बाहरी व्यक्ति कुंभ मेला में वारदात को न दें अंजाम, पुलिस ने चलाया तलाशी अभियान

कुंभ मेला के तहत ऋषिकेश पुलिस ने नगरक्षेत्र में संदिग्धों की तलाशी व बाहरी लोगों का सत्यापन अभियान चलाया। इस मौके पर त्रिवेणी घाट परिसर पर पुलिस ने टीमें तैनात रही।
कोतवाल रितेश शाह के नेतृत्व में त्रिवेणी घाट परिसर पर सत्यापन, चेकिंग व तलाशी अभियान चलाया गया। अभियान से पूर्व क्षेत्राधिकारी महोदय द्वारा ब्रीफिंग लेकर निम्नलिखित दिशा निर्देश दिए गए।
मौके पर
1- तलाशी लेने से पूर्व सभी अधिकारी एवं कर्मचारी गणों को हैंड ग्लेव्स वितरित किए गए।

2- विनम्रता के साथ बात करते हुए बाहरी एवं संदिग्ध व्यक्तियों का नाम पता नोट करने हेतु बताया गया।

3- त्रिवेणी घाट परिसर में खड़े बाहरी वाहनों को चेक करने हेतु बताया गया।

उपरोक्त चेकिंग अभियान के दौरान क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश व प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश, समस्त चैकी प्रभारी व पुलिस सिपाही मौजूद रहे।

ऋषिकेशः सैमसंग शोरूम में हुई चोरी में अंतरराष्ट्रीय कटवा गैंग का हाथ, खुलासा

ऋषिकेश हरिद्वार मार्ग पर सैंमसंग मोबाइल शोरूम में चोरी की घटना को अंजाम देने वाले अंतरराष्ट्रीय चोर गिरोह का पुलिस ने खुलासा किया है। पकड़े गए तीन आरोपी कटवा गैंग के हैं, जबकि तीन ही पुलिस की पकड़ से अभी दूर है। मगर, पुलिस के अनुसार उन्हें भी जल्द पकड़ लिया जाएगा।

कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि सात मार्च 2020 को मानव जौहर के सैंमसंग स्मार्ट प्लाजा में अज्ञात लोगों ने चोरी की थी। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ चोरी का मुकदमा दर्ज कर टीम गठित की थी। कोतवाल रितेश ने आरोपियों की पहचान मुख्य आरोपी निजामुद्दीन उर्फ गंगा पुत्र हलीम मियां निवासी ग्राम मवाही पोस्ट व थाना घोड़ासन पूर्वी चंपारण बिहार, मिथुन कुमार पुत्र राम आशीष महत्व निवासी नक्कड देही थाना नक्कड देही जिला पूर्वी चंपारण बिहार, मनोज कुमार पुत्र योगेंद्र प्रसाद निवासी ग्राम बिशनपुर अठ्ठमचहान थाना झरोकर जिला पूर्वी चंपारण बिहार के रूप में कराई है, जबकि फरार आरोपयिों में नईम निवासी घोड़ासन बिहार, इंके निजाम निवासी घोड़ासन बिहार, राकेश उर्फ मोटानिवासी घोड़ासन बिहार शामिल है। कोतवाल ने बताया कि कटवा गैंग खतरनाक चोर गिरोह में आता है, बिहार घोड़ासन में इनके 100 गैंग कार्यरत है। एक गैंग में करीब छह लोग होते है। यह देशभर में मोबाइल स्टोर को निशाना बनाते है।

आरोपियों से बरामद हुआ सामान
’देसी तमंचा 315 बोर’, ’दो जिंदा कारतूस’ (आरोपी निजामुद्दीन से), ’3 (तीन) मोबाइल फोन’ (घटना से संबंधित), ’लोहे का बड़ा संब्बल’, ’स्कार्पियो गाड़ी।

साइबर एक्सपर्ट आरक्षी कमल जोशी ने 98 हजार की रकम कराई वापस

कोतवाली क्षेत्रांतर्गत एक व्यक्ति को लिंक भेजकर पेटीएम के माध्यम से निकाली गई 98 हजार रुपये की धनराशि को पुलिस की साइबर सेल ने वापस कराया। कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि मदन पाल सिंह निवासी द्वितीय-89 टीएचडीसी कॉलोनी ऋषिकेश ने लिखित शिकायत की थी। इसमें बताया कि अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें लिंक भेज कर स्टेट बैंक एवं पंजाब नेशनल बैंक के खातों से लगभग 98 हजार रुपये निकाल लिए हैं। मामले को गंभीर पाते हुए कोतवाल रितेश शाह ने साइबर अपराध के अनावरण के लिए आरक्षी कमल जोशी को जांच सौंपी। कमल जोशी ने दोनों बैंक के खातों का स्टेटमेंट प्राप्त कर उक्त धनराशि के संबंध में जानकारी घ्हासिल घ्की। जिसे अज्ञात व्यक्ति ने पेटीएम के माध्यम से अलग-अलग तीन बैंकों में स्थानांतरण कर दिया था। उन्होंने तत्काल साइबर थाने की मदद से उक्त खातों पर गई धनराशि पर रोक लगाई गई और उक्त धनराशि को वापस कराया।

जमीन के फर्जी दस्तावेज के जरिए बदला नाम, पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर दबोचा

मनोज कुमार गुप्ता पुत्र स्व. प्रेम नारायण गुप्ता निवासी पन्नी नगर बुलंदशहर उत्तर प्रदेश ने कोतवाली में तहरीर दी। इसमें बताया कि उनकी जमीन खाता संख्या 01067 खसरा नंबर 672(ख) के फर्जी दस्तावेज तैयार कर हरकेश नामक व्यक्ति ने मनोज कुमार गुप्ता बनकर राजेंद्र सिंह अन्य के पक्ष में बैनामा निष्पादित करने के लिए कागज तैयार किए हैं। शिकायतकर्ता की तहरीर पर पुलिस ने तत्काल एक महिला सहित चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने शुक्रवार को मुख्य आरोपी हरकेश पुत्र रतनलाल निवासी खदरी रोड बैटरी फार्म श्यामपुर ऋषिकेश मूल निवासी ग्राम बिसाइच थाना गुलावठी तहसील बुलंदशहर उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार कर लिया है।

वहीं, पुलिस के कब्जे से राजेंद्र सिंह पुत्र अतर सिंह निवासी ग्राम कांडा पोस्ट ज्ञानसू जिला टिहरी गढ़वाल, संदीप कुमार पुत्र शिव शंकर निवासी गली नंबर दो कृष्णा नगर कॉलोनी वीरपुर खुर्द पशुलोक ऋषिकेश और संगीता पत्नी राजेंद्र सिंह निवासी ब्लॉक बी विस्थापित कॉलोनी खदरी खड़कमाफ श्यामपुर ऋषिकेश भागने में सफल रहे। कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश को टीम तैनात की गई है। जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

ऋषिकेश में पुलिस गश्त की खुली पोल, चोरों ने एक ही रात में तीन घर खंगाले

ऋषिकेश में एक ही रात में एक के बाद एक कर तीन घरों में चोरों में घुसपैठ कर न सिर्फ घर खंगाल डाला, बल्कि दो घरों से करीब साढ़े सात लाख रूपए की ज्वैलरी तथा डेढ़ लाख रूपए की नगदी उड़ा ले गए, जबकि तीसरे घर में कुछ न मिलने पर बैरंग लौट गए। घटना के वक्त तीनों घर पर परिवार का कोई भी सदस्य मौजूद नहीं था। इस तरह एक ही रात में तीन जगह चोरी होने पर लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ हैं।

घटना 28 दिसंबर शनिवार की रात की है। गुमानीवाला की गली नंबर 10 में रहने वाले दिल्ली परिवहन निगम में महाप्रबंधक नेतराम गौतम परिवार सहित शहर से बाहर गए हुए थे। रविवार सुबह करीब नौ बजे बड़ी मंडी के समीप रहने वाले उनके बड़े भाई रमेश चंद वहां पहुंचे तो देखा घर का ताला टूटा हुआ था। अंदर जाकर देखा तो तमाम सामान बिखरा हुआ था। उन्होंने तुरंत नेतराम को फोन पर सूचना दी। दोपहर में नेतराम घर पहुंचे। नेतराम के अनुसार चोर घर में रखे छह लाख की कीमत के जेवर और 1.40 लाख की नगदी ले गए हैं। उन्होंने श्यामपुर चौकी में तहरीर दी है।
दूसरी घटना नेतराम के घर के ठीक सामने सेना से रिटायर्ड राजेश खंडूरी पुत्र स्व. ज्योति प्रसाद के यहां अंजाम दी। शनिवार को राजेश परिवार के साथ हरिद्वार गए हुए थे। घर बंद था। रविवार को पड़ोस के लोगों ने सूचना दी तो वह यहां पहुंचे। अंदर सारा समान बिखरा हुआ था। राजेश ने बताया कि चोर करीब डेढ़ लाख रुपये के जेवर और 20 हजार की नगदी ले गए हैं। राजेश ने भी श्यामपुर चौकी में तहरीर दी है।

तीसरी घटना भी गुमानीवाला की गली नंबर 10 में ही बुटिक संचालिका किराए पर रहने वाली कविता नेगी के घर में हुई। शनिवार को मायका नजदीक होने के कारण कविता माता-पिता के यहां गई हुई थी। उनकी मकान मालिक ने सुबह उन्हें फोन पर कमरे का ताला टूटा होने की सूचना दी। कविता अपने कमरे में पहुंचीं तो अंदर सारा सामान बिखरा हुआ था। हालांकि कविता का कहना है कि उनके घर से कोई सामान नहीं गया है, लेकिन कमरे में ताले तोड़कर चोर घुसने से अब बहुत डर लग रहा है।

वहीं, सूचना पाकर श्यामपुर पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस क्षेत्राधिकारी वीरेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि मामला संज्ञान में है। तहरीर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। साथ ही जांच कर दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
– वीरेंद्र सिंह रावत, सीओ, ऋषिकेश

मीटर चोरी होने पर विभागीय अधिकारियों के शब्द हम पर राजनीतिक दबाव, नहीं लगा सकते नया मीटर

ऋषिकेश में एक युवक की दुकान का बिजली मीटर दीपावली से चार दिन पूर्व अज्ञात लोगों ने चोरी कर लिया। युवक की लिखित शिकायत पर न ही पुलिस ने दिलचस्पी दिखाई और न ही बिजली विभाग के अधिकारियों ने नया मीटर लगाने की कवायद तेज की। हालत यह रहे दीपावली में सभी लोगों के घर रोशनी से चमके। मगर, उक्त युवक ने अंधेरे में ही दीपावली मनाई। अब दीपावली के तीन सप्ताह बाद भी बिजली विभाग के अधिकारी काम करने को राजी नहीं। वह अब यह दलील देकर पिंड छुड़ा रहे है कि उन पर राजनीतिक दबाव है। इसलिए वह मीटर नहीं लगा सकते है।

बीते 22 अक्तूूबर को ललित कुमार जाटव पुत्र स्व. भोपाल सिंह जाटव निवासी पुरानी जाटव बस्ती ऋषिकेश अपनी पुरानी चुुंगी स्थित डेंटिंग पेंटिंग की दुकान बंद करके घर चले गए। 23 अक्तूबर की सुबह दुकान पर काम करने वाले युवक ने उन्हें फोन पर सूचना दी कि दुकान से बिजली मीटर चोरी हो गया है।

इसकी शिकायत उन्होंने से की तो यहां एसडीओ राजीव कुमार ने कहा कि कोतवाली में जाकर लिखित शिकायत करो और उसकी एक प्रति उपलब्ध कराओ, इसके बाद मीटर लग जाएगा। कोतवाली पुलिस ने पहले जांच करने की बात कहकर तहरीर की रिसीविंग देने से इंकार कर दिया। इसके बाद ललित कुमार एसएसपी देहरादून अरुण मोहन जोशी के यहां से तहरीर की एक प्रति रिसीव करके ले आए। अब बिजली विभाग के एसडीओ राजीव कुमार मीटर लगाने से इंकार कर रहे हैं। हालत ये है कि मीटर न लगाने के लिए विभागीय अधिकारी आए दिन नये-नये दस्तावेज उपलब्ध कराने को कह रहे हैं। पीड़ित एसडीओ राजीव कुमार पर आरोप लगाते हुए बताया कि राजनीतिक दबाव के चलते वह मीटर नहीं लगा रहे है। ऐसी बात एसडीओ ने उन्हें कही है।