आठ जनवरी से वृहद रूप से शुरू होगा ऋषिकेश व्यापार महासंघ का सदस्यता अभियान

ऋषिकेश व्यापार महासंघ द्वारा व्यापारियों के आग्रह पर सदस्यता अभियान चला कर ऋषिकेश क्षेत्रबाजार व गोल मार्केट में छूटे दुकानदारों को सदस्यता दिलवाई।

महासंघ के संयोजक राजीव मोहन अग्रवाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से हमने सदस्यता अभियान रोक रखा था और वृहत रूप से सदस्यता अभियान आठ जनवरी से शुरू करवाया जायेगा परन्तु क्षेत्र रोड व गोल मार्केट हमारे कुछ दुकानदार भाई सदस्य बनने में छूट गये थे उनको आज पुनरू सदस्यता अभियान चलाकर महासंघ का सदस्य बनाया गया।

सह संयोजक नवल कपूर मे कहा कि अब तक महासंघ में 878 सदस्यों ने अपनी सदस्यता ली है और जल्द ही नगर निगम के ग्रामीण क्षेत्रों में सदस्यता प्रारम्भ कर सदस्य बनाने का कार्य किया जायेगा, सदस्यता हमारी जारी रहेगी साथ ही फरवरी माह के अंत तक सदस्यता सूची भी जारी कर मार्च के माह चुनाव की प्रक्रिया विधिवत रूप से चला कर चुनाव सम्पन्न करवाये जायेंगे।

सदस्यता अभियान में गढ़वाल ट्रक यूनियन सचिव जयेन्द्र रमोला, प्रॉपर्टी डेवलपर्स ऐसोशिएसन अध्यक्ष अजय गर्ग, व्यापार सभा के अध्यक्ष मनोज कालडा, पूर्व व्यापार सभा अध्यक्ष सूरज गुल्हाटी, राजेन्द्र सेठी, स्वर्ण कार संघ अध्यक्ष यशपाल पंवार,पार्षद अजीत सिंह गोल्डी,होटल एसोसिएशन अध्यक्ष मदन नागपाल, महामंत्री अंशुल अरोड़ा, प्रॉपर्टी डेवलपर्स प्रवक्ता दीपक जाटव, क्षेत्र रोड व्यापार संगठन अध्यक्ष राजेश भट्ट,स्वर्णकार संघ उपाध्यक्ष हितेन्द्र पंवार,बर्तन एसोसिएशन अध्यक्ष प्रवीन अग्रवाल,मेन बाजार व्यापार संघ महामंत्री ललित सक्सेना,नागेन्द्र सिंह,रमनप्रीत सिंह, अतुल सरीन, सरदार चन्द्रमोहन नारंग, संजय पंवार, रमन अरोड़ा, राजपाल ठाकुर ,अशोक डंग आदि मौजूद थे ।

एम्स ऋषिकेश की ओपीडी में कोविडकाल में पहुंचे ढाई लाख मरीज

कोविड19 के विश्वव्यापी संक्रमण के मद्देनजर गतवर्ष 2020 में लाॅकडाउन के बावजूद अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान म्स ऋषिकेश ने ढाई लाख से अधिक मरीजों को कोविड उपचार, आपात व ओपीडी सुविधाएं प्रदान की हैं। जबकि इतना ही नहीं इस दौरान 29 हजार से अधिक मरीजों को अस्पताल में भर्ती कर उनका समुचित उपचार किया गया।

वर्ष 2020 के मार्च महीने में देशभर लाॅकडाउन के बाद हर कोई कोरोना संक्रमित लोगों से दूर भाग रहा था। लोगों के जेहन में विश्वव्यापी महामारी कोविड19 के संक्रमण का खौफ इस कदर बन गया था कि राज्य के अधिकांश अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं भी बंद कर दी गई थी। इन चुनौतियों के बावजूद एम्स ऋषिकेश ने अपनी ओपीडी और इमरजेंसी सेवाओं को मरीजों की सुविधा के लिए निर्बाधरूप से जारी रखा व आपातकाल में अपना फर्ज निभाते हुए संस्थान के चिकित्सकों व नर्सिंग व अन्य स्टाफ ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए मरीजों की सेवा की।

इस बाबत संस्थान के डीन हॉ​स्पिटल अफेयर्स प्रो. यूबी मिश्रा ने बताया कि कोविडकाल में उपचार की प्राथमिकता कोरोना के मरीजों के लिए निर्धारित की गई थी, साथ ही अनिवार्य और आपात स्थिति के मरीजों का इलाज भी एम्स में 24 घंटे जारी रखा गया। उन्होंने बताया कि गत वर्ष दिसंबर – 2020 तक ढाई लाख मरीज एम्स की ओपीडी में पहुंचे। इनमें से 29 हजार 299 मरीजों को अस्पताल में भर्ती कर उनका समुचित उपचार किया गया। जबकि कोरोनाकाल की इसी समयाव​धि में विभिन्न बीमारियों से ग्रसित 10 हजार मरीजों की मेजर सर्जनी भी सफलतापूर्वक की गई। 4500 मरीजों की डायलिसिस व 4000 रोगियों की कीमो थैरेपी दी गई।
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए एम्स ऋषिकेश को लेबल 3 श्रेणी में रिजर्व रखा गया था। इस श्रेणी में कोविड संक्रमित उन्हीं मरीजों का उपचार किया जाता है, जो गंभीर अवस्था के होते हैं व जिन्हें ऑक्सीजन, वेन्टिलेटर या आईसीयू में रखे जाने की जरुरत पड़ती है। डीएचए के अनुसार एम्स की लैब में अब तक 1 लाख 20 हजार कोविड सैंपलों की जांच व कोविड स्क्रीनिंग एरिया में अभी तक 46 हजार लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। इनमें से ढाई हजार कोविड मरीजों का उपचार कर उन्हें स्वास्थ्य लाभ दिया गया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में एम्स में कोरोना के 92 मरीजों का उपचार चल रहा है।

देवभूमि ऑटो रिक्शा ऑनर्स एसोसिएशन के निर्वाचित पदाधिकारियों को मेयर नेे दिलााई शपथ

देवभूमि ऑटो रिक्शा ऑनर्स एसोशिएसन के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को मेयर अनिता ममगाईं ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। मेयर ने अतिथि देवो भवः की सीख देते हुए ऑटो चालकों को तीर्थनगरी ऋषिकेश में बाहर से आने वाले पर्यटकों से मधुर व्यवहार करने की नसीहत दी।

स्वर्ण जंयती सभागार में आयोजित अधिष्ठापन समारोह में मेयर अनिता ममगाईं ने नव निर्वाचित अध्यक्ष राजेंद्र लांबा व उनकी टीम के महासचिव बेचैन गुप्ता ,उपाध्यक्ष अनिकेत गुप्ता, कोषाध्यक्ष नवीन कुमार गुप्ता, सहसचिव अजय सिंह सहित निर्वाचित कार्यकारिणी को शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि पर्यटन एवं तीर्थ को बढ़ावा देने के लिए परिवहन संस्थाओं का मजबूत होना बेहद आवश्यक है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों से आहृवान करते हुए कहा कि एसोसिएशन अपने तमाम सदस्यों से यहां आने वाले यात्रियों के संग मधुर व्यवहार करने की अपील करे ताकि यहां से अपने गंतव्य की और जखते समय यात्री सुखद यादें लेकर रवाना हो। उन्होंने एसोसिएशन को हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।

इस दौरान पालिकाध्यक्ष मुनिकीरेती रोशन रतूड़ी, विनोद शर्मा, जयेंद्र रमोला, आशुतोष शर्मा, संदीप शास्त्री, सुरेंद्र मोघा, संजय वालिया, विजय सिंह, राजेश कुमार, सूरत चंद रमोला, सुनील जाटव, भूपेंद्र कुमार, कमल किशोर, रिंकू, प्रदीप, कमल ममगाईं, कृष्णा पाल आदि मौजूद रहे।

पूर्व सैनिकों के प्रतिनिधि मंडल ने मेयर अनिता से की शिष्टाचार भेंट

मेयर अनिता ममगई ने कहा कि नगर निगम प्रशासन देश बहादुर जवानों सहित पूर्व सैनिकों और उनके आश्रित परिवारों को हर आवश्यक सुविधाएं देने के लिए कटिबद्ध है। इसके लिए धरातल पर कार्य किया जा रहा है। उक्त बातें महापौर अनिता ममगाई ने उनके कैंप कार्यालय में शिष्टाचार भेंट के लिए पहुंचे पूर्व सैनिक वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों से कही।

पूर्व सैनिक संगठन के एक प्रतिनिधिमंडल ने कैंप कार्यालय में उनसे मुलाकात की। इस दौरान पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष बलवंत सिंह रांगड़ ने सैनिक परिवारों की समस्याओं को लेकर महापौर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में नगर निगम क्षेत्र में रह रहे पूर्व सैनिकों के भवन कर में छूट की मांग की गई। इसके अलावा अपनी सेवाओं के दौरान घायल हुए पूर्व सैनिकों के लिए विकलांग कैंप आयोजित करने का भी आग्रह भी महापौर से किया गया। पूर्व सैनिकों के प्रतिनिधि मंडल की तमाम बातें गौर से सुनने के पश्चात महापौर ने तुरंत जनपद के जिला अधिकारी को फोन कर समाज कल्याण विभाग की ओर से ऋषिकेश नगर क्षेत्र में पूर्व सैनिकों के लिए विकलांग कैंप लगाने की मांग की जिस पर उन्होंने तुरंत हामी भरते हुए कहा कि इस संदर्भ में जल्द ही उनके द्वारा विभाग को आदेशित कर दिया जाएगा ।कैंप के दौरान सीएमओ की भी मोजुदगी सुनिश्चित कराई जायेगी। भवन कर में छूट की मांग मामले में महापौर ने पूर्व सैनिकों को आश्वासन दिया कि इस संदर्भ में बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव लाकर समस्या का निस्तारण कराया जायेगा। महापौर से मिले पूर्व सैनिकों के प्रतिनिधि मंडल में गंगाराम बलूनी, दीपक ध्यानी, राजेश चैहान, जेपी रतूड़ी, कैप्टन एसएस बिष्ट, डीएस बिष्ट, आरएस नेगी, जीएस पुंडीर सहित नगर निगम पार्षद वीरेंद्र रमोला, विजेंद्र, विजय बडोनी, संयुक्त यातायात रोटेशन के प्रभारी मदन कोठारी, सुनील उनियाल आदि मौजूद रहे।

प्रतिवर्ष देश में बढ़ रहे स्तन कैंसर के मामले, डब्ल्यूएचओ ने भी जताई चिंता

महिलाओं की आम बीमारी में शामिल ब्रेस्ट कैंसर के मामले देश में साल दर साल बढ़ रहे हैं। जनजागरुकता की कमी से इस बीमारी की ओर शुरुआत में ध्यान नहीं देने के कारण यह गंभीर स्थिति में पहुंच जाता है। लिहाजा इस रोग के बढ़ते ग्राफ को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी चिंता जाहिर की है। उपचार में देरी और बीमारी को छिपाने से यह बीमारी जानलेवा साबित होती है।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ऋषिकेश के निदेशक प्रो. रवि कांत का कहना है कि महिलाएं अक्सर इस बीमारी के प्रति जागरुक नहीं रहतीं। लिहाजा जागरुकता के अभाव के चलते प्रतिवर्ष देश में औसतन 30 में से एक महिला ब्रेस्ट कैंसर से ग्रसित हो जाती हैं। उनका कहना है कि सूचना और संचार के इस युग में महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की आवश्यकता है।
निदेशक प्रो. रवि कांत ने बताया कि एम्स ऋषिकेश में ब्रेस्ट कैंसर के इलाज की सभी विश्वस्तरीय आधुनिकतम सुविधाएं उपलब्ध हैं। संस्थान में इसके लिए विशेषतौर पर ’एकीकृत स्तन उपचार केंद्र’ की स्थापना की गई है। जिसमें महिलाओं से जुड़ी इस बीमारी से संबंधित सभी तरह के परीक्षण और उपचार अनुभवी विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा एक ही स्थान पर किया जाता है।

संस्थान के इंटिग्रेडेड ब्रेस्ट कैंसर क्लिनिक ’एकीकृत स्तन उपचार केंद्र ’ की प्रमुख व वरिष्ठ शल्य चिकित्सक प्रोफेसद डाॅ. बीना रवि जी ने इस बाबत बताया कि ब्रेस्ट कैंसर की शिकायत अधिकांशतरू 40 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में पाई जाती है। उन्होंने बताया कि 80 प्रतिशत महिलाओं में इन्वेसिव डक्टल काॅर्सिनोमा के कारण कैंसर होता है। यह कैंसर मिल्क डक्ट में विकसित होता है। शुरुआत में यदि इस पर ध्यान नहीं दिया तो धीरे-धीरे यह गंभीर स्थिति में पहुंचकर ब्रेन, लीवर और रीढ़ की हड्डी तक पहुंचकर पूरे शरीर में फैल जाता है।

आईबीसीसी प्रमुख प्रो. बीना रवि जी ने बताया कि संस्थान के ’एकीकृत स्तन उपचार केंद्र’ में इस बीमारी की सघनता से जांच कर बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध है। जिसमें विस्तृत जांचों के आधार पर कैंसर के स्टेज का पता लगाया जाता है। साथ ही केंद्र में सर्जरी के माध्यम से गांठ को निकालने और रेडिएशन देने की सुविधा भी उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि महिला का इलाज करने के दौरान ट्रिपल असिस्मेंट की विधि अपनाई जाती है। जिसमें चरणबद्ध तरीके से मेमोग्राफी, बायोस्पी और महिला की काउन्सिलिंग के 3 चरण शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जिन महिलाओं की छाती में गांठ है अथवा उन्हें ब्रेस्ट कैंसर की शिकायत है, उन्हें इस तरह के लक्षणों को छिपाना नहीं चाहिए बल्कि समुचित उपचार के लिए तत्काल अस्पताल पहुंचकर अनुभवी चिकित्सकों से परामर्श लेना चाहिए।
ब्रेस्ट कैंसर के प्रारंभिक लक्षण- स्तन में या बांहों के नीचे गांठ का उभरना, स्तन का रंग लाल होना, स्तन से खून जैसा द्रव बहना, स्तन पर डिंपल बनना, स्तन का सिकुड़ जाना अथवा उसमें जलन पैदा होना, पीठ अथवा रीढ़ की हड्डी में दर्द की शिकायत रहना।

बचाव-
इस बीमारी के लक्षणों के प्रति जागरुक रहकर नियमिततौर पर छाती की स्वयं जांच करना जरूरी है। महिलाओं को चाहिए कि इस प्रकार के लक्षण नजर आते ही वह समय पर अपना इलाज शुरू करें, ताकि गंभीर स्थिति आने से पहले ही इस बीमारी का निदान किया जा सके।

कारण-
खराब खान-पान और अनियमित दिनचर्या, धूम्रपान और शराब के सेवन। इसके अलावा ब्रेस्ट कैंसर आनुवांशिक कारणों से भी हो सकता है।

दूध पिलाने से खतरा कम-
बच्चे को अपना स्तनपान कराने वाली महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम होता है। आईबीसीसी की चेयरपर्सन प्रो. बीना रवि जी के अनुसार बच्चे को मां का दूध पिलाने से स्तन में गांठें नहीं बनती। साथ ही बच्चे को मां के दूध के माध्यम से संपूर्ण पौष्टिक तत्व भी प्राप्त हो जाते हैं। उनका सुझाव है कि सभी महिलाएं अपने बच्चे को कम से कम 2 साल की उम्र तक स्तनपान जरूर कराएं। बच्चे को अपना दूध पिलाने से महिला में एक विशिष्ट प्रकार के कैंसर की संभावना कम हो जाती है।

सोमेश्वर नगर में बाघ की आमद से सहमे लोग, मेयर ने निरीक्षण कर रेंजर को दिए निर्देश

सोमेश्वर नगर क्षेत्र में बाघ की आमद की सूचना पर मेयर अनिता ममगाई ने क्षेत्र का निरीक्षण किया। इस दौरान वन विभाग के रेंजर व अन्य अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे।
उत्तराखंड में जंगली जानवर लोगों के लिए दहशत का सबब बने हुए हैं। इस मामले में तीर्थ नगरी ऋषिकेश भी अपवाद नही रही है। रायवाला सहित रिहायशी क्षेत्रों में बाघ की आमद पिछले कुछ वर्षों से क्षेत्रवासियों को दहशतजदा करती रही है। सोमेश्वर नगर क्षेत्र में एक बार फिर से बाघ ने दस्तक दी है। पिछले एक पखवाड़े से क्षेत्र में अनेकों बार बाघ के पदचिह्न देखे गये हैं। नगर निगम के इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में बाघ की दहशत ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। बाघ के डर से बच्चों ने जहां सांझ होते ही खेलना छोड़ दिया है वहीं इसका खौफ महिलाओं पर भी गंभीर रूप से बना हुआ दिख रहा है। बाघ की आमद से घबराए क्षेत्र वासियों द्वारा मेयर अनिता से बाघ के आतंक को समाप्त करने के लिए मुकम्मल इंतजाम करने की गुहार के बाद आज दोपहर मेयर अनिता ममगाई ने वन विभाग के रेंजर के साथ क्षेत्र का दौरा किया और अनेकों लोगों से बाघ के सन्दर्भ में आवश्यक जानकारियां जुटाई।

मेयर अनिता ने रेंजर महेंद्र रावत से कहा कि निगम क्षेत्र अंतर्गत रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जंगली जानवरों से सुरक्षा की जिम्मेवारी वन विभाग की है। बाघ का आतंक लोगों के दिलों दिमाग पर गंभीर असर कर रहा है। क्षेत्रवासी बाघ के संभावित हमले को लेकर सहमें हुए हैं। इससे पहले कि कोई बड़ी घटना हो उससे पूर्व तमाम इंतजाम वन विभाग को पूर्ण कर लेने चाहिए। उन्होन बाघ की आमद को रोकने के लिए तारबाड़ लगाने के लिए रेंजर को आदेशित भी किया। इस दौरान सहायक नगर आयुक्त श विनोद लाल ,राधा रमोला, कमलेश जैन, विजय बडोनी , विजेंद्र मोघा, अनीता रैना , सुजीत यादव, पूरण पवार , प्यारे लाल जुगलान, गोविंद चैहान , मीना रावत, मुरारी सिंह राणा, अनीता रावत आदि मौजूद रहे।

अधिवक्ता कपिल शर्मा के जिला महामंत्री कांग्रेस नियुक्त होने पर कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर

अधिवक्ता व पूर्व पदाधिकारी बार एसोसिएशन ऋषिकेश कपिल शर्मा को कांग्रेस परवादून में जिला महामंत्री के पद की कमान मिली है। उन्हें यह जिम्मेदारी उनके कार्यशैली व युवाओं के बीच पैठ होने तथा कुशल वक्ता होने पर दी गई। वहीं, कपिल शर्मा के जिला महामंत्री नियुक्त होने पर कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है।

एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक तिवारी ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि कपिल शर्मा के संगठन में जुड़ने से पार्टी को निश्चित रूप से लाभ होगा।

आज डोईवाला में जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक आयोजित की गई। इसमें प्रदेश स्तर के पदाधिकारी शामिल हुए। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के समक्ष जिलाध्यक्ष गौरव चैधरी के नेतृत्व में अधिवक्ता कपिल शर्मा को जिला महामंत्री कांग्रेस परवादून पद की जिम्मेदारी सौंपी गई। इस निर्णय को सर्व सहमति से सभी पदाधिकारियों ने स्वीकार किया।

कपिल शर्मा ने कहा कि संगठन के प्रति पूरी ईमानदारी से कार्य करेंगे। अधिक से अधिक युवाओं को संगठन से जोड़ना और जनता के बीच प्रदेश व केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों को रखेंगे। साथ ही कांग्रेस शासन काल में लिए गए अहम व महत्वपूर्ण फैसलों को रखेंगे। इसके अलावा पार्टी के अगले विजन को ध्यान में रखकर कार्य करेंगे।

इस अवसर पर पूर्व विधायक शूरवीर सजवाण, पूर्व कैबिनेट मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, प्रदेश महामंत्री राजपाल खरोला, एआईसीसी अध्यक्ष जयेंद्र रमोला, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष एनएसयूआई विवेक तिवारी, अजय धीमान, दीपक वर्मा आदि उपस्थित रहे।

बागी होकर जंगली बनी गाय में खेत में दिया बच्चा


ग्राम सभा खदरी खड़क माफ के खादर क्षेत्र में निराश्रित पशुओं की आमद थामे नहीं थम रही। पालतू से बागी होकर जँगली बने हुए इन मवेशियों ने खादर के खेतों को अपना किस कदर ठिकाना बना लिया है, इस बात का प्रमाण एक बार फिर पक्का हो गया।

बीते रोज एक पिछले पाँच साल से स्थानीय कृषक की बागी हुई गाय सहित निराश्रित मवेशियों का झुण्ड मोहर सिंह के खेत धर्म सिंह के खेत में घुस गया। जिसमें एक गाय खेतों में ही ब्याह गयी। सुबह जब स्थानीय खेतों की ओर घूमने निकले तो उन्होंने नवजात गौ वंश को देखा। जो कि अत्यधिक ठण्ड और पाला पड़ने के कारण अर्ध मूर्छित अवस्था में था, जबकि गाय लोगों को देखकर पहले ही भाग खड़ी हुई। बाद में पूर्व सैनिक सुरेंद्र प्रसाद रयाल ने स्थानीयों की मदद से नवजात गौवंश शिशु को उठाकर खेतों घर के पास बने घर में रखकर अलाव जलाते हुए गर्मी दी और घर से लाकर दूध पिलाया। जिला गंगा सुरक्षा समिति के सदस्य पर्यावरणविद विनोद जुगलान ने बताया कि बाद में भवन स्वामी गौ सेवक देव दत्त रयाल ने उस गौ वंश को अपनाने का निर्णय लिया और पालन पोषण हेतु साथ ले गए। मौके पर स्वामी भवात्मा नंद, देवेंद्र प्रसाद, मदनलाल, राय सिंह भण्डारी आदि मौजूद रहे।

टीजीएमओं के डायरेक्टर बोर्ड चुनाव में नौ संचालक निर्वाचित हुए

टिहरी गढ़वाल मोटर ऑनर्स कंपनी के पंचवर्षीय डायरेक्टर बोर्ड के  संचालक पद पर सभी टाॅप नौ विजेताओं को विजेता घोषित किया गया है। वहीं, विजेताओं का जोरदार स्वागत किया गया है। 

परिवहन कंपनी कार्यालय में बस मालिक और चालकों के मध्य टीजीएमओ डायरेक्टर बोर्ड चुनाव को लेकर गहमागहमी का माहौल का माहौल बना रहा। इसमें 17 प्रत्याशियों ने अपनी दावेदारी पेश की कुल 484 बस मालिक और चालक मतदाताओं में से 435 ने मतदान किया। देर रात टॉप नौ प्रत्याशियों रामचंद्र सुयाल 251, कुंवर सिंह नेगी 247, प्रेमपाल बिष्ट 236, यशपाल राणा 232, जसपाल रौतेला 224, दयाल सिंह पयाल 219, गजपाल रावत 209, मेघ सिंह चैहान 194, राजपाल 188 को विजेता घोषित किया गया। चुनाव अधिकारी एचएस रावत की देखरेख में समस्त प्रक्रिया संपन्न हुई।
मौके पर टीजीएमओ के पूर्व संचालक एंव अंश धारक जयेंद्र रमोला, बलवीर रौतेला, जितेंद्र नेगी, मदन सिंह पंवार, भानु रांगड़, खिलानंद बेलवाल आदि मौजूद थे।

वादों को पूरा करने के लिए काम पर रहा है फोकसः मेयर अनिता

नूतन वर्ष के प्रथम सप्ताह में ही नगर निगम प्रशासन ने ट्रेचिंग ग्राऊंड को शिफ्ट कराने के लिए डीएफओ द्वारा डिमांड नोट जारी करने पर एक करोड़ अठारह लाख सात हजार चार सौ अड़तालीस रुपये की राशि जमा करा दी है। इसके साथ ही जनपद के जिलाधिकारी द्वारा किए जाने वाली म्यूटेशन की प्रकिया का रास्ता साफ हो गया है।

उत्तराखंड का ऋषिकेश नगर निगम नूतन वर्ष में स्वच्छता के दृष्टिकोण से एक नजीर पेश करने की ओर कदम बढ़ा चुका है। ऋषिकेश में पिछले चार दशक से गोविंद नगर स्थित जिस खाली भूखंड में पिछले चार दशक से गिराए जा रहे कूड़े की वजह से लाखों मैट्रिक टन कूड़े का पहाड़ बन गया था अब उसे हटाने की तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई। हालांकि इसके लिए निगम को पिछले 2 वर्ष से लगातार जद्दोजहद करनी पड़ी। विभिन्न तकनीकी पहलूओं और तमाम अड़चनों को दूर करने के लिए निगम महापौर अनिता ममगाई डटी रही। इस दौरान विभिन्न विभागों के जियो अनुसार निगम प्रशासन को कार्रवाई पूर्ण करने के लिए तमाम मशक्कत करनी पड़ी। सोमवार को नगर निगम प्रशासन द्वारा डीएफओ के डिमांड नोट जारी करने पर लैंड ट्रासफर फीस के रूप में एक करोड़ अठारह लाख सात हजार चार सौ अड़तालीस रूपये की भारी भरकम राशि की फीस जमा करा दी गई। मेयर ने बताया कि ट्रेचिंग ग्राउंड को शिफ्ट किए बगैर ठोस अपशिष्ट के निस्तारण एवं प्रोसेसिंग प्लांट की योजना को साकार नही किया जा सकता था। हांलाकि इसके लिए तमाम प्रयास और लम्बी मशक्कत करनी पड़ी।महापौर के अनुसारअंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त धार्मिक एवं पर्यटन नगरी ऋषिकेश में लाल पानी कक्ष संख्या 1 में ठोस अपशिष्ट के निस्तारण एवं प्रोसेसिंग प्लांट लगाने हेतु भारत सरकार द्वारा सैद्धांतिक स्वीकृति मिलने के बाद भी विभिन्न तकनीकी पेंच थे। जिसके लिए आवश्यक कदम उठाए गये।उन्होंने कहा कि ऋषिकेश नगर निगम की उक्त महत्वकांक्षी योजना अब जल्द साकार रूप लेती हुई नजर आयेेगी।

मेयर अनिता ममगाई ने बताया कि पर्यावरण वन एवं जलवायु मंत्रालय भारत सरकार द्वारा उत्तराखंड शासन के अपर सचिव (वन) को इस बाबत एक पत्र प्रेषित कर उन्हें देहरादून अंतर्गत ऋषिकेश के लाल पानी के कक्ष संख्या एक में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन एवं प्रोसेसिंग प्लांट हेतु 10 हेक्टेयर वन भूमि गैर वानिकी कार्यो हेतु नगर निगम को प्रत्यावर्तन करने की विभिन्न शर्तों के साथ सैद्धांतिक सहमति दे दी गई थी। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व 29 सितंबर को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा भी उक्त प्लांट के लिए नगर निगम को एनओसी मिल चुकी है। भारत सरकार के आदेश के बाद सैद्धांतिक स्वीकृति के आधार पर प्रोजेक्ट को सैद्धांतिक स्वीकृति मिलने के उपरांत डीएफओ द्वारा डिमांड नोट जारी करने पर निगम को ट्रांसफर की फीस जमा करनी थी। उस प्रक्रिया को भी आज पूर्ण कर लिया गया है।उन्होंने इस महत्वपूर्ण योजना में किए गए पूर्ण सहयोग के लिए मुख्यमंत्री का आभार भी जताया।