ब्लाक प्रमुख ममता जल्होत्रा, मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगई, पीडी हिमाशु जोशी, डीडीओ डा. महेश कुमार सहित समूह की महिलायें आदि उपस्थित थे।

अब मेजर ध्यानचंद के नाम से जाना जायेगा खेल का सबसे बड़ा सम्मान, पीएम ने की घोषणा

भारत में खेल के क्षेत्र में दिया जाने वाले सबसे बड़े सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम अब हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के नाम पर कर दिया गया है। इस बात की जानकारी खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके दी है। पीएम मोदी ने कहा कि लोगों की भावनाओं को देखते हुए इस अवार्ड का नाम अब मेजर ध्यानचंद के नाम पर किया जा रहा है।

पीएम मोदी ने क्या ट्वीट किया?

पीएम मोदी ने कहा है, देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच अनेक देशवासियों का ये आग्रह भी सामने आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए। लोगों की भावनाओं को देखते हुए इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है। जय हिंद

ओलंपिक्स में हॉकी खिलाड़ियों का प्रदर्शन आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा- मोदी

एक अन्य ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा, ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार प्रयासों से हम सभी अभिभूत हैं। विशेषकर हॉकी में हमारे बेटे-बेटियों ने जो इच्छाशक्ति दिखाई है। जीत के प्रति जो ललक दिखाई है, वो वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है।

खेल रत्न का इतिहास

इस अवार्ड को 1991-92 में शुरू किया गया था। तब इसका नाम देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर रखा गया था। इस अवार्ड की स्थापना का मुख्य उद्देश्य खेल के क्षेत्र में सराहना और जागरूकता फैलाना है साथ ही खिलाड़ियों को सम्मानित कर उनकी प्रतिष्ठा बढ़ाना है, ताकि वह समाज में और ज्यादा सम्मान प्राप्त कर सकें।

भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न पुरस्कार का नाम राजीव गांधी खेल रत्न की जगह मेजर ध्यानचंद खेल रत्न रखने के फैसले का खेल जगत ने स्वागत किया है। ध्यानचंद को महानतम हॉकी खिलाड़ी माना जाता है। हॉकी के इस जादूगर ने अपने 1926 से 1949 तक के करियर के दौरान 1928, 1932 और 1936 में ओलंपिक का शीर्ष खिताब हासिल किया था। उनकी जयंती के उपलक्ष्य में 29 अगस्त को देश का राष्ट्रीय खेल दिवस भी मनाया जाता है।

विश्व चैंपियनशिप में भारत की एकमात्र एथलेटिक्स पदक विजेता और यह पुरस्कार 2003 में हासिल करने वाली अंजू बॉबी जॉर्ज ने कहा कि खेल पुरस्कारों के नाम खिलाड़ियों के नाम पर रखे जाने चाहिए। उन्होंने कहा, यह सही समय है जब हम अपने खेल पुरस्कारों का नाम अपने खेल के दिग्गजों के नाम पर रखें। यह सही कदम है. ध्यानचंद हमारे खेल नायक और हॉकी के दिग्गज हैं और हॉकी हमारा राष्ट्रीय खेल है. यह उचित ही है कि देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार का नाम ध्यानचंद के नाम पर ऐसे समय रखा गया है जब भारत ने 41 साल बाद हॉकी में ओलंपिक पदक जीता है।

इस फैसले की सराहना करते हुए पूर्व हॉकी कप्तान अजीतपाल सिंह ने कहा कि पहचान देर से मिली लेकिन देर आये दुरुस्त आये। उन्होंने कहा, यह एक स्वागत योग्य कदम है। यह एक अच्छा फैसला है जो प्रधानमंत्री ने लिया है। खेल पुरस्कार हमेशा खिलाड़ियों के नाम पर होने चाहिए और ध्यानचंद जी से बड़ा देश में कोई खिलाड़ी नहीं है। यह मान्यता देर से मिली, लेकिन कभी नहीं से बेहतर है कि देर से मिली।

ओलंपिक कांस्य पदक मुक्केबाज विजेन्दर सिंह ने कहा कि ध्यानचंद जी को सम्मान देना अच्छी बात है लेकिन यह देश में खेलों के स्तर को उठाने के लिए काफी नहीं है। उन्होंने कहा, इस कदम के खिलाफ कुछ भी नहीं है, क्योंकि हम सभी ध्यानचंद जी के अपार योगदान का सम्मान करते हैं । लेकिन सरकार को खिलाड़ियों का समर्थन करने के लिए इससे कुछ ज्यादा करना चाहिए। उन्हें बुनियादी स्तर पर सुविधाओं की जरूरत है, जब तक हम ऐसा नहीं कर सकते, केवल पुरस्कारों का नाम बदलने से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा।

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यह घोषणा की कि देशवासियों की भावनाओं का सम्मान करते हुए खेल रत्न पुरस्कार को अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार कहा जाएगा। टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीमों के शानदार प्रदर्शन के बाद इस सम्मान का नाम महान हॉकी खिलाड़ी के नाम पर रखने का फैसला लिया गया।

केन्द्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि ध्यानचंद खेलों में भारत के सबसे बड़े नायक रहे हैं। उन्होंने कहा, मेजर ध्यानचंद जी ने अपने असाधारण खेल से विश्व पटल पर भारत को एक नई पहचान दी और अनगिनत खिलाड़ियों के प्रेरणास्रोत बने। जनभावना को देखते हुए खेल रत्न पुरस्कार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार करने पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का हार्दिक धन्यवाद।

भारत के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी से सांसद बने गौतम गंभीर कहा, किसी (खेल) नायक का नाम पुरस्कार को और प्रतिष्ठित बनाता है। वहीं ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त ने भी इस कदम के लिए प्रधानमंत्री का शुक्रिया करते हुए कहा, खेल के सबसे बड़े पुरस्कार खेल रत्न को देश के श्रेष्ठ खिलाड़ी और हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न रखने के फैसले के लिए मैं भारत सरकार और आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हार्दिक धन्यवाद करता हूं।